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जब कोई अपने हर काम के लिए दूसरों पर निर्भर हो जाता है, तो वह समाज में अपनी खुद की सही पहचान नहीं बना पाता। दूसरों पर पूरी तरह निर्भरता एक शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ व्यक्ति को विकलांग बना देती है। इसलिए, जरूरी है कि आत्मनिर्भरता के गुण बालपन से ही सिखाए जाएं, जिससे बच्चे आगे चलकर अपने काम स्वंय कर सकें। मॉमजंक्शन के इस लेख में हम बच्चों को कैसे आत्मनिर्भर बनाएं, इसके लिए कुछ सटीक तरीकों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं। हमारे साथ जानिए आत्मनिर्भरता का सही अर्थ और बच्चों में आत्मनिर्भरता क्यों जरूरी है।
आत्मनिर्भरता का अर्थ क्या है?
आत्मनिर्भरता का अर्थ होता है, अपने किसी भी काम लिए दूसरों पर निर्भर न होना। एक आत्मनिर्भर व्यक्ति अपने काम के लिए स्वयं के परिश्रम को महत्व देता है और बेहिचक अपने विचारों को प्रकट करता है। साथ ही वो अपने फैसले खुद ही लेना पसंद करता है। देखा जाए तो आत्मनिर्भरता व्यक्ति को जीवन में सही से चलना सिखाती है।
आगे जानिए बच्चों में आत्मनिर्भरता होना क्यों जरूरी है।
क्यों बच्चे के लिए आत्मनिर्भर होना जरूरी है?
दुनिया तेजी से आगे बढ़ रही है, ऐसे में प्रत्येक बच्चे के लिए आत्मनिर्भर होना जरूरी है। बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए उसे शुरू से आत्मनिर्भरता का गुण सिखाना बहुत जरूरी है। इससे बच्चा अपने काम स्वयं कर पाएगा और उसकी दूसरों पर निर्भरता खत्म होगी। साथ ही वो अपने विचार स्कूल या घर में सही से व्यक्त कर पाएगा। साथ ही आत्मनिर्भरता बच्चों में अपने फैसले खुद लेने के गुण को विकसित करती है। नीचे जानिए कि किस प्रकार बच्चों में आत्मनिर्भरता को कैसे विकसित किया जा सकता है।
अब हम उन तरीकों के बारे में जान लेते हैं, जिनकी मदद से बच्चे आत्मनिर्भर बन सकते हैं।
अपने बच्चे को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 12 तरीके | Bachho Ko Self Dependent Kaise Kare
1. धैर्य रखना सिखाएं
बच्चों को किसी भी काम को लेकर धैर्य रखना सिखाना जरूरी है। कई बार किसी काम या खेल-कूद में असफलता के कारण बच्चे जल्दी निराश और दुखी हो जाते हैं। बच्चों में धैर्य पैदा करना जरूरी है, क्योंकि इससे उनके अंदर आत्मा-निर्भरता बढ़ेगी और वो हर काम को पूरे जोश के साथ करेंगे।
2. अपना काम स्वयं करने दें
बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उनके कुछ काम उन्हें खुद ही करने दें। हां, लेकिन आप उनके काम पर नजर जरूर रखें। जैसे स्कूल का होम वर्क, घर में अपने जूते-चप्पल को सही स्थान पर रखना, स्वयं भोजन करना आदि। इन क्रियाओं से उनके अंदर आत्म-निर्भरता बढ़ेगी और अनुशासन भी आएगा।
3. फैसले लेने की आजादी
बच्चों को खुद के फैसले लेना सिखाएं। उनके अच्छे चुनाव के लिए प्रशंसा करें। इन चुनाव में उन्हें क्या खाना है, क्या पढ़ना है, कौन से खिलौने से खेलना है आदि शामिल हो सकते हैं। ऐसा करने पर बच्चों के अंदर आत्मनिर्भरता का भाव पैदा होगा।
4. घर के काम में अपने साथ शामिल करें
