Dr. Zeel Gandhi, BAMS
Written by , (शिक्षा- बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मीडिया कम्युनिकेशन)

एक वक्त था जब लोग नियमित समय पर भोजन कर लिया करते थे, लेकिन आजकल भागादौड़ी के इस दौर में लोगों के लिए खाने से ज्यादा काम जरूरी हो गया है। यह आदत कई बीमारियों का कारण बन सकती है। इनमें पेट की जलन भी एक आम समस्या है, जो धीरे-धीरे सीने तक फैलने लगती है। यह जलन कुछ और नहीं, बल्कि पेट में एसिड रिफ्लक्स है। इसके कारण पूरी जीवनशैली पर असर पड़ता है, लेकिन पेट में जलन क्यों होता है और पेट में जलन होने पर क्या करें? इस लेख में हम इस समस्या से संबंधित ऐसी ही कुछ मुख्य बातें और पेट की जलन के लिए घरेलू उपाय आपको बताएंगे। ये घरेलू उपाय इस समस्या से कुछ हद तक आराम दिलाने में मददगार हो सकते हैं। वहीं, समस्या अगर गंभीर है, तो डॉक्टरी इलाज जरूर करवाएं।

विस्तार से पढ़ें

आइये, सबसे पहले जानते हैं कि पेट में जलन किन कारणों से होती है।

पेट की जलन के कारण – Causes of Stomach Burning in hindi

जैसा कि हमने ऊपर बताया कि पेट में जलन एसिड रिफ्लक्स के कारण हो सकती है। एसिड रिफ्लक्स यानी जब भोजन पेट के निचले हिस्से में पहुंचकर दोबारा ऊपर भोजन नली (Food Pipe) में आने लगता है। इस समस्या को गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (Gastroesophageal Reflux Disease – GERD) के नाम से भी जाना जाता है। आइए, नीचे जानते हैं कि इससे होने के पीछे कौन-कौन से कारण जिम्मेदार हो सकते हैं (1) –

  • मोटापा के कारण पेट पर अधिक दबाव पड़ना।
  • गर्भावस्था
  • हर्निया
  • शराब का सेवन करने से।
  • स्क्लेरोडर्मा (एक तरह का ऑटोइम्यून रोग)
  • खाना खाने के तीन घंटों में ही लेट जाना।
  • धूम्रपान।

कुछ खास दवाइयों के कारण भी पेट में जलन हो सकती है –

  • अस्थमा के लिए की जाने वाली दवाइयां।
  • उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए कैल्शियम चैनल ब्लॉकर।
  •  एलर्जी के लिए उपयोग की जाने वाली दवाइयां।
  • नींद की गोलियां।
  • अवसाद की स्थिति में ली जाने वाली एंटीडिप्रेसेंट दवाइयां।
  • पार्किन्सन (केंद्रीय तंत्रिका तंत्र से जुड़ा विकार) रोग के लिए उपयोग की जाने वाली डोपामाइन दवाइयां।
  • असामान्य पीरियड्स या बर्थ कंट्रोल के लिए उपयोग की जाने वाली प्रोजेस्टिन दवाइयां।

अन्य कारण 

  • पेट में अल्सर (2)
  • अपच के कारण भी पेट में जलन हो सकती है (3)।

अंत तक पढ़ें

पेट में जलन के कारण जानने के बाद, आगे जानिए पेट की जलन के लक्षणों के बारे में।

पेट की जलन के लक्षण – Symptoms Of Burning Stomach in Hindi

पेट की जलन के लक्षण के बारे में नीचे विस्तार से बताया गया है (1) (4) –

  • पेट, सीने और गले में जलन की शिकायत।
  • जी मिचलाना या उल्टी होना।
  • मुंह से दुर्गंध आना।
  • गले में खराश होना
  • खांसी या घबराहट।
  • हिचकी आना।
  • कुछ निगलने में कठिनाई होना।

