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हिचकी को लेकर दिमाग में सबसे पहली बात यही आती है कि कोई हमें याद कर रहा होगा। यह एक आम समस्या है, जो लोगों को कष्टदायक नहीं लगती है। हालांकि, कभी-कभार आने वाली हिचकी को नजरअंदाज किया जा सकता है, लेकिन लगातार हिचकी आना सामान्य नहीं है। लगातार परेशान करने वाली हिचकी के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिसकी चर्चा हम इस लेख में कर रहे हैं। साथ ही जानिए हिचकी को तुरंत ठीक करने के सबसे कारगर घरेलू उपायों के बारे में। आइए, सबसे पहले जान लेते हैं कि आखिर क्या है हिचकी?
हिचकी क्या है – What is Hiccups in Hindi
हिचकी क्या है? यह सवाल आपको थोड़ा परेशान कर सकता है। हिचकी को इसकी क्रिया के जरिए आसानी से समझा जा सकता है, जिसे दो भागों में बांटा गया है। पहली डायाफ्राम से, जिसकी अनियंत्रित क्रिया से हिचकी उत्पन्न होती है। डायाफ्राम सांस लेने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मुख्य मांसपेशी है, जो फेफड़ों की सतह पर मौजूद होती है। हिचकी की दूसरी क्रिया वोकल कोर्ड से जुड़ी है, जिसमें रुकावट होने से हिचकी उत्पन्न होती है। वोकल कोर्ड के तुरंत बंद होने से ही ‘हिच’ की ध्वनि निकलती है (1)।
हिचकी क्या है जानने के बाद नीचे जानिए लगातार हिचकी आने के कारणों के बारे में।
हिचकी के कारण – Causes of Hiccups in Hindi
हिचकी बिना किसी स्पष्ट कारण के आपको परेशान कर सकती है। अमूमन यह तब होती हैं, जब आपके डायाफ्राम में समस्या आती है (1), जैसे :-
- जल्दी-जल्दी भोजन करना
- अत्यधिक भोजन करना
- गर्म या मसालेदार भोजन करना
- एल्कोहल का सेवन करना
- डायाफ्राम को प्रभावित करने वाली कोई बीमारी
- घबराहट महसूस करना
- फूला हुआ पेट
- कुछ दवाओं का दुष्प्रभाव
- पेट की सर्जरी
- मेटाबॉलिक डिसऑर्डर
- नर्वस सिस्टम से जुड़ा विकार
हिचकी का कारण जानने के बाद अब हिचकी के लक्षण और हिचकी के इलाज की बात करते हैं।
हिचकी के लक्षण – Symptom of Hiccups in Hindi
हिचकी के लक्षणों में विभिन्न बिंदुओं को शामिल किया जा सकता है (2) –
- डायाफ्राम में संकुचन या ऐंठन जो सीने के ठीक नीचे महसूस होती है।
- गले में हवा का फंस जाना।
- गले से ‘हिच’ ’जैसी ध्वनि निकलना।
हिचकी का कारण और लक्षण जानने के बाद आइए जान लेते हैं हिचकी रोकने का उपाय।
हिचकी रोकने के घरेलू उपाय – Home Remedies for Hiccups in Hindi
जैसा कि हमने ऊपर बताया कि हिचकी कष्टदायक नहीं होती, लेकिन लगातार हिचकी आना गंभीर स्थिति पैदा कर सकता है। नीचे जानिए इसे ठीक करने के कुछ सबसे कारगर घरेलू उपचारों के बारे में :
1. चीनी
सामग्री :
- एक चम्मच चीनी
कैसे करें इस्तेमाल :
- लगभग तीस सेकंड के लिए अपने मुंह में चीनी रखें, फिर चबाएं और फिर धीरे-धीरे निगलें।
कितनी बार करें :
यदि आवश्यक हो दोहराएं।
कैसे है लाभदायक :
हिचकी रोकने के उपाय के रूप में आप चीनी प्रयोग में ला सकते हैं। चीनी सबसे पुराने उपचारों में से एक मानी जाती है। यह मुंह में मिठास पैदा करती है और ऐसा माना जाता है कि इससे हिचकी की समस्या बंद हो सकती है (2)।
2. शहद
सामग्री :
- एक बड़ा चम्मच शहद
कैसे करें इस्तेमाल
- एक चम्मच शहद का सेवन करें।
कितनी बार करें :
