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शिशु के जन्म से लेकर छह महीने तक केवल स्तनपान की सलाह दी जाती है। वहीं, इसके बाद ही शिशु के आहार में ठोस खाद्य पदार्थों को शामिल किया जाता है (1)। इन खाद्य पदार्थों में कई नाम हो सकते हैं, जिसमें एक नाम सेब का भी शामिल है। जी हां, शिशु की सेहत के लिए सेब का सेवन लाभकारी हो सकता है। वहीं, यह किस प्रकार शिशु को लाभ पहुंचाने का काम कर सकता है, इसकी विस्तारपूर्वक जानकारी हम मॉमजंक्शन के इस लेख में देंगे। इसके अलावा, बच्चों के लिए सेब की कुछ स्वादिष्ट रेसिपी को भी यहां शामिल किया गया है। साथ ही इसके कुछ नुकसान भी बताए गए हैं।

चलिये, सबसे पहले जानते हैं कि बच्चों के लिए सेब कितना सुरक्षित है।

क्या छोटे बच्चों को सेब दे सकते हैं?

हां, छोटे बच्चों को सेब दे सकते हैं। इससे जुड़े एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध से जानकारी मिलती है कि सेब बच्चों के आहार की गुणवत्ता सुधार सकता है। वहीं, शोध में साफ तौर से जिक्र मिलता है कि बच्चों के संपूर्ण स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए सेब को उनके आहार में जरूर शामिल करना चाहिए। सेब फाइबर और पोटैशियम जैसे कई पोषक तत्वों से समृद्ध होता है, जो शिशु को लाभ पहुंचाने का काम कर सकते हैं (2)

अब हम सेब में पाए जाने वाले पौष्टिक तत्वों की जानकारी देंगे।

सेब में मौजूद पोषक तत्व

सेब कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है, यही कारण है कि बच्चों के लिए यह फायदेमंद माना जाता है। नीचे हम सेब में मौजूद विभिन्न पोषक तत्व और उनकी प्रति 100 ग्राम मात्रा के बारे में बता रहे हैं (3) :

  • 100 ग्राम सेब में 85.56 ग्राम पानी और  52 किलो कैलोरी उर्जा पाई जाती है।
  • वहीं, इसकी 100 ग्राम मात्रा में 6 मिलीग्राम कैल्शियम, 0.12 मिलीग्राम आयरन, 5 मिलीग्राम मैग्नीशियम, 11 मिलीग्राम  फोस्फोरस और 107 मिलीग्राम पोटैशियम पाया जाता है।
  • वहीं, 100 ग्राम सेब में 0.26 ग्राम प्रोटीन, 0.17 ग्राम फैट, 13.81 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 2.4 ग्राम फाइबर मौजूद होता है।
  • यही नहीं, सेब विटामिन-सी (4.6 ग्राम) से भी समृद्ध होता है।
  • इसके अलावा, इसमें विटामिन- ए, बी, ई और के भी मौजूद होते हैं।

लेख के इस हिस्से में जानें शिशु को सेब का सेवन कराने का सही समय।

शिशु को सेब देना कब शुरू करें?

6 से 12 महीने के शिशुओं को दिए जाने वाले पूरक आहार (Complementary Food) को लेकर हुए शोध में इस बात की जानकारी मिलती है कि बच्चों के जन्म के 6 महीने (24 सप्ताह) बाद से ही सेब का सेवन कराया जा सकता है। इस रिसर्च के मुताबिक, बच्चों को सेब की प्यूरी बना कर दे सकते हैं, ताकि बच्चा इसका सेवन ठीक से कर पाए (4)

लेख में आगे सेब के फायदों के बारे में जान लीजिए।

सेब से शिशु को होने वाले अद्भुत स्वास्थ्य लाभ

यहां हम आपको सेब के सेवन से बच्चों को होने वाले फायदों के बारे में बता रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार है :

1. पाचन और कब्ज के लिए :

सेब का सेवन बच्चों में कब्ज की समस्या को कम कर सकता है। जैसा कि हमने लेख में बताया कि सेब फाइबर से समृद्ध होता है (3)। वहीं, फाइबर बच्चों के पाचन तंत्र को सही रखने और ठोस मल को मुलायम बनाकर कब्ज से निजात दिलाने में मदद कर सकता है (5)। वहीं, एक अन्य रिसर्च से पता चलता है कि सेब के जूस का सेवन कब्ज की समस्या से राहत दिलाने के साथ-साथ शिशुओं के मल की प्रक्रिया को भी सुधार सकता है (6)

2. मोटापे को नियंत्रित करने के लिए :

