Written by , (शिक्षा- एमए इन जर्नलिज्म मीडिया कम्युनिकेशन)

सब्जियों का राजा कहे जाने वाला आलू कई कारणों से लोगों को खूब भाता है। किसी को आलू की सब्जी, तो किसी को आलू के पकोड़े काफी प्रिय होते हैं। वहीं, छोटे बच्चों की बात करें, तो आलू से बना फ्रेंच फ्राई उन्हें भी खूब पसंद आता है। आलू के बारे में तो लगभग हर किसी को पता होगा, लेकिन आलू की ही तरह आलू का जूस फायदेमंद होता है, शायद इसकी जानकारी हर किसी को नहीं होगी। तो स्टाइलक्रेज का यह लेख पढ़ने के बाद यकीनन आप आलू का जूस अपनी डाइट में शामिल करना चाहेंगे। यहां हम आपको स्वास्थ्य लाभ के लिए आलू के रस के फायदे बता रहे हैं। आलू के रस के फायदे जानने के लिए अंत तक बने रहे हमारे साथ।

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लेख के सबसे पहले भाग में जानें स्वास्थ्य के लिए आलू के रस के फायदे।

आलू के रस के फायदे – Benefits of Potato Juice in Hindi

आलू के रस का इस्तेमाल कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव के लिए या लक्षणों को कम करने के लिए किया जा सकता है। ध्यान रखें कि यहां बताए गए आलू का रस के फायदे सिर्फ घरेलू तौर पर इस्तेमाल के लिए हैं। इसलिए इन्हें बीमारी का संपूर्ण इलाज न समझें। तो अब जानिए आलू के रस के फायदे, जो कुछ इस प्रकार हैं:

1. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के घरेलू उपाय में आलू का जूस शामिल कर सकते हैं। इसकी पुष्टि दो अलग-अलग अध्ययनों से की जा सकती है। पहले अध्ययन के अनुसार आलू में मौजूद कैरोटेनॉयड्स (Carotenoids) ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर भी कर सकते हैं (1)। वहीं, दूसरे अध्ययन के अनुसार, आलू में विटामिन सी समृद्ध मात्रा में मौजूद होता है। जिस वजह से छिलके समेत आलू या आलू जूस का सेवन करने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाई जा सकती है (2)। यहां तक कि कोविड की बीमारी या उससे बचाव के लिए भी डाइट में आलू को शामिल करने की बात कही गई है (3)। हालांकि, हम यह स्पष्ट कर दें कि आलू को कोविड की समस्या का उपचार समझने की भूल न करें।

2. गठिया से राहत दे

कच्चे आलू का जूस गठिया के उपचार में भी मदद कर सकता है। इसके लिए खाना खाने से पहले एक से दो चम्मच कच्चे आलू का जूस पीना लाभकारी हो सकता है। ऐसा करने से शरीर में बनने वाला एसिड कम हो सकता है, जिससे कुछ हद तक रूमेटाइड आर्थराइटिस (गठिया का एक प्रकार) से राहत मिल सकती है। आलू के जूस के साथ ही, आलू के छिल्के में कई आवश्यक मिनरल्स होते हैं, जो रूमेटाइड आर्थराइटिस की समस्या से राहत या बचाव करने में मदद कर सकते हैं (2)। हालांकी, ध्यान रहे कि आलू के जूस का अधिक सेवन विषाक्तता का कारण भी हो सकता है। इसलिए पूरे दिन में एक छोटे आलू का ही जूस पीएं। ज्यादा उलझन हो तो बेहतर है एक से दो चम्मच ही आलू के जूस का सेवन करें।

3. अल्सर से बचाव

आलू के स्टॉर्च में एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रभाव होता है, जो पेट और आंतों से जुड़ी बीमारी गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल रोग (Gastrointestinal) के उपचार में मदद कर सकता है। जिस वजह से कच्चे आलू का जूस पीने से पेट के अल्सर और पेट में सूजन (Gastritis) की समस्या से बचाव या कुछ हद तक राहत मिल सकती है। इसके लिए दिन में दो से तीन बार खाना खाने से पहले आधे कप की मात्रा में आलू के जूस का सेवन किया जा सकता है। यहां तक कि पैर के घाव या अल्सर के लिए भी आलू का रस लगाना लाभकारी हो सकता है (2)। हालांकि, ध्यान रहे कि अगर घाव या अल्सर के लक्षण गंभीर हो तो डॉक्टरी इलाज को प्राथमिकता दें और डॉक्टर के कहे अनुसार ही आलू के जूस को डाइट में शामिल करें।

