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यह कहावत तो सभी ने सुनी होगी कि जितने अनार के दाने होते हैं, स्वास्थ्य के लिए इसके गुण उससे भी कई ज्यादा हैं। यही कारण है कि लोग हर मौसम में किसी ना किसी रूप से अनार को आहार का हिस्सा बनाते हैं। अनार गुणों की खान है इस बात से तो सभी अच्छे से वाकिफ हैं, लेकिन बात बच्चों को इसका सेवन कराने की करें, तो इसे लेकर अक्सर लोग असमंजस में पड़ जाते हैं। बच्चों के लिए अनार से जुड़े कई सवालोंं के जवाब आपको मॉमजंक्शन के इस लेख में मिलेंगे। तो शिशुओं के लिए अनार की महत्वपूर्ण जानकारी पाने के लिए लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
सबसे पहले जानते हैं कि बच्चों के लिए अनार का सेवन कितना सही है।
क्या बच्चे अनार खा सकते हैं?
हां, बच्चों को अनार का सेवन कराया जा सकता है। दरअसल, शिशुओं के शारीरिक व मानसिक विकास के लिए पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्वों की जरूरत होती है। ऐसे में बच्चों के आहार में फलों व सब्जियों को शामिल करने की सलाह दी जाती है, जिसमें एक नाम अनार का भी आता है। इसमें प्रोटीन, फाइबर, आयरन, कैल्शियम और विटामिन जैसे कई पोषक तत्व मौजदू होते हैं, जो बच्चों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकते हैं (1)। इसके अलावा, एक शोध में एक साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए अनार के जूस का सेवन लाभकारी बताया गया है (2)।
वहीं, एक अन्य शोध में इस बात का जिक्र मिलता है कि अनार में एंटी-बैक्टीरियल प्रभाव होता है, जो बच्चों को ई. कोलाई बैक्टीरिया से होने वाले संक्रमण से सुरक्षा प्रदान कर सकता है (3)। हालांकि, बच्चों को अनार के दाने खाने के लिए न दें। इससे चोकिंग यानी गले में अटकने का खतरा होता है। बच्चों को अनार का जूस पिलाना एक बेहतर विकल्प माना जा सकता है। साथ ही, इस बात का भी ध्यान रखें कि पहली बार बच्चे के आहार में अनार शामिल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श लेना न भूलें।
आगे अनार में मौजूद पोषक तत्वों के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
अनार में मौजूद पोषक तत्व
अनार में पाए जाने वाले पोषक तत्व ही इसे बच्चों के स्वास्थ्य के लिए लाभदायक बनाते हैं। नीचे हम प्रति 100 ग्राम अनार में मौजूद पोषक तत्वों की जानकारी दे रहे हैं, जो कुछ इस तरह है: (1)
- 100 ग्राम अनार में 69 केसीएएल ऊर्जा, 0.72 ग्राम प्रोटीन और फाइबर की 0.9 ग्राम मात्रा मौजूद होती है।
- वहीं, अनार की 100 ग्राम मात्रा में 15.5 ग्राम शुगर, 10 मिलीग्राम कैल्शियम, 0.16 ग्राम फैट और 18.1 ग्राम कार्बोहाइड्रेट मौजूद होता है।
- 100 ग्राम अनार में 0.36 मिलीग्राम आयरन, 7 मिलीग्राम मैग्नीशियम, 20 मिलीग्राम फास्फोरस और 191 मिलीग्राम पोटेशियम की मात्रा पाई जाती है।
- इसके अलावा, अनार की 100 ग्राम मात्रा में 2 मिलीग्राम सोडियम, 0.07 मिलीग्राम जिंक, 0.127 मिलीग्राम कॉपर, 0.071 मिलीग्राम मैंगनीज और 0.1 माइक्रोग्राम सेलेनियम मौजूद होता है।
- साथ ही 100 ग्राम अनार 3.2 मिलीग्राम विटामिन-सी, 0.086 मिलीग्राम विटामिन बी-6, 66 IU विटामिन-ए (IU) और 2 माइक्रोग्राम फोलेट से समृद्ध होता है।
- वहीं, 100 ग्राम अनार में 0.054 ग्राम टोटल सैचुरेटेड फैटी एसिड, 0.007 ग्राम टोटल मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड और 0.048 ग्राम टोटल पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड की मात्रा पाई जाती है।
नीचे विस्तार से अनार के गुण और शिशुओं के लिए अनार के फायदे के बारे में बता रहे हैं।
