Written by , (शिक्षा- एमए इन जर्नलिज्म मीडिया कम्युनिकेशन)

हर मौसम अपने साथ कई तरह के फल लाता है। ऐसा ही एक मौसमी फल है – लीची, जो गर्मी के मौसम में मिलता है। यह लगभग हर उम्र के लोगों द्वारा पसंद किए जाने वाले फलों में से एक है। लीची खाने में जितनी स्वादिष्ट और रसीली होती है, स्वास्थ्य के लिए भी उतनी ही लाभकारी मानी जाती है। यही वजह है कि इसे सेहत का खजाना माना जाता है। तो चलिए, स्टाइलक्रेज के इस लेख में हमारे साथ जानिए लीची खाने के फायदे क्या हैं। साथ ही यहां हम आपको लीची का उपयोग और इसमें मौजूद पौष्टिक तत्वों के बारे में भी बताएंगे।

शुरू करते हैं लेख

सबसे पहले जानिए लीची होती क्या है।

लीची क्या है? – What is Lychees in Hindi

लीची एक स्वादिष्ट फल है। इसका वैज्ञानिक नाम लीची चीनेंसिस (Litchi chinensis) है, जो सोपबैरी (Soapberry) परिवार से आती है। इसके पेड़ की लंबाई 30 मीटर तक की होती है। जबकि इसकी पत्तियां 5 से 15 सेंटीमीटर तक लंबी होती हैं। वहीं, इसके फूल छोटे-छोटे होते हैं, जो पीले से ऊजले रंग के हो सकते हैं। बात करें इसके फल की तो लीची गोल, अंडाकार या दिल के आकार का होता है। जिसका डायमीटर 2.0 से 3.5 सेमी तक का हो सकता है। इसकी त्वचा अंदर से नरम और बाहर से खुरदरी होती है। वहीं, इसका रंग गुलाबी-लाल, हल्का लाल या बैंगनी-लाल हो सकता है।

यह एक उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय फल का पेड़ है जो सबसे पहले चीन के फुजियान (Fujian) और गुआंग्डोंग (Guangdong) क्षेत्रों में पाया गया था। यह अपने सुगंधित और मीठे स्वाद के लिए जानी जाती है। चीन के बाद, भारत दुनिया में लीची के उत्पादन में दूसरे स्थान पर है। वर्तमान में लीची, मध्य और दक्षिण अमेरिका के अलावा अफ्रीका के कुछ हिस्सों और पूरे एशिया में उगाई जाती है। वहीं, चीन, भारत, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, मॉरीशस, मेडागास्कर और थाईलैंड दुनिया के प्रमुख लीची उत्पादक देश माने जाते हैं (1)।

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अब हम लेख के इस भाग में बताएंगे लीची खाने के फायदे।

लीची के फायदे – Benefits of Lychees in Hindi

लीची एक स्वादिष्ट फल होने के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिए भी बेहद लाभकारी फल है। यहां हम क्रमवार तरीके से लीची के फायदे बताने वाले हैं। हालांकि, उससे पहले हम यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि यह किसी भी गंभीर समस्या का डॉक्टरी इलाज नहीं है। इसका सेवन बीमारी के लक्षणों या उसके जोखिम को केवल कुछ हद तक कम कर सकता है। चलिए अब जानते हैं, लीची खाने के फायदे:

1. एंटी कैंसर गुण

लीची का सेवन ब्रेस्ट कैंसर से बचाव में मदद कर सकता है। इस बारे में एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर एक रिसर्च प्रकाशित है, जिसमें बताया गया है कि लीची ही नहीं, बल्कि इसके छिलके और बीज में भी एंटी कैंसर प्रभाव मौजूद होते हैं, जो कैंसर सेल्स को पनपने से रोकने में काफी हद तक मददगार साबित हो सकते हैं। लीची का सेवन ब्रेस्ट कैंसर, लिवर कैंसर या ट्यूमर के जोखिम को कम कर सकता है (2)। वहीं, हम यह स्पष्ट कर दें कि कैंसर एक गंभीर बीमारी है, इसलिए डॉक्टर से इसका इलाज करवाना जरूरी है। घरेलू नुस्खों की मदद से इस बीमारी का इलाज संभव नहीं है। लीची का सेवन सेवन कुछ हद तक कैंसर से बचाव कर सकता है, इसे कैंसर का इलाज समझने की भूल न करें।