आगे पढ़ें

आगे जानिए, पेट में जलन होने पर क्या करें।

पेट की जलन के लिए घरेलू उपाय – Home Remedies For Stomach Burning in Hindi

लेख के इस भाग में सीने, पेट एवं गले की जलन का घरेलू इलाज बताया गया है। बता दें कि ये उपाय पेट की जलन का इलाज नहीं हैं, ये केवल समस्या से कुछ हद तक आराम दिलाने में मददगार हो सकते हैं। हम सलाह देंगे कि समस्या गंभीर होने पर डॉक्टरी इलाज जरूर करवाएं। आगे जानिए सीने की जलन के घरेलू उपाय –

1. सेब का सिरका

सामग्री :

  •  दो से तीन चम्मच सेब का सिरका
  •  दो से तीन बूंद शहद (वैकल्पिक)
  •  एक चौथाई कप पानी

कैसे करें सेवन: 

  •  पेट में जलन की दवा के लिए सभी सामग्रियों को मिलाकर खाने से आधे घंटे पहले पिएं।

कैसे फायदेमंद है?   

पेट में जलन से राहत पाने के लिए सेब के सिरके का उपयोग किया जा सकता है। माना जाता कि खाने से 30 मिनट पहले इस घोल का सेवन पेट में एसिड की मात्रा को बढ़ाकर, खाने को जल्दी पचाने में मदद कर सकता है (5)। इससे पेट में जलन से कुछ हद तक राहत मिल सकती है। फिलहाल, इस समस्या के लिए सेब के सिरके के उपयोग पर अभी और शोध की जरूरत है।

2. पेट की जलन के लिए जूस

(क) नींबू का रस

सामग्री :

  •  एक चम्मच नींबू का ताजा रस
  •  एक गिलास गुनगुना पानी

कैसे करें सेवन : 

  • पेट में जलन के घरेलू उपाय के लिए नींबू के रस को पानी में मिलाकर सेवन करें।
  • जब भी तकलीफ महसूस हो, इस उपाय को किया जा सकता है।

कैसे फायदेमंद है? 

पेट में अल्सर के कारण भी पेट में जलन की समस्या हो सकती है (2)। ऐसे में नींबू के रस का सेवन इस समस्या में कुछ हद तक मददगार साबित हो सकता है। दरअसल, एक शोध में नींबू के एंटीअल्सर प्रभाव के बारे में पता चलता है, जो अल्सर की स्थिति में कुछ हद तक सकारात्मक प्रभाव प्रदर्शित कर पेट में जलन के जोखिम को कम कर सकता है (6)। फिलहाल, इस विषय पर अभी और शोध किए जाने की आवश्यकता है।

(ख) एलोवेरा जूस

सामग्री :

  •  आधा कप एलोवेरा जूस

कैसे करें सेवन : 

  • खाना खाने से पहले आधा कप एलोवेरा जूस का सेवन करें।

कैसे फायदेमंद है?

एलोवेरा जेल में एंथ्राक्विनोन (Anthraquinones) नामक यौगिक पाया जाता है, जिसमें लैक्सटिव (प्राकृतिक रूप से पेट साफ करने का गुण) असर होता है। यह न केवल आपकी आंत में पानी की मात्रा को बढ़ा सकता है, बल्कि जल स्राव को भी बढ़ा सकता और साथ ही मल त्याग की गतिविधि को आसान बना सकता है (7)। इससे बहुत हद तक पेट में जलन से राहत मिल सकती है। 

3. दूध

सामग्री :

  • एक गिलास ठंडा दूध

कैसे करें सेवन :   

  • पेट में जलन का इलाज करने के लिए दोपहर में खाने के बाद एक गिलास ठंडा दूध पी सकते हैं।

कैसे फायदेमंद है?

ठंडे दूध का उपयोग पेट और सीने में जलन का घरेलू उपाय करने के लिए भी किया जा सकता है। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन) द्वारा प्रकाशित एक शोध में जिक्र मिलता है कि ठंडे दूध में एंटासिड (एसिडिटी को कम करने वाला) गुण होते हैं, जो हाइपरएसिडिटी (एसिडिटी का गंभीर रूप) को कम कर पेट की जलन से राहत दिलाने में मददगार हो सकता है (8)।

4. मिल्क ऑफ मैग्नीशिया

सामग्री :

  • मिल्क ऑफ मैग्नीशिया लिक्विड
  • एक गिलास पानी

कैसे करें सेवन : 

  •   डॉक्टर के निर्देशानुसार 5-15 ml मिल्क ऑफ मैग्नीशिया का उपयोग पानी के साथ किया जा सकता है।

कैसे फायदेमंद है?

