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शिशु का जन्म हर माता-पिता के लिए सबसे सुखद एहसास होता है। लेकिन, कुछ जोड़े इस सुख से वंचित रह जाते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण इनफर्टिलिटी। इसका मतलब होता है कि 12 महीने से अधिक समय तक प्रयास करने के बाद भी गर्भधारण नहीं कर पाना। डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों के अनुसार, भारत में लगभग 11.8 प्रतिशत महिलाएं प्राइमरी इनफर्टिलिटी की समस्या का सामना करना पड़ता है (1)। इस समस्या से राहत पाने के लिए शुरुआती दौर में कुछ घरेलू उपाय किए जा सकते हैं, जो न केवल प्राकृतिक हैं, बल्कि काफी सरल भी हैं। यही कारण है कि मॉमजंक्शन के इस लेख हम महिलाओं और पुरुषों में फर्टिलिटी बढ़ाने के 16 प्राकृतिक नुस्खे लेकर आए हैं।

लेख की शुरुआत में जानेंगे इनफर्टिलिटी के कारण।

इनफर्टिलिटी या बांझपन के कारण

इनफर्टिलिटी की समस्या महिला और पुरुष दोनों को हो सकती है। शारीरिक और भावनात्मक दोनों ही इसके कारण हो सकते हैं। यहां हम क्रमवार तरीके से महिलाओं और पुरुषों में इनफर्टिलिटी के कारणों की चर्चा करेंगे। लेकिन, उससे पहले इनफर्टिलिटी के प्रकार को जान लीजिए (2) :

इनफर्टिलिटी के दो प्रकार होते हैं :

  • प्राथमिक बांझपन : इसका मतलब होता है, जो जन्म नियंत्रण विधियों का उपयोग किए बिना कम से कम 1 वर्ष के बाद भी गर्भधारण नहीं कर पाना।
  • माध्यमिक बांझपन : इसका मतलब होता है, कम से कम एक बार गर्भवती होने में सक्षम हैं, लेकिन उसके बाद असमर्थ होते हैं।

अब जानिए इनफर्टिलिटी के कारण।

पुरुषों में इनफर्टिलिटी के कारण

पुरुषों में इनफर्टिलिटी के कई कारण हो सकते हैं (2) :

  • शुक्राणु के रिलीज होने में किसी प्रकार की रुकावट
  • शुक्राणु की कमी
  • शुक्राणुओं से जुड़ा दोष

इसके अलावा, पुरुषों में इनफर्टिलिटी के कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं :

  • जन्म दोष
  • कीमोथेरेपी और रेडिएशन के जरिए कैंसर का उपचार
  • लंबे समय तक तेज गर्मी में रहना
  • शराब या अन्य नशीले पदार्थ का अधिक उपयोग
  • हार्मोन असंतुलन
  • नपुंसकता
  • संक्रमण
  • कुछ दवाओं का दुष्भाव
  • मोटापे का बढ़ना
  • अधिक उम्र
  • रेट्रोग्रेड इजैक्युलेशन (शुक्राणु का मूत्राशय में पीछे चले जाना)
  • यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई), चोट, या सर्जरी से निशान
  • धूम्रपान
  • वातावरण में विषाक्त पदार्थों के कारण
  • पुरुष नसबंदी
  • टेस्टीक्युलर (पुरुषों का एक प्रजनन अंग) संक्रमण का इतिहास

चलिए अब महिलाओं में इनफर्टिलिटी के कारणों को भी जान लेते हैं।

महिलाओं में इनफर्टिलिटी के कारण

महिलाओं में इनफर्टिलिटी के कारण कुछ इस प्रकार हैं (2) :

  • गर्भाशय की लाइनिंग से जुड़ते समय फर्टिलाइज्ड एग (निषेचित अंडा) या भ्रूण का जीवित नहीं रहना
  • फर्टिलाइज्ड अंडे का गर्भाशय की लाइनिंग से न जुड़ना
  • अंडाशय से अंडे का गर्भ में नहीं जाना
  • अंडाशय में अंडे का उत्पादन करने में समस्याएं होना

इसके अलावा भी महिलाओं में इनफर्टिलिटी के कुछ अन्य कारण हो सकते हैं :

