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महिलाओं के लिए उनका बॉडी शेप ही सबकुछ होता है और इसमें ब्रेस्ट की भूमिका अहम है। अगर यह कहा जाए कि ब्रेस्ट महिलाओं के शरीर को आकर्षक बनाते हैं, तो गलत नहीं होगा। वहीं, उम्र के अनुसार महिलाओं के स्तनों के आकार में कई तरह के बदलाव होते हैं। वैसे, इन बदलावों को सामान्य माना गया है, लेकिन कुछ मामलों में ये चिंता का विषय बन सकते हैं। इसलिए, ब्रेस्ट शेप के बारे में सही जानकारी होना जरूरी है। यही वजह है कि स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम बताएंगे कि स्तन के आकार का निर्धारण कैसे करें। साथ ही इस लेख में हम स्तन के आकारों के बारे में भी जानकारी देंगे। इन सबके बारे में विस्तार से जानने के लिए लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
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सबसे पहले जानेंगे कि ब्रेस्ट शेप से महिला का स्वास्थ्य किस प्रकार प्रभावित होता है।
आइडियल ब्रेस्ट शेप व शारीरिक स्वास्थ्य में क्या संबंध है? Is there any relation between Ideal Breast shape and Body health in Hindi?
ब्रेस्ट शेप का शारीरिक स्वास्थ्य के साथ गहरा संबंध है। दरअसल, आइडियल ब्रेस्ट शेप स्वस्थ शरीर की ओर इशारा करता है। इस विषय से जुड़ा एक शोध एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नॉलाजी इंफॉर्मेशन) की साइट पर उपलब्ध है। इसमें बताया गया है कि उम्र बढ़ने के साथ-साथ स्तनों के आकार में भी परिवर्तन हो सकता है। जरूरत से बड़े स्तन महिला के लिए पीठ दर्द का कारण बन सकते हैं। साथ ही कुछ शारीरिक गतिविधियां करने में भी परेशानी हो सकती है। इसके चलते ऐसी महिलाओं को अवसाद व चिंता जैसी मनोवैज्ञानिक समस्या झेलनी पड़ सकती है (1)। वहीं, जरूरत से छोटे आकार के स्तन वाली महिलाएं हीन भावना का शिकार हो सकती हैं।
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चलिए, अब जानते हैं कि स्तन का आकार क्या बताता है।
स्तन का आकार कैसे निर्धारित होता है? What determines breast shape in Hindi?
आइडियल ब्रेस्ट शेप और शारीरिक स्वास्थ्य के बीच संबंध को समझने के बाद यहां हम उन कारकों के बारे में बता रहे हैं, जो स्तन का आकार निर्धारित करने में अहम भूमिका निभाते हैं। ये कारक कुछ इस प्रकार हैं (2)–
- आनुवंशिक – आनुवंशिक कारकों की वजह से भी स्तनों के आकार का निर्धारण हो सकता है। दरअसल, जींस (genes) शरीर में हार्मोन के स्तर को प्रभावित कर सकते हैं, जिसका असर स्तनों के ऊतकों पर पड़ सकता है और इस प्रकार उनका आकार तय होता है।
- उम्र – उम्र के अनुसार भी स्तन के आकार का निर्धारण हो सकता है। दरअसल, जैसे-जैसे महिलाओं की उम्र बढ़ती है, वैसे-वैसे उनके स्तन में भी परिवर्तन होता है। इस आधार पर उम्र भी स्तन के निर्धारण में एक महत्वपूर्ण कारक माना जा सकता है।
