Madhu Sharma, RD
Written by , (शिक्षा- एमए इन जर्नलिज्म मीडिया कम्युनिकेशन)

खाने में तड़का लगाते समय प्याज न डले और सलाद में इसकी जगह न हो, तो खाने का स्वाद ही नहीं आता। बेशक, इसे काटते समय आंखों में पानी जरूर आता है, लेकिन इसे खाने से जो अनगिनत फायदे होते हैं, उसका कोई मुकाबला नहीं है। खासकर, गर्मियों में कहा जाता है कि प्याज खाने से लू नहीं लगती। आपको जानकर हैरानी होगी कि प्याज सिर्फ लू भर ही नहीं, बल्कि डायबिटीज व कैंसर जैसी बीमारियों से बचाने में भी सक्षम है। इस आर्टिकल में हम प्याज के ऐसे ही तमाम आयुर्वेदिक गुणों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। साथ ही इसे खाने के तरीके भी बताएंगे। अंत में प्याज खाने के नुकसान भी बताएंगे।

प्याज क्या हैं? – What is Onion in Hindi

मूल रूप से प्याज को सब्जी माना गया है। इसे सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि विश्वभर में चाव से खाया जाता है। इसका वैज्ञानिक नाम एलियम सेपा (Allium Cepa) है। इसे विभिन्न भाषाओं में अलग-अलग नाम से बुलाया जाता है। हिंदी में इसे प्याज के साथ-साथ कांदा और डुंगरी भी कहा जाता है, वहीं, तेलुगू में उल्लिपायालु/येरा गद्दालु/निरुल्ली, तमिल में वैंगयम, मलयायलम में सवाना, कन्नड़ में उल्लिगड्डे/एरुल्ली/नीरुली, बंगाली में पिंयाज, गुजराती में डुंगरी/कांदा और मराठी में कंडा कहा जाता है। प्याज के पौधे में नीले व हरे रंग के पत्ते होते हैं।

प्याज का इस्तेमाल खाना बनाने में किया जाता है। वहीं, इसे कच्चा भी खाया जा सकता है और इसकी चटनी व आचार भी बनता है। इसका स्वाद तीखा और तेज होता है। इसे किसी भी तरह के मौसम में आसानी से उगाया जा सकता है। अगर इसके पौधे की बात करें, तो वैज्ञानिक इसे तना मानते हैं, जो जमीन के अंदर रहता है। यह पौधे को ठीक तरह से बढ़ने में मदद करता है।

क्या आप जानते हैं कि प्याज कितने प्रकार के होते हैं, अगर नहीं तो यहां हम बता रहे हैं।

प्याज के प्रकार – Types of Onion in Hindi

विश्वभर में प्याज की कई प्रजातियां पाई जाती हैं। हालांकि, उन सभी के बारे में यहां बताना संभव नहीं है, इसलिए कुछ खास प्रकारों के बारे में बता रहे हैं।

  1. पीला प्याज : इसका गूदा सफेद रंग का होता है, जबकि इसकी बाहरी परत भूरे रंग की होती है। इसकी सुगंध सल्फर जैसी होती है।
  2. मीठा प्याज : इसकी बाहरी परत हल्की और कम आपारदर्शी होती है और यह थोड़ा मोटा होता है।
  3. सफेद प्याज : यह बाहर से दिखने में सफेद होता है। साथ ही अन्य प्याज के मुकाबले इसका स्वाद थोड़ा मीठा होता है।
  4. लाल प्याज : यह खाने में हल्का मीठा होता है और इसे कच्चा खाया जा सकता है। इसकी बाहरी परत मैजेंटा रंग की होती है।
  5. शैलोट्स : यह आकार में छोटा होता है। इसकी बाहरी परत भूरे रंग की और अंदर का गूदा बैंगनी रंग का होता है।
  6. हरा प्याज : यह प्याज पूरी तरह से विकसित नहीं होता है।
  7. लीक : इसका नीचे का गोल हिस्सा छोटा, जबकि तना लंबा होता है। इसे सॉस या फिर सूप बनाने में इस्तेमाल किया जाता है।

आगे हम इस बात का जवाब दे रहे हैं कि आखिर प्याज खाना क्यों जरूरी है।

क्या प्याज आपकी सेहत के लिए अच्छे हैं?

प्याज हर लिहाज से सेहत के लिए फायदेमंद है। चाहे आप इसे कच्चा खाएं या सब्जी में डालकर। इसे फोलेट, आयरन, पोटैशियम और विटामिन-सी व बी6 का अच्छा स्रोत माना जाता है। साथ ही इसमें मैंगनीज भी होता है, जो सर्दी-जुकाम से आपकी रक्षा करता है।

इसमें एलियम व एलील डिसल्फाइड जैसे जरूरी फाइटोकेमिकल्स पाए जाते हैं, जो एलिसिन में परिवर्तित हो जाते हैं। कई वैज्ञानिक अध्ययनों में पाया गया है कि एलिसिन नामक तत्व कैंसर और डायबिटीज से मुकाबला करने में सक्षम है (1)। प्याज नसों में आई सूजन और रक्तचाप को नियंत्रित कर सकता है।

प्याज में क्वेरसेटिन नामक तत्व भी पाया जाता है, जो एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है (2)। इस गुण के कारण प्याज शरीर में आई सूजन को कम कर सकता है। यहां तक कि प्याज से निकलने वाला तेल भी गुणकारी होता है। इस तेल में भी एंटीऑक्सीडेंट, एटीसेप्टिक व एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं (3)। बेशक, प्याज गुणकारी है और स्वस्थ रहने में मदद करता है, लेकिन यह किसी गंभीर बीमारी को ठीक नहीं कर सकता। यह बीमारी की अवस्था में सिर्फ लक्षणों को कम करने व उससे उबरने में मदद कर सकता है।

अब यह जान लेते हैं कि प्याज को किस रूप में खाना सबसे बेहतर रहेगा।

प्याज खाने का बेहतर तरीका क्या है – कच्चा या पकाया हुआ?

