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इन दिनों पूरी दुनिया कोरोना वायरस से जूझ रही है। इस कोरोना काल में क्या बच्चे, क्या बुजुर्ग और क्या युवा वर्ग, हर कोई घर में रहने को मजबूर है। हालांकि, ऐसे समय में हर कोई किसी न किसी तरह अपना समय व्यतीत कर रहा है, लेकिन सबसे ज्यादा परेशान बच्चे हैं। एग्जाम खत्म हो चुके हैं, स्कूल बंद हैं, बाहर खेलने जा नहीं सकते और हर समय टीवी-मोबाइल देखना सही नहीं है। अब ऐसे में बच्चे क्या करें? मॉमजंक्शन इसी समस्या का अनोखा हल लेकर आया है। यही सही समय है, बच्चों को हिंदुस्तान के पारंपरिक खेलों से जोड़ने का। ये खेल ऐसे हैं, जिन्हें घर में आसानी से खेला जा सकता है। न सिर्फ लॉकडाउन, बल्कि उसके बाद भी बच्चे इन्हें खेल सकते हैं।
घर के अंदर खेले जाने वाले खेलों के नाम
यहां हम ऐसे करीब 30 खेलों के नाम बता रहे हैं, जिनके लिए ज्यादा ताम-झाम की जरूरत नहीं है। बस जरूरत है, कुछ साथियों की। इसलिए, बेहतर होगा कि अगर पैरंट्स अपने बच्चों के पार्टनर बनें और उन्हें ये खेल खेलने के लिए प्रेरित करें। इससे न सिर्फ आपके अपने बच्चों के साथ संबंध और गहरे होंगे, बल्कि आप एक बार फिर से अपने बचपन को जी लेंगे। आइए, विस्तार से इन 30 खेलों के बारे में जानते हैं।
1. राजा मंत्री चोर सिपाही
छोटे बच्चों के लिए खेले जाने वाले कई खेलों में से एक राजा चोर मंत्री सिपाही है। यह किरदार आधारित खेल है, जिसे चार लोग मिलकर खेलते हैं। इसमें राजा, मंत्री, सिपाही और चोर होते हैं। इस गेम में चार चिट पर इन नामों को लिखा जाता है और उसी के अनुसार नंबर भी दिए जाते हैं। जिसे ज्यादा नंबर मिलते हैं वह राजा, उसके बाद वाला मंत्री, फिर सिपाही और कम नंबर वाला चोर कहलाता है।
कैसे खेलें:
- इसके लिए चार खिलाड़ियों की जरूरत होती है।
- प्रत्येक खिलाड़ी राजा, चोर, मंत्री या सैनिक की भूमिका निभाता है।
- जिसके पास जो चिट होती है, उसी के अनुसार उनकी भूमिका होती है।
- हर चिट पर लिखे किरदार के नाम के अनुसार अंक होते हैं।
- फिर इस चिट को मोड़ा जाता है, ताकि चिट में क्या लिखा है पता न चले।
- फिर इसे हाथ में लेकर अच्छे से हिलाकर नीचे फेंका जाता है।
- फिर एक-एक करके चिट को उठाते हैं।
- इसके मंत्री को चोर की पहचान का अनुमान लगाना होता है।
- उसके बाद किसे कौन-सी चिट मिली है, यह बताना होता है।
- फिर उनके चिट के नंबर को एक पेपर में लिखा जाता है।
- कुछ गेम खेलने के बाद उन नंबर को जोड़ा जाता है।
- फिर इसमें जिसका अधिक नंबर होता है वह राजा, उसके बाद मंत्री, सिपाही और चोर आता है।
2. चिड़िया उड़
यह बेहद मजेदार गेम है। इसे खेलने के लिए उंगली का उपयोग किया जाता है। साथ में कुछ चिड़िया, जानवरों और वस्तुओं का नाम लिया जाता है। नाम के अनुसार उंगलियों को ऊपर या जमीन पर रखना होता है। जैसे उड़ने वाले जीव या वस्तु के नाम पर उंगली को उठाना होता है और जानवर के नाम पर उंगली को जमीन पर ही रखना होता है।
कैसे खेलें:
- सबसे पहले सभी गोल घेरा बनाकर बैठ जाएं। इसे एक साथ कई लोग खेल सकते हैं।
- फिर अपने एक-एक उंगली जमीन पर रखें।
- अब कोई एक चिड़िया, जानवर या वस्तु का नाम लेगा और उसी के अनुसार बाकी सभी को उंगली हवा में उठानी होगी।
- अगर किसी ने न उड़ने वाले नाम पर उंगली हवा में की, तो उसे गाने की, नाचने की या कुछ और करने की सजा दी जा सकती है।
3. सांप-सीढ़ी
