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महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान मीठा खाने की लालसा अधिक देखी जाती है (1)। ऐसे में क्या प्रेगनेंसी में मीठा खा सकते हैं? यह मां व बच्चे के लिए कितना सुरक्षित है? ऐसे कई सवाल मन में आना लाजमी है। यही वजह है कि मॉमजंक्शन के इस लेख में हम बता रहे हैं कि प्रेगनेंसी में मीठा खाना हानिकारक होता है या नहीं। साथ ही इस लेख में आप यह भी जानेंगे कि मीठा खाने का मन करे, तो उसे कैसे शांत किया जा सकता है।
सबसे पहले पढ़ें कि प्रेगनेंसी में मीठा खा सकते हैं या नहीं।
क्या प्रेगनेंसी में ज्यादा मीठा खा सकते हैं?
हां, स्वस्थ गर्भवतियां कम मात्रा में मीठा खा सकती हैं। दरअसल, गर्भावस्था में मीठा खाना पूरी तरह से गर्भवती के स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। गर्भवतियों के लिए भारत सरकार की ओर से जारी एक गाइडलाइन में यह बताया गया है कि सामान्य व कम शारीरिक वजन वाली गर्भवतियां चीनी व अन्य मीठे खाद्य पदार्थ का सेवन कर सकती हैं। अगर महिला ओवरवेट है, तो उन्हें मीठे से परहेज करने की सलाह दी जाती है (2)।
इसके अलावा, एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) पर उपलब्ध एक शोध के अनुसार, अगर गर्भावस्था के दौरान मधुमेह है, तो गर्भवती को चीनी या मीठा खाने से परहेज करना चाहिए। बहुत ज्यादा मीठा खाना या फलों के सेवन से यह समस्या गंभीर हो सकती है (3)। मतलब साफ है कि गर्भावस्था के दौरान मीठा खाना पूरी तरह से गर्भवती के स्वास्थ्य व मीठे की मात्रा पर निर्भर करता है।
अब हम प्रेगनेंसी में अधिक मात्रा में मीठा खाने के हानिकारक प्रभाव बता रहे हैं।
गर्भावस्था में ज्यादा मीठा खाने से क्या होता है? | Pregnancy mein meethe se hone wale nuksan
गर्भावस्था में जितना हो सके कम-से-कम मात्रा में ही मीठा खाना बेहतर है। अगर इस दौरान गर्भवती अधिक मात्रा में मीठा खाती है, तो उसे कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं, जिसके बारे में नीचे विस्तार से पढ़ें।
- वजन बढ़ना : गर्भावस्था के दौरान महिला का स्वस्थ वजन होना जरूरी है। बहुत कम वजन या बहुत ज्यादा वजन से गर्भावस्था के जोखिम बढ़ सकते हैं। सीडीसी (सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन) के अनुसार, गर्भावस्था में ज्यादा मीठा खाने से शारीरिक वजन बढ़ सकता है (4)। ऐसे में अंडरवेट गर्भवतियों के लिए सीमित मात्रा में मीठा खाना सुरक्षित है, लेकिन ओवरवेट गर्भवतियों को मीठा खाने से बचना चाहिए।
- मधुमेह का जोखिम : एनसीबीआई में मौजूद रिसर्च के अनुसार, गर्भवती अगर अपने आहार में मीठा शामिल करे, तो गर्भावस्था में मधुमेह व उससे जुड़े जोखिम बढ़ सकते हैं। गर्भवास्था के दौरान मीठे खाद्य पदार्थ के सेवन को सीमित करने की सलाह दी जाती है (3)।
- प्रीक्लेम्पसिया : गर्भावस्था में ज्यादा चीनी का सेवन करने से गर्भवती महिलाओं में प्रीक्लेम्पसिया का जोखिम भी बढ़ सकता है (5)। प्रीक्लेम्पसिया उच्च रक्तचाप का ही एक प्रकार है, जिसके कारण गर्भवती महिलाओं में लीवर या किडनी खराब होने का जोखिम बढ़ जाता है (6)।
- फैटी लिवर : अधिक मात्रा में चीनी का सेवन करने से फैटी लिवर का जोखिम बढ़ सकता है (7)। वहीं, गर्भावस्था में फैटी लिवर होने से प्रसव के दौरान शिशु की मृत्यु का जोखिम दर जाता है। इसके अन्य लक्षणों में गर्भवती महिला में भूख की कमी, मतली, उल्टी, थकान, सिरदर्द व पेट दर्द के साथ ही बुखार और पीलिया भी शामिल है (8)।
- खराब पोषण : इसमें संदेह नहीं कि चीनी खाने से तुरंत शरीर को ऊर्जा मिलती है, लेकिन इसमें विटामिन या मिनरल जैसे कोई पोषक तत्व नहीं होते (9)। इसी वजह से अगर गर्भावस्था में अधिक मीठा खाया जाए, तो यह शरीर के स्वस्थ पोषण को प्रभावित कर सकता है।
- दांतों में सड़न : गर्भावस्था में ज्यादा मीठा खाने से दांत खराब हो सकते हैं। इससे दांतों में सड़न की समस्या हो सकती है (10)। इसी वजह से गर्भावस्था में सीमित मात्रा में ही चीनी का सेवन करना चाहिए।
यह भी जानें कि गर्भावस्था के दौरान आर्टिफिशियल स्वीटनर्स खाने चाहिए या नहीं।
क्या प्रेगनेंसी के दौरान आर्टिफिशियल स्वीटनर्स खा सकते है?