पेट में जलन का उपाय करने के लिए मिल्क ऑफ मैग्नीशिया का उपयोग भी किया जा सकता है। यह एक एंटासिड की तरह काम कर पेट से जुड़ी कई समस्याओं जैसे, सीने की जलन, पेट में जलन और एसिड रिफ्लक्स के साथ कब्ज से राहत पाने में मदद कर सकता है। ध्यान रखें कि इसका उपयोग डॉक्टरी सलाह पर ही करें (9)।

5. पेट की जलन के लिए मैस्टिक गम

सामग्री :

  • डॉक्टर के निर्देशानुसार मैस्टिक गम

कैसे करें सेवन :  

  • पेट की जलन का इलाज करने के लिए मैस्टिक गम को चबाया जा सकता है।

कैसे फायदेमंद है?

पेट में जलन का उपाय करने के लिए मैस्टिक गम का उपयोग किया जा सकता है। माना जाता है कि इसे चबाने से अपच के लक्षणों जैसे सीने में जलन और पेट दर्द से बहुत हद तक राहत मिल सकती है। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि इससे सकारात्मक प्रभाव पेट की जलन से राहत दिलाने में भी मदद कर सकते हैं (10)।

वहीं, एक शोध से पता चलता है कि मैस्टिक गम की जीवाणुनाशक गतिविधि एच.पायलोरी नामक बैक्टीरिया पर प्रभावी असर दिखा सकती है, जो पेट में अल्सर का कारण बन सकता है। बता दें, अल्सर की स्थिति में भी पेट में जलन जैसी समस्या हो सकती है (11) (2)। फिलहाल, इस विषय पर अभी और शोध की आवश्यकता है।

6. कैमोमाइल चाय

सामग्री :   

  • एक कैमोमाइल टी बैग
  • एक कप पानी
  • शहद (वैकल्पिक)

कैसे करें सेवन :

  • एक पैन में एक कप पानी उबालें।
  • अब इस पानी को कप में निकालें और उसमें 2-3 मिनट के लिए कैमोमाइल टी बैग डालें।
  • समय पूरा होने पर चाय का सेवन करें।
  • आप चाहें तो इसमें शहद भी मिला सकते हैं।

कैसे फायदेमंद है?

पेट से जुड़ी समस्याओं जैसे पाचन से जुड़ी, पेट में जलन, गैस, अल्सर आदि से आराम पाने के लिए लंबे समय से कैमोमाइल का उपयोग किया जा रहा है। इससे खासकर गैस और पेट की मांसपेशियों को रिलैक्स करने में मदद मिल सकती है। साथ ही यह भोजन को आंत से गुजरने में मदद कर सकता है। वहीं, एनसीबीआई द्वारा कैमोमाइल पर किए गए एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि इसके एंटीइन्फ्लामेट्री गुण कई इन्फ्लामेट्री समस्याएं जैसे एसोफैगल रिफ्लक्स को कम करने में सहायक हो सकते हैं (12)। पेट में जलन के घरेलू उपाय के रूप में कैमोमाइल की चाय का सेवन किया जा सकता है।

जारी रखें पढ़ना

7. दही

सामग्री :

  • एक कप दही

कैसे करें सेवन :

  • पेट में जलन का उपाय करने के लिए दिन में दो बार एक कप दही का सेवन किया जा सकता है।

कैसे फायदेमंद है?

पेट और सीने में जलन होने पर दही का सेवन करने से भी लाभ मिल सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार दही में एंटासिड गुण पाया जाता है, जो पेट में जलन और एसिडिटी से आराम दिलाने में मदद कर सकता है (8)।  

8. बेकिंग सोडा

सामग्री : 

  •  एक चम्मच बेकिंग सोडा
  •  एक गिलास पानी

कैसे करें सेवन : 

  • पेट में जलन और गैस का इलाज करने के लिए एक गिलास पानी में बेकिंग सोडा मिलाकर पी सकते हैं।
  • स्वाद के लिए शहद और नींबू भी मिला सकते हैं।

कैसे फायदेमंद है?

