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गर्भावस्था के दौरान हर महिला को अपने खानपान का विशेष ध्यान रखने की ज़रूरत होती है। गर्भावस्था में क्या खाना चाहिए, क्या नहीं खाना चाहिए, इसकी जानकारी होना जरूरी है, ताकि गर्भवती को और होने वाले बच्चे को किसी तरह की समस्या न हो। आपने कई गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान कुछ चीज़ों से परहेज करते देखा होगा, जैसे – अनानास, पपीता आदि। आज भी कई लोगों के मन में प्रेगनेंसी के दौरान अनानास खाने को लेकर दुविधा है। यह दुविधा इसलिए है, क्योंकि कई लोग मानते हैं कि अनानास गर्म होता है, जिस कारण गर्भपात हो सकता है। क्या वास्तव में इसमें सच्चाई है और क्या है इसके पीछे वैज्ञानिक कारण? आइए, मॉमजंक्शन के इस लेख के जरिए इसे जानने और समझने का प्रयास करते हैं।
सबसे पहले यह जानते हैं कि प्रेगनेंसी में अनानास खाना सुरक्षित है या नहीं।
क्या गर्भवती महिला अनानास खा सकती हैं? | Pregnancy Me Ananas Khana Chahiye
हां, गर्भावस्था के दौरान अनानास खाया जा सकता है (1), लेकिन इसे गर्भावस्था के शुरुआती तीन महीनों में नहीं खाना चाहिए। दूसरी तिमाही से इसका सेवन किया जा सकता है। इस दौरान, सप्ताह में एक या दो कप अनानास का सेवन कर सकती हैं, लेकिन इसके ज्यादा इस्तेमाल से गर्भवती और होने वाले शिशु पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसके ज्यादा सेवन से शरीर में ब्रोमेलीन (एक प्रकार का एंजाइम) की मात्रा बढ़ सकती है, जिससे गर्भपात होने का खतरा रहता है। इसके बजाय, आप डिब्बाबंद अनानास या अनानास के रस का इस्तेमाल कर सकती हैं, क्योंकि कैनिंग प्रक्रिया में ब्रोमेलीन हटा दिया जाता है (2)।
आइए, अब जानते हैं कि गर्भावस्था के दौरान अनानास खाने से क्या-क्या स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं।
गर्भावस्था के दौरान अनानास खाने के स्वास्थ्य लाभ | Pregnancy Me Ananas Khane Ke Fayde
अनानास में भरपूर मात्रा में विटामिन्स और खनिज होते हैं, जो गर्भावस्था के दौरान महिला को फायदा पहुंचा सकते हैं। इसमें सैचुरेटेड फैट कम और फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है, जो गर्भवती के लिए फायदेमंद होता है। नीचे हम आपको गर्भावस्था के दौरान अनानास खाने के फायदे बता रहे हैं :
1. विटामिन सी :
- बढ़ाए रोग-प्रतिरोधक क्षमता : अनानास में विटामिन-सी होता है (3), जो गर्भावस्था के दौरान रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करता है।
- कोलेजन का निर्माण करे : अनानास में मौजूद विटामिन-सी शरीर में कोलेजन उत्पादन में मदद करता है (4)। गर्भ में पल रहे बच्चे की त्वचा व हड्डियों आदि के विकास के लिए कोलेजन जरूरी है।
2. मैंगनीज :
अनानास में मैंगनीज होता है (5), जो शिशु के विकास में मदद करता है। मैंगनीज एक तरह का एंजाइम है, जो गर्भ में पल रहे बच्चे की हड्डियों के विकास के लिए जरूरी है।
3. विटामिन-बी1 :
अनानास में विटामिन-बी1 होता है, जो बच्चे के तंत्रिका तंत्र के स्वास्थ के लिए जरूरी होता है।
4. विटामिन-बी6 :
विटामिन-बी6 शरीर में एंटीबॉडीज़ (एंटीबॉडीज़ प्रोटीन प्लाज़्मा में मौजूद होते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद करते हैं) का निर्माण करता है। यह गर्भावस्था के दौरान होने वाली मॉर्निंग सिकनेस से राहत दिलाता है। विटामिन-बी6 की कमी से एनीमिया हो सकता है। अनानास शरीर में लाल रक्त कोशिकाएं बनाने का काम करता है, जिससे खून बढ़ता है और एनीमिया की समस्या से राहत मिलती है।
5. तांबा :
अनानास में तांबे की भरपूर मात्रा होती है, जिससे शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं और बच्चे के दिल के विकास में मदद मिलती है।
6. फाइबर :
अनानास में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है, जो गर्भावस्था के दौरान होने वाली कब्ज की समस्या से राहत दिलाता है।
7. आयरन और फॉलेट :
एक ताजे अनानास में भरपूर मात्रा में लौह तत्व होता है, जो शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर बढ़ाता है। इसके अलावा, इसमें फोलेट होता है, जो बच्चे को रीढ़ की हड्डी और मस्तिष्क संबंधी जन्म दोष से बचाने में मदद करता है (6)। यही कारण है कि गर्भवती को फोलेट का सेवन करने की सलाह दी जाती है। जरूरत पड़ने पर डॉक्टर गर्भवती को फोलिक एसिड के अनुपूरक भी देते हैं।
