Dr. Zeel Gandhi, BAMS
Written by , (शिक्षा- बैचलर ऑफ जर्नलिज्म एंड मीडिया कम्युनिकेशन)

जब मुंह के स्वास्थ्य की बात होती है तो लोगों का ध्यान सीधे दांतों की सफाई पर ही जाता है। लोग भूल जाते हैं कि जीभ भी मुंह का एक अभिन्न हिस्सा है। जीभ सिर्फ स्वाद का एहसास ही नहीं कराती, बल्कि पाचन प्रक्रिया में भी अहम भूमिका निभाती है। जर सोचिए, किसी रोज जीभ सुर्ख सफेद दिखाई दे तो! भय पैदा होना स्वाभाविक है। ऐसा नहीं है कि सफेद जीभ हर स्थिति में हानिकारक हो, लेकिन कभी-कभी यह कुछ गंभीर समस्याओं का इशारा जरूर हो सकती है। यही वजह है कि स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम आपको सफेद जीभ के कारण, लक्षण, घरेलू उपाय और इलाज से जुड़ी कई जरूरी जानकारियां देने जा रहे हैं। साथ ही लेख में आगे बढ़ने से पहले ध्यान रखना जरूरी है कि घरेलू उपाय समस्या से कुछ हद तक राहत तो दिला सकते हैं, लेकिन पूर्ण उपचार डॉक्टरी सलाह पर ही निर्भर करता है।

तो आइए सबसे पहले हम सफेद जीभ क्या है, इस बारे में जान लेते हैं। बाद में हम इससे जुड़े अन्य पहलुओं पर भी बात करेंगे।

सफेद जीभ क्या है – What is White Tongue in Hindi

पूरी जीभ पर छोटे-छोटे दानों के समान कुछ उभार पाए जाते हैं। यह उभार पैपिली कहलाते हैं, जो खाने के आकार के साथ ही स्वाद का अनुभव कराते हैं। जब कुछ भी हम खाते या पीते हैं तो उस पदार्थ का कुछ अंश लार के साथ मिलकर पैपिली के मध्य में फंस जाता है। नियमित रूप से जीभ की सफाई न होने की स्थिति में यह जमाव धीरे-धीरे बढ़ने लगता है और सड़न का कारण बनता है। इससे मुंह में हानिकारक बैक्टीरिया का प्रभाव बढ़ जाता है और जीभ पर एक सफेद परत बनने लगती है। इसी परत के कारण जीभ सफेद दिखाई देती है (1)।

लेख के अगले भाग में अब हम सफेद जीभ के कारण के बारे में बताएंगे।

सफेद जीभ के कारण – Causes of White Tongue in Hindi

सफेद जीभ के कारण कई हैं, जिनमें सामान्य के साथ ही कुछ गंभीर स्थितियां भी शामिल हैं। आइए निम्न बिंदुओं के माध्यम से इनके बारे में थोड़ा विस्तार से जानते हैं।

सफेद जीभ के सामान्य कारण

  •  दूध, पनीर और मछली जैसे प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों का अधिक प्रयोग (1)।
  •  जीभ की सही से सफाई न होना (1)।
  •  सिगरेट व शराब का सेवन करने के कारण (2)।
    अन्य कारण

ओरल थ्रश- इस समस्या को कैंडिडिआसिस (Candidiasis) के नाम से भी जाता जाता है। यह एक प्रकार का फंगल इन्फेक्शन है, जो कैंडीडा (Candida) नाम के यीस्ट के कारण होता है। इसमें गाल, तालू और गले के साथ जीभ पर सफेद रंग के धब्बे नजर आते हैं (3)।

ल्यूकोप्लाकिया- यह एक ऐसी समस्या है, जो मुंह में नमी व लार की कमी के कारण पैदा होती है। इसमें जीभ, मुंह और गाल के अंदर सफेद रंग के धब्बे दिखाई देते हैं। अधिक सिगरेट, शराब और तंबाकू का सेवन करने वालों लोगों में यह समस्या आमतौर पर देखी जा सकती है (4)।

ओरल लाइकेन प्लेनस- यह एलर्जी या प्रतिरक्षा प्रणाली से जुड़ा एक विकार है। इसमें मुंह के साथ जीभ पर सफेद रंग की धारियां या चकत्ते दिखाई देते हैं (5)।

सिफलिस- यह एक प्रकार का यौन संक्रामक रोग है। इसके अधिक बढ़ जाने पर जीभ पर सफेद रंग के चकत्ते नजर आ सकते हैं (6)।