  • एंटीफोस्फोलिपिड सिंड्रोम (ऑटोइम्यून से जुड़ी समस्या)
  • जन्म दोष, जो प्रजनन पथ को प्रभावित करते हैं।
  • कैंसर या ट्यूमर
  • क्लॉटिंग से जुड़े विकार
  • मधुमेह की समस्या
  • बहुत अधिक शराब पीना
  • बहुत अधिक व्यायाम करना
  • खराब पोषण
  • गर्भाशय और गर्भाशय ग्रीवा में असामान्य वृद्धि जैसे फाइब्रॉएड (एक प्रकार का बिना कैंसर वाला ट्यूमर) या पॉलीप्स (टिशू का असामान्य तरीके से बढ़ना)
  • कीमोथेरेपी
  • हार्मोन का असंतुलन
  • अधिक वजन या कम वजन होना
  • अधिक उम्र
  • ओवेरियन सिस्ट (अंडाशय में द्रव से भरी थैली का बनना) और पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम (एक प्रकार का हार्मोनल विकार)
  • पेल्विक संक्रमण जिसके परिणामस्वरूप फैलोपियन ट्यूब (हाइड्रोसालपिनक्स) में सूजन हो जाती है या पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज
  • यौन संचारित संक्रमण, पेट की सर्जरी या एंडोमेट्रियोसिस (टिशू का गर्भाशय के बाहर आना) के निशान
  • धूम्रपान
  • गर्भावस्था को रोकने के लिए सर्जरी
  • थायराइड की समस्या

लेखे के इस हिस्से में फर्टिलिटी बढ़ाने के तरीकों को जानिए।

प्रजनन क्षमता (फर्टिलिटी) बढ़ाने के 16 प्राकृतिक तरीके

यहां हम प्रजनन क्षमता बढ़ाने के घरेलू नुस्खों का जिक्र कर रहे हैं। वहीं, इस बात का ध्यान रखें कि ये उपाय फर्टिलिटी का डॉक्टरी इलाज नहीं हैं, बल्कि वो प्राकृतिक उपाय हैं, जो इसे बढ़ाने में कुछ हद तक मददगार हो सकते हैं। अब पढ़ें आगे :

1. निर्गुण्डी 

महिलाओं और पुरुष दोनों में प्रजनन क्षमता को सुधारने के लिए निर्गुण्डी के फायदे देखे जा सकते हैं। एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर मौजूद रिसर्च से जानकारी मिलती है कि निर्गुण्डी में एंटी इनफर्टिलिटी प्रभाव मौजूद होता है, जो फर्टिलिटी में सुधार कर सकता है (3)। यही कारण है कि महिलाओं और पुरुष दोनों में प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए निर्गुण्डी के फायदे देखे जा सकते हैं।

2. कलौंजी

रिसर्च के अनुसार, कुछ हर्बल दवाएं, प्रजनन क्षमता को बढ़ावा देने में मददगार साबित हो सकती हैं। इस क्रम में कलौंजी का भी नाम शामिल है। दरअसल, कलौंजी एक प्राकृतिक कामोत्तेजक एजेंट के रूप में जाना जा सकता है। वहीं, शोध के मुताबिक, इसमें एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव पाया जाता है, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम कर इनफर्टिलिटी की समस्या से राहत दिलाने में मदद कर सकता है (4)

इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि पुरुषों में प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए कलौंजी का सेवन फायदेमंद हो सकता है। हालांकि, महिलाओं में किस प्रकार प्रजनन क्षमता बढ़ाने में कारगर है, इसे लेकर अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है।

3. कौंच के बीज

जैसा कि हमने लेख में बताया कि महिलाओं की तरह ही पुरुषों को भी इनफर्टिलिटी की परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में कौंच का बीज पुरुषों को इस समस्या से राहत दिला सकता है। एक शोध के अनुसार, कौंच के बीज के सेवन से स्पर्म (शुक्राणुओं) काउंट में सुधार हो सकता है (5)

इसके अलावा, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक अन्य शोध में साफतौर से इस बात का जिक्र मिलता है कि कौंच का बीज एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो पुरुषों में एंटीऑक्सीडेंट क्षमता को बढ़ाने के साथ-साथ शुक्राणु की गुणवत्ता में भी सुधार कर सकता है (6)। हालांकि, यह महिलाओं की फर्टिलिटी बढ़ाने में किस प्रकार सहायक हो सकता है, यह शोध का विषय है।

