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क्या कुछ हल्का-सा तीखा खाने पर भी आपको बहुत मिर्च लगती है? क्या मुंह के अंदर जीभ घुमाने पर आपको जलन होती है? अगर ऐसा है, तो यह जीभ के छाले के लक्षण हो सकते हैं। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम इस बारे में बात करेंगे। हम आपको बताएंगे कि जीभ के छाले के कारण क्या होते हैं और इनके लक्षण क्या हैं। साथ ही, हम आपको ये भी बताएंगे कि आप घर बैठे जीभ के छाले का इलाज कैसे कर सकते हैं।
आइए, सबसे पहले समझते हैं कि जीभ के छाले के कारण क्या हैं।
जीभ के छाले होने के कारण – Causes of Tongue Ulcer in Hindi
कई छोटी-छोटी समस्याएं जीभ के छाले के कारण में आ सकती हैं। यहां हम आपको बता दें कि जीभ मुंह का ही एक हिस्सा है और मुंह के अल्सर भी जीभ के छाले के कारण बन सकते हैं। इसके अलावा भी अन्य कारण हैं, जो इस प्रकार हैं (1) :
- कुछ चबाते समय जीभ का दांतों के बीच आ कर कट जाना।
- किसी नुकीले या टेढ़े दांत पर बार-बार जीभ घुमाना।
- डेन्चर या ब्रेसिज पर बार-बार जीभ घुमाना।
- मुंह की साफ सफाई का ध्यान न रखना।
- कुछ गरम खाने या पीने से जीभ का जल जाना।
- वायरल संक्रमण के कारण।
- किसी एंटी-बायोटिक से एलर्जी होना।
जीभ के छाले के कारण, छालों के प्रकार पर भी निर्भर करता है, जैसे एफ्थस अल्सर। यह मुंह में कहीं भी हो सकता है, लेकिन ज्यादातर जीभ के निचले हिस्से में होता है। इसके कारण निम्नलिखित हैं (2):
- तनाव
- चिंता
- किसी प्रकार के खाने से एलर्जी
- हार्मोन में बदलाव – महिलाओं में अक्सर यह मासिक धर्म के दौरान होता है
- अचानक धूम्रपान बंद करना
आइए, अब जीभ के छाले के लक्षण के बारे में समझते हैं।
जीभ के छाले होने के लक्षण – Symptoms of Tongue Ulcer in Hindi
अक्सर जीभ के छाले के लक्षण साफ समझ आ जाते हैं, जिस कारण इनका इलाज करने में देरी नहीं होती। जीभ के छाले के लक्षण उसके कारण पर निर्भर करते हैं, लेकिन कुछ लक्षण सामान्य होते हैं, जो इस प्रकार हैं (1) (3) :
- छालों के आस-पास सूजन होना।
- कुछ चबाने या ब्रश करने में तकलीफ होना।
- कुछ नमकीन, तीखा या खट्टा खाने से छालों में जलन होना।
- भूख न लगना।
- बुखार आना।
- बेचैनी महसूस होना।
लेख के अगले भाग में जानिए कि जीभ के छाले का इलाज घर में कैसे किया जाए।
जीभ के छाले दूर करने के लिए घरेलू उपाय – Home Remedies For Tongue Ulcer in Hindi
आइए, अब जान लेते हैं कि जीभ के छाले का इलाज आप घरेलू नुस्खों की मदद से कैसे कर सकते हैं।
1. एलोवेरा जेल
सामग्री:
- ताजा एलोवेरा का जेल
विधि:
- एलोवेरा के पत्ते को काट कर, उसका जेल निकाल लें।
- अब इस जेल को छालों पर लगाएं।
- 5-10 मिनट बाद गुनगुने पानी से कुल्ला कर लें।
कितनी बार करें :
जब तक पूरी तरह से आराम न मिल जाए, इस उपाय को दिन में तीन से चार बार दोहराएं।
कैसे काम करता है:
एलोवेरा जेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं (4), जो जीभ के छाले के लक्षण जैसे सूजन और दर्द को कम कर सकते हैं। साथ ही, इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट गुण छालों से जल्द राहत पाने में मदद करते हैं (5)।
