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नाश्ता तैयार करने की जल्दी हो, तो ब्रेड का नाम दिमाग में सबसे पहले आता है। हो भी क्यों न, ब्रेड न सिर्फ चाय के साथ, बल्कि जल्दी तैयार होने वाले कई पकवान बनाने के लिए भी इस्तेमाल जो होती है। मगर, कुछ माता-पिता के मन में बच्चों को ब्रेड देने को लेकर कुछ संशय भी रहता है। इस वजह से वह बच्चों को ब्रेड खिलाने से हिचकते हैं। इस कारण मॉमजंक्शन के इस लेख में हम बच्चे को ब्रेड खिलाना कितना सही और कितना नहीं, इन दोनों पहलुओं को समझाने जा रहे हैं। ताकि बच्चों को ब्रेड देना उचित होगा या नहीं, यह फैसला आप खुद कर सकें।
तो आइए बच्चों को ब्रेड देना सुरक्षित है या नहीं, पहले हम इसी बारे में थोड़ा जान लेते हैं।
क्या बच्चों को ब्रेड देना सुरक्षित है?
एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के मुताबिक पोषक तत्वों से भरपूर नाश्ते के रूप में अन्य चीजों के साथ बच्चों को ब्रेड भी दी जा सकती है (1)। बशर्ते, इसका इस्तेमाल संतुलित मात्रा में ही किया जाए, क्योंकि किसी भी चीज की अधिकता हमेशा नुकसानदायक होती है।
वहीं बच्चों को ब्रेड का सेवन कराते समय इस बात का ध्यान जरूर रखें कि कहीं बच्चे को ग्लूटेन (अनाज में पाया जाने वाला एक प्रोटीन) से एलर्जी तो नहीं है। ऐसा इसलिए, क्योंकि लगभग 80 प्रतिशत गेहूं से बने ब्रेड में ग्लूटेन होता है (2)। वहीं छोटे बच्चों में ग्लूटेन का सेवन एलर्जी का कारण बन सकता है, जो बहुत सामान्य है। इस कारण उन्हें सीलिएक रोग (प्रतिरक्षा प्रणाली से जुड़ा एक रोग) की समस्या हो सकती है (3)।
बच्चों को ब्रेड खिलाना कब शुरू करे अब हम इसकी जानकारी दे रहे हैं।
बच्चों को ब्रेड खिलाना कब शुरू करें?
डब्ल्यूएचओ की मानें तो, बच्चों को ब्रेड का सेवन 6 महीने की उम्र से कराया जा सकता है (4)। वहीं शुरुआती समय में बच्चों को ब्रेड हमेशा दूध के साथ मैश करके या फिर मुलायम और छोटे टुकड़ों में काट कर ही देना चाहिए। वजह यह है कि 6 से 12 महीने के बच्चों में चोकिंग (गले में खाना अटकना) का खतरा अधिक रहता है। वहीं ब्रेड की गिनती भी चोकिंग खाद्य पदार्थ में की जाती है (5)। इसलिए बच्चों को ब्रेड खिलाने से पहले इस बात का ध्यान जरूर रखें।
आगे हम ब्रेड में मौजूद पोषक तत्व बता रहे हैं।
ब्रेड के पोषक तत्व