हिचकी आने पर एक बार इस प्रक्रिया को किया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :
हिचकी का इलाज करने के लिए आप शहद का विकल्प चुन सकते हैं। शहद में एंटीइंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं (3)। इसका इस्तेमाल लंबे समय से सर्दी-खांसी के लिए किया जा रहा है। यह गले को संक्रमण से मुक्त कर आराम देने का काम करता है। इसका प्रयोग हिचकी के लिए लाभदायक हो सकता है (4)।
3. नींबू
सामग्री :
- नींबू का एक चौथाई भाग
- चीनी
कैसे करें इस्तेमाल :
कटे हुए नींबू पर चीनी छिड़कें और चूसें।
कितनी बार करें :
इस प्रक्रिया को एक बार करने से हिचकी बंद हो जानी चाहिए।
कैसे है लाभदायक :
हिचकी के उपाय के रूप में आप नींबू का प्रयोग कर सकते हैं। नींबू एक सीट्रस फल है, जिसका इस्तेमाल हिचकी को रोकने के लिए किया जा सकता है। यह हिचनी को बढ़ाने वाली नसों को उत्तेजित कर आराम का अहसास करा सकता है (5)।
4. पानी
सामग्री :
- दो-तीन गिलास पीने योग्य ठंडा पानी
कैसे करें इस्तेमाल :
- दो-तीन गिलास पानी को धीरे-धीरे पिएं।
कितनी बार करें :
इस उपाय को एक बार करना पर्याप्त है।
कैसे है लाभदायक :
हिचकी का इलाज करने के लिए आप पानी का उपाय अपना सकते हैं। पानी निगलने की प्रक्रिया को आसान बनाता है, जिससे डायाफ्राम की मांसपेशियों को आराम मिलता है। हिचकी के घरेलू उपचार के लिए आप पानी का यह उपाय कर सकते हैं (2)।
5. विनेगर
सामग्री :
- एक चम्मच सेब का सिरका
- एक चम्मच मेपल सिरप
- एक गिलास गर्म पानी
कैसे करें इस्तेमाल :
- गर्म पानी में सिरका और मेपल सिरप मिलाएं और इसे धीरे-धीरे पिएं।
कितनी बार करें :
हिचकी को रोकने के लिए एक बार किया गया यह उपाय पर्याप्त हो सकता है।
कैसे है लाभदायक :
हिचकी के उपाय के लिए आप विनेगर का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह फेरिंगक्स (गले का हिस्सा, कैवीटी और मुंह के पीछे) को उत्तेजित करता है, जिससे हिचकी की समस्या से निजात पाया जा सकता है (6)।
6. पीनट बटर
सामग्री :
- एक बड़ा चम्मच पीनट बटर
कैसे करें इस्तेमाल :
- जब भी आप हिचकी का सामना करें, तो एक चम्मच पीनट बटर खाएं।
कितनी बार करें :
एक बार किया गया इसका उपयोग पर्याप्त है।
कैसे है लाभदायक :
हिचकी के उपाय के लिए आप पीनट बटर का विकल्प भी चुन सकते हैं। हिचकी के लिए इसका इस्तेमाल लंबे समय से किया जा रहा है (6)। हालांकि, यह हिचकी पर किस प्रकार काम करता है, इस पर अभी और अध्ययन की आवश्यकता है।
7. काली मिर्च
सामग्री :
- काली मिर्च के कुछ दाने
- थोड़ी-सी चीनी
कैसे करें इस्तेमाल :
- जब भी आपको हिचकी आए, तो आप काली मिर्च के दानों को चीनी के साथ मुंह में रखकर चबाएं और धीरे-धीरे रस को चूसते रहें। ज्यादा तीखापन लगने पर आप पानी पी सकते हैं।
कितनी बार करें :
इसका उपयोग सिर्फ एक बार ही करना पर्याप्त है।
कैसे है लाभदायक :
हिचकी का इलाज करने के लिए आप काली मिर्च का विकल्प चुन सकते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार अगर प्रभावित जगह के रक्त संचार में सुधार किया जाए, तो हिचकी को रोका जा सकता है (6)। यहां काली मिर्च को महत्वपूर्ण रूप में देखा जा सकता है, क्योंकि यह गले के रक्त संचार में सुधार करने का काम कर सकती है (7)।
8. चॉकलेट पाउडर
सामग्री :
एक चम्मच चॉकलेट पाउडर