मोटापा कई बीमारियों का कारण बन सकता है। इसलिए, इससे बचना जरूरी है। यहां सेब के फायदे देखे जा सकते हैं। दरअसल, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में इस बात का साफ तौर से जिक्र मिलता है कि सेब का सेवन बच्चों में मोटापे के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है। इसके पीछे सेब में मौजूद फाइबर जैसे पोषक तत्व हो सकते हैं, जो अतिरिक्त खाने की आदत को नियंत्रित कर वजन को काबू में रखने का काम कर सकते हैं (2)

3. हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक :

बच्चों में कैल्शियम की कमी उनके बोन हेल्थ को प्रभावित कर सकती है, इसलिए उन्हें कैल्शियम का सेवन कराना जरूरी होता है। बच्चों में कैल्शियम हड्डियों को विकसित करने और उन्हें मजबूत बनाए रखने में मदद कर सकता है (7)यहां सेब मददगार साबित हो सकता है, क्योंकि इसमें कैल्शियम मौजूद होता है (3) वहीं, एक रिसर्च पेपर में भी इस बात का साफ तौर से जिक्र मिलता है कि सेब हड्डियों को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है (8)

4. दिमागी विकास के लिए :

दिमागी विकास के लिए भी सेब के फायदे देखे जा सकते हैं। दरअसल, इस विषय पर हुए शोध से पता चलता है कि सेब एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो ऑक्सीडेटिव क्षति के कारण होने वाली संज्ञानात्मक गिरावट यानी सोचने, समझने, याद करने व निर्णय लेने की क्षमता में गिरावट से बचाव कर सकता है (9)। हालांकि, यह शोध चूहों पर किया गया था, मनुष्यों पर इसका कितना प्रभाव हो सकता है, फिलहाल इस पर अभी और शोध की आवश्यकता है।

5. विटामिन-सी से भरपूर :

बच्चों में विटामिन-सी की कमी उनके शारीरिक और मानसिक विकास पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है। इसके अलावा, उनकी इम्यून सिस्टम को भी कमजोर कर सकती है (10)। ऐसे में सेब का सेवन शिशुओं के लिए लाभकारी हो सकता है। बता दें कि सेब विटामिन-सी से समृद्ध होता है। इसकी 100 ग्राम मात्रा में लगभग 4.6 मिलीग्राम विटामिन-सी पाया जाता है (3)। ऐसे में हम कह सकते हैं कि शिशुओं के शारीरिक और मानसिक विकास के साथ-साथ इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए विटामिन-सी के रूप में सेब का सेवन लाभकारी हो सकता है।

सेब के लाभ जानने के बाद खिलाते समय बरती जाने वाली सावधानियों को भी जानना है जरूरी।

बच्चे को सेब खिलाते समय बरती जाने वाली सावधानियां

सेब के फायदे जानने के बाद इसके सेवन के समय कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। इसलिए, यहां हम कुछ सावधानियों का जिक्र कर रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार हैं :

  • पहली बार शिशुओं को सेब का सेवन कराने से पहले एक डॉक्टरी सलाह जरूर लें।
  • शिशुओं को सेब का सेवन कराते समय उसकी उम्र का ध्यान रखें।
  • हमेशा ताजे और आर्गेनिक एप्पल का ही सेवन बच्चों को करायें।
  • सेब का सेवन प्यूरी, दलिया या फिर हलवा जैसे पतले पदार्थ के रूप में ही करवाएं।
  • सेब को तब तक पकाएं या मैश करें, जब तक वो पूरी तरह से मुलायम न हो जाए।

नीचे अब हम आपको सेब के नुकसान बताएंगे।

क्या शिशु को सेब देने के हानिकारक प्रभाव भी हैं

इसमें कोई शक नहीं कि सेब का सेवन बच्चों के लिए लाभकारी हो सकता है, लेकिन इसकी अधिक मात्रा और कुछ विशेष परिस्थिति बच्चोंं में सेब के नुकसान का कारण बन सकती है :

  • कुछ मामलों में सेब बच्चों में एलर्जी जैसे ओरल एलर्जी सिंड्रोम का कारण बन सकता है। इससे गले, मुंह और होंठ में खुजली और सूजन की समस्या हो सकती है (11)
  • सेब में मौजूद एसिड बच्चों के दांत की ऊपरी परत (tooth enamel) को नुकसान पहुंचा सकते हैं (12)
  • इसके अलावा, सेब के उत्पादन में अगर कीटनाशक का उपयोग किया गया है और सेब में अगर इसके अवशेष मौजूद होते हैं, तो इससे बच्चों के स्वास्थ्य से जुड़ी कई गंभीर समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है (13)
  • जैसा कि हमने ऊपर बताया है कि सेब में फाइबर मौजूद होता है और ऐसे में सेब का अधिक सेवन फाइबर की अधिकता से होने वाली समस्याओं जैसे गैस व पेट में ऐंठन का कारण बन सकता है (5)

सेब के नुकसान जानने के बाद, अब सेब खिलाने का तरीका भी जान लीजिए।

अपने शिशु को सेब कैसे दें?

