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पति-पत्नी गृहस्थ जीवन के दो पहिए होते हैं, जिसमें दोनों की बराबर की भागीदारी होनी जरूरी होती है। वैसे तो दोनों पर एक समान बोझ होता है, लेकिन कभी-कभी पति खुद को श्रेष्ठ समझने लगते हैं और घर के मामलों या फिर दूसरी बातों पर पत्नी की राय लेना पसंद नहीं करते। इसलिए मॉमजंक्शन के इस आर्टिकल में हम कुछ ऐसे टिप्स लेकर आए हैं, जिससे अहंकारी पति से निपटने में काफी मदद सकती है।

तो चलिए फिर जानते हैं, अंहकारी पति से निपटने के असरदार टिप्स।

अहंकारी पति से निपटने के बेहतरीन तरीके | Abhimani jivansathi se nipatne ke tips

  1. पति से खुलकर बात करें : पति हावी होने लगे और बात-बात पर बेइज्जती करने लगे तो धैर्य के साथ खुलकर बात करना चाहिए। उन्हें बताएं कि ऐसे पूरी जिंदगी नहीं बिताई जा सकती। उनके स्वभाव के बारे में जानें कि ऐसे व्यवहार करने के पीछे क्या कारण है।
  1. खुद पर विश्वास बनाए रखें : कभी-कभी जरूरत से ज्यादा दखलअंदाजी होने पर आत्मविश्वास डगमगाने लगता है। अपने अंदर आगे बढ़ने की इच्छा को कभी भी खत्म न होने दें, क्योंकि एक बार ऐसा करेंगी तो बार-बार ऐसी स्थिति आती रहेगी। खुद को सक्षम बनाएं और शांति के साथ अपनी राय रखें।
  1. फैसला लेने की क्षमता रखें : अपने फैसले खुद लेने की क्षमता रखें। गलतियां हो भी जाए तो उससे सीखते हुए आगे बढ़ें। हर बात पर पति पर निर्भर होना छोड़ दें। इससे खुद में विश्वास बढ़ेगा।
  1. अच्छे काम की तारीफ करें : तारीफ हर किसी को पसंद होती है, चाहे वह कितना भी अहंकारी क्यों न हो। पति अगर अच्छा काम करते हैं या खुद को आपके लिए बदलने की कोशिश करते हैं तो उनकी तारीफ करें। उन्हें बताएं कि उनके अंदर के बदलाव से आप कितनी खुश हैं।
  1. गुस्सा न करें : पति अगर अहंकारी हो तो गुस्सा आना स्वाभाविक है, लेकिन गुस्से पर नियंत्रण रखने की जरूरत होती है। गुस्सा करने से घर का माहौल तो बिगड़ेगा ही, साथ ही बच्चों पर भी बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए कोशिश करें कि अपने गुस्से को हमेशा नियंत्रण में रखें।
  1. नीचा न दिखाएं : पति-पत्नी अगर एक-दूसरे को नीचा दिखाते हैं तो स्थिति और बिगड़ सकती है। पति अगर नीचा दिखाता है तो आप भी ऐसा न करें। उन्हें अपनी बात समझाने के लिए दूसरे तरीके का सहारा लें और हो सके तो उन्हें भी ये चीजें सीखाएं।
  1. बीती बातों की चर्चा न करें : अतीत में कुछ गलत होने का ताना देना सही नहीं है। इसलिए बीती बातों को भूलकर आगे बढ़ने की कोशिश करनी चाहिए। पुरानी बातों लेकर बैठे रहने से झगड़ा कभी खत्म नहीं होगा और यह पति-पत्नी के रिश्ते के लिए अच्छा नहीं होता।
  1. रिश्ते की इज्जत करें : भले ही पति अहंकार में आपको नीचा दिखाने की कोशिश करता हो, लेकिन आप हमेशा उसकी इज्जत करती रहें। ऐसा करते रहने से उन्हें भी एक दिन अपनी गलती का एहसास होगा और वो आपकी इज्जत करने लगेंगे। माना जाता है कि रिश्ते में प्यार बढ़ाने के लिए एक दूसरे की इज्जत करना जरूरी होता है।
  1. घर में बनाएं अपनी जगह : पति अगर आप को तवज्जो नहीं देता तो परेशान होने के बजाए घर के दूसरे सदस्यों के साथ समय व्यतीत करने की कोशिश करें। बच्चों को पूरा समय दें। जब आपका व्यवहार दूसरे सदस्यों के साथ दोस्ताना होगा तो पति को देर-सबेर आपकी अहमियत जरूर समझ आएगी।
  1.  ‘हम’ का प्रयोग करें : पति या उनके रिश्तेदारों से बात करने के दौरान ‘मैं’ की जगह ‘हम’ शब्द का प्रयोग ज्यादा करें । इससे उन्हें एहसास होगा कि आप दोनों अलग नहीं हैं और उनके इस व्यवहार का असर दोनों के संबंधों पर पड़ सकता है।   
  1. सपोर्ट सिस्टम ढूंढें : अगर पति आपका साथ नहीं देता तो खुद के लिए सपोर्ट सिस्टम ढूंढे। ये कोई भी हो सकता है। दोस्त, रिश्तेदार या मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ। ये आप में आत्मविश्वास बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।
