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बच्चे के शुरुआती 6 महीनों में सिर्फ मां का दूध ही उसका आहार होता है। फिर जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता है उसे गाय का दूध भी पिलाया जाता है। आजकल लोग गाय के दूध की जगह बच्चे को बकरी का दूध भी पिलाते हैं। इसका चलन इतना बढ़ गया है कि मार्केट में बकरी का दूध और इससे बना फॉर्मूला मिल्क भी बिकने लगा है। ऐसे में माता-पिता के मन में कुछ सवालों का आना लाजमी है, जैसे क्या यह गाय के दूध का विकल्प हो सकता है और बच्चे के लिए बकरी का दूध सुरक्षित है या नहीं। इन सभी सवालों के जवाब आपको मॉमजंक्शन के इस लेख में मिलेंगे। यहां हमने बच्चे को बकरी का दूध पिलाना चाहिए या नहीं, इसे पिलाने की सही उम्र, बकरी के दूध के फायदे और नुकसान जैसी सारी जानकारियां दी हैं।
सबसे पहले जानते हैं कि शिशुओं के लिए बकरी का दूध सुरक्षित है या नहीं।
क्या बकरी का दूध आपके बच्चे के लिए सुरक्षित है?
कुछ रिसर्च बताती हैं कि बकरी का दूध बच्चों के लिए गाय के दूध का एक विकल्प हो सकता है। इससे बच्चों को गाय के दूध की तरह ही पोषण भी मिल सकता है (1)। अधिकतर मामलों में बच्चे को बकरी का दूध किसी तरह की मेडिकल कंडीशन में ही देने को कहा जाता है (2)। इसी आधार पर कहा जा सकता है कि यह बच्चों के लिए सुरक्षित है। बस इसे बच्चे को कुछ सावधानी के साथ दिया जाना चाहिए, जिसके बारे में हम लेख में आगे जानकारी देंगे।
अब हम बच्चे को बकरी का दूध पिलाने की सही उम्र के बारे में बता रहे हैं।
बच्चे को बकरी का दूध देना कब शुरू कर सकते हैं?
शिशुओं को बकरी का दूध देने की सलाह नहीं दी जाती है। हां, जब बच्चे की उम्र एक साल से ऊपर हो जाए, तो बाल रोग चिकित्सक की सलाह पर उसे बकरी का दूध दे सकते हैं। बच्चे के लिए बकरी के दूध से बने फॉर्मूला मिल्क का इस्तेमाल भी डॉक्टर से पूछे बिना न करें। चिकित्सक की सलाह पर बच्चे को बकरी का दूध दे रहे हैं, तो पाश्चराइज्ड दूध (Pasteurized milk) यानी दूध को उबालने के बाद ही दें (2) ।
आगे जानेंगे बकरी के दूध में मौजूद पौष्टिक तत्वों के बारे में।
बकरी का दूध में पोषक तत्व
बकरी का दूध फैटी एसिड, विटामिन, प्रोटीन और मिनरल्स से भरपूर होता है (1)। हम नीचे इसकी मात्रा के बारे में जानकारी दे रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार है (4):
- बकरी का दूध शरीर को एनर्जी दे सकता है, 100 ग्राम बकरी के दूध में 69 kcal एनर्जी होती है। वहीं, एक कप बकरी के दूध में 168 kcal ऊर्जा होती है।
- 100 ग्राम बकरी के दूध में 3.56 g प्रोटीन, 4.14 g फैट, 4.45 g कार्बोहाइड्रेट होता है। अगर एक कप बकरी के दूध की बात करें, तो उसमें 8.69 g प्रोटीन, 10.1 g फैट, 10.9 g कार्बोहाइड्रेट होता है।
- बकरी का एक कप दूध 327 mg कैल्शियम, 34.2 mg मैग्नीशियम, 271 mg फास्फोरस, 498 mg पोटेशियम और 122 mg सोडियम युक्त होता है।
- 100 ग्राम बकरी के दूध में विटामिन सी 1.3 mg, फोलेट एक µg, विटामिन ए 57 माइक्रोग्राम और 1.3 µg विटामिन डी होता है।
- इनके अलावा, 100 ग्राम बकरी के दूध में 2.67 ग्राम फैटी एसिड और एक कप में 6.51 ग्राम फैटी एसिड होता है।
अब जानते हैं बच्चों के लिए बकरी के दूध के फायदे क्या-क्या हैं।
बच्चों के लिए बकरी के दूध के लाभ
यह बात तो आप जान ही गए हैं कि बच्चों को बकरी का दूध दिया जा सकता है। अब जानते हैं कि बकरी का दूध बच्चों को बकरी के दूध से क्या फायदा होता है। बकरी के दूध के फायदे कुछ इस प्रकार है :
1. आंत के लिए
बकरी का दूध आंतों के लिए उपयोगी हो सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध के मुताबिक, बकरी का दूध कोलाइटिस यानी बड़ी आंत में होने वाली सूजन को कम कर सकता है। ऐसा इसमें मौजूद ऑलिगोसैक्राइड (Oligosaccharides) नामक कार्बोहाइड्रेट के एंटी इंफ्लेमेटरी प्रभाव की वजह से होता है। इतना ही नहीं, बकरी के दूध का यह गुण पाचन तंत्र में होने वाले सूजन को भी कम कर सकता है (5)। यह शोध चूहों पर किया गया है। शिशुओं पर इस प्रभाव की प्रमाणिकता के लिए अधिक शोध की आवश्यकता है।
