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कामयाबी को हासिल करने की भागदौड़ में हम अपने शारीरिक स्वास्थ्य के साथ समझौता कर रहे हैं। परिणामस्वरूप, हम कम उम्र में ही कई बीमारियों की चपेट में आ जाते हैं। इन समस्याओं को दूर करने और शरीर को स्वस्थ रखने का एकमात्र सरल उपाय योग है। सही प्रकार से किए गए योग का फायदा तुरंत नजर आने लगता है। इसी प्रकार का एक योग है नटराजासन, जिसे करना न सिर्फ आसान है, बल्कि कई मायनों में यह फायदेमंद भी है। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम नटराजासन क्या हैं और नटराजासन योग करने का तरीका के साथ-साथ नटराजासन योग करने के फायदे पर विशेष जानकारी देंगे। बेशक, स्वस्थ रहने के लिए योग जरूरी है, लेकिन इसके साथ-साथ स्वस्थ आहार और संतुलित जीवनशैली का पालन करना भी जरूरी है।
इस लेख में हम सबसे पहले नटराजासन क्या हैं इसके बारे में बताएंगे।
नटराजासन क्या है? – What Is Natarajasana in Hindi
ऐसा मान जाता है कि योग का जन्म भारत में हुआ है। धार्मिक ग्रंथों में भी विभिन्न प्रकार के योगासनों का विस्तार से जिक्र किया गया है। ऐसा ही एक आसन है नटराजासन, जिसे भगवान शंकर का नर्तक रूप माना गया है। इसलिए, इस आसन को नटराजासन के नाम से जाना जाता है। साथ ही इसे भारतीय शास्त्रीय नृत्य भरतनाट्यम की एक मुख्य मुद्रा भी माना गया है। इस आसन को करने के लिए शरीर को संतुलित रखना जरूरी होता है (1)।
नटराजासन योग करने के फायदे जानने के लिए लेख को पढ़ते रहें।
नटराजासन के फायदे – Benefits of Natarajasana (Dancer Pose) in Hindi
अगर नटराजासन को योग्य योग प्रशिक्षक की देखरेख में किया जाए, तो इसके कई फायदे हो सकते हैं, जिनके बारे में हम यहां बता रहे हैं। ध्यान रहे कि अगर कोई गंभीर बीमारी से जूझ रहा है, तो उसे डॉक्टर की सलाह पर ही इसे करना चाहिए।
1. संतुलन में सुधार
नटराजासन ऐसा आसन है, जिसमें शारीरिक संतुलन की अहम भूमिका होती है। इस आसन को करते समय आपके शरीर का पूरा भार सिर्फ एक पैर पर होता है। इस आसन को प्रतिदिन अभ्यास करने से शरीर के संतुलन में सुधार होता है। इसलिए, नटराजासन योग करने के फायदे में शारीरिक संतुलन को बनाए रखना शामिल है (2)।
2. वजन को कम करने में मददगार
इस बात से तो लगभग सभी परिचित है कि योग और व्यायाम करने का फायदा वजन को कम करने के लिए हो सकता है। नटराजासन को भी ऐसे योगासनों की लिस्ट में शामिल किया जा सकता है, जो वजन कम करने में मदद कर सकते हैं। दरअसल, ऐसा माना जाता है कि यह शरीर में रक्त संचार को बढ़ाने का काम कर सकता है, जिससे वजन को कम करने में सहायता मिल सकती है। फिलहाल, इस संबंध में कोई ठोस वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है, लेकिन भारतीय ग्रंथ और योग प्रशिक्षक इस तथ्य की पुष्टि जरूर करते हैं।
3. शरीर के लचीलेपन के लिए
शरीर को लचीला बनाने का सबसे अच्छा तरीका योग और व्यायाम होता है। वहीं, शुरुआत में नटराजासन को करने के लिए शरीर में खिंचाव महसूस होता है, लेकिन इसके निरंतर अभ्यास से शरीर में लचीलापन उत्पन्न होने लगता है (3)।
4. चयापचय के लिए
कई योगासन को करने से चयापचय को लाभ पहुंच सकता है। वैसे ही नटराजासन के प्रतिदिन अभ्यास से चयापचय दर में वृद्धि हो सकती है। इसलिए, ऐसा कहा जा सकता है कि नटराजासन चयापचय में सुधार कर सकता है (4)।
5. तनाव को कम करने के लिए
