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चेहरे की खूबसूरती को जो सबसे ज्यादा प्रभावित करते हैं वो हैं मुंहासे, जिन्हें पिंपल्स भी कहा जाता है। युवा अवस्था के दौरान यह समस्या आम है, जिसे लेकर खासकर युवतियां ज्यादा सजग रहती हैं। कई बार मुंहासों के कारण दर्द और सूजन का सामना भी करना पड़ता है। मुंहासे चेहरे के किसी भी हिस्से पर हो सकते हैं, लेकिन होंठों पर उभरने वाले पिंपल्स सबसे ज्यादा कष्टदायक होते हैं।
होंठों पर मुंहासे होने से चेहरे की सुंदरता तो बिगड़ती है, साथ में खाने-पीने, यहां तक कि बात करते वक्त भी परेशानी होती है। अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं तो यह लेख आपके लिए काफी फायदेमंद साबित होगा। हमारे साथ जानिए होंठों के मुंहासों से जल्द निजात पाने के सबसे सरल घरेलू उपायों के बारे में, जानिए ये आपकी किस प्रकार मदद कर सकते हैं।
होंठों पर मुंहासे होने की वजह – Causes of Pimples On Your Lip Line in Hindi
गंदगी के साथ हेयर फॉलिकल का जमा होना मुंहासे उभरने का मूल कारण है। गंदगी के कारण बैक्टीरिया पनपने लगते हैं, जो मुंहासों का कारण बनते हैं। इससे चेहरे के बाकी भागों के साथ-साथ होंठ भी बुरी तरह प्रभावित होते हैं। कई बार पिंपल होंठों पर या होंठों के आसपास उभर आते हैं। नीचे जानिए, होंठों पर पिंपल्स होने के सबसे बड़े कारण :
- तैलीय त्वचा के कारण मुंहासे होते हैं।
- होंठों से संबंधित उत्पादों में रासायनों का होना।
- एक्सपायरी डेट वाले लिप केयर व मेकअप प्रोडक्ट्स का प्रयोग करना।
- हार्मोंस में बदलाव होना।
- पर्यावरण प्रदूषण के कारण।
- कम गुणवत्ता वाले मेकअप प्रोडक्ट प्रयोग करने से।
- थ्रेडिंग या वैक्सिंग से स्किन में जलन होना।
- तला हुआ और वसा युक्त भोजन करने से।
- खुद की साफ-सफाई पर ध्यान न देने के कारण।
- फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट करने से।
- धूम्रपान व तनाव भी कील-मुंहासे होने की अहम वजह है।
बताए गए कई कारण आपके नियंत्रण में हैं, जिनसे बचकर आप मुंहासों की समस्या से निजात पा सकते हैं। वहीं, जो हमारे कारण हमारे हाथ में नहीं हैं, उनसे बचने के लिए दूसरा विकल्पों को चुना जा सकता है। होंठों के मुंहासों से दूर रखने के लिए आप निम्नलिखित घरेलू उपायों को अपना सकते हैं, जानिए ये नुस्खे आपके लिए किस प्रकार लाभदायक है और इनका किस प्रकार प्रयोग किया जाए।
होंठों के पिंपल दूर करने के आसान घरेलू उपाय – Remedies For Pimples On Lips in Hindi
1. हॉट एंड कोल्ड कंप्रेस
सामग्री
- एक आइस क्यूब या गर्म पानी
- एक साफ तौलिया या नैपकिन
कैसे करें इस्तेमाल
- तौलिये में आइस क्यूब रखें और पिंपल की जगह पर कुछ मिनट तक लगाएं।
- इसके अलावा, तौलिये को गर्म पानी से भिगो भी सकते हैं।
- तौलिये से अतिरक्त पानी निचोड़ कर निकाल लें।
- अब तौलिये को पिंपल की जगह पर कुछ मिनट तक रखें।