यह एक रोमांचक खेल है, जिसे एक बोर्ड, गोटियों और डाइस की मदद से खेला जाता है। इस बोर्ड में 1 से 100 तक और डाइस में 1 से 6 तक के नंबर अंकित होते हैं, जिसके बीच-बीच में सांप की चित्र भी होते हैं। इसे खेलने पर डाइस में जितना नंबर आता है, उतने ही बॉक्स में गोटियों को चलना होता है। सांप के मुंह वाले बॉक्स में पहुंचने पर गोटी नीचे उस बॉक्स में वापस चली जाती है, जहां सांप की पूंछ होती है। वहीं, सीढ़ी आने पर गोटी ऊपर चली जाती है।
कैसे खेलें:
- इसमें एक साथ कई लोग खेल सकते हैं।
- सांप-सीढ़ी बोर्ड पर गोटियों को रखें और हर खिलाड़ी बारी-बारी से डाइस को हिलाकर नीचे फेंके।
- शुरुआत में 6 नंबर आने पर भी गोटी खुलती है।
- इसके बाद डाइस फेंकने पर जिसके जितने नंबर आएं, उसे उतने कॉलम गोटी को चलना होता है।
- जिसकी गोटी पहले सौ तक पहुंच जाती है। वह खेल को जीत जाता है।
4. कैरम
इस खेल को दो व चार लोग मिलकर खेलते हैं। इसे कैरम बोर्ड पर खेला जाता है। बोर्ड का आकार छोटा या बड़ा हो सकता है। इसे किसी भी उम्र के लोग खेल सकते हैं। बच्चे भी इस खेल को बहुत एन्जॉय करते हैं। इसमें दो रंगों की 9-9 गोटियां होती है, जो काली-पीली या काली-सफेद होती है। इसमें एक लाल रंग की गोटी भी होती है, जिसे रान यानी क्वीन कहा जाता है। इस खेल को खेलने के लिए एक स्ट्राइकर का उपयोग किया जाता है।
कैसे खेलें:
- सबसे पहले दो-दो की टीम बना लें।
- टीम के दोनों सदस्य आमने-सामने बैठेंगे और सभी गोटियों को सजाकर कैरम के बिल्कुल बीच में रखा जाएगा। लाल गोटी यानी क्वीन इन सभी गोटियों के बीच में रहेगी।
- स्ट्राइकर को बोर्ड के स्ट्राइकर लाइन पर रखें, लेकिन नियम के अनुसार स्ट्राइकर दोनों लाइनों को स्पर्श कर रहा हो। अगर किसी का स्ट्राइकर एक ही रेखा को छू रहा हो, तो वो फाउल माना जाएगा।
- फिर गोटी को निशाने में लेकर स्ट्राइकर को उंगली से हिट करें, लेकिन ध्यान रहे कि इस दौरान आपके हाथ या उंगली का कोई भी हिस्सा बोर्ड को न छू रहा हो, वरना इसे भी फाउल माना जाएगा।
- अगर स्ट्राइकर से हिट करने के बाद गोटी बोर्ड में दिए खाने के अंदर जाती है, तो आप फिर से खेलते हैं। अगर नहीं गई, तो दूसरे टीम के सदस्य खेलेंगे।
- वहीं, लाल गोटी को बोर्ड के खाने में डालने के तुरंत बाद एक और गोटी को खाने में डालना जरूरी होता है। अगर लाल गोटी के बाद कोई गोटी नहीं जाती है, तो क्वीन को निकालकर वापस बोर्ड के बीच में रखा जाता है।
- जो टीम सबसे पहले ज्यादा गोटियां व क्वीन को निकालती है, वही टीम जीतती है।
5. पोशंपा
इस खेल में दो बच्चे हाथ को आपस में पकड़कर चेन बनाते हैं। साथ ही गाना भी गाते हैं “पोशंपा भई पोशंपा, लाल किले में क्या हुआ, सौ रुपये की घड़ी चुराई, अब तो जेल में जाना पड़ेगा, जेल की रोटी खानी पड़ेगी, जेल का पानी पीना पड़ेगा, अब तो जेल में आना पड़ेगा”। इस दौरान, बच्चे उस चेन के बीच से गुजरते हैं। जैसे ही गाना खत्म होता है, वहां से गुजरने वाला बच्चा पकड़ा जाता है। जो पकड़ा जाता है वह खेल से आउट हो जाता है।
कैसे खेलें:
- दो बच्चे एक दूसरे के सामने खड़े हो जाए।
- फिर एक दूसरे के हाथ को पकड़कर चेन बनाएंगे और हाथों को ऊपर कर लेंगे।
- इसके बाद गाने को गाना शुरू कर देंगे।
- वहीं, बाकी बच्चे लाइन से उस चेन को पार करेंगे।
6. म्यूजिकल चेयर
संगीत और कुर्सी के लिए दौड़ का खेल काफी मजेदार होता है। इस खेल के दौरान मुख्य रूप से संगीत का उपयोग किया जाता है। इसमें जितने प्रतिभागी होते हैं, उनकी संख्या के मुकाबले एक कुर्सी कम रखी जाती है। जैसे संगीत बंद होता है। सबको कुर्सी में बैठना होता है, जिसे कुर्सी नहीं मिल पाती है वह खेल से बाहर हो जाता है।
