How To Potty Train AChild with Autism, PG Diploma In Dietetics & Hospital Food Services
Written by , (शिक्षा- एमए इन जर्नलिज्म मीडिया कम्युनिकेशन)

आपने ये गाना तो सुना ही होगा ‘खई के पान बनारस वाला, खुल जाए बंद अकल का ताला’। दरअसल, भारत में पान खाने की परंपरा बहुत पुरानी है, इसलिए इस पर कई गाने भी बन चुके हैं। पान में दो चीजें सबसे अहम होती हैं, एक पान का पत्ता और दूसरी सुपारी। आपको जानकर हैरानी होगी कि सुपारी से अलग पान के पत्ते औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं। पान के पत्ते का उपयोग शरीर की कई परेशानियों से निजात पाने के लिए किया जा सकता है। यही कारण है कि स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम पान खाने के फायदे और नुकसान के साथ-साथ इसे उपयोग में लाने के विभिन्न तरीकों के बारे में बताएंगे।

विस्तार से पढ़ें लेख

चलिए, सबसे पहले जान लेते हैं कि आखिर पान का पत्ता सेहत के लिए क्यों अच्छा माना जाता है।

पान के पत्ते आपकी सेहत के लिए क्यों अच्छे हैं?

पान का पत्ता अपने गुणों के कारण सेहत के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। दरअसल, यह एक बेहतर डिटॉक्सिफायर (विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने वाला) के रूप में कार्य कर सकता है। इसके अलावा, यह डायबिटीज और कैंसर जैसी समस्याओं से बचाने में भी भूमिका निभा सकता है। यही नहीं पान का पत्ता मुंहासों और छालों से भी छुटकारा दिलाने में भी कुछ हद तक मदद कर सकता है। इसके अलावा, पान के पत्ते को इम्यून सिस्टम व हृदय के लिए भी बेहतर माना गया है। इन सभी तथ्यों की पुष्टि एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की साइट पर उपलब्ध एक रिसर्च पेपर से होती है (1)।

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अब जानेंगे पान के औषधीय गुण कौन-कौन से हैं।

पान के औषधीय गुण

पुराने समय से ही आयुर्वेद में पान के पत्ते का उपयोग इसके औषधीय गुणों की वजह से किया जाता रहा है। इसमें  एंटीऑक्सीडेंट (मुक्त कणों से लड़ने वाला), एंटीडायबिटिक (डायबिटीज के लक्षणों को कम करने वाला), एंटी इंफ्लेमेटरी (सूजन से लड़ने वाला), एंटी-कैंसर (कैंसर से बचाने वाला), एंटी-अल्सर (अल्सर से लड़ने में मदद करने वाला) जैसे गुण पाए जाते हैं (1)।

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पान के औषधीय गुण के बाद अब हम इसके फायदों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।

पान के पत्ते के फायदे – Benefits of Betel Leaf in Hindi

पान का पत्ता सेहत के लिए क्यों फायदेमंद है, यह तो आप जान चुके हैं, चलिए अब हम आपको बताते हैं कि विभिन्न बीमारियों में पान के पत्ते खाने के फायदे क्या हो सकते हैं। साथ ही हम स्पष्ट कर दें कि पान पत्ते हमें स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। साथ ही अगर किसी को कोई बीमारी है, तो उसके लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं। हां, अगर कोई गंभीर रूप से बीमार है, तो डॉक्टर से उपचार जरूर करवाना चाहिए। सिर्फ घरेलू नुस्खों पर निर्भर रहना सही निर्णय नहीं है।

1. खांसी और कंजेशन के लिए

पान के पत्तों में कई औषधीय गुण होते हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-माइक्रोबियल गुणों से भी समृद्ध होता है। पान के पत्ते के ये गुण खांसी से निजात दिला सकते हैं और संक्रमण को दूर कर खांसी के दौरान गले के कंजेशन से छुटकारा यानी गले को साफ करने का काम कर सकते हैं। इसकी पुष्टि एनसीबीआई की ओर से उपलब्ध विभिन्न रिसर्च पेपर से होती है (2)। इसके अवाला एक अन्य रिसर्च पेपर में साफ तौर से इस बात की जानकारी मिलती है कि कंजेशन और खांसी को रोकने के लिए पान के पत्ते का उपयोग किया जा सकता है (3)।