नीचे हम प्रति 100 ग्राम ब्रेड में मौजूद पोषक तत्वों की जानकारी, ब्रेड के अलग-अलग प्रकार के आधार पर दे रहे हैं। इसमें होल व्हीट ब्रेड (100 फीसदी शुद्ध गेहूं से बना), इनरिच्ड (अन्य पदार्थों से युक्त) ब्रेड और सामान्य ब्रेड (रिफाइन ब्रेड) शामिल हैं :
प्रति 100 ग्राम होल व्हीट ब्रेड में पोषक तत्वों की मात्रा (6):
- प्रति 100 ग्राम होल व्हीट ब्रेड में 258 केसीएएल ऊर्जा, 9.68 ग्राम प्रोटीन, 6.45 ग्राम टोटल लिपिड (फैट) और 45.16 ग्राम कार्बोहाइड्रेट मौजूद होता है।
- वहीं मिनरल की बात करें, तो 100 ग्राम होल व्हीट ब्रेड में 2.32 एमजी आयरन होता है।
- इसके अलावा 100 ग्राम होल व्हीट ब्रेड में विटामिन्स भी होते हैं, जिनमें 0.11 मिलीग्राम राइबोफ्लेविन, 3.871 मिलीग्राम नियासिन, 52 माइक्रोग्राम फोलेट, 3.23 ग्राम फैटी एसिड (मोनोअनसैचुरेटेड) और 3.23 ग्राम फैटी एसिड (पॉलीअनसैचुरेटेड) भी पाया जाता है।
प्रति 100 ग्राम इनरिच्ड (अन्य पदार्थों से युक्त) ब्रेड में पोषक तत्वों की मात्रा (7):
- प्रति 100 ग्राम इनरिच्ड ब्रेड में 269 केसीएएल ऊर्जा, 7.69 ग्राम प्रोटीन, 1.92 ग्राम टोटल लिपिड (फैट) और 50 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 3.85 ग्राम शुगर मौजूद होता है।
- वहीं मिनरल की बात करें, तो 100 ग्राम इनरिच्ड ब्रेड में 96 मिलीग्राम कैल्शियम, 2.69 मिलीग्राम आयरन, 77 मिलीग्राम पोटेशियम और 462 मिलीग्राम सोडियम होता है।
- इसके अलावा 100 ग्राम इनरिच्ड ब्रेड में विटामिन्स की भी मात्रा होती है, जिनमें 0.385 मिलीग्राम राइबोफ्लेविन, 4.231 मिलीग्राम नियासिन और 96 माइक्रोग्राम फोलेट पाया जाता है।
व्हाइट ब्रेड को ही रिफाइंड ब्रेड कहते हैं (8)। इसी आधार पर हम यहां प्रति 100 ग्राम व्हाइट ब्रेड में मौजूद पोषक तत्वों की मात्रा बता रहे हैं, जो कुछ इस तरह से है (9) :
- प्रति 100 ग्राम व्हाइट ब्रेड में 279 केसीएएल ऊर्जा, 9.3 ग्राम प्रोटीन, 3.49 ग्राम टोटल लिपिड (फैट), 74.42 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 2.3 ग्राम फाइबर और 4.7 ग्राम शुगर की मात्रा होती है।
- वहीं, मिनरल्स के तौर पर 100 ग्राम व्हाइट ब्रेड में 47 मिलीग्राम कैल्शियम, 1.16 मिलीग्राम आयरन, 140 मिलीग्राम पोटेशियम, 558 मिलीग्राम सोडियम और 1.16 ग्राम फैटी एसिड होता है।
आगे जानिए बच्चों के लिए किस प्रकार की ब्रेड अच्छी है।
बच्चों के लिए किस प्रकार की ब्रेड सही है?
