विषय सूची
पौष्टिक फलों की बात करें तो इसकी लिस्ट काफी लंबी है। इन्हीं में एक नाम एवोकाडो का भी आता है। यह कई सारे पोषक तत्वों जैसे – प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम से भरपूर होता है (1)। ऐसे में सवाल यह उठता है कि इतना पौष्टिक फल गर्भावस्था में सुरक्षित है या नहीं। कई महिलाओं को इस बात की चिंता हो सकती हैं कि उन्हें गर्भावस्था के दौरान एवोकाडो खाना चाहिए या नहीं। तो मॉमजंक्शन के इस लेख में हम गर्भावस्था में एवोकाडो खाने से जुड़ी सभी जरूरी जानकारियां साझा कर रहे हैं। यहां न सिर्फ प्रेगनेंसी में एवोकाडो खाने के फायदे बताए गए हैं, बल्कि उनके उपयोग और नुकसान से जुड़ी जानकारी भी दी गई है।
प्रेगनेंसी में एवोकाडो खाने के फायदे जानने से पहले पढ़ें कि एवोकाडो क्या है।
एवोकाडो क्या है?
एवोकाडो एक फल है, जिसे वैज्ञानिक भाषा में पर्सिया अमरीकाना (Persea Americana) कहा जाता है। एवोकाडो का फल दिखने में नाशपाती के आकार का होता है। इसके अंदर एक बीज होता है, जो मोटी मलाईदार और मुलायम गुदे से ढका होता है। बात करें स्वास्थ्य के लिए एवोकाडो के फायदे की, तो इसमें ओलिक एसिड (Oleic Acid) और फाइबर (Fiber) की मात्रा के साथ ही कई प्रकार के फाइटोन्यूट्रिएंट्स (Phytonutrients) भी होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हो सकते हैं (2)। बता दें कि विश्व भर में एवोकाडो की कई किस्में प्रचलित हैं, जिनमें से हैस एवोकाडो (Hass Avocado) सबसे लोकप्रिय है, क्योंकि इस किस्म में पोषक तत्व सबसे अधिक होते हैं (3)।
गर्भावस्था में एवोकाडो खाना सुरक्षित है या नहीं अब हम इसके बारे में जानते हैं।
क्या प्रेगनेंसी में एवोकाडो खाना सुरक्षित है?
गर्भावस्था में एवोकाडो खाना सुरक्षित माना जा सकता है। दरअसल, इसमें विटामिन बी6 मौजूद होता है, जो गर्भावस्था में उल्टी और मतली की समस्या को कम करने में सहायक हो सकता है (4)। इसके अलावा, एवोकाडो में पोटेशियम, फोलेट, आयरन और फाइबर जैसे कई जरूरी पोषक तत्व होते हैं, जो न सिर्फ गर्भवती के लिए, बल्कि गर्भ में पल रहे भ्रूण के विकास के लिए भी जरूरी हो सकते हैं (5)। इस आधार पर यह मान सकते हैं कि गर्भावस्था के दौरान सीमित मात्रा में एवोकाडो का सेवन सुरक्षित हो सकता है।
अब लेख के इस भाग में हम एवोकाडो की न्यूट्रिशनल वैल्यू जानेंगे।
एवोकाडो की न्यूट्रिशनल वैल्यू
नीचे दिए गए चार्ट के माध्यम से हमने एवोकाडो की प्रति 100 ग्राम की मात्रा में पाए जाने वाले पोषक तत्व व उनकी मात्रा की जानकारी दी है (1)।
- प्रति 100 ग्राम एवोकाडो में 73.23 ग्राम पानी, 160 केसीएएल ऊर्जा, 2 ग्राम प्रोटीन, 14.66 ग्राम टोटल लिपिड (फैट), 6.7 ग्राम फाइबर (टोटल डायटरी), 8.53 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 0.66 ग्राम शुगर मौजूद होता है।
- इसके अलावा, मिनरल की बात करें, तो 100 ग्राम एवोकाडो में 12 मिलीग्राम कैल्शियम, 0.55 मिलीग्राम आयरन, 29 मिलीग्राम मैग्नीशियम, 52 मिलीग्राम फास्फोरस, 485 मिलीग्राम पोटेशियम, 7 मिलीग्राम सोडियम, 0.64 मिलीग्राम जिंक, 0.19 मिलीग्राम कॉपर और 0.4 माइक्रोग्राम सिलेनियम होता है।