  1. सोच न थोपें : हर इंसान एक-दूसरे से अलग होता है। इसलिए उनका आपसी विचार भी अलग हो सकता है। ऐसे में कभी ये न चाहें कि पति आप जैसा सोचे। अगर ऐसा है तो आप खुद को न सिर्फ परेशान कर रही हैं, बल्कि घर का माहौल भी खराब होता है। पति की सोच को समझें और कुछ कमियों के साथ ही उन्हें अपनाने की कोशिश करें।
  1. समस्या की तह तक पहुंचे : कुछ पुरुषों में असुरक्षा की भावना ज्यादा होती है। यह आगे चलकर चिड़चिड़े और अहंकारी होने की वजह बन सकती है। अगर आपके पति पहले ठीक थे और कुछ समय पहले से अहंकारी बर्ताव करने लगे हैं तो इसके पीछे का कारण जानने की कोशिश करें। उसकी जगह खुद को रखकर स्थिति को समझने की कोशिश करें।
  1. बात मनवाने के लिए कूटनीति का लें सहारा : पति अहंकारी है और कोई बात सुनने को तैयार नहीं है तो कूटनीति का सहारा लें। जैसे अगर आपको पति के साथ  मायके जाना है और पति न माने तो इसे इस तरह से समझा सकती हैं कि मेरे घर वाले आप से ज्यादा प्यार करते हैं, इसलिए मुझे नहीं, बल्कि आपको बुलाया है। इस तरीके को अपनाकर कभी-कभी मन की चला सकती हैं।
  1. भरोसेमंद दोस्त से लें मदद : पति के अहंकारी स्वभाव के पीछे चल रही भावनाओं को समझने के लिए उसके किसी दोस्त से मदद लें। उससे बात करें कि वह पहले भी ऐसा था या अभी ऐसा हुआ है। इसके पीछे बचपन की कोई घटना तो नहीं। ये समझने के बाद ही आपको अपने पति को बदलने में मदद मिल पाएगी।
  1. कभी-कभी पसंदीदा काम करें : सभी पति को लगता है कि पत्नी उसकी बात माने। पत्नी हर वह काम करे जो पति चाहता है। कभी-कभी पति को खुश करने के लिए उसकी पसंद का काम करें, जैसे- उनके पसंद का खाना बनाएं या फिर उनके पसंद से बेडरूम को सजाएं आदि। कुल मिलाकर उन्हें एहसास दिलाएं कि वो आपके लिए खास हैं।
  1. शक न करें :  पति-पत्नी का रिश्ता विश्वास पर टिका होता है। कभी भी पति पर बेवजह शक न करें। शक करने से आपका रिश्ता खतरे में पड़ सकता है। अगर पति के अहंकारी स्वभाव को बदलना चाहती हैं तो प्यार से ही बदला जा सकता है।
  1. साथ दें : पति कितना भी अहंकारी या घमंडी क्यों न हो, उसके साथ खड़ी रहें। परेशानी के समय में किसी का साथ इंसान को काफी बल देता है और जब वह आपका साथ पाएंगे तो हो सकता है कि खुद को बदलने के लिए तैयार हो जाएं।
  1. पति को पूरा समय दें : अहंकारी इंसान की चाहत होती है कि हर समय सभी उसके आगे-पीछे घूमे। इसलिए उन्हें पूरा तवज्जो दें और जब वह खुश होकर अपनी भावनाएं व्यक्त कर रहे हों तो उन्हें प्यार से समझाएं कि आप भी उनसे ऐसी ही उम्मीद रखती हैं।
  1. सलाहकार से मिलें : कभी-कभी हम ऐसी स्थिति में फंसे होते हैं कि खुद समझ नहीं पाते। ऐसे स्थिति में अपने पति को किसी मैरिज काउंसलर से मिलने के लिए राजी करें। हो सकता है कि वहां बात करने पर कोई रास्ता निकल आए।
  1. खुद के लिए स्टैंड लें : पति अगर अपना अहंकारी स्वभाव छोड़ने को तैयार न हो और आपकी लाख कोशिशों के बाद भी आपकी इज्जत नहीं कर रहा है तो खुद के लिए स्टैंड लेना बेहतर होता है। किसी इंसान को ये हक नहीं मिलना चाहिए कि वह आपकी बेइज्जती करे।
  1. घर वालों से बात करें : पति अगर इतना अहंकारी है कि खुद के आगे किसी की नहीं सुनता तो हद से ज्यादा उसे बर्दाश्त करना सही नहीं। इसलिए इस बारे में अपने घर वालों से बात करें। उन्हें अपनी परिस्थिति समझाएं। फिर सबके सहमति से जो सही हो वही फैसला लें।

पति का अहंकारी होना पत्नियों के लिए काफी तकलीफदेह होता है। ऐसे स्वभाव वाले लोग एक दिन में नहीं, बल्कि धीरे-धीरे बदला जा सकता है। जरूरत है तो सिर्फ धैर्य के साथ आगे बढ़ने की। इसके लिए लेख में दिए गए टिप्स को अपना सकते हैं। साथ ही उन्हें अपने प्यार और स्नेह से समझा सकते हैं। रिश्तों पर आधारित ऐसे ही आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहें मॉमजंक्शन के साथ।

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