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चाय का सेवन हम सभी के बीच काफी प्रचलित है। घर में बड़ों को चाय पीते देखकर बच्चों को भी इसकी आदत लगने में वक्त नहीं लगता। हालांकि, चाय के कुछ स्वास्थ्य लाभ हैं, तो कुछ नुकसान भी। सोचने वाली बात यह है कि क्या बच्चों के लिए चाय का सेवन सुरक्षित है। अक्सर माता-पिता में इसे लेकर असमंजस की स्थिति बनी रहती है। यही कारण है कि मॉमजंक्शन के इस लेख में हम बच्चों को चाय पिलाने की सही उम्र से लेकर फायदे व नुकसान से जुड़ी विस्तृत जानकारी लेकर आए हैं। यहां आप यह भी जानेंगे कि अगर बच्चों को चाय की लत लग चुकी है, तो उसे कैसे छुड़ाया जा सकता है।
लेख के सबसे पहले भाग में जानेंगे कि क्या बच्चों को चाय देना सही है।
क्या बच्चों को चाय देना सही है?
जब बात बच्चों को चाय देने की करें, तो सबसे पहले चाय में इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री पर ध्यान देना जरूरी है। दरअसल, ग्रीन टी हो या ब्लैक टी, सभी कैफीन युक्त होती हैं। वहीं, बच्चों के लिए कैफीन युक्त चाय का सेवन सुरक्षित नहीं माना जाता है (1)। ब्लैक टी या ग्रीन टी की जगह बच्चों के लिए हर्बल चाय का चुनाव किया जा सकता है (2)।
दरअसल, हर्बल चाय पौधों की पत्तियां व जड़ों से बनाई जाती है, जिनमें आमतौर पर कैफीन नहीं होता है (1)। हालांकि, बच्चों को हर्बल टी देने से पहले इस बात का खास ख्याल रखें कि चाय में इस्तेमाल होने वाली किसी भी सामग्री से उन्हें एलर्जी तो नहीं है। बच्चों के लिए हर्बल चाय कैसे तैयार कर सकते हैं, इसके बारे में लेख में आगे विस्तृत जानकारी दी गई है।
बच्चे को चाय पिलाना सही है या नहीं, यह जानने के बाद अब जानेंगे बच्चों को चाय पिलाने की सही उम्र।
बच्चों को चाय पिलाने की सही उम्र क्या है?
जैसा कि लेख में पहले ही बताया जा चुका है कि छोटे बच्चों को ब्लैक और ग्रीन टी का सेवन कराने से परहेज करना चाहिए। वहीं, डब्लूएचओ की मानें, तो दो साल से कम उम्र वाले बच्चों को चाय का सेवन नहीं कराना चाहिए। इसके अलावा यह भी बताया गया है कि कुछ देशों में लोग बच्चों को कम उम्र में चाय का सेवन कराते हैं, जिसके नकारात्मक प्रभाव देखे गए हैं (3)।
वहीं, बच्चों को हर्बल टी का सेवन कराया जा सकता है। इसे लेकर बच्चों की उम्र निर्धारित नहीं की गई है, लेकिन छह महीने के बाद बच्चों को सभी स्वस्थ व पौष्टिक पदार्थों का सेवन कराने की सलाह दी जाती है। इस दौरान बच्चों को मां के दूध के साथ दूसरे तरल पदार्थों से परिचित कराना अच्छा माना जाता है (4)। ऐसे में हर्बल टी के रूप में बच्चे के लिए कैमोमाइल टी और सौंफ की चाय बेहतर विकल्प हो सकते हैं (5) (6)। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि शिशु को छह महीने बाद कैफीन फ्री हर्बल टी पीने के लिए दे सकते हैं।
चलिए, अब बात करते हैं बच्चों को चाय पिलाने के फायदे के बारे में।
बच्चों को चाय पिलाने के फायदे
जैसा कि हमने लेख में ऊपर बताया है कि बच्चे को कैफीन युक्त चाय पिलाना सेहतमंद नहीं है, लेकिन हर्बल टी का सेवन कराया जा सकता है। लेख में आगे रिसर्च के आधार पर बच्चों के लिए हर्बल चाय के फायदे बता रहे हैं। ये फायदे कुछ इस प्रकार हो सकते हैं।