यह आपकी पसंद पर निर्भर करता है कि आप प्याज को कच्चा खाते हैं या फिर पका कर खाते हैं। अगर कच्चे प्याज की बात करें, तो इसमें उच्च मात्रा में ऑर्गेनिक सल्फर पाया जाता है, जिसके कई फायदे हैं। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार प्याज के गूदे की बाहरी परत में अधिक फ्लेवोनोइड होता है, जिसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं। इसलिए, प्याज को काटते समय आप इस परत को कम से कम हटाएं। यह कई मामलों में आपके लिए फायदेमंद है (4)।

वहीं, पके हुए प्याज में फाइबर व कॉपर की मात्रा पाई जाती है। जहां फाइबर पाचन तंत्र को बेहतर बनाने में मदद करता है, वहीं कॉपर मस्तिष्क के विकास के लिए अच्छा होता है। यहां तक कि प्याज का अचार भी सेहत के लिहाज से फायदेमंद माना गया है। यहां बताना जरूरी है कि कुछ कंपनियां प्याज के अचार में केमिकल मिलाती हैं, जो सेहत के लिए हानिकारक है। इस लिहाज से प्याज कच्चा व पका हुआ, दोनों तरीके से खाया जा सकता है।

आर्टिकल में आगे प्याज के फायदों की बात की जा रही है।

प्याज के फायदे – Benefits of Onion in Hindi

Benefits of Onion in Hindi

यहां हम बता रहे हैं कि प्याज किस प्रकार से सेहत, त्वचा व बालों के लिए गुणकारी है। आर्टिकल के इस हिस्से में हम इन तीनों चीजों के बारे में विस्तार से बताएंगे। सबसे पहले सेहत के लिए प्याज के फायदे की बात करते हैं:

सेहत के लिए प्याज के फायदे – Health Benefits of Onion in Hindi

1. डायबिटीज

चूहों पर किए गए वैज्ञानिक अध्ययन के जरिए इस बात की पुष्टि की गई है कि प्याज का रस रक्त शर्करा को नियंत्रित कर सकता है। अध्यय के अनुसार, प्याज में क्रोमियम होता है, जिस कारण यह मधुमेह के मरीजों के लिए फायदेमंद है। साथ ही इसमें सल्फर, क्वेरसेटिन व एंटीडायबिटिक गुण भी होते हैं, जो रक्त शर्करा पर सकारात्मक असर डाल सकते हैं (5)। इसलिए, मधुमेह जैसी समस्या से बचने के लिए प्रतिदिन सीमित मात्रा में प्याज का सेवन किया जा सकता है। वहीं, अगर कोई मधुमेह से ग्रस्त है, तो उसे डायबिटीज की दवा के साथ-साथ प्याज का सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए।

[ पढ़े: मधुमेह के लक्षण, इलाज और घरेलू उपचार ]

2. कैंसर

वैज्ञानिकों के अनुसार, प्याज में स्तन व पेट के कैंसर का कारण बनने वाली कोशिकाओं को पनपने से रोकने की क्षमता है। प्याज में क्वेरसेटिन व एंथोसायनिन की मात्रा अधिक होती है। क्वेरसेटिन एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है (2)। एंटीऑक्सीडेंट शरीर में मुक्त कणों को बनने से रोकता है, जिस कारण कैंसर होने की आशंका कम हो जाती है। इसलिए, प्याज का सेवन करने से शरीर में कैंसर के जीवाणुओं को पनपने का मौका नहीं मिलता। प्याज का सेवन करने से मुंह के कैंसर से भी बचा जा सकता है (6)। यह पाया भी गया है कि जो लोग प्याज का सेवन अधिक करते हैं, उन्हें कैंसर होने की आशंका कई गुना कम हो जाती है। इस प्रकार प्याज खाने के फायदे में कैंसर की रोकथाम भी है। यहां हम स्पष्ट कर दें कि कैंसर घातक बीमारी है। अगर कोई कैंसर से पीड़ित है, तो उसे डॉक्टर से इलाज करवाना चाहिए।

3. पाचन तंत्र

प्याज के औषधीय गुण में पाचन तंत्र को बेहतर करना भी है। पके हुए प्याज में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जिससे कब्ज व गैस जैसी समस्याएं दूर हो सकती हैं। अगर कब्ज की समस्या नहीं होगी, तो पाचन तंत्र सही प्रकार से काम करेगा। प्याज में पाए जाने वाले इस फाइबर को ओलिगोफ्रुक्टोस कहा जाता है (7)। यह आंतों में अच्छे बैक्टीरिया को पनपने में मदद करता है, ताकि आंत ठीक से काम कर सके। इतना ही नहीं, ओलिगोफ्रुक्टोस दस्त जैसी समस्या में भी लाभदायक साबित हो सकता है।

प्याज में पाए जाने वाले पाइथोकेमिकल्स गैस्ट्रिक अल्सर के असर को काफी हद तक कम कर सकते हैं। प्याज में कुछ प्राकृतिक प्रोबायोटिक्स भी होते हैं, जो कब्ज को दूर करने में मदद कर सकते हैं (8)। इसके अलावा, यह पेट में दर्द व पेट में कीड़े होने जैसी समस्याओं से भी राहत दिला सकता है, लेकिन इस पर अभी और शोध की जरूरत है।

4. बेहतर ह्रदय स्वास्थ्य

प्याज में पाया जाने वाला क्वेरसेटिन गुण ह्रदय के लिए भी अच्छा है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट के साथ-साथ एंटीइंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं, जिससे ह्रदय बेहतर तरीके से काम कर सकता है। प्याज कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी संतुलित कर सकता है, जो ह्रदय के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी प्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, प्याज में फ्लेवोनोइड होता है, जो मोटे लोगों में एलडीएल यानी खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकता है (9)।

प्याज खून में प्लेटलेट्स को एक-दूसरे से चिपकने से रोक सकता है, ताकि खून के थक्के न जमें और हार्ट अटैक की आशंका कम हो जाए। इसके अलावा, प्याज उच्च रक्तचाप को भी नियंत्रित करता है, जो ह्रदय के लिए अच्छा नहीं होता।