8. मूत्रवर्धक गुण :
अनानास में मूत्रवर्धक गुण होता है, जिसकी सहायता से शरीर में मौजूद अतिरिक्त द्रव बाहर निकल जाता है। इससे गर्भावस्था के दौरान हाथ-पैरों और अन्य जगह पर होने वाली सूजन से बचा सकता है।
9. वैरिकोस वेन्स की समस्या से बचाए :
गर्भावस्था के दौरान कई महिलाओं को वैरिकोस वेन्स की समस्या हो जाती है। इसमें पैरों की नसें फूल जाती हैं, जो त्वचा से साफ नजर आने लगती हैं। इस समस्या से राहत पाने के लिए अनानास कुछ हद तक फायदा पहुंचा सकता है। अनानास में ब्रोमेलीन और विटामिन-सी होते हैं, जो इस तरह के दर्द से राहत देते हैं (7)।
10. मूड ठीक रखे :
आप मानें या न मानें, लेकिन अनानास का स्वाद स्वभाव को ठीक रखने में मदद करता है। यह डिप्रेशन और स्वभाव में चिड़चिड़ेपन से दूर रखता है।
आइए, अब जानते हैं कि गर्भावस्था के दौरान अनानास खाना किस प्रकार हानिकारक हो सकता है।
गर्भावस्था के दौरान अनानास खाने के जोखिम | Pregnancy Me Ananas Khane Ke Nuksan
गर्भावस्था में अनानास का सेवन संतुलित मात्रा में ही करना ठीक है। अधिक खाने से कई प्रकार के जोखिमों का सामना करना पड़ सकता है। नीचे हम आपको गर्भावस्था के दौरान अनानास खाने के नुकसान के बारे में बता रहे हैं।
- सीने में जलन : अगर गर्भवती महिला का पाचन तंत्र कमजोर है, तो उन्हें अनानास खाने से बचना चाहिए। अनानास में मौजूद अम्ल से सीने में जलन की समस्या हो सकती है।
- गर्भपात का खतरा : अनानास में ब्रोमेलीन होने की वजह से गर्भाशय ग्रीवा पर असर पड़ सकता है। इसके कारण गर्भपात या समय पूर्व प्रसव का खतरा हो सकता है। अनानास का सेवन दूसरी तिमाही से करना चाहिए, लेकिन अगर कोई गर्भवती महिला पहली तिमाही में इसे खाती है, तो त्वचा पर रैशेज और गर्भाशय संकुचन हो सकता है (8)।
- शर्करा : अगर किसी महिला को गर्भावधि मधुमेह यानी गर्भावस्था के दौरान शुगर की समस्या होती है, तो उन्हें अनानास नहीं खाना चाहिए, क्योंकि इसमें शर्करा होती है (5)।
- वजन ज्यादा होना : अगर गर्भावस्था के दौरान आपका वजन सामान्य से ज्यादा है, तो अनानास का सेवन करने से बचना चाहिए, क्योंकि इसमें कैलोरी की मात्रा ज्यादा होती है, जिस कारण वजन और बढ़ सकता है (9)।
- जीभ में परेशानी : अनानास के ज्यादा सेवन के जीभ कहीं-कहीं से कटने लगती है या जीभ पर सूजन भी आ सकती है। इसके अलावा, अनानास के ज्यादा सेवन से होंठ के आसपास का भाग भी कटने लगता है।
नोट : अगर आप पेट के अल्सर, गैस की समस्या व निम्न रक्तचाप जैसी समस्या से पीड़ित हैं, तो आपको अनानास का सेवन नहीं करना चाहिए।
आगे इस लेख में बताया गया है कि गर्भावस्था के दौरान अनानास को अपने आहार में कैसे शामिल किया जा सकता है।
अपने आहार में अनानास कैसे शामिल करें?
आप अनानास को विभिन्न तरीकों से अपने खानपान में शामिल कर सकती हैं। इसे अलग-अलग तरह से इस्तेमाल करके आप स्वादिष्ट डिश बना सकती हैं, जो न सिर्फ स्वाद में लाजवाब होगी, बल्कि सेहत से भी भरपूर होगी। नीचे हम अनानास को आहार में शामिल करने के कुछ अलग-अलग टिप्स दे रहे हैं :
- योगर्ट (एक प्रकार की दही) में अनानास के टुकड़े मिलाकर खाने से इसका स्वाद दोगुना हो जाएगा।
- सब्जियों और मीट के साथ अनानास भी खाया जा सकता है।
- अनानास के टुकड़ों को फ्रिज में रखें और फिर उसकी स्मूदी बनाकर सेवन करें। यह आपको स्वादिष्ट भी लगेगा और इसका पोषण भी मिलेगा।
- अनानास के छोटे टुकड़ों पर हल्का नमक डालकर खा सकते हैं।
- अनानास को अन्य फलों के साथ सलाद बनाकर खाया जा सकता है।
- सैंडविच में अनानास को कद्दूकस करके खाने से गर्भवती को पोषण भी मिलेगा और सैंडविच का स्वाद भी बढ़ जाएगा।
- आप अनानास के साथ अन्य फल मिलाकर जूस भी पी सकती हैं।
नोट: फल कोई भी हो, अगर उसे मौसम के अनुसार लिया जाए, तो भरपूर मात्रा में पोषण प्रदान करता है। आजकल लगभग सभी फल हर मौसम में मिल जाते हैं, लेकिन बेमौसमी फलों की गुणवत्ता पर प्रभाव पड़ता है। यही नियम अनानास पर भी लागू होता है। यह सिर्फ जुलाई से सितंबर के बीच मिलता है। हालांकि, अन्य महीनों में इसे स्वाद बदलने के लिए लिया जा सकता है, लेकिन रोज नहीं।
आइए, अब यह भी जान लेते हैं कि गर्भावस्था के दौरान अनानास कब सेवन नहीं करना चाहिए।
गर्भावस्था के दौरान अनानास कब नहीं खाना चाहिए?
