Written by , (शिक्षा- एमए इन मास कम्युनिकेशन)

ये कहना गलत नहीं होगा कि स्तनों का आकार महिला की सुंदरता को परिभाषित करता है। प्राकृतिक रूप से हर महिला का ब्रेस्ट साइज अलग-अलग होता है। इसलिए, स्पष्ट रूप से यह बताना मुश्किल है कि स्तनों का कौन-सा आकार सबसे बेहतर होता है। दूसरी तरफ यह भी सच्चाई है कि कुछ महिलाएं अपने स्तनों के आकार से संतुष्ट नहीं होती हैं और ब्रेस्ट साइज कितना होना चाहिए, इस सवाल का जवाब तलाशने में लगी रहती हैं। अगर आप भी जानना चाहती हैं कि ब्रेस्ट साइज कितना होना चाहिए, तो स्टाइलक्रेज का यह लेख कुछ हद तक आपकी मदद कर सकता है। साथ ही स्तनों के आकार से जुड़े मिथकों पर भी चर्चा करेंगे।

शुरू करें लेख

आइए, सबसे पहले ब्रेस्ट साइज कितना होना चाहिए, इस सवाल का जवाब जानने का प्रयास करते हैं।

ब्रेस्ट साइज कितना होना चाहिए?

ब्रेस्ट साइज कितना होना चाहिए, इसका जवाब देना सीधे तौर पर संभव नहीं है। दरअसल, ब्रेस्ट साइज के पीछे कई तरह की स्थितियां जिम्मेदार हो सकती हैं, जिनमें महिला की उम्र से लेकर उसका शारीरिक स्वास्थ्य अहम होता है (1)। वैसे, सभी महिलाओं में ब्रेस्ट साइज को लेकर एक बात सामान्य देखी जा सकती है और वो है प्यूबर्टी। अमूमन, 10 से 14 वर्ष की उम्र में लड़कियों की प्यूबर्टी शुरू हो जाती हैं। प्यूबर्टी यानी यौवनावस्था के शुरुआती चरण में शरीर में कई तरह के परिवर्तन होते हैं, जिसमें ब्रेस्ट साइज में बदलाव होना भी शामिल है (2)

फिर भी ब्रेस्ट साइज कितना होना चाहिए, इसका कोई एक माप तय नहीं किया जा सकता है। यह पूरी तरह से प्राकृतिक और महिला के स्वास्थ्य से जुड़े विभिन्न स्थितियों पर निर्भर करता है, जिनके बार में लेख में आगे विस्तार से बताया गया है।

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अब पढ़ें ब्रेस्ट साइज और बॉडी हेल्थ के बीच का संबंध।

स्तन का आकार और शरीरिक स्वास्थ्य – Breast Size and Body Health In Hindi

ब्रेस्ट साइज किसी भी महिला के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। अगर स्तन जरूर से ज्यादा बड़े हैं, तो ये पीठ दर्द का कारण बन सकते हैं। साथ ही ऐसी महिलाओं को रोजमर्रा के काम करने में भी परेशानी हो सकती है। इस कारण वो अक्सर अवसाद व चिंता जैसी मानसिक समस्याओं का शिकार हो सकती हैं। इस बात की पुष्टि एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की साइट पर उपलब्ध रिसर्च पेपर से होती है (3)। वहीं, जिनके स्तनों का आकार छोटा होता है, वो हीन भावना का शिकार हो सकती हैं। एक अध्ययन के अनुसार, बड़े स्तनों वाली महिलाओं की तुलना में उन किशोरियों के भावनात्मक व मानसिक स्वास्थ्य में हीनता देखी गई, जिनके दोनों स्तनों के आकार में फर्क था। साथ ही उनके आत्मसम्मान और निजी व्यवहार में भी नकारात्मकता देखी गई (4)

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इस भाग में हम ब्रेस्ट साइज के लिए जिम्मेदार कारकों के बारे में बता रहे हैं।