- साथ ही 100 ग्राम एवोकाडो में विटामिन भी होते हैं, जिनमें 10 मिलीग्राम विटामिन सी (टोटल एस्कॉर्बिक एसिड), 0.067 मिलीग्राम थियामिन, 0.13 मिलीग्राम राइबोफ्लेविन, 1.738 मिलीग्राम नियासिन, 0.257 मिलीग्राम विटामिन बी6, 21 माइक्रोग्राम विटामिन के, 2.07 मिलीग्राम विटामिन ई (अल्फा-टोकोफेरॉल), 7 माइक्रोग्राम विटामिन ए, 62 माइक्रोग्राम कैरोटीन (बीटा) और 24 माइक्रोग्राम कैरोटीन (अल्फा) शामिल हैं।
- इतना ही नहीं, प्रति 100 ग्राम एवोकाडो में 81 माइक्रोग्राम फोलेट, 14.2 माइक्रोग्राम कोलिन, 28 माइक्रोग्राम क्रिप्टोजैंथिन, 271 माइक्रोग्राम ल्यूटिन + जियाजैंथिन, 9.799 ग्राम फैटी एसिड (मोनोअनसैचुरेटेड), 2.126 ग्राम फैटी एसिड (टोटल सैचुरेटेड) और 1.816 ग्राम फैटी एसिड (पॉलीअनसैचुरेटेड) भी होते हैं।
आगे पढ़ें प्रेगनेंसी में एवोकाडो खाने के फायदे व स्वास्थ्य लाभ।
प्रेगनेंसी में एवोकाडो खाने के फायदे | pregnancy me avocado khane ke fayde
पोषक तत्वों के बाद अब एवोकाडो खाने के फायदे से जुड़ी कुछ जानकारियों पर भी गौर करते हैं। यहां हम गर्भावस्था में एवोकाडो खाने के लाभ के बारे में बता रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार है:
1. हृदय स्वास्थ्य के लिए
गर्भावस्था में हृदय रोग होना गर्भवती महिला और बच्चे दोनों के लिए ही जोखिम भरा हो सकता है (6)। वहीं, एक रिसर्च के अनुसार, एवोकाडो बढ़े हुए कोलेस्ट्रोल और ब्लड प्रेशर का स्तर कम करने में प्रभावकारी हो सकता है, जो हृदय स्वास्थ को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है (7)। इसके साथ ही एवोकाडो का सेवन ह्रदय रोग के जोखिम को कम करने में भी सहायक हो सकता है। दरअसल, संतुलित आहार के साथ एवोकाडो को अगर डाइट में शामिल किया जाए तो यह कोलेस्ट्रॉल कम कर हृदय रोग के जोखिम को कम कर सकता है (8)। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि गर्भवती महिला के हृदय स्वास्थ्य के लिए एवोकाडो फायदेमंद हो सकता है।
2. पाचन के लिए
गर्भावस्था में होने वाले हार्मोनल परिवर्तन के कारण पाचन तंत्र धीमा हो सकता है, जिसके कारण महिलाओं में कब्ज की समस्या हो सकती है। इससे बचाव के लिए फाइबर युक्त आहार खाना लाभकारी हो सकता है (9)। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफोर्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, फाइबर न सिर्फ पाचन प्रक्रिया को सुधारने में मदद कर सकता है, बल्कि कब्ज के लिए भी लाभकारी हो सकता है। वहीं, एवोकाडो प्रीबायोटिक (Prebiotic) के रूप में काम कर आंतों के अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देने और पाचन क्रिया में सुधार करने में मददगार हो सकता है (10)। इस आधार पर कहा जा सकता है कि फाइबर युक्त एवोकाडो गर्भावस्था में पाचन और कब्ज के लिए उपयोगी हो सकता है (1)।
3. पोषक तत्वों की पूर्ति करे
गर्भावस्था के दौरान आहार में विभिन्न पोषक तत्व जैसे – कैल्शियम, फोलिक एसिड (फोलेट), प्रोटीन की आवश्यकता होती है (11)। वहीं, शरीर में इनकी पूर्ति के लिए अन्य पौष्टिक आहार के साथ एवोकाडो को शामिल करना अच्छा विकल्प हो सकता है। लेख में पहले ही हम बता चुके हैं कि एवोकाडो में प्रोटीन, फोलेट, फाइबर, कैल्शियम, विटामिन सी जैसे पोषक तत्व मौजूद हैं (1)। बता दें कि गर्भावस्था में कब्ज की समस्या से राहत पाने के लिए फाइबर उपयोगी हो सकता है (9)। वहीं, फोलेट का सेवन बच्चों में होने वाले न्यूरल ट्यूब दोष (Neural Tube Defect) के जोखिम को कम कर सकता है (12)। ऐसे में कह सकते हैं कि एक छोटा सा एवोकाडो गर्भावस्था में बड़े काम का फल हो सकता है।
