Written by , (एमए इन मास कम्युनिकेशन)

गुस्सा चाहे कितना भी बलवान क्यों न हो प्यार भरे शब्दों के आगे ठंडा हो ही जाता है। बस प्यार का एहसास दिलाने के लिए सही शब्दों का चयन जरूरी होता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम रूठे प्यार को मनाने वाली शायरी लेकर आए हैं। यहां दी गई रूठने मनाने की शायरी आपके किसी खास के दिल को जरूर छू लेंगी और उनका गुस्सा फुर्र हो जाएगा।

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आइए, रूठे प्यार को मनाने वाली शायरी और कोट्स का सिलसिला शुरू करते हैं।

रूठे हुए प्यार को मनाने वाली शायरी | रूठे को मनाने की शायरी | Ruthe Pyar Ko Manane Wali Shayari

रिश्ते को टूटने और खटास से बचाना है, तो रूठे को मानना जरूरी है। बस तो रूठे को मनाना के लिए शायरी का इस्तेमाल करके सामने वाले के गुस्से को छूमंतर कर दें।

  1. तू रूठ जाता है, तो मेरा दिल रूठ जाता है,
    तू खामोश हो जाता है, तो दिल टूट जाता है,
    क्यों तू मुझे इतना सताता है,
    इतना मनाने पर भी क्यों तू नहीं मानता है।
  1. तेरी आदाओं पर दिल निसार है,
    मुझे तुझसे बेपनाह प्यार है,
    तुम रूठ गई हो मुझसे,
    तभी तो हुआ मेरा बुरा हाल है।
  1. तेरी अदा गजब ढा रही है,
    तेरे रूठना की अदा दिल को जला रही है,
    मान जाओ अब न तड़पाओ,
    तेरी खामोशी मुझे तड़पा रही है।
  1. जब तुम हंसोगी तब मैं भी हंसूंगा,
    जब तुम रूठ जाओगी तब मैं मना लूंगा।
  1. चोरी-चोरी दिल को चुराना तेरा,
    रूठ कर बैठ जाना तेरा,
    प्यार से मानना मेरा,
    कितना हसीन है न ये रिश्ता हमारा।
  1. प्यार तुझसे बेपनाह है,
    मेरा दिल बेगुनाह है,
    मैंने तुझे नहीं सताया है,
    तेरा रूठना बेवजह है।
  1. मेरी सांसें चलती है तुझसे,
    मेरा जीवन है तुझसे,
    अब मान भी जाओ,
    गलती हो गई थी मुझसे।

पढ़ते रहें रुठने मनाने की शायरी

  1. तेरी नाराजगी को दूर करना है,
    तुझसे और नहीं लड़ना है,
    सारी गलती मेरी ही है,
    मुझे उसका पश्चताप करना है।
  1. मैं तुमपर प्यार नहीं जताता हूं,
    रूठने पर भी नहीं मानता हूं,
    पर तुम सोच भी नहीं सकती,
    इतना मैं तुम्हें चाहता हूं।
  1. तुझे क्यों लगता है कि तेरी परवाह नहीं है,
    तुझे क्यों लगता है कि तुझसे प्यार नहीं है,
    तेरा ऐसा सोचना बिल्कुल भी सही नहीं है,
    तेरे होने से है मेरा होना, तू नहीं तो मेरी जान नहीं है।
  1. सांसें रुक सी जाती हैं तेरे जाने से,
    अब न तड़पाओ आ जाओ बहाने से,
    मैं जीता हूं तुमसे ही,
    मान जाओ न इतना मानाने से।
  1. रूठे को मानना मुझे आता है,
    प्यार जाताना मुझे आता है,
    तेरे बिना मुझसे,
    एक पल भी रहा नहीं जाता है।
  1. तुझे देखे बिना दिन नहीं गुजरता,
    तुम्हें देखे बिना शाम नहीं ढलती,
    पूरा एक दिन हो गया रूठे तुम्हें,
    तुमसे बात किए बिन मेरा दिन शुरू नहीं होता।
  1. तेरी यादों को कभी खुद से जुदा नहीं किया,
    तेरे बैगर एक पल भी चैन से सांस नहीं लिया,
    जो भी कर रहा हूं हमारे लिए ही कर रहा हूं,
    तुम्हें नाराज करके कभी खुश नहीं रहा हूं।

