Dr. Zeel Gandhi, BAMS
Written by , (शिक्षा- बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मीडिया कम्युनिकेशन)

कब्ज किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है। भले यह एक आम समस्या है, लेकिन इसका लंबे समय तक बना रहना घातक भी हो सकता है। इसलिए, जरूरी है कि समय रहते इस समस्या पर काबू पा लिया जाए। विषय की गंभीरता को देखते हुए हम कब्ज दूर करने के लिए अरंडी के तेल फायदे बताने जा रहे हैं। स्टाइलक्रेज के इस लेख में जानिए कब्ज दूर करने के लिए अरंडी का तेल किस प्रकार मददगार हो सकता है। साथ ही इस लेख में कब्ज के लिए अरंडी का तेल का उपयोग भी बताया गया है। पाठक ध्यान दें कि अरंडी के तेल के लाभ वैकल्पिक रूप से कब्ज से आराम दिलाने में सहायक हो सकते हैं, लेकिन इसे समस्या का इलाज न समझा जाए।

पढ़ते रहें आर्टिकल।

सबसे पहले जानते हैं कि कब्ज क्या है?

कब्ज क्या है?

अगर किसी व्यक्ति को हफ्ते में तीन बार या उससे कम मल त्याग होता है तो उसे कब्ज की स्थिति कह सकते हैं। इस स्थिति में मल सख्त और सूखा हो जाता है। साथ ही व्यक्ति को पेट-फूलने या पेट में दर्द की शिकायत भी हो सकती है (1) (2)। हालांकि, कब्ज कोई बीमारी नहीं बल्कि यह किसी अन्य बीमारी का लक्षण हो सकता है (3)। आगे जानिए कब्ज के लिए अरंडी का तेल का उपयोग करने के कुछ टिप्स।

पढ़ते रहिए यह लेख।

जानिए अरंडी के तेल का उपयोग कब्ज के लिए क्यों फायदेमंद है?

कब्ज के लिए अरंडी का तेल क्यों फायदेमंद है?

अरंडी के तेल में मौजूद रिसिनोलिक एसिड (Ricinoleic Acid) में लैक्सेटिव गुण (पेट को साफ करने का गुण) मौजूद होता है, जिस कारण यह कब्ज के लिए लाभकारी हो सकता है (4)। इसके अलावा, एनसीबीआई (NCBI – The National Center for Biotechnology Information) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, अरंडी के तेल का पैक कब्ज के लक्षण से राहत दिलाने के लिए मदद कर सकता है (5)।

उपयोग के लिए स्क्रोल करें।

अब बारी है कब्ज के लिए अरंडी का तेल का उपयोग जानने की।

कब्ज के लिए अरंडी के तेल का उपयोग – How To Use Castor Oil For Constipation in Hindi

नीचे जानिए कैसे कब्ज के लिए अरंडी के तेल का उपयोग किया जा सकता है।

1. अरंडी का तेल

सामग्री

  • एक चम्मच अरंडी का तेल
  • अपने पसंद का कोई फल का जूस

उपयोग करने का तरीका

  • सबसे पहले अरंडी के तेल को कुछ देर फ्रिज में ठंडा होने के लिए रख दें।
  • जब तेल ठंडा हो जाए तो अपने पसंद के किसी जूस में मिलाकर इसका सेवन करें।

कैसे फायदेमंद है?

हमने पहले ही जानकारी दी है कि अरंडी के तेल में लैक्सेटिव गुण मौजूद होता है, जिससे कब्ज की परेशानी से राहत मिल सकती है। अरंडी तेल का उपयोग हफ्ते में दो बार किया जा सकता है।

2. अरंडी का तेल और संतरे का रस

सामग्री

  • एक चम्मच अरंडी का तेल
  • एक कप संतरे का रस

उपयोग करने का तरीका

  • एक कप संतरे के रस में अरंडी का तेल डालें और अच्छी तरह से मिलाएं।
  • अब इसका सेवन करें।
  • हर कुछ दिनों में एक बार इस मिश्रण का सेवन किया जा सकता है।

कैसे फायदेमंद है?