2. पचाने में आसान
बच्चों की पाचन शक्ति वयस्कों के मुकाबले कमजोर होती है। ऐसे में बच्चों को पचाने में आसान चीजें ही खिलानी व पिलानी चाहिए। इसमें बकरी के दूध का नाम भी शामिल है। एक रिसर्च पेपर में बताया गया है कि बकरी के दूध में मौजूद फैट अन्य दूध के मुकाबले पचाने में आसान होता है (1)।
3. कैल्शियम युक्त
बकरी का दूध कैल्शियम से भी भरपूर होता है (6)। यह कैल्शियम बच्चों के दांत और हड्डियों को स्वस्थ रखने और मजबूत बनाने वाले आवश्यक पोषक तत्वों में से एक है (7)। इसी वजह से माना जाता है कि बकरी के दूध से बच्चों की हड्डियां मजबूत होती हैं।
4. आयरन से भरपूर
आयरन उन जरूरी पोषक तत्वों में से एक है, जो शिशु के विकास में अहम भूमिका निभाते हैं (8)। इस पोषक तत्व के लिए बच्चे को बकरी का दूध भी दिया जा सकता है। एक शोध में इस बात की जिक्र है कि बकरी के दूध में आयरन की अच्छी मात्रा होती है (9)। इससे आयरन की कमी से होने वाले एनीमिया और इस कमी के कारण होने वाली हड्डियों संबंधी समस्या में सुधार हो सकता है (10)। साथ ही बच्चों के आहार में आयरन से भरपूर दूसरे खाद्य पदार्थ को भी शामिल कर सकते हैं।
अब जानते हैं कि बच्चों को बकरी का दूध पिलाने से क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं।
बकरी के दूध से होने वाले नुकसान
बकरी का दूध पीने के फायदे और नुकसान दोनों होते हैं। बकरी का दूध बच्चों को किस तरह के नुकसान पहुंचा सकता है, जानने के लिए लेख को आगे पढ़ें।
1. एलर्जी
गाय के दूध से एलर्जी होने वाले बच्चों को बकरी या अन्य जानवर के दूध से भी एलर्जी होने का जोखिम हो सकता है (11)। इसी वजह से जिन बच्चों को गाय के दूध से एलर्जी है, उन्हें बकरी का दूध देने की सलाह नहीं दी जाती है (12)। ऐसे में शुरुआत में बच्चे को थोड़ा सा ही बकरी का दूध देकर देखें कि उसे इससे एलर्जी है या नहीं। वैसे बेहतर होगा कि आप डॉक्टर की सलाह पर ही बच्चे को बकरी का दूध दें।
2. दस्त
बकरी के दूध से बच्चों को दस्त लगने की समस्या भी हो सकती है (1)। इसके अलावा, बकरी का दूध बिना उबाले हुए (Unpasteurized) देना भी बच्चों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। कच्चे दूध में बैक्टीरिया होते हैं, जिससे बच्चों को संक्रमण हो सकता है (13) ।
3. पोषक तत्वों की कमी
बकरी के दूध के साथ जरूरी पोषक तत्व युक्त अन्य खाद्य पदार्थों का सेवन भी जरूरी है। इसमें कोई शक नहीं है कि बकरी के दूध में पोषक तत्व मौजूद होते हैं, लेकिन सिर्फ बकरी का दूध या बकरी के दूध का फॉर्मूला मिल्क बच्चों को संपूर्ण पोषण नहीं दे पाता है (14)। ऐसे में इसके साथ बच्चों को अन्य पौष्टिक तत्व युक्त आहार लेने की भी जरूरत हो सकती है।
4. किडनी की समस्या
बकरी के दूध का सेवन शिशु के किडनी पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। खासतौर पर तब जब शिशु के जन्म के पहले महीने में ही उसे बकरी का दूध दिया जाए। यह मेटाबोलिक एसिडोसिस (Metabolic Acidosis) का कारण भी बन सकता है (2)। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें शरीर में ज्यादा मात्रा में एसिड बनने लगता है। इस समस्या के कारण शिशु की जान को भी जोखिम हो सकता है (15)
अब सवाल यह उठता है कि बच्चों को बकरी का दूध कैसे दिया जाए। इसका जवाब आगे जानिए।
बच्चों को बकरी का दूध किस तरह से पिलाएं
जैसे कि आपने जाना कि बकरी का दूध पीने के फायदे और नुकसान दोनों हैं। ऐसे में इसे बच्चे को कैसे दिया जाए ताकि इससे बच्चे को इसके लाभ मिले जानने के लिए लेख को आगे पढ़ें।
