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समय के साथ दुनिया तो बदली, लेकिन प्रेम विवाह को आज भी पूरी तरह से मान्यता नहीं मिली है। हालांकि, कुछ माता-पिता लव मैरिज के लिए हंसी-खुशी राजी हो जाते हैं, लेकिन ऐसे पेरेंट्स का प्रतिशत कम है। वहीं, कुछ पेरेंट्स को प्रेम विवाह के लिए राजी करना मुश्किल होता है। इस वजह से कई बार कपल्स को मजबूरन अपने साथी का साथ छोड़ना पड़ता है। ऐसी मुश्किल घड़ी में आप न फंसें, इसके लिए मॉमजंक्शन का यह लेख आपकी कुछ मदद कर सकता है। यहां आप लव मैरिज के लिए फैमिली को कैसे मनाएं इसके लिए कुछ खास टिप्स पढ़ेंगे। साथ ही इस दौरान किस तरह की गलती से बचना चाहिए, इसके बारे में भी जानेंगे।

माता-पिता को प्रेम विवाह के लिए राजी करना मुश्किल क्यों होता है, सबसे पहले यह पढ़ें।

पेरेंट्स को प्रेम विवाह के लिए राजी करना कठिन क्यों है?

देखा जाए तो सामाजिक और मानसिक सोच से जुड़े ऐसे कई कारण हैं, जिनकी वजह से पेरेंट्स को प्रेम विवाह के लिए राजी करना मुश्किल होता है। उन्हीं में से संभावित मुख्य कारकों को हम यहां उजागर कर रहे हैं।

  1. जाति अगल होना : हम ऐसे भारतीय समाज में रहते हैं, जो विभिन्न जाति व परंपराओं से भरा हुआ है। इस बात में भी कोई दोराय नहीं कि बेशक हम नए जमाने में जी रहे हैं, लेकिन आज भी ऐसे कई माता-पिता हो सकते हैं, जो अपनी पुरानी परंपराओं के चलते अन्य जाति में अपने बेटे या बेटी की शादी करने के खिलाफ हों। ऐसे में अगर साथी अन्य जाति का हो, तो संभव है कि पेरेंट्स प्रेम विवाह के खिलाफ हों।
  1. दूसरे धर्म का होना : अब जहां परंपराओं के चलते माता-पिता दूसरी जाति में शादी के खिलाफ हो सकते हैं, तो लाजमी है कि वो दूसरे धर्म में भी शादी करने के खिलाफ हों। अगर बेटा या बेटी किसी दूसरे धर्म में प्रेम विवाह करना चाहते हैं, तो उनके साथी का धर्म इस रिश्ते की रुकावट बना सकता है।
  1. आर्थिक स्थिति : कुछ माता-पिता की यह सोच हो सकती है कि उनका बेट या बेटी ऐसे घर से रिश्ता जोड़े, जो आर्थिक तौर पर संपन्न हो। माता-पिता के नजरिए से ऐसा करने से उनके बच्चे का भविष्य सुरक्षित हो सकता है। वहीं, दूसरी तरफ उनकी इस सोच के चलते प्रेमी-प्रेमिका को अलग भी होना पड़ सकता है।
  1. सामाजिक डर : अपने परिवार की खुशियों से ज्यादा “लोग क्या कहेंगे” इसका दब-दबा अधिक देखा जा सकता है। इसे भी हम प्रेम विवाह के रास्ते की एक रुकावट मान सकते हैं। इस तरह का सामाजिक डर माता-पिता को लव मैरिज के लिए मनाने में परेशानी उत्पन्न कर सकता है। उन्हें इसका डर हो सकता है कि अगर उनका बच्चा दूसरी जाति, धर्म या खुद से निचले तबके में शादी करता है, तो उनके रिश्तेदार, पड़ोसी, दोस्त व अन्य करीबी लोग उनके साथ अपना रिश्ता खत्म कर सकते हैं और उन्हें समाज से दरकिनार भी कर सकते हैं।
  1. पारिवारिक माहौल : हर माता-पिता चाहते हैं कि उनके बच्चे का भविष्य सुरक्षित, संतुष्ट व खुशहाल हो। इसके लिए उनका बच्चा कैसे घर से रिश्ता जोड़ रहा है, यह उनके लिए काफी मायने रख सकता है। ऐसे में अगर साथी या साथी के परिवार का इतिहास या वर्तमान किसी आपराधिक मामले से जुड़ा हो या किसी भी अन्य कारण से समाज में उनका नाम अच्छा न हो, तो वो इस शादी से मना कर सकते हैं।
  1. बचकाना व्यवहार : कई बार खुद का या साथी का बचकाना व्यवहार भी माता-पिता को लव मैरिज के खिलाफ कर सकता है। ऐसे व्यवहार से उन्हें लग सकता है कि उनका बच्चा अपनी बचकानी हकरतों की वजह से लव मैरिज करना चाह रहा है, जो भविष्य में उसके लिए परेशानी बन सकता है। इस कारण से भी पेरेंट्स को प्रेम विवाह के लिए राजी करना कठिन बन सकता है।
  1. कम उम्र का प्यार : किशोरावस्था की उम्र को नाजुक माना जाता है। इस उम्र में न सिर्फ दोस्त जल्दी बनते हैं, बल्कि दूसरे के प्रति आकर्षण भी जल्दी होता है। ऐसे में अगर कोई किशोरावस्था जैसी उम्र में पेरेंट्स को प्रेम विवाह के लिए राजी करना चाहता है, तो उन्हें इसमें कठिनाई आ सकती है। माता-पिता के मन में ऐसा डर हो सकता है कि इस उम्र में उनके बच्चे द्वारा लिया गया इतना बड़ा फैसला गलत हो सकता है। इसलिए, वो बच्चे के इस फैसले को अहमियत कम दे सकते हैं और लव मैरिज के खिलाफ हो सकते हैं।

