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गर्भावस्था के दौरान महिला के रहन-सहन और खानपान पर विशेष ध्यान दिया जाता है। इस संबंध में घर के सदस्य व परिचित विभिन्न तरह के सुझाव देते रहते हैं। कुछ लोग इस दौरान अंडा खाने की सलाह भी देते हैं। इसमें कोई दो राय नहीं कि स्वास्थ्य के लिहाज से अंडा उत्तम खाद्य पदार्थ है, लेकिन क्या गर्भावस्था के समय इसे खाया जा सकता है? यह सवाल कई गर्भवती महिलाओं को परेशान करता है, खासकर जो महिला पहली बार मां बन रही हो। मॉमजंक्शन के इस लेख में हम इसी दुविधा को कुछ हद तक दूर करने का प्रयास कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि इस लेख को पढ़ने के बाद आपको इस सवाल का जवाब मिल जाएगा कि प्रेगनेंसी में अंडा खाना चाहिए या नहीं।

क्या गर्भवती महिलाएं अंडे खा सकती हैं? | Pregnancy Me Egg Khane Chahiye

हां, गर्भावस्था के दौरान अंडे खाना सुरक्षित है, बशर्ते वह पूरी तरह से पका हुआ हों या पाश्चराइज्ड (pasteurized) हों। कच्चे या अधपके अंडे में साल्मोनेला (salmonella) जैसे हानिकारक बैक्टीरिया होते हैं, जिससे फूड पॉइजनिंग का खतरा हो सकता है। अंडों को अच्छे से उबालने और पकाने से बैक्टीरिया मर जाएंगे और साल्मोनेला विषाक्तता का खतरा भी कम हो जाएगा (1)

अब जब आप यह जान गए हैं कि गर्भावस्था में अंडा खाया जा सकता है, तो क्यों न अब प्रेगनेंसी में अंडा खाने के फायदे जान लिए जाए। लेख में आगे हम इसी के बारे में चर्चा कर रहे हैं।

गर्भावस्था के दौरान अंडे खाने के फायदे | Pregnancy Me Anda Khane Ke Fayde

अंडा पोषक तत्वों से भरपूर होता है। यह गर्भवती महिला और उसके गर्भ में पल रहे शिशु दोनों के लिए कई तरीकों से लाभकारी हो सकता है। अंडे को डाइट में शामिल करने से होने वाले फायदे कुछ इस प्रकार हैं :

  1. प्रोटीन का स्रोत – अन्य पोषक तत्वों की तरह शिशु के स्वस्थ विकास के लिए प्रोटीन भी आवश्यक है। भ्रूण की कोशिकाएं प्रोटीन से ही बनी होती हैं, इसलिए गर्भवती महिला को पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन का सेवन जरूरी होता है (2) इस स्थिति में पर्याप्त मात्रा में अंडे का सेवन बढ़ते भ्रूण के लिए मददगार हो सकता है (3) (4)
  1. भ्रूण के मस्तिष्क विकास के लिए – भ्रूण के मस्तिष्क विकास के लिए भी अंडा फायदेमंद हो सकता है। अंडे में कोलीन नामक जरूरी पोषक तत्व होता है। यह कई खाद्य पदार्थों में प्राकृतिक रूप से मौजूद होता है। यह मस्तिष्क के विकास के लिए बहुत जरूरी होता है। इसलिए, इसके सेवन से शिशु का न्यूरल ट्यूब दोष (neural tube defects-) से बचाव हो सकता है (5) (6)। न्यूरल ट्यूब दोष में शिशु के मस्तिष्क व रीढ़ की हड्डी पर प्रभाव पड़ता है।
  1. हड्डियों के लिए – अंडा कई पोषक तत्वों से भरपूर है और इन्हीं में से एक है कैल्शियम। अंडे में कैल्शियम भी होता है, जो गर्भवती महिला और शिशु दोनों की हड्डियों के लिए लाभकारी हो सकता है (7)। गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में ज्यादा कैल्शियम की जरूरत होती है, क्योंकि इस दौरान पेट में पल रहे शिशु को भी भरपूर मात्रा में कैल्शियम की जरूरत होती है। इस दौरान सही तरीके से डाइटरी कैल्शियम लेने से कैल्शियम सप्लीमेंट की जरूरत नहीं होती है (4)
  1. आयोडीन के लिए गर्भावस्था के दौरान आयोडीन की कमी होने से भी गर्भवती महिला और उसके होने वाले शिशु को कई शारीरिक और मानसिक बीमारियों का खतरा हो सकता है। ऐसे में आयोडीन युक्त आहार, जिसमें अंडा भी शामिल है, उसका सेवन फायदेमंद हो सकता है (4)
  1. विटामिन ए – गर्भावस्था के दौरान महिला को पर्याप्त मात्रा में विटामिन-ए की भी जरूरत होती है। ऐसे में इस दौरान डॉक्टर विटामिन ए के सप्लीमेंट के बजाय विटामिन ए युक्त खाद्य पदार्थों के सेवन की सलाह देते हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि अधिक विटामिन ए भी शिशु के लिए हानिकारक हो सकता है। इस स्थिति में विटामिन ए के लिए अंडा एक अच्छा विकल्प हो सकता है (4)