बच्चों को सेब खिलाने के फायदे और नुकसान जानने के बाद यहां हम शिशु को सेब खिलाने के विभिन्न तरीके बता रहे हैं :

  • बच्चों को सेब की प्यूरी बना कर दे सकते हैं।
  • शिशुओं को एप्पल मैश कर के भी दिया जा सकता हैं।
  • एप्पल को दलिया के साथ मिला कर भी दिया जा सकता है।
  • बड़े बच्चों को थोड़ी मात्रा में सेब का जूस दिया जा सकता है।
  • यही नहीं सेब की सेब का हलवा बनाकर भी शिशुओं को खिलाया जा सकता है।

अंत में जानें बच्चों के लिए सेब की कुछ शानदार रेसिपी।

बच्चों के लिए सेब के स्वादिष्ट व्यंजन

यहां हम बच्चों के खाने के लिए सेब के कुछ स्वादिष्ट और हेल्दी रेसिपी बता रहे हैं :

1. सेब की प्यूरी | Apple Puree For Babies In Hindi

सामग्री :

  • एक सेब कटा हुआ
  • पानी एक कटोरी

बनाने की विधि

  • सबसे पहले सेब को अच्छे से ब्लेंड कर लें।
  • फिर एक बर्तन में ब्लेंड किए हुए सेब में पानी डालकर अच्छे से मिलाएं।
  • फिर मध्यम आंच पर उसे 8 मिनट तक पकाएं। साथ ही बीच-बीच में उसे चलाते रहें।
  • सेब और पानी अच्छे से मिल जाएं, तो उसे ठंडा कर उसमें 2 चम्मच पानी मिलाकर मुलायम करें।
  • इस तरह तैयार हो जाएगी सेब की प्यूरी।

2. सेब और रागी का हलुआ

Apple For Babies In Hindi
Image: Shutterstock

सामग्री

  • रागी का आटा – 2 चम्मच
  • पका हुआ सेब – आधा कटा हुआ

बनाने की विधि :

  • सबसे पहले सेब को ब्लेंडर में डालकर उसकी प्यूरी बना लें।
  • अब इसमें रागी का आटा और पानी मिलाएं।
  • फिर हल्की आंच पर थोड़ी देर पकाएं।
  • फिर गैस बंद कर दें।
  • इस तरह तैयार हो जाएगा सेब और रागी का हलुआ।

3. सेब और सूजी की खीर

Apple For Babies In Hindi
Image: Shutterstock

सामग्री :

  • सूजी – एक चौथाई कप
  • सेब की प्यूरी – चार चम्मच
  • दूध – एक कप
  • पानी – एक कप
  • चीनी – दो चम्मच
  • घी – दो चम्मच

 बनाने की विधि :

  • सबसे पहले गैस पर एक कढ़ाही चढ़ाएं, फिर उसमें घी डालें।
  • अब इसमें सूजी फ्राई करें।
  • जब सूजी का रंग हल्का भूरा हो जाए, तो उसे एक अलग बर्तन में निकाल लें।
  • फिर उसी कढ़ाई में दूध और पानी डालें। जब इसमें उबाल आने लगे, तो फिर चीनी डाल कर उसे अच्छे से मिलाएं।
  • जब चीनी दूध में अच्छे से मिल जाए, तो इसमें भूनी हुई सूजी डालकर गाढ़ा होने तक पकाएं।
  • जब यह अच्छी तरह से पक जाए, तो इसमें सेब की प्यूरी डालकर दो मिनट तक और पकाएं।
  • इस तरह तैयार हो जाएगी सेब-सूजी की खीर।

तो ये थे बच्चों के लिए सेब के फायदे। एक हेल्दी फूड के रूप में आप बच्चों के आहार में सेब को शामिल कर सकते हैं। आपकी सुविधा के लिए हमने सेब की कुछ शानदार रेसिपी भी बताई हैं, जिन्हें आप बच्चों को बनाकर दे सकते हैं। वहीं, इसकी मात्रा का भी ध्यान जरूर रखें, क्योंकि अधिक मात्रा में सेब का सेवन लेख में बताए गए सेब के नुकसान का कारण बन सकता है। वहीं, अगर इस दौरान बच्चों में किसी भी तरह की परेशानी दिखे, तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। उम्मीद करते हैं कि यह लेख आपके लिए मददगार रहा होगा।

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