जब बात बच्चों को ब्रेड खिलाने की आती है, तो इस क्रम में एक और सवाल मन में आता है। वह यह है कि बच्चों के लिए किस प्रकार की ब्रेड सही है। इस बात का जवाब एनसीबीआई की वेबसाइट पर मौजूद एक रिसर्च से मिलता है। इस रिसर्च में बताया गया है कि गेहूं के इस्तेमाल से बनी ब्रेड बच्चों को खिलाना फायदेमंद हो सकता है (10)। इसके अलावा बच्चों के लिए ब्रेड खरीदते समय और उन्हें ब्रेड खिलाते समय कुछ अहम बातों का भी ध्यान रखना जरूरी होता है, जो कुछ इस प्रकार हैं :
- सोडियम (नमक) की कम मात्रा – सोडियम की अधिक मात्रा बच्चों में उच्च रक्तचाप और हृदय रोग का जोखिम बढ़ा सकती है (11)। इसलिए बच्चे के लिए ब्रेड खरीदते समय ध्यान रखें कि उसमें नमक की मात्रा कम से कम हो।
- शुगर की कम मात्रा – बच्चों के आहार में शुगर की मात्रा अधिक होने से मोटापा, हृदय रोग और उच्च रक्तचाप जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का जोखिम बढ़ सकता है (12)। इसलिए जब भी बच्चे के लिए ब्रेड खरीदें, तो इसकी जांच जरूर करें कि उसमें शुगर की मात्रा कितनी है।
- ड्राई फ्रूट्स न हो – छोटे बच्चे को फ्रूट ब्रेड का सेवन कराने से बचें। वहीं अगर शिशु को फ्रूट ब्रेड का सेवन कराते भी हैं, तो उसमें मिले ड्राई फ्रूट्स को निकाल लें। वजह यह है कि ड्राई फ्रूट का टुकड़ा बच्चे के गले में अटक सकता है, जिससे चोकिंग का जोखिम हो सकता है।
- शहद न हो – ब्रेड का स्वाद बढ़ाने के लिए उसमें शहद का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, ध्यान रखें कि 1 साल की उम्र से छोटे बच्चों को शहद नहीं देना चाहिए। वजह यह है कि एक साल से छोटे बच्चे को शहद खिलाना बोटुलिज्म (फूड पॉइजनिंग) का खतरा बढ़ा सकता है (13)।
अब जानें बच्चे को कितनी मात्रा में खिलाएं ब्रेड।
बच्चों को कितनी ब्रेड खिलानी चाहिए?
ब्रेड के पोषक तत्वों के आधार पर माना जा सकता है कि बच्चे के आहार में इसे शामिल कर ब्रेड के माध्यम से बच्चे के शरीर में कई आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति की जा सकती है। फिर भी इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि बच्चे को कितनी मात्रा में ब्रेड खिलाना चाहिए। इसके बारे में नीचे दिए गए बिंदुओं के माध्यम से आसानी से समझा जा सकता है।
- 6 से 12 माह के बच्चे के लिए – इस उम्र के बच्चों को साबुत अनाज से बने ब्रेड का आधा टुकड़ा खिलाया जाना चाहिए (14)।
- 12 से 36 माह के बच्चे के लिए – जब बच्चा 12 महीने का है, तो उसे एक दिन में ब्रेड की एक से दो स्लाइस खिलाई जा सकती है। उसके बाद उम्र बढ़ने के साथ धीरे-धीरे करके इसकी खुराक बढ़ाकर ढाई ब्रेड तक की जा सकती है (15)।
आगे पढ़ें बच्चों को ब्रेड खिलाने के नुकसान न हो, इसके लिए ध्यान रखने योग्य बातें।
बच्चों को ब्रेड देने से पहले क्या सावधानियां रखें?
छोटे शिशुओं और बच्चों के लिए ब्रेड का इस्तेमाल करने से पूर्व कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। इन बातों को नीचे दिए गए बिंदुओं के माध्यम से आसानी से समझा जा सकता है।
- अधिकांश ब्रेड में 100% गेहूं का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। इसलिए बच्चे के लिए व्हाइट या ब्राउन ब्रेड खरीदने से पहले पैकेजिंग पर 100% होल-व्हीट का लेबल जरूर देखें।
