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नवजात शिशुओं की मुस्कान इतनी प्यारी होती है कि हर किसी का दिल उन्हें प्यार करने को करता है। हर किसी का मन होता है कि एक बार अपनी गोद में उठाकर उन्हें चूम लें। मगर, जाने-अनजाने बच्चों को चूमना कई मामलों में हानिकारक हो सकता है। जी हां, बच्चों को दिया गया चुंबन उनकी सेहत पर बुरा असर डाल सकता है। नवजात बच्चों को किस करने के साइड इफेक्ट से जुड़े मॉमजंक्शन के इस आर्टिकल में हम इसी बात को समझाने का प्रयास कर रहे हैं। साथ ही यहां हम बच्चों को किस करने से जुड़ी कुछ अन्य जरूरी बातें भी बताएंगे।
तो आइए पहले हम यह समझ लेते हैं कि नवजात बच्चों को किस करना चाहिए या नहीं।
क्या छोटे बच्चों को किस करना चाहिए? | Kya Bachoo Ko Kiss Karna Chahiye
नवजात बच्चों की त्वचा बहुत ही संवेदनशील और प्रतिरोधक क्षमता काफी कमजोर होती है। ऐसे में बच्चों को संक्रमण होने का खतरा अधिक होता है (1) (2)। वहीं एक रिसर्च में पाया गया कि किस यानी चुंबन करने से कई प्रकार के वायरल संक्रमण होने का खतरा बना रहता है। इसके अलावा हमारे सलाइवा यानी लार में भी कई प्रकार के बैक्टीरिया होते हैं, जो संक्रमण की वजह बन सकते हैं। इनमें हर्पीस सिंप्लेक्स वायरस, इन्फ्लुएंजा और रोटावायरस जैसे कई वायरल इंफेक्शन शामिल हैं (3)। इस रिसर्च के अनुसार हम कह सकते हैं कि छोटे बच्चों को किस करना उनकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए उन्हें किस यानी चुंबन नहीं करना चाहिए।
यहां हम जानते हैं कि किस उम्र के बच्चों को किस करना सुरक्षित हो सकता है।
किस उम्र के बच्चे को किस करना सुरक्षित है?
6 माह से बड़े बच्चों को किस करना सुरक्षित बताया जाता है। वजह यह है कि 6 माह से बड़े बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता काफी हद तक मजबूत हो जाती है (4)। इसलिए इस दौरान उन्हें किस करने पर बीमारियों और संक्रमण का खतरा कुद हद तक कम हाे सकता है। हालांकि, इस संबंध में कोई स्पष्ट प्रमाण उपलब्ध नहीं है कि किस उम्र के बाद से बच्चों को किस करना सुरक्षित हो सकता है। ऐसे में छह माह से बड़े बच्चों को भी किस करने से पहले एक बार डॉक्टर से परामर्श कर लेना बेहतर होगा।
लेख के अगले भाग में अब हम बच्चों को किस करने के नुकसान से जुड़ी जानकारी देंगे।
छोटे बच्चों को किस करने के नुकसान | Side Effects Of Kissing Baby In Hindi
सामन्य रूप से छोटे बच्चों को किस करने पर मोनोन्यूक्लिओसिस संक्रमण और हर्पीज इन्फेक्शन होने का खतरा हो सकता है। यह दोनों ही इन्फेक्शन कांटेक्ट के द्वारा फैलने वाले संक्रमण हैं, जो चेहरे, गाल और माथे पर किस करने से बच्चे को आसानी से संक्रमित कर सकते हैं। हर्पीज के कारण एपस्टीन-बार, वेरिसेला-जोस्टर (चिकन पॉक्स का कारण) और हर्पीज सिम्पलेक्स (कोल्ड सोर्स का कारण) जैसे संक्रमण हो सकते हैं (5)। वहीं मोनोन्यूक्लिओसिस संक्रमण के कारण बच्चे काे निम्न समस्याएं हो सकती हैं (6) (8):
- बच्चे को बुखार
- सूजे हुए टॉन्सिल
- गले में खराश
- गर्दन के लिम्फ नोड्स यानी छोटी लसिका ग्रंथियाें में सूजन
- थकान
- सिर दर्द
- मांसपेशियों में दर्द
- दुर्बलता
- सामान्य से बड़ा लिवर
- पेट दर्द
- त्वचा पर लाल चकत्ते