संतरे के फायदे अनेक हैं। अरंडी के तेल में अगर पेट साफ करने का गुण हैं, तो संतरे का रस भी कब्ज की परेशानी से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। दरअसल, जूस में पानी भरपूर मात्रा में होता है और पानी सख्त मल को मुलायम करता है और उसकी निकासी में मदद करता है (6)।

3. अरंडी का तेल और नींबू का रस

सामग्री

  • एक चम्मच अरंडी का तेल
  • एक कप नींबू का रस

उपयोग करने का तरीका

  • एक कप नींबू के रस में लगभग एक चम्मच अरंडी का तेल मिलाएं।
  • फिर इसका सेवन करें।
  • हर दूसरे दिन इसका सेवन किया जा सकता है।

कैसे फायदेमंद है?

अरंडी के तेल के साथ नींबू का रस भी लाभकारी हो सकता है। दरअसल, नींबू एक सिट्रस फल है और एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध से यह पता चलता है कि सिट्रस फल का सेवन कब्ज की समस्या से राहत दिलाने में मदद कर सकता है (7)।

नीचे पढ़ें और उपयोग।

4. अरंडी का तेल और गर्म सेंक (हीटिंग पैड)

सामग्री

  • एक बड़ा चम्मच अरंडी का तेल
  • एक हीटिंग पैड

उपयोग करने का तरीका

  • पहले अरंडी के तेल से पेट पर हल्की मालिश करें।
  • अब थोड़ी देर के लिए पेट पर हीटिंग पैड रखें।
  • ऐसा हर रोज किया जा सकता है, खासकर जब तक कब्ज की समस्या से राहत न मिल जाए।

कैसे फायदेमंद है?

अरंडी के तेल का पैक कब्ज से राहत दिलाने में मदद कर सकता है, इस बारे में हमने लेख में पहले ही जानकारी दे दी है। अब इसी के साथ अगर हीटिंग पैड का उपयोग किया जाए तो और लाभकारी हो सकता है। दरअसल, इस विषय से संबंधित एक शोध एनसीबीआई की वेबसाइट पर उपलब्ध है। शोध के अनुसार कब्ज के दौरान हीटिंग शीट के उपयोग से पेट को आराम मिल सकता है (8)।

नोट : ध्यान रहे कि हीटिंग पैड को उतना ही गर्म करें जितना त्वचा सह सके। अत्यधिक गर्म होने से त्वचा जल भी सकती है।

5. बच्चों के लिए अरंडी के तेल से मालिश

सामग्री

  • आवश्यकतानुसार ऑर्गेनिक अरंडी का तेल।

उपयोग करने का तरीका

  • थोड़ा सा अरंडी का तेल लेकर उसे गुनगुना कर लें।
  • अब इस तेल से बच्चे के पेट और हाथ-पैरों की धीरे-धीरे मालिश करें।
  • कुछ मिनट तक मालिश करते रहें।

कैसे लाभकारी है?

जैसा कि हमने ऊपर बताया कि अरंडी के तेल का पैक कब्ज में होने वाली परेशानियों या उसके लक्षणों को कुछ हद तक कम करने में मदद कर सकता है। दरअसल, अरंडी के तेल में दर्दनिवारक (Analgesic) गुण मौजूद होता है (9), जो कब्ज के दौरान पेट दर्द की समस्या को कम करने में मदद कर सकता है। हालांकि, बच्चों के लिए अरंडी के तेल का उपयोग कितना लाभकारी हो सकता है, इस बारे में कोई वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है। ऐसे में बस अनुमान के तौर पर ही इसका उपयोग किया जा सकता है।

नोट : बच्चे को तेल लगाने से पहले पैच टेस्ट कर तेल का तापमान जरूर चेक करें।

सावधानियों के लिए स्क्रोल करें।

आगे जानिए अरंडी के तेल से संबंधित कुछ सावधानियां।

सावधानियां – Precaution

नीचे बताई गईं बातों पर ध्यान दें।

  • बच्चे के लिए हमेशा ऑर्गेनिक अरंडी के तेल का ही उपयोग करें।
  • नवजात या 6 महीने से कम उम्र के बच्चे के लिए अरंडी का तेल उपयोग न करें, क्योंकि इससे बच्चे की सेहत पर गलत प्रभाव पड़ सकता है (10)।
  • अगर किसी को गंभीर कब्ज की शिकायत है तो वो अरंडी के तेल का उपयोग न करें (11)।
  • इसके सेवन के लिए इसकी मात्रा के बारे में डॉक्टरी या विशेषज्ञ की सलाह लें, क्योंकि इसकी मात्रा व्यक्ति की उम्र और शारीरिक स्वास्थ्य पर निर्भर करती है। इसका अधिक मात्रा में सेवन कई शारीरिक समस्याओं, जैसे – पेट खराब, मतली, पेट में दर्द और सीने में दर्द का कारण बन सकता है (12)।
  • अगर कोई किसी प्रकार की दवाई का सेवन कर रहा है या किसी को एलर्जी की समस्या है, तो इसके सेवन से पहले डॉक्टरी परामर्श लें।
  • गर्भवती महिलाएं इसका उपयोग करने से बचें, क्योंकि यह गर्भपात का कारण बन सकता है (11)।