- वजन – स्तनों के ऊतक का एक बड़ा हिस्सा फैट से बना होता है। यही वजह है कि अगर शरीर का वजन बढ़ता है, तो उसका असर स्तन पर भी पड़ता है। अगर कोई महिला अपना वजन कम करती है, तो इससे उसके स्तनों का आकार भी बदल सकता है।
- एक्सरसाइज – अगर कोई महिला एक्सरसाइज करती है (खासकर छाती की एक्सरसाइज) तो ऐसे में वहां की मांसपेशियों में परिवर्तन देखने को मिल सकता है। इससे स्तनों का आकार बेहतर हो सकता है।
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स्तन के आकार का निर्धारण कैसे करें, यह समझने के लिए नार्मल ब्रेस्ट शेप के बारे में जानिए।
स्तन के 12 सबसे आम आकार – 12 Most Common Breast Shapes in Hindi
वैज्ञानिक प्रमाण कहते हैं कि उम्र के हिसाब से महिलाओं के स्तन के आकार में बदलाव होता है (3), लेकिन यहां हम स्तनों के विभिन्न प्राकृतिक आकारों के बारे में बता रहे हैं। चलिए जानते हैं कि नार्मल ब्रेस्ट शेप कौन-कौन से हैं –
1. राउंड शेप (Round Shape) – ब्रेस्ट शेप में सबसे पहला नाम आता है, राउंड शेप का। इस तरह के स्तन का आकार गोलाकार जैसा होता है। ब्रेस्ट का आकार ऊपर-नीचे और दाएं-बाएं सभी तरफ से एक समान होता है। साथ ही इसके निप्पल सामने की ओर होते हैं। इसे सबसे आम ब्रेस्ट शेप माना जाता है।
2. आर्किटाइप शेप (Archetype Shape) – आर्किटाइप शेप को अन्य के मुकाबले सबसे सामान्य माना जाता है। ये आकार में गोल होते हैं और इसके निप्पल छोटे होते हैं। माना जाता है कि अधिकतर ब्रा इसी शेप को ध्यान में रखकर बनाए जाते हैं।
3. साइड सेट शेप (Side Set Shape) – नॉर्मल ब्रेस्ट शेप में अगला नाम आता है, साइड सेट शेप का। इस शेप वाले ब्रेस्ट में दोनों स्तनों के बीच में सामान्य से अधिक दूरी होती है। साथ ही निप्पल सामने होने की जगह थोड़े साइड में होते हैं।
4. ईस्ट वेस्ट आकार (East West Shape) – इस तरह के शेप में स्तन के निप्पल सामने न होकर एक-दूसरे के विपरीत दिशा में होते हैं। कहने का मतलब यह है कि दोनों स्तनों के निप्पल की दिशा बाहर की तरफ होती है।
5. बेल शेप (Bell Shape) – बेल शेप भी नॉर्मल ब्रेस्ट शेप की लिस्ट में शामिल हैं। इस शेप के स्तन देखने में एक घंटी के आकार यानी ऊपर से थोड़े पतले और नीचे से गोलाकार होते हैं। इसलिए, इन्हें बेल शेप के नाम से जाना जाता है।
6. एसमेट्रिकल शेप (Asymmetrical Shape) – इस तरह के शेप वाले स्तन आकार में एक समान नहीं होते हैं। एक स्तन का आकार दूसरे स्तन की तुलना में थोड़ा बड़ा होता है। यही वजह है कि इन्हें एसमेट्रिकल शेप कहा जाता है।
7. सिलेंडर शेप (Slender Shape) – स्तन शेप की सूची में सिलेंडर शेप का नाम भी शामिल है। ऐसे स्तन लंबाई में थोड़े बड़े और चौड़ाई में थोडे़ कम होते हैं। अगर यह कहा जाए कि ये कुछ-कुछ बेल शेप जैसे होते हैं, तो गलत नहीं होगा। बस उनके मुकाबले इस तरह के स्तन के निप्पल नीचे की ओर होते हैं।