2. हृदय स्वास्थ्य के लिए

लीची खाने के फायदे हृदय स्वास्थ्य के लिए भी देखे जा सकते हैं। दरअसल, लीची में क्वेरसेटिन (Quercetin) नामक बायो एक्टिव कंपाउंड मौजूद होता है, जो कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ यानी हृदय को स्वस्थ रखने और ब्लड प्रेशर को संतुलित रखने में मददगार साबित हो सकता है (1)। इसके अलावा, लीची में पॉलीफेनोल की अधिक मात्रा पाई जाती है, जो सीने से संबंधित समस्याओं के लिए उपयोगी हो सकता है। वहीं, इस पर हुए शोध बताते हैं कि लीची का अर्क, एंटीऑक्सीडेंट (मुक्त कणों से लड़ने वाला) और कार्डियो प्रोटेक्शन (दिल को बीमारियों से बचाने वाला) गुण मौजूद होता है। यही वजह है कि इसे हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माना जा सकता है (3)। ऐसे में हृदय के लिए स्वस्थ आहार डाइट में लीची को शामिल करना अच्छा विकल्प हो सकता है।

3. पाचन में सुधार

पाचन संबंधी समस्याओं के लिए भी लीची के फायदे देखे जा सकते हैं। इस बात की पुष्टि एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध से होती है। इस शोध में साफ तौर से जिक्र मिलता है कि लीची पाचन में सुधार कर सकती है (1)। दरअसल, लीची में कई तरह के बायोएक्टिव कंपाउंड जैसे – फ्लेवोनोइड्स (Flavonoids), स्टेरोल्स (Sterols), ट्राइटरपेंस (Triterpenes), फिनोलिक (Phenolic) आदि मौजूद होते हैं, जो सेहत के लिए उपयोगी हो सकते हैं (4)। हालांकि, सीधे तौर पर लीची का कौन सा गुण पाचन क्रिया में सुधार कर सकता है, इस बारे में शोध की आवश्यकता है।

4. मोतियाबिंद से बचाव

लीची फ्रूट के फायदे में मोतियाबिंद के लक्षणों को कम करना भी शामिल है। बता दें कि मोतियाबिंद बढ़ती उम्र में होने वाली आंखों से जुड़ी समस्या है, जिसमें देखने की सकती कमजोर पड़ जाती है (5)। इस समस्या से बचाव के लिए भी लीची खाना फायदेमंद हो सकता है। इस पर हुए एक शोध में यह बताया गया है कि लीची मोतियाबिंद से बचाव करने में सहायक साबित हो सकती है (4)। इसके अलावा, लीची में विटामिन-सी मौजूद होता है, जो मोतियाबिंद के जोखिमों को कम करने में लाभकारी हो सकता है (6)।

5. इन्फ्लूएंजा वायरस से बचाव

इन्फ्लुएंजा एक प्रकार का वायरल संक्रमण होता है, जो खासकर श्वसन मार्ग (Respiratory tract) को नुकसान पहुंचाता है (7)। इससे बचाव के लिए भी लीची खाने के फायदे हो सकते हैं। बता दें कि लीची में ओलिगोनॉल (Oligonol) मौजूद होता है, जो कि एक प्रकार का पॉलीफेनोल (Polyphenol) है। ये ओलिगोनॉल इन्फ्लूएंजा की रोकथाम के लिए प्रभावी माना जाता है (8)। साथ ही लीची में एंटीवायरल गुण भी मौजूद होता है (9)। यही वजह है कि लीची को इन्फ्लूएंजा वायरस से बचाव के लिए लाभकारी माना जा सकता है।