कितनी बार करें
- दिन में 2-3 बार करें।
कैसे है लाभदायक
बर्फ सूजन को कम करने के साथ-साथ त्वचा में तेल ग्रंथियों को संकुचित करता है, जिससे ग्रंथियों से अतिरिक्त तेल और बैक्टीरिया बाहर निकल जाते हैं। हॉट कंप्रेस भी कुछ इसी तरह सूजन को कम कर प्रभावित जगह में रक्त प्रवाह को सामान्य करने का काम करता है (1)। होंठों पर पिंपल्स से निजात पाने के लिए आप इस विधि का प्रयोग कर सकते हैं।
सावधानी : बर्फ को सीधे चेहरे पर न लगाएं। हमेशा बर्फ का इस्तेमाल करने के लिए कपड़े का सहारा लें।
2. अरंडी का तेल
सामग्री
- एक चम्मच अरंडी का तेल
- एक-दो बूंद एसेंशियल ऑयल (वैकल्पिक)
कैसे करें इस्तेमाल
- अंरडी के तेल के साथ एसेंशियल ऑयल को मिलाएं।
- अब मिश्रित तेल की बूंदे पिंपल और उसके आसपास लगाएं।
- रातभर के लिए ऐसे ही छोड़ दें।
कितनी बार लगाएं।
- रात में सोने से पहले एक बार।
कैसे है लाभदायक
अरंडी के तेल की मदद से भी होठों पर दाने का इलाज किया जा सकता है। दरअसल, अरंडी के तेल की मदद से भी होठों पर दाने का इलाज किया जा सकता है। दरअसल, अरंडी का तेल रोम छिद्रों में से अशुद्धियों को अवशोषित कर उन्हें साफ करने का काम करता है। तेल में मौजूद जीवाणुरोधी गुण मुंहासों को पैदा करने वाले बैक्टीरिया से छुटकारा दिलाते हैं (2) (3)। उपाय में बताए गए अन्य एसेंशियल ऑयल में भी एंटीबैक्टीरियल गुण मौजूद होते हैं, जो होंठों पर पिंपल को हटाने में मदद करते हैं (4, 5, 6)।
3. बेंजोयल पेरोक्साइड
सामग्री
- बेंजोयल पेरोक्साइड जेल
कैसे करें इस्तेमाल
- चेहरे को माइल्ड सोप से धोएं।
- चेहरा सूखने पर बेंजोयल पेरोक्साइड जेल की कुछ मात्रा पिंपल और उसके आसपास लगाएं।
- ट्यूब पर लिखी समय अवधि तक जेल को चेहरे पर लगे रहने दें।
कितनी बार करें
डॉक्टर की सलाह पर प्रयोग करें।
कैसे है लाभदायक
अधिकतर चिकित्सक मुंहासों के लिए बेंजोयल पेरोक्साइड लगाने की सलाह देते हैं, क्योंकि इसे पिंपल का उपचार करने में अधिक प्रभावी माना गया है। बेंजोयल पेरोक्साइड त्वचा के रोम छिद्रों में जाकर मुंहासों का इलाज करता है। यह उन जीवाणुओं को भी मार गिराता है, जो त्वचा में मुंहासों और घाव का कारण बनते हैं (7)।
सावधानी : बेंजोयल पेरोक्साइड लगाने पर पहले तीन हफ्ते त्वचा में जलन का अहसास हो सकता है। बेहतर होने की जगह मुंहासे पहले से खराब स्थिति में भी दिख सकते हैं, लेकिन ये सभी परिवर्तन सामान्य हैं और आपको घबराने की कोई जरूरत नहीं। अगर चार हफ्तों के बाद भी आपको कोई सुधार नहीं दिखता है, तो आप अपने डॉक्टर से इस विषय पर बात करें। साथ ही इसके उपयोग से आंख, होंठ या जीभ में सूजन का आभास होता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
4. नींबू का रस
सामग्री
- नींबू का रस
- थोड़ी सी रूई
कैसे करें इस्तेमाल
- रूई को नींबू के रस में डूबोएं और पिंपल व उसके आसपास लगाएं।