4. डिटॉक्सीफाई करे

आलू के रस का इस्तेमाल डिटॉक्सीफाई यानी शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने के लिए भी किया जा सकता है। एक शोध के अनुसार, आलू मेटाबॉलिक डेटोक्सिफिकेशन (Metabolic Detoxification – शरीर से विषाक्त पदार्थ निकालना) की प्रक्रिया को बढ़ा सकता है (1)। इसके अलावा, आलू के छिलके की चाय पीने से लिवर की कार्य प्रणाली बेहतर हो सकती और शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलने के साथ-साथ पित्ताशय से जुड़ी समस्याओं से भी बचाव हो सकता है। आलू या आलू का जूस खून को भी प्यूरीफाई करने में भी मदद कर सकता है (2)।

5. कोलेस्ट्रॉल कम करे

आलू में फाइबर भी होता है, जो आधा घुलनशील और आधा अघुलनशील होता है। इसका यह गुण कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम करके उसे नियंत्रित कर सकता है। इसके साथ ही आलू में मौजूद फ्लेवनॉइड्स हानिकारक कोलेस्ट्रॉल (LDL) के स्तर को कम करने में सहायक हो सकता है (2)। कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए आलू में पाया जाने वाला ग्लाइकोकलॉइड्स (Glycoalkaloids) नामक केमिकल कंपाउंड लाभकारी माना जा सकता है। हालांकि, शरीर में इस केमिकल की अधिकता दुष्प्रभाव का भी कारण बन सकती है (1)। ऐसे में हमेशा सीमित मात्रा में ही आलू या आलू जूस का सेवन करें।

6. माइग्रेन के उपचार के लिए

अगर सिरदर्द की समस्या दूर करनी है, तो आलू का जूस पी सकते हैं। कुछ रिसर्च में इसका जिक्र मिलता है कि माइग्रेन में आलू का सेवन किया जा सकता है। माइग्रेन से राहत पाने के लिए दिन में तीन बार खाना खाने से पहले एक चौथाई कप की मात्रा में गर्मागर्म आलू का जूस पी सकते हैं (2)। आलू के जूस के अलावा, माइग्रेन का उपचार करने में आलू का टुकड़ा भी मददगार हो सकता है। इसके लिए आलू के पतले स्लाइस करें और उसे बैंडेज की मदद से सिर पर बांधें। इससे माइग्रेन का दर्द कम हो सकता है (4)।

7. कब्ज का उपचार

लंबे समय से हो रही कब्ज की समस्या के लिए कच्चे आलू का जूस पीना लाभ प्रदान कर सकता है। एक रिसर्च पेपर में यह बताया गया है कि क्रोनिक कब्ज के घरेलू उपचार के तौर पर आहार में आलू शामिल किया जा सकता है। इसके लिए कच्चे आलू से बने जूस और सूप के साथ ही आलू को पकाकर और उबालकर भी खाया जा सकता है (2)।

दरअसल, कब्ज के उपचार में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ खाना लाभकारी माना जाता है। वहीं, आलू का नाम भी फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों में शामिल है (5)। ऐसे में आलू का जूस पीना कब्ज की समस्या का घरेलू उपचार माना जा सकता है।

8. घाव के लिए

आलू में विटामिन सी होता है, जिसका एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव त्वचा के उत्तकों (Collagen) के विकास में मदद कर सकता है। आलू का यह गुण त्वचा के घावों को जल्दी से भरने में मदद कर सकता है (1)। शायद यही वजह है कि आलू त्वचा के घावों को तेजी से भरने के साथ ही, सामान्य स्वास्थ्य में सुधार लाने और सर्जरी के बाद त्वचा के ऊतकों के विकासमें भी मदद कर सकता है (2)। हालांकि, गहरे घाव या सर्जरी के बाद आलू या आलू के जूस के सेवन से पहले डॉक्टरी सलाह जरूर लें।