- बच्चे के लिए ब्रेड खरीदते समय उसने सोडियम और शुगर (आर्टिफिशियल स्वीटनर) की मात्रा की जांच करें।
- बच्चे को ब्रेड खिलाने से पहले ब्रेड के निर्माण की तारीख और उसकी एक्सपायरी तारीख भी जरूर चेक करें। बच्चे को हमेशा ताजी ब्रेड ही खाने के लिए दें।
- बच्चे को ब्रेड खिलाने से पहले इसका पता लगाएं कि बच्चे को गेहूं से एलर्जी न हो। इसके लिए बच्चे को सबसे पहले ब्रेड का एक छोटा टुकड़ा दें। फिर 4 से 5 दिनों तक इंतजार करें और बच्चे के स्वास्थ्य की निगरानी करें। अगर इस दौरान बच्चे के स्वास्थ्य में किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया नहीं होती है, तो उसे ब्रेड खिलाना सुरक्षित हो सकता है।
- अगर गेहूं या ब्रेड खाने के बाद बच्चे में एलर्जी के लक्षण दिखाई देते हैं, तो बच्चे को ब्रेड खाने के लिए न दें।
- गेहूं से एलर्जी होने की स्थिति में बच्चे को बाजरा, मक्का और चावल के आटे से बनी ब्रेड का सेवन करा सकते हैं (16)।
- बच्चे को ब्रेड का हमेशा मुलायम भाग ही खिलाएं। साथ उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काट कर या मैश कर ही दें।
- अगर बच्चे को ब्रेड का स्वाद पसंद नहीं आता है, तो वह इसे खाने से मना भी कर सकता है। ऐसी स्थिति में बच्चों को दिए जाने वाले फिंगर फूड्स के साथ ब्रेड को मिलाकर खिला सकते हैं। फिंगर फूड खिलाने से पहले ध्यान रखें कि बच्चे की उम्र 8 महीने से अधिक होनी चाहिए (17)।
- गेहूं में मौजूद ग्लूटेन से एलर्जी के कारण सीलिएक रोग होने का जोखिम रहता है। ऐसे में अगर बच्चे में इस रोग के लक्षण (जैसे :- बच्चों में दस्त और पेट में दर्द) दिखाई दें, तो डॉक्टर से तुरंत परामर्श करें (18)।
नीचे स्क्रॉल करें और जानें कि बच्चे के आहार में ब्रेड शामिल कैसे करें।
बच्चों के लिए ब्रेड की 3 रेसिपी | Bread Recipes For Babies In Hindi
बच्चों को ब्रेड सादी या फिर दूध के साथ खिलाई जा सकती है। इसके अलावा नीचे हम बच्चों के लिए ब्रेड से बनी तीन स्वादिष्ट रेसिपीज की जानकारी दे रहे हैं, जिनके माध्यम से भी आप बच्चों के आहार में ब्रेड को शामिल कर सकते हैं :
1. जैम ब्रेड फिंगर
बच्चों के आहार में ब्रेड को शामिल करने के लिए उन्हें जैम ब्रेड फिंगर दिया जा सकता है। इसका स्वाद बच्चों को पसंद आएगा और बच्चे इसे नाश्ते में आसानी से खा लेंगे।
सामग्री :
- गेहूं से बने ब्रेड का 1 छोटा टुकड़ा
- 1 छोटा चम्मच जैम
बनाने की विधि :
- ब्रेड का छोटा टुकड़ा लें।
- उस पर जैम लगाएं।
- फिर उसे बच्चे को खाने के लिए दें।
- इच्छानुसार बच्चे को ब्रेड जैम देने से पहले ब्रेड को हल्का भूना भी जा सकता है।
2. बटर- बनाना ब्रेड स्लाइस
ब्रेड रेसिपी फॉर बेबी में शामिल ब्रेड की यह रेसिपी बच्चे का पेट भरने के लिए अच्छा विकल्प हो सकती है। वहीं इसका स्वाद बच्चों को काफी पसंद आएगा।
सामग्री :
- 1 केले के कटे हुए करीब 4 टुकड़े
- 1 ब्रेड
- 1 छोटा चम्मच मूंगफली का मक्खन (जिसमें मूंगफली के टुकड़े न हो)
बनाने की विधि :
- ब्रेड का छोटा टुकड़ा लें।
- उस पर मूंगफली का मक्खन (पीनट बटर) लगाएं।
- फिर उस पर केले के छोटे टुकड़े रखें।
- इसके साथ ही आप बच्चे को गुनगुना दूध भी पीने के लिए दे सकते हैं।
3. ब्रेड उपमा
ब्रेड की यह रेसिपी आप अपने 10 माह से बड़े बच्चे को खिला सकती हैं।