एनसीबीआई के अनुसार, दैनिक आहार में आर्टिफिशियल स्वीटनर्स की मात्रा का ध्यान रखते हुए गर्भवती इसे खा सकती है (11)। बस ध्यान रखें कि गर्भावस्था में अधिक आर्टिफिशियल स्वीटनर्स से गर्भावस्था से जुड़े जोखिम बढ़ सकते हैं और गर्भस्थ शिशु का स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है (12)। ऐसे में जरूरी है कि प्रेगनेंसी के दौरान आर्टिफिशियल स्वीटनर्स की मात्रा सीमित रखें।
आर्टिफिशियल स्वीटनर्स चीनी का वैकल्पिक रूप हैं। इसे स्टीविया, सुक्रालोज, शुगर अल्कोहल, सैकरीन और थौमैटिन जैसे कई अन्य नामों से जाना जाता है। इन्हें विभिन्न पौधों की पत्तियों व अन्य सामग्रियों से रासायनिक रूप से तैयार किया जाता है (11)।
गर्भावस्था के दौरान कितनी मात्रा में चीनी खाएं, अब यह समझिए।
गर्भावस्था के दौरान आप कितनी चीनी का सेवन कर सकती हैं?
गर्भवती महिलाओं के लिए भारत सरकार की तरफ से जारी गाइडलाइन में बताया गया है कि सामान्य व कम वजन वाली गर्भवतियां प्रतिदिन 10 ग्राम तक यानी दो चम्मच चीनी व चीनी युक्त आहार का सेवन कर सकती हैं। अगर गर्भवती का वजन बहुत अधिक यानी ओवरवेट है, तो चीनी के सेवन से पूरी तरह से परहेज करना चाहिए। सामान्य व अंडरवेट गर्भवती महिलाएं सुबह और रात के समय दूध में चीनी मिलाकर पी सकती हैं (2)।
आगे बढ़ते हुए पढ़िए कि गर्भावस्था में ज्यादा मीठा खाने से शिशु की सेहत कैसे प्रभावित होती है।
प्रेगनेंसी के दौरान ज्यादा मीठा खाने से शिशु पर क्या प्रभाव पड़ता है?