- इसे प्राकृतिक रूप से सूखने दें। चेहरे को धोने की जरूरत नहीं।
- अगर आपकी त्वचा कुछ ज्यादा ही सेंसिटिव है, तो आप नींबू के रस के साथ पानी की थोड़ी मात्रा मिला लें।
कितनी बार करें
- दिन में 2-3 बार करें।
कैसे करें लाभदायक
नींबू का इस्तेमाल कर मुंहासों के इलाज का तरीक काफी पुराना है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि यह कहां मौजूद है। नींबू के रस में सिट्रक एसिड मौजूद होता है, जो इसे जीवाणुरोधी बनाने का काम करता है (8)। नींबू में मौजूद जीवाणुरोधी तत्व मुंहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया को खत्म करने का काम करता है। नींबू में अस्ट्रिन्जन्ट गुण पाए जाते हैं, जो टिशूओं को संकुचित कर त्वचा से अतिरिक्त तेल को निकालने का काम करते हैं (9)।
सावधानी : ताजे नींबू के रस का ही प्रयोग करें। बोतल वाले नींबू के रस का इस्तेमाल न करें, क्योंकि इसमें प्रिजर्वेटिव हो सकते हैं,जो आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
5. हल्दी का पेस्ट
सामग्री
- आधा चम्मच हल्दी पाउडर
- पानी
कैसे करें इस्तेमाल
- पानी का इस्तेमाल कर हल्दी का पेस्ट बना लें।
- अब इस पेस्ट को पिंपल और उसके आसपास लगाएं।
- कुछ घंटों के लिए पेस्ट को चेहरे पर ही लगे रहने दें।
- बाद में आप साफ पानी से चेहरा धो लें।
कितनी बार करें
दिन में 1-2 बार इस प्रक्रिया को दोहराएं।
कैसे है लाभदायक
होठों पर दाने का इलाज करने के लिए हल्दी का इस्तेमाल भी लाभकारी हो सकता है। बताया जाता है कि हल्दी में एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो चेहरे से मुंहासों को दूर करने का काम कर सकता है (10)।
6. शहद
सामग्री
- शहद (ऑर्गेनिक)
कैसे करें इस्तेमाल
- पिंपल और उससे आसपास शहद लगाएं और कुछ समय के लिए छोड़ दें।
कितनी बार करें
- दिन में 2-3 बार यह प्रक्रिया दोहराएं।
कैसे है लाभदायक
शहद में एंटी बैक्टीरियल और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं, जो मुंहासे पैदा करने वाले जीवाणुओं को मारने का काम करते हैं। शहद सूजन को कम करने का काम भी करता है। इसका न्यूनतम पीएच स्तर बैक्टीरिया के लिए प्रतिकूल वातावरण बनाता है और होंठों के पिंपल्स की समस्या से निजात दिलाता है (11)। इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि होठों पर फुंसी का इलाज करने के लिए शहद का इस्तेमाल लाभकारी हो सकता है।
7. टमाटर
सामग्री
- 1 छोटा टमाटर
कैसे करें इस्तेमाल
- टमाटर का रस निकाल लें और पिंपल व उसके आसपास लगाएं।
- 10 मिनट बाद चेहरे को साफ पानी से धो लें।
कैसे है लाभदायक
टमाटर में ऑर्गेनिक एसिड पाया जाता है, जो एंटीमाइक्रोबियल गुणों से परिपूर्ण होता है (12)। इसमें मौजूद विटामिन-सी प्रभावित क्षेत्र की क्षतिग्रस्त कोशिकाओं की मरम्मत करने का काम करता है (13)।
8. डाइल्यूट टी ट्री ऑयल
सामग्री
- एक-दो चम्मच टी ट्री ऑयल
- एक चम्मच जैतून या नारियल का तेल