2. मधुमेह की रोकथाम के लिए पान खाने के फायदे

मधुमेह की समस्या से बचने के लिए पान के पत्ते के फायदे देखे जा सकते हैं। इस संबंध में एनसीबीआई की साइट पर एक रिसर्च पेपर उपलब्ध है। चूहों पर किए गए इस रिसर्च पेपर में बताया गया है कि पान के पत्तों में एंटी हाइपरग्लाइसेमिक गुण होता है, जो रक्त में मौजूद ग्लूकोज को नियंत्रित करने में अहम भूमिका निभा सकता है। यही कारण है कि डॉक्टर की सलाह पर टाइप 2 डायबिटीज में इसका सेवन किया जा सकता है (4)। ध्यान रहे कि अगर कोई मधुमेह से ग्रस्त है, तो उसे डॉक्टर की ओर से दी गई दवाओं का सेवन जरूर करना चाहिए।

3. डेंटल हीलिंग और ओरल हेल्थ के लिए

पान के पत्ते के फायदे में दांतों को मजबूत करने और ओरल संक्रमण को दूर करने के गुण भी शामिल हैं। एक शोध के अनुसार, बैक्टीरिया के कारण दांतों को होने वाले नुकसान को ठीक करने में पान के पत्ते कारगर दवा के रूप में कार्य कर सकते हैं। साथ ही बैक्टीरिया के कारण होने वाले मुंह के संक्रमण से भी राहत देने का काम कर सकते हैं (5)।

4. अच्छे पाचन के लिए

पाचन संबंधी समस्याओं में भी पान के पत्ते खाने के फायदे देखे जा सकते हैं। पान के पत्तों को चबाने से पैदा होने वाली लार पाचन कार्यप्रणाली को बेहतर कर सकती है। इसमें प्राकृतिक रूप से डायजस्टिव गुण पाए जाते हैं (6)। फिलहाल, इस संबंध में और शोध किया जा रहा है।

5. भूख को बढ़ाने के लिए

भूख बढ़ाने में भी पान के पत्ते सहायता कर सकते हैं। एनसीबीआई की ओर से उपलब्ध एक शोध में बताया गया है कि पान के पत्ते चबाने से भूख बेहतर हो सकती है। फिलहाल, इस विषय पर अभी और शोध की आवश्यकता है (7)।

6. मुंह के छालों के लिए

एनसीबीआई की वेबसाइट पर मौजूद एक शोध के मुताबिक, मुंह में मौजूद बैक्टीरिया के खिलाफ पान के पत्ते का अर्क प्रभावी हो सकता है। यही कारण है कि स्ट्रेप्टोकोकस म्यूटन्स नामक बैक्टीरिया के कारण मुंह में होने वाले संक्रमण से बचाव के लिए पान के पत्ते का इस्तेमाल एक नेचुरल एजेंट के रूप में किया जा सकता है (8)। इस आधार पर यह कहा जा सकता है कि बैक्टीरिया के कारण मुंह में होने वाले छालों से निजात पाने के लिए खाने का पान उपयोगी हो सकता है।

7. शरीर की दुर्गंध दूर करने के लिए

शरीर की दुर्गंध मिटाने के लिए पान के पत्ते से निकले अर्क का इस्तेमाल किया जा सकता है। एनसीबीआई की ओर से उपलब्ध शोध के मुताबिक, इसमें पाए जाने वाले औषधीय गुण शरीर की बदबू दूर करने में मदद कर सकते हैं (9)। फिलहाल, इस पर और शोध किया जा रहा है कि किन औषधीय गुणों के कारण पान के पत्ते शरीर की दुर्गंध को कम करने में मदद कर सकते हैं।

