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पति-पत्नी का रिश्ता सुख-दुख सभी में साथ देने वाला होता है। कई बार पार्टनर को इस तरह की समस्याएं हो जाती हैं कि वक्त रहते पता नहीं लगता है। अधिकतर लोग इसे व्यवहार में आया परिवर्तन समझ लेते हैं। ऐसी ही एक समस्या अवसाद भी है। पत्नी अवसाद से ग्रस्त तो नहीं हो गई हैं, यह जानने के लिए मॉमजंक्शन के इस लेख को पढ़ सकते हैं। यहां डिप्रेशन से जुड़ी पूरी जानकारी मौजूद है। साथ ही पत्नी को अवसाद से बाहर निकालने के लिए कुछ कारगर टिप्स भी बताए गए हैं।
सबसे पहले जानिए कि पत्नी अवसाद ग्रस्त है या नहीं, यह कैसे पता लगेगा।
कैसे पता करें पत्नी अवसाद ग्रस्त हैं? | अवसाद के लक्षण | Symptoms of Depression
पत्नी को अवसाद हुआ है या नहीं, इस बात का पता डिप्रेशन के लक्षणों से लगाया जा सकता है। इसी वजह से हम आगे कुछ बिंदुओं के माध्यम से अवसाद के लक्षण बता रहे हैं। पत्नी में ये संकेत नजर आते ही तुरंत सतर्क हो जाएं (1)।
- उदासी और खालीपन का एहसास
- पसंदीदा गतिविधियों में दिलचस्पी कम व खत्म होना
- ओवर ईटिंग करना या फिर बिल्कुल न खाना
- नींद न आना या बहुत नींद आना
- काफी ज्यादा थकान महसूस करना
- निराशाजनक होना और चिड़चिड़ापन
- चिंतित या दोषी महसूस करना
- सिरदर्द, ऐंठन या पाचन संबंधी समस्याएं
- मौत या आत्महत्या के विचार आना
अब समझिए कि डिप्रेशन होने के कारक आखिर क्या-क्या हो सकते हैं।
अवसाद के लिए जिम्मेदार कारक क्या हैं?
अवसाद का सबसे प्रमुख कारण दिमाग में होने वाला रासायनिक परिवर्तन यानी केमिकल चेंज होता है। इसके पीछे कई तरह की वजह हो सकती हैं, जिनका उल्लेख हम आगे कर रहे हैं (2) (3)।
- आनुवंशिकता (जीन) के कारण दिमाग में केमिकल चेंज होना, जिससे अवसाद की स्थिति हो सकती है।
- जीवन में घटित किसी तरह की दर्दनाक घटना जैसे सड़क दुर्घटना
- नशीले पदार्थ का सेवन करना
- कुछ खास तरह की दवाओं का सेवन, जैसे – स्टेरॉयड
- मेडिकल कंडीशन, जैसे – कैंसर और थायराइड
- किसी करीबी की मृत्यु या बीमारी
- बचपन में हुआ दुर्व्यवहार
- अकेलापन
- चिंता करना
- अंधेरे के कारण भी अवसाद हो सकता है
अब आगे जानिए पत्नी के अवसाद को कम करने के तरीके।
अगर आप सोच रहे हैं कि पत्नी को डिप्रेशन से बाहर निकलने के तरीके क्या हैं, तो पत्नी के डिप्रेशन को इन तरीकों से कम कर सकते हैं। इन उपायों से अवसाद की स्थिति और लक्षण से राहत मिल सकती है।
बातचीत करें
पत्नी के डिप्रेशन को कम करने के सबसे बेहतर और आसान तरीके में से एक उनसे बातचीत करना है। रोजाना उनसे घंटों बातें करें, इससे यह समझ आएगा कि आखिर उन्हें किस चीज से समस्या है या वो क्या सब सोच रही हैं। बातें करने से उनके मन में खुद को नुकसान पहुंचाने के ख्याल तो नहीं आ रहे हैं, यह पता करना भी आसान होगा। साथ ही जब पत्नी खुलकर बात करेंगी, तो उनके मन को भी हल्का महसूस होगा।
1. घर का माहौल खुशनुमा बनाएं
