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इमली अपने खट्टे-मीठे स्वाद के लिए जानी जाती है, जिसका उपयोग कई तरह के पकवानों का स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। लेकिन, क्या आपने कभी इमली की जगह उसके पत्तों को ट्राई करने का सोचा है? अगर नहीं, तो कोई बात नहीं। स्टाइलक्रेज के इस लेख को पढ़ने के बाद आप इमली का पत्ता ट्राई कर सकते हैं। यहां हम बताएंगे इमली के पत्तों के फायदे और उपयोग के बारे में, जिसके बाद आप इमली के पत्ते के लाभ हासिल कर सकते हैं। तो चलिए, बिना देर किए पढ़िए इमली के पत्तों के लाभ।
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लेख में सबसे पहले समझेंगे कि इमली के पत्ते क्या होते हैं।
इमली के पत्ते क्या हैं?
इमली का वैज्ञानिक नाम टैमेरिन्डस इंडिका (Tamarindus indica) है। इसके पत्ते हरे रंग के होते हैं और आकार में बहुत छोटे होते हैं। यह पत्ता खाने में खट्टा होता है। इमली की तरह ही इमली का पत्ता भी औषधीय गुणों से भरपूर होता है। वहीं, पारंपरिक चिकित्सा के रूप में इसका इस्तेमाल भारत, अफ्रीका, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नाइजीरिया और कई अन्य देशों में किया जाता है (1)।
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लेख के इस हिस्से में जानिए इमली के पत्ते के फायदे क्या-क्या हैं।
इमली के पत्ते के फायदे – Benefits of Tamarind Leaves in Hindi
इमली के पत्ते के फायदे कई सारे हैं, क्योंकि यह कई औषधीय गुणों से समृद्ध होता है। लेकिन, इससे पहले हम यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि इमली के पत्ते केवल बीमारियों के लक्षणों को कम करने में कुछ हद तक लाभकारी हो सकते हैं। यह किसी गंभीर समस्या का इलाज नहीं कर सकता है। अब आगे पढ़ें इमली के पत्ते के फायदे :
1. मलेरिया में लाभकारी
मलेरिया की समस्या से बचाव के लिए इमली के पत्ते के फायदे देखे जा सकते हैं। दरअसल, इमली के पौधे का प्रत्येक भाग जड़ से लेकर पत्ते तक सभी में पोषक तत्वों से समृद्ध होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी साबित हो सकते हैं। इससे संबंधित एक शोध से जानकारी मिलती है कि इसके पत्तों का इस्तेमाल मलेरिया के इलाज में किया जा सकता है (2)। यही कारण है कि इमली के पत्तों को मलेरिया से बचाव के लिए मददगार माना जा सकता है।
2. पीलिया और मधुमेह से बचाव
जॉन्डिस यानी पीलिया के उपचार में भी इमली के पत्तों को सहायक माना गया है। एक शोध में इस बात की जानकारी साफतौर से मिलती है कि इमली के पत्तों से बना काढ़ा पीलिया के एक शानदार नुस्खा साबित हो सकता है (3)। इसके अलावा, इमली के पत्ते के फायदे मधुमेह की समस्या के उपचार के लिए भी देखे जा सकते हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि इस पर हुए अध्ययन बताते हैं कि इमली के पत्तों का उपयोग रक्त शर्करा को कम करने वाली दवा में भी किया जा सकता है (4)। इन तथ्यों के आधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि इमली का पत्ता पीलिया के साथ-साथ मधुमेह के उपचार में भी लाभकारी साबित हो सकता है।
3. स्कर्वी से बचाव
स्कर्वी विटामिन-सी यानी एस्कॉर्बिक एसिड की कमी से होने वाली गंभीर बीमारी है (5)। यहां इमली के पत्ते लाभकारी साबित हो सकते हैं। दरअसल, इमली के पत्तों की गिनती विटामिन-सी युक्त खाद्य पदार्थों में की जाती है। जिसे स्कर्वी के उपचार में सहायक माना जा सकता है (6)। यही कारण है कि इमली का पत्ता स्कर्वी की समस्या में कुछ हद तक लाभकारी साबित हो सकता है।
4. घाव भरने के लिए
