Neelanjana Singh, RD
Written by , (शिक्षा- एमए इन जर्नलिज्म मीडिया कम्युनिकेशन)

भारतीय रसोई में कई सारे मसालों का उपयोग किया जाता है, जो न सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाते हैं बल्कि सेहत के लिए भी लाभकारी होते हैं। इनमें से एक है कढ़ी पत्ता। इसे कड़ी पत्ता और मीठी नीम के नाम से भी जाना जाता है। अंग्रेजी में इसे करी लीफ और संस्कृत में कृष्णा निंबा कहकर संबोधित किया जाता है। इसके औषधीय गुणों और विशेषताओं को देखते हुए स्टाइलक्रेज के इस लेख में आज हम करी पत्ता के फायदे और नुकसान के बारे में विस्तार से जानकारी लेकर आए हैं।

शुरू करते हैं लेख

सबसे पहले करी पत्ता के फायदे के बारे में चर्चा करेंगे।

कढ़ी पत्ते के फायदे – Benefits of Curry Leaves in Hindi

करी पत्ता के फायदे कई सारे हो सकते हैं, जिससे ज्यादातर लोग शायद वाकिफ न हो। ऐसे में यहां हम करी लीव्स इन हिंदी में जानेंगे कढ़ी पत्ते के फायदे से जुड़ी विस्तृत जानकारी। ध्यान रहे करी पत्ता किसी बीमारी से बचाव या लक्षणों को कम करने में उपयोगी हो सकता है। इसे किसी गंभीर बीमारी का इलाज न समझें।

1. वजन घटाने में कढ़ी पत्ता के फायदे

करी पत्ता के फायदे इन हिंदी में सबसे पहले जानेंगे वजन कम करने में करी पत्ते के लाभ के बारे में। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर ऑफ बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर मौजूद शोध की मानें तो कढ़ी पत्ते में डाइक्लोरोमेथेन, एथिल एसीटेट और महानिम्बाइन जैसे खास तत्व पाए जाते हैं। इन तत्वों में वजन घटाने,

कोलेस्ट्रॉल को कम करने और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को नियंत्रित करने की क्षमता पाई जाती है (1)। इस आधार पर कहा जा सकता है कि कढ़ी पत्ते का उपयोग वजन घटाने में लाभकारी हो सकता है।

2. एनीमिया में लाभदायक

कड़ी का पत्ता एनीमिया जैसी समस्या से राहत पाने में मददगार हो सकता है। शोध की मानें तो करी पत्ते में एंटी एनीमिया गुण पाया जाता है, जो एनीमिया पर प्रभावी रूप से काम कर सकता है। इसके अलावा कड़ी पत्ता कैल्शियम, आयरन, जिंक और वैनेडियम जैसे खनिज पदार्थों का अच्छा स्रोत माना जाता है। इस कारण कहा जा सकता है कि एनीमिया से निजात दिलाने में कड़ी का पत्ता उपयोगी हो सकता है (2)।

3. डायबिटीज में मददगार

करी पत्ता बेनिफिट्स की बात करें तो इसका इस्तेमाल डायबिटीज को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है। बताया जाता है कि कढ़ी पत्ते में हाइपोग्लाइसेमिक यानी शुगर लेवल को कम करने वाला गुण पाया जाता है (3)। यह गुण शरीर में शुगर की मात्रा को कम करने में सहायक साबित होता है। इस कारण ऐसा कहा जा सकता है कि करी पत्ता के लाभ डायबिटीज जैसे जोखिमों को कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं।

4. लिवर के लिए कढ़ी पत्ता के फायदे

एक शोध में साफतौर से बताया गया है कि करी पत्ते में टैनिन और कार्बाजोले एल्कलॉइड जैसे तत्व मौजूद होते हैं। इन तत्वों में हेप्टोप्रोटेक्टिव गुण पाए जाते हैं, जो लिवर की कार्यक्षमता को बढाने के साथ ही इससे संबंधित हेपेटाइटिस और सिरोसिस जैसे जोखिमों को कम करने में भी सहायक हो सकते हैं (4)। इस आधार पर लिवर स्वास्थ्य के लिए करी पत्ता के लाभ देखे जा सकते हैं।