- भूख में कमी होना
नीचे पढ़ें कि बच्चों को होठ पर किस करने पर क्या क्या नुकसान हाे सकते हैं।
छोटे बच्चों को होठ पर किस करने के नुकसान | Baby Ko Lip Kiss Karne Ke Side Effect In Hindi
छोटे बच्चों को होठ पर किस करने से सलाइवा यानी लार के द्वारा कई प्रकार के वायरल और बैक्टीरियल संक्रमण होने का खतरा हो सकता है। यह संक्रमण कुछ इस प्रकार हैं (5):
- जुकाम : जुकाम को अपर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन का एक कारण माना जाता है। यह कई अलग-अलग वायरस की वजह से हो सकता है। ऐसा माना जाता है कि जब कोई बच्चा संक्रमित व्यक्ति के सीधे संपर्क में आता है, तो संक्रमित लार या ड्रॉपलेट (लार की बूंद) के संपर्क में आने से बच्चे को जुकाम हो सकता है।
- ग्लेंड्यूलर फीवर यानी ग्रंथियों में बुखार : यह एपस्टीन-बार वायरस के कारण होने वाला एक प्रकार का मोनोन्यूक्लिओसिस नामक वायरल संक्रमण है, जिसे किस डिजीस के रूप में जाना जाता है। यह वायरस लार से फैल सकता है।
- मस्सा : यदि बच्चे के मुंह के आसपास या भीतरी हिस्से में कोई चोट है, तो चुंबन करने से वहां मस्सा भी बन सकता है।
- फूड एलर्जी : बच्चों को किस करना उनमें फूड एलर्जी को बढ़ा सकता है। एक रिसर्च में इस बात की पुष्टि हुई है कि यदि हम कोई ऐसा खाद्य पदार्थ खाकर बच्चों को किस करते हैं, जिससे बच्चे को एलर्जी है। तो इस स्थिति में बच्चों को किस करना फूड एलर्जी की समस्या का कारण बन सकता है (7)।
- एंटरोवायरस संक्रमण : लार के माध्यम से एंटरोवायरस फैल सकता है। इसके कई प्रकार हैं, जो अलग-अलग तरह से शिशु की सेहत को प्रभावित कर सकते हैं। इसका एक प्रकार कॉक्ससेकेइवाइरस (Coxsackievirus) हाथ-पैर और मुंह की बीमारी (एचएफएमडी) का कारण बन सकता है, जिसमें हाथ-पैर और मुंह पर चकत्ते देखने को मिल सकते हैं। वहीं इस वायरस के कारण बुखार और मौखिक घावों की समस्या भी हो सकती है (3)।
- खसरा : मीसल्स वायरस के कारण खसरा रोग हो सकता है। रिसर्च के अनुसार मीसल्स वायरस लार में मौजूद हो सकते हैं, जो किस करने के समय बच्चों के मुंह में जा सकते हैं। इससे उन्हें मीसल्स वायरस के कारण खसरा होने का खतरा हो सकता है (3)।
- ह्यूमेन पैरेनफ्लुएंजा वायरस संक्रमण : लार में पाया जाने वाला यह वायरस आमतौर पर शिशुओं और छोटे बच्चों में श्वसन संबंधी बीमारियों का कारण बन सकता है। इसके साथ ही इस वायरस के कारण किसी को भी बुखार, बहती नाक और खांसी की समस्या हो सकती है (3)।
- मेनिंगोकोकल रोग : यह बैक्टीरिया के कारण फैलने वाला एक रोग है, जो मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी की सूजन के साथ सेप्टीसीमिया (एक गंभीर रक्त संक्रमण) का कारण बन सकता है। अध्ययनों के अनुसार डीप किस के कारण इस समस्या के होने का जोखिम अधिक रहता है (4)।
- दांतों की सड़न : होठों पर चुंबन करने से कई हानिकारक बैक्टीरिया बच्चों की लार में मिल सकते हैं। नवजात शिशुओं के मुंह में लार के द्वारा पहुंचे यह बैक्टीरिया दांतों की सड़न का कारण बन सकते हैं (5)।
यहां हम बच्चों को किस करने के फायदों के बारे में बताएंगे।
छोटे बच्चों को किस करने के फायदे
ऐसा नहीं है कि बच्चों को किस करने के केवल नुकसान ही होते हैं। उन्हें किस करने के कुछ फायदे भी हो सकते हैं, जो इस प्रकार हैं :