आगे जानिए प्रेगनेंसी में एक दिन में कितने अंडे खा सकते हैं।

एक गर्भवती महिला एक दिन में कितने अंडे खा सकती है?

गर्भवती महिला एक दिन में एक से दो अंडे खा सकती है, लेकिन यह गर्भवती महिला के स्वास्थ्य पर भी निर्भर करता है (4)। हर महिला की गर्भावस्था एक समान नहीं होती है, ऐसे में महिला के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए डॉक्टर की सलाह के अनुसार अंडे का सेवन करें।

गर्भावस्था में में अंडा खाना सुरक्षित तो है, लेकिन इस दौरान अंडे का सही तरीके से चुनाव भी जरूरी है। इसलिए, नीचे हम आपको प्रेगनेंसी में अंडे का सही चयन करना बताएंगे।

गर्भावस्था के दौरान अंडे का चयन करने के लिए टिप्स

भले ही खाद्य पदार्थ उच्च पोषक तत्वों से भरपूर हो, लेकिन उनका फायदा तभी होगा जब हम उसका सही तरीके से चुनाव करेंगे। अंडों का चुनाव करते समय नीचे दिए गए टिप्स का ध्यान रखें (8) :

  • कभी भी टूटे हुए या उन अंडों को न खरीदें, जिसमें दरार हो। ऐसे अंडों में बैक्टीरिया और गंदगी होने का खतरा होता है।
  • कोशिश करें कि ऑर्गेनिक अंडें ही खरीदें।
  • अगर ऑर्गेनिक अंडे न मिलें, तो अच्छे से पैक किए हुए अंडों को ही खरीदें।
  • अगर आप पैक वाले अंडे ले रहे हैं, तो उसकी एक्सपायरी डेट जरूर चेक कर लें।
  • रेफ्रिजरेटेड या पाश्चराइज्ड अंडो को ही खरीदें।
  • जब आप अंडा लेकर आएं, तो उसे पानी में डालकर चेक करें। अगर अंडा पानी में तैर जाए, तो समझे कि अंडा ताजा नहीं है और अगर डूब जाए तो मतलब अंडा ताजा है।

आगे जानिए कि आहार में अंडे को किस-किस तरह से शामिल किया जा सकता है।

गर्भावस्था के दौरान आहार में अंडे को शामिल करने के तरीके

नीचे हम आपको बताएंगे कि गर्भावस्था के दौरान अंडे का सेवन कैसे किया जा सकता है (9) :

  • एक अंडे को कम से कम पांच से सात मिनट तक उबालें, ताकि वह ठीक से पक जाए।
  • अगर आप फ्राइड अंडे पसंद करते हैं, तो उन्हें ऐसे भूने कि सफेद भाग ठोस होकर अच्छे से पक जाए।
  • आप अंडे की सब्जी बनाकर या उबले अंडे में हल्के-फुल्के मसाले डालकर खा सकते हैं।

अगर अंडा सही से पका न हो, तो प्रेग्नेंसी में अंडा खाना जोखिम भरा भी हो सकता है। नीचे जानिए गर्भावस्था में अंडा खाने के जोखिम।

गर्भावस्था के दौरान अंडे खाने के जोखिम

हम आपको गर्भावस्था के दौरान अंडे खाने के जोखिम बताकर डराना नहीं चाहते, बल्कि सावधान करना चाहते हैं, ताकि आप इसका सेवन सही और संतुलित तरीके से कर सकें।

