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सर्दियां आते ही माता-पिता अपने बच्चे को गर्म रखने की कई कोशिश करते हैं, ताकि उन्हें ठंड न लग जाए। इन कोशिशों में बच्चे के लिए रूम हीटर और ब्लोअर का इस्तेमाल करना भी शामिल है। इससे बच्चे को ठंड से बचाया तो जा सकता है, लेकिन क्या बच्चों के लिए रूम हीटर का इस्तेमाल सुरक्षित है? अक्सर इस तरह के सवाल माता-पिता के मन में उठते हैं। इसका जवाब पाने के लिए मॉमजंक्शन के इस लेख को पढ़ें। यहां हमने बच्चे के लिए रूम हीटर के इस्तेमाल से संबंधित हर पहलू से जुड़ी जानकारी दी है।
लेख में सबसे पहले हम बताएंगे कि बच्चों के लिए रूम हीटर सुरक्षित है या नहीं।
क्या बच्चों के लिए रूम हीटर सुरक्षित है?
हर सवाल का जवाब ‘हां’ या ‘ना’ हो यह संभव नहीं है। कुछ ऐसा ही इस सवाल के साथ भी है। अगर सावधानी के साथ हीटर का इस्तेमाल किया जाए, तो यह बच्चे के लिए सुरक्षित हो सकता है। इसके इस्तेमाल के दौरान थोड़ी-सी भी लापरवाही हुई, तो इसके परिणाम घातक हो सकते हैं (1)। इसी वजह से सोच समझकर ही बच्चों के लिए रूम हीटर का इस्तेमाल करने का फैसला लें।
चलिए, अब जानते हैं कि रूम हीटर से बच्चे को क्या-क्या फायदे हो सकते हैं।
बच्चों के लिए रूम हीटर या ब्लोअर के फायदे
बच्चों के लिए रूम में हीटर या ब्लोअर लगाने का एक ही फायदा है कि यह उन्हें सर्दी से बचा सकता है। यह कमरे के तापमान को ज्यादा ठंडा नहीं होने देता, जिससे बच्चों को ठंड लगने से बचाया जा सकता है। बस ध्यान दें कि इसका इस्तेमाल सावधानी के साथ ही करना चाहिए, अन्यथा अप्रिय घटना घट सकती है। हीटर से जुड़ी सावधानियों और नुकसान के बारे में हम लेख में आगे बता रहे हैं।
पहले रूम हीटर व ब्लोअर के नुकसान जान लेते हैं। फिर हम इससे जुड़ी सावधानियों के बारे में बताएंगे।
बच्चों के लिए रूम हीटर या ब्लोअर के नुकसान
छोटे बच्चों के लिए हीटर का उपयोग करने से कुछ नुकसान हो सकते हैं। नुकसान के बारे में आगे विस्तार से जानिए (1) (2) (3)।
- रूखी त्वचा का जोखिम : हीटर या ब्लोअर का उपयोग करने से बच्चों की त्वचा रूखी हो सकती है। दरअसल, हीटर हवा की नमी को सोख लेता है, जिससे कमरे में ड्राइनेस बढ़ती है। इस कारण बच्चे की स्किन रूखी और पपड़ीदार हो सकती है। इससे बचने के लिए बच्चे की स्किन को मॉइस्चराइज रखें।
- चोट लगने का जोखिम : कमरे में हीटर चलते समय बच्चे का हाथ उस पर गलती से लग जाए, तो उसके हाथ जल सकते हैं या उसे चोट लग सकती है। ऐसे में बच्चों को इससे बचाने के लिए हीटर को ऐसी जगह पर रखें, जहां बच्चों का हाथ न पहुंच पाए।
- तापमान अस्थिरता : हीटर बच्चे के शरीर के तापमान में बदलाव यानी उतार-चढ़ाव का कारण बन सकता है, जिससे बच्चे की तबीयत खराब हो सकती है। इससे बचने के लिए धूप से बच्चे को अंदर कमरे में लाने से पहले हीटर को ऑन करके कमरे को हल्का गर्म कर लें। उसके बाद कोशिश करें कि बच्चे के कमरे का तापमान एक जैसा ही रहे।
- असुविधाजनक एहसास : ठंड से बच्चे को बचाने के लिए उसे कई गर्म कपड़े पहनाएं हैं और कमरे में हीटर भी काफी देर से ऑन है, तो उसे असुविधाजनक एहसास हो सकता है। कमरे को ओवरहीटिंग से बचाने के लिए कुछ देर बाद हीटर बंद कर दें या फिर बच्चे को ज्यादा गर्म कपड़े न पहनाएं।
