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रोजमर्रा की जिंदगी में लोग कई ऐसे खाद्य व पेय पदार्थों का सेवन करते हैं, जिनमें कैफीन मौजूद होता है। यह उत्तेजना पैदा करने वाला एक पदार्थ है, जो लगभग 60 से अधिक पौधों में प्राकृतिक रूप से पाया जाता है (1)। वहीं, बहुत कम ही लोग होंगे, जो कैफीन के फायदे और नुकसान से अच्छी तरह परिचित हों। यही वजह है कि स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम कैफीन क्या है और कैफीन का इस्तेमाल कितना लाभदायक है, यह बताने जा रहे हैं। इसके बावजूद यह ध्यान रखना जरूरी है कि इसे लेख में शामिल समस्याओं का उपचार नहीं कहा जा सकता है, यह केवल उन समस्याओं में कुछ हद तक राहत पहुंचा सकता है। वहीं, इसका अधिक सेवन कैफीन के नुकसान का कारण भी बन सकता है, जिसकी चर्चा लेख में की गई है।
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तो आइए, पहले कैफीन के विषय में जान लेते हैं, फिर हम कैफीन के फायदे पर बात करेंगे।
कैफीन क्या है और यह कैसे काम करता है? – What is caffeine and How does it work?
कैफीन का वैज्ञानिक नाम ट्राईमेथाइलजेंथीन (trimethylxanthine) है, जो एक प्यूरिन एल्क्लाइड (purine alkaloid) है। इसे प्राकृतिक उत्तेजक के रूप में जाना जाता है, जो केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को प्रभावित कर सकता है (2)। खास यह है कि शरीर में अवशोषित होने के बाद यह न तो खून में टिकता है और न ही शरीर में अधिक देर तक रुकता है। सेवन किए जाने के बाद यह मूत्र के माध्यम से शरीर से बाहर निकल जाता है (3)।
वहीं, कैफीन के फायदे की बात करें, तो यह हृदय, श्वसन, किडनी और मांसपेशियों को आराम पहुंचाने के साथ मानसिक स्थिति में सुधार करने के लिए जाना जाता है (4)। इसके विपरीत कैफीन के अधिक सेवन के कुछ नुकसान भी हैं, जिनके बारे में हम लेख में आगे चलकर विस्तार से जानेंगे।
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कैफीन क्या है, जानने के बाद अब हम कैफीन किसमें पाया जाता है, यह बताएंगे।
कैफीन युक्त खाद्य और पेय पदार्थ कौन-कौन से हैं? – What foods and drinks contain caffeine?
कैफीन किसमें पाया जाता है, यह समझने के लिए यहां हम कैफीन युक्त उन खाद्य या पेय पदार्थ के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें रोजमर्रा की जिंदगी में सामान्य रूप से इस्तेमाल में लाया जाता है। यह खाद्य और पेय पदार्थ कुछ इस प्रकार हैं (3) :
- कॉफी
- चाय
- कोला
- एनर्जी ड्रिंक
- चॉकलेट
- कैंडीज
- स्नैक्स
- च्यूइंग गम
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कैफीन किसमें पाया जाता है, यह जानने के बाद अब हम कैफीन के फायदे जानने का प्रयास करेंगे।
कैफीन के 16 फायदे – 16 Health Benefits of Caffeine in Hindi
यहां हम स्वास्थ्य संबंधी कैफीन के फायदे बताने जा रहे हैं, जिन्हें पढ़ने के बाद कैफीन के उचित उपयोग को समझने में मदद मिल सकती है।
1. पेट के लिए उपयोगी