नीचे और है रुठने मनाने की शायरी

  1. इस दिल का धड़कना तुमसे है,
    शरीर में रक्त का बहना तुमसे है,
    तुम यूं रूठ जाओगी तो जान चली जाएगी,
    मेरी सांसों का चलना तुमसे है।
  1. तुम रूठ जाती हो तो दिल टूट जाता है,
    जब तक तुम नहीं मानती तब तक कुछ नहीं भाता है,
    तुम्हारे रूठने पर बेचैनी दिल को सताती है,
    जो अक्सर आंसू बनाकर आंखों में आ जाती है।
  1. तेरी याद हर पल सताती है,
    अब दूरी मुझसे सही नहीं जाती है,
    माना हो गई गलती मुझसे,
    पर मेरे जितना तुम्हें कोई नहीं चाहती है।
  1. हमें तुमसे रूठना नहीं है आता,
    मेरा ये दिल तुम्हें ही है चाहता,
    अब मान भी जाओ जानेमन,
    तेरे बिना और नहीं रहा है जाता।
  1. मेरे शब्दों से तेरा दिल दुखता है,
    शब्दों पर मेरा काबू नहीं रहता है,
    चाहता हूं तुझे टूटकर,
    दिल नहीं दुखाऊंगा भूलकर।
  1. मेरे शब्दों पर लगाम नहीं रहता है,
    कई बार ये गलती कर बैठता है,
    पर इनका मकसद,
    तुझे नाराज करने का नहीं होता है,
    पर कई बारी ये कर बैठता है।
  1. भरोसा कर मेरे प्यार पर,
    यकीन रख अपने यार पर,
    रूठ जाएगी तो मैं माना लूंगा,
    देख ले एक बार और रूठ कर।

पढ़ते रहें रूठे को मनाना के लिए शायरी

  1. रूठना-मनाना तो चलता रहेगा,
    इससे दोनों में प्यार बढ़ता रहेगा,
    तुझे पता है तेरे पास मानाने वाला है,
    इसलिए तू रूठता रहेगा।
  1. प्यार का सिलसिला तो चलता रहेगा,
    रूठना-मानना भी तो चलता रहेगा।
  1. तू रूठ जाती है, तो रब रूठ जाता है,
    फिर मेरा दिल भी टूट जाता है।
  1. दोस्त रूठना नहीं चाहिए,
    दोस्ती टूटनी नहीं चाहिए,
    दूरी को कम करने के लिए
    बातें होती रहना चाहिए।
  1. अगर किसी का प्यार रूठ जाए तो माना लेना,
    अपने हिस्से की खुशी उसके नाम कर देना,
    हर किसी को मोहब्बत नहीं मिलती है दोस्त,
    अगर प्यार हो गया है, तो उसे बता देना।

नीचे है रूठे हुए प्यार को मनाने की हिन्दी शायरी

  1. प्यार में लड़ाई-झगड़ा होता रहता है,
    मैं तुमसे बात नहीं करूंगा, ये हर कोई कहता है,
    पर बिना बात किए रह नहीं सकते हैं,
    रूठकर एक-दूसरे से खुद ही मान जाते हैं।
  1. तुझे देखे बिना रहा नहीं जाता है,
    दिल मेरा हर वक्त घबराता है,
    रूठ जाती है जब तू मुझसे,
    तब ये बेचैन हो जाता है।
  1. प्यार में मुझे सजा न दो,
    हो गई खता माफ कर दो,
    मुझसे यूं रूठ कर न बैठो,
    प्यार से दो बात कर लो।
  1. तुम्हें नाराज करके मैं चैन से नहीं रह सकता,
    तुझसे बात किए बिना एक दिन नहीं रह सकता,
    तू है और तू ही रहेगी मेरी जिंदगी,
    ये मैं पूरी दुनिया से हूं कह सकता।

