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बच्चों की जिंदगी में पिता की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होती है। ऐसे में किसी भी व्यक्ति के लिए एक अच्छा पिता होना बहुत जरूरी हो जाता है। एक अच्छा पिता बनकर ही आप अपने बच्चों के बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकते हैं, क्योंकि एक आदर्श पिता में अनुशासन, प्यार और दोस्ती का बेहतरीन मिश्रण देखने को मिलता है। एक अच्छा पिता बनना बेशक आसान नहीं है। फिर भी इस दिशा में एक व्यापक कदम तो उठाया ही जा सकता है।  मॉमजंक्शन के इस आर्टिकल में हम अच्छा पिता बनने की कुछ टिप्स दे रहे हैं। यह टिप्स आपके काफी काम काम आ सकती हैं।

तो आइए लेख में आगे बढ़कर हम एक अच्छा पिता बनने संबंधी कुछ अहम बातें जान लेते हैं।

एक अच्छे पिता बनने के लिए 20 टिप्स | How To Be A Good Father In Hindi

एक अच्छा पिता वही है, जो जानता है कि उसे अपने बच्चों को बेहतर भविष्य के लिए कैसे तैयार करना है। यही वजह है कि एक अच्छा पिता बनने के लिए कुछ अहम बातों को ध्यान में रखा जाए। यह बातें कुछ इस तरह से हैं :

1. साथ है जरूरी

बच्चों के लिए माता-पिता के साथ का कोई विकल्प नहीं हो सकता है। आप चाहें कितने भी व्यस्त रहते हों या दुनिया में आपकी शख्सियत कितनी भी बड़ी क्यों न हो, आपके बच्चे से ज्यादा आपकी जरूरत किसी को नहीं है। ऑफिस से आकर बच्चों के साथ बैठें, उनके साथ पार्क जाएं, उनकी पसंदीदा फिल्म देखें। अच्छे पिता बनने के तरीकों में उनके साथ बिताने वाले पलों को भी अपने रोजाना के शेड्यूल में शामिल करना जरूरी है।

2. यादें बनाएं

आप अपने लिए खास लोगों के बारे में सोचें, तो पाएंगे कि ये वही लोग हैं, जो आपके यादगार पलों में साथ रहे हैं। अच्छे पिता बनने की टिप्स में आपको यह ध्यान रखने की जरूरत है कि बच्चों के यादगार लम्हों का हिस्सा जरूर बनें। चाहे उनका पहली बार चलना हो या स्कूल का पहला दिन या फिर ग्रेजुएशन सेरेमनी, आपको उनके यादगार पलों में साथ रहकर उस पल का साक्षी बनना है।

3. मजबूत कनेक्शन

जैसा कि ऊपर बताया है कि यादगार पलों में साथ रहना जरूरी है। वहीं यह भी ध्यान रखें कि हर बच्चे के लिए यादगार पलों का चुनाव अलग-अलग हो सकता है। अपने बच्चों के यादगार पलों को जानने और समझने के लिए उनके साथ आपका कनेक्शन मजबूत होना बहुत जरूरी है। इसके लिए उनकी परेशानियों, चिंता, खुशी के कारणों को बारीकी से समझें और साथ दें। बच्चों के साथ अपने मन की बातें करना भी आपके और बच्चे के मध्य के रिश्ते को मजबूत बनाएगा।

4. छोटी मगर जरूरी बातें सिखाएं

एक बेहतर पिता अपने बच्चों को सिर्फ बड़ी स्थिति के लिए तैयार नहीं करता, बल्कि उन्हें छोटी-छोटी जिम्मेदारियों के लिए भी तैयार करता है। ताकि उनको भविष्य में किसी भी वजह से परेशानी न झेलनी पड़े। इसके लिए उन्हें छोटी मगर जरूरी बातें जरूर सिखाएं। उन्हें बताएं कि क्यों साफ-सफाई रखनी जरूरी है। कैसे घर में रोजाना के कार्यों में साथ देना चाहिए या फिर बाहर जाते हुए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

5. परिवार के संग यात्रा

पेरेंटिंग टिप्स फॉर डैड में परिवार के संग यात्रा करना भी काफी अहम माना जाता है। आपको समय निकालकर बच्चों और फैमिली के साथ घूमने के लिए जाना चाहिए। इससे आपके बच्चे काफी खुश होंगे और उनमें प्रति लगाव भी बढ़ेगा। ध्यान रखें कि यह खुशी का अनुभव सिर्फ आप ही दे सकते हैं। साल में एक या दो बार किसी पहाड़ी क्षेत्र या फिर घूमने की जगह जाना काफी बेहतर विकल्प माना जाता है। ऐसा करने से आपको बच्चों के साथ समय बिताने का मौका तो मिलता ही है, साथ ही आप इसी बहाने बच्चों के थोड़ा और करीब आ सकते हैं।