कैसे खेलें:
- कुर्सियों का एक गोल घेरा बना लें। ध्यान रहे कुर्सी में बैठे के लिए जगह होनी चाहिए।
- फिर म्यूजिक सिस्टम में गाने बजाए और बच्चों को कुर्सी के पीछे गोले में चलाने के लिए कहें।
- उन्हें पहले ही बता दें कि संगीत बंद होने पर कुर्सी पर बैठना है।
- हर राउंड के अंत में जो कुर्सी पर नहीं बैठ पाता वो बाहर हो जाता है और एक कुर्सी भी कम होती जाती है।
- इस तरह अंत में एक कुर्सी और सिर्फ 2 खिलाड़ी बचते हैं। इनमें से जो म्यूजिक बंद होते ही कुर्सी पर बैठ जाता है, वो जीत जाता है।
7. लुकाछिपी
लुकाछिपी काफी प्रचलित खेल है। इस खेल को बच्चों के साथ माता-पिता भी एन्जॉय करते हैं। बच्चे कई बार ऐसे स्थान में छुप जाते हैं, जहां उन्हें ढूंढना मुश्किल हो जाता है।
कैसे खेलें:
- जो ढूंढने वाला है, उन्हें आंख बंद करके कुछ देर 1-10 तक गिनती बोलनी होती है।
- उस गिनती के दौरान बाकी सभी छुप जाएं और बच्चे को ढूंढने दें।
- बच्चा बोर न हो, इसलिए आप ऐसी जगह छुपें, जहां उसके लिए ढूंढना आसान हो।
- इस तरह जिसे सबसे पहले ढूंढा जाएगा, अलगे राउंड में उसकी बारी आएगी।
8. लूडो
खाली समय में लूडो से बेहतर और कोई गेम नहीं है। आजकल तो इसे ऑनलाइन भी खेला जा रहा है। आप अपने घर में बैठे-बैठे अपने दोस्त के साथ मोबाइल पर इसे खेल सकते हैं। इसके लिए कई ऐप मौजूद हैं। इसे दो, तीन या चार लोग मिलकर खेल सकते हैं।
कैसे खेलें:
- इसके लिए एक लूडो बोर्ड की आवश्यकता होती है।
- हर खिलाड़ी के पास चार गोटियां होती हैं। हर खिलाड़ी को अपनी सभी गोटियां बोर्ड के बीच वाले भाग में पहुंचानी होती है।
- इसे डाइस से खेला जाता है। हर गोटी 6 नंबर से खुलती है। इसके बाद डाइस पर जितने नंबर आते हैं, गोटी उतने बॉक्स आगे चलती है।
- कोई भी खिलाड़ी रास्ते में आने वाली दूसरे खिलाड़ी की गोटी को काट सकता है। गोटी काटने, किसी भी गोटी के बोर्ड के बीच में पहुंचने और 6 नंबर आने पर अतिरिक्त चाल मिलती है।
- जिस खिलाड़ी की सभी गोटियां सबसे पहले बोर्ड के बीच में पहुंचती हैं, वो ही विजेता होता है।
- अगर आपके पास लूडो बोर्ड नहीं है, तो इसे टैब या मोबाइल पर खेल सकते हैं।
9. स्टोन-पेपर-सीजर
इसे रॉक-पेपर-सीजर के नाम से भी जाना जाता है। यह एक हाथ से खेले जाने वाला खेल है, जिसे आमतौर पर दो लोगों के बीच खेला जाता है। इसमें प्रत्येक खिलाड़ी को एक साथ तीन आकृतियों में से एक का चुनाव कर वैसा हाथ बनाना होता है।
कैसे खेलें:
- सबसे पहले खेलने वाले दोनों आमने-सामने खड़े हो जाएं।
- फिर अपने हाथ को हिलाते हुए स्टोन-पेपर-सीजर कहें।
- इसमें सीजर आकार वाला बनाने वाला पेपर आकार वाले से जीत जाता है।
10. तंबोला
तंबोला एक रोमांचक और मनोरंजक खेल है। इसे बच्चे, बुजुर्ग और जवान कोई भी खेल सकता है। यह नंबरों वाला खेल होता है, जिसे कई लोग एक बार में खेल सकते हैं। इसके लिए उपयोग की जाने वाली हर शीट पर 1 से 90 तक के बीच के 15-15 नंबर लिखे होते हैं। वहीं, एक थैली में 1 से 90 नंबर तक के कूपन होते हैं। जिसकी शीट पर अधिक नंबर कटते हैं, उसे इनाम दिया जाता है। साथ ही शीट के पूरे नम्बर कटने पर सबसे बड़ा इनाम दिया जाता है।
कैसे खेलें:
- इसके लिए तंबोला किट चाहिए होती है।
- उस किट में विभिन्न नंबरों की कई शीट होती हैं और एक अलग शीट पर 1 से 90 तक सभी नंबर लिखे होते हैं।
- खेलने वाले सभी खिलाड़ियों को एक-एक शीट दे दें।
- उन शीट पर कुछ नंबर लिखे होते हैं। वहीं, एक खिलाड़ी थैली में से कूपन निकालकर नंबर बोलेगा। जिसकी शीट पर सबसे पहले हॉरिजॉन्टल या वर्टिकल में एक सीध से सभी नंबर कट जाएंगे, वह विजेता होता है।