- सडन इंफेंट डेथ सिंड्रोम : कई बार कमरे के तापमान की वजह से होने वाली ओवर हीटिंग से नवजात को सडन इंफेंट डेथ सिंड्रोम (SIDS) हो सकता है। यह जोखिम एक साल तक के बच्चों को ओवरहीटिंग के कारण होने वाले थर्मल स्ट्रेस के कारण होता है। इससे बचने के लिए तापमान को नियंत्रित रखें और कमरा गर्म होने के बाद हीटर बंद कर दें।
- श्वसन तंत्र के लिए : एक वैज्ञानिक शोध की मानें, तो हीटर के उपयोग से श्वसन तंत्र संबंधी जोखिम उत्पन्न हो सकते हैं। इसमें खांसी और अस्थमा जैसी समस्याएं शामिल हैं। इससे बचाव के लिए रूम हीटर का ज्यादा इस्तेमाल करने से बचें।
ऊपर बताए गए नुकसान से बचने के लिए लेख में आगे बताई गई सावधानियों को बरतें।
छोटे बच्चों के कमरे में ब्लोअर या रूम हीटर लगाने से पहले क्या सावधानियां रखें
बच्चों के रूम में हीटर लगाने के नुकसान के बारे में आप जान ही चुके हैं। इन सभी नुकसानों को थोड़ी सी सतर्कता की मदद से बचा जा सकता है। किसी तरह से सतर्क रहना चाहिए और हीटर इस्तेमाल करते समय किन बातों का ध्यान देना चाहिए, इन सबके बारे में आगे पढ़ें (4) (5):
- हीटर को सीधे मेन प्लग सॉकेट में लगाएं। इसके लिए किसी तरह के एक्सटेंशन बोर्ड का उपयोग न करें।
- हीटर को हमेशा बच्चों की पहुंच से दूर लगाएं।
- इसके आसपास जलने वाली चीजों न रखें।
- हीटर व ब्लोअर से निकलने वाला ताप व हवा बच्चे पर सीधे न लगे, इसका भी ध्यान दें।
- इसे ऑन करने से पहले हीटर के साथ आए दिशा निर्देश वाले मैन्युअल को जरूर पढ़ें।
- हीटर लगने के बाद इसके वायर को किसी चीज से ढक व छुपा दें, ताकि बच्चे उसे खींच न सकें।
- ऑटेमेटिक हीटर खरीदें, जो कमरे को गर्म करने के बाद खुद बंद हो जाए और जब कमरा ठंडा होने लगे, तो खुद ऑन हो जाए।
- अगर हीटर ऑटेमेटिक नहीं है, तो कमरा गर्म होने के बाद खुद हीटर बंद कर दें।
- नवजात व शिशु के कमरे में हीटर अपनी देखरेख में ही ऑन करें। अगर आप कमरे से बाहर जा रहे हैं, तो हीटर बंद कर दें।
यह लेख पढ़कर आप समझ ही गए होंगे कि बच्चे को ठंड से बचाने के लिए सावधानी के साथ रूम हीटर का उपयोग किया जा सकता है। हीटर बच्चे को ठंड से बचाने और सर्दी से बीमार पड़ने की आशंका को कम कर सकता है। इन सबके लिए हीटर का इस्तेमाल करते समय सतर्कता बरतनी जरूरी है। बिना सावधानी के इसका उपयोग करने से नुकसान भी हो सकते हैं। ऐसे में लेख में बताई गई सभी बातों को ध्यान में रखकर ही बच्चे के लिए रूम हीटर का उपयोग करने या न करने का फैसला लें।
References
2. Infant Respiratory Symptoms Associated with Indoor Heating Sources By ATS
3. Thermal Stress in Sudden Infant Death: Is There an Ambiguity With the Rebreathing Hypothesis By Pediatrics
4. Reducing Fire Hazards for Portable Electric Heaters By CPSC
5. Heater-Associated Erythema Ab Igne: Case Report and Review of Thermal-Related Skin Conditions By NCBI
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