नोट : आयुर्वेद के अनुसार, रेचक (purgative) हमेशा सुबह लेना चाहिए या पूरे दिन के आखिरी भोजन के 4 -5 घंटे के बाद लेना चाहिए। अगर भोजन के तुरंत बाद रेचक लिया जाए तो मधुमेह या इर्रिटेबल बॉवेल सिंड्रोम (Irritable bowel syndrome) की समस्या हो सकती है। वहीं, हमारी सलाह है कि अरंडी के तेल के सेवन से पहले एक बार डॉक्टरी सलाह भी जरूर लें।

इस लेख को पढ़ने के बाद पाठकों को पता चल ही चुका होगा कि कब्ज दूर करने के लिए अरंडी का तेल किस प्रकार मददगार हो सकता है। इस बात का ध्यान रखें कि कब्ज के लिए अरंडी का तेल का उपयोग कुछ हद तक लाभदायक हो सकता है, लेकिन इसे किसी भी तरीके से कब्ज का इलाज न समझें। वहीं, किसी को अगर गंभीर कब्ज की परेशानी है और अरंडी के तेल के फायदे नहीं मिल रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। उम्मीद करते हैं कि यह लेख आपके लिए मददगार साबित होगा।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या बच्चों में कब्ज के लिए अरंडी के तेल का उपयोग लाभकारी है?

जैसा कि हमने ऊपर बताया कि कब्ज के दौरान अरंडी के तेल का उपयोग लाभकारी हो सकता है, लेकिन यह बच्चों के लिए कितना फायदेमंद होगा, इस पर कोई सटीक वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है। इस विषय में डॉक्टर से सलाह ली जा सकती है।

अरंडी का तेल कब्ज के इलाज में कितना समय लेता है?

यह व्यक्ति की उम्र और कब्ज की स्थिति पर निर्भर करता है। वहीं, किसी को अगर गंभीर कब्ज की शिकायत है तो उसे घरेलू उपचार की जगह डॉक्टरी इलाज करवाना चाहिए।

क्या एक गर्भवती महिला कब्ज के लिए अरंडी का तेल पी सकती है?

गर्भवती महिलाओं को कब्ज के लिए अरंडी का तेल लेने से बचना चाहिए, क्योंकि यह गर्भपात का कारण बन सकता है (11)।

और पढ़े:

References

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  1. Constipation
    https://medlineplus.gov/constipation.html
  2. Constipation- Self-Care
    https://medlineplus.gov/ency/patientinstructions/000120.htm
  3. Definition & Facts for Constipation
    https://www.niddk.nih.gov/health-information/digestive-diseases/constipation/definition-facts
  4. Castor Oil
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK551626/
  5. An examination of the effect of castor oil packs on constipation in the elderly.
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pubmed/21168117
  6. Eating, Diet, & Nutrition for Constipation
    https://www.niddk.nih.gov/health-information/digestive-diseases/constipation/eating-diet-nutrition
  7. Irritable bowel syndrome and chronic constipation: Fact and fiction
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4616212/
  8. Application of a Heat- and Steam-Generating Sheet Increases Peripheral Blood Flow and Induces Parasympathetic Predominance
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3092738/
  9. Effect of ricinoleic acid in acute and subchronic experimental models of inflammation.
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC1781768/
  10. Castor
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/books/NBK501875/
  11. Ricinus Communis (Castor): An Overview
    http://www.ijrpp.com/sites/default/files/articles/IJRPP_14_711_136-144.pdf
  12. Castor oil overdose
    https://medlineplus.gov/ency/article/002768.htm
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Dr. Zeel Gandhi is an Ayurvedic doctor with 7 years of experience and an expert at providing holistic solutions for health problems encompassing Internal medicine, Panchakarma, Yoga, Ayurvedic Nutrition, and formulations.

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Saral Jain
Saral Jainहेल्थ एंड वेलनेस राइटर
सरल जैन ने श्री रामानन्दाचार्य संस्कृत विश्वविद्यालय, राजस्थान से संस्कृत और जैन दर्शन में बीए और डॉ.

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