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बच्चों के शरीर और सेहत के प्रति लापरवाही कई प्रकार के संक्रमण और समस्याओं का कारण बन सकती है। ऐसी ही एक समस्या है सिर में जूं का हाेना है। जुएं सिर में अंडे देती हैं और सिर का खून चूसकर पनपती हैं। सिर में दर्द होने के साथ ही जुओं के कारण त्वचा संक्रमण और खुजली जैसी समस्याएं हो सकती हैं। जुएं बहुत तेजी से बढ़ती हैं और ये एक सिर से दूसरे व्यक्ति के सिर में आसानी से चली जाती हैं। माॅमजंक्शन के इस आर्टिकल में हम बच्चों के सिर में पनपने वाली जुओं के बारे में बता रहे हैं। साथ ही हम जुओं के होने के कारण और इनसे बचने के उपायों के बारे में भी जानेंगे।
आर्टिकल में सबसे पहले हम बता रहे हैं कि जूं क्या हैं।
बालों में जूं (लीख) क्या है?
सिर की जुएं सुक्ष्म आकार की परजीवी होती हैं, जो बालों में रहती हैं और स्कैल्प से खून चूसती हैं। जूं के काटने से खुजली भी होती है। ये भूरे रंग की और आकार में स्ट्रॉबेरी के बीज के सामान होती हैं। जूं के अंडों को निट्स कहा जाता है, जो ज्यादातर बालों की जड़ों के पास रहती हैं। मादा जूं एक प्रकार का तरल पदार्थ निकालती है, जिस कारण ये अंडे बालों की जड़ों से चिपके रहते हैं। एक बार बालों में घुस जाने के बाद जुएं अपने आप दूर नहीं होती हैं, लेकिन ऐसे कई उपचार हैं, जो इन छोटे जीवों से छुटकारा दिला सकते हैं (1)।
यहां हम आपकाे बता रहे हैं कि बालों में जूं का होना कितना आम है।
बालों में जूं का होना कितना आम है?
बच्चों के सिर में जुओं का होना सबसे आम हैं। खासकर 3 से 12 साल के बच्चों के बीच इन्हें देखा जा सकता है। हालांकि, इस विषय में सटीक आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं, यह सिर्फ अनुमान लगाया गया है कि 1 से 3 प्रतिशत तक बच्चों के सिर में जुएं हो सकती हैं (1)।
जूं के बारे में जानने के बाद आगे हम बता रहे हैं कि ये किन कारणों से पनपनती हैं।
बालों में जुओं के होने के क्या कारण हैं?
सिर में जुएं होने का मुख्य कारण संक्रमण माना गया है। कुछ लोगों का मानना है कि सिर में जुओं के होने का कारण सिर की गंदगी हो सकती है, लेकिन यह सही नहीं है। जुओं को वैज्ञानिक भाषा में पेडिक्युलोसिस कैपिटिस (Pediculus capitis) कहा जाता है। शोध में पाया गया कि सिर में जूं होने के कई कारण हो सकते हैं, जिनके बारे में हम नीचे बता रहे हैं (1) (2)।
- जुएं एक बच्चे के बालों से दूसरे के बालों में आसानी से आ सकती हैं।
- जुओं से प्रभावित व्यक्ति के बिस्तर या कपड़े उपयोग करने से भी जुओं की समस्या हो सकती है।
- जुओं से प्रभावित व्यक्ति की टोपी, तौलिया, ब्रश या कंघी का इस्तेमाल करने से भी यह समस्या हो सकती है।
आइए, अब यह जानते हैं कि कैसे पता किया जाए कि बालों में जूं है या नहीं।
बालों में जूं (लीख) होने के लक्षण
हालांकि, जुएं बहुत छोटी होते हैं और बालों में उन्हें देख पाना आसान नहीं होता। फिर भी कुछ लक्षणों से उनके होने का पता चल सकता है। ये लक्षण कुछ इस प्रकार हैं (3):
- जुओं के अंडों (निट्स) का दिखाई देना: बालों में डैंड्रफ की तरह दिखाई देने वाले छोटे पीले या भूरे रंग के जुओं के अंडों को देखा जा सकता है।
- खुजली और सरसराहट: जूओं के काटने पर खुजली शुरू हो सकती है। ये दिन में कई बार खून चूस सकते हैं। इसके अलावा, जब जुएं सिर में चलती हैं, तो इससे सरसराहट महसूस हाे सकती है। सिर में हो रही खुजली और सरसराहट होना भी जुओं के होने का लक्षण हो सकता है।
- छोटे लाल निशान या खरोंच: लगातार खुजली के कारण त्वचा पर छोटे-छोटे लाल निशान और अधिक रगड़ने से बैक्टीरिया का संक्रमण हो सकता है। इससे गर्दन के पीछे सूजन और लालीमा हो सकती है। अगर सिर, गर्दन और कंधों पर छोटे-छोटे दाने जैसे नजर आएं, तो यह भी जुओं के होने के लक्षण हो सकते हैं।
इसके अलावा नीचे दिए कुछ लक्षण भी जूं के होने का संकेत हो सकते हैं (1)।
- बालों में किसी चीज का रेंगना महसूस होना।
- रात को नींद न आना, क्योंकि अंधेरे में जुएं अधिक सक्रिय हो जाती हैं।
जुओं के होने के लक्षणों को तो जान लिया, लेकिन यह कैसे पता करें कि बच्चों के बालों में जुएं है या नहीं उसके बारे में यहां बताया जा रहा है।
कैसे पता करें कि बच्चे के बालों में जुएं हैं या नहीं?