4. संतुलित वजन के लिए
गर्भावस्था के दौरान वजन बढ़ने की समस्या भी हो सकती है (13)। ऐसे में इससे बचाव के लिए एवोकाडो का सेवन फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, एवोकाडो वजन को संतुलित रखने में सहायक हो सकता है। इसमें मौजूद फैट पेट को देर तक भरा रख सकता है और बार-बार खाने की इच्छा को कम कर सकता है (14)। वहीं, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध में भी पुष्टि हुई है कि एवोकाडो में मौजूद पोषक तत्व जैसे – डायटरी फाइबर, फाइटोकेमिकल्स, मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड भूख और फैट अवशोषण को कम कर सकते हैं (15)। इस आधार पर माना जा सकता है कि गर्भावस्था में वजन नियंत्रित रखने के लिए एवोकाडो उपयोगी हो सकता है।
5. स्वस्थ मस्तिष्क विकास के लिए
गर्भावस्था में न सिर्फ महिला के स्वास्थ्य का बल्कि, गर्भ में पल रहे भ्रूण का ख्याल रखना भी जरूरी है। वहीं, गर्भ में ही भ्रूण के मस्तिष्क का विकास भी होता है, जिसके लिए कोलिन युक्त खाद्य पदार्थ लाभकारी हो सकते हैं (16)। भ्रूण के मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ कोलिन को याददाश्त में सुधार करने के लिए भी उपयोगी पाया गया है (17)।
दरअसल, आसान शब्दों में समझा जाए तो कॉलिन मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र के सही तरीके से काम करने का जिम्मेदार होता है। वहीं, कॉलिन की कमी से लीवर में सूजन की समस्या भी हो सकती है (18)। ऐसे में लेख में हम पहले ही एवोकाडो में मौजूद पोषक तत्वों के बारे में बता चुके हैं, जिसमें कोलिन भी शामिल है (1)। इस आधार मान सकते हैं कि मां और भ्रूण के ब्रेन के विकास को बढ़ावा देने के लिए एवोकाडो का सेवन करना लाभकारी हो सकता है।
6. रोग प्रतिरोधक क्षमता के लिए
गर्भावस्था के दौरान गर्भवती की रोग प्रति रोधक क्षमता का सही रहना भी आवश्यक है। यह बेहतर इम्यून ही है जो व्यक्ति को बीमारियों और संक्रमणों से बचाने या उनसे लड़ने में सहायक हो सकता है (19)। वहीँ, गर्भावस्था में गर्भवती के रोग प्रतिरोधक क्षमता में बदलाव भी हो सकते हैं (20)। ऐसे में गर्भावस्था में भी महिला को इम्युनिटी बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन करना जरूरी है। इम्यून पावर को बढ़ाने के लिए अन्य खाद्य पदार्थों के साथ एवोकाडो को डाइट में शामिल करना अच्छा विकल्प हो सकता है। दरअसल, एवोकाडो में बीटा-सीटोस्टेरॉल (β-Sitosterol) नामक तत्व मौजूद होता है, जो इम्यूनिटी को मजबूत करने और रोगों से बचाव करने में सहायक हो सकता है (8)। तो प्रेगनेंसी में संक्रमण से बचाव और रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने के लिए एवोकाडो का सेवन करना अच्छा विकल्प हो सकता है।
7. मूड को अच्छा करे
गर्भावस्था के दौरान शारीरिक समस्याओं के साथ-साथ महिलाओं को मानसिक बदलाव का भी सामना करना पड़ सकता है। प्रेगनेंसी में मूड स्विंग होना सामान्य है, लेकिन कई बार महिलाओं को गर्भावस्था में अवसाद और तनाव का सामना भी करना पड़ सकता है। शोध के अनुसार लगभग 15 प्रतिशत महिलाएं गर्भावस्था के दौरान चिंता और अवसाद का सामना करती हैं (21)। ऐसे में इस स्थिति से बचाव के लिए महिला अपनी डाइट में एवोकाडो को शामिल कर सकती है। दरअसल, एवोकाडो में सेरोटोनिन (Serotonin) नमक हार्मोन होता है(22)। यह हार्मोन मूड को बेहतर करने के लिए जाना जाता है (23)। ऐसे में इस आधार पर कह सकते हैं कि बेहतर मूड के लिए एवोकाडो का सेवन उपयोगी हो सकता है।