4. मंजिष्ठा

मंजिष्ठा का भी इस्तेमाल महिलाओं की सुधारने के लिए किया जा सकता है। शोध के मुताबिक, महिलाओं में बांझपन की समस्या अगर सर्वाइकल म्यूकस (गर्भाशय ग्रीवा से निकलने वाला एक तरल पदार्थ) की वजह से है, तो मंजिष्ठा का सेवन करने से यह समस्या दूर हो सकती है (7)। वहीं, यह पुरुषों की यौन क्षमता को बढ़ाने में कितनी उपयोगी है, इसे लेकर अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है।

5. अश्वगंधा

पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं की यौन क्षमता को बेहतर करने के लिए अश्वगंधा एक शक्तिवर्धक औषधि मानी जा सकती है। एक अध्ययन से पता चलता है कि अश्वगंधा में एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव मौजूद होते हैं, जो स्पर्म की गुणवत्ता में सुधार कर पुरुषों में प्रजनन क्षमता को बढ़ा सकता है। इसके अलावा, अश्वगंधा महिलाओं की यौन क्षमता में सुधार का काम भी कर सकती है (8)

6. मछली का तेल

पुरुषों की फर्टिलिटी में सुधार लाने के लिए मछली के तेल का सेवन भी फायदेमंद हो सकता है। दरअसल, ओमेगा-3 पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड शुक्राणु कोशिकाओं (स्पर्म सेल्स) को बढ़ाने का काम कर सकता है, जिससे पुरुष प्रजनन क्षमता को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है (9)।  वहीं, बात करें महिलाओं की, तो फीमेल फर्टिलिटी को बढ़ाने में यह कितना कारगर साबित हो सकता है, फिलहाल इस बारे में अभी और अधिक शोध की आवश्यकता है।

7. दालचीनी

जैसा कि हमने लेख में बताया कि शुक्राणुओं की संख्या में कमी भी पुरुषों के प्रजनन क्षमता को प्रभावित कर सकती है। इसमें सुधार के लिए दालचीनी के फायदे देखे जा सकते हैं। इससे संबंधित एक रिसर्च से जानकारी मिलती है कि दालचीनी का सेवन शुक्राणु की संख्या और जीवन काल में वृद्धि कर सकता है। इस शोध की मानें, तो दालचीनी का शुक्राणुजनन पर लाभकारी प्रभाव पड़ सकता है (10)

वहीं, महिलाओं के लिए दालचीनी पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम के कारण प्रभावित प्रजनन क्षमता सुधारने में सहायक हो सकती है। इससे संबंधित शोध से यह जानकारी मिलती है कि दालचीनी मासिक धर्म में सुधार करने के साथ-साथ पीसीओएस के उपचार में सहायक हो सकती है (11)

8. गोजी बेरी

एनसीबीआई की वेबसाइट पर पब्लिश एक शोध में इस बात की जानकारी मिलती है कि गोजी बेरी में पुरुषों के प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के गुण मौजूद होते हैं (12)। ऐसे में यह माना जा सकता है कि पुरुषों द्वारा गोजी बेरी का सेवन उनकी प्रजनन क्षमता को बढ़ाने में मददगार साबित हो सकता है। हालांकि, इसके लिए कौन-से गुण काम करते हैं, इसके लिए और शोध की आवश्यकता है।

इसके अलावा, महिलाओं की प्रजनन क्षमता में सुधार के लिए गोजी बेरी किस हद तक सहायक हो सकती है, फिलहाल, इस विषय पर वैज्ञानिक शोध का अभाव है।

9. मल्टीविटामिन

मल्टीविटामिन का सेवन ओव्यूलेटरी इनफर्टिलिटी के जोखिम को कम करने के लिए प्रभावी माना जा सकता है। इस बात की जानकारी एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक रिसर्च से मिलती है। इस शोध के मुताबिक, नियमित रूप से मल्टीविटामिन का सेवन ओव्यूलेटरी इनफर्टिलिटी (ओव्यूलेशन न होने से जुड़ी इनफर्टिलिटी) का खतरा कम कर सकता है (13)

