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शिशु जैसे-जैसे बड़े होने लगते है वैसे-वैसे उनके खानपान में भी परिवर्तन होने लगता है। 6 महीने के बाद धीरे-धीरे उन्हें पोषक तत्व युक्त ठोस आहार का सेवन कराने की सलाह दी जाती है। इसी आहार में शामिल हो जाता है फिंगर फूड, लेकिन हो सकता है कि कई पेरेंट्स को फिंगर फूड के बारे में ज्यादा जानकारी न हो। ऐसे में मॉमजंक्शन का हमारा यह लेख इसी संशय को दूर करने के लिए लिखा गया है। यहां हम आसान शब्दों में समझाएंगे कि फिंगर फूड होता क्या है और बच्चों को इसे कब देना चाहिए। यही नहीं यहां हम कुछ मजेदार फिंगर फूड रेसिपी भी बताएंगे। तो फिंगर फूड से जुड़ी ज्यादा से ज्यादा जानकारी के लिए लेख को अंत तक पढ़ें।
तो चलिए सबसे पहले समझते है फिंगर फूड का मतलब।
बच्चों के लिए फिंगर फूड क्या है?
जन्म से लेकर 6 महीने तक के शिशु को केवल स्तनपान कराने की सलाह दी जाती है। वहीं, उनके 6 महीने का होने के बाद शिशु के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए अन्य पोषक तत्वों की भी जरूरत होती है। यही कारण है कि उन्हें वैसे पौष्टिक तत्वों का सेवन कराने की सलाह दी जाती है, जो नरम और मुलायम होते हैं। फिंगर फूड इन्हीं में से एक है। दरअसल, फिंगर फूड का मतलब वैसे खाद्य पदार्थों से होता है, जिन्हें बच्चे अपने हाथों से उठाकर आसानी से खा सकते हैं (1)। लेख में आगे पाठकों को फिंगर फूड से जुड़ी विस्तारपूर्वक जानकारियां पढ़ने को मिलेगी।
अब हम जानेंगे कि, बच्चों को कौन-सी आयु में फिंगर फूड देना शुरू करना चाहिए।
बच्चों को फिंगर फूड देना कब से शुरू करें?
6 महीने के बाद बच्चे को सेमी सॉलिड फूड जैसे – प्यूरी या फिर मैश किया हुआ भोजन देने की सलाह दी जाने लगती है। वहीं, अगर बात करें फिंगर फूड देने की आयु की, तो एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की साइट पर प्रकाशित एक शोध के मुताबिक, बच्चे के 8 महीने के होने के बाद से फिंगर फूड का सेवन कराया जा सकता है (1)। इसके अलावा एक अन्य शोध से भी पता चलता है कि 6 से 8 महीने की आयु के बीच बच्चे अपनी उंगलियों से छोटे-छोटे भोजन को खुद से खाने में सक्षम हो जाते हैं (2)। ऐसे में बच्चे के 8 महीने के होने के दौरान फिंगर फूड दिए जाने का सही उम्र मान सकते हैं।
ध्यान रहे कि बच्चे को जो भी फिंगर फूड दें वो थोड़ी-थोड़ी मात्रा में दे। एक बार में ज्यादा न खिलाएं या उन्हें जोर-जबरदस्ती से खिलाने की कोशिश न करें। वहीं, अगर बच्चे को कोई फिंगर फूड ज्यादा पसंद आए और वो उसे ही बार-बार खाने का इशारा दे, तब वो विशेष खाद्य पदार्थ भी बार-बार न दें, बल्कि उनके खाने में वैरायटी रखें।
चलिए, अब हम बताते हैं कि बच्चों को फिंगर फूड्स खिलाना कैसे शुरू करें।
बच्चे को फिंगर फूड्स खिलाने की शुरुआत कैसे करें?