नोट: ध्यान रखें कि आप एलोवेरा जेल को न निगलें।
2. बेकिंग सोडा
सामग्री:
- एक चम्मच बेकिंग सोडा
- एक कप गुनगुना पानी
विधि:
- एक कप गुनगुने पानी में, एक चम्मच बेकिंग सोडा मिला लें।
- अब इस घोल से कुल्ला करें।
कितनी बार करें:
जब तक कि आराम न मिल जाए, इस उपाय को दिन में तीन से चार बार करें।
कैसे काम करता है:
बेकिंग सोडा में मौजूद एंटी-बैक्टीरियल गुण जीभ के छालों के बैक्टीरिया को मारता है और उनसे आराम पाने में मदद करता है (6)। बेकिंग सोडा मुंह का पीएच संतुलन (pH balance) बनाए रखता है और संक्रमण को रोकने में लाभकारी होता है (7)।
3. शहद
सामग्री:
- एक चम्मच शहद
- एक कॉटन बॉल
विधि:
- एक कॉटन बॉल को पीने के पानी में भिगोकर हल्का-सा निचोड़ दें।
- अब कॉटन बॉल की मदद से जीभ के छाले पर शहद लगाएं।
- शहद को 3 से 5 मिनट के लिए छालों पर लगे रहने दें।
- फिर गुनगुने पानी से कुल्ला कर लें।
कितनी बार करें:
जब तक पूरी तरह से आराम न मिल जाए, इस उपाय को दिन में तीन से चार बार दोहराएं।
कैसे काम करता है:
शहद में एनाल्जेसिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो जीभ के छाले का इलाज करने में सहयोगी साबित हो सकते हैं। ये जीभ के छाले के कारण हो रहे दर्द और सूजन को कम करते हैं और मुंह को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं (8) (9)।
4. ग्लिसरीन
सामग्री:
- एक चम्मच ग्लिसरीन
- एक चम्मच हल्दी
विधि:
- शहद और ग्लिसरीन को बराबर की मात्रा में मिलाकर एक पेस्ट बना लें।
- इस पेस्ट को जीभ के छाले पर लगाएं।
- दो से तीन मिनट के बाद गुनगुने पानी से कुल्ला कर लें।
कितनी बार करें:
इसे आराम मिलने तक दिनभर में तीन से चार बार किया जा सकता है।
कैसे काम करता है:
वैज्ञानिक शोध के अनुसार, ग्लिसरीन जीभ के छाले का इलाज करने में सहायक साबित हो सकता है। यह जीभ के छाले के कारण हो रहे दर्द और जलन से आराम दिलाता है और घाव को जल्दी भरने में मदद करता है (10)।
5. दूध
सामग्री:
- एक गिलास दूध
विधि:
- रोज एक या दो गिलास दूध पिएं।
कैसे काम करता है:
दूध के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण छालों की वजह से हो रहे दर्द और सूजन में आराम देते हैं (11)। इसमें बायोएक्टिव गुण होते हैं, जो मुंह का स्वास्थ बनाए रखने में मदद करते हैं और छालों से जल्द राहत दिलाते हैं (12)।
नोट: गरम दूध पीने से छालों में तकलीफ हो सकती है, इसलिए जीभ के छाले का इलाज करते समय ठंडा दूध पीने की सलाह दी जाती है। यहां हम स्पष्ट कर दें कि फिलहाल ऐसा कोई वैज्ञानिक प्रमाण उपलब्ध नहीं है कि ठंडा दूध पीने से छाले ठीक होते हैं।
6. चाय
सामग्री:
- दो बड़े चम्मच सूखे कैमोमाइल फूल या ताजा कैमोमाइल
- दो कप गरम पानी
- एक चम्मच शहद (वैकल्पिक)
- एक चम्मच नींबू का रस
विधि:
- एक पेन में पानी उबाल लें।
- उबलने के बाद पानी में दो बड़े चम्मच सूखे कैमोमाइल फूल या ताजा कैमोमाइल पानी में डाल दें और दो से तीन मिनट के लिए छोड़ दें।
- कुछ देर बाद पानी को छान लें और कैमोमाइल को अलग कर दें।
- पानी में कुछ बूंदें नींबू के रस की और शहद डालकर इसका सेवन करें।
कितनी बार करें:
जब तक छाले पूरी तरह से ठीक न हो जाएं, तब तक दिन में दो बार इसका सेवन करें।
कैसे काम करता है:
कैमोमाइल में मौजूद पोषक तत्व मुंह का अल्सर ठीक करने में मदद करते हैं। साथ ही, यह जीभ के छाले के कारण और लक्षण जैसे तनाव और थकान से भी आराम दिलाता है (13)।
7. बर्फ
सामग्री:
- बर्फ के एक-दो टुकड़े
विधि:
- बर्फ के टुकड़े को छाले पर रखें।
- इसे तब तक रखे रहने दें, जब तक कि छाला सुन्न न हो जाए।
कितनी बार करें:
जब तक पूरी तरह से आराम न मिल जाए, इस उपाय को दिन में तीन से चार बार दोहराएं। आप चाहें तो ठंडा पानी पी भी सकते हैं।
कैसे काम करता है:
छाले पर बार-बार बर्फ लगाने से प्रभावित क्षेत्र सुन्न हो जाएगा और दर्द से आराम मिलेगा। इसके साथ जीभ के छाले के लक्षण जैसे जलन और सूजन से भी आराम मिलेगा (14)।
आने वाले भाग में हम जीभ के छाले का इलाज के बारे में बात करेंगे।
जीभ के छाले का इलाज – Treatment of Tongue Ulcer in Hindi
नेशनल हेल्थ पोर्टल की एक रिपोर्ट के अनुसार, मुंह के छाले लगभग 7 से 10 दिन के भीतर ठीक हो जाते हैं (15), लेकिन इस संबंध में अभी और शोध की जरूरत है। जैसा कि हम पहले भी बता चुके हैं कि जीभ मुंह का ही एक हिस्सा होती है और जीभ व मुंह के अल्सर के इलाज, कारण और लक्षण मिलते-जुलते होते हैं। आइए, अब बात करते हैं कि जीभ के छाले का इलाज कैसे किया जाए।
कभी-कभी छालों से ज्यादा तकलीफ होती है। ऐसे में दवाई लेना जरूरी हो जाता है। ऐसे में आप नीचे बताई गई दवाइयां ले सकते हैं। ये आपको जीभ के छाले के लक्षण जैसे दर्द और बेचैनी से राहत दिलाती हैं (16)।
- एंटीहिस्टामाइन (Antihistamines)
- एंटासिड
- कॉर्टिकोस्टेरॉइड (Corticosteroids)
नोट: ध्यान रखें कि बताई गई दवा डॉक्टरी परामर्श पर ही लें।
लेख के अगले भाग में हम आपको जीभ के छाले से बचने के उपायों के बारे में बताएंगे।
जीभ के छाले से बचने के उपाय – Prevention Tips for Tongue Ulcer in Hindi
जैसा कि कहा जाता है कि इलाज से बेहतर बचाव है। कुछ बातों को ध्यान में रखने से आप जीभ के छाले से बच सकते हैं। जीभ के छाले से बचने के उपाय कुछ इस प्रकार हैं (3)।
- अपने मुंह को हमेशा अच्छे से साफ करें। इससे संक्रमण होने का खतरा कम हो जाता है।
- रोज व्यायाम करें और संतुलित आहार लें। इससे आपको जीभ के छाले के कारण जैसे तनाव से राहत मिलेगी।
- ढेर सारा पानी पिएं।
- किसी भी खाद्य या पेय पदार्थ का सेवन गरम-गरम न करें।
- कुछ भी खाने से बाद कुल्ला करके मुंह को अच्छी तरह साफ करें।
जीभ के छाले ऐसी समस्या है, जिस पर समय रहते नियंत्रण नहीं पाया गया, तो आपका खाना-पीना तक प्रभावित हो सकता है। इसलिए, साफ-सफाई का ध्यान रखें, ताकि आपको इस समस्या का सामना न करना पड़े। अगर किसी वजह से आपको जीभ के छाले हो जाते हैं, तो ऊपर बताए गए घरेलू उपायों की मदद से आप इनसे निजात पा सकते हैं। अगर हफ्ते भर में जीभ के छाले का इलाज घरेलू नुस्खों से न हो पाए, तो तुरंत अपने डॉक्टर को बताएं। अगर आपके पास जीभ के छाले के लिए बताए गए उपायों के अलावा कोई और इलाज है, तो नीचे दिए कमेंट बॉक्स में लिख कर हमारे साथ शेयर जरूर करें।
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