सफेद जीभ के कारण के बाद अब हम आपको सफेद जीभ के लक्षण बताएंगे।

सफेद जीभ के लक्षण – Symptoms of White Tongue in Hindi

मुंह से बदबू आना सफेद जीभ का एक आम लक्षण है। ऐसा जीभ पर जमा खाद्य पदार्थों के अंश के सड़ने की वजह से होता है (1)। इसके अलावा, सफेद जीभ के लक्षण निम्न प्रकार से भी हो सकते हैं (3) (4)।

  • मुंह में छाले और लाली।
  • मुंह में रुई रखने जैसा महसूस होना।
  • स्वाद महसूस न होना
  • खाना खाने और निगलने में दर्द।
  • मुंह के किनारों पर लाली और चिटकन।
  • सफेद हुए हिस्से पर जीभ का कठोर महसूस होना।
  • मसालेदार या खट्टे खाद्य पदार्थों का सेवन करने से दर्द होना।

सफेद जीभ के लक्षण के बाद लेख के अगले भाग में अब हम सफेद जीभ के लिए घरेलू उपाय बताएंगे।

सफेद जीभ के लिए घरेलू उपाय – Home Remedies for White Tongue in Hindi

1. बेकिंग सोडा

सामग्री

  •  एक चुटकी बेकिंग सोडा
  •  दो से चार बूंद नींबू का रस

कैसे इस्तेमाल करें

  • सबसे पहले बेकिंग सोडा में नींबू का रस मिलाकर पेस्ट बना लें।
  • अब इस पेस्ट को लगाकर जीभ को ब्रश से साफ करें।
  • बाद में साफ पानी से कुल्ला कर लें।
  • जीभ को पूरी तरह से साफ करने के लिए इस प्रक्रिया करीब चार से पांच दिन तक नियमित इस्तेमाल किया जा सकता है।

कैसे है फायदेमंद

सफेद जीभ के घरेलू उपचार के लिए बेकिंग सोडा का इस्तेमाल किया जा सकता है। दरअसल, इसमें एंटीबैक्टीरियल प्रभाव पाए जाते हैं, जो मुंह को बैक्टीरिया से बचाकर मुंह के स्वास्थ्य को बरकरार रखने में मदद कर सकते हैं (7)। वहीं, दूसरी ओर एनसीबीआई (National Center for Biotechnology Information) के एक शोध में जीवाणुओं पर सिट्रस फ्रूट के प्रभाव से जुड़ी जानकारी मिलती है। इससे पता चलता है कि हानिकारक जीवाणुओं के प्रभाव को कम करने में नींबू (सिट्रस फ्रूट) भी सकारात्मक प्रभाव प्रदर्शित कर सकता है (8)।

जीभ पर जमें खाद्य पदार्थों के अवशेषों का सड़ना और बैक्टीरियल प्रभाव सफेद जीभ का मुख्य कारण हैं (1)। इस आधार पर यह कह सकते हैं कि नींबू के रस के साथ मिलकर बेकिंग सोडा सफेद जीभ की समस्या से राहत दिलाने में मदद कर सकता है।

2. एलोवेरा जूस

सामग्री

  • एक कप एलोवेरा जूस

कैसे इस्तेमाल करें

  • एलोवेरा जूस से कुल्ला करें और फिर 15 से 20 मिनट तक रुकें।
  • समय पूरा होने के बाद साफ पानी से कुल्ला कर लें।
  • बेहतर प्रभाव के लिए इस प्रक्रिया को 15 दिनों तक नियमित इस्तेमाल किया जा सकता है।

कैसे है फायदेमंद

एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एलोवेरा से संबंधित एक शोध में इसके कई औषधीय गुणों के बारे में बताया गया है। शोध में जिक्र मिलता है कि एलोवेरा में एंटीबैक्टीरियल, एंटीहीलिंग (घाव भरने वाला), एंटीअल्सर (छालों को ठीक करने वाला), एंटीप्लाक (मुंह की गंदगी साफ करने वाला) और एंटी हेलिटोसिस (मौखिक दुर्गंध हटाने वाला) गुण पाया जाता है। एलोवेरा के ये सभी गुण संयुक्त रूप से संपूर्ण मौखिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं (9)। इस आधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि हानिकारक बैक्टीरिया के कारण जीभ पर जमने वाली सफेद परत को हटाने में एलोवेरा जूस के फायदे देखे जा सकते हैं।