आगे और है रूठे हुए प्यार को मनाने की हिन्दी शायरी

  1. तुझमें ही मेरी दुनिया बसती है,
    जब तू हंसती है बहुत खूबसूरत लगती है,
    तेरे रूठने पर मेरा दिल रूठ जाता है,
    मेरी दिल की यही बात मुझे डराती है।
  1. तेरे रूठने पर मुझे बहुत ज्यादा डर लगता है,
    तू कही छोड़कर न चली जाए, इसलिए दिल डरता है,
    मेरा दिल मुझसे भी ज्यादा, तेरी परवाह करता है,
    तेरे लिए ही तो ये अक्सर मुझसे लड़ता है।
  1. तुम्हें कभी भूल नहीं सकता,
    तेरे बिना मैं रह नहीं सकता,
    हर पल तेरी जरूरत होती है,
    तेरे बिना ये जिंदगी चला नहीं सकता।
miss you every moment
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  1. तुम्हें हर पल याद करता हूं,
    मान जाओ मुझसे ऐसी,
    खुदा से फरियाद करता हूं।
  1. अब रूठकर न रहो मान भी जाओ,
    मेरे इस दिल को और न तड़पाओ।
  1. हर वक्त याद करता हूं तुम्हें,
    तेरी बहुत जरूरत है मुझे,
    तुझसे ही तो धड़कता है दिल,
    जिंदा रहने के लिए जरूरत है तेरी मुझे।
  1. अक्सर तुम रूठ जाती हो,
    मनाने पर भी नहीं मानती हो,
    मुझे तुझसे बेइंतेहा प्यार है,
    ये तुम बखूबी जानती हो।
  1. मैं अपना हर वक्त तुम्हें देना चाहता हूं,
    हर वक्त तेरे पास रहना चाहता हूं,
    जब भी तुम मुझसे रुठोगी,
    तब मैं तुम्हें प्यार से मनाना चाहता हूं।

नीचे पढ़ें रोमांटिक रूठे प्यार को मनाने वाली शायरी

  1. समय नहीं है तेरे पास मुझे मनाने का,
    क्यों परवाह है तुझे इस जमाने की,
    काफी दिन हो गया है देखे तुम्हें,
    आजा मिलने किसी बहाने से।
  1. तुम्हें कभी याद न कर पाऊं, तो मुझे माफ कर देना,
    मेरी सांसें तेरा ही नाम लेती हैं, ये जान लेना,
    कभी रूठ जाएगी तो मैं माना लूंगा,
    मेरी मोहब्बत सच्ची है ये विश्वास कर लेना।
  1. जिस्म की ख्वाहिश नहीं मुझे तेरा प्यार चाहिए,
    रूठ जाऊं तो मनाने वाला यार मुझे चाहिए।
  1. दिल मेरा दुखता है,
    तब तू रूठता है,
    मान भी जाओ अब,
    मेरा प्यार सच्चा है।
  1. दिल के एक कोने में जगह दे देना,
    रूठ जाऊं मैं कभी तो माना लेना,
    बेइंतेहा प्यार है तुझसे,
    अपने हिस्से का गम मेरे नाम कर देना।
  1. मेरे आंसू का जवाब देना होगा,
    दर्द दिया है उसका हिसाब देना होगा,
    मेरे रूठने पर कभी नहीं मनाया है,
    आज उसका भी जवाब देना होगा।
  1. अपने रूठने की वजह नहीं बताती है,
    मुझपर कभी-कभी प्यार नहीं जताती है,
    मेरी जान गुस्से में बहुत सुंदर लगती है।
  1. तेरी हर एक अदा पर मरता हूं,
    ये जान तेरे नाम करता हूं,
    जब-जब तू रूठ जाती है,
    तब-तब मैं तुमसे डरता हूं।
  1. तू नाराज होगी तो मैं मना लूंगा,
    तेरे साथ हसीन यादें बना लूंगा,
    जब तक सीने में दिल धड़केगा,
    तब तक मैं सिर्फ तेरा रहूंगा।

