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छोटे बच्चों के आहार में किसी भी नए खाद्य पदार्थ को शामिल करना एक चिंता का विषय हो सकता है। दरअसल, यह चिंता इस बात को लेकर होती है कि शामिल किया जाने वाला खाद्य पदार्थ किस प्रकार बच्चे के शरीर पर असर छोड़ेगा। ऐसे में, अगर आप छोटे बच्चों को पहली बार आइसक्रीम देने की सोच रहे हैं, तो इस विषय में जरूरी जानकारी हासिल कर लें। मॉमजंक्शन के इस लेख में हमने विस्तारपूर्वक इस विषय में बताया है। यहां आप बच्चों को आइसक्रीम देने का सही समय व इससे जुड़ी सावधानियां जान पाएंगे। पूरी जानकारी के लिए लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
सबसे पहले जानते हैं कि छोटे बच्चों को आइसक्रीम देना उचित है या नहीं।
क्या छोटे बच्चों को आइसक्रीम देना सही है? | Ice Cream For Babies In Hindi
जी हां, छोटे बच्चों को आइसक्रीम दी जा सकती है। दरअसल, एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक वैज्ञानिक शोध में जब बच्चों को टॉन्सिल्लेक्टोमी के बाद आइसक्रीम का सेवन कराया गया, तो उनमें दर्द से राहत देखी गई। टॉन्सिल्लेक्टोमी, टॉन्सिल्स को हटाने की सर्जिकल प्रक्रिया है(1)। वहीं, सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) की मुताबिक, बच्चों को सीमित मात्रा में आइसक्रीम दी जा सकती है (2)।
इस आधार पर कहा जा सकता है कि बच्चों को सीमित मात्रा में आइसक्रीम का सेवन कराया जा सकता है। शुरुआत में बच्चों को कम मात्रा में आइसक्रीम दें, फिर इसकी थोड़ी मात्रा को बढ़ा सकते हैं। वहीं, इस बात का ध्यान रखें कि बच्चों को आइसक्रीम का आदी न बनाएं, इससे बच्चे अन्य जरूरी खाद्य पदार्थ को खाने में आनाकानी कर सकते हैं। फिर भी सावधानी के लिए बच्चों को आइसक्रीम देने से पहले एक बार डॉक्टरी सलाह जरूर लें।
बच्चों को किस उम्र से आइसक्रीम देना शुरू कर सकते हैं, जानिए नीचे।
बच्चों को आइसक्रीम देना कब शुरू कर सकते हैं?
सीडीसी (सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन) की मानें, तो एक साल से कम उम्र के बच्चों को एडेड शुगर नहीं देना चाहिए। वहीं, आइसक्रीम में एडेड शुगर का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा, शुगर से बच्चों के नए-नए विकसित हुए दांतों को नुकसान पहुंच सकता है (2)(3)।ऐसे में, एक साल से ऊपर के बच्चों को डॉक्टरी परामर्श पर आइसक्रीम देना शुरू किया जा सकता है। वहीं, इस बात का ध्यान रखें कि छोटे बच्चों को घर की बनी आइसक्रीम ही खिलाएं।
आगे जानिए, एक वर्ष से कम उम्र के बच्चों को आइसक्रीम न देने के विभिन्न कारण।
1 वर्ष से कम आयु के बच्चों को आइसक्रीम क्यों नहीं देनी चाहिए?
बच्चों को एक साल से पहले आइस क्रीम नहीं देने के पीछे कुछ कारणों होते हैं, जिसमे ये शामिल हैं :
- एलर्जी : कई तरह की आइसक्रीम के निर्माण में गाय के दूध का उपयोग किया जाता है (4)। वहीं, गाय का दूधबच्चों में मिल्क एलर्जी का कारण बन सकता है। यह वह स्थिति है, जब गाय के दूध में मौजूद प्रोटीन एलर्जी का कारण बनता है। इससे बच्चे को उल्टी, पेट में ऐंठन व दस्त की समस्या हो सकती है (5)।
- दांतों में झनझनाहट : आइसक्रीम के ठंडे होने के कारण बच्चों के नए-नए विकसित हुए दांतों में झनझनाहट महसूस हो सकती है और यह बच्चों के लिए कष्टदायक हो सकता है (6)।
- लैक्टोज इनटॉलेरेंस : आइसक्रीम में शुगर का इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें लैक्टोज पाया जाता है। यह पेट फूलना,दस्त की परेशानी और गैस की समस्या का कारण बन सकता है (7)। लैक्टोज एक तरह का शुगर है, जोदूध और अन्य डेयरी प्रोडक्ट में पाया जाता है। इसे पचाने के लिए लैक्टेज नामक एंजाइम की आवश्यकता होती है, पर जब छोटी आंत इस एंजाइम को पर्याप्त मात्रा में नहीं बना पाती है, तो लैक्टोज इनटॉलेरेंस की समस्या उत्पन्न होती है (8)।
- जरूरी पोषक तत्वों की कमी: छोटे बच्चों के आहार में आइसक्रीम को शामिल करने पर वे दूसरे जरूरी खाद्य पदार्थों को खाने में आनाकानी कर सकते हैं। इससे उनमें जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। फिलहाल, इस विषय पर अभी और शोध की आवश्यकता है।
- दांतों को नुकसान : आइसक्रीम बनाने के लिए शक्कर का भी इस्तेमाल किया जाता है। वहीं, शुगर युक्त खाद्य पदार्थ के नियमित सेवन से बच्चों के नए-नए विकसित हुए दांतों को नुकसान पहुंच सकता है (3)।
आइये, अब जान लेते हैं कि बच्चों को किस तरह की आइसक्रीम देनी चाहिए।
बच्चों को पहले किस प्रकार की आइसक्रीम देनी चाहिए?
