Neelanjana Singh, RD
Written by , (शिक्षा- एमए इन जर्नलिज्म मीडिया कम्युनिकेशन)

फलों को पोषक तत्वों का भंडार माना जाता है। इस कारण लोगों में हमेशा से इनके प्रति एक विशेष आकर्षण रहता है। कुछ को मीठे फल ज्यादा पसंद आते हैं, तो कुछ को इनकी खटास में मजा आता है। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम आपको ऐसे ही एक फल के बारे में बताने जा रहे हैं, जो अपने रसीले और खट्टे-मीठे स्वाद के कारण लोगों में काफी मशहूर है। हम बात कर रहे हैं, शहतूत की। फिर देर किस बात की, आइए लेख में आगे बढ़ते हैं और शहतूत के लाभ व शहतूत के गुण से जुड़ी कुछ रोचक जानकारियां हासिल करते हैं।

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लेख में सबसे पहले हम आपको सेहत, बालों और त्वचा के लिए शहतूत के फायदे बताएंगे।

शहतूत के फायदे – Benefits of Mulberries in Hindi

शहतूत में कई जरूरी पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो इसे कई गंभीर समस्याओं के लिए उपयोगी औषधि बना देते हैं। सेहत के साथ-साथ इसका उपयोग त्वचा और बालों के लिए भी फायदेमंद माना गया है। ध्यान रहे कि शहतूत नीचे दी गई किसी भी बीमारियों का पूर्णत: इलाज नहीं है। यह केवल कुछ हद तक इनके लक्षणों को कम कर सकता है।

1. रक्त संचार में सुधार

रक्त संचार में सुधार के लिए शहतूत के लाभ हासिल किए जा सकते हैं। दरअसल, शहतूत में सायनायडिंग 3-ग्लूकोसाइड नाम का फाइटोन्यूट्रिएंट पाया जाता है। यह खून को साफ करने के साथ ही रक्त संचार में भी सुधार कर सकता है (1)। इस कारण हम यह कह सकते हैं कि शहतूत के सेवन से न केवल खून में मौजूद अशुद्धियों को दूर किया जा सकता है, बल्कि रक्त परिसंचरण यानी ब्लड सर्कुलेशन की प्रक्रिया को भी नियंत्रित किया जा सकता है

2. मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभदायक

मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी शहतूत को उपयोग में ला सकते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक शहतूत में साइटोप्रोटेक्टिव यानी कोशिकाओं को नुकसान से बचाने वाला और तंत्रिका तंत्र से संबंधी समस्याओं को दूर करने वाला न्यूरोप्रोटेक्टिव प्रभाव पाया जाता है। ये दोनों प्रभाव संयुक्त रूप से मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं (2)। इस कारण हम कह सकते हैं कि दिमागी स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए शहतूत का सेवन काफी लाभकारी साबित हो सकता है।

3. ब्लड शुगर को करे नियंत्रित

शहतूत में हाइपरग्लाइसेमिक प्रभाव पाया जाता है, जो शरीर में इंसुलिन की सक्रियता को बढ़ा सकता है और खून में शुगर की अधिक मात्रा को कम करने में सहायक हो सकता है। इस कारण डायबिटीज के रोगियों के लिए शहतूत का सेवन एक बेहतर विकल्प साबित हो सकता है (2)।

4. पाचन क्रिया को करे मजबूत

विशेषज्ञों के मुताबिक शहतूत की पत्तियों में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो पाचन के लिए जरूरी हैं। यह पाचक रसों के बनने की प्रक्रिया को तेज कर सकते हैं (3)। वहीं, फल के अलावा, कच्चे फल से बने पाउडर का सेवन पाचन प्रक्रिया को मजबूत कर सकता है (1)। ऐसे में यह माना जा सकता है कि बिगड़ी पाचन शक्ति को फिर से दुरुस्त करने में शहतूत के लाभ मददगार साबित हो सकते हैं।

5. एनीमिया में सहायक

एनीमिया की समस्या में भी शहतूत का इस्तेमाल किया जा सकता है। बताया जाता है कि शहतूत में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाने वाला एंटी-हीमोलिटिक प्रभाव पाया जाता है, जो एनीमिया के जोखिम को काफी हद तक कम करने में सहायक हो सकता है (4)। इस कारण यह कहा जा सकता है कि एनीमिया की समस्या से छुटकारा पाने के लिए भी शहतूत का सेवन गुणकारी हो सकता है।

