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गर्भावस्था ऐसा दौर है, जब महिला को भ्रूण की सुरक्षा सुनिश्चित करने और प्रेगनेंसी के जोखिम से वाकिफ होने के लिए कई तरह के टेस्ट करवाने होते हैं। गर्भावस्था की पहली तिमाही में होने वाली किसी भी तरह की जटिलता का पता लगाने और उसके निदान के लिए की जाने वाली जांच प्रक्रियाओं में टीवीएस टेस्ट भी शामिल है। इसका पूरा नाम ट्रांसवेजाइनल स्कैन है। क्या है यह टीवीएस टेस्ट, क्यों ट्रांसवेजाइनल स्कैन किया जाता है और इसकी प्रक्रिया क्या है? इससे जुड़ी विस्तृत जानकारी हम आपको मॉमजंक्शन के इस लेख में देंगे।

चलिए, लेख की शुरुआत में जानते हैं कि टीवीएस टेस्ट क्या है।

ट्रांसवेजाइनल अल्ट्रासाउंड (टीवीएस) क्या है? | TVS Test In Hindi

ट्रांसवेजाइनल स्कैन एक आंतरिक अल्ट्रासाउंड स्कैन है, जिसे योनि के माध्यम से किया जाता है। इस स्कैन के लिए योनि में हाई फ्रीक्वेंसी एंडोवेजाइनल प्रोब इंसर्ट किया जाता है, जिसे ट्रांसड्यूसर (Transducer) कहते हैं (1)ट्रांसवेजाइनल अल्ट्रासाउंड महिला के गर्भाशय, अंडाशय, ट्यूब, सर्विक्स (गर्भाशय ग्रीवा – योनि और गर्भाशय को जोड़ने वाला हिस्सा) और पेल्विक एरिया और इनसे जुड़ी समस्याओं का पता लगाने के लिए किया जाता है (2)

आगे जानते हैं टीवीएस टेस्ट को कब और क्यों किया जाता है।

ट्रांसवेजाइनल अल्ट्रासाउंड कब और क्यों किया जाता है?

ट्रांसवेजाइनल अल्ट्रासाउंड गर्भावस्था की पहली तिमाही में किया जा सकता है। इसे करने के पीछे के कारण क्या हैं यह हम नीचे बता रहे हैं (1) (3)

  • ओव्यूलेशन मॉनिटरिंग के लिए।
  • सामान्य गर्भावस्था की जांच के लिए।
  • भ्रूण की की दिल की धड़कन देखने के लिए।
  • अस्थानिक गर्भावस्था (Ectopic) में। एक्टोपिक गर्भावस्था वो होती है, जिसमें गर्भाशय के मुख्य गुहा के बाहर भ्रूण बढ़ता है
  • गर्भपात के निदान के लिए।
  • सबकोरियोनिक हेमोरेज (Subchorionic Hemorrhage) यानी गर्भाशय लाइनिंग और बाहरी भ्रूण झिल्ली या नाल के नीचे रक्त का संचय का पता लगाने के लिए।
  • मोलर प्रेगनेंसी (असामान्य गर्भावस्था)।
  • एडनेक्सल मास के विस्तृत परीक्षण और निदान के लिए। गर्भाशय, अंडाशय, फैलोपियन ट्यूब और कनेक्टिंग टिशू में या उसके पास होने वाली ग्रोथ को एडनेक्सल मास कहा जाता है।
  • कुछ प्रकार के बांझपन की जांच के लिए (2)
  • गर्भाशय के विस्तृत अवलोकन के लिए (1)
  • योनि और यूटरिन (गर्भाशय) ब्लीडिंग की जांच के लिए (3) (4)

भ्रूण के प्रारंभिक विकास की पूर्ण जानकारी के लिए भी यह टेस्ट किया जाता है, जैसे (1)

  • गर्भावधि थैली – गेस्टेशनल सैक (Gestation Sac) के बारे में जानने के लिए।
  • योक सैक (Yolk sac) के लिए। यह प्रेगनेंसी में गर्भकालीन थैली (Gestational Sac) में दिखने वाला पहला एलिमेंट होता है।
  • भ्रूण की हृदय गति का पता लगाने के लिए।
  • भ्रूण की लंबाई (CRL -Crown-rump length) से जुड़ी जानकारी के लिए।
  • सामान्य और असामान्य दोनों तरह की गर्भावस्था में भ्रूण के शारीरिक संरचना देखने के लिए।