बच्चों को बकरी का दूध उबालकर ही दें (16)। कच्चे दूध में बैक्टीरिया होते हैं, जिससे बच्चे को संक्रमण हो सकता है (13) । ऐसे में दूध को अच्छी तरह उबाल लें और गुनगुना होने के बाद ही बच्चे को पिलाएं।
बच्चे को बकरी के दूध से बना फॉर्मूला मिल्क गर्म पानी डालकर अच्छी तरह मिक्स करके पिला सकते हैं (1)। ध्यान रहे कि फॉर्मूला मिल्क डॉक्टर की सलाह के बिना बच्चे को नहीं देना चाहिए।
अब जानते हैं छोटे बच्चों के लिए बकरी के दूध का चयन करते वक्त किन बातों का ध्यान देना चाहिए।
अपने बच्चों के लिए बकरी के दूध का चयन करते समय ध्यान रखने योग्य बातें
छोटे बच्चे के लिए बकरी का दूध लेते वक्त कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। क्या हैं वो ध्यान रखने वाली बातें आगे जानिए।
- पाश्चराइज्ड (Pasteurized)– बच्चे के लिए हमेशा पाश्चराइज्ड (Pasteurized) बकरी के दूध का ही चयन करें। यह काफी हद तक बच्चे के लिए सुरक्षित हो सकता है। मार्केट में आसानी से पाश्चराइज्ड बकरी का दूध मिल जाएगा।
- फोर्टिफाइड (Fortified) – पोषक तत्वों से समृद्ध बकरी के दूध का चयन करें। जैसे कि हमने पहले ही जानकारी दी है कि बकरी के दूध में कुछ पोषक तत्व नहीं होते हैं। ऐसे में फोर्टिफाइड बकरी के दूध का चयन करें। इसमें अलग से आवश्यक पोषक तत्वों को मिलाया जाता है, ताकि बच्चे को जरूरी पोषक तत्व मिल सके। विशेष रूप से विटामिन डी और फोलेट, जो बच्चे के स्वस्थ विकास के लिए आवश्यक हैं (2)।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
क्या बकरी के दूध से कुछ बच्चों को एलर्जी हो सकती है ?
हां, बकरी के दूध से कुछ बच्चों को एलर्जी हो सकती है (11)। खासकर कि ऐसे बच्चे जिन्हें गाय के दूध से एलर्जी है, उन्हें बकरी के दूध या बकरी के दूध से बने खाद्य पदार्थों से एलर्जी होने का खतरा होता है (12)।
क्या बच्चे को बकरी के दूध से तैयार फॉर्मूला या दही देना चाहिए?
बच्चे के 12 महीने के हो जाने के बाद उसे बकरी के दूध से तैयार फॉर्मूला या दही दे सकते हैं (1)। बस इसे देने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
आप समझ ही गए होंगे कि बकरी का दूध पौष्टिक होने के साथ ही बच्चों के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। इसी वजह से लेख में बताई गई सावधानियों और सभी पहलुओं पर गौर करके ही इस दूध को इस्तेमाल में लाएं। साथ ही एक बार बाल रोग विशेषज्ञ से इस संबंध में परामर्श कर लें। वह आपके बच्चे के स्वास्थ्य और अन्य बातों को ध्यान में रखते हुए बता सकते हैं कि बकरी का दूध उसके लिए कैसा रहेगा।
References
1. Comparison Of Growth And Nutritional Status In Infants Receiving Goat Milk–based Formula And Cow Milk–based Formula: A Randomized, Double-blind Study By Ncbi
2. Goat Milk For Infants: Yes Or No? By Wiley Online Library
3. Chapter 4: Infant Formula Feeding By Usda
4. Goat’s Milk, Whole By Usda
5. Goat Milk Oligosaccharides Are Anti-inflammatory In Rats With Hapten-induced Colitis By Ncbi
6. Importance Of Goat Milk By Researchgate
7. Calcium In Diet By Medlineplus
8. Iron Needs Of Babies And Children By Ncbi
9. Bioavailability Of Iron In Goat Milk Compared With Cow Milk Fed To Anemic Rats By Ncbi
10. Goat Milk During Iron Repletion Improves Bone Turnover Impaired By Severe Iron Deficiency By Ncbi
11. Milk By Betterhealth
12. Anaphylactic Reaction To Goat’s Milk In A Cow’s Milk-allergic Infant By Ncbi
13. The Dangers Of Raw Milk: Unpasteurized Milk Can Pose A Serious Health Risk By Fda
14. Case 2: You Look Like You’ve Seen A Goat By Ncbi
15. Metabolic Acidosis By Medlineplus
16. Infant Feeding Guidelines By Eat For Health
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