विषय सूची
आमतौर पर गर्भावस्था के दौरान फलों का उपयोग काफी लाभकारी माना जाता है। कारण यह है कि फल गर्भावस्था में कई पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने में सक्षम होते हैं। बेशक, गर्भावस्था के दौरान फलों का सेवन सुरक्षित है, लेकिन इनकी मात्रा पर विशेष ध्यान रखना जरूरी है। अगर इस दौरान किसी भी पोषक तत्व का सेवन जरूरत से ज्यादा किया जाए, तो उसके शरीर पर बुरे परिणाम हो सकते हैं। इन्हीं फलों में से एक है, कीवी। इसका संतुलित उपयोग गर्भावस्था में लाभकारी परिणाम दे सकता है। मॉमजंक्शन के इस लेख में हम कीवी फल के उपयोग, फायदों और पोषक तत्वों से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी देंगे। साथ यह भी बताएंगे कि किन स्थितियों में शरीर पर इसके दुष्परिणाम नजर आ सकते हैं।
कीवी फल से संबंधित जानकारी को जानने से पहले यह पता होना जरूरी है कि गर्भावस्था में इसका इस्तेमाल कितना सुरक्षित है।
क्या गर्भावस्था के दौरान कीवी खाना सुरक्षित है? | Pregnancy Me Kiwi Khana Chahiye
गर्भावस्था के दौरान कीवी फल का सेवन करना लाभकारी माना जाता है। कारण यह है कि इसमें विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है (1)। वहीं, यह फोलेट यानी फोलिक एसिड का भी अच्छा स्रोत है। इसलिए, कीवी फोलिक एसिड की कमी को पूरा करने का काम भी करता है, जो गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के लिए बहुत जरूरी है। विशेषज्ञों के मुताबिक फोलेट की कमी होने पर बच्चे में न्यूरल ट्यूब विकार (दिमाग और रीढ़ की हड्डी से जुड़ी बीमारी) की समस्या देखी जा सकती है। यही वजह है कि गर्भावस्था में कीवी को उपयोग करने की सलाह दी जाती है (2)।
लेख के आगे के भाग में हम कीवी फल के सभी पोषक तत्वों के बारे में जानकारी हासिल करेंगे।
कीवी फल के पोषण तत्व
कीवी फल से संबंधित सभी पोषक तत्वों के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए आप नीचे दिए गए चार्ट की सहायता ले सकते हैं (3)।
पोषक तत्व | मात्रा प्रति 100 ग्राम |
---|---|
पानी | 83.07 g |
ऊर्जा | 61 Kcal |
प्रोटीन | 1.14 g |
टोटल लिपिड (फैट) | 0.52 g |
कार्बोहाइड्रेट | 14.66 g |
फाइबर (टोटल डायटरी) | 3.0 g |
शुगर | 8.99 g |
कैल्शियम | 34 mg |
आयरन | 0.31mg |
मैग्नीशियम | 17 mg |
फास्फोरस | 34 mg |
पोटैशियम | 312 mg |
सोडियम | 3 mg |
जिंक | 0.14 mg |
विटामिन सी | 92.7 mg |
थियामिन | 0.027 mg |
राइबोफ्लेविन | 0.025 mg |
नियासिन | 0.341 mg |
विटामिन बी-6 | 0.063 mg |
फोलेट (डीएफई) | 25 µg |
विटामिन ए (आरएई) | 4 µg |
विटामिन ए (आईयू) | 87 IU |
विटामिन ई | 1.46 mg |
विटामिन के | 40.3 µg |
फैटी एसिड (सैचुरेटेड) | 0.029 g |
फैटी एसिड (मोनोअनसैचुरेटेड) | 0.047 g |
फैटी एसिड (पॉलीसैचुरेटेड) | 0.287 g |
लेख के आगे के भाग में हम आपको बताएंगे कि कीवी फल को संतुलित रूप से कितनी मात्रा में लिया जा सकता है।
गर्भावस्था के दौरान मैं कितना कीवी फल खा सकती हूं?