कैफीन का उपयोग पेट के लिए फायदेमंद माना जा सकता है। इस बात को कॉफी से संबंधित चूहों पर आधारित एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) के एक शोध में माना गया है। शोध में जिक्र मिलता है कि कॉफी में मौजूद कैफीन गट डिसबयोसिस (gut dysbiosis) यानी आंतों में बैक्टीरिया असंतुलन और एससीएफए (शोर्ट चेन फैटी एसिड) की स्थिति में सुधार कर सकता है। इससे डायबिटीज के कारण बिगड़ी उपापचय प्रणाली में सुधार देखा जा सकता है (5)। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि कैफीन युक्त पदार्थ का सेवन कुछ हद तक पेट के लिए उपयोगी हो सकता है।
2. एनर्जी बढ़ाने में सहायक
आमतौर पर कमजोरी या सुस्ती महसूस होने की स्थिति में चाय, कॉफी या एनर्जी ड्रिंक लेते हैं। वहीं, इन चीजों का सेवन करने से तुरंत आराम कैसे मिलता है, इस बारे में शायद ही किसी ने सोचा हों। दरअसल, इन चीजों में कैफीन पाया जाता है, जिसमें एर्गोजेनिक (ergogenic) यानी थकान और कमजोरी की समस्या को दूर कर ऊर्जा बढ़ाने वाला प्रभाव होता है। इस बात को एनर्जी ड्रिंक्स से संबंधित एनसीबीआई के एक शोध में भी स्वीकार किया गया है (6)। इस आधार पर कहा जा सकता है कि तुरंत एनर्जी बढ़ाने के लिए कैफीन उपयोगी हो सकता है।
3. चर्बी कम करने और मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मददगार
कैफीन के फायदों में शरीर की उपापचय प्रक्रिया में बढ़ोतरी और शरीर पर जमा चर्बी को कम करना भी शामिल है। यह बात कैफीन से संबंधित दो अलग-अलग शोध से स्पष्ट होती है। पहले शोध में माना गया है कि सामान्य और मोटापे से ग्रस्त व्यक्तियों में कैफीन उपापचय प्रक्रिया को बढ़ावा देने सहायक हो सकता है (7)। वहीं, दूसरे शोध में कैफीन को चर्बी और बढ़े हुए वजन को कम करने में उपयोगी माना गया है (8)। इन दोनों तथ्यों को देखते हुए यह माना जा सकता है कि कैफीन उपापचय प्रक्रिया को बढ़ावा देने के साथ ही शरीर पर जमा चर्बी को कम करने में मददगार हो सकता है।
4. व्यायाम करने की क्षमता को बढ़ाए
जैसा कि लेख में पहले ही बताया जा चुका है कि कैफीन युक्त पेय यानी एनर्जी ड्रिंक्स ऊर्जा प्रदान करने में सहायक हो सकती हैं। वहीं, एनर्जी ड्रिंक से संबंधित इस शोध में यह भी माना गया है कि तुरंत ऊर्जा देकर कैफीन कुछ हद तक व्यायाम करने की क्षमता को भी बढ़ा सकता है। हालांकि, शोध में इस बात का भी जिक्र मिलता है कि कैफीन युक्त एनर्जी ड्रिंक का सेवन कर गर्म वातावरण में व्यायाम के नुकसान भी हो सकते हैं। इसमें डिहाइड्रेशन और पैरों की मांसपेशियों की क्षमता में कमी की स्थिति शामिल है (6)। इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि संतुलित कैफीन व्यायाम की क्षमता को कुछ हद तक बढ़ा सकता है। मगर, इससे होने वाले नुकसान की स्थितियों को भी ध्यान में जरूर रखना चाहिए।
5. मनोभाव और दिमागी कार्यक्षमता को सुधारे
मनोभाव और दिमागी कार्यक्षमता को सुधारने के लिए भी कैफीन युक्त पदार्थों को इस्तेमाल में लाया जा सकता है। इस बात को फ्रांस के मेडिसिन विभाग द्वारा किए गए शोध में भी माना गया है, बशर्ते इसका निम्न और संतुलित मात्रा में ही सेवन किया जाए क्योंकि इसके अधिक सेवन के कारण कई दुष्प्रभाव भी सामने आ सकते हैं। इनमें चिंता, तनाव और घबराहट के साथ नसों में तनाव जैसी स्थितियां शामिल हैं (9)।
6. लिवर को सुरक्षा प्रदान करे
