Written by , (शिक्षा- एमए इन मास कम्युनिकेशन)

इस बात से सभी भलीभांति परिचित होंगे कि स्वस्थ शरीर के लिए सही खानपान के साथ योग व व्यायाम का भी महत्व है। दैनिक जीवन में अगर पोषक तत्वों से भरपूर भोजन और नियमित योगाभ्यास का पालन किया जाए, तो व्यक्ति एक लंबी आयु और रोग मुक्त शरीर प्राप्त कर सकता है। इसी क्रम में हम स्टाइलक्रेज के इस लेख में त्रिकोणासन करने के फायदे बता रहे हैं। माना जाता है कि इस योगासन का नियमित अभ्यास शरीर को कई तरीके से लाभ पहुंचाने का काम कर सकता है, जिससे बारे में इस लेख में विस्तार से बताया गया है। यहां आप त्रिकोणासन क्या है, त्रिकोणासन के फायदे और इसे करने का सही तरीका अच्छी तरह जान पाएंगे। साथ ही इस आसन से जुड़ी अन्य जानकारी भी इस लेख में साझा की गई हैं।

पढ़ें विस्तार से

यहां हम आपको सबसे पहले बता रहे हैं कि त्रिकोणासन क्या है।

त्रिकोणासन क्या है? – What is Trikonasana in hindi

त्रिकोणासन, हठ योग की श्रेणी का एक आसन है। यह दो शब्दों से मिलकर बना है, त्रिकोण और आसन। यहां त्रिकोण का मतलब है तीन कोणों वाला और आसन का मतलब है मुद्रा यानी तीन कोणों वाली मुद्रा। त्रिकोणासन करने पर शरीर त्रिकोण जैसी मुद्रा में आ जाता है। इस कारण से इसे त्रिकोणासन कहते हैं। इस आसन में पैरों से लेकर हाथों और शरीर के कई अंग को लाभ पहुंच सकता है। आगे हम आपको विस्तार से बताएंगे कि त्रिकोणासन करने के फायदे कौन-कौन से फायदे हो सकते हैं (1)।

आगे जानें

अब बारी है त्रिकोणासन के फायदे के बारे में जानने की।

त्रिकोणासन करने के फायदे – Benefits of Trikonasana in hindi

त्रिकोणासन क्या है, यह जानने के बाद, अब नीचे जानिए त्रिकोणासन के फायदे आपको किस प्रकार लाभ पहुंचाने का काम कर सकते हैं।

1. कमर दर्द के लिए त्रिकोणासन के फायदे

त्रिकोणासन के फायदे कमर दर्द से राहत पाने में देखे जा सकते हैं। दरअसल, एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर प्रकाशित हठ योग के ऊपर किए गए एक शोध के मुताबिक नियमित योगाभ्यास करने से शरीर को लचीला बनाने में मदद मिल सकती है। साथ ही योग कमर दर्द से राहत देने में भी मददगार हो सकता है। शोध में शामिल यागासनों में त्रिकोणासन को भी शामिल किया गया है (2)। हालांकि, कमर दर्द से राहत देने में त्रिकोणासन अकेले कितना कारगर होगा, इसे लेकर अभी और शोध की आवश्यकता है।

2. तनाव और चिंता को कम करने के लिए

चिंता और तनाव की स्थिति को दूर करने में भी त्रिकोणासन के लाभ देखे जा सकते हैं। दरअसल, एक अध्ययन में उन योगासनों की सूची का जिक्र मिलता है, जो तनाव और चिंता में कारगर परिणाम दे सकते हैं, जिसमें त्रिकोणासन को भी शामिल किया गया है। शोध में इस बात का भी जिक्र मिलता है कि चिंता और तनाव के अलावा, योग नींद में सुधार करने और मूड को ठीक करने के साथ-साथ ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित करने में मददगार हो सकता है (3)। इस आधार पर कहा जा सकता है कि तनाव और चिंता में त्रिकोणासन के फायदे देखे जा सकते हैं।

 3. पाचन क्रिया को सुधारने के लिए

योगासन पाचन क्रिया को ठीक करने में भी मदद कर सकते हैं। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में उन योगासनों का जिक्र मिलता है, जो शरीर में जरूरी पोषक तत्वों के अवशोषण में मददगार हो सकते हैं, जिसमें त्रिकोणासन को भी शामिल किया गया है। वहीं, इसी शोध में इस बात को साफ तौर से कहा गया है कि नियमित योग का अभ्यास पाचन में मदद करने के साथ-साथ डाइजेस्टिव ग्लैंड को लाभ पहुंचाने में मदद कर सकता (4)। इस आधार पर कहा जा सकता है कि त्रिकोणासन पाचन को मजबूत बनाकर जरूरी पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ावा देने का काम कर सकता है

 4. मांसपेशियों की मजबूती के लिए

त्रिकोणासन शरीर को बाहरी और अंदरूनी रूप से ताकत प्रदान कर सकता है। शोध के अनुसार, त्रिकोणासन जांघ की मासपेशियों पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। शोध में जिक्र मिलता है कि यह जांघ और कूल्हे की जकड़न को भी दूर करने में कारगर हो सकता है। साथ ही बॉडी के सही पोस्चर को बनाए रखने में मददगार हो सकता है। यह खासकर ट्रंक और थाई मसल्स के लिए एक बेहतर फिजिकल थेरेपी हो सकती है (1)।

