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अगर भोजन में पोषक तत्वों की अनदेखी की जाए, तो विभिन्न शारीरिक बीमारियों के साथ-साथ झड़ते बालों का भी सामना करना पड़ सकता है। इसकी चपेट में बड़े-बुजुर्ग तो आते ही हैं, साथ ही अब बच्चे भी इसका शिकार होने लगे हैं। कुछ बच्चों को तो कम उम्र में ही गंजेपन का सामना करना पड़ता है। ऊपर से हम उम्र बच्चों के तानों का सामना करना पड़ता है। इस संबंध में हम सभी को गंभीरता से सोचने की जरूरत है। यही कारण है कि मॉमजंक्शन के इस आर्टिकल में हमने इस विषय को उठाया है। इस आर्टिकल में हम बच्चों में बाल झड़ने की समस्या, कारण और उपचार के बारे में बात करेंगे।

सबसे पहले हम जानते हैं कि क्या बच्चों के बाल झड़ना आम बात है?

बच्चों में बाल झड़ना कितना आम है?

चिकित्सकों के अनुसार, बच्चों के बाल झड़ना भी अब एक आम समस्या हो गई है। 2 माह से 16 साल तक के बच्चों में ऐसा विभिन्न कारणों से हो सकता है। इसमें सबसे खास है बच्चों में आयरन और जिंक जैसे पोषक तत्वों की कमी का होना (1)

बच्चों के बाल झड़ने के क्या-क्या कारण हो सकते हैं, आइए इसे विस्तार से जानते हैं।

बच्चों के बाल झड़ने के कारण

जैसा कि आप ऊपर पड़ चुके हैं कि बच्चों में आयरन और जिंक की कमी बालों के झड़ने का अहम कारण है। यहां हम अन्य कारणों के बारे में विस्तार से बता रहे हैं। इसे हमने दो भागों में बांंटा है, चिकित्सकीय और गैर चिकित्सकीय कारण।

1. चिकित्सकीय कारण

बच्चों में बाल झड़ने के चिकित्सकीय कारण इस प्रकार हैं (1):

  • टेलोजेन एफ्लुवियम (Telogen Effluvium): यह समस्या बच्चों में तनाव या फिर किसी सदमे की वजह से होती है। कभी-कभी ऐसा गंभीर दुर्घटना या किसी बीमारी के कारण बच्चे के दिमाग पर गहरा असर पड़ने के कारण भी हो सकता है।
  • टिनिआ केपिटिस (Tinea Capitis): यह ऐसी बीमारी है जो स्कैल्प, भौंहों और पलकों की सतह पर फंगल इंफेक्शन के कारण होती है। ये संक्रमण बालों की कोमल त्वचा और रोम पर देखा जाता है।
  • बैक्टीरियल संक्रमण: इसमें हानिकारक बैक्टीरिया के कारण बाल जड़ों से कमजोर होकर टूटने लगते हैं।
  • ट्रिकोटिलोमेनिया (Trichotillomania): यह एक मानसिक विकार है, जिसमें त्वचा के बालों को बार-बार खींचने का मन करता है। इसके चलते भी बाल झड़ने लगते हैं।
  • एलोपेसिया अरेटा (Alopecia Areata): इसमें बाल अचानक झड़ने लगते हैं और खाली जगह पर सपाट चकत्ते उभर आते हैं।

2. गैर चिकित्सकीय कारण

बच्चों में बाल झड़ने के गैर चिकित्सकीय कारण में निम्नलिखित को शामिल किया गया है :

  • नीयोनेटल ऑक्सीपिटल एलोपेसिया (NOA): यह भी बालों से जुड़ी एक समस्या है, जो नवजात में पाई जाती है। इसे पूर्ण रूप से एलोपेसिया नहीं माना जाता है। शिशु में इसके लक्षण जन्म के 2-3 महीने बाद नजर आते हैं। ऐसा माना जाता है कि शिशु के सोन की अवस्था इसका एक अहम कारण हो सकती है (2)
  • ट्रैक्शन एलोपेसिया (Traction Alopecia): यह समस्या तब होती है, जब बालों को जरूरत से ज्यादा खींचा जाता है। आम तौर पर क्लिप लगाने और हेयर स्टाइल के लिए बालों पर ज्यादा खिंचाव डाला जाता है। इससे बालों की जड़े कमजोर हो जाती हैं और बाल झड़ने लगते हैं (1)

आइए, अब यह जान लेते हैं कि बाल झड़ने के लक्षण क्या-क्या होते हैं।

बच्चों के बाल झड़ने के लक्षण

बच्चों में बाल झड़ने के कई लक्षण हो सकते हैं, जैसे (1):

