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पके हुए आम के साथ-साथ कई लोग कच्चे आम खाना भी पसंद करते हैं। खासकर, भारतीय रसोई में कच्चे आम को कई तरह से इस्तेमाल में लाया जाता है। कई लोग आम का अचार बनाकर खाते हैं, तो कुछ लोगों को आम की खट्टी-मिट्ठी चटनी पसंद होती है। वहीं, सेहत के लिए कच्चे आम के फायदे की बात करें, तो इसका सेवन कई स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव और उनके लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है। यही वजह है कि स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम कच्चे आम के फायदे बताने जा रहे हैं। साथ ही कच्चे आम के नुकसान भी इस लेख में बताए गए हैं।
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सबसे पहले जानिए कि कच्चा आम सेहत के किस प्रकार फायदेमंद है।
क्या कच्चे आम आपकी सेहत के लिए अच्छे हैं?
कच्चा आम सेहत के लिए फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, कच्चे आम में प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, सोडियम, जिंक और कॉपर जैसे जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं। साथ ही यह विटामिन से भी समृद्ध होता है (1)। इसके अलावा, कच्चे आम का सेवन पाचन, गैस, आंखों में सूजन और डायरिया जैसी समस्याओं में आराम पहुंचाने का काम कर सकता है (2)। कच्चे आम खाने के अन्य शारीरिक फायदे हम नीचे विस्तार से बता रहे हैं।
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नीचे विस्तार से जानिए सेहत के लिए कच्चे आम के फायदे।
कच्चे आम के फायदे – 7 Amazing Benefits of Raw Mango in Hindi
विभिन्न शारीरिक समस्याओं पर कच्चे आम के फायदे किस प्रकार काम कर सकते हैं, यह हम नीचे बता रहे हैं।
1. मधुमेह को नियंत्रित करने के लिए
मधुमेह की समस्या को नियंत्रित करने के लिए कच्चे आम का उपयोग फायदेमंद हो सकता है। एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में पाया गया कि आम के गूदे, पेड़ की छाल, फूल और कई हिस्सों में एंटीडायबिटिक प्रभाव पाया जाता है। यह प्रभाव रक्त में मौजूद शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मददगार हो सकता है (3)। इस आधार पर हम कह सकते हैं कि कच्चे आम को खाने से मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
2. एसिडिटी की समस्या में
कच्चे आप का उपयोग एसीडिटी की समस्या में भी किया जा सकता है। दरअसल, चूहों पर हुई एक रिसर्च में पाया गया कि आम के कई हिस्से जैसे कि गुदा, छाल, फूल और छिलके में गैस्ट्रोप्रोटेक्टिव प्रभाव मौजूद होता है। यह गुण कच्चे आम में भी हो सकते हैं, जो एसिडिटी के प्रभाव को कम करने में मददगार हो सकते हैं (3)।
3. कब्ज में फायदेमंद
कच्चे आम का उपयोग कब्ज की समस्या में भी फायदेमंद हो सकता है। इस विषय से जुड़े एक शोध में पाया गया कि आम में पाया जाने वाला फाइबर कब्ज की समस्या में फायदेमंद हो सकता है (4)। इसके अलावा, एक अन्य शोध में पाया गया है कि आम में मौजूद मैंगिफरिन (Mangiferin) नामक कंपाउंड में लैक्सेटिव गुण मौजूद होता है, जो मल को मुलायम बनाकर मल निकासी की प्रक्रिया को आसान बना सकता है। इसके कब्ज की समस्या से बचाव और इसमें आराम मिल सकता है (2)।
4. प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार
कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली के कारण कई प्रकार के संक्रमण और बीमारियां होने का जोखिम बना रहता है। वहीं, कच्चे आम का सेवन प्रतिरक्षा प्रणाली को सुधारने में मददगार हो सकता है। इस विषय पर हुए अध्ययन में पाया गया कि आम में इम्यूनोमोड्यूलेटरी (Immunomodulatory) प्रभाव पाया जाता है। यह प्रभाव प्रतिरक्षा प्रणाली को सुधारने में मददगार हो सकता है (3)।
5. आंखों के लिए कच्चा आम
कच्चा आम खाने के फायदे आंखों के लिए भी देखे जा सकते हैं। दरअसल, एक रिसर्च में पाया गया है कि विटामिन-ए की कमी के कारण आंखों की समस्याएं हो सकती हैं, जिसमें रतौंधी (Night Blindness) भी शामिल हैं। वहीं, कच्चे आम का सेवन शरीर में विटामिन-ए की पूर्ति कर इसकी कमी से होने वाली आंखों की समस्याओं के जोखिम को कम कर सकता है (5)। फिलहाल, इस विषय पर अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है।