लिवर को सुरक्षा प्रदान करने में भी कैफीन युक्त पदार्थों का सेवन सहायक माना जा सकता है। लिवर से संबंधित एक शोध में इस बात का स्पष्ट प्रमाण मिलता है। शोध में माना गया है कि कैफीन युक्त दो कप कॉफी का सेवन गंभीर लिवर फाइब्रोसिस (लिवर की क्षति) के जोखिम को कम कर सकता है (10)। इस आधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि कैफीन का सेवन कुछ हद तक लिवर को सुरक्षा प्रदान कर सकता है।
7. गठिया में कारगर
कॉफी कैफीन का एक आम स्रोत है, जिसे गठिया के जोखिम को कम करने में सहायक माना जाता है। मगर, कॉफी में मौजूद कैफीन के कारण यह गठिया में सहायक होता है, इस मामलें में थोड़ा मदभेद है। इस बात को गठिया से संबंधित एक शोध में स्पष्ट रूप से बताया गया है। शोध में जिक्र मिलता है कि चूहों पर किए शोध में कैफीन को गठिया के लिए उपयोगी माना गया। वहीं, इंसानों के मामले में इसका प्रभाव थोड़ा उलट देखा गया। शोध में पाया गया कि कैफीन इंसानों में यूरिक एसिड को बढ़ाने का काम कर सकता है, जिस कारण गठिया का जोखिम बढ़ सकता है (11)। इस तथ्य देखते हुए यह तो कहा जा सकता है कि कॉफी का सेवन गठिया में सहायक हो सकता है, लेकिन कैफीन गठिया की समस्या में उपयुक्त होगा यह नहीं कहा जा सकता है।
8. हृदय रोग में सहायक
कैफीन का खाद्य या पेय पदार्थ के माध्यम से संतुलित सेवन कुछ हद तक हृदय स्वास्थ्य के लिए उपयोगी साबित हो सकता है। हृदय से संबंधित एक शोध में इस बात का जिक्र मिलता है। शोध में माना गया है कि नियंत्रित मात्रा में कैफीन युक्त खाद्य या पेय पदार्थ एन्डोथेलियल डिसफंक्शन (endothelial dysfunction) में सहायक हो सकते हैं। बता दें, एन्डोथेलियल डिसफंक्शन हृदय धमनियों से संबंधित विकार है। इसमें हृदय की सतह पर बड़ी रक्त वाहिकाओं में संकुचन की समस्या हो जाती है। इसके अलावा, यह बढ़े हुए ब्लड प्रेशर और सूजन संबंधी समस्या को कम करके भी हृदय के प्रति सुरक्षात्मक प्रभाव प्रदर्शित कर सकता है। वहीं, इसके विपरीत कैफीन युक्त खाद्य या पेय पदार्थ का अधिक सेवन हृदय संबंधी जोखिमों का भी कारण बन सकता है (12)। इसलिए, इसकी अधिक मात्रा का सेवन बिल्कुल न करें।
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9. डायबिटीज को करे नियंत्रित
डायबिटीज के नियंत्रण के मामले में भी कैफीन लाभ हासिल किए जा सकते हैं। बशर्ते, इसका प्रभाव दिखने में थोड़ा अधिक समय लग सकता है। इस बात का जिक्र शुगर पर कॉफी के प्रभाव को जानने के लिए किए गए एक शोध में मिलता है। शोध में पाया गया कि कॉफी में मौजूद कैफीन शुगर के उपापचय में अहम भूमिका निभा सकता है, लेकिन इसका प्रभाव दिखने में कुछ हफ्तों का समय लग सकता है (13)। इस तथ्य को देखते हुए इसे कुछ हद तक डायबिटीज की समस्या में लाभकारी माना जा सकता है।
10. सिर दर्द दूर करे
सिरदर्द के लिए भी कैफीन को उपयोगी और सहायक माना जा सकता है। कैफीन से संबंधित एक सिर दर्द से जुड़े शोध से यह बात स्पष्ट होती है। शोध में पाया गया कि 130 मिलीग्राम कैफीन का सेवन तनाव के कारण होने वाले सिर दर्द से राहत दिला सकता है। वहीं, माइग्रेन की समस्या में इसका सेवन ली जाने वाली दर्दनिवारक दवा के प्रभाव को बढ़ाने का काम कर सकता है (14)। इस तथ्य के आधार पर सिर दर्द में कैफीन को मददगार माना जा सकता है।