- वहीं, जिसकी शीट के सभी नंबर सबसे पहले कटेंगे, वो गेम का विजेता होगा।
- इस खेल को खेलने के तरीके और नियम तंबोला किट में भी दिए होते हैं।
11. वर्ड पजल गेम
यह एक मजेदार अल्फाबेट वाला खेल है, जिसे चार लोग खेल सकते हैं। इसे खेलने के लिए एक बोर्ड की आवश्यकता होती है। इस खेल में अल्फाबेट से स्पेलिंग बनाई जाती है और उसी के आधार पर पॉइंट मिलते हैं। जिसे अधिक पॉइंट मिलते हैं, वह इस खेल का विजेता होता है। इसे खेलने से बच्चे न सिर्फ नए-नए शब्द सीख सकेंगे, बल्कि उनका दिमाग भी तेज होगा। इसे दो या दो से ज्यादा बच्चे खेल सकते हैं।
कैसे खेलें:
- इस किट में एक वर्ड पजल बोर्ड और ए से जेड तक अल्फाबेट होते हैं।
- कोई भी खिलाड़ी इन अल्फाबेट का इस्तेमाल करके एक वर्ड बनाएगा। उसके बाद अन्य खिलाड़ी एक-एक करके उस वर्ड के ऊपर-नीचे या फिर दाएं-बाएं नए वर्ड बनाएंगे।
- जो अंत तक वर्ड बनाता रहेगा, वही जीतेगा।
- इसे खेलने के नियम व तरीके इसके किट में दिए होते हैं। उसे पढ़कर बच्चों को उसे खेलना सिखाएं।
12. पजल
पजल वर्ड पजल गेम से बिल्कुल अलग होता है। इसमें किसी एक फोटो के कई टुकड़े होते हैं। इन सभी टुकड़ों को जोड़कर फोटो बनानी होती है। इसमें उस फोटो में दिए गए क्लू को समझना जरूरी होता है। इससे बच्चों की सोचने की क्षमता का विकास होता है।
कैसे खेलें:
- इसके लिए एक पजल बोर्ड या कुछ हिस्सों में कटी हुई फोटो की आवश्यकता होती है।
- उन फोटो के हिस्से को सही जगह पर लगा कर पजल को ठीक करना होता है।
- इसे बच्चे अकेले खेलते हैं, लेकिन आप उसके साथ बैठकर उसे कुछ क्लू बता सकते हैं।
13. ताश
ताश से कई तरह के खेल खेले जा सकते हैं। उन खेलों में से एक रमी भी है, जो काफी प्रचलित है। यह आसानी से समझ में आने वाला खेल है। इस खेल में सभी कार्ड को तीन के सेट या क्रम में लगाना होता है। सेट पूरा करने के लिए जोकर या वाइल्ड कार्ड इस्तेमाल किया जाता है। वाइल्ड कार्ड एक विशेष कार्ड होता है, जिसे खेल के दौरान निर्धारित किया जाता है। क्रम को पूरा करने के लिए कार्ड का एक तरह के नंबर, रंग और क्रम में होना जरूरी है। जिसका पहले क्रम बन जाएगा वो खेल जीत जाता है।
कैसे खेलें:
- इस खेल के लिए 2 कार्ड के पैक को इस्तेमाल किया जाता है।
- हर पैक में कम से कम एक जोकर होना जरूरी होता है।
- इन कार्ड के नंबर नीचे से ऊपर की ओर होते हैं, जैसे – इक्का, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, गुलाम, बेगम और बादशाह।
- कार्ड के सेट बनाते समय इक्के को पहले रखा जाता है।
- इस खेल में इक्के के 10 अंक होते हैं, जो अहम कार्ड होता है और फिर क्रम के अनुसार गुलाम, बेगम व बादशाह आते हैं।
14. जीरो-काटा
इस खेल को टिक टैक टोए के नाम से भी जाना जाता है। इस खेल को खेलने के लिए हमें पेन और पेपर की आवश्यकता होती है। यह बच्चों के दिमागी क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकता है, क्योंकि इस खेल को जीतने के लिए सही तरीके से सोचना जरूरी होता है।
कैसे खेलें:
- इस खेल को खेलने के लिए पेपर पर एक-दूसरे को काटती 2 हॉरिजेंटल और दो वर्टिकल लाइन खींची जाती हैं। इस तरह से कुल 9 बॉक्स बनते हैं।
- अब इस खेल को खेलने के लिए 2 खिलाड़ियों की जरूरत होती है।
- कोई भी खिलाड़ी किसी भी बॉक्स में जीरो या काटा बनाकर गेम को शुरू कर सकता है।
- दूसरे खिलाड़ी को उससे उल्ट निशान बनाना होता है।
- जो खिलाड़ी एक सीध में जीरो या काटा के निशान बना लेगा, वो जीत जाएगा।