8. उल्टी और मतली से राहत
गर्भावस्था में उल्टी और मतली की समस्या सामान्य है। इसे मॉर्निंग सिकनेस के नाम से जाना जाता है, जो गर्भावस्था में कभी भी हो सकता है (24)। ऐसे में प्रेगनेंसी में उल्टी व् मतली से बचाव या राहत पाने के लिए एवोकाडो का सेवन लाभकारी हो सकता है। दरअसल, एवोकाडो में विटामिन बी6 होता है, जो इस समस्या से बचाव करने में सहायक हो सकता है (4)। हालांकि, अगर परेशानी ज्यादा हो तो डॉक्टर से सलाह जरूर करें।
9. फोलेट की पूर्ति के लिए
गर्भावस्था के दौरान फोलेट भी जरूरी पोषक तत्वों में से एक है। प्रेगनेंसी के पहले और प्रेगनेंसी के दौरान फॉलिक एसिड या फोलेट का सेवन भ्रूण को तंत्रिका ट्यूब दोष (Neural Tube Defects) जैसे – स्पाइना बिफिडा के जोखिम से बचाव कर सकता है (25)। बता दें स्पाइना बिफिडा एक प्रकार का न्यूरल ट्यूब दोष है, जिसमें बच्चे का मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी प्रभावित हो सकती है (26)। ऐसे में इसके जोखिम को कम करने के लिए गर्भवती एवोकाडो का सेवन कर सकती है (27)। हालांकि, एवोकाडो के साथ ही अन्य फोलेट और पोषक तत्व युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन भी जारी रखना आवश्यक है।
10. उच्च रक्तचाप से बचाव
गर्भावस्था के दौरान उच्च रक्तचाप का जोखिम भी बढ़ सकता है। यह जोखिम खासतौर से प्रेगनेंसी के 20वे हफ्ते से हो सकता है (28)। ऐसे में नियमित ब्लड प्रेशर की जांच के साथ सही डाइट लेना भी आवश्यक है। गर्भावस्था में उच्च रक्तचाप के जोखिम को कम करने के लिए एवोकाडो को डाइट में शामिल किया जा सकता है। दरअसल, एक शोध से एवोकाडो में एंटी हाइपरटेन्सिव (Antihypertensive – रक्तचाप को कम करने वाला) गुण की पुष्टि हुई है (29)।
इसके अलावा, एवोकाडो में पोटेशियम मौजूद होता है, जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है (30)। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि गर्भावस्था में हाई ब्लड प्रेशर के जोखिम को कम करने के लिए एवोकाडो का सेवन किया जा सकता है। ऐवोकाडो के सेवन के साथ नियमित ब्लड प्रेशर चेकअप भी जरूर कराते रहें।
लेख के इस भाग में जानें गर्भावस्था में एवोकाडो खाने के नुकसान।
प्रेगनेंसी में एवोकाडो खाने के नुकसान
प्रेगनेंसी में एवोकाडो खाने के फायदे तो हम आपको बता ही चुके हैं। हालांकि, इसकी अधिक मात्रा दुष्परिणाम के जोखिम भी बढ़ा सकती है। नीचे पढ़ें गर्भावस्था में एवोकाडो खाने के नुकसान–
- अधिक मात्रा में एवोकाडो खाने से एनाफिलेक्सिस (Anaphylaxis – एक प्रकार की एलर्जी) की भी समस्या हो सकती है (31)।
- संवेदनशील त्वचा के लोगों को एवोकाडो खाने से एलर्जी की समस्या हो सकती है। ऐसा इसमें मौजूद लेटेक्स (Latex) तत्व के कारण हो सकता है (32)। इसलिए अगर गर्भावस्था के पहले किसी महिला को एलर्जी की समस्या रही हो तो गर्भावस्था के दौरान एवोकाडो का सेवन करने से परहेज करना चाहिए।
यहां हम प्रेगनेंसी में एवोकाडो खाने की मात्रा बता रहे हैं।
प्रेगनेंसी में एक दिन में कितना एवोकाडो खा सकते हैं?