6. वजन नियंत्रण के लिए

लीची को मोटापे की समस्या का भी हल निकालने में लाभकारी माना जा सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि लीची का अर्क एंटी ओबेसिटी (मोटापा कम करने में सहायक) गुण प्रदर्शित कर सकता है (9)। इसके अलावा, वजन नियंत्रण के लिए लीची के बीज के फायदे भी देखे जा सकते हैं। बताया जाता है कि लीची के बीज में ओलिगोनॉल मौजूद होता है, जो वेट कंट्रोलिंग यानी वजन नियंत्रण करने वाले एजेंट के रूप में मददगार साबित हो सकता है (4)। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि वजन कम करने के लिए लीची फायदेमंद साबित हो सकती है। हालांकि, ध्यान रहे वजन कम करने के लिए सिर्फ लीची पर ही निर्भर न रहें, बल्कि संतुलित डाइट और नियमित वजन घटाने वाले व्यायाम व योग भी करते रहें।

7. ब्लड सर्कुलेशन के लिए

लीची का सेवन, ब्लड सर्कुलेशन के लिए भी लाभकारी साबित हो सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध के मुताबिक, लीची ब्लड सर्कुलेशन में सुधार ला सकता है। हालांकि इसके पीछे इसका कौन-सा गुण काम करता है, फिलहाल इस बारे में अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है (1)।

8. एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रभाव

सूजन संबंधी समस्याओं से राहत पाने के लिए भी लीची का उपयोग करना फायदेमंद हो सकता है। इस बारे में एक शोध से जानकारी मिलती है कि लीची का अर्क फ्लेवनॉल (Flavanol) से समृद्ध होता है, जो एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रभाव (सूजन को कम करने वाला) प्रदर्शित करने के साथ-साथ हेपाटोप्रोटेक्टिव (Hepatoprotective – लीवर की रक्षा करने वाला) प्रभाव भी प्रदर्शित कर सकता है। इसका उपयोग सूजन और लीवर से संबंधित रोगों से बचाव करने में सहायक साबित हो सकता है (10)।

9. ऊर्जा के लिए

लीची फ्रूट के फायदे एनर्जी को बूस्ट करने के लिए भी देखे जा सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि लीची का फल ऊर्जा से भरपूर होता है। यूएसडीए (USDA) के अनुसार, 100 ग्राम लीची के गूदे में 276 किलो जूल ऊर्जा होती है (1)। वहीं, बताया जाता है कि शरीर में जाने के बाद कैलोरी ऊर्जा में परिवर्तित हो जाती है। जिससे शरीर में एनर्जी का प्रवाह बढ़ जाता है, और ऊर्जा का एहसास होने लगता है (11)। इस आधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि शरीर में एनर्जी को बनाए रखने के लिए लीची खाने के फायदे देखे जा सकते हैं।

10. हर्पीस वायरस से बचाव

हर्पीस एक प्रकार का संक्रमण है, जो हर्पीस सिम्पलेक्स वायरस (एचएसवी) के कारण होता है। इसमें त्वचा पर छोटी-छोटी फुंसियां होने लगती है, जो बाद में जाकर घाव का रूप ले लेती हैं (12)। लीची का सेवन इस वायरस से बचाव करने में सहायक साबित हो सकता है। इस संबंध में प्रकाशित एक शोध में साफतौर से इस बात का जिक्र मिलता है कि लीची हर्पीस वायरस से बचाव करने में मददगार साबित हो सकती है (4)। हालांकि एक अन्य रिसर्च से यह पता चलता है कि लीची के फूलों के अर्क में एंटीवायरल गुण मौजूद होते हैं, जो हर्पीस वायरस की रोकथाम में मददगार साबित हो सकते हैं (13)।

11. इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए

शरीर को बीमारियों से दूर रखने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यूनिटी सिस्टम का मजबूत होना बहुत जरूरी है (14)। वहीं, लीची का सेवन इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है, क्योंकि लीची रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा दे सकता है (15)। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध की मानें तो इसके पीछे लीची में मौजूद बायोएक्टिव कंपाउंड सैपोनिन (Saponin) को जिम्मेदार माना जा सकता है, जो एक इम्यूनिटी बूस्टर की तरह काम कर सकता है (1)। इन तथ्यों के मुताबिक, यह कहना गलत नहीं होगा कि इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए फलों के तौर पर लीची खाना फायदेमंद हो सकता है।

12. रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए

लीची खाने के फायदे में उच्च रक्तचाप की समस्या से बचाव करना भी शामिल है। जैसा कि हमने लेख में बताया कि लीची में कई तरह के फ्लैवोनोइड्स और फिनोलिक कंपाउंड मौजूद होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी माने जाते हैं। उन्हीं में से कुछ यौगिक हैं जैसे – क्लोरोजेनिक एसिड (Chlorogenic acid), क्वेरसेटिन 3-ओ-ग्लूकोसाइड (Quercetin 3-O-glucoside), रुतिन (Rutin) और कैफीक एसिड (Caffeic acid)। ये सभी कंपाउंड रक्तचाप को नियंत्रित करने और संतुलित रक्तचाप को बढ़ावा देने के लिए जाने जाते हैं (1)। यही वजह है कि ब्लड प्रेशर को कम करने के लिए लीची का उपयोग प्रभावी माना जा सकता है।

13. मजबूत हड्डियों के लिए

अगर हड्डियां कमजोर हो तो ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। बता दें कि ऑस्टियोपोरोसिस की समस्या, एक ऐसी बीमारी है जिसमें हड्डियां कमजोर हो जाती है और टूटने लगती है (16)। इस समस्या से बचाव के लिए हड्डियों का मजबूत रहना जरूरी है और इसमें लीची खाने के फायदे देखे जा सकते है। बताया जाता है कि लीची हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायक साबित हो सकती है (17)।

14. एनीमिया से बचाव के लिए

जब शरीर में आयरन की कमी हो जाती है और हीमोग्लोबिन (लाल रक्त कोशिकाओं में मौजूद आयरन युक्त प्रोटीन) का स्तर सामान्य से नीचे चला जाता तो वह एनीमिया की समस्या कहलाता है (18)। लीची का सेवन इससे बचाव में काफी हद तक कारगर माना जा सकता है। इस बात की पुष्टि एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध से होती है। इस शोध में साफ तौर से जिक्र मिलता है कि लीची का गुदा एनीमिया के लक्षणों को कम कर सकता है। इसके पीछे इसका कौन-सा कंपाउंड कार्य करता है, फिलहाल इस बारे में अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है। हालांकि, इसमें मौजूद आयरन को एनीमिया से बचाव के लिए उपयोगी माना जा सकता है (1)।

15. सनबर्न से राहत

अधिक समय तक सूरज की हानिकारक किरणों के संपर्क में आने के कारण त्वचा लाल हो जाती है, जिसे सनबर्न के नाम से जाना जाता है (19)। इससे राहत पाने के लिए लीची के फायदे देखे जा सकते है। बताया जाता है कि लीची सनबर्न को कम कर सकता है (15)। हालांकि इस विषय में अभी और रिसर्च किए जाने की आवश्यकता है।

16. त्वचा के स्वास्थ्य के लिए

स्वास्थ्य के साथ-साथ लीची त्वचा के लिए भी लाभकारी हो सकती है। इस पर हुए शोध से जानकारी मिलती है कि लीची बढ़ते उम्र के प्रभावों को कम करने के साथ-साथ दाग-धब्बों से भी छुटकारा दिलाने में मददगार साबित हो सकती है (15)। वहीं, एनसीबीआई की वेबसाइट पर मौजूद रिसर्च में बताया गया है कि लीची में मौजूद ओलिगोनॉल (Oligonol) एंटी एजिंग प्रभाव प्रदर्शित कर सकता है, जो बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करने में कारगर साबित हो सकता है (20)। इसके अलावा, लीची हाइपरपिगमेंटेशन (त्वचा पर काले धब्बे) के उपचार के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकती है (21)।