5. मजबूत हड्डियां

रिसर्च के अनुसार प्याज उम्र बढ़ने के साथ होने वाली ऑस्टियोपोरोसिस (हड्डियों का कमजोर होकर टूटना) की आशंका को कम कर सकता है। वहीं, एक अन्य अध्ययन के अनुसार, जो महिलाएं प्रतिदिन प्याज खाती हैं, उनकी हड्डियां प्याज न खाने वाली महिलाओं की तुलना में पांच प्रतिशत अधिक मजबूत होती हैं (10)। साथ ही 50 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं के प्याज खाने से हड्डियों पर सकारात्मक असर पड़ता है।

अर्थराइटिस फाउंडेशन के अनुसार, प्याज में पाया जाने वाला क्वेरसेटिन इतना असरकारी है कि यह ल्यूकोट्रिएन, प्रोस्टाग्लैंडिंस और हिस्टामाइन के प्रभाव को कम कर सकता है। ये सभी ऑस्टियोअर्थराइटिस व रुमेटाइड अर्थराइटिस में सूजन का कारण बनते हैं (11)। इसके अलावा, प्याज खाने से जोड़ों के दर्द से भी राहत मिल सकती है। प्याज के औषधीय गुण की सूची में हड्डियों की मजबूती भी है।

6. सूजन व एलर्जी से राहत

जैसा कि आप जान ही चुके हैं कि प्याज में क्वेरसेटिन नामक तत्व होता है, जो सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। इसके अलावा, क्वेरसेटिन में एंटीहिस्टामाइन नामक गुण भी होता है, जो एलर्जी से लड़ने में आपकी मदद कर सकता है। ऐसा माना जाता है कि अगर खाने में प्याज का इस्तेमाल किया जाए, तो साइनस की समस्या दूर हो सकती है (12)। अगर आप रात के समय कच्चा प्याज खाते हैं, तो उसमें मौजूद सल्फर नामक यौगिक बलगम को बाहर निकालने में मदद कर सकता है।

प्याज में एंटीबैक्टीरियल गुण भी होता है। इसके रस का सेवन करने से दांतों को खराब करने वाले और एलर्जी का कारण बनने वाले स्ट्रेप्टोकोकस म्यूटंस व स्ट्रेप्टोकोकस सोब्रिनस बैक्टीरिया के प्रभाव को कम कर सकता है (13)। इसलिए, प्याज खाने के फायदे में सूजन को कम करना भी है।

7. बेहतर रोग प्रतिरोधक प्रणाली

स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए विटामिन-सी की जरूरत होती है और प्याज में मौजूद फाइटोकेमिकल्स शरीर में विटामिन-सी को बढ़ाने का काम करते हैं। प्याज में सेलेनियम भी होता है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को बेहतर कर सकता है। प्याज का सेवन करने से शरीर में विटामिन-सी की मात्रा बढ़ती है। विटामिन-सी प्रतिरक्षा प्रणाली में मौजूद फ्री रेडिकल्स को खत्म करता है और विषाक्त पदार्थों को साफ करता है (14)।

8. मुंह का स्वास्थ्य

यह तो सभी जानते हैं कि कच्चा प्याज खाने के बाद मुंह से बदबू आने लगती है, लेकिन आप यह नहीं जानते होंगे कि कच्चा प्याज मुंह के स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। इसमें थायोसल्फ्रेट्स और थियोसल्फोनेट्स नामक दो सल्फर यौगिक पाए जाते हैं, जो दांतों को सड़ाने वाले बैक्टीरिया को खत्म कर सकते हैं। प्याज में विटामिन-सी होता है, जो दांतों की सेहत के लिए जरूरी है। इतना ही नहीं, प्याज मुंह के कैंसर को पनपने से रोकने में भी मदद कर सकता है (15)।

9. कान दर्द से राहत

ऐसा माना जाता है कि कान में होने वाले दर्द को प्याज से ठीक किया जा सकता है। इसके लिए प्याज को गर्म करके उसका रस निकाला जाता है और प्रभावित कान में डाला जाता है। ऐसे और भी कई घरेलू तरीके हैं, जिनमें प्याज का इस्तेमाल कर कान दर्द को ठीक किया जा सकता है

नोट : इस संबंध में अभी तक वैज्ञानिक शोध कम ही हुए हैं और स्पष्ट तौर पर यह कहना मुश्किल है कि कान दर्द के लिए प्याज सही है या नहीं (16)। आप इसे इस्तेमाल करने से पहले किसी अच्छे कान के डॉक्टर से जरूर पूछ लें।

10. आंखों के लिए

प्याज और आंखों का संबंध भी अजीब है। इसे काटने पर आंखों से पानी निकलता है, तो खाने पर आंखों की रोशनी तेज होती है। प्याज के सेवन से शरीर में ग्लूटाथिओन का निर्माण होता है, जो प्रोटीन का ही एक प्रकार है। यह एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है। शरीर में ग्लूटाथिओन की अधिक मात्रा यानी काला व सफेद मोतियाबिंद और आंखों से जुड़ी अन्य बीमारियों से छुटकारा (17) (18)। प्याज में सेलेनियम भी होता है, जिससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में विटामिन-ई मिलता है और आंखों के लिए विटामिन-ई जरूरी है। इसलिए, कहा जा सकता है कि प्याज खाने के फायदे में आंखों की रोशनी बढ़ाना भी है।

प्याज के फायदे जानने के लिए पढ़ते रहें यह आर्टिकल।

11. यौन क्षमता को बढ़ाए

प्याज सिर्फ सब्जी भर नहीं है, बल्कि एक आयुर्वेदिक औषधि भी है। इसका इस्तेमाल यौन क्षमता बढ़ाने के लिए भी किया जा सकता है। ऐसा माना जाता है कि अगर प्याज के सेवन से पुरुषों की प्रजनन क्षमता में वृद्धि हो सकती है। इसी संबंध में वैज्ञानिकों ने एक रिसर्च की है। इस रिसर्च को एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की साइट पर प्रकाशित किया गया है। इस रिसर्च पेपर में साफ तौर पर बताया गया है कि प्याज या प्याज का अर्क इस्तेमाल करने से पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर बेहतर हो सकता है। पुरुषों की प्रजनन क्षमता के लिए इस हार्मोन का संतुलित होना जरूरी है (19)।