आगे पढ़ें लव मैरिज के लिए फैमिली को मनाने के लिए कुछ काम के टिप्स।

लव मैरिज के लिए फैमिली को मनाने के 12+ तरीके | love marriage ke liye parents ko kaise manaye

याद रखें शादी उम्रभर का साथ है, इसलिए सोच समझकर ही फैसला करें। यदि आप पेरेंट्स को लव मैरिज के लिए मनाने की सोच रहे हैं, तो नीचे दी गईं कुछ बातों पर गौर करें, शायद आपका काम आसानी से बन जाए। चलिए जानते हैं लव मैरिज के लिए परिवार वालों को मनाने से जुड़े टिप्स:

  1. सोच-विचार करें : बेशक प्यार सोच-समझकर नहीं किया जाता, बस हो जाता है, लेकिन शादी का निर्णय आंख मूंदकर नहीं लिया जाता। इसलिए, सबसे पहले खुद से सवाल करें कि साथी के साथ शादी करने के बाद भविष्य कितना खुशहाल रहेगा। इसके लिए खुद को भरपूर समय दें। जब खुद को लगे कि साथी के साथ लव मैरिज करके आप जिंदगी भर सुखी रहेंगे, तभी इसकी चर्चा घर में करें।
  1. दोनों की रजामंदी : कई बार आखिरी मौके पर साथी रिश्ते को शादी का नाम देने से मुकर भी जाते हैं। ऐसे में माता-पिता को लव मैरिज के लिए मनाने से पहले साथी से बात करें। जब दोनों तरफ से यह स्पष्ट हो जाए कि एक-दूसरे से ही शादी करनी है, तो ही इस बारे में अपने पेरेंट्स से बात करें। अगर इस दौरान साथी की बातों से ऐसा कोई संकेत मिले कि वो शादी के लिए तैयार नहीं है, तो इस बारे में माता-पिता से बात न करना ही बेहतर होगा।
  1. शादी के संकेत दें : अगर घर में अपने प्यार के बारे में किसी खास को बता दिया है, तो उसकी मदद से पेरेंट्स तक अपनी बात पहुंचाएं। साथ ही उन्हें अपने अफेयर से संबंधित संकेत देना शुरू कर दें। ये सारी गतिविधियां सकारात्मक व्यवहार में ही करें। इससे घरवाले शादी का इशारा आसानी से समझ जाएंगे। फिर वो खुद ही इस बारे में आपसे चर्चा कर सकते हैं।
  1. पार्टनर से मिलवाएं : जब घर का माहौल आपके अनुसार सकारात्मक होने लगे, तो मौके मिलते ही पार्टनर को परिवार से मिलवाएं। उन्हें आपस में एक-दूजे को समझने-जानने का मौका दें। परिजनों को पार्टनर और उसके परिवार के बारे में भी बताएं, जैसे वो क्या करते हैं और कहां रहते हैं।
  1. सही समय का इंतजार : अपनी लव मैरिज के लिए घरवालों को राजी करना चाहते हैं, तो जल्दबाजी न करें। एक सकारात्मक माहौल और अच्छे समय का इंतजार करें और अपनी बात सहजता से पेरेंट्स के सामने रखें। अगर नकारात्मक माहौल में लव-मैरिज की बात रख दी, तो हो सकता है कि बात बनने की जगह बिगड़ जाए। जब लगे घर में खुशी का माहौल है और चारों ओर चीजें समयानुकूल है, तो लव अफेयर के बारे में बताकर शादी की बात रख सकते हैं।
  1. मां-बाप को समझाएं : ध्यान रहे कि मां-बाप को विश्वास में लेना बहुत जरूरी है। इसलिए, पेरेंट्स को बताएं कि आपका प्यार आपके लिए खास क्यों है। घरवालों को पार्टनर के प्रोफाइल के बारे में साधारण तरीके से बताएं। लव मैरिज की बात करते वक्त आपकी बातों में परिपक्वता होनी चाहिए। अगर आप पार्टनर को लेकर ज्यादा उतावले नजर आए, तो मां-बाप समझेंगे कि आप अपना अच्छा-बुरा छोड़कर बस शादी पर फोकस कर रहे हैं।