8. कैंसर से बचाव के लिए

कैंसर जैसी गंभीर समस्या से भी बचाव करने में पान के पत्ते सहायक हो सकते हैं। जैसा कि हमने बताया है कि पान के पत्तों के अर्क में एंटी कैंसर गुण पाए जाते हैं, जो कैंसर को पनपने से रोकने में मदद कर सकते हैं। इसका यह गुण ट्यूमर को बढ़ने से रोकने में भी कारगर साबित हो सकता है। साथ ही यह कैंसर की रोकथाम में भी मदद कर सकता है (1)। यहां हम स्पष्ट कर दें कि कैंसर जानलेवा बीमारी है। अगर कोई इससे ग्रस्त है, तो उसे घरेलू उपचार की जगह डॉक्टर से उचित इलाज करवाना चाहिए।

9. वजन को कम करने के लिए

वजन कम करने में भी पान के पत्ते के फायदे देखे जा सकते हैं। दरअसल, पान के पत्ते का अर्क शरीर में ऑक्सीडेशन प्रक्रिया को बढ़ावा दे सकता है, जो शरीर के वजन को बनाए रखने में मदद कर सकता है। इसकी खास बात यह है कि यह भूख को प्रभावित किए बिना वजन को संतुलित रख सकता है। इससे शरीर के वजन को संतुलित बनाए रखने में मदद मिल सकती है (10)।

10. गैस्ट्रिक

गैस की समस्या से निजात दिलाने में भी पान खाने के फायदे देखे जा सकते हैं। एक रिसर्च के मुताबिक, पान के पत्तों से निकलने वाले अर्क में गैस्ट्रो प्रोटेक्टिव गुण पाया जाता है, जो गैस की समस्या से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, इसमें पेट के अल्सर को भी ठीक करने के गुण मौजूद होते हैं। पेट से जुड़ी इन समस्याओं के लिए पान के पत्ते का इस्तेमाल सीमित मात्रा में किया जा सकता है। यह जानकारी एनसीबीआई की ओर से उपलब्ध रिसर्च पेपर में मौजूद है (11)।

11. घावों को ठीक करने के लिए

पुराने समय से ही पान का पत्ता औषधीय उपयोग के लिए जाना जाता रहा है। इसके औषधीय गुण घाव को जल्द भरने का काम कर सकते हैं। यह हाइड्रॉक्सीप्रोलाइन (कोलेजन में पाया जाने वाला हेटेरोसाइक्लिक प्रोटीन अमीनो एसिड) और सुपरऑक्साइड डिसम्यूटेज (शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने वाला वाला एंटीऑक्सीडेंट) को बढ़ाने में कारगर है, जो घावों को जल्दी भरने में मदद करते हैं। एक शोध के अनुसार, पान के पत्ते से बने अर्क का उपयोग करने से मधुमेह में होने वाले घाव को जल्दी भरा जा सकता है (2)।

12. सूजन के लिए

जैसा कि हमने लेख के शुरुआत में ही बताया कि पान के पत्ते एंटी इंफ्लेमेटरी गुण से समृद्ध होते हैं। यह गुण सूजन से लड़ने में मदद कर सकता है (1)। यही कारण है कि सूजन से संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या से निजात पाने के लिए पान का इस्तेमाल लाभकारी माना जा सकता है।

13. कब्ज के लिए

पान का पत्ता कब्ज से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। एनसीबीआई की साइट पर पब्लिश शोध में बताया गया है कि पान के पत्ते पाचन को ठीक कर कब्ज से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं (12) । वहीं, एनसीबीआई की साइट पर मौजूद एक अन्य रिसर्च पेपर में भी इस बात का जिक्र मिलता है कि पान का पत्ते का उपयोग कब्ज से राहत पाने के लिए भी किया जा सकता है (3)।

14. सिर दर्द के लिए

सिर दर्द के इलाज के लिए पान के पत्ते का उपयोग किया जा सकता है। इससे जुड़े एक शोध में इस बात का साफ तौर से जिक्र मिलता है कि पान के पत्ते का इस्तेमाल सिर दर्द से राहत पाने के लिए किया जा सकता है। यही नहीं पान का पत्ता माइग्रेन से भी राहत दिलाने में कुछ हद तक मदद कर सकता है। यह शोध एनसीबीआई की साइट पर प्रकाशित है (9)। फिलहाल, यह शोध किया जा रहा है कि पान का पत्ता किस गुण के कारण सिर दर्द से राहत दिलाता है।