5. डायरिया से बचाव

करी पत्ता बेनिफिट्स में डायरिया से जुड़ी समस्या से राहत पाना भी शामिल है। विशेषज्ञों के मुताबिक कढ़ी पत्ते में पाए जाने वाले कार्बाजोले एल्कलॉइड्स में डायरिया से बचाव करने की अद्भुत क्षमता पाई जाती है। ऐसे में ये माना जा सकता है कि इसका नियमित सेवन डायरिया जैसी समस्या से निजात पाने में कारगर साबित हो सकता है (5)।

6. दिल का रखें ख्याल

ह्रदय को स्वस्थ रखने के लिए भी करी पत्ते के फायदे हासिल किए जा सकते हैं। चूहों पर किए गए एक शोध में इस बात का जिक्र मिलता है कि करी पत्ते का सेवन हृदय संबंधित रोगों से बचाव करने में सहायक हो सकता है (6)। वहीं, एक अन्य अध्ययन की मानें तो हृदय संबंधी बीमारियों के इलाज लिए करी पत्ते का उपयोग एक कारगर आयुर्वेदिक औषधि के रूप में लंबे समय से होता आया है। इसके अलावा, शोध में इस बात का जिक्र भी मिलता है कि करी पत्ता कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने का काम भी करता है, जो हृदय को स्वस्थ रखने के लिए बहुत जरूरी है (7)।

7. कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में सहायक

करी पत्ता खाने के फायदे कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण करने में भी हो देखे जा सकते हैं। इस संबंध में किए गए एक शोध में इस बात कि पुष्टि की गई है कि करी पत्ता में एंटीऑक्सीडेटिव प्रभाव मौजूद होता है, जो बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक हो सकता है। वहीं, इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल (एचडीएल) की मात्रा को बढ़ाने में जिम्मेदार हो सकते हैं (7)। इस आधार पर माना जा सकता है कि कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण में करी पत्ता के लाभ देखे जा सकते हैं।

8. संक्रमण से बचाव में कढ़ी पत्ता के फायदे

करी पत्ता के फायदे और नुकसान की बात की जाए तो संक्रमण से बचाव में कढ़ी पत्ता मदद कर सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक कढ़ी पत्ते के तेल में पाए जाने वाले कुछ खास पोषक तत्वों में एंटीबायोटिक और एंटीफंगल गुण भी पाए जाते हैं। इसमें पाए जाने वाले यही गुण बैक्टीरिया और फंगल प्रभाव को कम करने में लाभकारी परिणाम दे सकते हैं (8)। ऐसे में कहा जा सकता है कि करी पत्ता के फायदे में संक्रमण से बचाव भी शामिल है।

9. एंटी इंफ्लामेटरी गुणों से भरपूर

एनसीबीआई पर प्रकाशित शोध की मानें तो आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में करी पत्ता का उपयोग कई तरह की औषधियों के निर्माण के लिए किया जाता है। शोध में साफतौर से इस बात का जिक्र मिलता है कि इसमें एंटी इंफ्लामेंटरी यानी सूजन को कम करने वाला गुण मौजूद होता है, जो सूजन संबंधित परेशानियों से कुछ हद तक राहत प्रदान कर सकता है (9)।

10. मॉर्निंग सिकनेस में कढ़ी पत्ता

करी पत्ता खाने के फायदे मॉर्निंग सिकनेस से राहत पाने में देखे जा सकते हैं। गर्भावस्था के आम लक्षणों में उल्टी या मतली भी शामिल है, जिसे आमतौर पर मॉर्निंग सिकनेस कहा जाता है (10)। शोध की मानें तो गर्भावस्था में करी पत्ता का उपयोग उल्टी और मतली को ठीक करने में मददगार हो सकता है (11)। एक अन्य शोध में भी इस बात का जिक्र मिलता है कि करी पत्ते व नींबू का रस में चीनी मिलाकर सेवन करने से मॉर्निंग सिकनेस को दूर किया जा सकता है (12)। इस आधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि कि मॉर्निंग सिकनेस से राहत पाने में करी पत्ता के फायदे देखे जा सकते हैं।