शिशु के लिए अनार खाने के फायदे | Anar ke benefits for babies in hindi
अनार का सेवन न सिर्फ बड़ों के लिए बल्कि बच्चों के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। यहां बच्चों के लिए अनार के फायदे के बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे हैं।
- पाचन तंत्र के लिए: अनार का सेवन बच्चे के पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद हो सकता है। दरसअल, इसमें मौजूद फाइबर गैस की परेशानी व कब्ज की समस्या से राहत दिलाने के साथ पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में उपयोगी हो सकता है (4)। इसके अलावा, एक अन्य शोध में साफ तौर से बताया गया है कि अनार में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो अल्सरेटिव कोलाइटिस जैसे गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में आई समस्या को ठीक करने में मदद कर सकता है। बता दें, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट मानव शरीर में पाचन तंत्र का अहम हिस्सा है (5)।
- प्रतिरोधक क्षमता: बड़ों के मुकाबले बच्चों की इम्यूनिटी कमजोर होती है। ऐसे में छोटे बच्चों की कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार करने के लिए भी अनार का सेवन कराना लाभकारी हो सकता है। एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार अनार में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट, एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल प्रभाव इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं। रिसर्च में यह भी बताया गया है कि ये प्रभाव कई तरह के बैक्टीरिया और वायरस से छुटकारा दिलाने में मददगार हो सकते हैं (3)।
- हृदय के लिए: अनार का सेवन बच्चों के हृदय को स्वस्थ रखने के लिए भी उपयोगी हा सकता है। एनसीबीआई के एक शोध में इस बात की पुष्टि होती है। शोध में साफ तौर से बताया गया है कि अनार में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट ऐथिरोस्क्लेरोसिस यानी धमनियों के अंदर प्लाक जमने की समस्या से बचाव करने के साथ हृदय को स्वस्थ रखने में अहम भूमिका निभा सकता है (6)।
- पेट में कीड़ों को दूर करता है: अनार का इस्तेमाल बच्चों के पेट के कीड़ों को मारने के लिए दवा के तौर पर किया जा सकता है। आयुर्वेद के अनुसार, अनार के फल में एनथेलमिंटिक यानी कृमिनाशक गुण होता है, जो आंतों और शरीर को नुकसान पहुंचाने वाले पैरासाइट्स, बैक्टीरिया और कीड़ों को मारने में मदद कर सकता है। हालांकि, इस विषय पर और शोध की आवश्यकता है (7)।
- संक्रमण से बचाव: बैक्टीरियल और फंगल इंफेक्शन से बचाव के लिए भी बच्चों के लिए अनार का सेवन लाभकारी हो सकता है। एनसीबीआई पर उपलब्ध एक शोध के मुताबिक, अनार के जूस में एंटीमाइक्रोबियल गुण मौजूद होता है। इस गुण के कारण अनार सूक्ष्म बैक्टीरिया के प्रभाव को काफी हद तक कम कर सकता है (8)।
- पोषक तत्वों से भरपूर: अनार में फाइबर, कैल्शियम, मैग्नीशियम व पोटेशियम जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। यही कारण है कि बच्चों की डाइट में अनार के जूस को शामिल करना एक बेहतर विकल्प माना जाता है (1)।
लेख के इस भाग में हम जानते हैं कि बच्चों को अनार देते समय किन बतों का ध्यान रखना चाहिए।
बच्चों को अनार देते समय सावधानियां
शिशुओं को अनार देने से पहले कुछ बातों पर गौर करना जरूरी होता है, जिनके बारे में हम नीचे बता रहे हैं :
- छोटे बच्चों को सीधे तौर पर अनार के दाने खाने के लिए न दें, क्योंकि यह गले में अटक सकते हैं। इसलिए, बच्चों को हमेशा अनार का जूस ही पीने के लिए दें।