गर्भावस्था में एक दिन में एक मध्यम आकार के एवोकाडो का लगभग आधा हिस्सा खाया जा सकता है (5)। हालांकि, हर किसी की गर्भावस्था एक समान नहीं होती है। ऐसे में बेहतर है एवोकाडो के सेवन से पहले एक बार डॉक्टर या डाइटीशियन की सलाह भी ली जाए।
अब जानें गर्भावस्था में एवोकाडो खाने किस समय खाना चाहिए।
एवोकाडो खाने का सबसे अच्छा समय क्या है?
अध्ययन के अनुसार, एवोकाडो में ल्यूटिन और जियाजैंथिन कैरोटेनॉयड्स होते हैं, जो खासतौर पर गर्भावस्था के तीसरे चरण में मां के साथ बच्चे के आंखों की रोशनी के लिए जरूरी माना जाता है (5)। इस आधार पर यह मान सकते हैं कि गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में एवोकाडो खाना लाभकारी हो सकता है। हालांकि, सीधे तौर पर एवोकाडो गर्भावस्था के किस तिमाही में खाना बेहतर है, इस बारे में अभी शोध की आवश्यकता है। इसलिए बेहतर है गर्भवती इस विषय में एक बार डॉक्टरी सलाह भी जरूर लें।
अंत में जाने एवोकाडो रेसिपीज इन प्रेगनेंसी।
एवोकाडो की स्वादिष्ट रेसिपी
1. एवोकाडो सलाद
समाग्री :
- आधा एवोकाडो
- स्वादानुसार नमक
- 1 छोटा टमाटर (वैक्लपिक तौर पर)
- 1 छोटा खीरा (वैक्लपिक तौर पर)
- 1 बाउल
बनाने की विधि :
- एवोकाडो को धोकर उसके छोटे-छोटे टुकड़े करके बाउल में डाल लें।
- फिर इसमें स्वादानुसार नमक मिलाएं।
- इच्छानुसार इसमें खीरा और टमाटर भी मिला सकती हैं।
- तैयार है एवोकाडो सलाद अब इसे अन्य आहार के साथ खाने में शामिल किया जा सकता है।
2. एवोकाडो का अचार
समाग्री :
- एक कच्चा एवोकाडो
- आधा चम्मच जीरा
- एक गिलास पानी
- चुटकी भर सरसों के दानें
- चुटकी भर मेथी बीज
- एक चम्मच कुकिंग ऑयल
- लहसुन की आधी कली
- चुटकी भर हल्दी पाउडर
- दो चुटकी मिर्च पाउडर
- स्वादानुसार नमक
बनाने की विधि :
- एक बर्तन में पानी और जीरा डालें और एक उबाल आने तक इसे उबालें।
- अब छिलके सहित एवोकाडो के छोटे-छोटे टुकड़े करें।
- फिर उन टुकड़ों को जीरा पानी में डालें और रात भर इसे पानी में रहने दें।
- अगले दिन एवोकाडो को पानी से अलग कर दें।
- अब एक पैन में चुटकी भर जीरा, सरसों के दानें, मेथी दाने को सुनहरा होने तक भूनें। जब इनसे खुशबू आने लगे तो गैस बंद कर दें।
- फिर ठंडा होने पर मिक्सर में डालकर इन्हें दरदरा पीस लें।
- अब एक कड़ाही में तेल डालें।
- इसमें लहसुन की कली को काटकर भूनें।
- फिर इसमें एवोकाडो के टुकड़े डालें और धीमी आंच पर उसे 2 मिनट तक भूनें।
- अब इसमें हल्दी पाउडर, मिर्च पाउडर और नमक डालकर अच्छे से मिलाएं।
- ठंडा होने पर इसे एयर टाइट डिब्बे में बंद करके रख दें।
- एवोकाडो से बनाया गया यह आचार किसी भी आहार में शामिल करके खा सकती हैं।
3. एवोकाडो स्मूदी
समाग्री :
- आधा एवोकाडो
- आधा केला (पका हुआ)
- 1 चम्मच शहद या चीनी
- 1 कप दूध
- 1 चम्मच सूखे हुए मिक्स मेवे (काजू, बादाम, किशमिश)
- 1 गिलास
- स्वादानुसार नमक
बनाने की विधि :
- एवोकाडो को धोकर उसके छिलके हटा दें।
- अब ब्लेंडर में एवोकाडो, केला, दूध और शहद या चीनी डालें और इसे अच्छे से ब्लेंड करके स्मूदी बनाएं।
- अब इस स्मूदी को एक गिलास में निकालें और इसमें बारीक कटे हुए सूखे मेवे डालें।
- बस इस तैयार लजीज स्मूदी का आनंद लें।
- यह तैयार किया गया एवोकाडो स्मूदी सुबह के नाश्ते या दोपहर के भोजन में शामिल कर सकती हैं।