8. क्लोज सेट शेप (Close Set Shape) – इस तरह के शेप वाले ब्रेस्ट में दोनों स्तनों के बीच में बहुत कम जगह होती है या फिर हल्की-सी भी जगह नहीं होती है। ये छाती के बिल्कुल बीच में होते हैं। साथ ही अंडरआर्म और स्तन के बीच में अधिक दूरी होती है।
9. टियर ड्रॉप शेप (Teardrop Shape) – इस आकार की गिनती भी नॉर्मल ब्रेस्ट शेप में होती है। इस शेप वाले स्तन आंसू जैसे होते हैं यानी स्तन के नीचे का भाग ऊपर के मुकाबले बड़ा होता है। वहीं, इसके निप्पल नीचे की ओर हल्के से झुके हुए होते हैं।
10. एथलेटिक शेप (Athletic Shape) – इस तरह के ब्रेस्ट अन्य शेप के मुकाबले ज्यादा चौड़े होते हैं। इन स्तनों में टिश्यू कम होते हैं और मांसपेशियां अधिक होती हैं।
11. रिलैक्सड शेप (Relaxed Shape) – इस शेप वाले स्तनों के टिश्यू काफी ढीले होते हैं। साथ ही इसके निप्पल नीचे की ओर होते हैं। यही वजह है कि इसे रिलैक्सड शेप कहा जाता है।
12. कोनिकल शेप (Conical Shape) – अगर आपके ब्रेस्ट आकार में गोल होने की जगह नुकीले हैं, तो ये कोनिकल शेप है। इस तरह की शेप बड़े आकार वाले स्तनों की तुलना में छोटे आकार वाले स्तनों में अधिक होती है।
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क्या आप जानते हैं कि एरिओला क्या होता है? अगर नहीं, तो लेख का अगला भाग जरूर पढ़ें।
एरिओला क्या है? Areolae In Hindi
निप्पल के चारों ओर के गहरे रंग के क्षेत्र को एरिओला कहा जाता है। प्रत्येक व्यक्ति की त्वचा के रंग के अनुसार एरिओला का रंग भी अलग-अलग हो सकता है (4)। इसका आकार 3 से 6 सेंटीमीटर तक का हो सकता है। सामान्य तौर पर यह चौथे पसली के आसपास स्थित होता है। इसमें वसामय ग्रंथियां (sebaceous glands) होती हैं, जो एरिओलर ग्रंथियां बनाती हैं। गर्भावस्था के दौरान ये ग्रंथियां बड़ी हो जाती हैं (5)।
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लेख के इस भाग में हम निप्पल के बारे में बता रहे हैं।
निप्पल्स क्या हैं? What about the nipples in Hindi
एरिओला के बीचों-बीच स्थित उभरे हुए बंप्स को निप्पल कहा जाता है। शिशुओं को स्तनपान कराने में इनकी अहम भूमिका होती है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध में बताया गया है कि स्तन की तरह निप्पल्स के भी अलग-अलग आकार और रंग हो सकते हैं। खासकर गर्भावस्था के दौरान निप्पल्स का आकार बदल सकता है। ये थोड़े लंबे हो सकते हैं या फिर इनमें खिंचाव हो सकता है। शोध में यह भी बताया गया है कि अगर गर्भावस्था के दौरान निप्पल सपाट या उल्टे दिखने लगते हैं, तो इसका इलाज करवाने की जरूरत नहीं होती है (6)।
निप्पल्स के कुछ प्रकार निम्नलिखित हैं:
- इवर्टेड निप्पल (Everted nipples) – ये एरिओला के बीचों-बीच ऊपर की ओर उठे हुए होते हैं।
- इनवर्टेड निप्पल (Inverted nipples) – इस तरह के निप्पल बाहर की बजाय अंदर की ओर मुड़े हुए होते हैं। इस तरह के निप्पल महिलाओं के साथ-साथ पुरुषों के भी हो सकते हैं (7)।
- सपाट निप्पल (Flat nipples) – ये पूरी तरह से सपाट होते हैं। ऐसे निपल्स एंगोर्जमेंट यानी स्तन में सूजन के कारण हो सकते हैं (8)।