11. एमएस (मल्टीपल स्क्लेरोसिस) में दिलाए राहत
एमएस यानी कि मल्टीपल स्क्लेरोसिस तंत्रिका तंत्र से संबंधित एक विकार है, जिसमें प्रतिरोधक तंत्र नर्व की बाहरी सुरक्षा परत को नष्ट करने लगता है (15)। वहीं, कैफीन से संबंधित एक शोध में माना गया है कि खासकर मल्टीपल स्क्लेरोसिस में कैफीन का अधिक सेवन सकारात्मक प्रभाव प्रदर्शित कर सकता है। हालांकि, कैफीन लाभ इस समस्या में कितना प्रभावी है, इस संबंध में अभी और अधिक शोध किए जाने की आवश्यकता है (16)।
12. जीवन को बढ़ाए
जैसा कि लेख में पहले ही बताया जा चुका है कि कैफीन का सेवन मानसिक और शारीरिक क्षमता को बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है। वहीं, कैफीन से जुड़े एक अन्य शोध में जिक्र मिलता है कि यह इसके साथ ही तंत्रिका तन्त्र से जुड़े विकार को दूर कर जीवन को बढ़ाने में भी सहायक हो सकता है (17)।
13. अल्जाइमर एवं पार्किंसंस रोग
लेख में पहले ही बताया जा चुका है कि तंत्रिका तंत्र संबंधी समस्याओं में कैफीन सहायक हो सकता है। वहीं, इसके अलावा कैफीन के फायदे में अल्जाइमर (भूलने की समस्या) और पार्किंसन (शारीरिक गतिविधि का प्रभावित होना) जैसे तंत्रिका तंत्र संबंधी विकार में राहत भी शामिल है (17)। इस आधार पर कैफीन लाभ अल्जाइमर और पार्किंसन रोग में भी उपयोगी माने जा सकते हैं।
14. त्वचा के लिए कैफीन
त्वचा के लिए भी कैफीन को उपयोगी माना गया है। यही वजह है कि कई कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स में भी इसे इस्तेमाल में लाया जाता है। इस बात का प्रमाण कैफीन से संबंधित एनसीबीआई के एक शोध में मिलता है। शोध में माना गया है कि कैफीन का त्वचा पर प्रयोग स्किन में समाकर रक्त प्रवाह को बढ़ा सकता है। वहीं, इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण अल्ट्रावाइलेट किरणों के त्वचा पर प्रभाव को रोकने में मदद कर सकते हैं (18)। इस आधार पर कैफीन का इस्तेमाल त्वचा के लिए उपयुक्त माना जा सकता है।
15. बालों के लिए कैफीन
त्वचा के साथ-साथ बालों के लिए भी कैफीन लाभ सहायक साबित हो सकते हैं। कैफीन से संबंधित बाहरी उपयोग पर किए गए एक शोध से इस बात की पुष्टि होती है। शोध में माना गया है कि त्वचा के साथ-साथ कैफीन बालों के विकास में भी सुधार का काम कर सकता है (18)। फिलहाल, इसकी कार्यप्रणाली को लेकर अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है।
16. कैंसर के जोखिम से बचाव
अन्य फायदों के साथ ही कैफीन का सेवन कैंसर के जोखिम को भी कम करने में मददगार हो सकता है। यह बात कैफीन से संबंधित एक शोध में मानी गई है। शोध में जिक्र मिलता है कि कैफीन में एंटी-कैंसर (कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने वाला) और एंटी-ट्यूमर (ट्यूमर के विकास को रोकने वाला) प्रभाव होता है। यह दोनों प्रभाव संयुक्त रूप से कुछ हद तक कैंसर से बचाव और इसके जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं (19)। हालांकि, इसके साथ ही यह ध्यान रखना जरूरी है कि कैंसर एक जानलेवा बीमारी है, जिसका इलाज डॉक्टरी परामर्श पर ही निर्भर करता है।
