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बच्चों के सही विकास के लिए दूध के साथ अन्य पौष्टिक तत्वों के सेवन की सलाह दी जाती है। वहीं, बात जब पोषण की आती है, तो उसमें घी का नाम न आए, ऐसा तो हो ही नहीं सकता है। यही वजह है कि मॉमजंक्शन के इस लेख में हम बच्चों में घी के सेवन से जुड़ी जरूरी जानकारी लेकर आए हैं। यहां आप जान पाएंगे कि बच्चों में घी का सेवन कितना लाभकारी है और इसके नुकसान क्या-क्या हो सकते हैं। पूरी जानकारी के लिए लेख के अंत तक बने रहें।

 सबसे पहले जान लेते हैं कि छोटे बच्चों को घी देना सही है या नहीं।

क्या छोटे बच्चों को घी देना सुरक्षित है?

हां, छोटे बच्चों को घी देना सुरक्षित माना जा सकता है। इससे संबंधित एक शोध से जानकारी मिलती है कि 6 से 8 महीने के शिशुओं के लिए 0.6 किलो कैलोरी और 12-23 महीने के शिशुओं के लिए 1 किलो कैलोरी ऊर्जा की जरूरत होती है। वहीं, इस शोध में ऊर्जा के स्रोत के रूप में अन्य खाद्य पदार्थों के साथ घी को भी शामिल किया गया है। शरीर में ऊर्जा की पूर्ति के लिए बच्चों को घी का सेवन कराना फायदेमंद हो सकता है (1)। इस आधार पर हम छोटे बच्चों में घी का सेवन सुरक्षित मान सकते हैं।

यहां हम घी में मौजूद पोषक तत्वों के बारे में बता रहे हैं।

घी के पोषक तत्व

घी को इसलिए लाभकारी माना जाता है, क्योंकि इसमें कई पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं। आइये, जानते हैं कि घी में कौन-कौन से पौष्टिक तत्व मौजूद होते हैं (2) :

  • घी ऊर्जा से समृद्ध होता है। 100 ग्राम घी में 900 किलो कैलोरी ऊर्जा मौजूद होती है।
  • इसके अलावा, 100 ग्राम घी में 100 ग्राम फैट मौजूद होता है।
  • वहीं, अगर बात करें विटामिन-ए (IU) की, तो 100 ग्राम घी में इसकी मात्रा 1333 IU होती है।
  • घी में 65.33 ग्राम टोटल सैचुरेटेड फैटी एसिड, 27.33 ग्राम टोटल मोनो अनसैचुरेटेड फैटी एसिड और 6 ग्राम पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड की मात्रा होती है।
  • वहीं, कोलेस्ट्रॉल की बात करें, तो 100 ग्राम घी में 233 एमजी कोलेस्ट्रॉल मौजूद होता है।

अब जानें बच्चों को घी देना कब शुरू कर सकते हैं।

बच्चों को घी देना कब शुरू करें?

एक रिसर्च से जानकारी मिलती है कि 6 महीने के बाद बच्चों को प्यूरी, मैश या फिर सेमी सॉलिड फूड के सेवन की सलाह दी जाती है (3)। वहीं, एक अन्य शोध से पता चलता है कि 6 से 8 महीनों के बच्चों को 0.6 किलो कैलोरी तक ऊर्जा का सेवन कराना चाहिए। वहीं, इस शोध में ऊर्जा के स्रोत के रूप में घी का नाम भी शामिल है (1)। इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि 6 महीने की उम्र के बाद बच्चों के आहार में घी को शामिल किया जा सकता है। वहीं, बच्चों के स्वास्थ्य अनुसार घी को आहार में शामिल करने के समय में बदलाव हो सकता है। इसलिए, इस विषय पर डॉक्टरी सलाह भी जरूरी है।

नीचे जानिए बच्चों को कितनी मात्रा में घी देना चाहिए।

बच्चे को कितना घी दे सकते हैं?

जैसा कि हमने लेख में ऊपर बताया कि घी ऊर्जा से भरपूर होता है। ऐसे में एक रिसर्च में इस बात की जानकारी मिलती है कि बच्चे को पर्याप्त ऊर्जा का सेवन कराने के लिए उनके भोजन में एक छोटा चम्मच घी का इस्तेमाल किया जा सकता है (1)। हालांकि, बच्चे के स्वास्थ्य अनुसार इसकी मात्रा में बदलाव हो सकता है। इसलिए, इसकी सही मात्रा से जुड़ी जानकारी डॉक्टर से जरूर लें।

घी की मात्रा जानने के बाद बच्चों के लिए घी के फायदे जानिए।

बच्चों के लिए घी के फायदे

बच्चों को घी खिलाने के कई फायदे हो सकते हैं। नीचे हम उन्हीं फायदों का जिक्र कर रहे हैं :