10. शिलाजीत

आयुर्वेद में शिलाजीत का उपयोग भी सालों से किया जाता रहा है। अगर बात ही जाए, तो प्राकृतिक रूप से प्रजनन क्षमता बढ़ाने में शिलाजीत का नाम भी शामिल है। इस पर हुए शोध से जानकारी मिलती है कि शिलाजीत का उपयोग महिलाओं के प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए किया जा सकता है। दरअसल, इसमें फुलविक एसिड होता है, जो ओव्यूलेशन प्रक्रिया में मददगार हो सकता है (14)। वहीं, पुरुषों में भी यह टेस्टोस्टेरॉन (पुरुषत्व बढ़ाने वाला हार्मोन) को बढ़ाने में सहायक हो सकता है (15)

11. खजूर का पराग

यौन स्वास्थ्य बनाए रखने में खजूर का पराग (Pollen) भी मदद कर सकता है। दरअसल, एक अध्ययन से पता चलता है कि यह प्रजनन क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ स्पर्म की संख्या को भी बढ़ा सकता है। यही नहीं, खजूर के पराग का उपयोग यौन संबंधी समस्या दूर करने के लिए दवाओं में भी किया जाता है (16)

बता दें कि यह शोध नर चूहों पर किया गया था। इंसानों पर इसके प्रभाव के लिए अभी और शोध की आवश्यकता है। वहीं, महिलाओं की फर्टिलिटी को बढ़ाने के लिए भी खजूर का पराग मददगार साबित हो सकता है (17)। हालांकि, इसके पीछे इसका कौन-सा गुण काम करता है, फिलहाल इस संबंध में अभी और शोध की आवश्यकता है।

12. जिनसेंग

एनसीबीआई की वेबसाइट पर पब्लिश एक मेडिकल रिसर्च के अनुसार, जिनसेंग का उपयोग प्रजनन क्षमता में सुधार के लिए किया जा सकता है। दरअसल, यह पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन के स्तर को गति देने का काम कर सकता है। इसके साथ ही यह स्पर्म के काउंट को भी बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है (18)। यही कारण है कि फर्टिलिटी की समस्या से राहत पाने के लिए जिनसेंग का उपयोग लाभकारी माना जा सकता है। वहीं, महिलाओं में बांझपन की समस्या को दूर करने के लिए जिनसेंग कितना प्रभावी हो सकता है, इस बारे में अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है।

13. शतावरी

प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए हर्बल दवाओं के तौर पर शतावरी का उपयोग भी लाभकारी साबित हो सकता है। इस बात की पुष्टि एनसीबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध रिसर्च से होती है। इस शोध में बताया गया है कि भारत में  शतावरी की जड़ के अर्क का उपयोग महिला प्रजनन प्रणाली को मजबूत करने के साथ-साथ प्रजनन क्षमता को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है (19)

इसके अलावा, पुरुषों के लिए भी शतावरी किसी टॉनिक के कम नहीं माना जाता है। दरअसल, शतावरी शरीर में पित्त की अधिकता के कारण हो रहे शुक्राणु की कमी को रोकने में मदद कर सकता है, जिससे शुक्राणुओं की संख्या में सुधार देखने को मिल सकती है (20)

14. तिल

तिल का इस्तेमाल भी पुरुषों में बांझपन की समस्या को दूर कर सकता है। जैसा कि हमने लेख में बताया कि शुक्राणुओं की संख्या में कमी इस समस्या का एक प्रमुख कारण माना जाता है। ऐसे में तिल का सेवन बांझ पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या और गतिशीलता में सुधार कर सकता है, जिससे पुरुषों को इस समस्या से कुछ हद तक राहत मिल सकती है (21)। वहीं, महिलाओं की प्रजनन क्षमता को सुधारने में इसकी भूमिका को लेकर अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है।

15. गोखरु

गोखरु का सेवन एक औषधि के रूप में किया जाता रहा है। एक वैज्ञानिक अध्ययन में बताया गया है कि गोखरू के फल में ऐसा गुण पाया जाता है, जिसके सामान्य सेवन से ही हार्मोन के स्तर में बढ़ोत्तरी हो सकती है। शोध के अनुसार, यह ल्यूटिनाइजिंग हार्मोन (यौन क्षमता से संबंधित हार्मोन) को बढ़ाकर टेस्टोस्टेरोन (पुरुषत्व बढ़ाने वाला हार्मोन) को बढ़ा सकता है। यह हार्मोन, प्रजनन क्षमता को सुधारने के प्रभावी रूप से कार्य कर सकता है (22)। वहीं, महिलाओं की प्रजनन क्षमता बढ़ाने में यह कितना कारगर हो सकता है, इसे लेकर अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है।