प्रेगनेंसी में अधिक मीठा खाना न सिर्फ गर्भवती के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, बल्कि मां के प्लेसेंटा तक पहुंचकर भ्रूण के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है (11)। इस वजह से शिशु को कई स्वास्थ्य जोखिम हो सकते हैं, जैसे (12):
- समय से पहले शिशु का जन्म
- शिशु में चयापचय से जुड़ी समस्याएं
- बड़े होने पर बच्चे को स्वाद पहचानने में परेशानी
- शिशु में मोटापे का जोखिम बढ़ना
- शारीरिक संरचना प्रभावित होना, जिससे बच्चा ज्यादा बढ़ता है यानी मैक्रोसोमिया (Macrosomia)
लेख के अंत में पढ़ें गर्भावस्था के दौरान मीठा खाने की लालसा को कम करने के कुछ आसान उपाय।
गर्भावस्था के दौरान मीठा खाने की लालसा को कम करने के टिप्स | Tips to reduce sugar intake during pregnancy in hindi
चीनी या मिठाई का नाम सुनते ही मुंह में पानी आ जाता है। ऐसे में मीठा खाने से परहेज करना सभी की तरह गर्भवतियों के लिए भी काफी मुश्किल हो जाता है। मगर स्वास्थ्य के लिहाज से गर्भावस्था के दौरान मीठे का सेवन सीमित करना काफी जरूरी है। ऐसे में हम यहां गर्भावस्था के दौरान मीठा खाने की लालसा को कंट्रोल करने के कुछ टिप्स दे रहे हैं।
- सही मात्रा में खाना खाएं : गर्भावस्था में बहुत ज्यादा खाने से भी शरीर में ब्लड शुगर का लेवल बढ़ सकता है, जो मधुमेह के जोखिम को बढ़ा देता है (13)। ऐसा भी देखा गया है कि मधुमेह होने पर भोजन की लालसा अधिक हो जाती है (14)। ऐसे में सही मात्रा में भोजन करें और अपने रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित रखें। इससे भोजन के साथ ही मीठा खाने की लालसा भी कम हो सकती है।
- पैक्ड व फ्रोजन फूड न खाएं : इस तरह के खाद्य पदार्थों में स्वाद को बढ़ाने के लिए खासतौर पर चीनी व अन्य रसायन डाले जाते हैं (9)। इसी वजह से गर्भावस्था के दौरान ऐसे खाद्यों का सेवन कम करके भी मीठा खाने की लालसा को घटाया जा सकता है।
- ताजे फल खाएं : जब भी मीठा खाने की लालसा हो, तो चीनी युक्त आहार या पैक्ड फूड खाने की जगह ताजे फलों का सेवन करें। इनमें प्राकृतिक तौर पर मिठास होती है, जो मीठे की क्रेविंग को शांत कर सकती है (9)। बस इनकी मात्रा का ध्यान रखें। इनका अधिक सेवन भी खतरनाक साबित हो सकता है।
- मीठी चीजें न रखें : कमरे, फ्रिज और किचन में कैंडी, आइसक्रीम, कुकीज या ऐसे किसी भी खाद्य को न रखें, जिनमें आर्टीफिशियल स्वीटनर्स का इस्तेमाल किया गया हो। इन्हें सामने देखकर खाने की लालसा बढ़ जाती है।
ऐसा नहीं है कि स्वस्थ गर्भावस्था में भी बिल्कुल ही मीठा खाना बंद कर दें। आप सीमित मात्रा में अपने आहार में मीठे प्राकृतिक खाद्य पदार्थों को शामिल कर सकती हैं। इससे गर्भावस्था के दौरान मीठा खाने की तीव्र इच्छा भी पूरी होगी और स्वास्थ्य पर भी बुरा असर नहीं पड़ेगा। इसके अलावा, अगर प्रेगनेंसी में मीठा खाने का मन बार-बार होने लगे, तो इसे शांत करने के लिए लेख में बताए गए टिप्स को अपना सकती हैं और डाइटीशियन से इस बारे में सलाह भी लें।
References
- Food cravings and intake of sweet foods in healthy pregnancy and mild gestational diabetes mellitus. A prospective study
https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/20869416/ - DIET CHART FOR PREGNANT WOMEN IN SOUTH INDIA
https://wcd.nic.in/sites/default/files/Diet%20Chart%20For%20South%20India.pdf - Sweet taste and intake of sweet foods in normal pregnancy and pregnancy complicated by gestational diabetes mellitus
https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/10426706/ - Weight Gain During Pregnancy
https://www.cdc.gov/reproductivehealth/maternalinfanthealth/pregnancy-weight-gain.htm - Maternal sugar consumption and risk of preeclampsia in nulliparous Norwegian women
https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/22713766/ - Preeclampsia
https://medlineplus.gov/ency/article/000898.htm - Fructose and Sugar: A Major Mediator of Nonalcoholic Fatty Liver Disease
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5893377/ - Acute fatty liver of pregnancy
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https://www.betterhealth.vic.gov.au/health/healthyliving/sugar - The Influence of Pregnancy on Sweet Taste Perception and Plaque Acidogenicity
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5393280/ - Sugar substitutes during pregnancy
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4229159/ - Effects of consuming sugars and alternative sweeteners during pregnancy on maternal and child health: evidence for a secondhand sugar effect
https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/30501650/ - Blood Sugar
https://medlineplus.gov/bloodsugar.html - Food cravings during acute hypoglycaemia in adults with Type 1 diabetes
https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/14984802/
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