यहां बताए गए तरीकों को अपनाकर माता-पिता बच्चों को फिंगर फूड्स खिलाना शुरू कर सकते हैं –
- बच्चे को फिंगर फूड खिलाने के लिए सबसे पहले उसे एक ऊंची कुर्सी पर या किसी आरामदायक जगह पर बैठाना चाहिए। उसके बाद एक बाउल में थोड़ी मात्रा में फिंगर फूड और चम्मच देकर छोड़ देना चाहिए। इसके बाद बच्चा अपनी दिलचस्पी के अनुसार धीरे-धीरे खुद से ही फिंगर फूड खाना शुरू कर देगा।
- वहीं, इस दौरान ध्यान रखना चाहिए कि अगर बच्चा खुद से भोजन खाने में रुचि नहीं दिखा रहा है, तो जबरदस्ती भोजन उसके मुंह में नहीं डालना चाहिए, बल्कि थोड़े दिन इंतजार करके फिर से इस प्रक्रिया को दोहराना चाहिए।
- इसके अलावा, बच्चों को फिंगर फूड खिलाते समय उस पर ध्यान रखें कि कहीं निवाले को अंदर लेने में उसे कोई परेशानी तो नहीं हो रही। साथ ही उनके संकेतों और इशारों पर भी गौर करें कि वह क्या कहना चाह रहा है।
- इसके साथ-साथ बच्चों को फिंगर फूड खिलाते समय उस जगह को भी साफ सुथरा रखें, जहां बच्चा खा रहा हो, जैसे- टेबल या टेबल क्लॉथ और फर्श।
- फिंगर फूड की शुरुआत करने के लिए बच्चे को एक कप में पानी डालकर भी उसके सामने रख सकते हैं, अगर बच्चा उसे खुद से उठाकर पीने की दिलचस्पी दिखाता है और पानी पीने में सफल हो जाता है, तो यह माना जा सकता है कि अब वह फिंगर फूड खाने के लिए भी तैयार हो गया है।
- वहीं, बच्चा जब फिंगर फूड खाना शुरू कर दे तो उसके साथ-साथ स्तनपान, फॉर्मूला मिल्क और प्यूरी का सेवन कराते रहना चाहिए।
लेख के इस हिस्से में हम फिंगर फूड देते समय बरते जाने वाली सावधानियों के बारे में जानेंगे।
बच्चों को फिंगर फूड देते समय क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
बच्चों को फिंगर फूड कब से देना चाहिए ये तो आप जान ही चुके हैं, लेकिन फिंगर फूड देते वक्त कुछ सावधानियों का ध्यान रखना भी जरूरी है। तो चलिए अब हम बताते हैं कि बच्चे को फिंगर फूड देते वक्त कौन-कौन सी सावधानियां बरतनी जरूरी है :
- बच्चे को फिंगर फूड का सेवन कराते समय उसकी आयु का ध्यान जरूर रखें। उसे 8 महीने से पहले फिंगर फूड का सेवन न कराएं।
- बच्चे को फिंगर फूड देते समय ध्यान रखें कि वह ज्यादा बड़े टुकड़ों में न हों और न ही ज्यादा सख्त हो। बड़े और सख्त टुकड़ों को बच्चे चबा नहीं पाएंगे। इसके अलावा, वह उनके गले में भी अटक सकता है।
- जब भी बच्चे को फिंगर फूड खिलाएं, उसे अच्छी तरह से सीधी अवस्था में बैठाएं। इससे उन्हें निवाला अंदर लेने में परेशानी नहीं होगा।
- फिंगर फूड के रूप में अगर बच्चे को कोई बीज वाले फल का सेवन करा रहे हैं, तो उससे पहले उसके सारे बीज ध्यान पूर्वक निकाल लें, ताकि बीज बच्चे के मुंह में न चला जाए।
- अगर बच्चे के लिए फिंगर फूड पका रही हैं, तो कोशिश करें उसमें नमक का प्रयोग न करें।
- बच्चों को फिंगर फूड के रूप में हमेशा ऐसे ही खाद्य पदार्थ का सेवन कराएं जो मुलायम और नरम हो, ताकि बच्चे उसे आसानी से पचा पाएं।