ब्रेस्ट साइज किस आधार पर निर्धारित होता है? – What determines breast size In Hindi

देखा जाए तो ब्रेस्ट साइज और शारीरिक स्वास्थ्य के बीच संबंध एक-दूसरे से जुड़े होते हैं। इसे समझने के बाद अब हम उन कारकों के बारे में बता रहे हैं, जो ब्रेस्ट साइज या शेप को निर्धारित करने के पीछे जिम्मेदार हो सकते हैं (1):

  • आनुवंशिक (पारिवारिक इतिहास)।
  • पर्यावरणीय कारक।
  • उम्र।
  • शारीरिक वजन।
  • एक्सरसाइज का प्रकार और तरीका।

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स्तन के आकार का निर्धारण कैसे होता है, यह समझने के बाद इससे जुड़े कुछ अन्य कारक जानते हैं।

स्तन के आकार से जुड़ी कुछ अन्य स्थितियां – Some Other conditions associated with breast size

ब्रेस्ट का आकार छोटा या बड़ा होगा, इसके पीछे कुछ अन्य स्थितियां भी जिम्मेदार हो सकती हैं, जो आमतौर पर शारीरिक बदलाव से जुड़ी हो सकती है, जैसे :

  • प्यूबर्टी : प्यूबर्टी यानी यौवनावस्था युवतियों के शारीरिक विकास का सबसे अहम चरण होता है। इसी दौरान कई तरह के शारीरिक बदलाव के साथ ही स्तनों के आकार में भी बदलाव शुरू होते हैं (2)
  • गर्भावस्था : इस दौरान महिलाओं में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन का स्तर बढ़ सकता है। ये हार्मोन स्तनों के टिश्यू को बढ़ाने का काम कर सकते हैं। इस वजह से गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के स्तनों में वृद्धि हो सकती है (5)
  • गर्भनिरोधक दवाओं का सेवन करना : एस्ट्रोजन आधारित गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करने से भी स्तनों के आकार में बदलाव देखा जा सकता है। कुछ मामलों में यह स्तनों में वृद्धि का कारण बन सकता है (5)
  • आहार : विटामिन-डी, कैल्शियम या फैट युक्त जैसे आहार का अधिक सेवन करने से स्तनों के क्षेत्र में वृद्धि (Percent Dense Area) हो सकती है (6)
  • अरोमाटेस एक्सेस सिंड्रोम (Aromatase Excess Syndrome) : यह एक दुर्लभ बीमारी है। इसमें एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ा सकता है, जिस कारण कम उम्र में ही स्तनों का विकास हो सकता है (7)
  • गिगेंटोमैस्टिया (Gigantomastia) : यह भी एक दुर्लभ स्थिति है, जो महिलाओं के स्तनों के अधिक विकास का कारण बन सकती है। इसका जोखिम गर्भावस्था के दौरान अधिक हो सकता है (8)

यह भी पढ़ें

अब जानते हैं कि किस ब्रेस्ट साइज को सबसे परफेक्ट माना गया है।

मेरे शरीर के लिए सही ब्रेस्ट साइज क्या है? – What’s the right breast size for my body In Hindi

प्रत्येक महिला के स्तनों का आकार प्राकृतिक होता है। इसलिए, यह बताना मुश्किल है कि कौन-सा ब्रेस्ट साइज बेस्ट है। वैसे स्तनों का आकार कुछ हद तक महिला की शारीरिक संरचना पर भी निर्भर कर सकता है (9)। आमतौर पर चार तरह की शारीरिक संरचना होती है। इसी आधार पर नीचे हम स्तनों के सही आकार भी ज्ञात कर सकते हैं।