अगर किसी के घाव जल्दी नहीं भर रहे हैं, तो ऐसे में इमली के पत्तों का इस्तेमाल करना लाभकारी साबित हो सकता है। इस बात की जानकारी एनसीबीआई की वेबसाइट पर मौजूद एक शोध से मिलती है। इस शोध में बताया गया है घाव को भरने के लिए इमली के पत्तों और छाल दोनों का उपयोग लेप के रूप में किया जा सकता है। इससे घाव को भरने में कुछ हद तक मदद मिल सकती है (1)।
5. दस्त और पेट संबंधी समस्याओं के लिए
दस्त के उपचार के लिए भी इमली के पत्ते का इस्तेमाल किया जा सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर मौजूद एक रिसर्च में साफ तौर से इस बात का जिक्र मिलता है कि इमली के पत्तों का उपयोग दस्त के इलाज के साथ-साथ मल को ढीला करने के लिए भी किया जा सकता है। यही नहीं, इमली के पत्तों को अगर पानी में डालकर पिया जाए, तो इससे पेट खराब होने की समस्या से भी राहत मिल सकती है (16)।
6. जननांग संक्रमण के लिए
इमली की पत्तियों का उपयोग परजीवियों द्वारा फैलाए जाने वाले संक्रमण से बचाव के लिए किया जा सकता है। इसके अलावा, इसमें एंटी बैक्टीरियल गुण (बैक्टीरिया से लड़ने वाला) भी मौजूद होता है (1)। इसका यह गुण संक्रमण से शरीर की रक्षा करने में सहायक हो सकता है। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि इमली के पत्तों का इस्तेमाल जननांग संक्रमण के लिए किया जा सकता है। फिलहाल, इस विषय में अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है।
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7. खांसी या गले के संक्रमण के लिए
बदलते मौसम में खांसी की समस्या होना आम है। ऐसे में इमली के पत्तों का इस्तेमाल करना फायदेमंद साबित हो सकता है। इस पर हुए अध्ययन बताते हैं कि इमली के पत्तों का उपयोग गले के संक्रमण और खांसी के इलाज के लिए किया जा सकता है। इसके अलावा, यह बुखार के उपचार में भी लाभकारी साबित हो सकता है (8)।
8. सूजन से राहत
सूजन से राहत पाने के लिए भी इमली का पत्ता फायदेमंद हो सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, इमली के पत्तों का हाइड्रोथेनॉलिक अर्क एंटी-इंफ्लामेटरी (सूजन से राहत दिलाने वाला) प्रभाव प्रदर्शित कर सकता है (9)। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि इमली का पत्ता सूजन से भी आराम दिलाने में सहायक साबित हो सकता है।
9. संक्रमण से बचाव
इमली के पत्तों का नियमित रूप से इस्तेमाल शरीर को कई प्रकार के संक्रमण से दूर रखने के लिए प्रभावी सिद्ध हो सकता है। एक शोध से जानकारी मिलती है कि इमली के पत्तों का अर्क एंटी फंगल (फंगस से लड़ने वाला) और एंटी माइक्रोबियल (बैक्टीरिया से लड़ने वाला) गुण प्रदर्शित कर सकता है (8)। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि इमली के पत्तों का उपयोग शरीर को फंगल इन्फेक्शन के कारण होने वाली समस्या से बचाने में मददगार साबित हो सकता है।
10. आंखों के लिए
इमली का पत्ता आंखों के लिए भी फायदेमंद साबित हो सकता है। इस बात की पुष्टि इससे जुड़े एक शोध में मिलती है। जिसमें कंजक्टिवाइटिस यानी आंख आने की समस्या का इलाज करने के लिए इमली के पत्ते को लाभकारी पाया गया है (4)। यही कारण है कि इमली के पत्ते को आंखों से संबंधित समस्याओं के उपचार के लिए कारगर माना जा सकता है।
11. एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव
मुक्त कणों से रक्षा करने के लिए भी इमली के पत्ते का उपयोग किया जा सकता है। बता दें कि मुक्त कण यानी फ्री रेडिकल्स शरीर को कई मायनों में क्षति पहुंचा सकते हैं। दरअसल, यह ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस का कारण बन सकता है। जिस वजह से कैंसर, हृदय रोग, मधुमेह, अल्जाइमर रोग, पार्किंसंस रोग और मोतियाबिंद का जोखिम बढ़ सकता है।