एक शारीरिक परीक्षण के बाद मिले असामान्य निष्कर्ष के लिए भी इस टेस्ट की सलाह दी जाती है, जैसे (2):

  • सिस्ट।
  • फाइब्रॉएड ट्यूमर (ऐसा ट्यूमर, जो एक महिला के गर्भ में बढ़ता है)।
  • शरीर में अन्य किसी तरह की वृद्धि के लिए।
  • मासिक धर्म की समस्याएं।
  • पेल्विक में होने वाले दर्द के लिए।

ट्रांसवजाइनल अल्ट्रासाउंड से पहले व इस दौरान की जाने वाली तैयारी के बारे में नीचे जानें।

मुझे ट्रांसवेजिनल अल्ट्रासाउंड की तैयारी कैसे करनी चाहिए?

ट्रांसवेजाइनल अल्ट्रासाउंड की तैयारी के लिए कुछ खास करने की आवश्यकता नहीं होती है। अन्य अल्ट्रासाउंड की तरह इस स्कैन में पेट में यूरिन भरा होने की जरूरत नहीं होती है। फिर भी इसकी कुछ सामान्य तैयारियां इस प्रकार हैं (5)

  • स्कैन के लिए जाने से पहले यूरीन पास कर दें, क्योंकि इसमें ब्लैडर भरा होने की जरूरत नहीं है।
  • इस टेस्ट में कमर से नीचे के कपड़े को हटाने की जरूरत पड़ती है। इसी वजह से टू-पीस ड्रेस यानी सलवार-सूट पहनकर ही जाएं।
  • पुरुष सोनोलॉजिस्ट से अगर टेस्ट करना में हिचक महसूस हो, तो लैब में महिला अटेंडेंट या फिर महिला सोनोलॉजिस्ट से स्कैन करने की बात कर सकती हैं।
  • अपने साथ परिवार के सदस्य को लेकर जाएं। इससे हिम्मत बंधी रहेगी।
  • स्ट्रेस बिल्कुल भी न लें।
  • अगर योनि में खुद से प्रोब इंसर्ट करना चाहती हैं, तो उसके लिए तैयार रहें। इस विकल्प के लिए जांचकर्ता आपसे पूछ सकते हैं। यह बिल्कुल सुरक्षित है।

जानें, टीवीएस स्कैन का प्रक्रिया क्या है और इस दौरान क्या होता है।

ट्रांसवेजाइनल स्कैन के दौरान क्या होता है?

ट्रांसवेजाइनल स्कैन में क्या होता है, यह हम नीचे विस्तार से बता रहे हैं। इसकी मदद से आप स्कैन के दौरान होने वाली प्रक्रिया के लिए खुद को पहले से ही तैयार कर लेंगी (2) (5)

  • जैसा कि हम ऊपर बता ही चुके हैं कि सबसे पहले कमर के नीचे के कपड़े को हटाना होगा।
  • ऐसा करने के बाद पीठ के बल गायनेकोलॉजिकल टेबल व बेड पर लेटने की सलाह दी जाएगी।
  • इस दौरान पैरों को ढकने के लिए एक चादर दी जाएगी और घुटनों को मोड़ने के लिए कहा जाएगा।
  • पैरों के बीच में इतना अंतर रखना होगा कि जांच की जा सके।
  • फिर डॉक्टर वजाइना में इंसर्ट करने वाले प्रोब पर एक डिस्पोजेबल कवर, आमतौर पर एक लेटेक्स कंडोम लगाएंगे। इस तरह जर्म्स को ट्रांसफर होने से रोका जाता है।
  • फिर प्रोब पर जेल लगाकर वजाइना के अंदर प्रोब ट्रांसड्यूसर को इंसर्ट किया जाएगा।
  • प्रोब अंदर ध्वनि तरंगों को प्रसारित करता है और उन तरंगों के प्रतिबिंबों को रिकॉर्ड करता है।
  • वहीं, अल्ट्रासाउंड मशीन शरीर के अंग की एक छवि बनाती है, जिसे मॉनिटर पर देखा जाता है।
  • इस दौरान जांचकर्ता आवश्यकता के अनुसार प्रोब को चारों ओर घुमाता है और पूरे जगह की छवि को निकालता है।