कैसे करें इस्तेमाल :
हिचकी आने पर एक चम्मच चॉकलेट पाउडर खा लें।
कितनी बार करें :
इस उपाय को एक बार करने से आराम मिल सकता है।
कैसे है लाभदायक :
हिचकी के लिए चॉकलेट पाउडर बेहतर विकल्प हो सकता है। हालांकि, यह हिचकी के लिए कितना प्रभावी है, इस पर अभी और शोध की आवश्यकता है।
9. दही
सामग्री :
- एक कप दही
- एक चम्मच नमक
कैसे करें इस्तेमाल :
दही में नमक मिलाएं और धीरे-धीरे खाएं।
कितनी बार करें :
एक बार में ही सेवन करने से आराम मिल सकता है।
कैसे है लाभदायक :
जैसा कि हमने इस लेख में बताया कि हिचकी पेट फूलने की वजह से भी हो सकती है। यहां दही महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। दही प्रोबायोटिक्स से समृद्ध होता है, जो पेट फूलने की स्थिति को ठीक करने का काम कर सकता है , जिससे हिचकी से राहत मिल सकती है(8), (1)।
10. अदरक
सामग्री :
- अदरक के दो-तीन छोटे-छोटे टुकड़े
कैसे करें इस्तेमाल :
- अदरक के दो-तीन टुकड़े लें और उन्हें अपने मुंह में रखें।
- इन टुकड़ों को कुछ मिनट तक चूसें।
- आप ताजा अदरक की चाय भी पी सकते हैं।
कितनी बार करें :
अदरक पहली बार में हिचकी से राहत देने का काम करेगा।
कैसे है लाभदायक :
हिचकी रोकने के उपाय के रूप में आप अदरक का इस्तेमाल कर सकते हैं। एक प्राकृतिक औषधि के रूप में इसका इस्तेमाल लंबे समय से किया जा रहा है। लगातार हो रही हिचकी से छुटकारा पाने के लिए आप इसका सेवन ऊपर बताए गए तरीके से कर सकते हैं (2)।
11. बर्फ
सामग्री :
- बर्फ के कुछ टुकड़े
- एक गिलास पानी
कैसे करें
- आप सीधे बर्फ खा सकते हैं या फिर
- एक गिलास पानी में बर्फ डालकर पिएं।
कितनी बार करें :
एक बार किया गया यह उपाय हिचकी को बंद कर सकता है।
कैसे है लाभदायक :
हिचकी को शांत करने में बर्फ एक कारगर भूमिका अदा कर सकता है (2), (6)। इसका ठंडा प्रभाव गले को शांत करने के साथ-साथ पेट को भी शांत करेगा।
12. हींग
सामग्री :
- चुटकी भर हींग पाउडर
- एक बड़ा चम्मच मक्खन
कैसे करें इस्तेमाल :
- मक्खन में हींग डालें और अच्छी तरह मिलाएं।
- अब इस मिश्रण को निगल लें।
कितनी बार करें :
आवश्यकता पड़ने पर इस उपाय का प्रयोग करें।
कैसे है लाभदायक :
जैसा कि हमने ऊपर बताया है कि हिचकी पेट संबंधी और नर्वस सिस्टम से जुड़ी परेशानियों की वजह से होती है। यहां हींग हिचकी को रोकने में एक प्रभावी भूमिका निभा सकती है। यह आराम पहुंचाने वाली दवा, एक कारगर पाचन एंजाइम और न्यूरोप्रोटेक्टिव (नर्वस सिस्टम से संबंधित) के रूप में काम करती है (9)।
13. कैमोमाइल
सामग्री :
- एक कैमोमाइल टी बैग
- एक कप गर्म पानी
- नींबू के रस की कुछ बूंदें
कैसे करें इस्तेमाल :
- कुछ मिनट के लिए गर्म पानी में कैमोमाइल टी बैग को डालें।
- स्वाद के लिए नींबू के रस की कुछ बूंदे मिलाएं और पिएं।
कितनी बार करें :
एक कप कैमोमाइल चाय से हिचकी दूर हो सकती है।
कैसे है लाभदायक :
कैमोमाइल को आप हिचकी रोकने के उपाय में शामिल कर सकते हैं। यह प्राकृतिक जड़ी-बूटी है, जो एंटीइंफ्लेमेटरी गुण से समृद्ध होती है। गले को आराम देने के लिए कैमोमाइल चाय का सेवन किया जा सकता है, जिसका सकारात्मक प्रभाव हिचकी पर भी पड़ सकता है (10)।
14. ग्रेप जेली
सामग्री :
- एक बड़ा चम्मच ग्रेप जेली
कैसे करें इस्तेमाल :