16. काली मूसली

प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए काली मूसली का उपयोग भी फायदेमंद साबित हो सकता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि इस पर विषय पर हुए शोध से पता चलता है कि काली मूसली का एथनॉलिक अर्क पुरुष यौन क्रिया को बढ़ा सकता है। शोध के मुताबिक, काली मूसली की जड़ का 50 प्रतिशत एथनॉलिक अर्क पुरुष प्रजनन अंगों को कैडमियम (एक प्रकार का रासायन) विषाक्तता से बचा सकता है।

साथ ही शुक्राणु के उत्पादन और घनत्व में सुधार कर सकता है (23)। हालांकि, यह शोध चूहों पर किया गया है, इंसानों पर इसका कितना प्रभाव होगा, इस बारे में अभी और शोध की आवश्यकता है। वहीं, महिलाओं में प्रजनन क्षमता बढ़ाने में यह कितनी कारगर होगी, इसे लेकर अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है।

नोट : प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए इन सामग्रियों का उपयोग करने से पहले डॉक्टरी सलाह जरूरी है। अपनी मर्जी से इन प्राकृतिक सामग्रियों का सेवन न करें। 

हम उम्मीद करते हैं कि इस लेख को पढ़ने के बाद आप इनफर्टिलिटी के कारणों को अच्छे से समझ गए होंगे। यहां हमने प्रजनन क्षमता बढ़ाने के 16 प्राकृतिक तरीके भी बताएं हैं, जिनका उपयोग डॉक्टरी परामर्श पर कर सकते हैं। वहीं, ध्यान रहे कि इनफर्टिलिटी एक गंभीर समस्या है। अधिक देर करने पर यह समस्या और बढ़ सकती है। इसलिए, जितना जल्दी हो इसका उपचार शुरू करें। इस तरह जरूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए जुड़े रहें मॉमजंक्शन के साथ।

References

1. Prevalence of Primary Infertility and its Associated Risk Factors in Urban Population of Central India: A Community-Based Cross-Sectional Study – By NCBI
2. Infertility – By MedlinePlus
3. Systematic Review of Premenstrual, Postmenstrual and Infertility Disorders of Vitex Agnus Castus – By NCBI
4. Nigella sativa L. (Black Cumin): A Promising Natural Remedy for Wide Range of Illnesses – By NCBI
5. Mucuna pruriens improves male fertility by its action on the hypothalamus-pituitary-gonadal axis – By NCBI
6. Mucuna pruriens Reduces Stress and Improves the Quality of Semen in Infertile Men – BY NCBI
7. Female infertility and its treatment by alternative medicine: A review – By Journal of Chemical and Pharmaceutical Research
8. Effects of Withania somnifera on Reproductive System: A Systematic Review of the Available Evidence – By NCBI
9. Fish Oils, Omega-3 Fatty Acids and Male Fertility – By Researchgate
10. Effect of Cinnamomum zeylanicumon on Spermatogenesis – By NCBI
11. Preliminary evidence that cinnamon improves menstrual cyclicity in women with polycystic ovary syndrome: a randomized controlled trial – By AJOG
12. The protective effect of goji berry extract in ischemic reperfusion in testis torsion – By NCBI
13. Use of multivitamins, intake of B vitamins and risk of ovulatory infertility – By NCBI
14. Ovulation induction by ayurvedic medicines: a review. – By National Journal of Research in Ayurved Science
15. Shilajit – A Wonder Drug of Ayurveda: An Overview – By Globalresearch
16. Effects of date palm pollen (Phoenix dactylifera L.) and Astragalus ovinus on sperm parameters and sex hormones in adult male rats – By NCBI
17. Effects of date palm pollen on fertility: Research proposal for a systematic review – By Researchgate
18. Ginseng and male reproductive function – By NCBI
19. Green and White Asparagus (Asparagus officinalis): A Source of Developmental, Chemical and Urinary Intrigue – By NCBI
20. Medicinal herbs in the management of male infertility – By Journal of Pregnancy and Reproduction
21. Effect of sesame on sperm quality of infertile men
22. Clinical study of Tribulus terrestris Linn. in Oligozoospermia: A double blind study

23. Male Infertility: Lifestyle And Oriental Remedies – By Journal of Scientific Research Banaras Hindu University
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