आगे है और खास

लेख के इस भाग में आप त्रिकोणासन करने का तरीका जान पाएंगे।

त्रिकोणासन करने का तरीका – Steps to do Trikonasana in Hindi

यहां हम आपको बता रहे हैं त्रिकोणासन करने का तरीका।

  • सबसे पहले किसी स्वच्छ और खुले स्थान पर योग मैट बिछाकर खड़े हो जाएं।
  • अब अपने पैरों के मध्य दो फुट की दूरी बनाएं और अपने हाथों को शरीर से सीधे सटाकर रखें।
  • इसके बाद आपको अपनी बांहों को शरीर से दूर कंधे तक फैलाना होगा।
  • अब सांस अंदर करते हुए दाएं हाथ को ऊपर उठाकर कान से सटा लें। साथ ही बाएं पैर को बाहर की ओर मोड़ दें।
  • इसके बाद आपको सांस बाहर छोड़ते हुए कमर से बाईं ओर झुकना होगा।
  • इस दौरान अपने घुटने न मोड़ें और दायां हाथ कान से सटाकर ही रखें।
  • अब अपने दाएं हाथ को जमीन के समानांतर लाने का प्रयास करें और साथ ही बाएं हाथ से बाएं टखने को छूने की कोशिश करें।
  • इस मुद्रा में 10 से 30 सेकंड तक रहने का प्रयास करें और सामान्य रूप से सांस लेने-छोड़ने की प्रक्रिया जारी रखें।
  • फिर सांस लेते हुए अपनी प्रारंभिक अवस्था में आ जाएं।
  • फिर कुछ सेकंड का विराम लेकर इस पूरी क्रिया को दाईं ओर से भी करें।
  • त्रिकोणासन के इस चक्र को तीन से चार बार किया जा सकता है।

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जानते हैं कि जो लोग पहली बार त्रिकोणासन कर रहे हैं, उन्हें क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।

शुरुआती लोगों के लिए त्रिकोणासन करने की टिप – Beginner’s Tip to do Trikonasana in Hindi

पहली बार त्रिकोणासन करने वालों को कुछ बातों का खास ध्यान रखना होता है। यहां हम शुरुआती लोगों के लिए त्रिकोणासन के कुछ टिप्स बता रहे हैं –

  • त्रिकोणासन करने का तरीका गलत न हो, इसलिए पहली बार इस आसन को करने वाले लोग किसी योग गुरु की मदद जरूर लें।
  • योग के दौरान शरीर के किसी भी हिस्से पर ज्यादा दवाब न बनाएं।
  • आसन करते समय अपनी सांस पर नियंत्रण रखने की पूरी कोशिश करें
  • त्रिकोणासन की क्रिया बताए गए निर्देश के अनुसार ही करें।
  • अगर योगासन करने में कठिनाई हो रही है, तो सहारे के लिए किसी की मदद ले सकते हैं।
  • किसी बीमारी या फिर शारीरिक कमजोरी होने पर यह आसन न करें।
  • आसन करने के लिए सुबह या शाम, किसी एक समय का निर्धारण करें।

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आर्टिकल के इस हिस्से में हम बता रहे हैं कि त्रिकोणासन करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

त्रिकोणासन योग के लिए कुछ सावधानियां – Precautions for Trikonasana In Hindi

त्रिकोणासन योग करने के साथ ही कुछ सावधानियां का ध्यान रखना जरूरी है, जैसे  –  

  • रक्तचाप की समस्या होने पर यह योगासन नहीं करना चाहिए।
  • कमर में तेज दर्द और स्लिप डिस्क की समस्या होने पर भी इस आसन को न करें।
  • गर्दन और पीठ दर्द की गंभीर समस्या में इस आसन को न करें।
  • बार-बार चक्कर आने की समस्या से जूझ रहे लोग, इस आसन को न करें।
  • हाइपर एसिडिटी होने पर इस आसन से दूर रहें
  • सायटिका यानी सायटिक नर्व की समस्या वाले इस आसन से दूर रहें।

अब हम उम्मीद कर सकते हैं कि इस लेख को पढ़ने के बाद आप त्रिकोणासन क्या है और त्रिकोणासन करने के फायदे क्या-क्या हो सकते हैं, इस विषय में बहुत कुछ जान गए होंगे। अब आप चाहें, तो इस कारगर योगासन को अपनी जीवनशैली का एक अंग बना सकते हैं। वहीं, इस योगासन को करने से पहले लेख में बताई गईं सभी सावधानियों पर जरूर गौर करें। साथ ही पहली बार इस योगासन को करने जा रहे लोग किसी योग प्रशिक्षक की मदद जरूर लें। आशा करते हैं कि यह लेख त्रिकोणासन के फायदे पहुंचाने में आपकी मदद करेगा।

References

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  1. Musculoskeletal Modeling and Analysis of Trikonasana
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC6134746/
  2. Effects of hatha yoga exercises on spine flexibility in women over 50 years old
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4339138/
  3. The Effects of a Gentle Yoga Program on Sleep, Mood, and Blood Pressure in Older Women with Restless Legs Syndrome (RLS): A Preliminary Randomized Controlled Trial
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3303621/
  4. Effect of yoga practices on micronutrient absorption in urban residential school children
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5509603/
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Anuj Joshi
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