17. बालों के लिए

रूखे और बेजान बाल किसी के भी व्यक्तित्व के निखार को कम कर सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि सही तरीके से बालों पर ध्यान दिया जाए। वहीं, लीची के फायदे बालों की देखभाल के लिए देखे जा सकते हैं। इससे संबंधित एक रिसर्च में साफ तौर से यह बताया गया है कि लीची बालों के विकास को बढ़ावा देने और उसे चमकदार बनाने में लाभकारी साबित हो सकती है (4)। हालांकि, इस विषय में अभी और रिसर्च की आवश्यकता है।

अभी आगे और है जानकारी

लेख के इस हिस्से में जानिए, लीची में मौजूद पौष्टिक तत्व के बारे में।

लीची के पौष्टिक तत्व – Lychees Nutritional Value in Hindi

लीची एक ऐसा फल है जो पौष्टिक तत्व और औषधीय गुणों से भरपूर होता है। यहां हम 100 ग्राम लीची के गुदे में मौजूद उन्हीं पौष्टिक तत्वों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, जो कुछ इस प्रकार है (1) –

पोषक तत्वमात्रा  
ऊर्जा66 केसीएल
कार्बोहाइड्रेट16.53 ग्राम
प्रोटीन0.83 ग्राम
वसा (फैट)0.44 ग्राम
फाइबर1.3 ग्राम
फोलेट14 मिलीग्राम
नियासिन0.603 मिलीग्राम
कोलीन7.1 एमजी
पायरिडोक्सिन0.100 एमजी
राइबोफ्लेविन0.065 मिलीग्राम
थीमिन0.011 मिलीग्राम
विटामिन सी71.5 मिलीग्राम
विटामिन-ई0.07 मिलीग्राम
विटामिन-के0.4 माइक्रोग्राम
सोडियम1 मिलीग्राम
पोटेशियम171 मिलीग्राम
कैल्शियम5 मिलीग्राम
कॉपर0.148 मिलीग्राम
आयरन0.31 मिलीग्राम
मैग्नीशियम10 मिलीग्राम
मैगनीज0.055 मिलीग्राम
फास्फोरस31 मिलीग्राम
सेलेनियम0.6  माइक्रोग्राम
जिंक0.07 मिलीग्राम

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चलिए अब जरा लीची का उपयोग किन-किन तरीकों से किया जा सकता है, वो भी जान लीजिए।

लीची का उपयोग – How to Use Lychees in Hindi

लीची के फायदे, के बारे में तो हम बता ही चुके हैं। अब सवाल उठता है कि इसके स्वास्थ्य लाभों को पाने के लिए इसका उपयोग किस प्रकार से कर सकते हैं। तो चलिए, हम यह भी बता देते हैं कि लीची का उपयोग किन-किन तरीकों से किया जा सकता है। लीची का उपयोग कुछ इस प्रकार है:

  • लीची को पकने के बाद सीधे तौर पर खाया जा सकता है।
  • लीची का जूस भी बनाया जा सकता है।
  • हलवे के रूप में भी लीची का सेवन किया जा सकता है।
  • चाहें तो लीची की खीर भी बना सकते हैं।
  • लीची आइसक्रीम का सेवन भी कर सकते हैं।
  • लीची अन्य फलों के साथ मिलाकर फ्रूट सलाद के रूप में भी खा सकते हैं।

कब खाएं – लीची का सेवन सुबह और शाम दोनों में से किसी भी समय किया जा सकता है।

कितनी मात्रा में खाएं – सामान्य तौर पर एक दिन में 4 से 5 लीची का सेवन किया जा सकता है। हालांकि, व्यक्ति की उम्र और स्वास्थ्य के अनुसार इसके सेवन की मात्रा अलग-अलग हो सकती है। ऐसे में बेहतर है लीची के सेवन से पहले डॉक्टरी सलाह ले ली जाए।

पढ़ते रहें लेख

लेख के इस भाग में जानिए, लीची का चयन सुरक्षित रखने टिप्स।

लीची का चयन कैसे करें और लंबे समय तक सुरक्षित कैसे रखें?