3. हल्दी

सामग्री

  • एक चुटकी हल्दी पाउडर
  • दो से चार बूंद नींबू का रस
  • एक कप गर्म पानी

कैसे इस्तेमाल करें

  • सबसे पहले हल्दी पाउडर में नींबू का रस मिलाकर इसका पेस्ट बना लें।
  • अब इस पेस्ट को पूरी जीभ पर लगाएं और पांच से दस मिनट के लिए छोड़ दें।
  • समय पूरा होने के बाद गर्म पानी से कुल्ला कर लें।
  • जीभ पूरी तरह से साफ होने तक इस प्रक्रिया को नियमित इस्तेमाल में लाया जा सकता है।

कैसे है फायदेमंद

विशेषज्ञों के मुताबिक हल्दी में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं, जिनमें एंटीमाइक्रोबियल (सूक्ष्म जीवाणु नष्ट करने वाला) और एंटीप्लाक (प्लाक दूर करने वाला) प्रभाव भी शामिल है। इन दोनों प्रभाव के कारण यह मौखिक स्वास्थ्य के लिए माउथ वाश के तौर पर भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है (10)। ऐसे में यह माना जा सकता है कि हल्दी पाउडर सफेद जीभ की समस्या में राहत दिलाने में लाभकारी साबित हो सकता है

4. ग्लिसरीन

सामग्री

  • एक चम्मच ग्लिसरीन
  • एक कप गर्म पानी

कैसे इस्तेमाल करें

  • एक गर्म पानी में ग्लिसरीन डालकर मिला लें।
  • अब ग्लिसरीन युक्त इस पानी से कुल्ला करें।
  • इस प्रक्रिया को समस्या खत्म होने तक नियमित इस्तेमाल में लाया जा सकता है।

कैसे है फायदेमंद

सफेद जीभ के लिए घरेलू उपाय में ग्लिसरीन और पानी के घोल को भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है। विशेषज्ञों के मुताबिक ग्लिसरीन सोल्युशन (Glycerin Solution) एंटीबैक्टीरियल प्रभाव प्रदर्शित करते हैं (11)। वहीं, हम लेख में पहले भी बता चुके हैं कि मुंह में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को खत्म कर इस समस्या से राहत मिल सकती है। इस कारण कह सकते हैं कि ग्लिसरीन और पानी का घोल सफेद जीभ से राहत दिलाने में मदद कर सकता है।

5. नमक

सामग्री

  • आधा चम्मच नमक
  • एक कप गर्म पानी

कैसे इस्तेमाल करें

  • सबसे पहले एक कप गर्म पानी में आधा चम्मच नामक मिलाएं।
  • अब इस घोल से अच्छी तरह कुल्ला करें।
  • बेहतर प्रभाव के लिए इस प्रक्रिया को नियमित रूप से सुबह शाम इस्तेमाल में लाया जा सकता है।

कैसे है फायदेमंद

मौखिक स्वास्थ्य पर नमक-पानी घोल के प्रभाव को जानने के लिए तमिलनाडु के डेंटल मेडिकल कॉलेज द्वारा एक शोध किया गया। इस शोध में पाया गया कि नमक-पानी का घोल दांतों पर जमा प्लाक (बैक्टीरियल प्रभाव के कारण जमी गंदगी) को हटाने में मदद कर सकता है। साथ ही यह मुंह व लार में उपस्थित हानिकारक जीवाणुओं को नष्ट करने में भी सहायक साबित हो सकता है। इस आधार पर निष्कर्ष निकाला गया कि नमक पानी के घोल से कुल्ला कर मुंह से जुड़ी कई समस्याओं को दूर करने में मदद मिल सकती है (12)। ऐसे में यह माना जा सकता है कि बैक्टीरियल प्रभाव के कारण जीभ पर जमी सफेद परत को दूर करने में भी यह मिश्रण सहायक सिद्ध हो सकता है।

6. सेब का सिरका

सामग्री

  • एक चम्मच सेब का सिरका
  • एक कप पानी

कैसे इस्तेमाल करें

  • एक कप पानी में एक चम्मच सेब का सिरका मिलाएं।
  • इस मिश्रण को कुल्ला करने के लिए इस्तेमाल करें और 10 से 15 मिनट तक रुकें।
  • समय पूरा होने पर साफ पानी से कुल्ला कर लें।