- जब बच्चे को फिंगर फूड दिया जाए तो कोई बड़ा व्यक्ति उस वक्त उसके सामने रहे।
लेख के इस भाग में हम कुछ फिंगर फूड की लिस्ट शेयर कर रहे हैं।
बच्चों के लिए बेस्ट फिंगर फूड की लिस्ट
नीचे हम क्रमवार तरीके से ऐसे फिंगर फूड्स के बारे में बता रहे हैं, जिनका सेवन बच्चों को कराया जा सकता है। ये कुछ इस प्रकार हैं (3) –
- कुछ ऐसे फल जो मुलायम हो, जैसे – तरबूज, केला, मुलायम और पके नाशपाती, आड़ू एवं कीवी।
- पकी, भुनी हुई या उबली हुई सब्जियां, जिन्हें पतला और लंबा-लंबा काट कर या मैश करके खिला सकते हैं, जैसे- गाजर, हरी बीन्स, आलू, जुकिनी और शकरकंद।
- इसके अलावा कुछ ऐसी सब्जियां जिसे छोटे-छोटे टकड़ों में काट कर पका कर खिला सकते हैं, जैसे – फूलगोभी, ब्रोकली।
- पका हुआ पास्ता।
- ब्रेड का मुलायम भाग।
- चीज़ के छोटे टुकड़े।
बेस्ट फिंगर फूड के बाद जानिए ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में जिनका सेवन बच्चों को नहीं कराना चाहिए।
कौन-कौन से फिंगर फूड बच्चों को नहीं देना चाहिए?
बच्चों को देने वाले फिंगर फूड के बारे में बताने के बाद यहां हम कुछ ऐसे फिंगर फूड के नाम बता रहे हैं, जिनका सेवन बच्चों को नहीं कराना चाहिए (3) ।
- बच्चों की किडनी अधिक नमक को बर्दाश्त नहीं कर पाती है, इसलिए ऐसी चीजों का सेवन कराने से बचें, जिसमें अधिक नमक हो। बेहतर है उनके खाने में नमक का उपयोग करने से बचें।
- अधिक मीठा पदार्थ या चीनी बच्चों के निकलने वाले दांतों को नुकसान पहुंचा सकती है, इसलिए अधिक मीठे खाद्य पदार्थों का सेवन कराने से भी बचना चाहिए।
- एक साल से पहले बच्चों को शहद का सेवन न कराएं, क्योंकि इसमें टॉक्सिन होता है जो बच्चों के लिए हानिकारक हो सकता है।
- बच्चों को पीनट्स खिलाने से बचें, क्योंकि किसी-किसी बच्चे को इससे एलर्जी की समस्या हो सकती है।
- फिंगर फूड में बच्चे को मछली न दे क्योंकि मछली में कांटा होता है, जो उनके गले में अटक सकता है। इसके अलावा, कुछ खास तरह की मछलियां बच्चे के नर्वस सिस्टम को प्रभावित कर सकती है या फूड पॉइजनिंग का कारण बन सकती है।
- फिंगर फूड के रूप में बच्चे को चोकिंग फूड जैसे- नट्स, सीड्स, अंगूर, पॉपकॉर्न आदि का सेवन नहीं कराना चाहिए। ये सभी खाद्य पदार्थ उनके गले में अटक सकता है।
- बच्चे को मोटे ब्रेड, चीज़ के बड़े और कठोर टुकड़ों का भी सेवन नहीं कराना चाहिए, यह भी उनके गले में अटक सकता है।
लेख के अंत में हम फिंगर फूड रेसिपी के बारे में बता रहे हैं।
बच्चों के लिए 3 फिंगर फूड रेसिपी
यहां हम बच्चों के लिए कुछ शानदार फिंगर फूड रेसिपी बता रहे हैं। बच्चों के लिए ये रेसिपीज न केवल बनाना आसान है बल्कि बच्चों को इसका सेवन कराना भी बेहद आसान है। तो चलिए जानते हैं बच्चों के लिए फिंगर फूड रेसिपी –
1. बनाना पैनकेक
सामग्री :
- एक कप गेहूं का आटा
- आधा कप दूध
- एक या दो पका हुआ केला
- एक बाउल