  • स्कैल्प पर किसी प्रकार के संक्रमण के कारण पपड़ी का जम जाना।
  • बालों का गुच्छों में टूटना।
  • बालों के प्राकृतिक रंग में बदलाव आना।
  • सिर में देर तक खुजली होना।
  • स्कैल्प में दर्द होना।

बच्चों के बाल झड़ने से संबंधित अन्य जानकारी के लिए पढ़ते रहें यह आर्टिकल।

बच्चों के बाल झड़ने का निदान

बच्चों के बाल झड़ने से रोकने के लिए किए जाने वाले निदान इस प्रकार हैं (3):

  • बच्चों के बाल किस कारण से झड़ रहे हैं, यह पता लगाने के लिए डॉक्टर पहले बच्चों के बालों से जुड़ी किसी पुरानी समस्या के बारे में पूछ सकते हैं।
  • इसके अलावा, बच्चे के स्कैल्प और बालों की जांच करके यह पता लगाते हैं कि कहीं फंगल तो नहीं है।
  • बालों को खींचकर उनकी मजबूती का पता लगाया जाता है।
  • साथ ही माइक्रोस्कोपी या ट्राइकोस्कोपी के द्वारा परीक्षण कर बालों की गुणवत्ता के बारे में पता लगाया जाता है ।

आइए, अब जान लेते हैं कि किस प्रकार बच्चाें के बालों को झड़ने से रोका जा सकता है।

बच्चों के झड़ते बालों के लिए मेडिकल उपचार

बच्चों के झड़ते हुए बालों को रोकने का उपचार उसके कारण पर निर्भर करता है। झड़ते बालों को रोकने के लिए मेडिकल ट्रीटमेंट कुछ इस प्रकार हैं (4) (5):

  • किसी दवा के साइड इफेक्ट्स के कारण बालों के झड़ने पर किसी प्रकार के उपचार की जरूरत नहीं होती। इस अवस्था में डॉक्टर बस दवा का सेवन बंद करने की सलाह दे सकते हैं।
  • स्कैल्प पर फंगल संक्रमण के उपचार के लिए दवा की आवश्यकता हो सकती है। अपने डॉक्टर से सलाह लेकर दवा का सेवन कर सकते हैं और रसायन रहित शैंपू का उपयोग कर सकते हैं।
  • बालों को झड़ने से रोकने के लिए डॉक्टर की सलाह पर इंजेक्शन या त्वचा पर क्रीम का उपयोग किया जाता है।
  • अल्ट्रावायलेट लाइट थेरेपी से भी इसका उपचार किया जा सकता है।
  • पोषक तत्वों की कमी भी बाल झड़ने की एक वजह है। ऐसे में डाइट में सभी जरूरी पोषक तत्वों को शामिल करना चाहिए।

आगे हम बता रहे हैं कि किस प्रकार से कुछ घरेलू उपचार के जरिए बालों को झड़ने से रोका जा सकता है।

बच्चों में बाल झड़ने से रोकने के घरेलू उपचार

वैसे तो बच्चों के बाल कुछ समय के बाद अपने आप वापस आ जाते हैं, लेकिन अगर बालों का टूटना बरकरार है, तो उसे निम्न घरेलू तरीकों से ठीक किया जा सकता है:

  1. भृंगराज तेल: भृंगराज तेल में मौजूद मेथनॉल नामक पोषक तत्व बालों के विकास को आसान बनाने में मदद कर सकता है। इसके तेल से नियमित मालिश स्कैल्प के रक्त संचार में मदद कर सकती है। यह तत्व बालों की जड़ तक जाता है और बालों को मजबूत करने के साथ ही बालों को झड़ने से भी रोक सकता है (6)
  1. आंवला: सदियों से आंवले का उपयोग बालों को स्वस्थ बनाने के लिए किया जा रहा है। इसमें विटामिन-सी के साथ-साथ क्वेरसेटिन जैसे कई पॉलीफेनोलिक यौगिक पाए जाते हैं। इन पोषक तत्वों से भरपूर आंवला बालों को मजबूती प्रदान के करने के साथ ही उनके विकास में मदद करता है। इसके अलावा, यह बालों को सफेद होने और झड़ने से रोकता है। साथ ही यह शरीर में कैल्शियम को अवशोषित करने में मदद करता है, जो हड्डियों के साथ-साथ बालों के लिए भी जरूरी है (7)
  1. प्याज का रस: क्या आप जानते हैं कि प्याज का रस आपके बालों के लिए कितना फायदेमंद हो सकता है। प्याज के रस का उपयोग कर आप न सिर्फ बालों के विकास को बढ़ाते हैं, बल्कि उन्हें टूटने से रोकते भी हैं। इसमें क्वेरसेटिन (quercetin) नामका घटक पाया जाता है, जो बालाें के विकास के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। अगर इसे सावधानी से इस्तेमाल किया जाए, तो आपको लाभ हो सकता है (8)
  1. बादाम का तेल: बादाम को अक्सर याददाश्त तेज करने के लिए जाना जाता है, लेकिन आप इसके प्रयोग से बालों को झड़ने से रोक सकते हैं। बादाम का तेल विटामिन-डी व ई के साथ-साथ कैल्शियम, मैग्नीशियम और आयरन से भी भरपूर होता है। बादाम के तेल में पाए जाने वाले ये पोषक तत्व आपके बालों को झड़ने से बचाने के साथ ही उनके विकास में मदद कर सकते हैं (9)
  1. ऑलिव ऑयल: बालों को झड़ने से रोकने के लिए और उनके विकास के लिए ऑलिव ऑयल भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है। यह एंटीऑक्सीडेंट के साथ-साथ विटामिन-ई से भी समृद्ध होता है। ये पोषक तत्व आपके बालों में प्राकृतिक चमक लाने के साथ ही उन्हें जड़ से मजबूत बनाने में मदद करते हैं (9)
  1. नारियल का तेल: नारियल का तेल हर घर में आसानी से मिल जाता है। इससे सिर की मसाज करने से बालों को झड़ने से रोकने के साथ ही स्कैल्प के संक्रमण को दूर करने में भी मदद मिल सकती है। इस तेल में कई पोषक तत्वों के साथ ही लॉरिक एसिड भी पाया जाता है, जिसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। लॉरिक एसिड स्कैल्प को बैक्टीरिया के कारण होने वाले संक्रमण से बचाता है, जो बाल झड़ने का एक कारण है (9)
  1. पाेषक तत्वोंं से भरपूर आहार: बालों के विकास और उनकी मजबूती के लिए प्रोटीन, जिंक और आयरन जैसे पोषक तत्वों की जरूरत होती है। ये न सिर्फ बालों को जड़ों से मजबूत करते हैं, बल्कि उन्हें घना और आकर्षक बनाने में भी आपकी मदद करते हैं। अपने आहार में इन पोषक तत्वों से भरपूर खाद्यों पदार्थों को शामिल करने से बालों के झड़ने की समस्या को दूर किया जा सकता है। आप इन पोषक तत्वों के लिए अपने आहार में दाल, राजमा, चने, योगर्ट, टोफू व सोयाबीन आदि को शामिल कर सकते हैं (9)

लेख के अंतिम हिस्से में हम बालों को स्वस्थ रखने के लिए कुछ अन्य काम की बातें बता रहे हैं।

बच्चों में बाल झड़ने की समस्या से कैसे निबटें?

थोड़े-बहुत बाल झड़ना आम बात है, लेकिन बालों का लगातार गुच्छों के रूप में झड़ना गंभीर समस्या है। इस कारण बच्चों में तनाव व चिड़चिड़ापन बढ़ जाता है। ऐसे में उसे अपने माता-पिता के सहयोग व प्यार की जरूरत होती है। ऐसे बच्चों को माता-पिता इस प्रकार समझा सकते हैं :

  • बाल झड़ने की समस्या के चलते तनाव से ग्रस्त बच्चे को समझाया जा सकता है कि ये आम बात है और जल्दी ही सुन्दर व मजबूत बाल वापस आ जाएंगे।
  • आप उन्हें बताएं कि बिना बालों के भी वो बहुत सुंदर लगते हैं। अगर बाल नहीं है, तो भी कोई बात नहीं है।
  • आप उन्हें समझाएं कि अगर बाल ज्यादा गिरते हैं, तो कैसे बालों की देखभाल की जाए और उन्हें क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।
  • उनके झड़ते बाल या फिर गंजेपन के लिए उन पर कमेंट न करें। वहीं, अगर कोई और कमेंट कर रहा है, तो उसे समझाएं और अपने बच्चे के साथ दोस्त जैसा व्यवहार करें।
  • अगर वो विग पहनने की जिद करते हैं, तो डॉक्टर की सलाह के अनुसार उन्हें विग पहनने दें। उन्हें मना न करें (5)।

आपने इस आर्टिकल में जाना कि बालों का झड़ना आम बात है, लेकिन बच्चों में ज्यादा बालों का झड़ना एक गंभीर समस्या हो सकती है। फिर भी इसके निदान और उपचार के सही तरीके से इस स्थिति को दूर किया जा सकता है। साथ ही आपने जाना कि किस प्रकार से घरेलू उपचार के जरिए इस परेशानी को दूर किया जा सकता है और बच्चे के तनाव व चिड़चिड़ेपन को कम किया जा सकता है। यह आर्टिकल आपके व आपके परिचितों के लिए किस प्रकार फायदेमंद रहा, नीचे कमेंट बाॅक्स में जरूर बताएं। साथ ही अगर आपका कोई सवाल या अनुभव है, तो उसे हमारे साथ जरूर साझा करें।

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