- पाचन क्रिया में सुधार के लिए: बच्चों में पाचन संबंधित परेशानियों को दूर करने के लिए हर्बल चाय के रूप में कैमोमाइल टी का सेवन कराया जा सकता है। एनसीबीआई पर उपलब्ध एक शोध की मानें तो कैमोमाइल टी बच्चों को कब्ज, डायरिया, एसिडिटी आदि से राहत दिलाने में सहायक हो सकती है (5)। इसके अलावा, बच्चों में कब्ज और दस्त की परेशानी से राहत पाने के लिए सौंफ की चाय को गुणकारी माना जाता है। सौंफ में मौजूद गुण पाचन क्रिया में काफी हद तक सुधार कर सकते हैं (6)।
- संक्रमण से बचाव के लिए: बच्चों को संक्रमण से सुरक्षा कवच प्रदान करने के लिए सौंफ की चाय का सेवन फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, सौंफ से सबंधित एक रिसर्च में इस बात का जिक्र मिलता है कि इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल प्रभाव पाए जाते हैं (7)। बच्चों को किसी भी तरह के फंगल या बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचाव में ये दोनों प्रभाव अहम भूमिका निभा सकते हैं।
- पेट दर्द से राहत: अगर बच्चे को पेट दर्द की समस्या है, तो अदरक और नींबू से तैयार हर्बल टी का सेवन करने की सलाह दी जाती है। एक वैज्ञानिक रिसर्च के मुताबिक, अदरक में एंटीस्पास्मोडिक प्रभाव मौजूद होता है, जो पेट दर्द से राहत दिला सकता है (8)। यही कारण है कि बच्चों को पेट दर्द की शिकायत होने पर अदरक और नींबू की चाय का सेवन कराना लाभकारी माना जाता है।
- बुखार के लिए: बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है, जिस वजह से उनमें हल्का-फुल्का बुखार होना आम है। वहीं, कैमोमाइल से संबंधित एक शोध में इसे बच्चों में बुखार से राहत के लिए उपयोगी माना गया है (5)।
- सर्दी-खांसी के लिए: बच्चों को सर्दी जुकाम व खांसी से राहत दिलाने के लिए भी नींबू और अदरक की चाय का सेवन कराया जा सकता है। दरअसल, नींबू में मौजूद विटामिन-सी सर्दी व जुखाम से लड़ने में मदद कर सकता है (9)। वहीं, अदरक का उपयोग प्राचीन समय से सर्दी व जुखाम के लिए किया जा रहा है (10)।
अब जानिए बच्चों को चाय पिलाने के क्या नुकसान हो सकते हैं।
बच्चों की सेहत पर चाय पीने के नुकसान
बच्चों के स्वास्थ्य के लिए कैफीन युक्त चाय के कई दुष्परिणाम हो सकते हैं। वहीं, लेख में बच्चों को हर्बल टी के फायदों के बारे में जानकारी दी गई है, लेकिन कुछ मामलों में इसके भी दुष्प्रभाव हो सकते हैं। यही वजह है कि सावधानी के तौर पर नीचे बच्चों की सेहत पर चाय से होने वाले नुकसान की जानकारी दे रहे हैं:
- चाय में मौजूद कैफीन बच्चों के मस्तिष्क विकास में बाधा उत्पन्न कर सकता है। इसके अलावा, कैफीन बच्चे की नींद व खाने के पैटर्न को भी खराब कर सकता है (11)।
- चाय का सेवन करने से सीने में जलन, कैल्शियम के अवशोषण में बाधा, उच्च रक्तचाप आदि का जोखिम हो सकता है। कुछ मामलों में यह बेचैनी, सिरदर्द की परेशानी, अनिद्रा यानी नींद न आना, चक्कर, डिहाइड्रेशन, चिंता आदि साइड इफेक्ट्स का कारण भी बन सकता है (12)।
- बच्चों को लगातार चाय या फिर कॉफी का सेवन कराने से उनमें मधुमेह का खतरा बढ़ सकता है (13)।
- बच्चों को अधिक मात्रा में अदरक का सेवन कराने से दस्त, सीने में जलन, पेट में ऐंठन आदि दुष्प्रभाव हो सकते हैं (14)।