यहां हम बताएंगे कि लीची को कैसे सुरक्षित रखा जा सकता है, लेकिन उससे पहले जान लीजिए कि इसका चयन कैसे करना चाहिए-

कैसे करें चयन:

  • हमेशा ताजी एवं प्राकृतिक रूप से पके हुए लीची का ही चयन करें।
  • लीची खरीदते समय ध्यान रखें कि उसमें मिट्टी न लगी हो।
  • अगर लीची का छिलका कहीं से कटा हुआ हो या लीची गली हुई हो तो उसे खरीदने से बचें।
  • अधिक पकी हुई लीची को भी खरीदने से बचें।

कैसे सुरक्षित रखें:

लीची को इस प्रकार से सुरक्षित रखा जा सकता है –

  • लीची को बाजार से खरीदने के बाद पानी या फ्रिज में सुरक्षित रखा जा सकता है।
  • अगर लीची फ्रिज के बाहर रखी हुई है तो उस पर पानी का छिड़काव करते रहें।
  • लीची को प्लास्टिक के कंटेनर बॉक्स में भी रखा जा सकता है।

लीची खाते समय सावधानी:

लीची खाने से पहले इन बातों का ध्यान रखें –

  • लीची खाने से पहले उसे अच्छे से धो लें।
  • लीची को अच्छी तरह से देख कर खाएं, क्योंकि कई बार लीची के ऊपरी भाग में कीड़े लगे होते हैं।
  • इसके अलावा, अगर लीची बहुत दिन से रखी-रखी गल गई हो तो ऐसे में उसके सेवन से परहेज करें।

यह भी जान लीजिए

लेख के सबसे अंत में हम लीची के नुकसान की चर्चा कर रहे हैं।

लीची के नुकसान – Side Effects of Lychees in Hindi

लीची के फायदे तभी तक है, जब तक इसका सेवन सीमित मात्रा में किया जाए। अधिक मात्रा में लीची का सेवन स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है। यहां हम बता रहे हैं, लीची के नुकसान, जो कुछ इस प्रकार हैं –

  • लीची का अधिक सेवन ब्लड शुगर से स्तर को कम कर सकता है (22)। इसलिए, डायबिटीज के मरीज जो ब्लड शुगर कम करने की दवा का सेवन कर रहे हैं, वो लीची मात्रा का ध्यान रखें। बेहतर है इस बारे में डॉक्टरी सलाह भी ली जाए।
  • कुछ दवाइयों, जैसे- दर्द से राहत दिलाने वाली दवा या खून पतला करने वाली दवा आदि, के साथ लीची का सेवन करने से रक्तस्राव का खतरा बढ़ सकता है (22)।
  • कुछ मामलों में लीची के सेवन से एलर्जी जैसे- प्रुरिटस (Pruritus – त्वचा पर होने वाली एक प्रकार की खुजली की समस्या), अर्टिकरिया (Urticaria – त्वचा पर चकत्ते होना), होंठों के सूजन और सांस फूलने की समस्या हो सकती है (23)। इसलिए, अगर किसी को पहले से कुछ खास प्रकार के खाद्य पदार्थों से एलर्जी की समस्या रही हो तो लीची के सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। वहीं, अगर किसी को लीची के सेवन के बाद सांस फूलने की समस्या या अन्य कोई परेशानी होती है तो तुरंत इसका सेवन बंद करें और डॉक्टरी परामर्श लें।
  • इसके अलावा, लीची एक गर्म फल है। ऐसे में इसके अधिक सेवन से कुछ समस्या जैसे- मुंह का सूखना, स्वाद का कड़वा होना, गले में सूजन या खराश, होंठों पर फोड़ा होना, जीभ का पीला होना और बुखार की समस्या हो सकती है (24)।