कैसे करें इस्तेमाल
- टी ट्री तेल में जैतून या नारियल का तेल डालकर उसे पतला कर लें।
- अब इस टी ट्री तेल को पिंपल पर लगाएं और कुछ समय के लिए छोड़ दें।
- बाद में साफ पानी से चेहरे को धो लें।
कैसे है लाभदायक
होंठ पर पिंपल की समस्या से निजात पाने के लिए आप टी ट्री ऑयल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो इसे मुंहासे पैदा करने वाले जीवाणुओं को मारने के लिए सक्षम बनाते हैं। पिंपल के लिए यह एक कारगर औषधी है।
9. टूथपेस्ट
सामग्री
- नॉन जेल टूथपेस्ट
कैसे करें इस्तेमाल
- चेहरा पानी से धोकर सूखा लें।
- पिंपल पर टूथपेस्ट लगाएं।
- 10-15 मिनट बाद गीले कपड़े से साफ कर लें।
कितनी बार करें
- दिन में 2 बार यह प्रक्रिया दोहराएं।
कैसे है लाभदायक
मुंहासों के उपचार के लिए आप टूथपेस्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं, जो मुंहासे पैदा करने वाले बैक्टीरिया को खत्म करने का काम करते हैं। टूटपेस्ट में हाइड्रोजन पेरोक्साइड और बेकिंग सोडा भी पाया जाता है, जो मुंहासों को सुखाकर खत्म करने का काम करता है (15)।
सावधानी : मुंहासों के उपचार के लिए व्हाइटनिंग टूथपेस्ट का इस्तेमाल न करें।
होंठों पर मुंहासों का उपचार करने के लिए आप इन आसान घरेलू उपायों को अपना सकते हैं। इनके प्रयोग के एक या दो दिन बाद आपको चेहरे पर काफी बदलाव नजर आएगा। आप होंठों के मुंहासों से बचने के लिए नीचे बताई जा रहे टिप्स को भी आजमा सकते हैं:
होंठ के आसपास मुंहासों से बचने के आसान टिप्स – Preventative Tips For Acne Around The Lips in Hindi
होठों पर फुंसी का इलाज करने के साथ ही कुछ बातों का ध्यान रखकर भी होंठ के आसपास मुंहासों होने से बचा सकता है –
- पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं : मुंहासों से बचने के लिए आप प्रतिदिन पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। शरीर से जुड़ी समस्याओं के निवारण के लिए हाइड्रेट रहना बहुत ही जरूरी है। शरीर की कार्यप्रणाली को सुचारू रूप से चलाने के लिए पानी बहुत ही जरूरी है।
- स्वच्छता : गंदगी शरीर से जुड़ी बीमारियां की सबसे बड़ी जड़ है। मुंहासे उभरने का एक कारण नीजी साफ-सफाई की कमी है। कई बार खाना खाने के बाद हम मुंह सही से साफ करना भूल जाते हैं। भोजन के बचे हुए कण आगे चलकर बैक्टीरिया के लिए प्रजनन स्थल बनते हैं। ये बैक्टीरिया मुंहासों का कारण बनते हैं। इसलिए, भोजन ग्रहण करने से पहले और बाद में मुंह को अच्छी तरह साफ करें।
- फ्रेगरेंस फ्री टूथपेस्ट : टूथपेस्ट का इस्तेमाल करना बहुत जरूरी है, लेकिन मुंहासों से बचने के लिए आप फ्रेगरेंस फ्री टूथपेस्ट प्रयोग में लाएं। फ्रेगरेंस युक्त टूथपेस्ट में रसायन होता है और रसायन आपकी त्वचा को प्रभावित कर सकता है। रसायन सीबम का अधिक मात्रा में उत्पादन करते हैं, जो मुंहासों का कारण बनते हैं।
