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गर्भावस्था की जटिलताओं और सेहत को बनाए रखने के लिए प्रेगनेंसी में पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन जरूरी है। इसमें एक नाम ओट्स का भी शामिल है। हालांकि, प्रेगनेंसी में ओट्स के सेवन को लेकर कई महिलाओं में असमंजस की स्थिति पैदा हो सकती है। इसलिए, मॉमजंक्शन के इस लेख में हम प्रेगनेंसी में ओट्स के सेवन से जुड़ी विस्तारपूर्वक जानकारी लेकर आए हैं। यहां आप गर्भावस्था में ओट्स के फायदे से लेकर इसके नुकसान भी जान पाएंगे। इसके अलावा, यहां ओट्स की कुछ हेल्दी रेसिपी को भी शामिल किया गया है।
तो चलिए, सबसे पहले जानते हैं कि गर्भावस्था के दौरान ओट्स खाना सुरक्षित है या नहीं।
क्या प्रेगनेंसी में ओट्स खाना सुरक्षित है?
जी हां, गर्भावस्था के दौरान ओट्स खाना सुरक्षित माना जा सकता है। एक रिपोर्ट में ओट्स को गर्भावस्था के दौरान सुरक्षित माना गया है (1)। वहीं, एक वैज्ञानिक रिसर्च में फाइबर के स्रोत के रूप में प्रेगनेंसी में ओट्स के सेवन का जिक्र मिलता है (2)। इन तथ्यों के आधार पर हम प्रेगनेंसी में ओट्स के सेवन को सुरक्षित मान सकते हैं।
चलिए अब हम ओट्स में मौजूद पोषक तत्व के बारे में बता देते हैं।
ओट्स के पोषक तत्व
यहां हम ओट्स के पोषक तत्वों के बारे में जानकारी दे रहे हैं (3) :
- ओट्स कैलोरी से भरपूर होता है। बता दें कि 100 ग्राम ओट्स में 375 किलो कैलोरी ऊर्जा मौजूद होती है।
- इसके अलावा, 100 ग्राम ओट्स में 12.5 ग्राम प्रोटीन, 6.25 ग्राम फैट, 67.5 ग्राम कार्बोहाइड्रेट और 10 ग्राम फाइबर मौजूद होता है।
- वहीं, बात करें अन्य पोषक तत्वों की, तो 100 ग्राम ओट्स में 2.5 ग्राम शुगर, 4.5 ग्राम आयरन और 1.25 ग्राम फैटी एसिड (टोटल सैचुरेटेड) मौजूद होता है।
लेख के इस हिस्से में हम गर्भावस्था में ओट्स खाने के फायदे बता रहे हैं।
प्रेगनेंसी में ओट्स खाने के फायदे
ओट्स के पोषक तत्वों के बारे में जानने के बाद प्रेगनेंसी में ओट्स खाने के फायदे जानिए :
1. एनर्जी से भरपूर :
इसमें कोई शक नहीं कि ओट्स ऊर्जा से भरपूर होते हैं। जैसा कि हमने लेख में बताया कि 100 ग्राम ओट्स में 375 किलो कैलोरी ऊर्जा मौजूद होती है (3)। ऐसे में ओट्स का सेवन प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में ऊर्जा के स्तर को बनाए रखने में मदद कर सकता है।
2. कब्ज के लिए :
प्रेगनेंसी के दौरान कब्ज की समस्या में भी ओट्स का सेवन किया जा सकता है। दरअसल, एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में साफ तौर से जिक्र मिलता है कि ओट्स का सेवन कब्ज की समस्या में आराम दिलाने में मददगार हो सकता है (4)। हालांकि, इस लाभ के पीछे ओट्स के कौन से गुण काम करते हैं, इसे लेकर अभी और शोध की आवश्यकता है।
3. जन्म दोष के जोखिम को कम करे :
ओट्स का सेवन जन्म दोष के जोखिम को कम करने में भी सहायक हो सकता है। दरअसल, ओट्स फॉलिक एसिड से भरपूर होता है (5)। वहीं, एक रिसर्च में जानकारी मिलती है कि गर्भावस्था के पहले और दौरान फोलिक एसिड का सेवन होने वाले बच्चे में मस्तिष्क और रीढ़ से जुड़े जन्म दोष के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है (6)।
4. रक्तचाप नियंत्रण :
गर्भावस्था में रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए ओट्स का सेवन लाभकारी हो सकता है। दरअसल, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में साफ तौर से जिक्र मिलता है कि ओट्स का सेवन रक्तचाप को नियंत्रित कर सकता है और साथ ही एंटीहाइपरटेन्सिव दवाइयों (ब्लड प्रेशर कम करने के लिए) की जरूरत को कम कर सकता है (7)।
5. एनीमिया से बचाव :