इस लेख को पढ़ने के बाद, लीची खाने के फायदे तो आप जान ही गए होंगे। लीची एक स्वादिष्ट फल होने का साथ-साथ औषधीय गुणों से भरपूर है। ऐसे में अब बेझिझक इसे सेहतमंद फलों की लिस्ट में शामिल किया जा सकता है। वहीं, लीची का उपयोग करते समय इसके सेवन की मात्रा का ध्यान रखना जरूरी है, नहीं तो इसके कुछ दुष्परिणाम भी सामने आ सकते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि लीची पर आधारित यह लेख आपके लिए लाभकारी साबित होगा। अब आगे हम अपने पाठकों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब दे रहे हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या रोजाना लीची खाया जा सकता है?

नहीं, रोजाना लीची का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि इससे पेट फूलने की समस्या हो सकती है।

लीची की तासीर कैसी होती है।

लीची को गर्म फलों की श्रेणी में रखा गया है (24)। इस आधार पर यह कह सकते हैं कि लीची की तासीर गर्म होती है।

क्या लीची वजन घटाने के लिए अच्छा है?

हां, लीची वजन घटाने के लिए अच्छा माना जा सकता है। जैसा कि हमने लेख में बताया कि लीची के अर्क में एंटी ओबेसिटी गुण मौजूद होता है, जो वजन बढ़ने से बचाव कर सकता है (9)। यही कारण है कि वजन घटाने के लिए लीची फायदेमंद माना जा सकता है। हालांकि, लीची के सेवन के साथ संतुलित डाइट और नियमित योग व व्यायाम भी आवश्यक है।

क्या लीची किडनी के लिए अच्छा है?

हां, लीची किडनी के लिए अच्छा माना जा सकता है। इस बारे में एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध से जानकारी मिलती है कि लीची में मौजूद ओलिगोनोल, डायबेटिक रीनल डिजीज (मधुमेह के कारण किडनी को पहुंचने वाला नुकसान) की समस्या से बचाव करने में मदद कर सकता है (25)।

क्या लीची को रात में खा सकते हैं?

नहीं, रात में भी लीची का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है। ऐसा माना जाता है कि रात में लीची के सेवन से पेट फूलने की समस्या हो सकती है।

क्या लीची पोटेशियम से समृद्ध होता है।

हां, लीची पोटेशियम से समृद्ध होता है। बता दें कि 100 ग्राम लीची में 171 मिलीग्राम पोटेशियम मौजूद होता है (1)।

क्या लीची के बीज जहरीले होते हैं?

हां, लीची का बीज विषाक्त माना जाता है। इस बारे में एनसीबीआई की वेबसाइट पर एक रिसर्च मौजूद है, जिसमें बताया गया है कि लीची के बीच में मिथाइलीन साइक्लोप्रोपाइल-ऐलेनिन (Methylene cyclopropyl-alanine) नामक तत्व मौजूद होते हैं, जिसके कारण लीची का बीज विषाक्त हो सकता है (2)।

References

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  3. Anti-myocardial Ischemia Effect and Components of Litchi Pericarp Extracts
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  4. Lychee (Litchi chinensis Sonn.), the King of Fruits, with Both Traditional and Modern Pharmacological Health Benefits,
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  6. Therapeutic Potential of Vitamin C: An Overview of Various Biological Activities,
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  7. Influenza,
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  9. Litchi chinensis: medicinal uses, phytochemistry, and pharmacology,
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  10. The Anti-Inflammatory Effects of Flavanol-Rich Lychee Fruit Extract in Rat Hepatocytes,
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  21. Formulation and clinical evaluation of the standardized Litchi chinensis extract for skin hyperpigmentation and aging treatments,
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  25. Oligonol, a low-molecular-weight polyphenol derived from lychee fruit, attenuates gluco-lipotoxicity-mediated renal disorder in type 2 diabetic db/db mice,
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/25788048/
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