सामग्री :
- 1 छोटा कप ब्रेड (छोटे-छोटे टुकड़ों में किया हुआ)
- 1 छोटा चम्मच मूंगफली (बारीक कटे हुए छोटे टुकड़े)
- 1 – 2 बूंद नींबू का रस
- चुटकी भर हल्दी पाउडर
- चुटकी भर नमक
- 1 चम्मच तेल
- 2 -3 करी का पत्ता
बनाने की विधि :
- कड़ाही में तेल डालें।
- फिर उसमें मूंगफली के टुकड़ों को भूनें।
- उसके बाद उसमें करी पत्ता डालें और भूरा होने तक उसे भूनें।
- अब उसमें हल्दी और नमक डालकर अच्छे से मिलाएं।
- अब कड़ाही में ब्रेड के छोटे टुकड़े डालें और उसे अच्छे से मिलाकर 5 मिनट तक पकाएं।
- इसके बाद गैस बंद कर दें और एक प्लेट पर ब्रेड से बना उपमा निकालें।
- फिर इसमें नींबू की बूंदे डालें और बच्चे को सर्व करें।
- ध्यान रखें, ठंडा होने पर ही इसे बच्चे को खिलाएं।
अंत में पढ़ें बच्चे के लिए ब्रेड के विकल्प पर इस्तेमाल होने वाले अन्य खाद्य।
बच्चों के लिए ब्रेड के अन्य विकल्प
अगर आपके बच्चे को ब्रेड खाना पसंद नहीं है, तो ब्रेड के स्थान पर बच्चे को अन्य खाद्य भी खिला सकती हैं, जैसे –
- कूटू (Buckwheat) के आटे से बना पैनकेक
- बच्चों के लिए ओट्स पाउडर से बना केक
- मकई या चावल के आटे से बना केक
- गेहूं के आटे से बना पैनकेक
- बाजरा पैनकेक
- गेहूं के आटे से बनी रोटी
- मक्के के आटे से बनी रोटी
बच्चे की उम्र बढ़ने पर उसके शारीरिक विकास को पूरा करने के लिए, आहार में बदलाव करना जरूरी होता है। ऐसे में इस लेख से आपने जाना कि इस काम में ब्रेड एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। इस लेख के माध्यम से हमने बच्चे के आहार में ब्रेड को शामिल करने के साथ-साथ ब्रेड खिलाने की सही उम्र और मात्रा के बारे में भी बताया है। ऐसे में हम उम्मीद करते हैं कि हमारा यह लेख आपके मन के संशय को दूर करने में जरूर मददगार साबित हुआ होगा। वहीं ब्रेड के सेवन से बच्चे को किसी भी प्रकार की परेशानी हो रही हो, तो ब्रेड का सेवन बंद कर दें और इस बारे में डॉक्टर को बताएं।
References
2. Gluten And Associated Medical Problems By NCBI
3. What Do We Know Now about IgE-Mediated Wheat Allergy in Children? By NCBI
4. Infant and young child feeding By WHO
5. Choking Hazards By CDC
6. Whole Wheat Bread By USDA
7. Enriched Bread By USDA
8. Food guide plate By Medlineplus
9. WHITE BREAD By USDA
10. Nudging children towards whole wheat bread: a field experiment on the influence of fun bread roll shape on breakfast consumption By NCBI
11. Salt Toxicity (Sodium Intake): A Serious Threat to Infants and Children of Pakistan By NCBI
12. Added Sugars and Cardiovascular Disease Risk in Children By NCBI
13. A spoonful of honey helps a coughing child sleep By NCBI
14. Feeding Guidelines for Infants and Young Toddlers: A Responsive Parenting Approach By Healthy Eating Research
15. Infant Cereals: Current Status, Challenges, and Future Opportunities for Whole Grains By NCBI
16. Gluten-Free Diet in Children: An Approach to a Nutritionally Adequate and Balanced Diet By NCBI
17. Complementary feeding By NCBI
18. Celiac Disease By Medlineplus
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