आकार मे छोटी होने के कारण जुएं बालों में आसानी से छिप जाती हैं। इसलिए, यह पता करना आसान नहीं होता कि बच्चों के बालों में जुएं हैं या नहीं। यहां पर हम कुछ आसान तरीके बता रहे हैं, जो बच्चों के बालों में जुओं के होने का पता लगाने में मदद कर सकती हैं (3)।
- बच्चों के बालों को करीब से देखें। अगर उनमें डैंड्रफ जैसा कुछ दिखाई दे, तो उसको निकालें। अगर वो आसानी से न निकले और बालों में अटक जाएं, तो समझिए कि यह निट्स यानी जुओं के अंडे हैं।
- बालों को शैंपू और कंडीशनर से धोने के बाद बारीक कंघी का उपयोग करके जांच करना सबसे अच्छा तरीका हो सकता है। कंघी को सफेद तौलिये या फिर टिश्यू पर पोंछकर देख सकते हैं। हो सकता है उसमें जुएं दिखाई दे जाएं।
- बच्चा बार-बार सिर में खुजली करता है, तो हो सकता है कि उसके सिर में जुएं हों। जुएं बालों के शाफ्ट के बेस के साथ करीब डेढ़ इंच तक चिपकी रहती हैं।
लेख के इस भाग में हम बता रहे हैं कि किस प्रकार से जुओं को बालों से निकाला जा सकता है।
बालों से लीख निकालने का इलाज | Balo Se Ju Nikalne Ka Tarika
बालों से जुओं को निकालने के दो प्रमुख तरीके हो सकते हैं, जो इस प्रकार हैं (3):
- मेडिसीन: आज कल बाजार में कई प्रकार के मेडिकेटेड शैंपू, क्रीम और लोशन उपलब्ध हैं, जिनकी मदद से जुओं को सिर से निकाला जा सकता है या फिर उन्हें मारा जा सकता है। ऐसे शैंपू व क्रीम को इस्तेमाल करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि ये बच्चे के लिए सुरक्षित हैं या नहीं। इस संबंध में डॉक्टर की सलाह भी ली जा सकती है।
- हाथ से निकालना: दवाओं के अलावा एक और आसान और देसी तरीका हाथों के जरिए जुओं को निकालना है। यह उन लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है, जो दवाओं का उपयोग नहीं करना चाहते हैं। इसके अलावा, 3 सप्ताह तक गीले बालों में छोटे दांतों वाली कंघी का उपयोग करके जुओं को निकाला जा सकता है।
आगे हम बालों से जुओं को निकालने के कुछ आसान और कारगर घरेलू उपाय बता रहे हैं।
बालों से लीख हटाने के 7 घरेलू उपाय
अगर बालों में जुएं दिखाई दें, तो शुरुआती तौर पर कुछ घरेलू उपचारों के जरिए इस समस्या को कम किया जा सकता है। यहां हम कुछ ऐसे ही घरेलू उपचार बता रहे हैं:
1. नारियल का तेल
सामग्री :
- 1 चम्मच नारियल का तेल
- शॉवर कैप
- शैंपू
- कंघी
कैसे उपयोग करें :
- तेल को हल्का गर्म करके इसे बालों की अच्छी तरह से मालिश करें।
- कुछ मिनट तक मालिश करें और फिर अपने बालों को शॉवर कैप से कवर कर दें।
- शॉवर कैप से कम से कम दो घंटे तक ऐसे बालों को कवर रहने दें।
- इसके बाद कंघी करें और मरी हुई जुओं को निकाल दें।
- इसके बाद शैंपू से बालों को अच्छी तरह से धो लें।
कितनी बार करें :
- इस प्रक्रिया को हफ्ते में कम से कम एक या दो बार किया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :
नारियल का तेल न सिर्फ बालों को मजबूत और चमकदार बनाने में सहायक है, बल्कि यह जुओं की समस्या से छुटकारा पाने में मददगार साबित हो सकता है। शोध में पाया गया है कि नारियल के तेल का उपयोग जुओं को मारने और उनकी रोकथाम में 80 प्रतिशत तक कारगर साबित हो सकता है (4)।
2. नीम का तेल
सामग्री :
- 1 चम्मच नीम का तेल
- शैंपू
- कंघी
कैसे उपयोग करें :
- शैंपू में नीम के तेल की कुछ बूंदें मिला लें।