  1. सेब के आकार का शरीर (Apple-Shaped Bodies): इस शरीर के आकार वाली महिलाओं के पेट और कमर का आकार अधिक मोटा होता है। इस आकार के शरीर वाली महिलाओं के स्तनों बड़े होते हैं।
  2. नाशपाती के आकार का शरीर (Pear-Shaped Bodies): नाशपाती के आकार जैसे बॉडी शेप वाली महिलाओं का निचला हिस्सा यानी कूल्हे कंधों और कमर की तुलना में अधिक बड़े होते हैं। इसलिए, ऐसे शारीरिक आकार की महिलाओं के लिए सामान्य आकार के स्तन अधिक आकर्षक माने जा सकते हैं।
  3. ऑवरग्लास के आकार का शरीर (Hourglass-Shaped Bodies): इस तरह के बॉडी शेप को सबसे सुंदर और आकर्षक माना गया है। इस शारीरिक शेप वाली महिलाओं के स्तन और कूल्हे बड़े होते हैं, जबकि कमर पतली होती है। इसलिए, इस शेप की महिलाओं के लिए छोटे से मध्यम आकार के स्तन आकर्षक माने जा सकते हैं।
  4. रेक्टेंगल या रूलर शेप फिगर (Rectangle-Shaped Bodies): इस तरह के बॉडी शेप में पूरे शरीर का आकार एक जैसा ही होता है यानि कंधों से लेकर कमर तक की चौड़ाई और मोटाई एक सामान ही होती है। ऐसे में इस शेप की महिलाओं के शारीरिक आकर्षक को बढ़ाने के लिए बड़े आकार के स्तन उचित हो सकते हैं। बड़ा स्तन उनके चौकोर शरीर को कर्व देने में मदद कर सकता है।

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इस भाग में जानें ब्रा का सही साइज चुनने का तरीका।

ब्रा का सही आकार कैसे निर्धारित करें – How to determine your bra size in Hindi

आपको जानकारी हैरानी होगी कि लगभग 80 फीसदी महिलाएं गलत साइज की ब्रा पहनती हैं। इनमें से 70 फीसदी महिलाएं छोटे साइज की ब्रा, तो 10 फीसदी महिलाएं बड़े साइज की ब्रा पहनती हैं (10)। आइए, जानते हैं कि सही ब्रा चुनने का तरीका क्या है। सही माप पाने के लिए इनर के ऊपर से ही इंची टेप लगाएं। इस दौरान इंची टेप को न तो ज्यादा कस कर पकड़ें न ही ज्यादा ढीला छोड़ें।

सही बैंड साइज :

  • सबसे पहले एक इंची टेप लें।
  • फिर उसे स्तनों के नीचे चारों ओर लपेटें।
  • अगर बैंड का माप विषम संख्या है (जैसे: 29, 31, 33, 35), तो इसमें एक नंबर जोड़े। इसे यहां दिए गए टेबल के जरिए समझने का प्रयास करते हैं।
नापी गई बैंड साइज (इंच में)विषम नंबर आने पर 1 जोड़ें सही बैंड साइज
28 इंच28 इंच
29 इंच+1 इंच30 इंच
30 इंच30 इंच
31 इंच+1 इंच32 इंच
32 इंच32 इंच
33 इंच+1 इंच34 इंच
34 इंच34 इंच
35 इंच+1 इंच36 इंच
36 इंच36 इंच

उदाहरण के तौर पर :

अगर बैंड साइज 31 इंच है, तो इसमें 1 नंबर जोड़ कर इसे 32 करें। इस तरह आपका सही बैंड साइज 32 होगा।

सही कप साइज :

  • सबसे पहले एक इंची टेप लें।
  • फिर उसे स्तनों के ऊपर से शरीर के चारों ओर लपेटकर कप साइज चेक करें।
  • अगर ओड नंबर (जैसे: 29, 31, 33, 35) आ रहा है, तो इसमें भी बैंड साइज की तरह एक नंबर जोड़ें।
  • अब बैंड साइज और कप साइज के बीच का फर्क देंखे।
  • कप का माप बैंड साइज से कितना इंच अधिक है, इसी के आधार पर आपको अपने कप का सही माप मिल जाता है। इसके लिए नीचे दिए गए टेबल को देंखें।
कप साइज व बैंड साइज के बीच का अंतरकप साइज
1 इंच से कमAA
1 इंचA
2 इंचB
3 इंचC
4 इंचD
5 इंचDD
6 इंचDDD
7 इंचDDDD
8 इंचG/F
9 इंचI/J
10 इंचJ