6. लिवर के लिए
आम का उपयोग लिवर के स्वास्थ्य के लिए भी किया जा सकता है। एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार, मोटापे के कारण कई प्रकार की शारीरिक समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है, जिसमें लिवर की समस्या भी शामिल है। वहीं, आम का सेवन लिवर की समस्या का कारण बनने वाले मोटापा को नियंत्रित करने में मददगार हो सकता है (6)। इसके अलावा, एक अन्य शोध में पाया गया कि आम का उपयोग लिवर डिसऑर्डर को कुछ हद तक नियंत्रित करने में मददगार हो सकता है (7)। इस आधार पर हम कह सकते हैं कि लिवर स्वास्थ्य को बनाए रखने में कच्चा आम कुछ हद तक फायदेमंद हो सकता है।
7. गर्भावस्था में कच्चा आम
गर्भावस्था में कच्चे आम का सेवन कई समस्याओं को दूर करने में मददगार हो सकता है। इस विषय पर हुए एक रिसर्च में इस बात की पुष्टि हुई है कि गर्भावस्था में कच्चे आम का सेवन एंटीऑक्सीडेंट क्षमता (मुक्त कणों को दूर रखने वाला) को बढ़ाने के साथ-साथ अल्सर की समस्या में भी फायदेमंद हो सकता है। शोध में जिक्र मिलता है कि कच्चे आम में पाया जाने वाला टैनिन अल्सर और टिश्यू में सूजन की समस्या में लाभकारी हो सकता है (8)। वहीं, लोगों में एक आम धारणा यह भी देखने में मिलती है कि कच्चे आम का सेवन उल्टी और मतली की समस्या में भी फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, यह अभी शोध का विषय है।
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कच्चे आम के फायदे के बाद जानते हैं कच्चे आम में पाए जाने वाले पोषक तत्वों के बारे में।
कच्चे आम के पौष्टिक तत्व – Raw Mango Nutritional Value in Hindi
सेहत के लिए कच्चे आम के फायदे उसमें मौजूद पोषक तत्वों के कारण ही मिल पाते हैं। यहां हम बता रहे हैं कच्चे आम में पाए जाने वाले पोषक तत्वाें के बारे में (1)।
पोषक तत्व | मात्रा प्रति 100 ग्राम |
पानी | 83.46 ग्राम |
ऊर्जा | 60 केसीएएल |
प्रोटीन | 0.82 ग्राम |
टोटल लिपिड (फैट) | 0.38 ग्राम |
कार्बोहाइड्रेट | 14.98 ग्राम |
फाइबर | 1.6 ग्राम |
शुगर | 13.66 ग्राम |
कैल्शियम | 11 मिलीग्राम |
आयरन | 0.16 मिलीग्राम |
मैग्नीशियम | 10 मिलीग्राम |
फास्फोरस | 14 मिलीग्राम |
पोटेशियम | 168 मिलीग्राम |
सोडियम | 1 मिलीग्राम |
जिंक | 0.09 मिलीग्राम |
कॉपर | 0.111 मिलीग्राम |
सेलेनियम | 0.6 माइक्रोग्राम |
विटामिन-सी | 36.4 मिलीग्राम |
थियामिन | 0.028 मिलीग्राम |
नियासिन | 0.669 मिलीग्राम |
विटामिन बी-6 | 0.119 मिलीग्राम |
फोलेट, टोटल | 43 माइक्रोग्राम |
कोलीन, टोटल | 7.6 मिलीग्राम |
विटामिन ए, आरएई | 54 माइक्रोग्राम |
कैरोटीन बीटा | 640 माइक्रोग्राम |
कैरोटीन अल्फा | 1 माइक्रोग्राम |
विटामिन के | 4.2 माइक्रोग्राम |
ल्यूटिन-जियाजैंथिन | 23 माइक्रोग्राम |
विटामिन-ई (अल्फा टोकोफेरॉल) | 0.9 मिलीग्राम |
फैटी एसिड, टोटल सैचुरेटेड | 0.092 ग्राम |
फैटी एसिड, टोटल मोनोअनसैचुरेटेड | 0.14 ग्राम |
फैटी एसिड, टोटल पॉलीअनसैचुरेटेड | 0.071 ग्राम |
आगे पढ़ें कुछ खास
कच्चे आम के उपयोग और सेवन की सही मात्रा से जुड़ी जानकारी नीचे दी गई है।
कच्चे आम का उपयोग – How to Use Raw Mango in Hindi
कच्चे आम का उपयोग कई प्रकार से किया जा सकता है। नीचे हम बता रहे हैं कच्चे आम के उपयोग के बारे में।
- कच्चे आम का अचार बनाकर सेवन किया जा सकता है।
- कई स्थानों पर कच्चे आम का मुरब्बा बड़े चाव से खाया जाता है।
- आम की चटनी बनाकर सेवन कर सकते हैं।
- कच्चे आम का आम पन्ना भी बनाया जा सकता है।
- इसके अलावा, कच्चे आम का सेवन अमचूर (आम का चूर्ण) के रूप में भी किया जा सकता है।
मात्रा: कच्चे आम का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। वहीं, सब्जी बनाते वक्त आधा चम्मच अमचूर का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके अलावा, एक कप आम पन्ना का सेवन किया जा सकता है। हालांकि, इसकी सही मात्रा से जुड़ा सटीक वैज्ञानिक शोध उपलब्ध नहीं है। इसलिए, स्वास्थ्य अनुसार इसके सेवन की सही मात्रा से जुड़ी जानकारी डॉक्टर से ली जा सकती है।