6. प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएं

विशेषज्ञों के मुताबिक शहतूत में जिंक और मैंगनीज अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। इनमें जिंक मुख्य तौर पर शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखने में मदद कर सकता है। वहीं, मैंगनीज कोशिकाओं को मुक्त कणों यानी फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से बचा सकता है (5)। ऐसे में यह माना जा सकता है कि शहतूत में मौजूद यह दोनों तत्व संयुक्त रूप से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।

7. हड्डियों की मजबूती के लिए

हड्डियों से संबंधित एक शोध से इस बात की पुष्टि होती है कि शहतूत कैल्शियम से भरपूर होता है। वहीं, कैल्शियम हड्डियों के लिए आवश्यक माना गया है, जो उन्हें मजबूती देने के साथ-साथ बोन टिश्यू के निर्माण में भी मदद कर सकता है (6)। कैल्शियम शहतूत के हर प्रकार में मौजूद होता है। इस कारण यह कहना गलत नहीं होगा कि शहतूत हड्डियों के लिए बेहद लाभकारी साबित हो सकता है।

8. हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी

शहतूत में अधिक मात्रा में डाइटरी फाइबर और लिनोलेइक एसिड मौजूद होता है। इनके कारण इसमें हाइपोलिपिडेमिक यानी खून में मौजूद वसा को कम करने वाला प्रभाव पाया जाता है, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित कर सकता है (2)। वहीं, शहतूत पर किए गए एक अन्य शोध में इस बात का जिक्र मिलता है कि इसकी पत्तियों में ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने वाला एंटी-हाइपरटेंसिव प्रभाव भी पाया जाता है (3)। ये दोनों ही हृदय संबंधी जोखिम कारक हैं। इस कारण यह कहना गलत नहीं होगा कि शहतूत हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने में सकारात्मक परिणाम दे सकता है।

9. वजन घटाने में मददगार

जैसा कि आपको लेख में पहले भी बताया जा चुका है कि शहतूत का सेवन खून में कोलेस्ट्रोल की मात्रा को नियंत्रित कर सकता है। वहीं, यह शरीर में मौजूद वसा को तोड़कर, उसकी उपापचय प्रक्रिया को तेज करने में भी सहायक हो सकता है। इससे शरीर का वजन कम करने में मदद हो सकती है (2)। इसलिए, यह माना जा सकता है कि शहतूत के सेवन से वजन को नियंत्रित करने में भी सहायता मिल सकती है।

10. कैंसर के जोखिम को करे कम

शहतूत में पॉलीफेनोल्स और फ्लेवोनॉयड पाए जाते हैं। कैंसर से संबंधित एक शोध में यह पाया गया है कि शहतूत में पाए जाने वाले यह तत्व कैंसर के जोखिमों को कम करने में मददगार हो सकते हैं (4)। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि कैंसर जैसी गंभीर समस्या से बचाव में भी शहतूत को उपयोग में ला सकते हैं। हांलाकि, कैंसर के लिए शहतूत का उपयोग उपचार के रूप में नहीं करना चाहिए। कैंसर होने पर डॉक्टर द्वारा बताया गया ट्रीटमेंट ही कारगर हो सकता है।

11. फ्लू और कोल्ड से करे बचाव

सर्दी और जुकाम की समस्या को कम करने के लिए भी शहतूत का उपयोग फायदेमंद हो सकता है। एक रिसर्च के मुताबिक शहतूत में विटामिन सी और फ्लेवोनॉइड्स की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जो सर्दी और जुकाम जैसे लक्षणों को कम करने में मददगार हो सकते हैं ।

इसके अलावा, लेख में आपको पहले भी बताया जा चुका है कि शहतूत में प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का गुण पाया जाता है (5)। इससे शरीर को रोगों से लड़ने की ताकत मिलती है। वहीं, यह सामान्य बुखार, सर्दी और जुखाम को भी दूर करने में सहायता कर सकता है (1)। इस कारण हम कह सकते हैं कि फ्लू और कोल्ड से बचाव के लिए भी शहतूत को उपयोग में ला सकते हैं।

12. आंखों की रोशनी बढ़ाए

आंखों से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने के लिए भी शहतूत को इस्तेमाल कर सकते हैं। कारण यह है कि शहतूत में विटामिन-ए भरपूर मात्रा में पाया जाता है। यह आंखों की रोशनी बढ़ाने के साथ-साथ उन पर आने वाले तनाव को दूर कर सकता है। रेटिना से संबंधित दोषों को भी दूर करने में यह मददगार साबित हो सकता है (1)।