उदाहरण के तौर पर :

अगर बैंड साइज की लंबाई 34 है और कप का माप 38 इंच है, तो दोनों में 4 इंच का अंतर है। इस प्रकार 34D साइज की ब्रा ही सबसे परफेक्ट है। इस तरह अगर बैंड साइज 40 इंच और कप साइज 42 इंच है, तो 40B साइज की ब्रा आपको फिट आएगी।

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ब्रा का सही साइज चुनने का तरीका जानने के बाद ब्रेस्ट साइज के बारे में कुछ और जानकारी पता करते हैं।

अपने स्तन का आकार बदलने के लिए क्या करें? – What if you want to change your breast size In Hindi

ऐसे कई घरेलू और मेडिकल तरीके हैं, जिनकी मदद से स्तनों के आकार को कम या ज्यादा कर सकते हैं। इनसे जुड़े कुछ तरीके हम यहां बता रहे हैं।

ब्रेस्‍ट साइज कम करने के लिए :

सबसे पहले हम ब्रेस्ट साइज कम करने के लिए घरेलू उपाय बता रहे हैं। इन्हें आप अपनी जरूरत और सुविधानुसार इस्तेमाल में ला सकते हैं। ध्यान रखें कि ब्रेस्ट साइज कम करने से जुड़े घरेलू उपायों के संबंध में वैज्ञानिक शोध की कमी है। इसलिए, डॉक्टर की सलाह पर ही इन घरेलू नुस्खों को इस्तेमाल करें।

1. अलसी के बीज

हार्मोन में बदलाव होने के कारण स्तनों के आकार में वृद्धि हो सकती है। इसके पीछे एस्ट्रोजन (स्तन कोशिकाओं को फैलने वाला हार्मोन) नामक हार्मोन जिम्मेदार हो सकता है (11)। ऐसे में एस्ट्रोजन का स्तर घटाकर स्तनों के बढ़े हुए आकार को कम करने में मदद मिल सकती है। इसके लिए अलसी के बीज का सेवन करना लाभकारी साबित हो सकता है। एनसीबीआई की साइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, अलसी में एंटी एस्ट्रोजन प्रभाव होता है। यह एस्ट्रोजन का स्तर कम करने में मदद कर सकता है, जिससे स्तनों का विकास कुछ हद तक रुक सकता है (12)

2. अदरक की चाय

स्तनों की कोशिकाएं वसा से बनी होती हैं, इसलिए बढ़ता वजन भी स्तनों के आकार को बढ़ा सकता है (13)। वहीं, एक अध्ययन से यह पता चलता है कि अदरक का सेवन करने से वजन नियंत्रित किया जा सकता है। साथ ही अदरक पेट, कमर व कूल्हों पर जमी हुई चर्बी को भी कम करने में प्रभावकारी हो सकता है (14)। ऐसे में अदरक के सेवन से बढ़े हुए वजन को कम करके स्तनों के आकार को घटाने में भी मदद मिल सकती है।

3. योग का अभ्यास करें

प्राकृतिक रूप से ब्रेस्ट साइज कम करने के लिए योग का भी सहारा लिया जा सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध के अनुसार, नियमित रूप से योग करने से भी शरीर का बीएमआई (Body Mass Index) बढ़ने से रोकने में मदद मिल सकती है। इससे वजन नियंत्रित किया जा सकता है (15)। इस आधार पर योग के जरिए बढ़ते वजन को कम करके स्तनों के आकार को भी कम किया जा सकता है। इसके लिए निम्नलिखित योग किए जा सकते हैं (16):