लेख में आगे बढ़ें
आगे लेख में अब हम कैफीन की ली जाने वाली संतुलित मात्रा के बारे में जानकारी हासिल करेंगे।
कैफीन की ली जाने वाली संतुलित मात्रा
एक स्वस्थ व्यक्ति प्रतिदिन 400 मिलीग्राम तक कैफीन का सेवन कर सकता है। इसलिए, इसे कैफीन की सुरक्षित और संतुलित मात्रा के रूप में देखा जा सकता है (1)। वहीं, स्वास्थ्य के आधार पर इसके सेवन की सही मात्रा अलग-अलग हो सकती है, इसलिए इस संबंध में एक बार डॉक्टरी सलाह भी जरूर लें।
अंत तक पढ़ें लेख
लेख के अगले भाग में अब हम कैफीन के नुकसान से जुड़ी जानकारी देंगे।
कैफीन के नुकसान – Caffeine Ke Nuksan in Hindi
निम्न बिंदुओं के माध्यम से हम अधिक सेवन के कारण कैफीन के नुकसान को समझ सकते हैं, जो कुछ इस प्रकार हैं (1) :
- बेचैनी और कंपकंपी
- अनिद्रा
- सिर दर्द
- चक्कर जैसा महसूस होना
- अचानक से हृदय गति असामान्य होना
- डिहाइड्रेशन
- चिंता
कैफीन के फायदे और नुकसान से जुड़े इस लेख को पढ़ने के बाद आपको कैफीन की उपयोगिता के बारे में पता चल ही गया होगा। साथ ही किन स्वास्थ्य समस्याओं में कैफीन के फायदे हासिल हो सकते हैं, इस बारे में भी आपको लेख से पर्याप्त जानकारी हासिल हुई होगी। ऐसे में कैफीन की संतुलित मात्रा ध्यान में रखते हुए कैफीन युक्त खाद्य या पेय पदार्थ का सेवन किया जा सकता है। बशर्ते इसके अधिक सेवन से होने वाले कैफीन के साइड इफेक्ट को भी ध्यान में रखा जाए। उम्मीद है, स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिए कैफीन का इस्तेमाल और कैफीन क्या है, यह समझने में यह लेख काफी मददगार साबित हुआ होगा। ऐसे ही अन्य रोचक विषयों के बारे में जानने के लिए पढ़ते रहें स्टाइलक्रेज।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल :
क्या कैफीन एक ड्रग है?
किसी समस्या के उपचार के तौर पर अगर कैफीन को संतुलित मात्रा में लिया जाता है, तो इस स्थिति में इसे एक ड्रैग के रूप में देखा जा सकता है (20)।
कैफीन किससे बनता है?
कैफीन एक प्यूरिन एल्क्लाइड (purine alkaloid) है, जो प्राकृतिक रूप से कुछ बीजों और पौधों में पाया जाता है (2)।
क्या कैफीन चिंता के लिए बुरा है?
अगर कम मात्रा में दवा के तौर पर कैफीन को इस्तेमाल में लाया जाता है, तो यह चिंता से राहत पाने में मदद कर सकता है। वहीं, इसके विपरीत इसका अधिक सेवन कैफीन साइड इफेक्ट के तौर पर चिंता की समस्या को बढ़ाने का काम कर सकता है (9)। इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि चिंता के लिए कैफीन के फायदे और नुकसान दोनों ही हैं, जो इसके इस्तेमाल पर निर्भर करते हैं।
क्या किशोर कॉफी पी सकते हैं?
हां, किशोर एक कप तक कॉफी का सेवन कर सकते हैं। वजह यह है कि किशोरों के लिए प्रतिदिन 100 से 175 मिलीग्राम कैफीन को सुरक्षित माना गया है (21)।
क्या कॉफी मलत्याग के लिए प्रेरित करती है?
कॉफी का सेवन मल को नर्म बनाने का काम कर सकता है (22)। इससे मल त्याग की प्रक्रिया को बढ़ावा मिल सकता है।
कॉफी में क्या पाया जाता है?
कॉफी में कैफीन पाया जाता है, यह आपको लेख में पहले ही बताया जा चुका है (1)।
References
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