9. सीने में जलन (हार्टबर्न)

पेट का एसिड बढ़ने से सीने में जलन की समस्या हो सकती है (6)। वहीं, आलू का रस सीने की जलन भी कम कर सकता है। रिसर्च के अनुसार आलू पेट का एसिड कम कर सकता है (2)। ऐसे में इस आधार पर ऐसा कहना गलत नहीं होगा कि सीने में जलन कम करने के लिए आलू का जूस पीना लाभकारी हो सकता है। इसके लिए एक चम्मच आलू के जूस को आधे कप गर्म या गुनगुने पानी में मिलाकर सेवन कर सकते हैं।

10. कैंसर का जोखिम कम करे

आलू में मौजूद ग्लाइकोकलॉइड्स (Glycoalkaloids) नामक केमिकल कंपाउंड में एंटीकार्सिनोजेनिक (Anticarcinogenic) यानी कैंसर से बचाव का गुण होता है। इसका यह प्रभाव लिवर, सर्विकल कैंसर से बचाव में सहायक हो सकता है । ध्यान रखें कि यहां बताए गए आलू जूस के फायदे घरेलू उपाय से जुड़े हुए हैं। कैंसर जैसी किसी भी गंभीर बीमारी के उपचार के लिए हमेशा डॉक्टरी इलाज को ही प्राथमिकता दें। आलू या आलू का जूस कैंसर के जोखिम को कम कर सकता है, इसे कैंसर का इलाज समझने की भूल न करें।

11. वजन कम करे

अगर घरेलू तरीके से वजन कम करना चाहते हैं, तो इसके लिए आहार में कच्चे आलू का जूस शामिल कर सकते हैं। दरअसल, आलू में एंटीओबेसिटी गुण है, जो मोटापे से बचाव या वजन संतुलित रखने में सहायक हो सकता (7)। इस वजह से आलू का जूस वजन घटाने की डाइट में भी शामिल किया जा सकता है।

12. त्वचा के लिए

आलू में विटामिन सी और बी के साथ ही, पोटेशियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस और जिंंक जैसे मिनरल्स भी मौजूद होते हैं, जो त्वचा के स्वास्थ्य के लिए जरूरी होते हैं। ऐसे में आलू का जूस पीना त्वचा के स्वास्थ्य को बेहतर कर सकता है। इसके अलावा, चेहरे पर आलू का रस लगाने के फायदे भी हो सकते हैं। जिस वजह से त्वचा पर आलू का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। इसका लेप सनबर्न से राहत दिला सकता है। साथ ही आलू का रस चेहरे पर लगाने के फायदे त्वचा को साफ करने और मुलायम बनाने में भी मदद कर सकते हैं (8)।

चेहरे पर आलू का रस लगाने के फायदे विभिन्न प्रकार के त्वचा रोगों के इलाज में मदद भी कर सकते हैं। यह मुंहासे और मस्से की समस्या दूर कर सकता है, साथ ही उनके कारण होने वाली जलन और चुभन से भी राहत दिला सकता है। इसके अलावा, चेहरे से अतिरिक्त तेल साफ करने के उपाय के लिए चेहरे पर आलू या आलू के छिलके से बने फेस मास्क का भी इस्तेमाल किया जा सकता है (2)।

13. बालों के लिए

आलू के जूस के फायदों में बालों को हेल्दी रखना भी शामिल है। दरअसल, इससे जुड़ी जानकारी से यह माना गया है कि आलू का जूस बालों को प्राकृतिक तौर पर स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है। इससे बालों के विकास को बढ़ावा मिल सकता है (8)। इसलिए, आलू के रस को बालों के लिए गुणकारी कहना गलत नहीं होगा। इसके लिए शैंपू करने से आधे घंटे पहले ताजे आलू का जूस निकालकर उसे स्कैल्प और बालों में लगाकर मसाज करें। फिर आधे घंटे बाद शैंपू कर लें।

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चलिए आगे जानते है कि आलू के रस का उपयोग किस तरह से किया जा सकता है।

आलू के रस का उपयोग – How to Use Potato Juice in Hindi

आलू का रस कई तरह से किया जा सकता है। ऐसे में इसके उपयोग करने का सही तरीका हम नीचे बता रहे हैं। जानने के लिए स्क्रॉल करें।