आगे और हैं रोमांटिक रूठे प्यार को मनाने वाली शायरी

  1. तेरी आंखों में आंसू देख नहीं सकता,
    तेरी नाराजगी मैं सह नहीं सकता,
    मान भी जाओ अब मेरी जान,
    तेरे बगैर एक पल रह नहीं सकता।
  1. तुम्हें उदास देख मैं भी उदास हो जाता हूं,
    मुझे कोई नहीं मनाता, इसलिए खुद से मान जाता हूं।
  1. तेरे जाने से अधूरा लग रहा हूं,
    तेरे साथ मैं पूरा लगता हूं,
    माना मुझसे गलती हो गई है,
    मैं उन गलतियों की माफी मांगता हूं।
  1. हर मुसीबत में साथ रहूंगा,
    खुद से ज्यादा तुम्हें प्यार करूंगा,
    अब लौट आओ वापस,
    मैं फिर से गलती नहीं करूंगा।
  1. जो भी बात है मुझसे न छुपाओ,
    हमारे बीच में दूरी न बढ़ाओ,
    काफी समय से हो रूठी तुम,
    अब तो प्लीज मान जाओ।
  1. मेरी बातों का बुरा न मानना,
    मुझे पराया न समझना,
    मैं तो अपना समझ के डांट देता हूं
    मेरी बातों से कभी न रूठना।
  1. टूटकर बिखर गया हूं तेरे जाने से,
    अब तो टूटा दिल जुड़ेगा तेरे आने से,
    मैं माफी मांगता हूं अपनी गलतियों की,
    अब आ भी जाओ न किसी बहाने से।
  1. अपने प्यार का एहसास कैसे दिलाऊं,
    तेरी उदासी को मैं कैसे मिटाऊं,
    एक बार मेरी खता को माफ कर दे,
    जिंदगी भर तेरा साथ मैं निभाऊं।
  1. तेरा प्यार मेरे लिए जरूरी है,
    जीने के लिए तेरा साथ जरूरी है,
    जो तुम नाराज हो गई हो मुझसे,
    मेरी जिंदगी अब मुझे लग रही अधूरी है।
  1. तुम मेरे लिए बहुत खास हो,
    तुम मेरे दिल के बहुत पास हो,
    अगर तुम किसी बात से नाराज हो,
    तो वो बात मुझसे कह भी दो ।

स्क्रॉल कर पढ़ें रूठे को मनाना के लिए शायरी

  1. नाराज हूं मैं तुमसे,
    पर तुम्हें परवाह नहीं है,
    मानना तुम्हें आता है,
    पर तुम नहीं मनाओगी मुझे।
  1. मुझे प्यार में मिली है सजा,
    तुमने मुझसे नहीं की वफा,
    दिल तोड़ा है तुमने मेरा हर दफा,
    इसलिए हो गई हूं मैं तुमसे खफा।
  1. रूठा हूं तुझसे इस बात की खबर नहीं है,
    मेरे दिल पर क्या गुजर रही है,
    इस बात की तुझे खबर नहीं है,
    तू मनाएगी ये उम्मीद लेकर बैठा हूं दिल में,
    तू कहती है तुझे मेरे खफा होने की खबर नहीं है।
  1. मानाने वाला कोई नहीं है,
    इसलिए रूठता नहीं हूं,
    प्यार करने वाला कोई नहीं है,
    इसलिए प्यार दिखाता नहीं हूं।
  1. मुझसे प्यार नहीं है तुम्हें,
    मेरे रूठने का पता नहीं है तुम्हें,
    इस बात से दर्द हो रहा है मुझे।
  1. तुझे खराब नहीं है मेरे रूठने की,
    तुझे आवाज नहीं आई मेरा दिल टूटने की।
  1. तुम्हें मानाने के लिए कुछ भी कर सकता हूं,
    तेरे लिए मैं पूरी दुनिया से लड़ सकता हूं,
    बस मुझसे रूठ कर बात करना न छोड़ना,
    क्योंकि तेरी खामोशी मैं सह नहीं सकता हूं।
  1. तुम रूठ जाती हो तो आंखें रोती हैं,
    मुझे तुम्हारी फ्रिक्र हर वक्त होती है।