15. टिपी टिपी टॉप
इस खेल में रंगों की अहम भूमिका होती है, इसे चार से पांच बच्चे मिलकर खेल सकते हैं। इसमें अच्छी शारीरिक गतिविधि भी हो जाती है, क्योंकि इस खेल में रंगों को छूना होता है। किसी रंग के पास में न होने पर बच्चे को उस रंग को ढूंढकर छूना होता है।
कैसे खेलें:
- इसमें सबसे पहले किसी एक खिलाड़ी को टिपी टिपी टॉप वाट कलर यू वांट कहना होता है।
- वहीं, दूसरे खिलाड़ी को एक रंग बोलना होता है।
- जो खिलाड़ी बोले गए रंग को नहीं छू पाता, वो आउट हो जाता है।
- इस गेम का मजा यही है कि ऐसा रंग बोला जाए, जो आसपास न हो।
16. स्टापू
स्टापू भारत के घरों में खेला जाने वाला प्रचलित खेल है। इस खेल को भारत के कई अलग-अलग राज्यों में विभिन्न नाम से जाना जाता है। इसे चिप्पी और लंगड़ी टंग के नाम से भी जाना जाता है। इसे दो से चार बच्चे खेल सकते हैं। इतना ही नहीं इसे अकेले भी खेला जा सकता है। इस खेल को एक पैर से खेला जाता है, इससे बच्चों की संतुलन शक्ति का विकास हो सकता है।
कैसे खेलें:
- इसे खेलने के लिए सबसे पहले जमीन पर चॉक से 8 खांचे बना लें। पहले 3 एक-एक खांचे वाले, उससे अगला दो खांचे वाला, फिर एक और अंत में दो खांचे होते हैं।
- इसके बाद एक पत्थर के छोटे टुकड़े को पहले खाने में फेंका जाता है। ध्यान रखें कि वह पत्थर किसी रेखा को न छू रहा हों। अगर पत्थर रेखा को छुएगा, तो खिलाड़ी आउट हो जाएगा।
- इसके बाद एक पैर से पत्थर वाले घर को छोड़कर दूसरे खांचों में जाना होता है। दो खांचे वाले स्थान पर आप दोनों पैर को अलग अलग खांचे में रखेंगे।
- अंतिम खांचे में पहुंचने पर वापस एक पैर में आना होगा। वापस आते समय भी दो खांचों पर दोनों पैर रखने होते हैं। इस आने और जाने के बीच में पैर से कोई भी लाइन टच नहीं होनी चाहिए।
- फिर जिस खांचे में पत्थर है उसके पहले खांचे में रुक कर झुकते हुए पत्थर को हाथ से बाहर फेंकना होता है।
- फिर उस खांचे से उस पत्थर के ऊपर कूदना या छूना होता है।
- ऐसे ही एक के बाद एक खांचों में पत्थर फेंकना होता है, जिससे एक राउंड पूरा न हो जाता है। जो सबसे ज्यादा राउंड पूरे करता है, वह खेल का विजेता होता है।
17. स्टैचू
हर खेल से बच्चों को किसी न किसी तरह का फायदा जरूर होता है। वैसे ही इस खेल से बच्चों के अंदर धैर्य पैदा होता है, जो हर बच्चे के लिए जरूरी होता है।
कैसे खेलें:
- इसे खेलना काफी आसान है। इसके लिए बच्चों के सामने जाकर उन्हें स्टैचू कहना होता है।
- बच्चे जिस स्थिति में होते हैं, उसी स्थिति में स्टैचू बन जाते हैं। जो नहीं बनता वह आउट हो जाता है।
- स्टैचू से सामान्य करने के लिए मूव कहना होता है।
18. पंजा लड़ाना
इस खेल का विजेता वहीं होता है, जिसमें अधिक शक्ति होती है। इस खेल को दो लोगों के बीच खेला जाता है। ध्यान रहे कि खेलने वाले दोनों बच्चों की उम्र एक सामना होनी चाहिए। इसे बच्चे अपने माता-पिता के साथ भी खेल सकते हैं।
कैसे खेलें:
- सबसे पहले दोनों बच्चे एक टेबल के आमने-सामने बैठ जाएं।
- फिर अपने दाहिने हाथ को टेबल पर रखकर एक दूसरे के पंजे को पकड़ लें।
- इसके बाद सामने वाले के हाथ को टेबल की तरफ झुकाने की कोशिश करें।
- जिसका हाथ पहले झुक जाता है, वह हार जाता है।
19. शतरंज (चेस)
इस खेल को खेलने के लिए अधिक दिमाग लगाने की जरूरत होती है। बच्चों के मानसिक विकास के लिए इससे बेहतर कोई खेल नहीं हो सकता और हर कोई इस खेल में माहिर नहीं होता है। इस खेल को खेलने के लिए चेस बोर्ड और 36 मोहरों की जरूरत होती है। इनमें से आधी मोहरे सफेद होती हैं और और आधी काली। दोनों खिलाड़ियों को 9-9 सिपाही, 2-2 हाथी, घोड़े व ऊंट और 1-1 वजीर व राजा मिलता है। एक समय में सिर्फ दो लोग इसे खेल सकते हैं।