15. मुंहासों के लिए

एक शोध के मुताबिक, ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस मुंहासों को बढ़ाने का काम कर सकते हैं (13)। वहीं, पान के पत्तों में एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को दूर कर मुंहासों को बढ़ने से रोक सकते हैं (2)। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि मुहांसों से छुटकारा पाने में पान काफी हद तक कारगर साबित हो सकता है। फिलहाल, इस संबंध में और शोध किया जा रहा है।

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पान पत्ता के फायदे के बाद हम इसके पौष्टिक तत्वों की जानकारी दे रहे हैं।

पान के पत्ते के पौष्टिक तत्व – Betel Leaf Nutritional Value in Hindi

पान के पत्ते के स्वास्थ्य लाभ सेहत के लिए कई मायनों में फायदेमंद होते हैं। कारण है इसमें पाए जाने वाले पौष्टिक तत्व। आइए, पान के पत्तों में पाए जाने वाले पौष्टिक तत्वों के बारे में जानते हैं (6)। इसके अलावा, लेख में आगे हमने पान खाने से क्या नुकसान होता है, इस बारे में भी बताया है।

पोषक तत्वपोषक मूल्य
पानी85-90%
प्रोटीन3-3.5%
वसा0.4 – 1.0%
मिनरल2.3 – 3.3%
फाइबर  2.3%
क्लोरोफिल0.01 – 0.25%
कार्बोहाइड्रेट0.5 – 6.10%
निकोटिन एसिड0.63 – 0.89 मिलिग्राम/100 ग्राम
विटामिन-सी0.005 – 0.01%
विटामिन-ए1.9 – 2.9 मिलिग्राम/100 ग्राम
थियामिन 10 – 70 µg/100 ग्राम
राइबोफ्लेविन1.9 – 30  µg/100 ग्राम
टैनिन0.1 – 1.3%
नाइट्रोजन2.0 – 7.0%
फास्फोरस0.05 – 0.6%
पोटैशियम1.1 – 4.6%
कैल्शियम0.2 – 0.5%
आयरन0.005 – 0.007%
आयोडीन3.4 µg /100 ग्राम
एसेंशियल ऑयल0.08 – 0.2%
कैलोरी22 कैलोरी/100 ग्राम

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पान के पत्ते को कई तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है। आइए, इस बारे में जानते हैं।

पान के पत्ते का उपयोग – How to Use Betel Leaf in Hindi

पान के पत्तों का उपयोग अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग तरीके से होता है। नीचे हम क्रमवार तरीके से बता रहे हैं कि इसका उपयोग कैसे-कैसे कर सकते हैं।

  • इसका उपयोग पान मसाले के रूप में होता है, यह तो सभी जानते हैं।
  • पान का पत्ता चबाने से मुंह से दुर्गंध नहीं आती है। आप इसका उपयोग माउथ फ्रेशनर के रूप में कर सकते हैं।
  • पान का पत्ता पवित्र माना जाता है, इसका उपयोग पूजा लिए भी किया जाता है।

अभी बाकी है जानकारी

सेहत के लिए फायदेमंद पान का पत्ता नुकसानदायक भी हो सकता है, आइए जानते हैं पान खाने के नुकसान।

पान के पत्ते के नुकसान – Side Effects of Betel Leaf in Hindi

पान का पत्ता सेहत के लिए कैसे फायदेमंद है, यह तो आप जान चुके हैं, लेकिन इसका अधिक सेवन नुकसानदायक भी हो सकता है। तो चलिए जान लेते हैं कि पान खाने के नुकसान क्या हो सकते हैं-

  • अधिक पान के पत्ते चबाने से हृदय गति, रक्तचाप, पसीना निकलना और शरीर के तापमान में वृद्धि हो सकती है (14)।
  • शोध के अनुसार, पान चबाने से एसोफैगल (खाद्य नली) और मुंह का कैंसर होने की आशंका हो सकती है (15)।
  • अगर गर्भावस्था में पान के पत्तों का सेवन किया जाता है, तो यह भ्रूण और उसके विकास के लिए हानिकारक हो सकता है (16)।
  • अधिक मात्रा में पान के पत्तों का सेवन थायराइड हॉर्मोन के निर्माण को कम या ज्यादा कर सकता है (17)।