पढ़ते रहें रूठे हुए प्यार को मनाने वाली शायरी

  1. रूठ जाओगी तो मैं माना लूंगा,
    तेरी दुनिया खुशियों से सजा लूंगा,
    तुमसे बेपनाह प्यार करता हूं मैं,
    एक दिन तुम्हें अपना बना लूंगा।
  1. घर लौट आ सब सूना-सूना है लगता,
    तेरे बिना जीवन अधूरा-सा है लगता,
    तुझे देखे बिना एक दिन नहीं रह सकता,
    मेरी निगाहों में तू ही तो है बसता।
  1. तुझे मानाने के लिए हर हद से गुजर जाऊंगा,
    रूठ जाएगी तो मैं ठीक से जी नहीं पाऊंगा,
    तेरे लिए ही तो जी रहा हूं मैं,
    मेरी आखिरी सांस तक तेरा साथ निभाऊंगा।
  1. अपना मानता हूं, इसलिए रूठ जाता हूं,
    पर तू मुझे अपना समझकर मनाती नहीं है।
  1. तू मुझे मनाने आ जा,
    फिर से प्यार जताने आ जा।
  1. तनहा रह रहा हूं,
    कोई मनाने वाला नहीं है,
    अकेला हो गया हूं,
    कोई प्यार जताने वाला नहीं है।
  1. रूठ गई हो तुम,
    तो खुदा भी रूठ गया है,
    दिल टूटा है तेरा,
    तो मेरा भी दिल टूट गया है।
  1. यकीन नहीं होता तुम मेरे साथ ऐसा करोगी,
    बेवजह तुम मुझसे लड़कर रूठ जाओगी,
    तुम्हारे रूठने पर मुझे रोना आता है,
    पता नहीं था तुम मुझसे यूं रूठकर रुलाओगी।
  1. तेरी जुदाई मुझसे सही नहीं जाती,
    तेरे बिना एक पल रहा नहीं जाता,
    अब मान भी जाओ मेरी जान,
    तेरी खामोशी मुझसे सही नहीं जाती।

नीचे भी हैं रूठे हुए प्यार को मनाने वाली शायरी

  1. तुझे खोने से डरता हूं,
    तेरी परवाह करता हूं,
    जब भी तू रूठ जाती है,
    मैं अपने दिल से लड़ता हूं।
  1. मेरे प्यार को आजमा के देख ले,
    दिल मुझसे लगा के देख ले,
    जब भी तू रूठेगी मानाने आ जाऊंगा
    यकीन नहीं होता है तो रूठकर देख ले।

प्यार करने वाले एक-दूसरे की परवाह करते हैं, इसलिए छोटी-छोटी नोकझोंक भी उनके बीच होती रहती है। इससे प्यार और बढ़ता है। ऐसे में अगर किसी का प्रेमी या प्रेमिका रूठ गई है, तो उसे तुरंत मना लें, क्योंकि रूठना-मनाने जीवन की एक कड़ी है। बस तो इसके लिए हमारे लेख में दी गई रूठे प्यार को मनाने वाली शायरी का इस्तेमाल कर सकते हैं।

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Aviriti Gautam
Aviriti Gautamलाइफस्टाइल राइटर
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