  1. सफल लव मैरिज के उदाहरण : जब मां-बाप को लव मैरिज के लिए मनाने जाएं, तो कुछ सफल लव मैरिज के उदाहरण भी उनके सामने रखें। लव मैरिज के कुछ प्रभावी फायदें भी बताएं, जिससे पेरेंट्स आप पर भरोसा करने लगें। जब तक पेरेंट्स को यह न लगने लगे कि आप सही कह रहें, तब तक समय-समय पर अपनी बात उनके सामने सही ढंग से रखते रहें।
  1. मुलाकात करवाएं : जब लगे पेरेंट्स बिल्कुल भी राजी नहीं हो रहे हैं, तो एक मीटिंग रख लें। पेरेंट्स को मनाकर पार्टनर से एक मुलाकात कराएं। उन्हें खुद पार्टनर को समझने और जानने का मौका दें। इससे लव मैरिज करने में आसानी हो सकती है।
  1. नकारात्मक लोगों से दूरी : पेरेंट्स को ऐसे लोगों और रिश्तेदारों की संगत से दूर रखें, जो लव मैरिज के सख्त खिलाफ हों। ऐसे लोग बना बनाया काम बिगाड़ सकते हैं। अमूमन ये लोग वो होते हैं, जिनकी लव लाइफ फेल हो गई हो या फिर उनके मन में प्यार को लेकर किसी भी तरह की भावना न हो।
  1. किसी की मदद लें : अगर आप अपने प्यार के बारे में परिजनों को खुलकर नहीं बोल पा रहे हैं, तो अपने भाई-बहन या दोस्तों की मदद ले सकते हैं। ये आपके हमउम्र होने की वजह से लव मैरिज की फीलिंग्स को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं। साथ ही आपकी बात को पेरेंट्स के सामने अच्छी और मजबूती से रख सकते हैं।
  1. खुद को काबिल बनाएं : अगर व्यक्ति खुद की जिम्मेदारियों को अच्छे से निभा रहा है और आर्थिक रूप से मजबूत है, तो लव मैरिज की संभावना बढ़ जाती है। बेटे या बेटी की काबिलियत से माता-पिता को इतना यकीन हो जाता है कि उनका बेटा या बेटी अपने जीवन के सभी फैसले सोच-विचार करके ही लेंगे। ऐसे में घर वालों से अपनी लव मैरिज की बात करने से पहले खुद के करियर को अच्छी दिशा जरूर दें।
  1. पेरेंट्स का विश्वास जीतें : चाहे लव मैरिज हो या अरेंज, हर रिश्ते में मजबूत विश्वास का होना जरूरी होता है। ऐसे में अगर माता-पिता को लव मैरिज के लिए मनाना है, तो सबसे पहले उनका भरोसा जीतें। उन्हें इसका यकीन दिलाएं कि ऐसा कोई फैसला या कदम न उठाएं, जो उनके लिए या खुद के लिए कष्टदायी साबित हो। साथ ही उन्हें यह भी विश्वास दिलाएं कि नए रिश्ते में बंधने के बावजूद माता-पिता का स्थान पहले की ही तरह जीवन में बना रहेगा।
  1. साथी के परिवार से मिलाएं : पार्टनर से मिलवाने के बाद परिजनों की मुलाकात साथी के पेरेंट्स से भी करवाएं। इसके लिए सीधा उन्हें घर बुलाने की बजाय किसी कॉफी शॉप या रेस्त्रां में मिलें। अपने और साथी के पेरेंट्स को आपस में बातचीत और एक-दूसरे को समझने का मौका दें। लव मैरिज के लिए ये कदम उठाना भी जरूरी है।
  1. न करें देरी : आमातौर पर शादी की उम्र होते ही पेरेंट्स अपने दोस्तों व रिश्तेदारों से अपने बेटे या बेटी की शादी की बातें करने लगते हैं। वो ऐसा करें, इससे पहले ही उन्हें अपने प्यार के बारे में बता दें और लव मैरिज की इच्छा भी जाहिर कर दें। ऐसा करने से माता-पिता का समय भी बचेगा और उन्हें रिश्तेदारों के सामने बाद में अपनी बात से मुकरने जैसी शर्मिंदगी भी नहीं सहनी पड़ेगी।