- होंठों पर ब्रश करें : होंठों पर ब्रश करके मुंहासों की आशंका को काफी कम किया जा सकता है। ब्रशिंग से होठों के हानिकारक चिपचिपे पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। लिप ब्रशिंग बैक्टीरिया को मार गिराने में भी मदद करती है। इसलिए, आप जब भी दांत साफ करें होंठो पर भी ब्रश करना न भूलें।
- तनाव मुक्त रहें : तनाव हार्मोनल असंतुलन का कारण बनता है। इससे मुंहासे होने की आशंका कई गुना बढ़ जाती है। इसलिए, जितना हो सके तनाव मुक्त रहे। आप स्ट्रेस फ्री रहने के लिए ध्यान व योग का सहारा ले सकते हैं। आप गर्म पानी से स्नान भी कर सकते हैं।
- आहार : जितना हो सके तले हुुए और भारी खाद्य पदाथ से बचें। इस प्रकार के भोजन त्वचा के प्राकृतिक सीबम उत्पादन में अवरोधक बन सकते हैं। अत्यधिक सीबम रोम छिद्रों को अवरुद्ध कर मुंहासों का कारण बनते हैं। अत्यधिक चीनी वाले खाद्य पदार्थ, मांस व अल्कोहल से बचें।
- सौंदर्य प्रसाधन : चेहरे के लिए हो या होंठों के लिए, एक्सपायरी डेट वाले सौंदर्य प्रसाधनों का इस्तेमाल न करें। ऐसे उत्पादों में हानिकारक रसायन होते हैं, जो आपकी त्वचा को बुरी तरह प्रभावित कर मुंहासों का कारण बन सकते हैं।
- लिप बाम : यदि आप होंठों के मुंहासों से बचना चाहते हैं, तो वैक्स लिप बाम का इस्तेमाल न करें। वैक्स आपके रोम छीद्रों में अवरोध पैदा कर सकते हैं। इसका इस्तेमाल करने से गंदगी और जीवाणु पैदा होने का खतरा बढ़ जाता है। इस तरह पैदा हुए बैक्टरीरिया मुंहासों का कारण बनते हैं। आप एंटीमाइक्रोबियल युक्त लिप बाम का प्रयोग करें।
- मेकअप प्रोडक्ट शेयर न करें : बैक्टीरिया एक इंसान से दूसरे इंसान के बीच स्थानांतरित हो सकते हैं, इसलिए अपने मेकअप प्रोडक्ट को किसी के साथ शेयर न करें । शेयर करने से मुंहासों की समस्या खड़ी हो सकती है।
मुंहासों से बचने के लिए आप इस लेख में बताए गए घरेलू उपायों को अपना सकते हैं, ये आसान और कम खर्चीले हैं। यह लेख आपके लिए कितना उपयोगी है, हमें कमेंट बॉक्स में लिखना न भूलें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल:
होंठ के पिंपल इतने दर्दनाक क्यों होते हैं?
होठों के पिंपल अधिक दर्दनाक इसलिए होते हैं, क्योंकि होठों की त्वचा अधिक मुलायम और संवेदनशील होती है। शरीर के अन्य भागों के मुकाबले होठों पर अधिक दर्द महसूस होता है।
क्या होंठों के पिंपल को फोड़ना चाहिए?
नहीं, होठों के पिंपल को नहीं फोड़ना चाहिए। इससे संक्रमण फैल सकता है। साथ ही मुहांसों के ठीक होने की अवधि भी बढ़ सकती है और इसके निशान भी पड़ सकते हैं।
क्या टूथपेस्ट पिंपल में मदद कर सकता है?
हां, टूथपेस्ट पिंपल में मदद कर सकता है। जैसा कि हमने लेख में बताया कि टूथपेस्ट में हाइड्रोजन पेरोक्साइड और बेकिंग सोडा होता है, जो मुहांसों को सुखाकर खत्म करने में मददगार साबित हो सकता है (15)
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