11. आंखों के स्वास्थ के लिए

कड़ी पत्ता के फायदे आंखो के लिए देखे जा सकते हैं। अध्ययन में बताया गया है कि करीपत्ता आंखों की सुरक्षा करने के साथ आंखों की रोशनी में सुधार कर सकता है। इसके पीछे का कारण करी पत्ते में मौजूद विटामिन ए माना गया है। साथ ही आंखों के लिए करी पत्ते के एशेंसियल ऑयल को उपयागी बताया गया है (13)। ऐसे में माना जा सकता है कि करी पत्ते का इस्तेमाल आंखो के स्वास्थ के लिए लाभकारी हो सकता है।

12. त्वचा के लिए कढ़ी पत्ता

त्वचा को स्वस्थ रखने के लिए भी करी पत्ते के फायदे देखे जा सकते हैं। दरअसल, इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट गुण के कारण कई सौंदर्य उत्पादों में इसका उपयोग किया जाता है। यह शुष्क त्वचा में जान भरने के साथ त्वचा की रंगत में सुधार कर सकता है। इसके अलावा, करी पत्ता युक्त क्रीम सूर्य की हानिकारक किरणों से त्वचा को सुरक्षा प्रदान कर सकती है। नेचुरल पिग्मेंटेशन को बनाए रखने में भी इसका उपयोग लाभकारी हो सकता है (14)।

एक अन्य अध्ययन की मानें तो नियमित रूप से करी पत्ते का तेल त्वचा पर लगाने से मुंहासों से छुटकारा मिल सकता है (13)। इस आधार पर करी पत्ते को त्वचा स्वास्थ्य के लिए गुणकारी कहना गलत नहीं होगा।

13. बालों के लिए करी पत्ता

त्वचा के साथ साथ बालों के लिए भी करी पत्ता का उपयोग फायदेमंद हो सकता है। एक शोध की मानें तो ताजे करी पत्ते को नारियल के तेल में उबालकर स्कैल्प पर लगाया जा सकता है। इस मिश्रण को लगाने से बालों की टोन यानी उसकी रंगत को बनाए रखने के साथ बालों के विकास में सुधार हो सकता है (10)।

आगे पढ़ें

करी पत्ते के फायदे जानने के बाद इसमें मौजूद पौष्टिक तत्वों के बारे में जानेंगे।

कढ़ी पत्ते का पौष्टिक तत्व – Curry Leaves Nutritional Value in Hindi

करी पत्ता के नुकसान कम फायदे ज्यादा है, इसलिए नीचे कढ़ी पत्ते में मौजूद पौष्टिक तत्वों के बारे में बता रहे हैं (13)।

पोषक तत्व मात्रा प्रति 100 ग्राम 
कैल्शियम 810 mg 
फास्फोरस600 mg
आयरन3.1 mg
कैरोटीन (विटामिन ए के रूप में)12600 IU
निकोटिनिक एसिड2.3 mg 
विटामिन सी4 mg

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आगे लेख में हम बात करेंगे करी पत्ता का उपयोग के बारे में ।

कढ़ी पत्ते का उपयोग – How to Use Curry Leaves in Hindi

नियमित आहार के अलावा बालों व त्वचा के लिए भी करी पत्ता का उपयोग किया जा सकता है।

1. खाने में कड़ी पत्ता का उपयोग

  • कड़ी पत्ता खाने का तरीका जानना चाहते हैं, तो इसका उपयोग भोजन पकाते वक्त मसाले के रूप में किया जा सकता है। इसे
  • सब्जी, दाल, सांभर चावल और तरह-तरह के व्यंजनों का स्वाद बढाने के लिए उपयोग किया जा सकता है।
  • कड़ी पत्ता खाने का तरीका यह भी है कि नारियल की चटनी में मिलाकर भी इसका सेवन कर सकते हैं।
  • इसे फ्राई करके फूड गार्निशिंग के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • करी पत्ते की पकौड़ी बनाकर सेवन कर सकते हैं।
  • कुछ विशेष परिस्थियों जैसे किसी खास बीमारी से बचाव के लिए इसके जूस का सेवन भी किया जा सकता है, लेकिन इसका जूस उपयोग करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लेनी चाहिए।