सोडियम बाइकार्बोनेट का ही सामान्य नाम बेकिंग सोडा है। इसका इस्तेमाल पेट की जलन से राहत पाने के लिए किया जा सकता है। दरअसल, इसमें एंटासिड गुण होते हैं, जो एसिडिटी को कम कर पेट की जलन से निजात दिलाने मे मदद कर सकते हैं (13)।

सावधानी : इसका उपयोग एक सप्ताह से अधिक न करें, क्योंकि यह सूजन और मतली जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है।

9. पेट की जलन के घरेलू उपाय के लिए फल

सामग्री : 

  • सेब
  • खुबानी
  • केला
  • कीवी
  • अनार
  • नाशपाती

कैसे करें सेवन : 

  • इन फलों को आप नाश्ते में या शाम को स्नैक्स में खा सकते हैं।
  • इसके अलावा, फलों को मिलाकर फ्रूट सलाद के रूप में भी खा सकते हैं।

कैसे है फायदेमंद?

गलत खान-पान के कारण पेट में जलन और दर्द हो सकता है। इनसे बचने के लिए संतुलित आहार का सेवन करना जरूरी होता है और विशेषज्ञों द्वारा आहार में ताजे फलों (सेब, खुबानी, केला, कीवी, अनार और नाशपाती) को शामिल करने की सलाह दी जाती है। इन फलों में फाइबर की मात्रा पाई जाती है और फाइबर पेट को एसिडिटी से बचाने में सहायक हो सकता है (14)। जर्नल ऑफ रिसर्च इन मेडिकल साइंस के एक शोध में पाया गया है कि फलों का सेवन एसिड रिफ्लक्स को कम करने में मदद कर सकता है, जिससे पेट की जलन से राहत मिल सकती है (15)।

10. स्लिपरी एल्म

सामग्री : 

  •  एक चम्मच स्लिपरी एल्म
  •  एक कप गर्म पानी

कैसे करें सेवन : 

  •  इस औषधि को कुछ मिनट तक एक कप गर्म पानी में डाल कर रखें।
  •  फिर इसे छानकर चाय की तरह पिएं।
  • इसके अलावा, डॉक्टरी सलाह पर इसकी गोलियां भी ले सकते हैं।

कैसे फायदेमंद है?

पेट की जलन का इलाज करने के लिए स्लिपरी एल्म एक कारगर हर्बल उपचार हो सकता है। माना जाता है कि यह पेट में बढ़ी हुई एसिड की मात्रा को नियंत्रित करने में मददगार हो सकता है। साथ ही यह पेट के अल्सर के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है, जिसकी वजह से पेट में जलन जैसी समस्या हो सकती है (16)। फिलहाल, इन तथ्यों से जुड़ा कोई वैज्ञानिक शोध उपलब्ध नहीं है।

11. अदरक

सामग्री : 

  •  एक इंच अदरक के तीन टुकड़े
  •  दो कप पानी
  •  शहद (स्वादानुसार)

कैसे करें सेवन :

  •  अदरक को छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें और उन्हें पानी में लगभग 30 मिनट तक उबालें।
  •  अब इसे छान लें और इसमें शहद मिलाकर इसका सेवन करें।

कैसे फायदेमंद है?

अदरक का उपयोग पेट में जलन का घरेलू इलाज करने के लिए किया जा सकता है। माना जाता है कि यह भोजन के पेट से आंत में जाने के समय को बढ़ाकर, पाचन क्रिया को बेहतर कर सकता है। इससे पेट से जुड़ी दिक्कतों जैसे अपच और गैस आदि से राहत पाने में मदद मिल सकती है। अदरक के इतने गुणों को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि यह पेट में जलन की समस्या में कुछ हद तक मददगार हो सकता है (3)। फिलहाल, इस विषय पर अभी और शोध की आवश्यकता है।

12. सरसों

सामग्री :

  •  आधा छोटा चम्मच लाल सरसों
  •  एक गिलास पानी

कैसे करें सेवन :

  •  पेट की जलन से राहत पाने के लिए पानी के साथ सरसों को निगल जाएं।

कैसे फायदेमंद है?