- हिचनी होने पर एक चम्मच ग्रेप जेली का सेवन करें।
कितनी बार करें :
दिन में एक बार इस्तेमाल किया जा सकता है।
कैसे है लाभदायक :
लगातार हिचकी आने का एक कारण मेटाबॉलिक डिसऑर्डर भी है। अंगूर विटामिन-सी से समृद्ध होता है और विटामिन-सी खासकर प्रोटीन मेटाबॉलिज्म में कारगर भूमिका अदा करता है (11) (12)। अगर हिचकी की समस्या मेटाबॉलिक डिसऑर्डर से जुड़ी है, तो बताया गया उपाय कारगर हो सकता है। हालांकि, इस पर अभी और अध्ययन की आवश्यकता है।
15. ग्राइप वॉटर
सामग्री :
- एक बड़ा चम्मच ग्राइप वॉटर
- एक बड़ा चम्मच पानी
- एक ड्रॉपर
कैसे करें इस्तेमाल :
- ग्राइप वॉटर के साथ पानी मिलाएं।
- इस पानी को ड्रॉपर में डाले और बच्चें को एक-एक बूंद कर पिलाएं।
कितनी बार करें :
अगर एक खुराक में हिचकी नहीं रुकती है और लगातार परेशान करती है, तो बच्चे को डॉक्टर के पास ले जाएं।
कैसे है लाभदायक :
यह उपाय शिशुओं के लिए सबसे कारगर माना जाता है। इसका उपयोग दुनिया भर की माताएं अपने बच्चों में गैस और पेट संबंधी परेशानियों को दूर करने के लिए करती हैं, जिससे हिचकी की समस्या उत्पन्न होती है (13)।
16. इलायची पाउडर
सामग्री :
- एक चम्मच इलायची पाउडर
- आधा कप पानी
कैसे करें इस्तेमाल :
- पानी में इलायची पाउडर डालें और थोड़ी देर उबालें।
- मिश्रण को थोड़ी देर ठंडा होने दें।
- अब इलायची के पानी को कप में छानें और धीरे-धीरे पिएं।
कितनी बार करें :
यह उपाय एक बार में ही अच्छे परिणाम दे सकता है।
कैसे है लाभदायक :
हिचकी के लिए इलायची का पानी प्रभावी हो सकता है। इलायची एंटीऑक्सीडेंट गुणों से समृद्ध होती है, जो डायाफ्राम को राहत देने का काम कर सकती है (14), (15)।
हिचकी रोकने के उपाय जानने के बाद आइए अब जान लेते हैं कि हिचकी के वक्त कौन से खाद्य पदार्थों के सेवन से बचना चाहिए।
हिचकी के वक्त क्या नहीं खाना चाहिए – Foods to Avoid for Hiccups in Hindi
अगर आपको हिचकी ज्यादा परेशान कर रही है, तो आपको निम्नलिखित खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए।
- मसालेदार भोजन का सेवन न करें।
- गैस को बढ़ावा देने वाल खाद्य पदार्थ जैसे मूली आदि का सेवन न करें।
- अल्कहोल का सेवन न करें।
- कार्बोनेटेड पेय (वो पेय जिसमें कार्बन डाइऑक्साइड मौजूद रहता है) के सेवन बचें।
हिचकी दूर भगाने के कुछ और उपाय – Other Tips to Stop Hiccups in Hindi
हिचकी को दूर करने के लिए आप नीचे बताए जा रहे अन्य टिप्स का भी पालन कर सकते हैं (2), जैसे :
- अधिक भोजन का सेवन न करें।
- ज्यादा मसालेदार भोजन से बचें।
- थोड़ी देर सांस को रोक कर रखें।
- किसी पेपर बैग में मुंह डालकर सांस लें।
- आप गार्गल कर सकते हैं।
ये थे हिचकी से निजात पाने के सबसे कारगर घरेलू उपाय। जब भी आप हिचकी का सामना करें, तो इन नुस्खों को अपनाना न भूलें। ये उपाय पूरी तरह प्राकृतिक हैं और जल्द अच्छे परिणाम देने में मदद करेंगे। साथ ही इस बात का ध्यान अवश्य रखें कि अगर इन उपायों के बावजूद आपकी हिचकी नहीं रुक रही है, तो आप सीधा डॉक्टर से संपर्क करें। आप हिचकी से जुड़े अपने अनुभव और सुझाव हमारे साथ साझा कर सकते हैं। इसके अलावा, अन्य जानकारी के लिए नीचे कमेंट बॉक्स में आप हमसे सवाल भी पूछ सकते हैं।
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