टीवीएस के रिस्क के बारे में आगे जानें।

ट्रांसवेजाइनल अल्ट्रासाउंड करवाने के जोखिम

ट्रांसवजाइनल अल्ट्रासाउंड के कोई ज्ञात हानिकारक प्रभाव नहीं हैं। पारंपरिक एक्स-रे के विपरीत इस टेस्ट में कोई रेडिएशन का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। इसी वजह से इसमें रेडिएशन का खतरा भी नहीं है (2)

अब हम बता रहे हैं कि ट्रांसवेजाइनल अल्ट्रासाउंड में डॉक्टर क्या-क्या देख सकते हैं।

ट्रांसवेजाइनल स्कैन (टीवीएस) के दौरान डॉक्टर क्या देख सकते हैं?

ट्रांसवजाइनल स्कैन के दौरान डॉक्टर पेल्विक संरचना और भ्रूण के विकास को डॉक्टर इस टेस्ट में देख सकते हैं। इसके अलावा, टीवीएस टेस्ट से जन्म दोष, गर्भाशय, अंडाशय, योनि और पेल्विक का कैंसर का पता लगाया जा सकता है। अंडाशय का घुमाव (Twisting of the ovaries) को भी इससे देखा जा सकता है (2)

अब हम बताएंगे कि टीवीएस स्कैन के बाद कैसा लगता है।

ट्रांसवेजाइनल स्कैन (टीवीएस) के बाद आपको कैसा महसूस होता है?

ट्रांसवेजाइनल स्कैन के बाद कुछ महिलाओं को असहज महसूस हो सकता है। दरअसल, इस स्कैन के दौरान प्रोब इंसर्ट करने की वजह से योनि पर दबाव पड़ता है, जिस कारण स्कैन के बाद हल्की असुविधा हो सकती है। जांच का केवल एक छोटा-सा हिस्सा योनि में रखा जाता है (2)

आगे जानते हैं टीवीएस स्कैन की कीमत के बारे में।

ट्रांसवेजाइनल स्कैन (टीवीएस) की लागत क्या है?

हर तरह के टेस्ट व स्कैन की कीमत राज्य और शहर पर निर्भर करती है। फिर भी इसकी अनुमानित लागत 1100 से 1500 रुपये के बीच हो सकती है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या टीवीएस अल्ट्रासाउंड दर्दनाक है?

टीवीएस स्कैन दर्दनाक तो नहीं है, लेकिन वजाइना के अंदर प्रोब इंसर्ट करते और निकालते समय हल्की असुविधा का एहसास हो सकता है (2)

क्या टीवीएस से गर्भपात हो सकता है?

टीवीएस के दौरान योनि में प्रोब डाला जाता है। इसी वजह से कई गर्भवतियों को डर लगता है कि कही इससे गर्भपात तो नहीं हो जाएगा। घबराने की जरूरत नहीं है, टीवीएस बिल्कुल सुरक्षित होता है। यह नॉर्मल स्कैन की तरह है। इसे डॉक्टर करने की सलाह तभी देते हैं, जब उन्हें लगता है कि यह गर्भवती के लिए सुरक्षित है।

ट्रांसवेजाइनल स्कैन से संबंधित पूरी विस्तृत जानकारी हम आपको दे चुके हैं। अगर आपको डॉक्टर ने इस जांच को कराने की सलाह दी है, तो इससे जुड़ी तैयारियां और यह टेस्ट करने के पीछे के कारण को आप इस लेख के माध्यम से जान सकते हैं। साथ ही इसकी प्रक्रिया और इस जांच के लिए की जाने वाली तैयारी से भी आप वाकिफ हो जाएंगे। ऐसे ही गर्भावस्था से संबंधित अन्य टेस्ट की जानकारी के लिए पढ़ते रहें मॉमजंक्शन के लेख।

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