- फिर इससे बालों को धोएं।
- बालों को धोने के बाद अच्छे से कंघी करें।
कितनी बार करें :
- इस शैंपू का इस्तेमाल हफ्ते में 2 से 3 बार किया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :
जुओं की समस्या दूर करने के लिए हर्बल उपचार के रूप में तेलों का प्रयोग किया जा सकता है। इनमें नीम का तेल भी शामिल है। एक रिसर्च के अनुसार, शैंपू में नीम के तेल को मिलाने से या फिर नीम युक्त शैंपू का इस्तेमाल करने से जुओं का विकास रुक सकता है। साथ ही नीम युक्त शैंपू इस्तेमाल करने से जुओं को सांस लेने में परेशानी हुई, जिस कारण वो नष्ट हो गए। इसके अलावा, अगर जुओं व उसके अंडों को लगभग 10 मिनट के लिए नीम के बीज के अर्क या फिर तेल से पूरी तरह से कवर कर दिया जाए, तो यह एक बार में ही सिर की जुओं को पूरी तरह से खत्म करने में फायदेमंद हो सकते हैं (5)।
3. जैतून का तेल
सामग्री :
- 2 चम्मच जैतून का तेल
- शॉवर कैप
कैसे उपयोग करें :
- रात को सोने से पहले जैतून के तेल से बालों की मालिश करें।
- मालिश करने के बाद शॉवर कैप से बालों को कवर कर लें।
- अगली सुबह बालों में कंघी करें, ताकि जुएं निकल जाएं।
- जुएं निकल जाने के बाद थोड़े गरम पानी से अपने बाल को धो लें।
कितनी बार करें :
इसे सप्ताह में एक से दो बार तक किया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :
बच्चों के लिए जैतून तेल का उपयोग किया जा सकता है। कई शोध में पाया गया है कि जैतून तेल कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने में फायदेमंद है। जुंओं की समस्या को दूर करना उन्हीं में से एक है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार, जैतून के तेल का उपयोग जुओं की समस्या से छुटकारा दिलाने में फायदेमंद हो सकता है (6)।
4. नमक
सामग्री :
- एक चौथाई कप नमक
- एक चौथाई कप सिरका
- स्प्रे बोतल
- शॉवर कैप
कैसे उपयोग करें :
- नमक और सिरके को मिलाकर घोल बना लें और स्प्रे बोतल में डाल दें।
- फिर घोल का बालों पर अच्छी तरह से स्प्रे करें। ध्यान रहे कि यह घोल आंखों और कान में न जाए।
- स्प्रे करने के बाद बालों को शॉवर कैप से कवर करें और इसे एक या दो घंटे के लिए छोड़ दें।
- इसके बाद बालों को शैंपू से अच्छी तरह से धो लें।
कितनी बार करें :
इस विधि को हफ्ते में दो या तीन बार कर सकते हैं।
कैसे है लाभदायक :
शोध में पाया गया है कि जुएं मारने के उपाय में नमक को इस्तेमाल करना भी फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, सोडियम क्लोराइड (नमक का रासायनिक नाम) का इस्तेमाल जुओं से छुटकारा दिलाने में सहायक साबित हो सकता है। इसलिए, ऐसा माना जा सकता है कि नमक का इस्तेमाल जुओं की समस्या से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकता है (7)।
5. टी ट्री ऑयल
सामग्री :
- टी ट्री ऑयल की कुछ बूंदें
- तौलिया
- कंघी
कैसे उपयोग करें :
- सोने से पहले बालों पर टी ट्री ऑयल की कुछ बूंदें लगाएं।
- तकिये पर तौलिया रखें और सो जाएं।
- अगली सुबह मरी हुई जुओं को निकालने के लिए कंघी का उपयोग करें।
कितनी बार करें :
इस प्रक्रिया को हफ्ते में तीन बार दोहरा सकते हैं।
कैसे है लाभदायक :