6. मी-टाइम भी है जरूरी

अच्छे पिता बनने का यह मतलब नहीं है कि आप खुद को भूल जाएं। इस बात को अच्छी तरह समझ लीजिए कि अगर आप खुद को खुश नहीं रख पा रहे हैं, तो आप बच्चों को भी खुशी नहीं दे पाएंगे। इसलिए अपने लिए मी-टाइम जरूर निकालें। इस दौरान वो काम करें, जो आपको पसंद हो।

7. बच्चों को प्रेरित करने के लिए उपहार दें

बच्चों को छोटे-छोटे और अच्छे कामों के बारे में सिर्फ सिखाने या बताने से कुछ नहीं होगा। जरूरी है कि उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए उनके छोटे-छोटे काम के लिए कुछ उपहार भी दिए जाएं। बच्चों को उपहार देने से वह खुश तो होंगे ही, साथ ही अच्छे कामों को करने की दिशा में बढ़ने के लिए प्रेरित भी होंगे। उपहार के रूप में आप टॉफी-चॉकलेट से लेकर उन्हें घुमाने ले जाने तक उनकी पसंद का कोई भी काम कर सकते हैं। ध्यान रखें, दिया जाने वाला उपहार उचित होना चाहिए, न ही छोटा और न ही अधिक बड़ा।

8. गलती पर प्यार से समझाएं

जिस तरह उपहार गुड हैबिट्स को जारी रखने के लिए जरूरी है, ठीक उसी तरह बैड हैबिट्स या गलती के लिए टोकना भी जरूरी है। मगर, इसका यह मतलब बिल्कुल भी नहीं है कि बच्चों को बात-बात पर डांटना शुरू कर दिया जाए। ऐसा करना बच्चों के मासूम मन को प्रभावित कर सकता है। ऐसे में किसी भी गलती पर बच्चों को प्यार से समझाएं कि उनके द्वारा किया गया काम गलत है।

9. चिल्लाना या हाथ उठाना है गलत

अक्सर होता है कि बच्चों की गलती पर पिता गुस्से में चिल्ला देते हैं या फिर पिटाई कर देते हैं। ऐसा करना बिल्कुल भी सही नहीं है। इसका सीधा असर बच्चे की मानसिक व भावनात्मक स्थिति पर पड़ता है। इस बात को समझें कि आप बच्चे के पिता हैं और जरा सी भी ऊंची आवाज में बात करना बच्चे के मन पर गहरा असर डाल सकता है। ऐसे में मुमकिन है कि इस कारण बच्चा आपसे बात करने या फिर आपके करीब आने में संकोच करने लगे। इसलिए चिल्लाना या मारना पीटना किसी बात का हल नहीं है। ऐसे में एक अच्छा पिता होने के नाते इस काम को किसी भी स्थिति में करने से बचना चाहिए।

10. प्यार और डर दोनों है जरूरी

बच्चों के मन में आपके लिए प्यार और थोड़ा-सा डर दोनों होना जरूरी है। इसके लिए आपको खुद के लिए एक सीमा रेखा तय करनी होगी कि आपको किस बात पर कितना गुस्सा करना है और फिर प्यार से कैसे समझाना है। आप अगर गुस्सा ज्यादा करेंगे, तो आपसे बच्चों को डर लगना शुरू हो जाएगा और वह आपसे खुल कर बात नहीं कर पाएंगे। वहीं अगर प्यार के कारण हर बात मानेंगे, तो उनके बिगड़ने का खतरा हो सकता है।

11. खुद बनें मिसाल

आपने सुना होगा कि बच्चे माता-पिता की परछाई होते हैं। यह बात बिल्कुल सच है। आप अपने बच्चों को जैसा देखना चाहते हैं या आपको लगता है कि भविष्य में उन्हें ऐसा होना चाहिए, तो आपको आज खुद भी वैसा बनना पड़ेगा। आपको खुद बच्चों के लिए मिसाल बनना पड़ेगा। ऐसे में बच्चे आपको देखकर प्रभावित होंगे और वह आपके नक्शेकदम पर चलने का प्रयास करेंगे।

12. पत्नी के साथ रिश्ते पर भी ध्यान दें

बच्चे अपनी मां से काफी करीब होते हैं। ऐसे में पत्नी के साथ आपका व्यवहार और रिश्ता भी बच्चे और आपके संबंध पर असर डाल सकता है। इसलिए बच्चों के सामने कभी लड़ाई न करें और आपस में प्यार के साथ रहें। इससे बच्चों को यह भी सीखने में मदद मिलेगी कि लाइफ पार्टनर या अपने लोगों के साथ कैसा व्यवहार किया जाता है। यानी एक अच्छा पिता होने के साथ एक अच्छा पति बनाना भी आपके लिए जरूरी हो जाता है।

13. आप भी हो सकते हैं गलत

पिता होने का मतलब यह नहीं है कि हर जगह आप ही सही होंगे। हो सकता है कि कुछ मामलों में आपके बच्चे सही बात कर रहे हों या आप कुछ ऐसा नहीं कर पाए, जो आपको करना चाहिए था। तो तुरंत अपनी गलती मानें और उस गलती को आगे कभी न करें। इससे बच्चों पर काफी सकारात्मक असर पड़ेगा और वह भी अपनी गलती स्वीकारना सीखेंगे।