12. बुखार व खांसी

अगर कभी बुखार हो, तो  प्याज को घरेलू उपचार के तौर पर प्रयोग कर सकते हैं। इसके प्रयोग से बुखार से काफी हद तक राहत मिल सकती है। आज भी कई लोग बुखार व खांसी होने पर पारंपरिक रूप से प्याज का इस्तेमाल करते हैं (20) (21) (22)। इतना ही नहीं, कुछ लोगों को नाक से खून बहने की समस्या होती है, उनके लिए प्याज का धुआं फायदेमंद हो सकता है। वहीं, खांसी होने पर शहद में प्याज के रस को मिलाकर सेवन करने से आराम मिल सकता है। प्याज खाने के फायदे में बुखार व खांसी से राहत भी शामिल है। फिलहाल, इस संबंध में और वैज्ञानिक शोध की जरूरत है ।

13. रजोनवृत्ति में सहायक

रजनोवृत्ति के समय महिलाओं को कई तरह की शारीरिक समस्याओं से गुजरना पड़ता है। ऐसे में प्याज उनके लिए लाभदायक हो सकता है। मुख्य रूप से रजनोवृत्ति के समय महिलाओं की हड्डियां सबसे ज्यादा प्रभावित होती हैं। ऐसे में प्याज के रस का सेवन करने से बोन डेंसिटी में सुधार होता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित रिसर्च पेपर में भी बताया गया है कि रजनोवृत्ति में प्याज का रस फायदेमंद है। अध्ययन में स्पष्ट हुआ है कि 50 वर्ष से अधिक उम्र की जिन महिलाओं ने प्याज के रस का सेवन किया, उनके कूल्हों में फ्रैक्चर होने की आशंका 20 प्रतिशत कम हो गई । इस आधार पर कहा जा सकता है कि रजोनवृत्ति के दौरान प्याज का उपयोग लाभकारी है (21)।

14. बेहतर श्वासनली

अगर कोई अस्थमा जैसी श्वास नली से जुड़ी किसी समस्या से जूझ रहा हैं, तो प्याज का सेवन कर सकता है। यह एंटीइंफ्लेमेटरी की तरह काम करता है। साथ ही इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड होता है, जो अस्थमा व एलर्जी राइनाइटिस जैसी समस्याओं के लिए ठीक होता है। इसे रोजमर्रा की डाइट में शामिल किया जा सकता है। फिर चाहे इसे सब्जी में डाला जाए या फिर सलाद के तौर पर खाया जाए। यह हर लिहाज से फायदेमंद साबित होगा (22) (23)। प्याज के फायदे में श्वासनली का बेहतर तरीके से काम करना भी है।

15. बेहतर नींद

जैसा कि इस आर्टिकल में पहले भी बताया गया है कि प्याज में प्रीबायोटिक्स होते हैं, जो अच्छी नींद लाने और तनाव को दूर करने में मदद कर सकते हैं। प्याज खाने से आंत में अच्छे बैक्टीरिया पनपते हैं, जो डाइटरी फाइबर को पचाते हैं, जिससे पेट ठीक रहता और मेटाबॉलिक बायप्रोडक्ट का निर्माण होता है। ये बायप्रोडक्ट मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को बेहतर करते हैं और अच्छी नींद आती है (24)। प्याज के औषधीय गुण में बेहतर नींद सोना भी है।

16. नहीं जमते खून के थक्के

प्याज में रुटीन नामक तत्व होता है, जो शरीर में रक्त के थक्के बनने नहीं देता। एक अध्ययन में पाया गया है कि रुटीन एंटीथ्रोम्बोटिक की तरह काम करता है, जो रक्त के थक्के बनने की आशंका को कम करता है। ये खून के थक्के आर्टरी व नसों में बन सकते हैं। थक्के बनने पर कुछ एंजाइम का निर्माण होने लगता है और रुटीन इन्हीं एंजाइम को रोकने में मदद करता है (27)।

17. हैजा का उपचार

सर्दी-खांसी, कान दर्द व कैंसर जैसी बीमारियों के बाद अब हम हैजा की बात करते हैं। रिसर्च में पाया गया है कि प्याज में ऐसे गुण होते हैं, जो कुछ हद तक हैजा को ठीक करने में सक्षम होते हैं। इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। इसलिए, हैजा होने पर प्याज का उपयोग घरेलू उपचार के तौर पर किया जा सकता है (28)। हैजा में प्याज के फायदे हैं।

18. बढ़ाए ऊर्जा

प्याज में फाइबर होता है, जो पाचन की प्रक्रिया को धीरे करता है। इससे शरीर में ऊर्जा बनी रहती है। इसके अलावा, प्याज में इनुलिन (स्टार्च युक्त पदार्थ) पाया जाता है, जो शरीर की कार्यक्षमता को संतुलित बनाए रखने में मदद कर सकता है।

19. स्वस्थ मस्तिष्क

एंटीऑक्सीडेंट गुण से समृद्ध प्याज मस्तिष्क के लिए भी अच्छा है। यह मस्तिष्क में विषैले पदार्थों को जमा नहीं होने देता। साथ ही इसमें सल्फर भी होता है, जो उम्र बढ़ने के साथ याददाश्त को कमजोर होने से बचाता है (29)। शोधकर्ताओं के अनुसार, अगर आप प्याज के ये सभी लाभ पाना चाहते हैं, तो प्याज को पकाकर खाने की जगह कच्चा ही खाएं।

20. ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस का मुकाबला

चीन में हुए एक शोध के अनुसार, प्याज का जूस पीने से ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम किया जा सकता है। साथ ही प्याज में मौजूद क्वेरसेटिन गुण होने के कारण ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के कारण होने वाली बीमारियों से छुटकारा मिल सकता है। इसके अलावा, प्याज में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट व एंटीइंफ्लेमेटरी गुण ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस के असर को कम कर सकते हैं (30) (31)।