गर्भावस्था के दौरान एनीमिया से बचाव में भी ओट्स के फायदे देखे जा सकते हैं। दरअसल, शरीर में आयरन की कमी को एनीमिया का मुख्य कारण माना गया है। वहीं, एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध से पता चलता है कि आयरन की कमी से होने वाला एनीमिया गर्भवतियों में शारीरिक कमजोरी का कारण बन सकता है और साथ ही इम्यून सिस्टम को भी कमजोर कर सकता है।
इसके अलावा, यह जन्म के समय बच्चे के कम वजन का जोखिम भी खड़ा सकता है। ऐसे में, प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में आयरन के स्तर को बनाए रखना जरूरी हो जाता है (8)
। यहां ओट्स लाभकारी हो सकता है, क्योंकि इसमें आयरन की मात्रा पाई जाती है, जिससे शरीर में आयरन की पूर्ति हो सकती है (9)।
6. ब्लड शुगर को नियंत्रित करे :
ओट्स का सेवन प्रेगनेंसी में ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में मददगार हो सकता है। दरअसल, एक वैज्ञानिक शोध में साफ तौर से जिक्र मिलता है कि ओट्स का सेवन टाइप 2 मधुमेह के रोगियों में ब्लड शुगर को नियंत्रित करने का काम कर सकता है (10)।
वहीं, इस लाभ के पीछे ओट्स में मौजूद बीटा ग्लूकॉन के प्रभाव बताए गए हैं। ऐसे में यह माना जा सकता है कि गर्भावस्था के दौरान मधुमेह की समस्या को नियंत्रित करने के लिए ओट्स का सेवन किया जा सकता है।
ओट्स के फायदे जानने के बाद ओट्स के नुकसानों को भी जान लीजिए।
प्रेगनेंसी के दौरान ओट्स खाने के नुकसान
प्रेगनेंसी के दौरान ओट्स का सेवन अगर सामान्य से अधिक मात्रा में किया गया, तो निम्नलिखित ओट्स के नुकसान देखने को मिल सकते हैं :
- अधिक मात्रा में ओट्स का सेवन गैस और पेट फूलने का कारण बन सकता है (1)।
- जैसा कि हमने लेख में बताया कि ओट्स में फाइबर मौजूद होता है (3)। ऐसे में अधिक मात्रा में इसका सेवन पेट में ऐंठन का कारण बन सकता है (11)।
- जैसा कि हमने ऊपर बताया कि ओट्स का सेवन रक्त शर्करा को कम कर सकता है (10)। ऐसे में जिन गर्भवतियों का ब्लड शुगर पहले से ही कम है, उनमें इसका सेवन रक्त शर्करा के स्तर को और भी कम कर सकता है।
- रक्तचाप को कम करने वाले गुणों की मौजूदगी के कारण निम्न रक्तचाप से पीड़ित गर्भवतियों में इसका सेवन रक्तचाप को और भी कम कर सकता है (12)।
यहां हम ओट्स के सेवन के तरीकों को बता रहे हैं।
गर्भावस्था के दौरान ओट्स कैसे खाएं?
ओट्स खाने के फायदे और नुकसान तो आप जान चुके हैं। अब जानिए गर्भावस्था के दौरान ओट्स कैसे खाएं :
- नाश्ते में ओट्स को दूध के साथ खाया जा सकता है।
- केक, ब्रेड और कूकीज बनाने के लिए ओट्स को आटे के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
- इसके अलावा, ओट्स को सादे रूप में पानी के साथ भी बनाया जा सकता है। स्वाद के लिए इसमें नमक का उपयोग किया जा सकता है।
- ओट्स को फलों के साथ मिलाकर खाया जा सकता है।
- ओट्स का सूप बनाकर सेवन कर सकते हैं।
- दाल और सब्जी के साथ ओट्स की खिचड़ी बनाई जा सकती है।
लेख के अंत में हम ओट्स की कुछ मजेदार रेसिपी बता रहे हैं।
ओट्स रेसिपी इन प्रेगनेंसी
1. दालचीनी युक्त एप्पल ओट्स
सामग्री :
- आट्स – 2/3 कप
- दूध – 1 कप (कम वसा वाला)
- दालचीनी – 1/2 इंच
- 1 छोटा सेब (कटा हुआ)
- चीनी (आवश्यकतानुसार)
बनाने की विधि :
- सबसे पहले एक बर्तन में दूध को उबालें और उसमें ओट्स मिलाएं।
- अब इसमें दालचीनी डालें और दस मिनट तक इसे पकाएं।
- इसके बाद इसमें आवश्यकानुसार चीनी मिलाएं।
- फिर इस बर्तन को गैस से उतार कर ढक दें और ठंडा होने के अलग रख दें।
- इसके बाद, थोड़ी देर के लिए इसे रेफ्रिजरेटर में रख दें।
- अब पके हुए दलिया में कटा हुआ सेब मिलाएं और सेवन करें।
नोट – बता दें कि गर्भावस्था में दालचीनी का सेवन सुरक्षित माना गया है (13)।
2. ओट्स वेजिटेबल सूप
सामग्री :