- सूपरन्यूमेररी निप्पल (Supernumerary Nipple) – दो निप्पल के पर छाती पर नजर आने वाले निप्पल जैसे हिस्से को सूपरन्यूमेररी कहा जाता है। वैज्ञानिकों के अनुसार यह सामान्य है।
- यूनिलेटरल इनवर्टेड (Unilateral inverted) – इस तरह के निप्पल मिले-जुले होते हैं। इनमें एक इवर्टेड निप्पल हो सकता है, तो दूसरा इनवर्टेड निप्पल हो सकता है।
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लेख के इस हिस्से में हम कुछ ऐसे टिप्स बताने जा रहे हैं, जिनकी मदद से ब्रेस्ट को शेप में लाया जा सकता है।
ब्रेस्ट को शेप में कैसे करें? – How to firm up sagging breasts in Hindi
बढ़ती उम्र के साथ स्तनों का आकार बदलने लगता हैं। इन्हें प्राकृतिक आकार में बनाए रखने के लिए नीचे बताए गए उपायों को अपनाया जा सकता है –
- सही ब्रा का चुनाव – स्तन के आकार को सही रखने के लिए जो सबसे जरूरी चीज है, वो है सही ब्रा का चुनाव। कुछ महिलाएं अपनी फिगर को आकर्षक दिखाने के लिए टाइट ब्रा उपयोग करती हैं। इससे ब्रेस्ट के शेप पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। इसके अलावा, स्तन के हिसाब से अधिक ढीली ब्रा भी आकार को बिगाड़ सकती है। इसलिए, ब्रेस्ट को शेप में रखने के लिए सही ब्रा का चुनाव करना जरूरी माना गया है।
- एक्सरसाइज – ब्रेस्ट को शेप में लाने के लिए एक्सरसाइज करना बेहतरीन उपाय हो सकता है। इसके लिए पुशअप, एरोबिक्स या फिर बाजुओं की एक्सरसाइज को किया जा सकता है। स्तन को आकार में लाने के लिए इस तरह की एक्सरसाइज फायदेमंद साबित हो सकती है।
- स्तन की मालिश – मसाज की मदद से भी स्तन को सही आकार में लाने में मदद मिल सकती है। दरअसल, मालिश ब्लड सर्कुलेशन में सुधार कर सकता है (9)। इससे ब्रेस्ट के आकार में बदलाव हो सकता है। फिलहाल, इस विषय पर अभी कोई वैज्ञानिक शोध उपलब्ध नहीं है।
- सोने की पोजीशन – ब्रेस्ट को अगर शेप में रखना हैं, तो इसके लिए सही तरीके से सोना भी जरूरी है। अगर कोई महिला पेट के बल सोती है, तो इससे स्तन पर दबाव पड़ सकता है, जिसका प्रभाव उसके आकार पर भी पड़ सकता है। इसके लिए स्तन के आकार को सही रखने के लिए महिलाओं को कभी भी पेट के बल नहीं सोना चाहिए।
- वजन नियंत्रण – एक शोध के मुताबिक, अधिक वजन स्तन के आकार को बिगाड़ सकता है (10)। इसलिए, ब्रेस्ट के आकार को सही रखने के लिए वजन को नियंत्रित रखना भी जरूरी है।
- संतुलित आहार – आहार में विटामिन-डी, कैल्शियम व डायटरी फैट को शामिल करने से स्तनों के आकार में बदलाव हो सकता है (11)। ऐसे में ब्रेस्ट को शेप में लाने के लिए संतुलित आहार का सेवन करना भी फायदेमंद हो सकता है।
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क्या ब्रेस्ट शेप के चलते ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है? आइए, जानते हैं।
ब्रेस्ट शेप और ब्रेस्ट कैंसर के बीच कोई संबंध है? Any Connection between Breast Shape and Breast Cancer?