21. किडनी में पथरी

अगर कोई किडनी में पथरी के कारण परेशान हैं, तो प्याज काम आ सकता है। यह आयुर्वेदिक औषधि की तरह काम करता है। प्याज न सिर्फ किडनी से पथरी को बाहर निकालता है, बल्कि पेट को भी साफ करता है। पथरी को बाहर निकालने के लिए प्याज के रस में चीनी घोलकर पी सकते हैं। इससे काफी हद तक फायदा हो सकता है।

22. यूटीआई से राहत

अधिकतर महिलाओं को यूरिन ट्रैक इंफेक्शन (यूटीआई) यानी मूत्र मार्ग में संक्रमण का सामना करना पड़ता है। ऐसे में पेशाब करते हुए मूत्र मार्ग में तेज जलन होती। गंभीर मामलों में दर्द के साथ बुखार भी आता है। इस अवस्था में प्याज का सेवन फायदेमंद हो सकता है। इसमें एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो संक्रमण का कारण बनने वाले बैक्टीरिया को खत्म कर सकते हैं (30) (31)। 100 ग्राम प्याज को 600ml पानी में तब तक उबालें, जब तक कि पानी आधा न रह जाए। फिर इस पानी को पिएं। यह घरेलू उपचार एक हफ्ते तक करने से यूटीआई से राहत मिल सकती है।

आइए, अब जानते हैं कि त्वचा के लिए प्याज किस प्रकार लाभकारी है।

त्वचा के लिए प्याज के फायदे – Skin Benefits of Onion in Hindi

23. दमकती त्वचा के लिए

निखरी व खिली-खिली त्वचा के लिए विटामिन-ए, सी और ई की जरूरत होती है और प्याज में ये सभी गुण मौजूद होते हैं। ये सभी विटामिन मिलकर त्वचा पर फ्री रेडिकल्स के कारण समय से पहले झुर्रियां पड़ने की आशंका को कम करते हैं। इसके अलावा, प्याज एंटीसेप्टिक के तौर पर भी काम कर सकता है, जिस कारण खराब त्वचा बैक्टीरिया से सुरक्षित रहती है। यहां हम बता रहे हैं कि प्याज के साथ किस प्रकार से फेस पैक बना सकते हैं।

सामग्री :

  • दो चम्मच बेसन
  • डेढ़ चम्मच प्याज का रस
  • आधा चम्मच दूध
  • चुटकी भर जायफल

प्रयोग की विधि :

  • इन सभी सामग्रियों को मिलाकर गाढ़ा पेस्ट बना लें। अगर पेस्ट ज्यादा गाढ़ा हो जाए, तो इसमें थोड़ा दूध और मिला सकते हैं।
  • फिर चेहरे को अच्छी तरह से साफ करके यह पेस्ट चेहरे और गर्दन पर लगाएं।
  • जब फेस पैक सूख जाए, तो थोड़ा-सा दूध लेकर हल्के-हल्के हाथों से चेहरे की मसाज करते हुए इसे उतार दें।
  • इस मास्क से न सिर्फ चेहरा ग्लो होगा, बल्कि एक्सफोलिएट भी होगा।

नोट : अगर फेस पैक से प्याज की गंध ज्यादा आ रही है, तो आप इसमें लैवेंडर एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदें मिक्स कर सकते हैं।

24. कील-मुंहासे

जैसा कि आप जान ही चुके हैं कि प्याज में एंटीसेप्टिक, एंटीमाइक्रोबियल, एंटीबैक्टीरियल और एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इन सभी गुणों के चलते ही प्याज त्वचा के लिए लाभकारी है। इससे न तो कील-मुंहासे होते हैं और न ही त्वचा संबंधी कोई रोग होता है। यहां जानिए कील-मुंहासों के लिए प्याज से बनने वाला फेस पैक :

सामग्री :

प्रयोग की विधि :

  • इन दोनों सामग्रियों को मिक्स करके चेहरे पर लगाएं।
  • इसे करीब 20 मिनट तक लगा रहने दें और फिर चेहरे को धो लें।

25. एंटी-एजिंग

प्याज में मौजूद विटामिन-ए, सी व ई त्वचा को सूर्य की हानिकारक यूवी किरणों से बचाते हैं। साथ ही फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को भी कम करते हैं। इन फ्री रेडिकल्स के कारण ही त्वचा पर समय से पहले झुर्रियां पड़ने लगती हैं। आइए, जानते हैं कि झुर्रियों से छुटकारा पाने के लिए किस प्रकार प्याज का इस्तेमाल किया जाए।

सामग्री :

  • ताजा प्याज का रस (आवश्यकतानुसार)

प्रयोग की विधि :

  • आप इस रस से चेहरे की मसाज करें। इससे चेहरे में रक्त का संचार बेहतर तरीके से होगा और त्वचा पहले से भी ज्याद जवां, खूबसूरत व निखरी हुई नजर आएगी।

26. कीड़े-मकोड़ों के काटने का इलाज

कई बार कीड़े-मकोड़े या फिर मच्छर काट लेते हैं। इससे त्वचा पर निशान पड़ जाते हैं। इससे राहत पाने के लिए प्रभावित जगह पर प्याज का टुकड़ा रगड़ सकते हैं। प्याज में मौजूद एंटीइंफ्लेमेटरी गुण जले, कटे, खुजली व सूजन से राहत दिला सकता है।

27. डार्क स्पॉट व पिगमेंटेशन से राहत

प्याज में पाए जाने वाले पाइथेन्यूट्रियंट्स और एंटीऑक्सीडेंट गुण त्वचा में मौजूद गंदगी को निकाल कर निखार लाते हैं। इससे न सिर्फ डार्क स्पॉट साफ होते हैं, बल्कि पिगमेंटशन की समस्या भी कुछ हद तक कम होती है।

सामग्री :