4. ब्रेस्ट रिडक्शन सर्जरी

घरेलू उपाय के अलावा, डॉक्टरी उपचार से भी स्तनों के आकार को घटाया जा सकता है। इसके लिए ब्रेस्ट रिडक्शन सर्जरी कारगर मानी जा सकती है। ब्रेस्ट रिडक्शन सर्जरी की प्रक्रिया में स्तनों के ऊतकों और त्वचा का कुछ हिस्सा हटा दिया जाता है। इससे स्तनों का साइज कम हो जाता है (17)। ध्यान रखें कि ब्रेस्ट रिडक्शन सर्जरी हमेशा अनुभवी सर्जन की देखरेख में ही करवानी चाहिए। साथ ही इससे जुड़े जोखिम और सावधानियों के बारे में भी उचित जानकारी लेनी चाहिए।

ब्रेस्ट साइज बढ़ाने के लिए:

जहां कुछ महिलाएं स्तनों को छोटा करना चाहती हैं, तो वहीं कुछ महिलाएं ब्रेस्ट साइज बढ़ाने के उपाय तलाशती हैं। यहां हम स्पष्ट कर दें कि ब्रेस्ट साइज बढ़ाने से जुड़े घरेलू उपायों के संबंध में वैज्ञानिक शोध की कमी है। इसलिए, डॉक्टरी की सलाह पर ही इनका इस्तेमाल करें।

 1. मेथी के बीज

छोटे स्तनों को बड़ा करने में मेथी के बीज का उपयोग लाभकारी हो सकता है। शोध के अनुसार, मेथी बीज में मेस्टोजेनिक (Mastogenic) प्रभाव होता है, जो ब्रेस्ट के विकास में मदद कर सकता है। शायद यही वजह भी है कि स्तनों को बढ़ा करने वाली कई कॉस्मेटिक क्रीम में भी इस प्रभाव का इस्तेमाल किया जाता है (18)। इसलिए, ब्रेस्ट बढ़ाने के उपाय के तौर पर मेथी के बीज का पानी पी सकती हैं या मेथी के तेल से रोजाना स्तनों की मालिश भी कर सकती हैं।

2. सोया प्रोडक्ट

ब्रेस्ट साइज बढ़ाने के उपाय में सोया प्रोडक्ट का उपयोग किया जा सकता है। सोया प्रोडक्ट में सोयाबीन के दूध या सोयाबीन से बने अन्य उत्पाद शामिल होते हैं। दरअसल, सोया प्रोडक्ट में आइसोफ्लावोन (Isoflavones) नामक फाइटोएस्ट्रोजन (Phytoestrogens) होता है। ये ब्रेस्ट डेंसिटी यानी स्तनों का घनत्व बढ़ाने में मदद कर सकता है। हालांकि, इस अध्ययन में यह भी बताया गया है कि इसका प्रभाव रजोनिवृत्ति यानी मेनोपॉज के बाद कम हो सकता है (19)। इसलिए, माहवारी के चरण से गुजर रही महिलाएं सोया प्रोडक्ट का इस्तेमाल करके कुछ हद तक ब्रेस्ट साइज बढ़ा सकती हैं।

3. फैट युक्त आहार

एनसीबीआई की रिसर्च के अनुसार, विटामिन डी, कैल्शियम या डायटरी फैट युक्त जैसे आहार स्तनों के क्षेत्र में वृद्धि (Percent Dense Area) कर सकते हैं। इस वजह से स्तनों का आकार भी कुछ हद तक बढ़ सकता है (6)। ऐसे में छोटे स्तनों का साइज बढ़ाने के लिए आहार में विटामिन डी, कैल्शियम या डायटरी फैट की मात्रा बढ़ाई जा सकती है। हालांकि, आहार में किसी भी तरह के खाद्य की मात्रा बढ़ाने से पहले डॉक्टरी सलाह जरूर लें।

4. ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन सर्जरी

ब्रेस्ट ऑग्मेंटेशन सर्जरी एक सर्जिकल प्रक्रिया है, जो ब्रेस्ट साइज को बढ़ाने में मदद करती है। इस सर्जरी में स्तनों के ऊतकों के पीछे या सीने की मांसपेशियों के नीचे सिलिकॉन या सलाइन का प्रत्यारोपण किया जाता है (20)। इसकी मदद से स्तनों में उभार आ जाता है, जिससे स्तनों का आकार बढ़ जाता है। ध्यान रखें, यह एक सर्जिकल प्रक्रिया है, इसलिए अनुभवी सर्जन की देखरेख में ही इसे करवाना चाहिए।

बने रहें हमारे साथ

आइए, अब उन मिथकों की सच्चाई जानते हैं, जो ब्रेस्ट साइज से जुड़ी हुई हैं।

ब्रेस्ट साइज से जुड़े कुछ मिथक और तथ्य – Myths & fallacies related to breast growth in Hindi

ब्रेस्ट साइज को लेकर कई तरह की बातें की जाती हैं, जिनका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं हैं। यहां हम ऐसी सोच को ही बदलने का ही प्रयास कर रहे हैं।

1. स्तन की मालिश करने से ब्रेस्ट साइज बढ़ता है।

ऐसा माना जाता है कि स्तनों की मालिश करने से उनका आकार बढ़ सकता है। इसके पीछे तर्क दिया जाता है कि मसाज करने से मांसपेशियों में रक्त का प्रवाह तेज होता है, लेकिन इस संबंध में कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है।

2. शादी के बाद ब्रेस्ट साइज बढ़ जाता है।

यह बात भी पूरी तरह से मिथक है। जो महिलाएं शादी के कुछ समय बाद ही प्रेग्नेंट हो जाती हैं, सिर्फ उनमें हार्मोनल बदलाव के कारण स्तनों का आकार बढ़ने लगता है, लेकिन इस बात का शादी से कुछ लेना देना नहीं है।

3. ब्रेस्ट को प्रेस करने से साइज बढ़ता है।

कुछ महिलाएं शारीरिक संबंध के दौरान पार्टनर को स्तनों को छूने से मना करती हैं। उन्हें लगता है कि ब्रेस्ट प्रेस करने से साइज बढ़ सकता है, जबकि इस संबंध में कोई वैज्ञानिक शोध उपलब्ध नहीं है। इसलिए, यह तथ्य भी पूरी तरह से मिथक है।

4. स्तनपान करवाने से स्तनों का आकार बेडौल हो जाता है।

यह बात भी पूरी तरह से मिथक है। गर्भावस्था के दौरान अक्सर महिलाओं के वजन में वृद्धि होती है, जिस वजह से उनके स्तनों का आकर भी बढ़ सकता है। वहीं, जन्म के बाद धीरे-धीरे उनका बढ़ा हुआ वजन कम हो सकता है, जिस वजह से स्वाभाविक रूप से स्तनों का आकार भी कम हो सकता है।

5. ब्रेस्ट इंप्लांट कराने के बाद स्तन देखने में नकली लगते हैं।

ब्रेस्ट इंप्लांट की प्रक्रिया के दौरान स्तनों के ऊतकों या सीने की मांसपेशियों के नीचे सिलिकॉन या सलाइन का प्रत्यारोपण किया जाता है। यह प्रक्रिया स्तनों को अंदर से उबारने के लिए होती है (20)। इस वजह से स्तनों की बाहरी त्वचा पर किसी तरह का बदलाव नजर नहीं आता है। इसके बाद स्तन पहले की ही तरह असली नजर आते हैं। यही वजह है कि ब्रेस्ट इंप्लांट से जुड़ी ऐसी बातें महज मिथक मानी जा सकती हैं।