- अनार का जूस बनाते समय सिर्फ दानों का ही जूस बनाएं। अनार के अंदर मौजूद सफेद छिल्ली जूस का स्वाद बिगाड़ सकती है।
- बच्चों को सीमित मात्रा में अनार के जूस का सेवन कराएं। अधिक मात्रा में अनार के जूस का सेवन दांतों को नुकसान पहुंचा सकता है (2)।
- अनार का जूस बनाते समय उसमें किसी अन्य फल को न मिलाएं।
- कोशिश करें कि बच्चों को तुरन्त निकाले गए जूस का ही सेवन कराएं। कभी भी फ्रिज से निकालकर अनार का जूस नहीं देना चाहिए।
- अगर बच्चों को अनार से एलर्जी है, तो उन्हें अनार नहीं दें।
- पैकेट वाला अनार के जूस का बच्चों को सेवन न कराएं।
- बच्चे को पहली बार अनार का जूस देने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
- अनार से कोई भी रेसिपी तैयार करने से पहले उन्हें अच्छी तरह से साफ कर लें।
सबसे आखिरी में हम बच्चों के लिए अनार की आसान रिसिपी के बारे में बता रहे हैं।
बच्चों के लिए अनार के सरल व्यंजन
बच्चों को सीधे तौर पर अनार के दाने नहीं दिए जा सकते हैं। ऐसे में हम बच्चों के लिए कुछ आसान और स्वादिष्ट रेसिपी लेकर आए हैं, जिनके बारे में नीचे बताया जा रहा है। इन रेसिपी की मदद से बच्चे के आहार में अनार को शामिल किया जा सकता है।
1. अनार मिल्कशेक
सामग्री:
- एक कप अनार के दाने
- एक कप दूध उबला हुआ
- एक चम्मच चीनी
बनाने की विधि:
- अनार को अच्छी तरह से साफ कर लें।
- इसके बाद एक ग्राइंडर में दूध, अनार के दाने और चीनी मिलाकर ग्राइंड करें।
- अनार मिल्कशेक बनकर तैयार है। इसे एक जार में छान लें और बच्चों को पीने के लिए दें।
2. अनार का रस | Pomegranate Juice for Babies
सामग्री:
- एक कप अनार के दाने साफ किए हुए
बनाने की विधि:
- जूसर में अनार के दाने डालकर जूस निकाल लें।
- इसके बाद इसे एक गिलास में छान लें।
- अब इसे बच्चे को पिलाएं।
कई गुणों और पोषक तत्वों की खान अनार बच्चों की सेहत के लिए लाभदायक माना जाता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व न सिर्फ बच्चों के विकास में मदद कर सकते हैं, बल्कि कई बीमारियों से सुरक्षा भी प्रदान कर सकते हैं। बस बच्चों को अनार देने से पहले लेख में बताई गई जरूरी बातों को ध्यान में रखें। यदि अनार का सेवन करने से बच्चे में किसी तरह के एलर्जी के लक्षण नजर आते हैं, तो बिना देरी करें डॉक्टर को दिखाएं। उम्मीद करते हैं इस लेख के जरिए बच्चों को अनार का सेवन कराने से जुड़े आपके सारे सवालों के जवाब आपको मिल गए होंगे। इसे अपने दोस्तों, रिश्तेदारों व सोशल सर्कल संग शेयर करना न भूलें। अपनी पसंद के लेख पढ़ने के लिए जुड़े रहें मॉमजंक्शन के साथ।
References
1. Pomegranatesraw, By USDA
2. Fruit Juice in Infants, Children, and Adolescents: Current Recommendations By Pediatrics
3. The Pomegranate: Effects on Bacteria and Viruses That Influence Human Health By Hindwai
4. Investigation of Supra Fiber in the Treatment of Adults With Constipation By NIH
5. A Review on the Anti-Inflammatory Activity of Pomegranate in the Gastrointestinal Tract By NCBI
6. Acute and long term effects of grape and pomegranate juice consumption on endothelial dysfunction in pediatric metabolic syndrome By NCBI
7. Effect of Punica granatum fruit peel on glucose-6-phosphate dehydrogenase and malate dehydrogenase in amphistome Gastrothylax indicus By NCBI
8. Antibacterial activity of fresh pomegranate juice against clinical strains of Staphylococcus epidermidis By NCBI
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