  • दो-तीन चम्मच प्याज का रस
  • दो-तीन चम्मच ताजा योगर्ट
  • कोई भी एसेंशियल ऑयल (वैकल्पिक)

प्रयोग की विधि :

  • इन सामग्रियों को आपस में मिक्स कर लें।
  • फिर इसे चेहरे पर लगाकर करीब 10-15 मिनट तक मसाज करें।
  • अगर आप बेहतर परिणाम चाहते हैं, तो इसे रोज कर सकते हैं।

28. मस्सों के लिए

प्याज के रस में एसिडिटी और कुछ केमिकल्स होते हैं, जो मस्सों से छुटकारा दिला सकते हैं। आपको बस इतना करना भर है कि प्याज के ताजा रस को मस्सों पर लगाना है। फिर रस को मस्से में खुद से अवशोषित होने दें। अगर आप इसे महीना भर करते हैं, तो मस्से जड़ से खत्म हो सकते हैं।

आर्टिकल के अगले हिस्से में हम बालों के लिए प्याज के फायदे बता रहे हैं।

बालों के लिए प्याज के फायदे – Hair Benefits of Onion in Hindi

29. लंबे बाल

प्याज में सल्फर और केराटिन जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो बालों के लिए जरूरी होते हैं। जब प्याज के रस को बालों पर लगाया जाता है, तो बाल लंबे, घने और मजबूत बन सकते हैं। सल्फर के कारण स्कैल्प में कोलेजन का निर्माण होता है, जिससे कोशिकाओं में विकास होता है और बाल जड़ों से मजबूत होते हैं। कुछ शोध तो यह भी कहते हैं कि प्याज के रस से बाल धोने से बालों का विकास बेहतर तरीके से होता है।

प्रयोग की विधि :

  • आप प्याज के रस से सिर व बालों की मालिश करें। करीब 20 मिनट बालों को ऐसे ही रहने दें और बाद में अच्छे शैंपू से बाल धो लें।

30. डैंड्रफ

कई लोगों को डैंड्रफ की समस्या होती है। खासकर, सर्दियों में यह समस्या ज्यादा हो जाती है। इससे बचने के लिए आप प्याज का इस्तेमाल कर सकती हैं। यह डैंड्रफ को पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मारता है। डैंड्रफ से छुटकारा पाने के लिए आप प्याज का बना फेस पैक इस्तेमाल कर सकते हैं।

सामग्री :

  • तीन चम्मच मेथी के दाने
  • दो चम्मच प्याज का रस

प्रयोग की विधि :

  • मेथी के दानों को रात भर के लिए पानी में भिगोकर रख दें।
  • अगली सुबह उन्हें पीसकर गाढ़ा पेस्ट बना लें।
  • फिर इसमें प्याज का रस मिक्स कर लें और बालों पर लगाएं।
  • इसे करीब 30 मिनट तक लगा रहनें और फिर हल्के गुनगुने पानी से इसे धो लें।

31. बालों का प्राकृतिक रंग

अगर आप चाहते हैं कि आपके बालों में प्राकृतिक रंग बना रहे, तो आप प्याज का इस्तेमाल जरूर करें। इसके लिए आप प्याज का जूस बालों पर लगाएं। इससे आपके बाल चमकदार बने रहेंगे। अगर आप सरसों के तेल में प्याज को मिक्स करके बालों पर लगाते हैं, तो बालों में प्राकृतिक चमक बनी रहेगी।

32. सफेद बालों से राहत

प्याज में कैटलस नामक एंजाइम पाया जाता है, जो बालों को सफेद होने से रोकता है। साथ ही बालों को जड़ों से काला बनाता है। आप बालों को काला करने के लिए प्याज के इस फेस पैक का इस्तेमाल कर सकते हैं :

सामग्री :

  • एक प्याज का रस

प्रयोग की विधि :

  • आप प्याज के रस को बालों पर लगाकर कुछ देर हल्के हाथों से मालिश करें।
  • फिर करीब 30 मिनट बाद सल्फेट फ्री शैंपू से बालों को धो लें।

33. जूं को करे खत्म

प्याज में सल्फर होता है, जो सिर में पनपने वाली जूं को खत्म कर सकता है।

सामग्री :

  • चार-पांच प्याज

प्रयोग की विधि :

  • प्याज को ग्राइंड करके पेस्ट बना लें।
  • फिर पेस्ट को दबाकर रस निकाल लें।
  • अब इस रस से सिर व बालों की मालिश करें।
  • इसके बाद सिर को शॉवर कैप से कवर कर लें।
  • फिर करीब 2 घंटे बाद शैंपू व हल्के गुनगुने पानी से सिर धो लें।

क्या आप जानते हैं कि प्याज में कौन-कौन से पौष्टिक तत्व होते हैं? अगर नहीं, तो यहां हम बता रहे हैं।

प्याज के पौष्टिक तत्व – Onion Nutritional Value in Hindi

तत्वमूल्यआरडीए प्रतिशत
ऊर्जा40 Kcal2%
कार्बोहाइड्रेट9.34 g7%
प्रोटीन1.10 g2%
कुल वसा0.10 g0.5%
कोलेस्ट्रॉल0 mg0%
डाइटरी फाइबर1.7 g4.5%
विटामिन
फोलेट19 µg5%
नियासिन0.116 mg1%
पैंटोथेनिक एसिड0.123 mg2.5%
पाइरिडोक्सीन0.120 mg9%
राइबोफ्लेविन0.027 mg2%
थियामिन0.046 mg4%
विटामिन-ए22 IU0%
विटामिन-सी7.4 mg12%
विटामिन-ई0.02 mg0%
इलेक्ट्रोलाइट्स
सोडियम4 mg0%
पोटैशियम146 mg3%
मिनरल्स
कैल्शियम23 mg2%
कॉपर0.039 mg4%
आयरन0.021 mg3%
मैग्नीशियम10 mg2.5%
मैंगनीज0.129 mg5.5%
फास्फोरस29 mg4%
जिंक0.17 mg1.5%
मफाइटो-न्यूट्रिएंट्स
कैरोटीन-बीटा1 µg
क्रिप्टोक्सैंथिन-बीटा0 µg
ल्यूटिन-जेक्सैंथिन4 µg