इस लेख को पढ़ने के बाद आप यह तो जान ही गए होंगे कि पान का पत्ता किस प्रकार से सेहत के साथ-साथ त्वचा के लिए भी फायदेमंद हो सकता है। साथ ही यहां हमने यह भी बताया कि इसका उपयोग कितने प्रकार से किया जा सकता है। बस ध्यान रहे कि इसका उपयोग सीमित मात्रा में ही करें, नहीं तो इसके नकारात्मक परिणाम भी देखने मिल सकते हैं। सेहत से जुड़ी ऐसी और जानकारी के लिए आप हमारे अन्य आर्टिकल पढ़ सकते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या पान चबाना हानिकारक है?

हां, अगर पान का सेवन अधिक मात्रा में किया जा रहा है तो, वह हानिकारक हो सकता है। लेख में ऊपर इसकी जानकारी दी है।

क्या सुपारी खांसी के लिए अच्छी है?

हां, सुपारी खांसी के लिए अच्छी हो सकती है। लेख में हमने इसकी भी जानकारी दी है।

क्या सुपारी बालों के विकास के लिए अच्छी है?

सुपारी बालों के विकास के लिए अच्छी है या नहीं यह निश्चित नहीं है। लेकिन सुपारी में मौजूद तत्व बालों के लिए लाभकारी माने जाते हैं (18)। इसलिए यह माना जा सकता है कि सुपारी खाना बालों के लिए लाभकारी हो सकता है।

क्या सुपारी आंखों के लिए अच्छी है?

हां, सुपारी आंखों के लिए अच्छी हो सकती है। एक शोध के मुताबिक, सूजी हुई आंखों के लिए यह फायदेमंद हो सकती है (19)।

क्या सुपारी वजन कम कर सकती है?

नहीं, एनसीबीआई की वेबसाइट पर मौजूद शोध के मुताबिक, सुपारी के सेवन से वजन बढ़ने का खतरा रहता है (20)

क्या सुपारी गैस के लिए अच्छी है?

हां, सुपारी गैस के लिए अच्छी हो सकती है। दरअसल, सुपारी का सेवन कब्ज और पेट फूलने की समस्या को दूर कर सकता है (21)। इस आधार पर यह माना जा सकता है कि सुपारी गैस की समस्या से निजात पाने में मदद कर सकती है।

क्या पान की जड़ के फायदे हो सकते हैं?

हां, पान की जड़ के फायदे भी हो सकते हैं। दरअसल, इसे महिला के लिए गर्भनिरोधक के रूप में किया जा सकता है (22)।

क्या मीठा पान खाने से नुकसान हो सकता है।

हां, अगर अधिक मात्रा में सेवन किया जाता है, तो मीठा पान खाने से नुकसान हो सकता है। जैसे – मुंह का कैंसर होने का खतरा, रक्तचाप और हृदय की गति में वृद्धि आदि।

पान के पत्ते का औषधीय उपयोग कैसे कर सकते हैं?

पान के पत्ते के औषधीय उपयोग की जानकारी हमने लेख में ऊपर विस्तार से दी है।

References

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  2. Piper betel leaves induces wound healing activity via proliferation of fibroblasts and reducing 11β hydroxysteriod dehydrogenase-1 expression in diabetic rat,
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5192284/
  3. Piper betel Linn (betel vine), the maligned Southeast Asian medicinal plant possesses cancer preventive effects: time to reconsider the wronged opinion,
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/22296348/
  4. Antihyperglycemic activity of Piper betle leaf on streptozotocin-induced diabetic rats,
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  21. Betel Quid Health Risks of Insulin Resistance Diseases in Poor Young South Asian Native and Immigrant Populations,
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC7558723/
  22. Golden Heart of the Nature: Piper betle L. ,
    https://www.phytojournal.com/vol1Issue6/Issue_march_2013/19.pdf
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