पेट की जलन के लिए घरेलू उपाय के रूप में सरसों का उपयोग किया जा सकता है। सरसों एक एल्कलाइन खाद्य पदार्थ है, जो मिनरल्स से भरपूर है। यह लार के उत्सर्जन को बढ़ा सकता है। हालांकि, कच्ची सरसों का सेवन करना थोड़ा मुश्किल हो सकता है, लेकिन इसके एल्कलाइन गुण के कारण यह बढ़े हुए एसिड को बेअसर करने में मदद कर सकता है (17)। फिलहाल, इस विषय पर अभी और शोध की आवश्यकता है।

अंत तक पढ़ें

पेट की जलन के कारण और उपाय जानने के बाद, आगे जानिए पेट की जलन में क्या खाना चाहिए।

पेट की जलन में क्या खाना चाहिए – What to Eat During Stomach Burning in Hindi

पेट में जलन की समस्या में नीचे बताए गए खाद्य पदार्थों का सेवन किया जा सकता है (18) –

  • लो फैट या फैट रहित दूध और अन्य डेयरी उत्पाद।
  • पकी हुई, डिब्बाबंद या फ्रोजन सब्जियां।
  • फलों और सब्जियों का रस (सिट्रस फलों के अलावा)
  • सफेद आटे से बनी रोटियां और ब्रेड।
  • चिकन, ग्रिल्ड व्हाइटफिश या शेलफिश।
  • क्रीमी पीनट बटर।
  • अंडा
  • टोफू
  • सूप

आगे पढ़ें

आगे जानिए, पेट में जलन की स्थिति में किस तरह के खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए।

पेट की जलन में परहेज – What to Avoid During Stomach Burning in Hindi

पेट में जलन की समस्या के दौरान इन खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं करना चाहिए (18) –

  • फैटी डेयरी खाद्य पदार्थ, जैसे व्हीप्ड क्रीम या हाई फैट वाली आइसक्रीम।
  • चीज़
  • कच्ची या अधपकी सब्जियां।
  • सब्जियां जो गैस का कारण बन सकती हैं, जैसे ब्रोकली, गोभी, फूलगोभी आदि।
  • ड्राई फ्रूट्स और नट्स।
  • साबूत अनाज।
  • मसालेदार खाद्य पदार्थ।
  • अधिक मीठे खाद्य पदार्थ।
  • तले हुए खाद्य पदार्थ।
  • कैफीन।
  • अल्कोहल।

अंत तक पढ़ें

आगे आप जानेंगे कि पेट की जलन का इलाज करने के लिए डॉक्टरी सलाह कब लेनी चाहिए।

पेट की जलन के लिए डॉक्टर की सलाह कब लेनी चाहिए?

पेट में जलन के साथ नीचे बताई गईं स्थितियों में डॉक्टरी सलाह लेना जरूरी हो जाता है (1) –

  • मलत्याग के दौरान रक्तस्त्राव।
  • खांसी या सांस लेने में समस्या होना।
  • थोड़ा खाने से ही पेट भर जाने जैसा एहसास।
  • बार-बार उल्टी होना।
  • गले में खराश।
  • भूख न लगना।
  • निगलने में मुश्किल या निगलते समय दर्द होना।
  • वजन कम होना।

पढ़ते रहें यह लेख

अंत में जानिए पेट की जलन से बचाव कैसे किया जा सकता है।

पेट की जलन से बचाव – Prevention Tips for Stomach Burning in Hindi

पेट की जलन से बचने के लिए नीचे बताई गईं सामान्य बातों का पालन जरूर करें –

  • धूम्रपान न करें।
  • शराब का सेवन करें।
  • एक बार में अधिक भोजन न खाएं।
  • अधिक कैफीन का सेवन न करें।
  • रोज व्यायाम करें और संतुलित आहार का सेवन करें।