डिप्रेशन से पत्नी को राहत दिलाने का एक तरीका घर का माहौल सुधारना भी है। घर में किसी-न-किसी बात को लेकर खिटपिट होती रहती है, तो इन सब पर गौर करें। इससे डिप्रेशन और बढ़ सकता है। आपको चाहिए कि घर का माहौल खुशियों से भरा बनाए रखें, ताकि पत्नी को अंदर से अच्छा लगे और वो डिप्रेशन से बाहर निकल सकें।
2. पत्नी को वक्त दें और गार्डनिंग व कुकिंग करें
हम ऊपर बता ही चुके हैं कि अकेलापन भी डिप्रेशन का एक कारण होता है। ऐसे में जब भी समय मिले पत्नी के साथ गार्डनिंग और कुकिंग जैसी गतिविधियों में शामिल हो जाएं। साथ ही उन्हें शॉपिंग पर लेकर जाना और बाहर डिनर डेट में ले जाना भी डिप्रेशन से पत्नी को बाहर निकालने का अच्छा तरीका है। इन सबके लिए पत्नी को वक्त देना होगा और वो भी क्वालिटी टाइम।
3. उनकी बातों को दिल से न लगाएं
पत्नी को डिप्रेशन से बाहर निकालने के लिए जरूरी है कि आप उनकी बातों को अपने दिल से न लगाएं। अगर आप ही उनकी बातों से नाराज हो जाएंगे, तो इस नाजुक वक्त में उन्हें संभालेगा कौन? इसी वजह से यदि कभी पत्नी कुछ दिल दुखाने वाली बातें कर देती हैं, तो उसपर गौर न करते हुए उन्हें खुश करने और हंसाने की कोशिश करें। साथ ही रिश्ते में प्यार को बरकरार रखें।
4. डॉक्टर से परामर्श लेने के लिए प्रेरित करें
अक्सर डिप्रेशन से जूझ रहे लोग डॉक्टर का नाम सुनते ही अपने कदम पीछे खींच लेते हैं और गुस्सा करने लगते हैं। उन्हें लगता है कि डॉक्टर के पास जाने से उन्हें पागल कहा जाएगा। ऐसा बिल्कुल नहीं है। आप भी पत्नी को समझाएं कि समस्या होने पर डॉक्टर से परामर्श लेने में किसी तरह की झिझक नहीं होनी चाहिए। शरीर के अन्य अंगों की तरह ही दिमाग भी है, जिसको लेकर चिकित्सक से खुलकर बात करना उनके स्वास्थ्य के लिए अच्छा होगा।
5. यकीन दिलाएं कि वो जो भी महसूस कर रही हैं, वो अस्थायी है
डिप्रेशन के लक्षण इंसान को अंदर से तोड़कर रख देते हैं। उन्हें बहुत ही खराब और निराशाओं से भरा एहसास होता रहता है। उन्हें यकीन दिलाएं कि ये सारे एहसास कुछ समय के लिए ही हैं। थोड़े वक्त में ही उन्हें अच्छा महसूस होने लगेगा। साथ ही यह भी समझाएं कि इन सबसे निकलने के लिए उन्हें सभी तरह की गतिविधियों में हिस्सा लेना और लोगों से बातचीत करना जारी रखना होगा।
6. बताएं कि आप हर कदम में उनके साथ हैं
पत्नी को डिप्रेशन से बाहर निकालने के लिए उन्हें इस बात का भरोसा दिलाना होगा कि जीवन के हर कदम में आप उनके साथ हैं। वो कभी भी खुद को अकेला महसूस न करें। उन्हें बताएं कि ऑफिस में होने के बावजूद भी उनके एक फोन कॉल पर ही आप उनके पास पहुंच जाएंगे। व्यक्ति को जब लगता है कि उनकी परेशानी में कोई साथ है, तो परेशानी से उबरने में शक्ति मिलती है।
7. हड़बड़ी में फैसले न लें
पत्नी को अवसाद ग्रस्त या फिर इसके कारण दुखी देखकर हड़बड़ी में किसी तरह के फैसले न लें। जैसे उन्हें परेशान देखकर आपने एकदम से पूरे परिवार वालों को फोन कर दिया और घर में कई सारे लोग इकट्ठा हो गए। ऐसी सब चीजों से बचें। जितने ज्यादा लोग होंगे वो उतनी तरह की बातें करेंगे, जो पत्नी के स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं होगा।