- एक साल से छोटे बच्चों को शहद का सेवन कराने से बोटुलिज्म यानी फूड पॉइजनिंग का जोखिम अधिक हो सकता है (15)। इसलिए, एक साल से बड़े बच्चों को ही अदरक और शहद से तैयार चाय का सेवन कराने की सलाह दी जाती है।
- अधिक मात्रा में सौंफ की चाय का सेवन कराने से विषाक्तता के जोखिम का कारण बन सकती है (16)।
- कुछ बच्चों को नींबू का सेवन कराने से एलर्जी का कारण बन सकता है (17)।
अब बच्चों के लिए चाय के स्वस्थ विकल्प के बारे में जानते हैं।
बच्चों के लिए चाय के स्वस्थ विकल्प
लेख में दी गई अब तक की जानकारी से ये तो समझ ही गए होंगे कि बच्चों की सेहत पर कैफीन का क्या प्रभाव पड़ता है। इसलिए अगर चाहे तो बच्चों के लिए चाय की बजाए कुछ स्वस्थ विकल्प का चुनाव कर सकते हैं।
1. हर्बल चाय : कैफीन युक्त चाय की जगह बच्चों को हर्बल चाय का सेवन कराया जा सकता है, यह कई सारे स्वास्थ लाभ भी प्रदान कर सकता है (2)। हर्बल टी में बच्चों को कैमोमाइल टी व सौंफ की चाय दे सकते हैं।
- कैमोमाइल टी: एनसीबीआई पर उपलब्ध एक शोध के अनुसार बच्चों को बुखार और पेट दर्द की शिकायत में कैमोमाइल का प्रयोग किया जाता है (5)। वहीं, अगर बच्चे को गेंदा, रैगवीड, डेजी और गुलदाउदी से एलर्जी है, तो इस चाय को देने से बचें (18)।
- सौंफ की चाय: बच्चों के लिए सौंफ की चाय का सेवन फायदेमंद माना जाता है। एक शोध में इस बात का जिक्र मिलता है कि बच्चों में कॉलिक यानी अज्ञात कारणों से लगातार रोते रहने से राहत प्रदान कर सकती है (19)। इस आधार पर बच्चों के लिए सौंफ की चाय को एक बेहतर विकल्प माना जा सकता है।
2. नारियल पानी: नारियल पानी बच्चों के लिए फायदेमंद हो सकता है, बच्चे में दस्त और डिहाइड्रेशन के जोखिम को कम कर सकता है (20)। ध्यान रहे कि इस तरह की समस्याओं से जुड़ी गंभीर परिस्थितियों में डॉक्टर से संपर्क करें।
3. संतरे का जूस : शोध की मानें तो बच्चे के आहार में संतरे का जूस शामिल किया जा सकता है, इससे शरीर में आयरन के अवशोषण को बढ़ाया जा सकता है (21)।
4. नारियल का दूध : नारियल का दूध बच्चों को दिया जा सकता है, इसमें मौजूद फैट, फाइबर और विटामिन ई व सी के साथ ही आयरन, कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम और जिंक जैसे मिनरल्स गुणों से भरपूर होता है (22) जो कई तरह से स्वास्थ लाभ प्रदान कर सकता है।
अब जानते हैं बच्चों के लिए कुछ सेहतमंद चाय व उनकी रेसिपी के बारे में ।
बच्चों के लिए कुछ फायदेमंद चाय और उनकी रेसिपी
अब बारी है बच्चों के लिए कुछ फायदेमंद चाय के बारे में बात करने की, आइए जानते हैं कैसे बनाए ये चाय।
1. कैमोमाइल टी
सामग्री:
- एक चम्मच सूखे कैमोमाइल फूल
- एक कप पानी
- आधा चम्मच चीनी या शहद (वैकल्पिक)
बनाने की विधि:
- सबसे पहले बर्तन में एक कप पानी को उबाल लें।
- फिर कैमोमाइल के फूलों को गर्म पानी में मिलाकर 2 से 3 मिनट के लिए छोड़ दें।
- अगर मन हो तो उसमें स्वाद के लिए शहद या चीनी मिला सकते हैं।
- चाय तैयार है अब बच्चे को पीने के लिए दे सकते हैं।
2. नींबू और अदरक की चाय
सामग्री:
- एक इंच अदरक का टुकड़ा
- एक कप पानी
- आधा नींबू कटा हुआ
- शहद स्वाद के लिए (वैकल्पिक)
बनाने की विधि:
- सबसे पहले एक बर्तन में एक कप पानी डालकर गैस पर गर्म होने के लिए रख दें।
- फिर अदरक को पहले पतला-पतला काट लें या चाहें तो इसे कद्दुकस भी कर सकते हैं।
- इसके बाद नींबू को छोटे छोटे टुकड़ो में काट लें।