ऐसे में एंटीऑक्सीडेंट गुणों से समृद्ध खाद्य पदार्थ शरीर की रक्षा करने के लिए फायदेमंद साबित हो सकते हैं। इसमें इमली के पत्तों को भी शामिल किया जा सकता है। बता दें कि इमली के पत्ते एंटीऑक्सीडेंट गतिविधि प्रदर्शित कर सकते हैं, जो मुक्त कणों से बचाव का काम कर सकते हैं (10)।
12. अल्सर से बचाव में सहायक
अल्सर की समस्या से भी छुटकारा दिलाने में इमली की पत्तों को लाभकारी माना जा सकता है। इमली के पत्तों पर पर हुए शोध में साफ तौर से इस बात की जानकारी मिलती है कि इमली पत्तों का उपयोग अल्सर के इलाज के लिए भी किया जा सकता है। यही नहीं, शोध में यह भी बताया गया है कि बाहरी सूजन और गठिया से राहत पाने के लिए इमली के पत्तों के रस को तेल के साथ उबालकर लगाना फायदेमंद साबित हो सकता है (4) (11)।
13. यूरिन संबंधी समस्याओं के लिए
इमली के पत्ते का इस्तेमाल यूरिन संबंधी समस्याओं से राहत पाने के लिए किया जा सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में साफतौर से इस बात की जानकारी मिलती है कि इमली के पत्ते का उपयोग मूत्र संबंधी परेशानी के अलावा आंत के संक्रमण से भी छुटकारा पाने के लिए किया जा सकता है (8)। यही कारण है कि इमली के पत्ते को यूरिन संबंधी समस्याओं के लिए उपयोगी माना जा सकता है। फिलहाल, इस विषय में अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है।
नोट : ऊपर बताए गए इमली के पत्ते के कई लाभ सीधे तौर पर बताए गए हैं, जिनकी कार्यप्रणाली को लेकर अभी और शोध की आवश्यकता है।
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आगे जानें इमली के पत्तों में मौजूद पौष्टिक तत्वों के बारे में।
इमली के पत्ते के पौष्टिक तत्व – Tamarind Leaves Nutritional Value in Hindi
अगर बात की जाए इमली के पत्ते के पौष्टिक तत्वों की, तो वो इस प्रकार हैं (12) (13) :
- इमली के पत्ते प्रोटीन, फैट (वसा) और फाइबर से समृद्ध होते हैं।
- इसके अलावा, इसमें थियामिन, राइबोफ्लेविन, नियासिन और बीटा-कैरोटीन भी मौजूद होता है।
- यही नहीं, इन पत्तों में फ्लेवोनोइड्स, पॉलीफेनोल्स, विटामिन-सी और पोटेशियम की मात्रा भी मौजूद होती है।
- इसके अलावा, फास्फोरस, कैल्शियम और मैग्नीशियम से भी इमली के पत्ते समृद्ध होते हैं।
अभी बाकी है जानकारी
पौष्टिक तत्वों के बाद जानिए इमली के पत्तों का उपयोग कैसे कर सकते हैं।
इमली के पत्ते का उपयोग – How to Use Tamarind Leaves in Hindi
इमली के पत्तों का इस्तेमाल कई प्रकार से किया जा सकता है। नीचे जानिए इमली के पत्तों के उपयोग :
- इमली के पत्ते का उपयोग काढ़ा बनाने में किया जा सकता है।
- इमली के पत्तों का जूस बनाकर भी पिया जा सकता है।
- चटनी बनाने में भी इमली का पत्ता उपयोगी साबित हो सकता है।
- इमली के पत्तों को पीसकर घाव पर लेप लगाने के लिए भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है।
- इमली के पत्तों को सूखाकर चूर्ण के तौर पर भी उपयोग किया जा सकता है।
- सलाद या फिर सूप में डालकर भी इमली के पत्ता का इस्तेमाल किया जा सकता है।
- सब्जी या कढ़ी बनाने में भी इसका उपयोग किया जा सकता है।
कब खाएं और कितना खाएं :
इमली के पत्तों का इस्तेमाल सुबह, दोपहर या रात में भी कर सकते हैं। वहीं, इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। हालांकि, इस विषय में अभी और वैज्ञानिक प्रमाणिकता की आवश्यकता है। इसलिए, इमली के पत्तों का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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लेख के इस भाग में जानिए इमली के पत्तों को सुरक्षित रखने के तरीके।