कैसे खेलें:
- दोनों को उनके मोहरे दिए जाते हैं, जो सफेद और काले रंग के होते हैं।
- खेल की शुरुआत में उनके मोहरे उनकी तरफ रखे होते हैं।
- फिर दोनों खिलाड़ी एक-एक करके दाव चलते हैं।
- इसमें राजा की चाल एक घर होता है। वह दाएं-बाएं, आगे-पीछे और आड़ा-तिरछा चल सकता है।
- इस खेल में वजीर सबसे शक्तिशाली होत है। वह घोड़े को छोड़कर बाकी सभी की तरह चाल चल सकता है। इसका मतलब यह है कि वह हाथी की तरह आगे-पीछे और दाएं-बाएं एकसाथ कई घर चल सकता है। वहीं, ऊंट की तरह आड़ा-तिरछा एकसाथ कई घर चल सकता है।
- ऊंट को हमेशा तिरछा चलता है। वह एक बार में एक या इससे अधिक घर चल सकता हैं। हां, एक ध्यान देने वाली बात यह है कि काले और सफदे खांचे वाले ऊंट दूसरे रंग वाले खांचे में नहीं जाते हैं।
- घोड़े को ढाई घर किसी भी दिशा में चल सकते हैं।
- हाथी आगे-पीछे और दाएं-बाएं एक या इससे अधिक घर चल सकता है।
- प्यादा अपनी शुरुआती चाल में दो घर सीधे चल सकता है, उसके बाद यह सिर्फ एक कदम सीधे ही चल सकता है। हां, अगर सामने वाले की गोटी को मरना है, तो एक कदम तिरछा चल सकता है।
- इस खेल में जो खिलाड़ी सामने वाले खिलाड़ी के राजा को शह और मात देता है, वही विजेता होता है। कभी-कभी गेम ड्रॉ भी होता है।
20. पिक्शनरी
यह खेल बच्चों की कला को निखारने का काम करता है। इस खेल को तीन या इससे अधिक लोगों के बीच खेला जाता है। इसमें एक बोर्ड और पेंसिल या मार्कर का उपयोग किया जाता है। प्रत्येक के लिए अलग बोर्ड और पेंसिल का उपयोग करना अच्छा होगा। अगर ऐसा संभव न हो, तो सभी एक ही बोर्ड पर बारी-बारी खेल सकते हैं।
कैसे खेलें:
- इसमें उन्हें किसी वस्तु या जीव का नाम बोला जाता है, जिसका उन्हें चित्र बनाना होता है।
- जो सबसे अच्छा चित्र बनाता है, वह खेल का विजेता होता है।
21. अंताक्षरी
अंताक्षरी कई मनोरंजक खेल में से एक है। इसमें जीत-हार से ज्यादा मस्ती और म्यूजिक होता है। इस खेल में एक अक्षर बोला जाता है, जिसे सामने वाले खिलाड़ी को उस अक्षर से शुरू होने वाला गाना गाना होता है। जो नही गा पाता है वो हार जाता है।
कैसे खेलें:
- इसे खेलना बहुत ही आसान है। सबसे पहले दो या दो से ज्यादा टीम बना लें।
- अब सबसे पहले हर टीम की ओर इशार करते हुए यह बोलें “समय बिताने के लिए करना है कुछ काम, शुरू करो अंताक्षरी लेकर प्रभु का नाम”।
- अब जिस टीम पर “म” अक्षर आएगा उसे इसी से गाना शुरू करना होगा। अब ये टीम जिस अक्षर पर गाना खत्म करेगी, अगली टीम उसी अक्षरा से गाना शुरू करेगी। ऐसा सभी टीमों के बीच चलता रहेगा।
- जो टीम अंत तक गेम में बनी रहेगी, वही जीतेगी।
22. ट्रेजर हंट
आपने ट्रेजर हंट वाली कई फिल्में देखी होंगी, लेकिन उसे कभी अनुभव नहीं किया होगा। ऐसे में आप अपने बच्चों को इसका अनुभव करने का अवसर दे सकते हैं। इसके लिए आपको कोई भी सामान छुपाना होगा और उसके लिए हिंट देना होगा, ताकि वो उसे ढूंढ सकें।
कैसे खेलें:
- अपने बच्चों की पसंदीदा गेम या किसी और चीज को छुपा दें।
- उसे बताए कि वह सामान घर में ही है। बस उन्हें खोजने की जरूरत है।
- इसके लिए उन्हें कोई क्लू भी दें।
- साथ ही वस्तु के ढुंढने पर बच्चों को इनाम देने की बात भी कहें, ताकि वो उस वस्तु को तलाशने में दिलचस्पी दिखाएं।
23. कंचे