- पानी में उबाल आने के बाद उसमें कटा हुआ अदरक व नींबू डाल दें।
- इसके बाद 5 मिनट और उबाल आने दें।
- फिर नींबू और अदरक को छान लें ।
- इच्छा हो तो शहद मिला लें, वरना ऐसे ही चाय को गर्मागर्म परोसें।
नोट: ध्यान रहे कि शहद एक साल के बच्चों को ही दें, क्योंकि यह बोटूलिज्म का खतरा बढ़ा सकता है (23)।
3. सौंफ की चाय
सामग्री:
- एक बड़ा चम्मच सौंफ
- एक कप पानी
रेसिपी
- सबसे पहले बर्तन में एक कप पानी को गर्म कर लें।
- पानी में उबाल आने के बाद उसमें कुटे हुए सौंफ डाल दें।
- 2 मिनट उबलने दें इसके बाद उसे छान लें।
- गरमा गरम चाय सर्व करने के लिए तैयार है।
इस लेख में बच्चों को चाय पिलाने से जुड़ी पूरी जानकारी दी गई है। लेख को पढ़ने के बाद आप यह तो जान ही गए होंगे कि बच्चों को चाय का सेवन कराना चाहिए या नहीं। लेख में बच्चों को चाय पिलाने के फायदे और नुकसान दोनों के बारे में विस्तार से बताया गया है। बच्चों को हर्बल टी का सेवन कराने से पहले आप डॉक्टरी सुझाव भी ले सकते हैं। उम्मीद है कि बच्चों के लिए चाय पर आधारित यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा। बच्चों से जुड़े ऐसे ही अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़े रहे मॉमजंक्शन के साथ।
References
2. Are herbal teas safe for infants and children? By NCBI
3. Feeding and Nutrition of infants and young children By WHO
4. Your baby’s first foods: Mini Parenting Master Class By unicef
5. Chamomile: A herbal medicine of the past with bright future By NCBI
6. Foeniculum vulgare Mill: A Review of Its Botany Phytochemistry Pharmacology Contemporary Application and Toxicology By NCBI
7. Foeniculum vulgare: A comprehensive review of its traditional use phytochemistry pharmacology and safety By Science Direct
8. GINGER By Science Direct
9. Can vitamin C prevent a cold? By Health Harvard
10. Chapter 7 The Amazing and Mighty Ginger By NCBI
11. Caffeine Use in Children: What we know what we have left to learn and why we should worry By NCBI
12. Caffeine By Medlineplus
13. Is children’s or parents’ coffee or tea consumption associated with the risk for type 1 diabetes mellitus in children? Childhood Diabetes in Finland Study Group By NCBI
14. Ginger By NIH
15. A spoonful of honey helps a coughing child sleep By NCBI
16. Foeniculum vulgare Mill: A Review of Its Botany Phytochemistry Pharmacology Contemporary Application and Toxicology By NCBI
17. Citrus Allergy from Pollen to Clinical Symptoms By NIH
18. Chamomile By NIH
19. Fennel By NIH
20. Young coconut water for home rehydration in children with mild gastroenteritis By NCBI
21. Orange but not apple juice enhances ferrous fumarate absorption in small children By NCBI
22. Cow’s Milk Substitutes for Children: Nutritional Aspects of Milk from Different Mammalian Species Special Formula and Plant-Based Beverages By NCBI
23. Botulism By Betterhealth
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