अब पढ़ें माता-पिता से लव मैरिज की बात करते हुए किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए।

लव मैरिज के लिए परिवार को राजी करते वक्त क्या न करें?

  • न उठाएं गलत कदम – अगर बार-बार मनाने पर भी पेरेंट्स लव मैरिज के लिए नहीं मानते हैं, तो ऐसे में कोई भी गलत कदम उठाने से बचें। मन में आत्महत्या करने, भागकर शादी करने या घर छोड़कर जाने जैसी कोई हरकत न करें।
  • जल्दबादी से बचें – परिवार को मनाते हुए अपनी तरफ से जल्दबादी न करें। इसके बजाय परिवार को सोचने और समझने का समय दें।
  • धमकी न दें – पेरेंट्स के मना करने पर बच्चे अक्सर उनके खिलाफ जाने वाली धमकी दे देते हैं। ऐसा न करें। उनसे रिश्ता खत्म कर लेंगे या उनसे बात करना बंद कर देंगे, ऐसे धमकी वाली बातें न करें। भरोसा रखें कि माता-पिता आपकी भावनाओं को समझेंगे और सही फैसला लेंगे।
  • जिद न करें – ध्यान रखें लव मैरिज पूरे जीवन का फैसला होता है। यह खुद के साथ-साथ परिवार के सदस्यों से भी जुड़ा होता है। इसलिए, लव मैरिज के लिए अपने पेरेंट्स को मनाने के लिए बच्चे की तरह जिद न करें। ऐसा व्यवहार बचकानी हरकतों को दर्शाता है।
  • दवाब न डालें – अगर लव मैरिज के लिए घरवालों पर दवाब बनाने की कोशिश करेंगे, तो इस स्थिति में पेरेंट्स की उम्मीदें भी कम हो सकती हैं। उन्हें ऐसा लग सकता है कि उनका बेटा या बेटी अपनी ही मर्जी का करना चाहते हैं। ऐसे में वो अपनी रजामंदी देने से मना कर सकते हैं और बेटे या बेटी को उनके हाल पर छोड़ सकते हैं।

जब बात आती है लव मैरिज के लिए घरवालों को मनाने की, तो लड़का और लड़की दोनों को मु्श्किलों का सामना करना पड़ता है। लड़कों की तुलना में लड़कियों को लव मैरिज के लिए घरवालों को मनाना अधिक मुश्किल भरा हो सकता है। ऐसे में इस लेख में बताए गए टिप्स के जरिए आप अपने माता-पिता को प्रेम विवाह के लिए राजी कर सकते हैं। बस इस दौरान सब्र रखें और अपने पेरेंट्स पर अपना भरोसा बनाएं रखें। साथ ही ऐसा कोई भी कदम न उठाएं, जिससे किसी भी रिश्ते को ठेस पहुंचे।

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