13. त्वचा को बनाए मुलायम और चमकदार

शहतूत का जूस पीने से त्वचा को चमकदार और मुलायम बनाया जा सकता है। दरअसल, इसमें त्वचा के लिए आवश्यक कई जरूरी विटामिन और मिनरल पाए जाते हैं। वहीं, त्वचा की देखभाल के लिए तैयार की जाने वाली क्रीम में भी इसे एक आवश्यक सामग्री के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। इस कारण ऐसा माना जाता है कि इसके जूस का सेवन आपकी त्वचा के लिए लाभकारी हो सकता है (1)। वहीं, इसके जूस या पेस्ट को चेहरे पर लगाने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

14. दाग धब्बों को करे दूर

लेख में आपको पहले ही बताया जा चुका है कि शहतूत का उपयोग त्वचा के लिए लाभकारी हो सकता है। वहीं, यह विटामिन-सी का भी स्रोत है । विटामिन सी ऐसा तत्व है, जो त्वचा को साफ करने, दाग-धब्बों को हटाने और अल्ट्रावायलेट किरणों से बचाने में सहायक हो सकता है (7)। इस कारण हम कह सकते हैं कि दाग धब्बों को हटाने के लिए मलबरी के जूस को पीने के साथ आप इसे चेहरे पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

15. बढ़ती उम्र के प्रभाव को रोके

शहतूत विटामिन-सी का अच्छा स्रोत है, यह तो आपको पता ही चल चुका है । वहीं, आपको यह भी बताया जा चुका है कि विटामिन-सी के कारण शहतूत का जूस त्वचा को साफ करने और दाग-धब्बों को दूर करने में मदद कर सकता है। साथ ही विटामिन-सी अपने एंटी-एजिंग प्रभाव के कारण बढ़ती उम्र के लक्षणों को भी रोकने में सक्षम है (7)। ऐसे में चेहरे पर समय से पहले होने वाली झुर्रियों से बचाव के लिए इसके अर्क को सीधे चेहरे पर लगाना फायदेमंद हो सकता है।

16. बालों को करे मजबूत

शहतूत में कई ऐसे मिनरल और विटामिन मौजूद होते हैं, जो बालों के बेहतर विकास के लिए सहायक माने गए हैं। इस कारण बालों को मजबूती देने के लिए शहतूत के जूस से बालों की जड़ों की मसाज करने की सलाह दी जाती है (1)। इस आधार पर ऐसा माना जा सकता है कि शहतूत का इस्तेमाल बालों को मजबूत बनाने में सहायक हो सकता है।

17. बालों के प्राकृतिक रंग को बनाए रखे

बालों के लिए शहतूत के फायदों में से एक यह भी है कि यह बालों में मेलिनिन की मात्रा को बढ़ाने का काम करता है, जो बालों के रंग के लिए जिम्मेदार है। ऐसे में यह उम्र से पहले आने वाली बालों की सफेदी को रोकने में भी मदद कर सकता है। इसके लिए इसके जूस को पीने के साथ स्कैल्प पर लगाने के लिए इस्तेमाल करें (1)।

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शहतूत के फायदे जानने के बाद अब हम आपको इसके पोषक तत्वों के बारे में बताएंगे।

शहतूत के पौष्टिक तत्व – Mulberries Nutritional Value in Hindi

शहतूत के पौष्टिक तत्वों के बारे में जानने के लिए आइए नीचे दिए गए चार्ट पर डालते हैं एक नजर (8)।

पोषक तत्वमात्रा प्रति 100 ग्राम
पानी87.68 g
एनर्जी43 Kcal
प्रोटीन1.44 g
टोटल लिपिड (फैट)0.39 g
कार्बोहाइड्रेट9.8g
फाइबर (टोटल डाइटरी)1.7g
शुगर8.1g
कैल्शियम39mg
आयरन1.85mg
मैग्नीशियम18mg
फास्फोरस38mg
पोटैशियम194mg
सोडियम10mg
जिंक0.12mg
कॉपर0.06mg
सेलेनियम0.6µg
विटामिन सी36.4mg
थियामिन0.029mg
राइबोफ्लेविन0.101mg
नियासिन0.62mg
विटामिन बी-60.05mg
फोलेट (डीएफई)6µg
विटामिन ए (आरएई)1µg
विटामिन ए (आईयू)25IU
विटामिन ई0.87mg
विटामिन के7.8µg
फैटी एसिड (सैचुरेटेड)0.027g
फैटी एसिड (मोनोअनसैचुरेटेड)0.041g
फैटी एसिड (पॉलीसैचुरेटेड)0.207g