नोट- एक बार के आहार में कढ़ी पत्तियों की करीब 8 से 10 पत्तियों को इस्तेमाल में लाया जा सकता है।

2. बालों में कड़ी पत्ता का उपयोग

  • बालों के स्वास्थ्य के लिए इसका पेस्ट बनाकर स्कैल्प पर हेयर पैक की तरह इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।
  • नारियल के तेल के साथ करी पत्तों को गरम करके भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
  • कढ़ी पत्ते को पानी में उबालकर, उससे बाल धोने के लिए उपयोग में लाया जा सकता है।

3. त्वचा के लिए कड़ी पत्ता का उपयोग

  • त्वचा का निखार बढ़ाने के लिए इसका पेस्ट उपयोग में लाया जा सकता है।
  • इसे पानी के साथ उबालें और उस पानी को नहाने के लिए इस्तेमाल में लाएं, ऐसा करने से त्वचा संबंधी विकारों से छुटकारा पाया जा सकता है।

जानें नुकसान

करी पत्ता के फायदे और उपयोग जानने के बाद अब बात करते हैं कड़ी पत्ता के नुकसान के संबंध में।

कढ़ी पत्ते के नुकसान – Side Effects of Curry Leaves in Hindi

कढ़ी पत्ते के वैसे तो कोई नुकसान नहीं देखे गए हैं, लेकिन कुछ स्थितियों में या अधिक मात्रा में इसका उपयोग नुकसानदायक साबित हो सकता है। यहां हम करी पत्ता के नुकसान बता रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार हैं:

  • कड़ी पत्ता के नुकसान की बात करें तो कुछ लोगों में इसके एलर्जिक इफेक्ट भी देखे जा सकते हैं। ऐसी स्थिति में कड़ी पत्ता का उपयोग बंद कर देना चाहिए।
  • कड़ी पत्ता में हाइपोग्लाइसेमिक गुण होता है, जो डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए जाना जाता है (3)। ऐसे में अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से सामान्य ब्लड शुगर वालों में भी लो ब्लड शुगर की शिकायत हो सकती है।
  • करी पत्ते का पेस्ट या उसके तेल को लगाने से कुछ लोगों में जलन की शिकायत हो सकती है (15)।

कड़ी पत्ता बेनिफिट्स से जुड़े इस लेख को पढ़कर कड़ी पत्ता के फायदे और नुकसान से अच्छी तरह परिचित हो गए होंगे। हालांकि, करी पत्ता के नुकसान बेहद अधिक नहीं हैं। लेख में आपने जाना कि स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को दूर करने में करी पत्ता का उपयोग किस प्रकार से किया जा सकता है। तो, फिर देर किस बात कि आज ही से करी पत्ते को अपने आहार का हिस्सा बनाएं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

अगर नियमित रूप से करी पत्ता का सेवन करते हैं तो क्या होगा?

करी पत्ता का नियमित रूप से सेवन कई तरह की स्वास्थ समस्याओं के लिए लाभकारी हो सकता है। करी पत्ता में हाइपोग्लाइसेमिक गुण पाया जाता है, जो मधुमेह को नियंत्रित करने में काफी हद तक सहायक हो सकता है (3)।

एक दिन में कितने करी पत्ते का सेवन किया जा सकता है?

अध्ययन की मानें तो प्रतिदिन 2 ग्राम यानी 8-10 करी पत्ते का सेवन किया जा सकता है (16)।

क्या कच्चा करी पत्ता का सेवन सेहत के लिए अच्छा हो सकता है?