  • खाना खाने से पहले एक चम्मच आलू के रस को गुनगुने या गर्म पानी में मिलाकर सेवन कर सकते हैं (2)।
  • अन्य सब्जियों के जूस में भी आलू का जूस मिलाकर सेवन कर सकते हैं।
  • आलू के रस को त्वचा पर लगाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • आलू के रस को बालों में लगाने के लिए उपयोग कर सकते हैं।
  • सूजन वाली जगहों पर आलू के रस को हल्दी के साथ लगाने की सलाह दी जाती है।

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लेख के इस भाग में जानते हैं आलू के रस को बनाने की विधि।

आलू का रस कैसे बनाएं – How to make Potato Juice in hindi

आलू का रस बनाने का तरीका बहुत ही आसान है। नीचे जानिए आलू का जूस कैसे बनाते हैं:

सामग्री :

  • 1-2 आलू

बनाने की विधि:

  • सबसे पहले बिना किसी दाग-धब्बों वाला कच्चा आलू लें।
  • अब इसे अच्छी तरह धो लें।
  • अगर इस पर कोई अंकुरित कोंपले हैं, तो उसे भी हटा दें।
  • अब आलू को छीलकर इसे कद्दूकस कर लें।
  • अब एक कटोरी में आलू के इस गूदे को निचोड़कर उसका रस निकालें और उसका सेवन करें।

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आलू का रस बनाने के तरीके के बाद लेख में आगे आलू का जूस पीने के तरीके के बारे में जानते हैं।

आलू का जूस पीने के तरीके – Tips to Consume Potato Juice in hindi

इसमें कोई शक नहीं है कि आलू का रस स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद है। यहां हम आलू के रस को पीने के तरीकों के बारे में बता रहे हैं:

  • आलू के रस के फायदे हासिल करने के लिए इसका हमेशा ताजा जूस पिएं
  • पालक, केल, खीरे जैसी अन्य सब्जियों के साथ मिलाकर आलू का जूस बनाकर सेवन किया जा सकता है।
  • आलू के रस में फ्लेवर के लिए नींबू और तुलसी मिला सकते हैं।
  • आलू के रस के 3-4 टेबलस्पून एक गिलास पानी में मिलाकर पी सकते हैं।
  • सूप में आलू के रस को मिलाकर इसका सेवन किया जा सकता है।
  • आलू के जूस का सेवन स्मूदी और सूप में डालकर भी किया जा सकता है।

आलू का रस पीने की मात्रा : दिनभर में एक आलू के जूस का सेवन किया सकता है (2)। हलांकी, उम्र और स्वास्थ्य के अनुसार इसकी मात्रा में बदलाव हो सकते हैं। इसलिए, बेहतर है इसके सेवन की मात्रा के बारे में डॉक्टरी परामर्श भी ली जाए।

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आलू के रस का सेवन करने का तरीका जानने के बाद आगे जानिए आलू का जूस पीने के नुकसान के बारे में।

आलू का रस के नुकसान – Side Effects of Potato Juice in Hindi

  • सड़े हुए आलू में मायकोटॉक्सिन (Mycotoxins) होता है, जो लिवर को नुकसान पहुंचा सकता है (9)। इसलिए जूस बनाने के लिए हमेशा फ्रेश आलू का इस्तेमाल करें।
  • आलू में ग्लाइकोकलॉइड्स (Glycoalkaloids) नामक तत्व भी होता है, जिसकी अधिकता विषाक्तता का कारण बन सकता है (1)।
  • आलू में हरे रंग के धब्बों में विषाक्ता (Toxicity) होती है, जिनका सेवन करने से सिरदर्द, उल्टी, पेट में दर्द, दस्त की परेशानी या बेहोशी या चक्कर आने जैसे लक्षण हो सकते हैं (10)।
  • आलू का अधिक सेवन करना मधुमेह का जोखिम बढ़ा सकता है (11)। ऐसे में अधिक मात्रा में आलू का जूस पीने से बचाव करना चाहिए।
  • आलू पोटैशियम से समृद्ध होता है (12)। वहीं, शरीर में पोटेशियम की अधिकता हाइपरकलेमिया (Hyperkalemia – शरीर में उच्च पोटैशियम) का कारण बन सकता है। जो उल्टी, सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ और मतली जैसी समस्या का कारण बन सकता है (13)।