  • एनर्जी बूस्टर : इसमें कोई दो राय नहीं की घी ऊर्जा से भरपूर होता है। जैसा कि हमने लेख में बताया कि 100 ग्राम घी में लगभग 900 किलो कैलोरी ऊर्जा मौजूद होती है (2)। इस आधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि बच्चों में एनर्जी को बनाए रखने के लिए घी का सेवन कराना लाभकारी हो सकता है।
  • वजन बढ़ाने में मददगार : शिशुओं के वजन को बढ़ाने में भी घी के फायदे देखे जा सकते हैं। दरअसल, जैसा कि हमने ऊपर बताया कि घी ऊर्जा से समृद्ध होता है और ऊर्जा से समृद्ध खाद्य पदार्थों का सेवन वजन को बढ़ाने में मदद कर सकता है (4)। ऐसे में यह माना जा सकता है कि घी का सेवन कम वजन वाले शिशुओं में वजन को बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है।
  • हड्डियों के लिए : घी विटामिन ए और डी से भी समृद्ध होता है (5)। वहीं, ये दोनों पोषक तत्व हड्डियों के लिए लाभकारी माने जाते हैं। बता दें कि विटामिन-डी की कमी रिकेट्स और ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों का कमजोर हो जाना) जैसी हड्डियों से जुड़ी बीमारियों का जोखिम खड़ा कर सकती है। वहीं, विटामिन-ए हड्डियों के विकास में मदद कर सकता है (6) (7)। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि बच्चों में विटामिन डी और ए की कमी के कारण हड्डियों को होने वाले नुकसान से बचाने में घी प्रभावी हो सकता है।
  • इम्यून सिस्टम के लिए : बच्चों की इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए भी घी का उपयोग लाभकारी माना जा सकता है। दरअसल, एक शोध में साफ तौर से इस बात की जानकारी मिलती है कि घी प्रतिरक्षा प्रणाली को सुधारने में मदद कर सकता है (8)। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि बच्चों की इम्युनिटी को बढ़ाने के लिए घी का सेवन कराना लाभकारी हो सकता है।
  • एक्जिमा के लिए : एक्जिमा (खुजली और सूजन से जुड़ी त्वचा समस्या) से बचाव के लिए भी घी लाभकारी माना जा सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर मौजूद एक रिसर्च में जिक्र मिलता है कि गुनगुने पानी के साथ हर्बल सामग्रियों से युक्त घी का सेवन एक्जिमा की समस्या से बचाव में कुछ हद तक मदद कर सकता है (9)। हालांकि, यह अकेला कितना प्रभावी होगा, इसे लेकर अभी और शोध की आवश्यकता है।
  • स्मृति और सहनशक्ति के लिए : घी से संबंधित एक शोध में इस बात की जानकारी मिलती है कि घी का सेवन स्मृति और सहनशक्ति (stamina) बढ़ाने में मदद कर सकता है (10)। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि शिशुओं के स्मृति और सहनशक्ति को बढ़ाने के लिए घी फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, इस लाभ के पीछे घी के कौन से गुण काम करते हैं, इसे लेकर अभी और शोध की आवश्यकता है।

घी के फायदे जानने के बाद घी के नुकसान जानिए।

बच्चों के लिए घी के नुकसान

बच्चों के लिए घी के फायदे तो आप जान ही चुके हैं। वहीं, सीमित से अधिक मात्रा में इसका सेवन कराया जाए, तो इसके कुछ हानिकारक प्रभाव भी सामने आ सकते हैं। तो चलिए जानते हैं बच्चों को घी का सेवन कराने से जुड़े नुकसान क्या-क्या हो सकते हैं :

  • जैसा कि हमने लेख में बताया कि घी फैट से समृद्ध होता है (2)। ऐसे में अधिक मात्रा में इसका सेवन बच्चों के वजन को अधिक बढ़ा सकता है (11)
  • यही नहीं, घी में विटामिन ए की मात्रा पाई जाती है (2)। वहीं, अधिक मात्रा में विटामिन-ए का सेवन बच्चों में सिरदर्द, मतली और सिर चकराने का कारण बन सकता है (12)
  • अधिक मात्रा में घी का सेवन अपच का कारण भी बन सकता है (13)

स्क्रॉल करके जानिए घी के सेवन से जुड़ी सावधानियां।  

बच्चों को घी देते समय सावधानियां

घी के फायदे और नुकसान जानने के बाद, उसके सेवन के समय कुछ बातों का ध्यान रखना भी जरूरी है। इसकी चर्चा हम नीचे कर रहे हैं :

  • हमेशा शुद्ध घी का ही प्रयोग करें।
  • घी के सेवन के समय उसकी मात्रा का ख्याल रखें।
  • अगर घी के सेवन के बाद बच्चे में किसी प्रकार की समस्या दिखाई दे, तो घी का सेवन बंद करें और डॉक्टर को दिखाएं।

बच्चों के आहार में घी को शामिल करने के तरीके नीचे बताए गए हैं।

अपने शिशु के आहार में घी कैसे शामिल करें?