8. चिल्लाने से करें तौबा
कई बार लोग समझा-समझाकर जब थक जाते हैं, तो चिल्लाने या फिर गुस्सा करने लगते हैं। ऐसी गलती आप बिल्कुल भी न करें। जब कभी भी ऐसा लगे कि आप अपना आपा खो सकते हैं, तो एक गहरी सांस लें और उसके बाद ही आगे की बात करें। चिल्लाने से पत्नी के मन में और बुरा असर पड़ सकता है।
9. साथ में व्यायाम करें
एक्सरसाइज करना अवसाद ग्रस्त लोगों के लिए अच्छा होता है (2)। ऐसे में आप पत्नी के साथ रोज कुछ व्यायाम कर सकते हैं। पत्नी अगर एक्सरसाइज करने के लिए राजी न हो, तो शुरुआत सुबह-शाम टहलने से करें। फिर होते-होते कुछ दिनों में उनसे हल्के व्यायाम और योग कराएं, जैसे – सिट अप्स, गहरी सांस लेना और छोड़ना।
आगे हम अवसाद के कुछ ट्रीटमेंट बता रहे हैं, जिससे पत्नी को डिप्रेशन से निकलने में मदद मिलेगी।
कुछ चिकित्सिक उपचार जो पत्नी को डिप्रेशन से निजात दिला सकते हैं?
पत्नी के डिप्रेशन का इलाज करने के लिए पहले डॉक्टर उनकी स्थिति पर गौर करेगा। इसके बाद ही कुछ उपचार का सुझाव दिया जाता है। सामान्य तौर पर डिप्रेशन से निजात पाने के लिए होने वाले उपचार कुछ इस प्रकार हैं (3) (2)।
1. एंटीडिप्रेसेंट मेडिसिन : डॉक्टर महिला की स्थिति को देखते हुए कुछ एंटीडिप्रेसेंट मेडिसिन उन्हें लेने की सलाह दे सकते हैं। आप पत्नी को चिकित्सक के कहे अनुसार दवाई खिलाते रहें।
2. टॉक थेरेपी : इस थेरेपी को cognitive behavioral therapy भी कहा जाता है। इस दौरान महिला से बात करके पता लगाया जाता है कि आखिर उसके दिमाग में चल क्या रहा है और किन वजह से उसे डिप्रेशन हुआ है। यह थेरेपी दिमाग में आने वाले नकारात्मक सोच को सकारात्मकता में बदलने में मदद कर सकती है।
3. इलेक्ट्रोकोनवल्सी थेरेपी (ईसीटी) : इस थेरेपी की मदद से गंभीर अवसाद की स्थिति में लोगों के मन में आने वाले आत्मघाती विचार और मूड को बेहतर करने में मदद कर सकता है। इस थेरेपी को आमतौर पर सुरक्षित माना जाता है।
4. लाइट थेरेपी : जैसे कि हम ऊपर बता ही चुके हैं कि पर्याप्त मात्रा में प्रकाश न मिलने के कारण भी पत्नी को अवसाद हो सकता है। ऐसी स्थिति में लाइट थेरेपी मदद कर सकती है। खासकर, सर्दियों में होने वाले डिप्रेशन से निपटने में यह थेरेपी मददगार मानी जाती है।
अब आप समझ ही गए होंगे कि पत्नी को डिप्रेशन से बाहर निकलने के तरीके क्या-क्या हो सकते हैं। आप पार्टनर में डिप्रेशन की समस्या को दूर करने और उसका इलाज कराने के लिए इस लेख की मदद ले सकते हैं। यहां डिप्रेशन से जुड़ी सभी छोटी-बड़ी जानकारी और इसके होने के कारण का जिक्र मौजूद है। इन सभी बातों को ध्यान में रखकर आप अपने पार्टनर को डिप्रेशन की समस्या से राहत दिला सकते हैं।
References
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