प्याज को खाने के कई तरीके हैं, जिसके बारे में हम आगे बात कर रहे हैं।

प्याज का उपयोग – How to Use Onion in Hindi

प्याज को खाने के कई तरीके हो सकते हैं। फिर चाहे आप इसे कच्चा खाएं या फिर पकाकर। यहां हम प्याज खाने के कुछ आम और खास तरीके बता रहे हैं :

  • अगर आप इटेलियन सलाद खाने के शौकीन हैं, तो इसमें प्याज का इस्तेमाल कर सकते हैं। टमाटर व मोजरिला चीज़ के साथ प्याज को सलाद में मिक्स करें और ऊपर से जैतून का तेल डालें।
  • प्याज को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर पास्ता व सूप आदि में डाल सकते हैं। इससे पास्ता व सूप का स्वाद कई गुना बढ़ जाएगा।
  • आप चावल बनाते समय प्याज व जीरे का तकड़ा लगाकर साधारण से चावल को भी स्वादिष्ट बना सकते हैं।
  • कोई भी सब्जी या दाल बनाते समय जब तड़का लगाया जाता है, तो उसमें प्याज डालने से खाने का मजा ही आ जाता है।
  • कई लोग टमाटर व प्याज की सब्जी भी बड़े शौक से खाते हैं।

आगे हम प्याज से जुड़ी कुछ अन्य जानकारियां दे रहे हैं।

प्याज का चयन और लंबे समय तक सुरक्षित रखना – Selection and Storage of Onion in Hindi

प्याज को खरीदते समय इस बात का ध्यान रखें कि :

  • उसका आकार सही हो, साफ-सुथरा हो और कहीं से भी कटा हुआ न हो।
  • बीच से वह लकड़ी की तरह सख्त नहीं होना चाहिए।
  • उसकी बाहरी परत चमकीली व कठोर होनी चाहिए।
  • प्याज नीचे से सफेद होना चाहिए।
  • अगर प्याज में धब्बा है या फिर कहीं से भी खराब नजर आता है, तो न लें।
  • कुछ प्याज अंकुरित जैसे होते हैं। उसमें से हरे रंग की डंठल जैसी निकल रही होती है। ऐसे प्याज को नहीं लेना चाहिए।

प्याज को लंबे समय तक इस प्रकार स्टोर किया जा सकता है :

  • उसे ठंडी, सूखी व हवादार जगह पर रखना चाहिए।
  • इसे कभी फ्रिज में न रखें, क्योंकि ये नम होकर मुलायम हो सकते हैं।
  • अगर उपयोग करने के बाद कटा हुआ प्याज बच जाता है, तो आप इसे किसी प्लास्टिक से अच्छी तरह कवर करके फ्रिज में रख सकते हैं। यह करीब दो दिन तक खराब नहीं होगा।
  • आप समय-समय पर प्याज को चेक करते रहें। अगर कोई प्याज खराब नजर आए, तो उसे फेंक दें।
  • साथ ही अगर किसी प्याज से हरे रंग की डंठल निकलने लगे, तो सबसे पहले उसे ही प्रयोग करें। आप हरे भाग को निकालकर प्याज इस्तेमाल कर सकते हैं।

क्या आप जानते हैं कि प्याज खाने के नुकसान भी हैं? अगर नहींं, तो हम बताते हैं।

प्याज के नुकसान – Side Effects of Onion in Hindi

  1. तेज गंध : अगर आप कच्चा प्याज खाते हैं, तो उसके बाद आपके मुंह से तेज बदबू आ सकती है। ऐसा प्याज में मौजूद सल्फर के कारण होता है।
  2. रक्त शर्करा में कमी : यह खून में शुगर की मात्रा को काफी कम कर सकता है। इसलिए, इसका सेवन करने से पहले डॉक्टरी सलाह जरूरी है।
  3. त्वचा पर रैशेज : त्वचा पर प्याज का रस लगाने से कुछ लोगों को खुजली व त्वचा पर रैशेज हो सकते हैं। इसलिए, आप प्याज का रस इस्तेमाल करने से पहले पैच टेस्ट जरूर कर लें।
  4. गैस : प्याज का अधिक सेवन करने से पेट में गैस, जलन, उल्टी व मतली जैसी समस्या हो सकती है।
  5. गर्भावस्था : गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन कम मात्रा में करना चाहिए, क्योंकि अधिक मात्रा में इसका सेवन करने से सीने में जलन हो सकती है।
  6. लिथियम : प्याज के सेवन से शरीर में लिथियम की मात्रा बढ़ सकती है। इसलिए, डिप्रेशन में लिथियम की दवा लेने से पहले एक बार डॉक्टर से प्याज खाने के संबंध में जरूर पूछ लें।
  7. रक्तचाप : प्याज के सेवन से सिस्टोलिक व डायस्टोलिक रक्तचाप का स्तर कम हो सकता है। इसलिए, रक्तचाप की दवा लेने वालों को प्याज खाना चाहिए या नहीं, इस बारे में डॉक्टर से पूछ लेना चाहिए।

जो लोग प्याज से आने वाली तेज गंध के कारण इसे इस्तेमाल नहीं करते, उन्हें इस लेख के जरिए समझ आ गया होगा कि प्याज के फायदे कई हैं। अपने तीखे स्वाद के बावजूद यह आपके कई काम आ सकता है। इसलिए, आप प्याज को अपनी डाइट में शामिल करें, लेकिन सीमित मात्रा में, ताकि आपको इसका भरपूर फायदा मिल सके और प्याज खाने के नुकसान भी न हो। अगर आपके मन में प्याज से संबंधित कोई सवाल है, तो आप नीचे दिए कमेंट बॉक्स में हम से पूछ सकते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल :

क्या कच्चे प्याज व लहसुन को एक साथ खाना सुरक्षित है?

हां, अगर आप इन दोनों की तेज गंध को बर्दाश्त कर सकते हैं, तो इन्हें इकट्ठा खा सकते हैं।

प्याज के पानी के क्या फायदे हैं?