बच्चों के आहार में घी को निम्न प्रकार से शामिल किया जा सकता है :

  • बच्चों के लिए दलिया बनाकर उसमें घी को मिलाया जा सकता है।
  • घी को चावल के साथ मिलाकर बच्चों (एक साल से ऊपर) को खिला सकते हैं।
  • घी का उपयोग हलवे में भी किया जा सकता है।
  • बच्चों के लिए तैयार खिचड़ी में भी घी का इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • अगर एक साल के बच्चे को गेहूं की रोटी खिलाना शुरू कर दिया गया है, तो रोटी पर घी लगाकर बच्चे को दे सकते हैं।

अब जानिए बच्चों के लिए घी के अन्य इस्तेमाल के बारे में।

बच्चों के लिए घी के अन्य उपयोग

शिशुओं के आहार में शामिल करने के अलावा भी घी का उपयोग अलग-अलग तरीकों से किया जा सकता है। जो कुछ इस प्रकार हैं (14) (8) :

लेख के अंत में जानिए घी से बनी कुछ मजेदार रेसिपी।

बच्चों का वजन बढ़ाने के लिए घी की रेसिपी

यहां हम घी से बनी कुछ मजेदार रेसिपी बता रहे हैं, जो बच्चों का वजन बढ़ाने में मददगार साबित हो सकती हैं :

1. आटे का हलवा

Bachon Ke Liye Ghee Ke Fayde
Image: Shutterstock

सामग्री :

  • आटा – एक कप
  • घी – एक चम्मच
  • दूध – एक कप

बनाने की विधि :

  • सबसे पहले एक पैन में घी डालकर गरम करें और धीमी आंच पर आटे को भूनें।
  • जब आटा सुनहरे भूरे रंग का हो जाए, तो उसमें दूध मिला दें।
  • इसके बाद कुछ देर तक उसे अच्छे से चलाते रहें, ताकि उसमें गांठ न पड़े।
  • इस तरह तैयार हो जाएगा शानदार आटे का हलवा।

2. घी राइस

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Image: Shutterstock

सामग्री :

  • राइस – आधा कप
  • पानी – 2 कप
  • घी – 1 चम्मच

बनाने की विधि :

  • सबसे पहले चावल अच्छी तरह से धो लें।
  • अब प्रेशर कुकर में चावल और पानी डाल कर उसे गैस पर चढ़ाएं और 2 सीटी लगाएं।
  • इसके बाद जब कुकर का गैस निकल जाए, तो चावल को एक प्लेट में परोसें।
  • फिर उसमें घी मिलाएं।
  • इस तरह तैयार हो जाएगा बच्चों के लिए स्वादिष्ट घी राइस।

3. वेज प्यूरी

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Image: Shutterstock

सामग्री :

  • आलू – 1 मध्यम आकार
  • मटर – ½ कप
  • हरी बीन्स – ½ कप
  • घी – 1 चम्मच
  • पानी आवश्यकतानुसार 

बनाने की विधि :

  • सबसे पहले आलू को छीलकर और धोकर छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें।
  • इसके बाद मटर को भी छीलकर एक बर्तन में रख लें और हरी बीन्स को साफ कर छोटा-छोटा काट लें।
  • अब एक पैन में आवश्यकतानुसार पानी उबालें और उसमें सब्जियां डालकर पकाएं।
  • प्यूरी बनने तक सब्जियों को अच्छे से पकाएं।
  • अब इसे ठंडा कर उसमें घी मिलाकर बच्चे को सर्व करें लाजवाब प्यूरी। 

इस लेख को पढ़ने के बाद आप यह तो समझ गए होंगे कि बच्चों के लिए घी कितना फायदेमंद हो सकता है। वहीं, इसके सेवन के समय इसकी मात्रा का भी ध्यान रखना जरूरी है, वरना इसके नकारात्मक प्रभाव भी सामने आ सकते हैं। इसके अलावा, लेख में हमने घी से बनी तीन मजेदार व स्वादिष्ट रेसिपी भी आपको बताई है, जिन्हें बनाकर आप बच्चे को दे सकते हैं। उम्मीद करते हैं कि यह लेख आपको पसंद आया होगा। इस तरह के अन्य लेख पढ़ने के लिए मॉमजंक्शन के साथ जुड़े रहें।

References

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