14. सम्मान मांगे नहीं कमाएं

किसी से भी सम्मान आप मांगकर नहीं ले सकते, बल्कि आपको यह कमाना पड़ता है। बच्चों के मामले में भी यह बात लागू होती है। आपको बच्चों के सामने ईमानदारी, सच्चाई, प्रेम और साथ देने की मिसाल बनना पड़ेगा। तभी वह आपको सम्मान की नजरों से देख पाएंगे।

15. प्यार जताना भी है जरूरी

अगर आप यह सोचते हैं कि सिर्फ बच्चों की जिम्मेदारी निभाना या उन्हें भविष्य के लिए तैयार करना ही अच्छे पिता बनने की टिप्स में शामिल है, तो आप गलत हैं। आपको बच्चों के प्रति प्यार जताना भी आना चाहिए। इसके लिए आप उन्हें अपनी गोद में बिठाना, गालों पर चूमना या उन्हें गले लगाना जैसी क्रियाएं कर सकते हैं। इसके साथ ही अपने जीवन में बच्चों की उपस्थिति की प्रशंसा भी जरूर करें।

16. उम्मीदों का बोझ न डालें

अक्सर हम अपने बच्चों में खुद को देखने लगते हैं और उनके जरिए अपनी उम्मीदों या सपनों को पूरा होते देखना चाहते हैं, लेकिन यह गलत है। आप और आपका बच्चा बिल्कुल अलग हो सकते हैं। हो सकता है आप पढ़ने-लिखने में तेज रहे हों या चाहते हों कि आपका बच्चा सबसे तेज हो। मगर, आपका बच्चा पढ़ाई-लिखाई में औसत हो सकता है और खेल-कूद में आगे। तो इस बात को समझें और उन पर बेवजह उम्मीदों का बोझ न डालें।

17. बच्चों की चिंता और परेशानी को समझें

ध्यान रखें कि आपकी परवरिश और आपके बच्चे की परवरिश बिल्कुल अलग समय में हो रही है। आज की चुनौतियां, परेशानियां, चिंताएं अलग हैं और आने वाले कल में अलग होंगी। इसलिए अपने बच्चों की चुनौतियों, चिंताओं और परेशानियों को समझने की कोशिश करें, न कि उन्हें बेकार करार दें।

18. बच्चों की गलतियों को स्वीकार करें

बच्चे कच्ची मिट्टी की तरह होते हैं, जो गलतियां भी करते हैं और संघर्ष भी। उनकी गलतियों और संघर्षों को स्वीकार करें और उनका साथ दें। अगर आपका बच्चा गलती करता है, तो उसे समझाएं। मगर, कभी भी चिड़चिड़े न हों या समझाना बंद न करें। अगर आपका बच्चा किसी कार्य को करने में संघर्ष कर रहा है, तो उसका हौसला बढ़ाएं।

19. दोस्ती भी जरूरी

किसी भी इंसान के लिए दोस्त के साथ बातें, चिंताएं शेयर करना आसान होता है। इसलिए अपने बच्चों का दोस्त बनने की कोशिश करें। हालांकि, पिता के पद से बिल्कुल हट जाना भी गलत है। बच्चों का दोस्त बनने के लिए उनकी बातें समझें और सुख-दुख में साथ दें। उनके साथ समय बिताएं और कुछ पल के लिए उनका दोस्त बनकर उनके साथ बच्चों के घरेलू खेल खेलने का प्रयास करें। इससे बच्चे के साथ आपका रिश्ता और भी मजबूत हो पाएगा।

20. पिता का काम नहीं होता खत्म

एक बात अच्छी तरह जान लें कि आपका बच्चा चाहे 1 साल का हो या 35 साल का, लेकिन आपकी जरूरत, आपका साथ, आपका प्यार उसे हमेशा चाहिए। यह जिम्मेदारी कभी खत्म नहीं होती, इसलिए जीवन के अंतिम समय तक अपने बच्चों को खूब प्यार, स्नेह के साथ-साथ उन्हें अच्छी और बुरी बातों की सीख देते रहें।

अच्छे पिता कैसे बनें? यह जानने के लिए ऊपर 20 टिप्स बताए गए हैं, जो काफी असरदार और कारगर साबित हो सकती हैं। इन टिप्स को अपनाकर आप भी एक अच्छा बनने के दिशा में एक सार्थक कदम बढ़ा सकते हैं। ऐसा करने से न केवल आप एक अच्छे पिता बन पाएंगे, बल्कि ऐसा करना बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए भी सहायक साबित होगा। म्मीद है कि यह जानकारी आपको पसंद आई होगी और आपके लिए काफी उपयोगी साबित होगी। ऐसे ही अन्य विषयों के बारे में पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट मॉमजंक्शन पर बने रहें।

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