टी ट्री ऑयल में कीटनाशक और ओविसाइडल (कीट के अंडों को नष्ट करने वाला) गुण होता है। इसका उपयोग जुओं और उसके अंडों से छुटकारा दिलाने में सहायक हो सकता है। जैसा कि ऊपर दिया जा चुका है कि जुएं एक परजीवी कीट हैं और इससे छुटकारा दिलाने में टी ट्री ऑयल का कीटनाशक गुण उपयोगी साबित हो सकता है (8)।
6. नीलगिरी का तेल
सामग्री :
- नीलगिरी तेल की कुछ बूंदें
- टी ट्री ऑयल की कुछ बूंदें
- शॉवर कैप
- कंघी
कैसे उपयोग करें :
- नीलगिरी के साथ टी ट्री ऑयल को मिक्स करें और इसे बालों पर अच्छी तरह से लगाएं।
- इसके बाद शॉवर कैप लें और उससे बालों को ढक दें।
- तेल को रात भर के लिए लगा रहने दें।
- अगली सुबह मरी हुई जुओं को निकालने के लिए कंघी का उपयोग करें।
कितनी बार करें :
इस क्रिया को तब तक करें जब तक कि जुएं पूरी तरह से निकल न जाएं।
कैसे है लाभदायक :
जुओं की समस्या को कम करने के लिए नीलगिरी तेल का उपयोग फायदेमंद हो सकता है। इस विषय पर की कई एक रिसर्च के अनुसार, नीलगिरी तेल का उपयोग करके जुओं से छुटकारा पाया जा सकता है। इसके अलावा, शोध में पाया गया कि नीलगिरी तेल का इस्तेमाल करने पर यह स्कैल्प की त्वचा के लिए भी सुरक्षित है (9)।
7. वेजिटेबल ऑयल
सामग्री :
- 1 छाेटा चम्मच वेजिटेबल ऑयल
- शैंपू
- कंघी
- शॉवर कैप
कैसे उपयोग करें :
- सबसे पहले बालों पर वेजिटेबल ऑयल से मालिश करें।
- इसके बाद बालों पर शॉवर कैप लगा लें।
- रात भर बालों को शॉवर कैप से कवर रखें।
- अगली सुबह नहाते समय बालों को शैंपू से धो लें।
- धाेने के बाद आराम-आराम से कंघी के जरिए जुओं को निकालें।
कितनी बार करें :
इस विधि को कुछ समय तक कर सकते हैं, जब तक कि जुएं और अंडे पूरी तरह से निकल नहीं जाते।
कैसे है लाभदायक :
वेजिटेबल ऑयल का इस्तेमाल कई प्रकार से किया जा सकता है। आयुर्वेद के अनुसार सिर में जुओं की समस्या को दूर करने के लिए भी इसका उपयोग किया जा सकता है। शोधकर्ताओं का मानना है कि वेजिटेबल ऑयल जुओं पर न्यूरोटॉक्सिन (एक तरह का जहर) की तरह काम करता है, जो जुओं के साथ-साथ उनके अंडों को निकालने में भी मददगार साबित हो सकता है। फिलहाल, इस संबंध में अधिक शोध उपलब्ध नहीं हैं (10)।
घरेलू उपायों के बाद हम यहां बता रहे हैं कि बच्चों के बालों में लीख होने से कैसे बचाया जा सकता है।
बच्चों को बालों में लीख होने से कैसे बचाएं?
जुओं को रोकने के लिए निश्चित तौर पर कोई सटीक तरीका नहीं है, लेकिन कुछ उपायों को अपना कर जुओं की समस्या से बच्चों को बचाया जा सकता है। ये उपाय कुछ इस प्रकार हो सकते हैं (1)।
- अपने बच्चों को उन लोगों से दूर रखें, जो जुओं की समस्या से जूझ रहे हों।
- ध्यान रहे कि बच्चे अपनी टोपी, स्कार्फ या हेयरब्रश जैसी चीजें दूसरे बच्चों के साथ साझा न करें।
- बच्चों की कंघी और ब्रश को समय-समय पर गर्म पानी और साबुन से अच्छी तरह साफ करते रहें।
- स्लीपिंग बैग, कपड़े और तौलिये को कम से कम 60 डिग्री सेल्सियस पर धोएं या ड्रायर करें।
- जब सिर से जुएं निकल जाती हैं, तो वो लंबे समय तक जीवित नहीं रहती हैं। इसलिए, घर की समय-समय पर सफाई करना जरूरी है।
- जुओं से संक्रमित व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल की गई चादर व अन्य सामान को 54.4 डिग्री सेल्सियस तापमान वाले गर्म पानी में अच्छी तरह धोकर ही इस्तेमाल करना चाहिए।
आगे हम बता रहे हैं कि जुओं का इलाज न करने पर क्या हो सकता है।
अगर बालों से जुएं न निकालें, तो क्या होगा?