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लेख के अगले भाग में हम आपको शहतूत के उपयोग के बारे में बताएंगे।

शहतूत का उपयोग – How to Use Mulberries in Hindi

शहतूत को निम्न प्रकार से उपयोग में ला सकते हैं-

  • शहतूत को अच्छी तरह पानी में धोकर खा सकते हैं।
  • आप इसे फ्रूट चाट में मिलाकर इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • इसका जूस बनाकर भी पी सकते हैं।
  • आप इसे स्मूदी बनाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • कुछ स्थानों पर शहतूत की चाय का सेवन भी किया जाता है।

कब खाएं :

  • सुबह या शाम को नाश्ते के साथ इसके जूस का सेवन कर सकते हैं।
  • शाम को इसकी फ्रूट चाट या स्मूदी बनाकर सेवन कर सकते हैं।

मात्रा- शहतूत फल की मात्रा की बात करें, तो इसे करीब 67 मिलीग्राम तक प्रतिदिन इसका सेवन किया जा सकता है (2)।

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लेख के इस हिस्से में शहतूत का चयन और स्टोर किस प्रकार करना है, इससे जुड़ी जानकारी देंगे।

शहतूत का चुनाव और स्टाेर कैसे करें- How To Select And Store Mulberries?

शहतूत के फायदे जानने के बाद, इसके चुनाव और स्टोर करने से जुड़ी जानकारी होना जरूरी है, तो नीचे पढ़ें कि शहतूत का चयन और स्टोर कैसे किया जा सकता है।

  • शहतूत खरीदते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि ये मोटे और गहरे रंग के हो
  • हमेशा काले रंग के शहतूत का चयन करें। पीले व हरे शहतूत से मालूम होता है कि ये अभी पूरी तरह पके नहीं हैं।
  • हमेशा ताजे शहतूत का चुनाव करें। ध्यान रहे कि ये ज्यादा मुलायम न हों।
  • कोशिश करें कि गले, मुर्झाए हुए शहतूत न खरीदें।

स्टोर करने के लिए:

  • शहतूत को हमेशा हवादार स्थान पर रखें।
  • शहतूत को कमरे के तापमान में खुली टोकरी में रखें। ध्यान रखें कि शहतूत पर तेज धूप न पड़ें।
  • शहतूत को दूसरे फलों के साथ स्टोर न करें। इससे ये जल्दी खराब हो सकते हैं।
  • शहतूत को सिर्फ कुछ ही घंटो तक ही कमरे के तापमान में रखा जा सकता है।
  • शहतूत को रेफ्रिजरेटर में दो दिन के लिए स्टोर किया जा सकता है।
  • रेफ्रिजरेटर में स्टोर करने के लिए शहतूत को पेपर से ढकी प्लेट पर रखें और प्लास्टिक रैप से ढक दें। जब भी शहतूत का सेवन करना हो, तो उन्हें धो कर खा लें।

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शहतूत खाने के फायदे और उपयोग के बाद लेख में अब हम शहतूत के नुकसान के बारे में बताएंगे।

शहतूत के नुकसान – Side Effects of Mulberries in Hindi

शहतूत के नुकसान जानने के लिए आइए नीचे दिए गए बिंदुओं पर डालते हैं एक नजर।

  • गुर्दे की बीमारी वाले लोगों को जिन्हें पोटेशियम की कम मात्रा लेने की सलाह दी जाती है वे शहतूत के सेवन से पहले डॉक्टरी सलाह जरूर लें। अधिक मात्रा में पोटैशियम युक्त खाद्य पदार्थ के सेवन से किडनी से जुड़ी परेशानियां हो सकती है (9)।
  • यह ब्लड शुगर को कम करता है, इस कारण हाइपोग्लाइसेमिया (ब्लड शुगर कम होना) की समस्या हो सकती है (2)। ऐसे में जिन्हें मधुमेह की समस्या है वे इसका सेवन करते वक्त अपनी शुगर की मात्रा की जांच करते रहें, ताकि रक्त शर्करा में उतार-चढ़ाव से बचा जा सके।
  • कुछ लोगों में यह त्वचा संबंधी एलर्जी पैदा कर सकता है (10)।
  • वहीं, कच्चे सफेद शहतूत खाने से पेट दर्द और मतिभ्रम की शिकायत हो सकती है।