एक बात तो स्पष्ट है कि आपको अनानास खाने से पहले डॉक्टर की सलाह ज़रूर लेनी चाहिए। इसके अलावा, कुछ मामलों में अनानास खाने से परहेज करना चाहिए, जैसे :
- अगर आपको गर्भावधि मधुमेह है, तो इसे न खाएं, क्योंकि अनानास में उच्च मात्रा में शर्करा होती है, जिससे शुगर का स्तर बढ़ सकता है।
- अगर आपका रक्तचाप कम रहता है, तो अनानास का सेवन न करें, क्योंकि अनानास खाने से रक्तचाप का स्तर गिर सकता है।
- अगर आप गर्भावस्था की पहली तिमाही में हैं तो, क्योंकि पहली तिमाही में गर्भपात का खतरा ज्यादा रहता है। पहली तिमाही में अनानास का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए।
- अगर आप गर्भावस्था में किसी गंभीर समस्या से गुजर रही हैं या फिर गर्भपात की आशंका है, तो अनानास के सेवन से बचें।
- अगर आपको लेटेक्स से एलर्जी है, तो इसका सेवन न करें। इससे यह समस्या और बढ़ सकती है।
गर्भावस्था के दौरान अनानास खाने से संबंधित कुछ सवाल हैं, जो अक्सर पूछ जाते हैं। यहां हम उनके जवाब देने की कोशिश कर रहे हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
क्या गर्भावस्था के दौरान अनानास खाने से गर्भपात हो सकता है?
हां, अगर इसका जरूरत से ज्यादा इस्तेमाल किया जाए, तो गर्भपात का खतरा बढ़ सकता है। जैसा कि हमने ऊपर भी बताया, अनानास में ‘ब्रोमेलीन’ नामक एंज़ाइम होता है, जो गर्भपात का कारण बन सकता है। इसलिए, गर्भावस्था के दौरान अनानास खाते समय इसकी मात्रा पर ध्यान देना जरूरी है। इसके अलावा, आप अनानास का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से संपर्क ज़रूर करें। डॉक्टर आपकी सेहत के अनुसार ही अनानास खाने या न खाने की सलाह देंगे।
क्या गर्भावस्था के दौरान अनानास खाने से प्रसव शुरू होता है?
हां, गर्भावस्था के दौरान अनानास खाने से प्रसव शुरू हो सकता है, लेकिन ऐसा तभी होता है, जब इसे ज्यादा मात्रा में खाया जाए। अनानास में ब्रोमेलीन होता है, जो गर्भाशय ग्रीवा के फैलने में मदद करता है। इस कारण प्रसव पीड़ा शुरू हो सकती है। अगर आप प्रसव पीड़ा शुरू करने के लिए अनानास खाने के बारे में सोच रही हैं, तो डॉक्टर की सलाह लेकर ही आगे बढ़ें। बिना डॉक्टर की सलाह के अनानास का सेवन न करें।
अब तो आपको पता चल ही गया होगा कि गर्भावस्था के दौरान अनानास खाया जा सकता है, लेकिन कुछ सावधानियां बरत कर। जानकारी के अभाव में मुश्किल कब खड़ी हो जाए पता नहीं होता। हम उम्मीद करते हैं कि आपको गर्भावस्था के दौरान अनानास खाने से संबंधित जरूरी सवालों के जवाब मिल गए होंगे। साथ ही इस लेख को अपनी परिचित गर्भवती महिलाओं के साथ शेयर जरूर करें, ताकि उन्हें भी सही जानकारी मिल सके।
References
1. Healthy Eating in Pregnancy By infant and toddler forum
2. Why can’t you put pineapple pieces into jello? By UCSB Science line
3. Basic Report: 09266, Pineapple, raw, all varieties By United States Department of Agriculture
4. Vitamin C and Collagen By Indiana public media
5. Pineapple By Better Health Channel
6. Folic Acid: the Vitamin That Helps Prevent Birth Defects By Department of Health
7. A Investigation of Varicose Veins Treatment By Research gate
8. Causal explanations of miscarriage amongst Qataris By Ncbi
9. Food nutrition health By FDA
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