विशेषज्ञों के मुताबिक गर्भावस्था के दौरान प्रतिदिन दो कीवी खाना लाभकारी माना जाता है (4)। वहीं, ऐसा भी माना जाता है कि कुछ लोगों में इसे खाने से एलर्जी की शिकायत हो सकती है (5)। अगर आपको साथ भी कुछ ऐसा हो, तो तुरंत इसका सेवन रोक देना चाहिए।
अब बात करते हैं गर्भावस्था के दौरान कीवी फल खाने के फायदों के बारे में।
गर्भावस्था के दौरान कीवी के लाभ | Pregnancy Me Kiwi Khane Ke Fayde
कीवी फल को गर्भावस्था के दौरान खाने के कई लाभ हैं, जिनके बारे में हम कुछ बिन्दुओं के माध्यम से अच्छे से समझ सकते हैं।
- पाचन में मददगार : कीवी फल में डाइटरी फाइबर पाया जाता है। डाइटरी फाइबर मल को नरम करने में मदद करता है। इस कारण यह कब्ज की समस्या को दूर करने में सहायक होता है (6), जो पाचन प्रक्रिया का एक अहम हिस्सा है। इसलिए, ऐसा माना जा सकता है कि कीवी फल का उपयोग पाचन प्रक्रिया में लाभदायक होता है।
- प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा : कीवी फल में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, विटामिन सी शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करता है। इस कारण कीवी का उपयोग एलर्जी और ऑक्सिडेशन की प्रक्रिया से भी बचाव करने में सहायक है। वहीं, यह शरीर में ऊर्जा का संचार करने में भी मददगार माना जाता है (7)।
- न्यूरोट्रांसमीटर को बढ़ाता है : डाइटरी न्यूरोट्रांसमीटर से संबंधित एक शोध में इस बात का जिक्र मिलता है कि कीवी फल में सेरोटोनिन (एक रसायन) पाया जाता है, जिसे डायट्री न्यूरोट्रांसमीटर कहा जाता है। इस कारण ऐसा माना जा सकता है कि कीवी फल का सेवन करने से न्यूरोट्रांसमीटर की गतिविधियों में सुधार आता है। खास यह है कि न्यूरोट्रांसमीटर मस्तिष्क के कार्य को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं (8)।
- ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है : विशेषज्ञों के मुताबिक, कीवी फल में शुगर की मात्रा काफी कम होती है। इस कारण इसका उपयोग करने से ब्लड शुगर की मात्रा में कोई खास परिवर्तन नहीं आता है। इसलिए, अगर कोई गर्भवती महिला डायबिटीज की समस्या से ग्रस्त है, तो भी वह इसका सेवन कर सकती हैं (9)। फिर भी बेहतर यही होगा कि इसे खाने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर पूछा जाए।
- घावों को भरता है और हड्डियों को मजबूत करता है : कीवी फल में विटामिन के पाया जाता है, जो चोट लगने या कट जाने पर खून को जमाने का काम करता है। इससे घाव को भरने में मदद मिलती है (10)। वहीं, दूसरी ओर विटामिन के हड्डियों को भी मजबूत करने में सहायक माना जाता है (11)।
- एनीमिया से बचाव : गर्भावस्था के दौरान बच्चे को विकास के लिए आयरन की आवश्यकता होती है, जिसे वह मां से लेता है। ऐसे में गर्भवती में आयरन की कमी से एनीमिया का जोखिम बढ़ने की आशंका रहती है। इसलिए, कीवी फल में पाया जाने वाला विटामिन सी अन्य आयरन युक्त पदार्थों से आयरन को अवशोषित करने में मदद करता है (12)।
कीवी फल के फायदों के बारे में जानने के बाद हम बात करेंगे इसके दुष्परिणामों के बारे में।
गर्भवती के लिए कीवी फल के साइड इफेक्ट| Pregnancy Me Kiwi Fruit Ke Nuksan
हालांकि, कीवी फल में कई प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं, लेकिन इसके अधिक उपयोग के कुछ दुष्परिणाम भी देखने को मिल सकते हैं (13), जो इस प्रकार हैं :
- मुंह में एलर्जी यानी इसे खाने के बाद गले में खराश, होंठों पर खुजली और सूजन की समस्या हो सकती है।
- कुछ मामलो में इसके अधिक सेवन से त्वचा संबंधी एलर्जी, अस्थमा और राइनाटिस (एक विकार जिसमें नाक बहने की समस्या होती है) जैसे परेशानियां सामने आ सकती हैं।
- वहीं, कुछ खास लोगों में इसके सेवन से ह्रदय संबंधी समस्याएं और एनाफिलेक्सिस सी (एलर्जी का एक प्रकार) होने का खतरा रहता है।
- कभी-कभी इसके अधिक सेवन से दस्त, मतली और उल्टी की शिकायत भी हो सकती है।
लेख के आगे के भाग में आपको बिना पके हुए कीवी फल को खाने से संबंधित जानकारी मिलेगी।
क्या गर्भावस्था के दौरान बिना पका कीवी खाना सुरक्षित है?