- आवश्यकता अनुसार बटर
बनाने की विधि :
- सबसे पहले केले के छिलके निकाल कर उसे एक बाउल में अच्छे से मैश कर लें।
- अब एक अलग बर्तन में आटा निकालें और उसमें दूध मिलाएं।
- फिर इसमें मैश किया हुआ केला डालकर तीनों को अच्छे से मिलाकर गाढ़ा बैटर तैयार कर लें।
- अब गैस पर एक पैन चढ़ाएं और उसमें पहले हल्का बटर लगाएं।
- फिर तैयार किए गए बैटर को उसमें फैला कर उन्हें गोल्डन ब्राउन होने तक पकाएं।
- इस तरह तैयार हो जाएगा बनाना पैन केक।
2. हाफ बॉयल सब्जियां
सामग्री :
- एक गाजर लंबे टुकड़ों में कटा हुआ
- आधा कप हरे बीन्स मध्यम आकार के टुकड़ों में कटे हुए
- एक से दो आलू लंबे स्लाइस में कटे हुए
- 3 से 4 बड़ा चम्मच पानी (सब्जियों को उबालने के लिए)
बनाने की विधि :
- सभी सब्जियों को पहले धो लें।
- अब गैस ऑन करके गैस पर कुकर चढ़ा दें।
- उसके बाद उन्हें कुकर में पानी डालकर एक से दो सीटी तक उबाल लें।
- ध्यान रहे सब्जियां पूरी तरह से न उबले, बल्कि थोड़ी सख्त रहे।
- फिर गैस बंद कर दें और जब कुकर से प्रेशर निकल जाए, तो सब्जियों को एक कटोरे में निकाल लें।
- अब सब्जियों को ठंडा होने दें।
- जब सब्जियां ठंडी हो जाए, तो पानी को छानकर अलग कर दें।
- तैयार है बच्चे के लिए हाफ बॉयल सब्जियों का फिंगर फूड।
नोट : आप घर में मौजूद अन्य हरी सब्जियां जैसे – फूलगोभी, ब्रोकोली, मटर भी इस रेसिपी में शामिल कर सकती हैं।
3. आलू पराठा
सामग्री :
- एक से दो आलू
- एक कप गेहुं का आटा
- जरूरत अनुसार बटर
बनाने की विधि :
- सबसे पहले आलू को उबाल लें और उसे अच्छे से मैश कर लें।
- फिर इसे गेहूं के आटे के साथ मिलाएं और पानी डालकर आटा तैयार कर लें।
- अब इसे छोटे गोल आकार में बेल लें।
- फिर एक तवा गैस पर चढ़ायें और उसे गर्म करें।
- तवा जब गर्म हो जाये तो उसमें बटर लगाएं।
- अब पराठे को तवे में रखें और मध्यम आंच पर पकाएं।
- जब पराठा अच्छी तरह से पक जाए तो इसे निकाल लें।
- इस तरह तैयार है गरमा-गरम आलू के पराठे।
फिंगर फूड बच्चे को पोषण प्रदान करने के साथ-साथ उनके मोटर स्किल को बेहतर करने में भी मदद कर सकते हैं। यही नहीं, एक बच्चा फिंगर फूड की सहायता से ही खाने के लिए अपने हाथों का इस्तेमाल करना सीखता है। इसलिए सही समय पर बच्चों में इसकी शुरुआत कर देनी चाहिए। इस लेख में हमने बच्चों को फिंगर फूड कब देना चाहिए, कैसे देना चाहिए और कुछ आसान रेसिपीज के बारे में भी बताया है। वहीं, फिंगर फूड का सेवन करते वक्त लेख में बताए गए सावधानियों को भी ध्यान में जरूर रखें। हम उम्मीद करते हैं कि यह लेख आपके लिए मददगार साबित होगा। शिशु स्वास्थ्य से जुड़े ऐसे ही अन्य लेख पढ़ने के लिए जुड़े रहिए स्टाइलक्रेज से।
हैप्पी पैरेंटिंग!
संदर्भ (Resources) :
2. Complementary feeding-By USDA
3. Complementary Feeding for Infants 6 to 12 months-By Researchgat
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