  • अगर गर्भावस्था के दौरान कच्चे या आधे पके अंडे का सेवन किया जाए, तो इसमें साल्मोनेला (salmonella) जैसा हानिकारक बैक्टीरिया हो सकता है। इससे स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं और यहां तक कि गर्भपात भी हो सकता है (1) (4)
  • अगर आपको अंडे या अंडे युक्त खाद्य पदार्थों से एलर्जी रही है, तो ऐसे में अंडे का सेवन करने से पहले डॉक्टर या विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। कई बार अंडे खाने से त्वचा संबंधी एलर्जी भी हो सकती है (10) (11)। हालांकि, यह एलर्जी बच्चों में सामान्य है, लेकिन गर्भवती महिला को भी इसका ध्यान रखना जरूरी है, ताकि गर्भ में पल रहे शिशु को इससे खतरा न हो।
  • अगर आपको कोलेस्ट्रॉल की समस्या है, तो अंडे की जर्दी का सेवन करने से बचें।

आगे जानिए कि अंडे के सेवन के दौरान बैक्टीरियल संक्रमण से बचने के लिए किन सावधानियों का ध्यान रखना जरूरी है।

अंडे की खपत के साथ बैक्टीरिया के संक्रमण से बचने के लिए टिप्स

  • जब भी अंडे का सेवन करें, तो पहले उसे 160 डिग्री फारेनहाइट के तापमान में उसे पकाएं (1)
  • हमेशा अंडे को पकाने से पहले हाथों को अच्छे से धो लें।
  • अंडे को किसी और खाद्य पदार्थ के साथ न रखें।
  • अंडो को फ्रिज से तुरंत निकालकर न पकाएं, उसे पहले थोड़े देर के लिए सामान्य तापमान में रखें और फिर पकाएं।
  • ऐसे खाद्य पदार्थ का सेवन न करें, जिसमें कच्चे अंडे का उपयोग किया जाता हो जैसे – मायोनीज व मूस आदि (9)
  • अगर किसी अंडे से बदबू आए या अंडे को पकाने के बाद बदबू आए, तो उसका सेवन न करें।
  • अगर बाहर कहीं खाना खाने जाएं, तो बाहर के अंडे का सेवन न करें।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या गर्भावस्था के दौरान आधा उबला हुआ या कच्चे अंडे लेना सुरक्षित है?

नहीं, गर्भावस्था के दौरान अच्छे से पके हुए अंडे का ही सेवन करें। कच्चे या आधे पके अंडे में साल्मोनेला (salmonella) बैक्टीरिया हो सकता है, जिससे गर्भपात होने का भी खतरा हो सकता है (1) (4)

क्या अंडे की जर्दी गर्भावस्था के लिए खराब है?

अगर गर्भवती महिला को कोलेस्ट्रॉल की समस्या है, तो बेहतर होगा कि डॉक्टर की सलाह से ही अंडे या अंडे की जर्दी का सेवन करें। अंडे की जर्दी में डाइटरी कोलेस्ट्रॉल होता है, जो नुकसानदेह हो सकता है (12)

प्रेगनेंसी के दौरान सपने में अंडा नजर आने का क्या मतलब है?

कुछ लोगों की धारणाओं के अनुसार गर्भावस्था में अंडा नजर आने मतलब यह होता है कि गर्भवती महिला को बेटा होगा। वहीं, कुछ लोग इसे संतान के रूप में बेटी होने का संकेत मानते हैं। यहां हम बता दें कि ये सभी बातें सिर्फ लोगों की मान्यताओं पर आधारित हैं, इनका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है।

आशा करते हैं कि इस लेख को पढ़ने के बाद आपके मन में चल रही दुविधा कि प्रेगनेंसी में अंडा खा सकते हैं या नहीं उसका काफी हद तक समाधान हो गया होगा। गर्भावस्था में अंडा खाना तब तक सुरक्षित है, जब तक कि आप इसका सेवन सावधानियों और सही सुझावों के साथ करते हैं। अंडा एक पौष्टिक आहार है और इसे संतुलित मात्रा में लेना यानी गुणों का खजाना है। अगर आपके पास भी गर्भावस्था में अंडा खाने से जुड़े कुछ अनुभव या सवाल हैं, तो आप उसे नीचे दिए कमेंट बॉक्स के जरिए हमारे साथ शेयर कर सकते हैं।

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