घर के छोटे-छोटे कामों में बच्चों को शामिल करने की कोशिश करें। ऐसा करने पर बच्चे और माता-पिता के बीच हमेशा संबंध अच्छे बने रहेंगे। इन कामों में घर की सफाई, खाना बनाते समय मदद, कोई टेक्नोलॉजी से संबंधित काम आदि हो सकते हैं। ध्यान रहे कि इस दौरान बच्चे पूरी नजर रखें और कोई कठीन काम उनसे न करवाएं।
5. गलतियों से सीखने के बारे में बताएं
जब भी आपका बच्चा कोई छोटी गलती करता है, तो उन पर चिल्लाने के बजाए, उन्हें शांत होकर गलतियों से सीखने की सलाह दें, ताकि भविष्य में वह ऐसी गलती दोबारा न करें। अगर छोटी-छोटी गलतियों पर बच्चों को डांटा जाएगा, तो उनके अंदर डर का भाव पैदा होगा। इससे उनके अंदर आत्मनिर्भरता कम हो सकती है।
6. काम के लिए परिश्रम की सलाह
बच्चों को किसी भी काम को लेकर अधिक परिश्रम करने की सलाह दें। उन्हें बताए कि परिश्रम करने पर हर काम संभव हो सकता है। इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा। साथ ही उन्हें ऐसे लोगों की जीवन गाथा बताए, जिन्होंने मेहनत कर असंभव काम को संभव कर दिखाया है।
7. अपने विचारों को व्यक्त करने के बारे में बताएं
ऐसे बहुत से कारण हो सकते हैं, जिनकी वजह से बच्चे अपनी बातों को दूसरों के सामने नहीं रख पाते हैं। इससे उनके अंदर आत्मविश्वास के साथ आत्मनिर्भरता धीरे-धीरे कम होने लगती है। अगर उन्हें बचपन से ही विचारों को व्यक्त करना सिखाया जाए, तो वे आगे चलकर अपनी बातों को बेहिचक दूसरों के सामने रख सकते हैं।
8. दूसरे बच्चों से दोस्ती करने के बारे में बताएं
कई बच्चे अपनी उम्र के बच्चों के साथ घुल-मिल नहीं पाते हैं। ऐसे में उन्हें दोस्ती का महत्व समझाएं और अच्छे दोस्त चुनने के लिए प्रेरित करें। इससे वह कई नई चीजें सीख सकेंगे।
9. पैसे की कीमत समझाएं
पैसा भी इंसान को आत्मनिर्भर बनाता है और आज के समय पैसे के बिना जीवन का गुजारा असंभव है। इसलिए, बच्चों को पैसे की कीमत समझाएं। पैसों को कीमत समझने से वो आगे चलकर सही जगह पैसों को खर्च कर पाएंगे और उनके अंदर आत्मनिर्भरता बनी रहेगी।
10. परिश्रम के लिए प्रोत्साहित करें
बच्चा जब कोई नया काम करता है, तो उसे प्रोत्साहित करें, फिर चाहे वो गलत ही क्यों न करे। ऐसा करने पर उसे काम को करने में खुशी होगी। इससे उसके अंदर आत्मनिर्भरता का विकास होगा।
11. हमें है भरोसा
अगर पैरेंट्स समय-समय पर बच्चों को यह कहते हैं कि हमें तुम पर भरोसा है, तो इससे बच्चे को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिल सकती है। इससे बच्चा अपने काम पूरे आत्मविश्वास के साथ कर सकेगा।
12. परिश्रम के लिए प्रोत्साहित करें
कुछ काम बच्चे को खुद से और दूसरों की मदद के बिना करने के लिए कहें। उन्हें समझाएं कि कोई भी काम मुश्किल नहीं होता। अगर पूरी मेहनत और लगन से किया जाए, तो कोई भी काम आसानी से किया जा सकता है।
इस लेख को पढ़ने के बाद आप समझ गए होंगे कि बच्चों में आत्मनिर्भरता क्यों जरूरी है। आत्मनिर्भरता से भरपूर बच्चा अपने भविष्य का निर्माण स्वयं कर सकता है और माता-पिता का नाम रोशन कर सकता है। हम उम्मीद करते हैं कि इस आर्टिकल में दिए गए टिप्स जरूर आपके काम आएंगे। साथ ही इस आर्टिकल को ज्यादा से ज्यादा लोगों के साथ शेयर करें, ताकि उनके बच्चों में भी सकारात्मक परिर्वतन आ सके।
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