नटराजासन को करने पर एकाग्रता को बढ़ाने में मदद मिल सकती है। यह आसन आपके मस्तिष्क में रक्त संचार को बनाए रखने का काम करता है जिससे कि मानसिक समस्याओं को दूर रखा जा सकता है। साथ ही इस आसन के समय किए जाने वाले श्वासन क्रिया तनाव को दूर रखने में मदद कर सकता है (5)।
6. पाचन के लिए
नटराजासन योग करने के फायदे आपके पाचन के लिए भी हो सकते हैं। इस योग के नियमित अभ्यास से पेट की मांसपेशियों को लाभ पहुंच सकता है, जिसका सकारात्मक असर पाचन क्रिया पर नजर आ सकता है। फिलहाल, इस संबंध में किसी तरह का वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है।
नटराजासन को करने से पहले कुछ आसन को किया जाता है, जिसके बारे में आगे लेख में बताया जा रहा है।
नटराजासन करने से पहले ये आसन करें
नटराजासन का असर और अधिक हो सकता है, अगर उससे पहले निम्न आसनों को किया जाए, जो इस प्रकार हैं:
- उष्ट्रासन (camel pose)
- वृक्षासन (Tree Pose)
- धनुरासन (Bow Pose)
- हनुमानासन (Monkey Pose)
- वीरभद्रासन (Warrior Pose)
चलिए, अब यह जान लेते हैं कि नटराजासन को कैसे किया जाता है।
नटराजासन करने का तरीका – Steps to do Natarajasana (Dancer Pose) in Hindi
- नटराजासन करने के लिए सबसे पहले समतल जगह पर योग मैट को बिछाकर ताड़ासन यानी सीधे खड़े हो जाएं।
- फिर गहरी सांस लेते हुए, बाएं पैर को घुटने से मोड़कर पीछे की ओर ले जाएं और बाएं हाथ से पैर के अंगूठे को पकड़ें।
- फिर जितना हो सके बाएं पैर को ऊपर उठाएं।
- इस मुद्रा में आपके पूरे शरीर का भार आपके दाएं पैर पर होगा।
- फिर अपने शरीर के ऊपरी भाग को आगे की ओर झुकाएं।
- ध्यान रहे कि आपके शरीर का संतुलन न बिगड़े।
- फिर दाएं हाथ को आगे की ओर सीधा करें और हल्का खींचने की कोशिश करें।
- कुछ सेकंड तक इसी अवस्था में बने रहें।
- फिर धीरे-धीरे पहली वाली स्थिति में आ जाएं।
- अभी यह चक्र आधा हुआ है, तो इसे दूसरे पैर के साथ भी करें।
- शुरुआत में इस आसान के 3 से 4 चक्र करें।
नटराजासन शुरू करने से पहले कुछ सावधानियों का ध्यान जरूर रखें। इस बारे में हम आर्टिकल के अलगे भाग में बता रहे हैं।
नटराजासन के लिए कुछ सावधानियां – Precautions for Natarajasana In Hindi
किसी भी योगासन को शुरू करने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है। अगर ऐसा नहीं किया जाए, तो योग से फायदे की जगह नुकसान भी हो सकता है। इसलिए, अगर निम्न प्रकार की समस्या हो, तो नटराजासन को नहीं करना चाहिए।
- इस आसन को करते समय कमर में किसी तरह का दर्द महसूस होता है, तो इस आसन को करना बंद कर दें।
- नटराजासन को करते समय घुटनों में या कंधे में दर्द हो, तो इस आसन को न करें।
- रक्तचाप कम होने पर इस आसन को न करें।
इस आर्टिकल को पढ़कर आपको यकीन नहीं हो रहा होगा कि सामान्य-से दिखने वाले नटराजासन से इतने फायदे हो सकते हैं, लेकिन नटराजासन वास्तव में लाभकारी है। अगर इसे योग्य योग प्रशिक्षक की देखरेख में किया जाए, तो विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं से बचा जा सकता है। इसमें कोई शक नहीं कि सभी स्वस्थ रहना चाहते हैं और ऐसा तभी संभव है, जब नटराजासन का अभ्यास कर नियमित रूप से किया जाए और स्वस्थ खान-पान व जीवनशैली का पालन किया जाए। अगर आप नटराजासन के विषय में अन्य कुछ जानना चाहते हैं, तो नीचे दिए कमेंट बॉक्स के माध्यम से अपने सवाल पूछ सकते हैं।
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