कच्चा कीवी सख्त होता है और उसमें एसिड की मात्रा ज्यादा होती है (14)। ऐसे कीवी फल को खाने से मुंह या गले में एलर्जी हो सकती है (15)। इसलिए, गर्भावस्था के दौरान इसे न खाना ही आपके स्वास्थ्य के लिए बेहतर है।
आगे के लेख में हम गर्भावस्था के दौरान कीवी फल को उपयोग में लाने के तरीकों के बारे में बताएंगे।
गर्भावस्था के दौरान भोजन में कीवी फल शामिल करने के कुछ तरीके
कीवी फल मीठा और रसीला होता है, इसलिए इसे सीधे इस्तेमाल में लाया जा सकता है। यहां हम इसे उपयोग करने के कुछ अन्य तरीकों के बारे में बता रहे हैं :
- आप इसे छोटे-छोटे टुकड़े कर सलाद के रूप में उपयोग कर सकते हैं।
- आप इसकी स्मूदी बनाकर भी इसे उपयोग कर सकते हैं या फिर अन्य फलों के साथ स्मूदी के तौर पर उपयोग कर सकते हैं।
- आप इसके जूस को जमाकर आइसक्रीम के तौर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
- इसका उपयोग जैम के रूप में भी किया जा सकता है।
- किवी फ्रूट की चटनी बनाकर आप चिकन या मछली के साथ भी उपयोग कर सकते हैं।
कीवी फल के उपयोग और फायदों के बारे में, तो आप अब अच्छी तरह से जान ही गए होंगे। साथ ही आपको इस बात का भी पता चल गया होगा कि गर्भवती महिलाओं के लिए कीवी फल कितना गुणकारी साबित हो सकता है। वहीं, आपको लेख के माध्यम से इसके पोषक तत्वों संबंधी विस्तृत जानकारी भी हासिल हो गई होगी। ऐसे में अगर आपका भी मन कीवी को नियमित रूप से खाने का कर रहा है, तो जरूरी होगा कि लेख में दी गई इससे जुड़ी सभी जानकारियों को पढ़ लें। इसके बाद ही इसे प्रयोग में लाएं। उम्मीद है कि यह लेख आपकी स्वस्थ गर्भावस्था के लिए काफी मददगार साबित होगा। इस संबंध में किसी अन्य सुझाव या जानकारी के लिए आप हमसे नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स के माध्यम से जुड़ सकते हैं।
References
1. HEALTHY EATING DURING PREGNANCY By Ucdavis
2. Preventing Neural Tube Birth Defects By Cdc
3. Basic Report: 09148, Kiwifruit, green, raw By Usda
4. Healthy Eating During Pregnancy and Breastfeeding By Fhs
5. Kiwi fruit is a significant allergen and is associated with differing patterns of reactivity in children and adults. By Ncbi
6. Diets for Constipation By Ncbi
7. The nutritional and health attributes of kiwifruit: a review By Ncbi
8. Dietary Neurotransmitters: A Narrative Review on Current Knowledge By Ncbi
9. Kiwifruit, carbohydrate availability, and the glycemic response. By Ncbi
10. VITAMIN K By Hgic
11. Vitamin K By Edu
12. Lesson Plan: Iron in a Pregnancy Diet By Edu
13. Allergenic Foods and their Allergens, with links to Informall By Edu
14. Small Farm Program By Edu
15. Kiwifruit By Edu
Community Experiences
Join the conversation and become a part of our vibrant community! Share your stories, experiences, and insights to connect with like-minded individuals.