नीचे जानिए बच्चों को शुरुआत में किस प्रकार की आइसक्रीम देनी चाहिए :
- बच्चों को शुरुआत में घर में बनाया गई आइसक्रीम ही देनी चाहिए।
- जिस विशेष खाद्य पदार्थ से बच्चों को एलर्जी है, उसे बिना शामिल किए ही बच्चों के लिए आइसक्रीम बनाएं।
- गले में फसने वाले खाद्य पदार्थ जैसे कुकीज व कैंडी को बच्चों की आइसक्रीम में शामिल न करें।
- आइसक्रीम में कम से कम सामग्री का इस्तेमाल हो, तो बेहतर होगा।
अब हम छोटे बच्चों को आइसक्रीम देने से जुड़ी सावधानियां बता रहे हैं।
शिशु को आइसक्रीम देते वक्त और उससे पहले क्या सावधानी बरतें?
शिशुओं को आइसक्रीम देते समय कुछ सावधानी बरतने की जरूरत होती हैं, जो इस प्रकार हैं :
- जैसा कि हमने ऊपर बताया कि आइसक्रीम में एडेड शुगर का इस्तेमाल किया जाता है, इसलिए एक साल से पहले बच्चों को आइसक्रीम न दें (2)।
- पहली बार बच्चों को आइसक्रीम देने से पहले एक बार डॉक्टरी सलाह जरूर लें।
- बच्चों की आइसक्रीम स्वादिष्ट और पौष्टिक बनाने के लिए उसमें एडेड शुगर की जगह मीठे फलों या शहद का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- बच्चों की आइसक्रीम में आर्टिफिशियल फूड कलर्स का उपयोग करने से बचें।
- बच्चों को बाहर की आइसक्रीम न दें।
- बच्चों को ताजा बनी हुई आइसक्रीम ही दें।
- आइसक्रीम प्राकृतिक सामग्री से बनी होनी चाहिए।
- सीमित मात्रा में ही छोटे बच्चों को आइसक्रीम का सेवन कराएं।
- आइसक्रीम से किसी तरह की एलर्जी नजर आती है, तो उसे देना बंद कर दें।
चलिए जानते हैं कि छोटे बच्चों को आइसक्रीम देने के दूसरे क्या विकल्प हो सकते हैं।
बच्चों के लिए आइसक्रीम के अन्य विकल्प
बच्चों को आइसक्रीम देने के दूसरे कई विकल्प हो सकते हैं, इन विकल्पों में ये शामिल हैं :
- बच्चों के लिए आइसक्रीम देने का एक अच्छा विकल्प फल हो सकते हैं। इसके लिए पके हुए आम, सेब या केले को फ्रीज में जमाने के बाद ब्लेंडर में ब्लेंड करके बच्चों को दे सकते हैं।
- स्मूदी भी आइसक्रीम का विकल्प साबित हो सकती है। कुछ फलों को मिलाकर स्मूदी बना सकते हैं, जिसे फ्रिज में ठंडा कर बच्चों को दे सकते हैं।
- बच्चों को ठंडी आइसक्रीम की जगह थोड़ी दही में शक्कर मिलाकर दे सकते हैं।
बच्चों के लिए घर में ही हेल्दी आइसक्रीम बनाने का तरीका नीचे बताया गया है।
बच्चों के लिए घर में आइसक्रीम बनाने का तरीका
नीचे हम कुछ शानदार आइसक्रीम रेसिपी शेयर कर रहे हैं, जो बच्चों को खूब पसंद आएंगी :
1. चॉकलेट आइसक्रीम रेसिपी
सामग्री :
- लगभग दो से तीन कप क्रीम युक्त दूध
- लगभग एक कप शक्कर (चीनी) या गुड़
- एक चम्मच कस्टर्ड पाउडर
- दो चम्मच कोको पाउडर
- आधा चम्मच वनीला एसेंस
- एक कप क्रीम
- मुट्ठी भर कटे हुए नट्स (काजू, बादाम और किशमिश आदि)
बनाने का तरीका :
- चॉकलेट आइसक्रीम बनाने के लिए एक कप दूध में कोको, कस्टर्ड पाउडर और शक्कर को अच्छी तरह मिला लें।
- बाकी बचे हुए दूध को उबालकर उसमें तैयार किए गए मिश्रण को डाल दें।
- अब इस मिश्रण को कुछ देर उबलने के लिए छोड़ दें। जब यह पूरी तरह उबल जाए, तो गैस बंद कर ठंडा होने दें।