बचपन में हर कोई कंचे से जरूर खेलता है। यह एक लोकप्रिय भारतीय खेल है। कंचे मार्बल्स की गोलियां होती हैं। जिसे खेलने के लिए एक गोली से दूसरे गोली को हिट करना होता है। इससे बच्चों की ध्यान केंद्रित कर निशान लगाने की क्षमता बढ़ती है।
कैसे खेलें:
- एक समतल स्थान पर कंचे रखे दं और दूर से एक-एक करके दूसरे कंचे से निशाना लगाएं।
- जो अधिक बार निशाना लगता है, वह खेल को जीत जाता है।
- कंचे खेलने के इसके अलावा और भी कई तरीके हैं। आप अपना भी किसी नए व अनोखो तरीके से इसे खेल सकते हैं।
24. चौपड़
इस खेल का ऐतिहासिक महत्व है, जो महाभारत से जुड़ा है। इसे खेलने के लिए एक चॉपट बोर्ड या क्रॉस के आकार में कढ़ाई किए हुए कपड़े की जरूरत होती है। इस क्रॉस के हर भाग को तीन कॉलम में विभाजित किया जाता है व हर एक कॉलम को आठ वर्गों में विभाजित किया जाता है। इसके पासे पर सात कौड़ी के गोले होते हैं। इसके पासे ज्यादातर लकड़ी के बने होते हैं। इसे खेलने के लिए चार आदमी की जरूरत होती है। यह कुछ-कुछ लूडो जैसा लगता है।
कैसे खेलें:
- इस खेल को चार बच्चे खेल सकते हैं। इसमें प्रत्येक के पास चार गोटियां होते हैं। सभी की गोटियों का रंग अलग होता है।
- इसमें दो-दो खिलाड़ियों की टीम होती है, जो एक-दूसरे के आमने-सामने होते हैं।
- फिर इसे छह कौड़ियों के पासे द्वारा खेलना शुरू किया जाता है। इन कौड़ियों का मुंह एक तरह से खुला हुआ होता है।
- फिर सभी पासों को फेंका जाता है। अगर एक पासे का खुला हुआ मुंह वाला भाग आया और बाकी बंद वाले, तो इससे 10 पॉइंट मिलते हैं। फिर उसे एक और बार खेलने का मौका मिलता है।
- अगर 2 मुंह खुला और 4 बंद आए, तो 2 पॉइंट मिलते हैं। इसी तरह 3 खुला और 3 बंद आए, तो 3 पॉइंट, 4 खुला और 2 बंद आए, तो 4 पॉइंट, 5 खुला और 1 बंद आए, तो 5 पॉइंट होते हैं।
- सभी पासों का मुंह हो, तो 6 पॉइंट मिलते हैं और दोबारा पासा फेंकने का मौका मिलता है।
- अगर सभी मुंह बंद वाले पासे आते हैं, तो इससे 25 पॉइंट मिलते हैं और पासे को दोबारा फेंकने का मौका मिलता है।
25. ऊंच-नीच का पापड़ा
यह मनोरंजक खेल है। इसे खेलने के लिए ऊंचा और नीचा स्थान चाहिए होता है। इसके लिए आप घर के फ्लोर, सोफा या बेड का चुनाव कर सकते हैं।
कैसे खेलें:
- इसमें एक सदस्य बोलता है “ऊंच-नीच का पापड़ा, ऊंच मांगी या नीच।”
- अगर बाकी खिलाड़ी ऊंचा चुनते हैं, तो उन्हें ऊंचे स्थान पर रहना होता है।
- ऊंची जगह पर खड़े खिलाड़ी उसे चिढ़ाने या तंग करने के लिए बीच-बीच में नीची जगह पर आते हैं।
- अगर इस बीच पहले से नीचे खड़ा खिलाड़ी, किसी एक को छू लेता है, तो वह आउट हो जाता है और ऊंच-नीच बोलने की बारी उसकी होती है।
26. डम्ब शराड
दूसरों को सिर्फ अपने हाव-भाव से बात समझाना भी एक कला है और इस कला को डम्ब शराड जैसी गेम खेलकर विकसित किया जा सकता है। बच्चे हों या बड़े, यह गेम हर किसी को पसंद आता है। चार लोग इकट्ठा हुए नहीं कि इसे खेलने का मन हो जाता है। इसमें इशारों की मदद से किसी फिल्म या गाने की पहचान की जाती है। वहीं, बच्चों की बात करें, तो वो अपने पसंदीदा कार्टून को लेकर इस गेम को खेल सकते हैं।
कैसे खेलें:
- सबसे पहले दो टीम बना लें।
- उसके बाद एक टीम दूसरे टीम के किसी एक सदस्य के कान में कार्टून का नाम बताएगी।
- अब उसे बिना बोले एक्टिंग करके व इशारों से अपने टीम के सदस्यों को उस कार्टून के बारे में बताना है।
- इस खेल में जो टीम सबसे ज्यादा सही जवाब देगी, वो टीम जीत जाएगी।
27. आंख मिचौली