समय रहते जुओं का इलाज न करने पर त्वचा पर संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। यहां पर हम जुओं की वजह से होने वाले संक्रमण के बारे में बता रहे हैं (11)।
- पेडिक्युलोसिस कैपिटिस (Pediculosis capitis): यह जुओं के कारण सिर पर होने वाला एक प्रकार का संक्रमण है। यह बच्चों में सबसे आम हाेता है।
- इम्पीटिगो (Impetigo): इम्पीटिगो भी त्वचा संक्रमण है, जो जुओं के कारण हो सकता है। यह संक्रमण आमतौर पर बच्चों में अधिक देखा जाता है। इसके लक्षणों में छोटे-छोटे फफोले, दाने व काले रंग की परत शामिल है।
- संख्या में वृद्धि: जुओं की संख्या तेजी से बढ़ती है। अगर इनकाे सही समय पर न निकाला जाए, तो ये सिर में तेजी से फैल सकते हैं और गंभीर संक्रमण का कारण बन सकते हैं।
जुओं की समस्या को लेकर डॉक्टर के पास कब जाना चाहिए, लेख के इस हिस्से में इसी बारे में बताया जा रहा है।
डॉक्टर के पास कब जाएं
अगर घरेलू उपचार और दवाइयां जुओं पर बेअसर साबित हों, तो डॉक्टर को दिखाना जरूरी है। इसके अलावा, अगर त्वचा पर संक्रमण हो गया हो, जैसे कि लाल त्वचा या फिर खुजली की अधिक समस्या, तो डॉक्टर को दिखाना ही फायदेमंद रहेगा (2)।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
क्या सिर में जुएं होना संक्रामक हैं?
हां, सिर में जुएं होना संक्रामक है। साथ ही इनकी वजह से त्वचा का संक्रमण भी हो सकता है (2)।
अगर बालों में जुएं हों, तो क्या बच्चों को स्कूल भेजना चाहिए?
हां, ऊपर दी गई सावधानियां बरतने के साथ आप बच्चों को स्कूल भेज सकते हैं। साथ ही यह भी जरूरी है कि आप समय-समय पर चेक करते रहें कि बच्चों को सिर में जुएं तो नहीं पनप रहीं।
अगर किस बच्चे के सिर में जुएं हैं, तो यह शर्मिंदगी की बात नहीं है, बल्कि समय रहते इससे निपटने की जरूरत है। इस आर्टिकल में हमने ऐसे कई घरेलू उपचार बताए हैं, जो इस समस्या को जड़ से खत्म कर सकते हैं। साथ ही आर्टिकल में दी गई सावधानियों को भी ध्यान में रखें, ताकि जुंओं को पनपने से रोका जा सके। हम उम्मीद करते हैं आर्टिकल में दी गई जानकारी आपके लिए फायदेमंद साबित होगी।
References
1. Head lice: Overview By NCBI
2. Head lice By MedlinePlus
3. Head lice By KidsHealth
4. Efficacy of chemical and botanical over-the-counter pediculicides available in Brazil, and off-label treatments, against head lice ex vivo. By NCBI
5. Ovicidal effects of a neem seed extract preparation on eggs of body and head lice. By NCBI
6. Home remedies to control head lice: assessment of home remedies to control the human head louse, Pediculus humanus capitis (Anoplura: Pediculidae). By NCBI
7. Pharmacology & Pharmacy, 2013, *, **-** Evaluation of the Efficacy and Safety of 1% Sodium Chloride (LiceFreee Spray) against 1% Permethrin Crème Rinse on Head Lice Infested Individuals By Academia
8. Activity of tea tree oil and nerolidol alone or in combination against Pediculus capitis (head lice) and its eggs By NCBI
9. The efficacy of Australian essential oils for the treatment of head lice infestation in children: A randomised controlled trial By NCBI
10. How can head lice be treated? By NCBI
11. More common skin infections in children By NCBI
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