इस विषय पर कोई सटीक वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध की मानें, तो मोटापा स्तन कैंसर के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। दरअसल, मोटापा ग्रस्त महिलाओं के स्तनों का आकार सामान्य से ज्यादा होता है (12)। ऐसे में यह माना जा सकता है कि बड़े स्तन वाली महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम अधिक हो सकता है।
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लेख के अंत में हम उन लक्षणों के बारे में जानेंगे, जिसके दिखने पर डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
डॉक्टर को कब दिखाएं? – When To Seek medical care
स्तनों में परिवर्तन होना आम माना जाता है। इनमें से अधिकांश कैंसर नहीं होते हैं। हां, अगर नीचे बताए गए लक्षण नजर आते हैं, तो बिना देरी किए डॉक्टर के पास जाना चाहिए (13) –
- स्तन या फिर अंडरआर्म्स के नीचे गांठ या कड़ापन महसूस होना।
- निप्पल में बदलाव या लाल रंग का डिस्चार्ज होना।
- स्तन की त्वचा का लाल और पपड़ीदार होना।
- ब्रेस्ट में खुजली होना या फिर पक जाना।
किसी भी महिला के लिए उसके स्तन का आकार बहुत मायने रखता है। इस लेख में हमने नार्मल ब्रेस्ट शेप कैसा होना चाहिए, इसकी जानकारी देने के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के स्तनों के बारे में बताया है। इसके अलावा, यहां उन उपायों को भी बताया गया है, जिनकी मदद से ब्रेस्ट को शेप में लाया जा सकता है। वहीं, अगर लेख में बताए गए लक्षणों में से कोई भी संकेत किसी महिला को उसके स्तन में दिखे, तो उसे तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़ी ऐसी ही जानकारी के लिए पढ़ते रहें स्टाइलक्रेज।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
स्तन कैंसर की गांठ किस आकार की होती है?
स्तन कैंसर की गांठ अनियमित, कठोर और दर्द रहित होती है (14)।
क्या अतिरिक्त निपल्स असामान्य होते हैं ?
नहीं,अतिरिक्त निपल्स असामान्य नहीं होते हैं। इसे मेडिकल भाषा में सूपरन्यूमेररी निप्पल (Supernumerary Nipple) कहा जाता है, जिसे सामान्य माना गया है। ऐसा मामूली जन्म दोष के कारण होता है। इसमें दो निप्पल के अलावा निप्पल जैसा अंग नजर आता है, जो आमतौर पर छाती पर दिखाई देता है।
स्तन का कौन-सा आकार सबसे अच्छा है?
लेख में ऊपर हमने 12 प्रकार के ब्रेस्ट शेप बताए हैं। प्रत्येक महिला का जो प्राकृतिक आकार होता है, वो ही सबसे अच्छा होता है।
स्तन के आकार को कैसे बदल सकते हैं?
अगर उम्र के साथ स्तनों के आकार में बदलाव आया है, तो लेख में ऊपर बताए गए टिप्स की मदद से इसे कुछ हद तक ठीक किया जा सकता है।
References
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- The relationship between breast size and aspects of health and psychological wellbeing in mature-aged women
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC7235664/ - Determinants of Breast Appearance and Aging in Identical Twins
https://academic.oup.com/asj/article/32/7/846/220534 - Breast Shape Change Associated with Aging: A Study Using Prone Breast Magnetic Resonance Imaging
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4494483/ - Areola
https://www.cancer.gov/publications/dictionaries/cancer-terms/def/areola - Anatomy of the nipple and breast ducts
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4716863/ - BREAST AND NIPPLE CONDITIONS
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK153481/ - Inverted Nipple
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK563190/ - Management of breast conditions and other breastfeeding difficulties
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK148955/ - Effect of massage on blood flow and muscle fatigue following isometric lumbar exercise
https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/15114265/ - Effects of obesity on breast size thoracic spine structure and function upper torso musculoskeletal pain and physical activity in women
https://www.sciencedirect.com/science/article/pii/S2095254619300559 - Diet across the Lifespan and the Association with Breast Density in Adulthood
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3574651/ - Genetic variants associated with breast size also influence breast cancer risk
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3483246/ - Breast Changes and Conditions
https://www.cancer.gov/types/breast/breast-changes - Breast Lump
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK279/
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