- आधा प्याज (कटा हुआ)
- आधा गाजर (कटा हुआ)
- फूलगोभी (एक चौथाई कप कटी हुई)
- मटर – दो चम्मच
- 4 से 5 फ्रेंच बीन्स (कटी हुई)
- 3 से 4 लहसुन (कटा हुआ)
- ओट्स – आधा कप
- पानी – दो कप
- तेल – एक चम्मच
- नमक और काली मिर्च (स्वाद के लिए)
बनाने की विधि :
- एक पैन में तेल गरम करें।
- फिर उसमें प्याज और लहसुन डालकर कुछ देर तक भूनें।
- अब इसमें ओट्स और कटी हुई सब्जियां डालें, फिर पांच मिनट तक हिलाएं।
- इसके बाद इसमें पानी डालकर तब तक पकाएं, जब तक सब्जियां नरम न हो जाएं।
- अब इसमें स्वाद के लिए नमक और काली मिर्च छिड़कें और गरमा-गरम परोसें।
3. क्लासिक ओट्स
सामग्री :
- ओट्स – आधा कप
- दूध – एक कप
- शहद – एक चम्मच
बनाने का तरीका :
- सबसे पहले एक पैन में दूध को गर्म कर लें।
- अब इसमें ओट्स डालें और इसे अच्छे से मिलाएं।
- जब ये आपस में घुल जाएं, तो पैन को गैस से उतार लें।
- अब इसमें शहद मिलाएं।
- चाहें, तो इसमें कुछ फ्रूट्स या ड्राई फ्रूट्स भी मिला सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल :
क्या मैं गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में ओट्स खा सकती हूं?
जैसा कि हमने ऊपर बताया कि गर्भावस्था के दौरान ओट्स का सेवन किया जा सकता है। वहीं, सावधानी के लिए गर्भावस्था के शुरुआती दिनों में इसे आहार में शामिल करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
क्या मैं गर्भावस्था के दौरान मसाला ओट्स खा सकती हूं?
हां, गर्भावस्था के दौरान घर का बना मसाला ओट्स खा सकती हैं। वहीं, कोशिश करें कि इसमें हल्के मसालों का उपयोग करें और साथ ही इसमें हरी सब्जियां भी डालें। वहीं, पैकेट वाले मसाला ओट्स के सेवन से बचें, क्योंकि इसमें प्रिजर्वेटिव मिले हो सकते हैं, जो शरीर को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
क्या गर्भावस्था में कच्चे ओट्स खाने का मन करना सामान्य है?
इससे जुड़े वैज्ञानिक शोध का अभाव है। इसलिए, इस विषय में डॉक्टरी सलाह जरूर लें।
इस लेख को पढ़ने के बाद आप यह तो समझ गई होंगी कि गर्भावस्था के दौरान ओट्स का सेवन कितना फायदेमंद हो सकता है। अब आप चाहें, तो ओट्स को अपने आहार में शामिल कर सकती हैं। वहीं, इसके सेवन के वक्त इसकी उचित मात्रा का ध्यान जरूर रखें, क्योंकि अधिक मात्रा में इसका सेवन नुकसानदायक भी हो सकता है। इसके अलावा, लेख में हमने ओट्स की कुछ मजेदार रेसिपी भी बताई हैं, जिनका लुत्फ आप प्रेगनेंसी के दौरान उठा सकती हैं। उम्मीद है कि यह लेख आपको पसंद आया होगा।
References
2. Nutrition in pregnancy – By Researchgate
3. Oats – By Food Central Data
4. Oats and bowel disease: a systematic literature review – By NCBI
5. Nutritional advantages of oats and opportunities for its processing as value added foods – a review – By NCBI
6. Folic Acid – By Medlineplus
7. Do whole-grain oat cereals reduce the need for antihypertensive medications and improve blood pressure control? – By NCBI
8. Pregnancy and birth: Do all pregnant women need to take iron supplements? – By NCBI
9. How can I get enough iron?– By NCBI
10. The Metabolic Effects of Oats Intake in Patients with Type 2 Diabetes: A Systematic Review and Meta-Analysis – By NCBI
11. Fiber -By Medlineplus
12. Do whole-grain oat cereals reduce the need for antihypertensive medications and improve blood pressure control?– By NCBI
13. Safety classification of herbal medicines used among pregnant women in Asian countries: a systematic review – By NCBI
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