इस खेल में सुनने की क्षमता का प्रयोग सबसे ज्यादा किया जाता है, क्योंकि इसे आंखों पर पट्टी बांधकर खेला जाता है। इसे माता-पिता भी बच्चों के साथ खेल सकते हैं। इसे दोनों या उससे अधिक लोग एक साथ खेल सकते हैं।
कैसे खेलें:
- सबसे पहले किसी एक खिलाड़ी की आंखों पर पट्टी बांध दें। पट्टी इस तरह बांधें कि उसे कुछ नजर नहीं आना चाहिए।
- फिर उसे बीच में छोड़ दें। अब वह दूसरे खिलाड़ियों की आवाज सुनकर उन्हें पकड़ कर आउट करने का प्रयास करेगा।
- जब एक-एक करके सभी आउट हो जाते हैं, तो दूसरे खिलाड़ी की बारी आती है।
28. घर-घर
इस खेल को छोटे बच्चे सबसे ज्यादा इंजॉय करते हैं। बच्चे अपने घर में रखी चादर व अन्य चीजों के लेकर अपने लिए कमरे में ही एक घर बना लेते हैं, जिसे वो कई बार छुपने के लिए भी इस्तेमाल करते हैं। कई बार इन घरों को आर्मी बंकर बना कर दूसरे घरों पर नकली पिस्तौल से हमला भी करते हैं।
कैसे खेलें:
- दो टीम बना लें और खिलौना वाली पिस्तौल हाथ में रख लें।
- फिर इन दूसरे के कैंप से ही गोलियों से हमला करें। बच्चे इस हमले के दौरान मुंह से गोली चलने और बंब की आवाज भी निकालते हैं।
29. बिजनेस
इसे खेलने के लिए एक किट की आवश्यकता पड़ती है, जिसमें कुछ बिजनेस कॉइन और एक बोर्ड होता है। इस खेल के दौरान एक व्यापारी को अपने कॉइन दूसरे को देना पड़ सकता है, खेल के अंत में जिसके पास अधिक कॉइन होता है। वह इस खेल को जीत जाता है।
कैसे खेलें:
- इस खेलने के लिए एक बिजनेस बोर्ड और उसके कॉइन की आवश्यकता होती है, जो इसके किट के साथ आता है। यह कॉइन कई अलग-अलग रंग के होते हैं।
- इस खेलने के लिए दो डाइस और गोटियां भी किट के साथ आती हैं।
- पहले आप दो अलग-अलग रंग के घर लेंगे और डाइस को फेंकेंगे। जितना नंबर आएगा घर को उतने कॉलम चलेंगे। उस कॉलम में अगर इनकम टैक्स लिखा होगा, तो कीट के साथ आए नियम पेपर में चेक करने होंगे कि इनकम टैक्स कितना पैसा देना। उसी के अनुसार जिसका इनकम टैक्स वाला कॉलम है, उन्हें उतने कॉइन देने होंगे।
- ऐसे ही फिर दूसरी गोटियों को भी चलना होता है।
- जिसके पास अंत में सबसे ज्यादा पैसे होते हैं, वह इस खेल को जीत जाता है।
30. अकड़-बक्कड़
इस खेल में कई बच्चे भाग ले सकते हैं। इसमें हाथों के उपयोग के साथ ही अकड़ बक्कड़ बम्बे बो गीत का भी उपयोग किया जाता है। यह गीत जिसके हाथ में रुकता है वह खेल से निकल जाता है और जो आखिरी में बच जाता है, वह खेल को जीत जाता है।
कैसे खेलें:
- इस खेल को खेलने के लिए दोनों हाथों को जमीन पर रखना पड़ता है।
- फिर अकड़ बक्कड़ बोला जाता है यानी “अकड़-बक्कड़ बंबे बो, 80 90 पूरे 100, 100 में लगा धागा चोर निकलकर भागा, चोर की बीवी ऐसी थी, सज-धज कर बैठी, चाय गरम, कॉफी गरम, पीने वाला बेशर्म। अकड़-बक्कड़ बंबे बो, 80 90 पूरे 100, 100 में लगी बिल्ली, बिल्ली भागी दिल्ली, बिल्ली बड़ी अच्छी, उसने खाई मच्छी, मच्छी में था कांटा, मम्मी ने उसको डांटा।”
- इस रायम के साथ-साथ एक बच्चा सभी के हाथ के ऊपर से उंगली घुमाता जाता है।
- वह उंगली जब तक घूमता है, तब तक आखिरी हाथ नहीं बच जाता है।
अब चाहे लॉकडाउन हो या लंबी छुट्टियां, बच्चों को घर में बोर होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि ये सभी इंडोर गेम्स है ही इतनी मजेदार। इन गेम्स से न सिर्फ बच्चों का मनोरंजन होगा, बल्कि वह मानसिक तौर मजबूत होंगे और बौद्धिक क्षमता का भी विकास होगा। साथ पैरंट्स और बच्चों के बीच नया रिश्ता वो अलग। हम उम्मीद करते हैं कि हमारा यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा।
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