इस लेख को पढ़ने के बाद आप आलू के रस के फायदे से वाकिफ हो गए होंगे और इसके फायदे हासिल करने के लिए इसका उपयोग भी करना चाहेंगे। ऐसे में इसके लिए लेख में सुझाए गए आलू के इस्तेमाल के तरीकों को अपना सकते हैं। वहीं इसके सेवन की मात्रा का खास ख्याल रखें, वरना आलू का रस के नुकसान भी हो सकते हैं। आशा करते हैं कि यह लेख आपकी कई परेशानियों को दूर करने में मदद करेगा। आलू के रस के फायदे के इस लेख को अन्य लोगों के साथ शेयर जरूर करें, ताकि सभी को इसकी जानकारी मिले। ऐसी ही अन्य ज्ञानवर्धक जानकारी के लिए जुड़े रहें स्टाइलक्रेज के साथ।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

रोजाना आलू का जूस पीने से क्या हो सकता है?

अगर रोजाना उचित मात्रा में आलू का जूस का सेवन किया जाए, तो यह गठिया, कब्ज, शरीर की सफाई करने और पेट से जुड़ी समस्याओं से बचाव में मदद कर सकता है (2)।

क्या रात में आलू का रस पीना अच्छा होता है?

रिसर्च के अनुसार, दूध के साथ ऊबले हुए आलू का सेवन करने से अच्छी नींद आ सकती है। दरअसल, आलू पेट का एसिड कम करके सोने में होने वाली परेशानियां कम कर सकता है (2)। ऐसे में माना जा सकता है कि रात में अच्छी नींद के लिए आलू का जूस पीना भी लाभकारी हो सकता है। हालांकि, सीधे तौर पर इस विषय में वैज्ञानिक शोध का अभाव है। ऐसे में बेहतर है इस विषय में डॉक्टरी परामर्श भी ली जाए।

आलू का जूस किसे नहीं पीना चाहिए?

मधुमेह रोगियों के लिए आलू का जूस पीना हानिकारक माना जा सकता है (13)।

आलू का जूस कितने समय के लिए स्टोर करके रखा जा सकता है?

कोशिश करें कि आलू का जूस हमेशा ताजा ही पिएं। अगर आप इसे स्टोर करके रखना चाहते हैं, तो एक दिन के लिए इसे फ्रिज में रख सकते हैं।

क्या आलू का रस और शहद त्वचा के लिए लाभकारी हो सकता है?

आलू का रस चेहरे पर लगाने के फायदे आपको एक्ने जैसी समस्या से राहत दिला सकते हैं। वहीं, इसके गुणों को बढ़ाने के लिए आलू का रस और शहद मिलाकर भी त्वचा पर लगा सकते हैं। इसका लाभ पाने के लिए कच्चे आलू के जूस में एक चम्मच शहद मिलाकर प्रभावित त्वचा पर लगा सकते हैं (2)।

References

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  3. How Nutrition can help to fight against COVID-19 Pandemic
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC7306972/
  4. Unconventional treatment methods in Turkish migraine sufferers
    https://link.springer.com/content/pdf/10.1007/s10194-004-0101-2.pdf
  5. Diets for Constipation
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4291444/
  6. Heartburn
    https://medlineplus.gov/ency/article/003114.htm
  7. Health Beneficial Properties of Potato and Compounds of Interest
    https://www.researchgate.net/publication/304002913_Health_Beneficial_Properties_of_Potato_and_Compounds_of_Interest
  8. Nutritional value and health benefits of potatoes
    http://researchjournal.co.in/upload/assignments/12_117-119.pdf
  9. Plants Consumption and Liver Health
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4499388/
  10. The Potato and Its Benefits to Human Health
    https://www.researchgate.net/publication/215827800_The_Potato_and_Its_Benefits_to_Human_Health
  11. Potato Consumption and Risk of Type 2 Diabetes: Results From Three Prospective Cohort Studies
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4764041/
  12. Potassium Content of Foods
    https://www.med.umich.edu/1libr/Nutrition/PotassiumHandout.pdf
  13. High potassium level
    https://medlineplus.gov/ency/article/001179.htm
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