हां, बिल्कुल एक रिसर्च में बताया गया है कि पेचिश की समस्या से छुटकारा पाने के लिए कच्चे करी पत्ता का सेवन लाभकारी हो सकता है (13)।

करी पत्ते को कैसे पी सकते हैं?

करी पत्ते की चाय का सेवन किया जा सकता है ।

References

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  1. Antiobesity and lipid lowering effects of Murraya koenigii (L.) Spreng leaves extracts and mahanimbine on high fat diet induced obese rats
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/20655993/
  2. Anti-Anaemic Potential of Murraya koenigii Fruit Extracts In Phenylhydrazine Induced Anaemic Rats.
    https://www.academia.edu/18549774/Anti-Anaemic_Potential_of_Murraya_koenigii_Fruit_Extracts_In_Phenylhydrazine_Induced_Anaemic_Rats
  3. A Review on Curry Leaves (Murrayakoenigii): Versatile Multi-Potential Medicinal Plant
    http://citeseerx.ist.psu.edu/viewdoc/download?doi=10.1.1.833.4288&&rep=rep1&&type=pdf
  4. Hepatoprotective effects of aqueous leaf extract and crude isolates of Murraya koenigii against in vitro ethanol-induced hepatotoxicity model
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/20488686/
  5. Antidiarrhoeal activity of carbazole alkaloids from Murraya koenigii Spreng (Rutaceae) seeds
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/19695314/
  6. Protective effect of antioxidant rich aqueous curry leaf (Murraya koenigii) extract against gastro-toxic effects of piroxicam in male Wistar rats
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5598401/
  7. Effect of Murraya Koenigii (Curry Leaves) Powder on the Liver and Renal Functions in Women with Hyperlipidemia
    https://www.ijhsr.org/IJHSR_Vol.7_Issue.1_Jan2017/27.pdf
  8. Curry leaf (Murraya koenigii Spreng.) reduces blood cholesterol and glucose levels in ob/ob mice
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/16552838/
  9. Chemical composition antibacterial and antioxidant profile of essential oil from Murraya koenigii (L.) leaves
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4104627/
  10. Medicinal Profile Phytochemistry and Pharmacological Activities of Murraya koenigii and Its Primary Bioactive Compounds
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC7070712/
  11. Anti-Anaemic Potential of Murraya koenigii Fruit Extracts In Phenylhydrazine Induced Anaemic Rats
    https://www.academia.edu/18549774/Anti_Anaemic_Potential_of_Murraya_koenigii_Fruit_Extracts_In_Phenylhydrazine_Induced_Anaemic_Rats
  12. Murraya Koenigii (Curry leave)- a review on its potential
    https://www.researchgate.net/publication/274721050_Murraya_Koenigii_Curry_leave-_a_review_on_its_potential
  13. CURRY LEAVES (Murraya koenigii Linn. Sprengal)- A MIRCALE PLANT
    https://www.researchgate.net/publication/277143748_CURRY_LEAVES_Murraya_koenigii_Linn_Sprengal-_A_MIRCALE_PLANT
  14. Murraya koenigii (L.) (Curry Leaf): A Traditional Indian Plant.
    https://www.rjpbcs.com/pdf/2015_6(6)/[118].pdf
  15. Effect of Curry Leaves Garlic and Tea Tree Oil on Streptococcus Mutans and Lactobacilli in Children: A Clinical and Microbiological Study
    https://www.redalyc.org/pdf/637/63712843001.pdf
  16. Nutritional composition of dried curry leaf powder (Murraya koenigii)
    https://www.researchgate.net/publication/344426759_Nutritional_composition_of_dried_curry_leaf_powder_Murraya_koenigii

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Neelanjana Singh has over 30 years of experience in the field of nutrition and dietetics. She created and headed the nutrition facility at PSRI Hospital, New Delhi. She has taught Nutrition and Health Education at the University of Delhi for over 7 years.

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Puja Kumari
Puja Kumariहेल्थ एंड वेलनेस राइटर
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