आगे है कुछ खास
कच्चे आम का उपयोग जानने के बाद, नीचे जानिए इससे होने वाले नुकसान के बारे में।
कच्चे आम के नुकसान – Side Effects of Raw Mango in Hindi
कच्चे आम का उपयोग सीमित मात्रा में ही करना चाहिए, वरना इसके दुष्प्रभाव देखने मिल सकते हैं। नीचे हम आपको बता रहे हैं कच्चे आम से होने वाले नुकसान के बारे में।
- कच्चे आम का अधिक सेवन पेट की समस्या का कारण बन सकता है। जैसा कि हमने ऊपर बताया कि इसमें फाइबर की मात्रा पाई जाती है (1)। वहीं, अधिक मात्रा में फाइबर खाने से गैस, पेट फूलना और पेट में ऐंठन की समस्या हो सकती है (9)।
- कच्चे आम का अधिक सेवन शरीर में गर्मी बढ़ाने का काम कर सकता है (8)।
- जिन्हें आम और इससे बने पदार्थों से एलर्जी है, उन्हें कच्चे आम के नुकसान एलर्जी के रूप में हो सकते हैं।
- जैसा कि हमने ऊपर बताया कि यह ब्लड शुगर को कम कर सकता है (3)। ऐसे में लो ब्लड शुगर की समस्या से जूझ रहे लोगों में इसका सेवन रक्त शर्करा को और कम करने का काम कर सकता है।
दोस्तों, संतुलित मात्रा में किया गया कच्चे आम का सेवन लेख में बताई गई शारीरिक समस्याओं से बचाव और उनके प्रभाव को कम करने में मदद कर सकता है। आपके लिए हमने कच्चे आम के उपयोग के कुछ तरीके भी बताए हैं, ताकि आप कच्चे आम का सेवन अच्छी तरह कर पाएं। वहीं, इसके सेवन के साथ ही इसके नुकसानों का भी ध्यान जरूर रखें। किसी भी प्रकार के दुष्प्रभाव नजर आने पर इसके सेवन को बंद करें और डॉक्टर से संपर्क करें। उम्मीद है कि यह लेख आपके लिए मददगार साबित होगा।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल:
क्या कच्चा आम वजन घटाने के लिए अच्छा है?
हां, आम में एंटीऑबेसिटी प्रभाव होता है, तो वजन को कम करने में मदद कर सकता है (6)।
क्या रात में कच्चा आम खाना ठीक है?
रात के भोजन के साथ थोड़ा आम का अचार खाया जा सकता है। हालांकि, अचार के रूप में यह कितना फायदेमंद होगा, इसके लिए अभी और शोध की आवश्यकता है।
क्या कच्चे आम से शरीर की गर्मी बढ़ती है?
हां, अधिक मात्रा में कच्चे आम का सेवन शरीर में गर्मी बढ़ा सकता है (8)।
क्या हरा आम और कच्चा आम एक ही हैं?
नहीं, सभी हरे आम कच्चे आम नहीं होते हैं।
क्या कच्चे आम में शुगर ज्यादा होता है?
नहीं, कच्चे आम में शुगर की मात्रा ज्यादा नहीं होती है (1)।
कच्चे आम की तासीर कैसी होती है?
कच्चे आम की तासीर ठंडी होती है।
References
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- Mango, raw
https://fdc.nal.usda.gov/fdc-app.html#/food-details/1102670/nutrients - Pharmacological Activities of Mango (Mangifera Indica): A Review
https://www.phytojournal.com/archives/2016/vol5issue3/PartA/5-2-21-518.pdf - A Review on Ethnopharmacological Applications, Pharmacological Activities, and Bioactive Compounds of Mangifera indica (Mango)
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5804368/ - Whole Fruits and Fruit Fiber Emerging Health Effects
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC6315720/ - Nutritional Value and Quality of Processed Mango Fruits
http://publications.lib.chalmers.se/records/fulltext/230195/230195.pdf - Mangos and their bioactive components: Adding variety to the fruit plate of health.
https://www.mango.org/wp-content/uploads/2018/03/Dr_Brit_Burton_Mango_Review_Paper_Revision_Eng.pdf - Mangifera Indica (Mango)
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3249901/ - A test of four evolutionary hypotheses of pregnancy food cravings: Evidence for the social bargaining model
https://www.researchgate.net/publication/320470625_A_test_of_four_evolutionary_hypotheses_of_pregnancy_food_cravings_Evidence_for_the_social_bargaining_model - Fiber
https://medlineplus.gov/ency/article/002470.htm
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