इमली के पत्ते को लम्बे समय तक सुरक्षित कैसे रखें
इमली के पत्तों का उपयोग जानने के बाद अब जरा इसे सुरक्षित रखने के तरीकों के बारे में भी जान लीजिए :
- पत्तों को किसी ठंडी जगह पर रखें, जहां वह सीधे धूप के संपर्क में न आ सकें।
- चाहें, तो इसके पत्तों को सूखाकर एक डिब्बे में भी रख सकते हैं।
- इसके पत्तों को फ्रिज में भी रखा जा सकता है।
अंत तक पढ़ें
लेख में सबसे आखिर में इमली के पत्ते के नुकसान के बारे में जानिए।
इमली के पत्ते के नुकसान – Side Effects of Tamarind Leaves in Hindi
इमली के पत्ते के नुकसान के बात करें, तो वे कुछ इस प्रकार हैं :
- इमली के पत्तों में टैनिन मौजूद होता है। ऐसे में अधिक मात्रा में इसके सेवन से मतली, पेट में जलन और लिवर संबंधी समस्या हो सकती है (13) (14)।
- इमली के पत्तों में सैपोनिन नामक कंपाउंड मौजूद होता है, जो मानव रक्त कोशिकाओं के लिए विषाक्त हो सकता है (15)।
- गर्भावस्था के दौरान इसके सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
इमली का पत्ता कितना उपयोगी साबित हो सकता है, इस बात की जानकारी तो आपको इस लेख के माध्यम से हो गई होगी। यहां हमने इमली के पत्तों के फायदे बताने के साथ-साथ उसके उपयोग और नुकसान के बारे में भी बताया है। ऐसे में अगर आप स्वास्थ्य लाभ के लिए इमली के पत्तों का उपयोग करना चाहते हैं, तो बेशक कर सकते हैं। वहीं, अगर कोई किसी गंभीर समस्या से जूझ रहा हो, तो इसके इस्तेमाल से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इसी तरह की महत्वपूर्ण जानकारी के लिए स्टाइलक्रेज के अन्य लेख भी पढ़ सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल :
क्या मैं इमली के पत्ते खा सकता हूं?
हां, इमली के पत्ते को खा सकते हैं। इस संबंध में एक शोध प्रकाशित है, जिसमें बताया गया है कि इमली की पत्तियों और फूलों को सब्जियों के रूप में खाया जा सकता है। साथ ही कई प्रकार के व्यंजन ( जैसे – करी, सलाद और सूप) बनाने के लिए भी इसका उपयोग किया जा सकता है (16)।
क्या इमली का पत्ता मधुमेह के लिए अच्छा है?
हां, इमली का पत्ता मधुमेह के लिए अच्छा माना जा सकता है। इसका उपयोग रक्त शर्करा को कम करने के लिए किया जा सकता है (11)।
इमली के पत्ते कैसे दिखते हैं?
इमली के पत्ते आकार में बहुत छोटे और हरे रंग के होते हैं। लेख में हमने इस बारे में बताया है।
क्या इमली के पत्ते जहरीले होते हैं?
कुछ मामलों में इमली के पत्ते टॉक्सिक प्रभाव दिखा सकते हैं। दरअसल, जैसा कि हमने ऊपर बताया कि इमली के पत्ते में सैपोनिन नामक कंपाउंड मौजूद होता है, जो मानव रक्त कोशिकाओं के लिए विषाक्त हो सकता है (15)। फिलहाल, इस विषय में अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है।
क्या मैं इमली के पत्तों का रस पी सकता हूं?
हां, इमली के पत्ते के रस का सेवन डॉक्टरी परामर्श पर किया जा सकता है।
क्या मैं इमली की पत्तियों को फ्रीज कर सकता हूं?
हां, इमली की पत्तियों को फ्रीज कर सकते हैं।
References
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https://www.doc-developpement-durable.org/file/Culture/Arbres-Fruitiers/FICHES_ARBRES/tamarinier/Tamarindus%20indica_pharmacological%20uses.pdf - Putative Roles of Plant-Derived Tannins in Neurodegenerative and Neuropsychiatric Disorders: An Updated Review,
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