उम्मीद है कि इस लेख के जरिए आपको पता चल गया होगा कि प्रेगनेंसी में एवोकाडो सुरक्षित है या नहीं। इस लेख में एक दो नहीं, बल्कि एवोकाडो खाने के 10 फायदे बताए गए हैं। साथ ही, कुछ आसान और सुरक्षित एवोकाडो रेसिपीज की भी जानकारी दी गई है। इन्हें आप अपनी पसंद के अनुसार बनाकर अपने आहार में शामिल कर सकती हैं। वहीं, उचित मात्रा में एवोकाडो का सेवन करके इसके नुकसान से बचा जा सकता है। तो बिना देर करते हुए सही और संतुलित मात्रा में एवोकाडो को डाइट में शामिल कर इसके फायदों का लाभ उठाएं। साथ ही ऐसे ही अन्य लेख पढ़ने के लिए विजिट करते रहें मॉमजंक्शन की वेबसाइट।
References
1. Avocado, raw By USDA
2. The Forgotten Fruit: A Case for Consuming Avocado Within the Traditional Mediterranean DietBy NCBI
3. Hass avocado composition and potential health effects By Pubmed
4. Proper Maternal Nutrition during Pregnancy Planning and Pregnancy By WHO
5. The Role of Avocados in Maternal Diets during the Periconceptional Period, Pregnancy, and LactationBy NCBI
6. Cardiac Disease in PregnancyBy NCBI
7. Avocado and Cardiovascular Health By Researchgate
8. Avocado: characteristics, health benefits and usesBy Ciência Rural
9. Common symptoms during pregnancy By Medlineplus
10. The Odyssey of Bioactive Compounds in Avocado (Persea americana) and Their Health Benefits By NCBI
11. Pregnancy and Nutrition By Medlineplus
12. Folic acid in diet By Medlineplus
13. Trends in maternal obesity incidence rates, demographic predictors, and health inequalities in 36,821 women over a 15-year period By Pubmed
14. NUTRITIONAL AND PHARMCEUTICAL BENIFITS OF AVOCADO PLANT By Researchgate
15. Avocado Intake, and Longitudinal Weight and Body Mass Index Changes in an Adult CohortBy NCBI
16. Choline: critical role during fetal development and dietary requirements in adultsBy Pubmed
17. Nutritional importance of choline for brain developmentBy Pubmed
18. VitaminsBy Medlineplus
19. How does the immune system work?By NCBI
20. People at Risk: Pregnant WomenBy Food Safety
21. Pregnancy stages and changes By Betterhealth
22. Phytoserotonin By NCBI
23. Nutritional Aspects of Depression in Adolescents – A Systematic Review By NCBI
24. Morning sickness By Medlineplus
25. Folic AcidBy CDC
26. Spina BifidaBy Medlineplus
27. Good Nutrition in pregnancyBy ACT Government Health
28. High Blood Pressure in PregnancyBy Medlineplus
29. PS 10-23 ANTIHYPERTENSIVE POTENTIAL OF AVOCADO EXTRACT TOWARD HYPERTENSIVE RATS INDUCED BY DESOXYCORTICOSTERONE ACETATE (DOCA)-SALTBy Journal of Hypertension
30. Avocado consumption and risk factors for heart disease: a systematic review and meta-analysisBy The American Journal of Clinical Nutrition
31. Anaphylaxis related to avocado ingestion: a case and reviewBy NCBI
32. The latex-fruit syndromeBy Pubmed
Community Experiences
Join the conversation and become a part of our vibrant community! Share your stories, experiences, and insights to connect with like-minded individuals.