प्याज का पानी नहीं, बल्कि प्याज का रस होता है। यह पाचन तंत्र को अच्छा करने के साथ-साथ श्वास नलिका को भी ठीक कर सकता है। इसके अलावा, यह त्वचा व बालों के लिए भी फायदेमंद हो सकता है।

क्या प्याज की त्वचा में पोषक तत्व होते हैं?

हां, इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं।

क्या कटा हुआ प्याज हानिकारक है?

नहीं, आप इसे प्रयोग कर सकते हैं।

स्प्रिंग अनियन क्या है?

यह प्याज की एक किस्म है। ये आकार में छोटे होते हैं और स्वादिष्ट भी होते हैं। इसमें भी कई तरह के पौष्टिक तत्व होते हैं।

एक दिन में कितने प्याज खाए जा सकते हैं?

हालांकि, इसकी कोई निर्धारित सीमा नहीं है, लेकिन जरूरत से ज्यादा कोई भी चीज नुकसान पहुंचाती है और प्याज के साथ भी ऐसा ही है। आप दिनभर में सब्जी में एक से दो प्याज डाल सकते हैं, वहीं सलाद में एक प्याज खाना पर्याप्त है।

References

Articles on thebridalbox are backed by verified information from peer-reviewed and academic research papers, reputed organizations, research institutions, and medical associations to ensure accuracy and relevance. Read our editorial policy to learn more.

  1. Garlic and onions: Their cancer prevention properties
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4366009/
  2. Quercetin in onion (Allium cepa L.) after heat-treatment simulating home preparation
    https://www.academia.edu/24486992/Quercetin_in_onion_Allium_cepa_L_after_heat_treatment_simulating_home_preparation
  3. Antioxidant effect of onion oil (Allium cepa. Linn) on the damages induced by nicotine in rats as compared to alpha-tocopherol
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/10906423/
  4. Antioxidative compounds from the outer scales of onion
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/16218662/
  5. The antidiabetic effect of onion and garlic in experimental diabetic rats: meta-analysis
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/19627203/
  6. Eating garlic and onion: a matter of life or death
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC2364754/
  7. An Investigation of the Acute Effects of Oligofructose-Enriched Inulin on Subjective Wellbeing, Mood and Cognitive Performance
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/26516908/
  8. Fiber and Prebiotics: Mechanisms and Health Benefits
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3705355/
  9. Quercetin reduces systolic blood pressure and plasma oxidised low-density lipoprotein concentrations in overweight subjects with a high-cardiovascular disease risk phenotype: a double-blinded, placebo-controlled cross-over study
    https://www.cambridge.org/core/journals/british-journal-of-nutrition/article/quercetin-reduces-systolic-blood-pressure-and-plasma-oxidised-lowdensity-lipoprotein-concentrations-in-overweight-subjects-with-a-highcardiovascular-disease-risk-phenotype-a-doubleblinded-placebocontrolled-crossover-study/8DB47B7FB4C09E5D3995A2F3F577D473
  10. The association between onion consumption and bone density in perimenopausal and postmenopausal non-Hispanic white women 50 years and older
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/19240657/
  11. Quercetin, Inflammation and Immunity
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4808895/
  12. Traditional and modern uses of onion bulb (Allium cepa L.): A systematic review
    https://www.researchgate.net/publication/326262045_Traditional_and_modern_uses_of_onion_bulb_Allium_cepa_L_A_systematic_review
  13. Anti-bacterial action of onion (Allium cepa L.) extracts against oral pathogenic bacteria
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/9354029/
  14. Effect of onion extract on immune response in rabbits
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/9103661/
  15. Peeling Back the Onion: An Outsider’s Observations
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5426173/
  16. What can parents do about middle ear infections?
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK279380/
  17. Effect of onion extract on corneal haze suppression after air assisted lamellar keratectomy
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4829509/
  18. Effects of Onion Juice on the Normal Flora of Eyelids and Conjunctiva in an Animal Model
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4138639/
  19. Traditional herbal remedies used in the management of sexual impotence and erectile dysfunction in western Uganda
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC1831906/
  20. Hypocholesterolemic Efficacy of Quercetin Rich Onion Juice in Healthy Mild Hypercholesterolemic Adults: A Pilot Study
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/26385226/
  21. Menopause-Associated Lipid Metabolic Disorders and Foods Beneficial for Postmenopausal Women
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC7019719/
  22. Respiratory and allergic diseases: from upper respiratory tract infections to asthma
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/12391710/
  23. Quercetin and Its Anti-Allergic Immune Response
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC6273625/
  24. Effect of quercetin-rich onion peel extracts on arterial thrombosis in rats
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/23524316/
  25. In vitro antibacterial activity of onion (Allium cepa) against clinical isolates of Vibrio cholerae
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/21702293/
  26. Antioxidative activity and ameliorative effects of memory impairment of sulfur-containing compounds in Allium species
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/16823099/
  27. Consumption of onion juice modulates oxidative stress and attenuates the risk of bone disorders in middle-aged and post-menopausal healthy subjects
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/26686359
  28. Garlic and onion attenuates vascular inflammation and oxidative stress in fructose-fed rats
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/21876795/
  29. Urinary Tract Infection
    http://projects.hsl.wisc.edu/SERVICE/modules/21/M21_CT_Urinary_Tract_Infections.pdf
  30. Antibacterial properties of Onion
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/13488709/
Was this article helpful?
thumbsupthumbsdown

Community Experiences

Join the conversation and become a part of our vibrant community! Share your stories, experiences, and insights to connect with like-minded individuals.

Madhu Sharma is a member of the National Executive Committee of IDA. She has been associated for almost three decades with Pediatric Nutrition at PGI while serving in the Gastroenterology Department (20 years) and then the Advanced Pediatric Center (10 yrs) at PGIMER, Chandigarh.

Read full bio of Madhu Sharma
Puja Kumari
Puja Kumariहेल्थ एंड वेलनेस राइटर
.

Read full bio of Puja Kumari