- ठंडा होने के बाद इसमें वनीला एसेंस और क्रीम को मिलाएं।
- अब इसे ब्लेंडर में डालकर ब्लेंड कर लें, जिससे कि सभी सामग्री अच्छी तरह मिक्स हो जाएं।
- इसके बाद इसमें नट्स मिला दें।
- फिर इसे एक बर्तन में डालकर फ्रिजर में जमाने के लिए रख दें।
- जब यह अच्छी तरह जम जाए, तो बच्चों को दे सकते हैं।
2. मिल्क आइसक्रीम रेसिपी
सामग्री :
- करीब एक लीटर दूध
- एक कप गुड़ या डेट्स पल्प (खजूर का गूदा)
- आधा कप मिल्क पाउडर
- दो से तीन चम्मच कॉर्न फ्लोर
- एक चम्मच वनीला एसेंस
- कुछ कटे हुए नट्स
बनाने का तरीका :
- सबसे पहले दूध को उबाल लें।
- दूध उबलने के बाद इसमें मिल्क पाउडर डालकर कुछ देर चम्मच चलाते रहें।
- फिर इसमें शक्कर मिलाकर कुछ देर चम्मच चलाएं।
- अब इस मिश्रण में कॉर्न फ्लोर को अच्छी तरह मिलाकर लगभग 5 मिनट तक पकने दें।
- इसके बाद थोड़ी देर के लिए ठंडा होने दें।
- फिर इसमें वनीला एसेंस को मिक्स करके ब्लेंड़ कर लें।
- अब इसे किसी बर्तन में डालकर फ्रिज में जमने के लिए रख दें।
- जब यह जम जाए, तो ऊपर से कटे हुए नट्स डालकर बच्चों को दे सकते हैं।
3. फ्रूट आइसक्रीम
सामग्री :
- दो कप दूध
- एक कप कंडेंस्ड मिल्क
- एक कप क्रीम
- एक चम्मच चोको चिप्स
- कटे हुए फल (सेब, अंगूर और केला)
- एक चम्मच वनीला एसेंस
बनाने का तरीका :
- सबसे पहले क्रीम को बाउल में डालकर अच्छी तरह फेंट लें।
- अब इसमें दूध, कंडेंस्ड मिल्क और वनीला एसेंस को मिक्स कर लें।
- फिर इसे किसी बर्तन में डालकर आधे घंटे के लिए फ्रिज में जमने के लिए रख दें।
- इसके बाद इस मिश्रण में कटे हुए फल डालकर अच्छी तरह फेंटे।
- अब इसे किसी एयरटाइट डिब्बे में डालकर फिर से फ्रिज में जमने के लिए रख दें।
- जब यह जम जाए, तो ऊपर से चोको चिप्स डालकर बच्चों को दे सकते हैं।
दोस्तों, आइसक्रीम बच्चों को पसंद आती है और कुछ ही समय में इसके अलग-अलग फ्लेवर बच्चों के फेवरेट बन जाते हैं। वहीं, इस लेख को पढ़ने के बाद अब आप बच्चों को आइसक्रीम देने से जुड़ी जरूरी बातें जान गए होंगे। इसके अलावा, एक साल से कम उम्र के शिशुओं को आइसक्रीम क्यों नहीं देनी चाहिए, इसके विषय में भी आपको जानकारी हो गई होगी। अब आप चाहें, तो अपने एक साल से ऊपर के बच्चे को सीमित मात्रा में घर की बनी आइसक्रीम का सेवन करा सकते हैं। लेकिन, बच्चों को इसका आदी न होने दें। उम्मीद करते हैं कि यह लेख आपके लिए मददगार साबित होगा।
References
2. Foods and Drinks to Limit By CDC;
3. Sugars and dental caries By NCBI;
4. Nutritive and Biological Value of Mares Milk Ice Cream By Researchgate;
5. Cows milk allergy: From allergens to new forms of diagnosis therapy and prevention By NCBI;
6. Sensitive teeth- causes and treatment By Alliedacademies;
7. Definition & Facts for Lactose Intolerance By NIH;
8. Lactose intolerance By Medlineplus;
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