उम्मीद करते हैं कि इस लेख के जरिए आप पेट की जलन के कारण और इसके घरेलू उपाय अच्छी तरह जान गए होंगे। वहीं, हमने लेख में बताया कि पेट की जलन के लक्षण कई तरह से दिख सकते हैं, जिनकी मदद से इस समस्या का पता लगाया जा सकता है। समस्या का पता लगने के बाद, पेट की जलन के लिए बताए गए घरेलू उपाय अपनाकर कुछ हद तक आराम पाया जा सकता है। वहीं, दिक्कत ज्यादा होने लगे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करके जरूरी ट्रीटमेंट लें। हम आशा करते हैं कि यह लेख आपके लिए मददगार साबित होगा।

References

Articles on thebridalbox are backed by verified information from peer-reviewed and academic research papers, reputed organizations, research institutions, and medical associations to ensure accuracy and relevance. Read our editorial policy to learn more.

  1. Gastroesophageal reflux disease
    https://medlineplus.gov/ency/article/000265.htm
  2. Helicobacter Pylori Infections
    https://medlineplus.gov/helicobacterpyloriinfections.html
  3. Ginger in gastrointestinal disorders: A systematic review of clinical trials
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC6341159/
  4. Symptoms & Causes of GER & GERD
    https://www.niddk.nih.gov/health-information/digestive-diseases/acid-reflux-ger-gerd-adults/symptoms-causes
  5. Naturopathic Treatment of Gastrointestinal Dysfunction in the Setting of Parkinson’s Disease
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC6469461/
  6. Antiulcer Activity of Lemon (citrus limon) Fruit Juice and Its Interaction with Conventionally used Antiulcer Drugs in Rats.
    https://www.researchgate.net/publication/237100585_Antiulcer_Activity_of_Lemon_citrus_limon_Fruit_Juice_and_Its_Interaction_with_Conventionally_used_Antiulcer_Drugs_in_Rats
  7. Pharmacological attribute of Aloe vera: Revalidation through experimental and clinical studies
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3611630/
  8. A Comparative Study of the Antacid Effect of Some Commonly Consumed Foods for Hyperacidity in an Artificial Stomach Model
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/28917362/
  9. MILK OF MAGNESIA- magnesium hydroxide suspension
    https://dailymed.nlm.nih.gov/dailymed/fda/fdaDrugXsl.cfm?setid=2de868a0-c652-473c-8b61-636083b7f757&type=display
  10. Is Chios Mastic Gum Effective in the Treatment of Functional Dyspepsia? A Prospective Randomised Double-Blind Placebo Controlled Trial
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/19961914/
  11. The Effect of Mastic Gum on Helicobacter Pylori: A Randomized Pilot Study
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/19879118/
  12. Chamomile: A herbal medicine of the past with bright future
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC2995283/
  13. Sodium Bicarbonate
    https://medlineplus.gov/druginfo/meds/a682001.html
  14. Whole Fruits and Fruit Fiber Emerging Health Effects
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC6315720/
  15. The relationship between fruit and vegetable intake with gastroesophageal reflux disease in Iranian adults
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5721491/
  16. Slippery Elm
    https://medlineplus.gov/druginfo/natural/978.html
  17. Mustard and its uses in Ayurveda
    https://www.academia.edu/2463151/Mustard_and_its_uses_in_Ayurveda
  18. Bland diet
    https://medlineplus.gov/ency/patientinstructions/000068.htm

और पढ़े:

Was this article helpful?
thumbsupthumbsdown

Community Experiences

Join the conversation and become a part of our vibrant community! Share your stories, experiences, and insights to connect with like-minded individuals.

Dr. Zeel Gandhi is an Ayurvedic doctor with 7 years of experience and an expert at providing holistic solutions for health problems encompassing Internal medicine, Panchakarma, Yoga, Ayurvedic Nutrition, and formulations.

Read full bio of Dr. Zeel Gandhi
Saral Jain
Saral Jainहेल्थ एंड वेलनेस राइटर
सरल जैन ने श्री रामानन्दाचार्य संस्कृत विश्वविद्यालय, राजस्थान से संस्कृत और जैन दर्शन में बीए और डॉ.

Read full bio of Saral Jain