- भावनात्मक संबंध – मां के द्वारा अपने बच्चे को किस करना बच्चे और मां के बीच भावनात्मक जुड़ाव को बढ़ावा देने का काम कर सकता है। साथ ही यह प्यार की भावना, खुशी और उत्साह को बनाए रखने में भी मदद कर सकता है (9)।
- तनाव में कमी – बच्चे को चुंबन तनाव का स्तर कम करने में मदद कर सकता है (10)।
- त्वचा की एलर्जी को कम करे– कुछ हद तक किस करना त्वचा से संबंधित एलर्जी के प्रभाव को कुछ हद तक कम करने में मददगार हो सकता है (10)।
अंत में अब हम बच्चों को किस करने से पहले ध्यान रखी जाने वाली कुछ अहम बातें बताएंगे।
छोटे बच्चों को किस करने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें
छोटे बच्चों को किस करने के पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है। यह बातें कुछ इस प्रकार हैं (5):
- नियमित रूप से अपनी मौखिक स्वच्छता को बनाए रखें।
- बच्चों को नियमित ब्रश कराएं।
- नवजात शिशुओं की बहुत अधिक लार बहती है। इसलिए उनकी मौखिक स्वच्छता को भी बनाए रखें।
- छोटे बच्चे को किस करने और उठाने से पहले अपने हाथों को साबुन से साफ कर लें।
- अपने बच्चे को नियमित रूप से नहलाएं।
- अपने बच्चे के मुंह और चेहरे को साफ करने और उसे पोंछने के लिए बेबी वाइप्स का उपयोग करें।
- शिशु की देखभाल और सुरक्षा को लेकर अपने दोस्तों, परिवार और रिश्तेदारों को शिक्षित करें।
- बच्चे के बर्तन और अन्य सामग्री को घर के अन्य सामान से अलग रखें।
- टीवी रिमोट, बर्तन, तौलिया, मोबाइल फोन और हैंडबैग को छूने के तुरंत बाद बच्चे के सीधे संपर्क में आने से बचें।
- सर्दी, इन्फ्लूएंजा, पुरानी खांसी, चेचक या आंतों की बीमारी जैसे किसी भी प्रकार के संक्रमण से ग्रस्त होने पर बच्चे को नहीं चूमना चाहिए।
इस लेख के माध्यम से आपने जाना कि नवजात बच्चों को किस करना उनके लिए हानिकारक हो सकता है। मगर, इसका मतलब यह नहीं है कि आप अपने बच्चे को किस नहीं कर सकते हैं। लेख में बच्चों को किस करने के कुछ फायदे भी बताए गए हैं। साथ ही किस करने से पूर्व बरती जाने वाली सावधानियों के विषय में भी विस्तार से समझाया गया है। इन सावधानियों को ध्यान में रखते हुए आप अपने बच्चे को किस कर सकते हैं। उम्मीद है, यह लेख आपको पसंद आया होगा। ऐसे में इस लेख को अन्य लोगों के साथ भी जरूर शेयर करें।
References
2. The role of nutrition in immunity in infants and toddlers: An expert panel opinion By CEGH
3. Viral Diseases Transmissible by Kissing By NCBI
4. Immune system development during early childhood in tropical Latin America: Evidence for the age-dependent down regulation of the innate immune response By NCBI
5. Kissing and your health By BetterHealth
6. Infectious Mononucleosis By NCBI
7. Mononucleosis (Mono) By KisdHealth
8. [Kiss-induced severe anaphylactic reactions] By PubMed
9. Early Mother-Child Separation, Parenting, and Child Well-Being in Early Head Start Families By NCBI
10. Kissing selectively decreases allergen-specific IgE production in atopic patients By PubMed
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