6. पेट के बल सोने से स्तन छोटे होते हैं।

कुछ महिलाएं ऐसा मानती हैं कि पेट के बल सोने से स्तनों का विकास प्रभावित हो सकता है। इसके कारण स्तनों का साइज छोटा रह जाता है, लेकिन यह पूरी तरह से एक मिथक है। दरअसल, स्तनों का साइज महिला के शारीरिक विकास और हार्मोन पर निर्भर करता है। इस बारे में ऊपर लेख में विस्तार से बताया गया है।

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क्या ब्रेस्ट साइज के चलते ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है? जानने के लिए पढ़ें लेख का अगला भाग।

क्या ब्रेस्ट साइज और ब्रेस्ट कैंसर के बीच कोई संबंध है? – Is there a connection between breast size and breast cancer?

बड़े या छोटे आकार के स्तन प्राकृतिक रूप से स्वस्थ माने जाते हैं। इसलिए, स्तनों के आकार और ब्रेस्ट कैंसर के बीच सीधा संबंध नहीं माना जा सकता है (21)। हां, अगर किसी महिला के दोनों स्तनों के आकार में ज्यादा अंतर नजर आता है, तो यह कुछ हद तक कैंसर से जुड़ा हो सकता है। इस विषय में एनसीबीआई की वेबसाइट पर एक शोध प्रकाशित है। इसमें बताया गया है कि अगर दोनों स्तनों के आकार में 20 फीसदी से अधिक का फर्क (Breast Asymmetry Ratio) नजर आता है, तो यह कैंसर से संबंधित हो सकता है। इस तरह की स्थिति स्तन कैंसर का जोखिम लगभग दो गुना बढ़ा सकती है (22)

उम्मीद करते हैं कि ब्रेस्ट साइज कितना होना चाहिए इस सवाल से जुड़ी हर जानकारी आपको इस लेख में मिली होगी। साथ ही यह भी स्पष्ट होता है कि हर महिला के स्तनों का आकार प्राकृतिक है। उसके बारे में सोचकर चिंतित होना सही नहीं है। हां, अगर स्तनों का आकार जरूर से ज्यादा है, तो इससे कुछ शारीरिक समस्याएं जरूर हो सकती हैं, लेकिन इससे उबरना भी आसान है। इस संबंध में ऊपर लेख में विस्तार से बताया गया है। स्वास्थ्य से जुड़ी ऐसी और महत्वपूर्ण जानकारी के लिए पढ़ते रहें स्टाइलक्रेज।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या स्तन में गांठ होना असामान्य है?

नहीं, ब्रेस्ट में गांठ होना सामान्य स्थिति है। 60 से 80 प्रतिशत मामलों में ये गांठ कैंसर नहीं होती हैं। फिर भी ब्रेस्ट में गांठ होने और स्तनों में किसी भी तरह का बदलाव नजर आने पर बिना देरी किए डॉक्टर से जरूर चेकअप करवाना चाहिए (23)

क्या महिलाओं का बायां स्तन दाहिनी से बड़ होता है?

हां, ज्यादातर महिलाओं के दोनों स्तनों के साइज में अंतर देखा जा सकता है। साथ ही ध्यान रहे कि अगर दोनों स्तनों के आकार में 20 फीसदी से अधिक का अंतर है, तो यह चिंता का विषय हो सकता है। ऐसे में जितनी जल्दी हो डॉक्टर से जांच जरूर करवानी चाहिए (22)

स्तन कैंसर किसे हो सकता है?

50 साल से अधिक उम्र की महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम अधिक होता है। इसके अलावा, जो महिलाएं एक्सरसाइज नहीं करती हैं, मेनोपॉज के बाद वजन बढ़ जाए, हार्मोन थेरेपी व परिवार में किसी को ब्रेस्ट कैंसर हुआ हो व अल्कोहल का सेवन करने से ब्रेस्ट कैंसर होने की आशंका बढ़ सकती है (24)

क्या खाने से ब्रेस्ट का साइज बढ़ता है?

एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में इस बात का जिक्र है कि विटामिन-डी, कैल्शियम, डायटरी फैट युक्त आहार लेने से स्तनों के आकार में बदलाव हो सकता है (6)। ऐसे में यह माना जा सकता है कि कुछ तरह के खाद्य ब्रेस्ट साइज बढ़ा सकते हैं।

क्या उम्र के साथ स्तन झुक जाते हैं?

हां, बढ़ती उम्र के साथ महिलाओं के स्तन सीने से नीचे की तरफ झुक जाते हैं (25)

स्तनों में दर्द के कारण क्या हो सकते हैं?

पीरियड्स, गर्भावस्था, मेनोपॉज व स्तनपान के दौरान होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण स्तनों में दर्द हो सकता है। इसके अलावा, यह फाइब्रोसिस्टिक स्तन रोग या ब्रेस्ट कैंसर का लक्षण भी हो सकता है (26)

संदर्भ (Sources)

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  1. Determinants of Breast Appearance and Aging in Identical Twins
    https://academic.oup.com/asj/article/32/7/846/220534
  2. Puberty
    https://medlineplus.gov/puberty.html
  3. The relationship between breast size and aspects of health and psychological wellbeing in mature-aged women
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC7235664/
  4. Psychological Impact of Breast Asymmetry on Adolescents
    https://journals.lww.com/plasreconsurg/Abstract/2014/12000/Psychological_Impact_of_Breast_Asymmetry_on.3.aspx
  5. Breast Enlargement Botanicals
    https://www.huhs.edu/literature/Breast%20enlargement%20botanicals.pdf
  6. Diet across the Lifespan and the Association with Breast Density in Adulthood
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3574651/
  7. Aromatase excess syndrome
    https://medlineplus.gov/genetics/condition/aromatase-excess-syndrome/
  8. Gigantomastia–a classification and review of the literature
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/18054304/
  9. Genetic variants associated with breast size also influence breast cancer risk
    https://bmcmedgenet.biomedcentral.com/articles/10.1186/1471-2350-13-53
  10. Breast size, bra fit and thoracic pain in young women: a correlational study
    https://chiromt.biomedcentral.com/articles/10.1186/1746-1340-16-1
  11. Androgens and the breast
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC2790857/
  12. The Effect of Flaxseed in Breast Cancer: A Literature Review
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5808339/
  13. Effects of obesity on breast size
    thoracic spine structure and function
  14. The effects of ginger intake on weight loss and metabolic profiles among overweight and obese subjects: A systematic review and meta-analysis of randomized controlled trials
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/29393665/
  15. How is the practice of yoga related to weight status? Population-based findings from Project EAT-IV
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5865393/
  16. Yoga in Women With Abdominal Obesity— a Randomized Controlled Trial
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5098025/
  17. Breast reduction
    https://medlineplus.gov/ency/article/007405.htm
  18. In vitro estrogenic activities of fenugreek Trigonella foenum graecum seeds
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/20571172/
  19. Effects of isoflavones on breast density in pre- and post-menopausal women: a systematic review and meta-analysis of randomized controlled trials
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC2953939/
  20. Breast augmentation surgery
    https://medlineplus.gov/ency/article/002984.htm
  21. A Woman’s Body Type and the Risk of Breast Cancer
    https://ecommons.cornell.edu/bitstream/handle/1813/14560/fs42.bodytype.pdf;sequence=1
  22. Breast Volume Asymmetry Value, Ratio, and Cancer Risk
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4677797/
  23. Breast Lump
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK279/
  24. What Are the Risk Factors for Breast Cancer?
    https://www.cdc.gov/cancer/breast/basic_info/risk_factors.htm
  25. Abstract: What Is the Most Important Factor of Breast Ptosis? Considerations for Breast Reconstruction Studied with Mastectomy Patients
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5147386/
  26. Breast pain
    https://medlineplus.gov/ency/imagepages/19583.htm
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