शहतूत क्या है और इसका इस्तेमाल क्यों फायदेमंद है, यह तो आप अच्छे से जान ही गए होंगे। वहीं, आपको इसके उपयोग के तरीके और ली जाने वाली उचित मात्रा के बारे में भी पर्याप्त जानकारी हासिल हो गई होगी। हमने लेख के माध्यम से इसके फायदों के बारे में भी क्रमवार जानकारी दी है, जिसमें सेहत, त्वचा और बालों के लिए शहतूत के फायदे अलग-अलग समझाए गए हैं। वहीं, लेख के अंत में शहतूत खाने के नुकसान भी बताए गए हैं, ताकि आप इसका सुरक्षित इस्तेमाल कर सकें। आशा करते हैं कि स्वास्थ्य को बनाए रखने में यह लेख आपके बड़े काम आएगा।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या शहतूत लिवर के लिए अच्छा है?

हां, शहतूत में हेपेटोप्रोटेक्टिव प्रभाव होता है, जो लिवर के स्वास्थ्य को बरकरार रखने में मदद कर सकता है (11)।

क्या शहतूत एक सुपरफूड है?

हां, शहतूत के फायदों को देखते हुए इसे एक सुपरफूड माना जा सकता है (12)।

क्या शहतूत किडनी के लिए अच्छा है?

हां, शहतूत का सेवन किडनी के लिए अच्छा माना जा सकता है (12)। हालांकि, जिन लोगों को किडनी संबंधित परेशानी है और पोटेशियम की कम मात्रा लेने की सलाह दी गई है, उन्हें इसका सेवन करने से परहेज करना चाहिए (9)।

क्या शहतूत फैटी लिवर के लिए अच्छा है?

हां, शहतूत में हेपेटोप्रोटेक्टिव प्रभाव पाया जाता है, जो नॉन-एल्‍कोहोलिक फैटी एसिड की समस्या से सुरक्षा प्रदान कर सकता है (11)।

क्या सभी शहतूत खाने योग्य होते हैं?

आमतौर पर सभी शहतूत खाने योग्य होते हैं, लेकिन जंगली शहतूत खाने से परहेज करना चाहिए।

क्या ब्लैकबेरी और शहतूत एक ही हैं?

नहीं, ब्लैकबेरी और शहतूत समान नहीं हैं। दोनों में ही अपनी-अपनी विशेषता और गुण मौजूद होते हैं। हालांकि, सेहत के नजरिए से दोनों ही फायदेमं हो सकते हैं।

शहतूत का फल कहां से खरीदें?

शहतूत को आप बाजार में किसी भी फल की दुकान, सुपर मार्केट या ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं। यहां पर आपको अलग-अलग किस्मों के शहतूत भी आसानी से मिल सकते हैं।

References

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  1. MULBERRY: THE FRUIT OF HEAVEN’S CHOICE
    https://www.academia.edu/35499621/MUL_BERRY_THE_FRUIT_OF_HEAVENS_CHOICE
  2. Effects of Mulberry Fruit (Morus alba L.) Consumption on Health Outcomes: A Mini-Review
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5981255/
  3. Mulberry leaves and their potential effects against cardiometabolic risks: a review of chemical compositions biological properties and clinical efficacy
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC6130672/
  4. Antihemolytic Activities of Green Tea Safflower and Mulberry Extracts during Plasmodium berghei Infection in Mice
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4251073/
  5. Chemical composition nutritional value and antioxidant activities of eight mulberry cultivars from China
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3466457/
  6. Antiosteoporotic Effect of Combined Extract of Morus alba and Polygonum odoratum
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4247956/
  7. Discovering the link between nutrition and skin aging
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3583891/
  8. Mulberries raw
    https://fdc.nal.usda.gov/fdc-app.html#/food-details/169913/nutrients
  9. High potassium level
    https://medlineplus.gov/ency/article/001179.htm
  10. An IgE-Mediated Allergic Reaction Caused by Mulberry Fruit
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4341342/
  11. Mulberry Fruit Extract Ameliorates Nonalcoholic Fatty Liver Disease (NAFLD) through Inhibition of Mitochondrial Oxidative Stress in Rats
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/30643537/
  12. Nutritional constituents of mulberry and their potential applications in food and pharmaceuticals: A review
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC8241616/
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Neelanjana Singh has over 30 years of experience in the field of nutrition and dietetics. She created and headed the nutrition facility at PSRI Hospital, New Delhi. She has taught Nutrition and Health Education at the University of Delhi for over 7 years.

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Puja Kumari
Puja Kumariहेल्थ एंड वेलनेस राइटर
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