कैसे हैं फायदेमंद

विशेषज्ञों के मुताबिक सेब का सिरका का उपयोग मुंह में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया के प्रभाव को कम कर मौखिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकता है। साथ ही यह मुंह की दुर्गंध को रोकने और दांतों पर जमी गंदगी को हटाने में भी मदद कर सकता है। वहीं, लेख की शुरुआत में हम बता चुके हैं कि बैक्टीरियल प्रभाव के कारण जीभ पर जमे खाद्य पदार्थों के सड़ने से सफेद जीभ की समस्या होती है। यही सफेद जीभ की समस्या मुंह की दुर्गंध का भी मुख्य कारण है (1)। इस आधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि सेब के सिरके को इस समस्या से राहत पाने के विकल्प के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।

सफेद जीभ के लिए घरेलू उपाय जानने के बाद अब हम सफेद जीभ का इलाज बताएंगे।

सफेद जीभ का इलाज – Treatment of White Tongue in Hindi

सामान्य अवस्था में सफेद जीभ का इलाज करने के लिए डॉक्टर इस समस्या में ब्रश करने के साथ टंग स्क्रेपर (जीभी) का प्रयोग करने की सलाह दे सकता है। साथ ही मुंह में मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट करने वाले माउथवाश या माउथजेल का इस्तेमाल का सुझाव भी दे सकता है। दरअसल, यह दोनों प्रक्रिया मौखिक स्वास्थ्य में सुधार कर सफेद जीभ की समस्या से राहत दिलाने में मदद सकती हैं (13) (14)।

वहीं, जांच में अगर सफेद जीभ के अन्य कारण नजर आते हैं तो डॉक्टर उन कारणों का इलाज कर इस समस्या को ठीक करने का प्रयास कर सकता है। तो आइए, अब हम उन कारणों के आधार पर सफेद जीभ के इलाज के बारे में जानकारी हासिल कर लेते हैं, जिन कारणों के विषय में लेख में पहले ही बताया जा चुका है।

ओरल थ्रश – ओरल थ्रश के इलाज के लिए डॉक्टर समस्या की स्थिति के आधार पर क्लोट्रिमाजोल (Clotrimazole), माइकोनाजोल (Miconazole) या निस्टैटिन (Nystatin) जैसी दवाओं को उपयोग में लाने की सलाह दे सकता है। वहीं, समस्या गंभीर होने पर फ्लूकोनाजोल की टैबलेट या इंजेक्शन देने पर विचार किया जाता है (3)।

ल्यूकोप्लाकिया – इस समस्या के इलाज के लिए डॉक्टर कुछ एंटीवायरल दवाओं को लेने की सलाह दे सकता है। साथ ही शराब व सिगरेट से दूर रहने के लिए भी कह सकता है। इन उपायों के बावजूद भी लाभ नहीं मिलता है तो जीभ पर बने सफेद धब्बों को हटाने के लिए सर्जरी पर विचार किया जा सकता है (4)।

ओरल लाइकेन प्लेनस – इस समस्या के इलाज के लिए बिगड़ी प्रतिरोधक प्रणाली को ठीक करने वाली कुछ दवाओं को उपयोग में लाया जाता है। साथ ही डॉक्टर विटामिन ए की क्रीम प्रभावित स्थान पर लगाने की सलाह दे सकता है। वहीं, कुछ गंभीर स्थितियों में डॉक्टर कोर्टिकोस्टेरॉयड (Corticosteroid) के इंजेक्शन सीधे जीभ के सफेद हिस्से में दे सकता है। इन उपायों को अपनाने के बाद भी फायदा न हो तो आखिरी विकल्प के तौर पर लेजर के माध्यम से इस समस्या को ठीक करने का प्रयास किया जाता है (5)।

सिफलिस – सफेद जीभ की समस्या अगर सिफलिस के कारण है तो इस स्थिति में डॉक्टर दवा के रूप में कोर्टिकोस्टेरॉयड (Corticosteroid) का इस्तेमाल करने की सलाह देता है (6)। बाजार में कोर्टिकोस्टेरॉयड टैबलेट, क्रीम और इंजेक्शन तीनो ही रूप में उपलब्ध हैं। इसलिए, डॉक्टर समस्या की स्थिति के आधार पर यह सुनिश्चित कर सकता है कि इनमें से किस रूप में इस दवा को उपयोग में लाना चाहिए।

सफेद जीभ का इलाज जानने के बाद अब हम सफेद जीभ से बचाव के कुछ उपाय बताएंगे।

सफेद जीभ से बचाव – Prevention Tips for White Tongue in Hindi

निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से सफेद जीभ से बचाव की जानकारी हासिल की जा सकती है।

  • नियमित रूप से दांतों के साथ जीभ की भी सफाई करें
  • खाना खाने के बाद पानी से कुल्ला करने की आदत डालें, ताकि जीभ पर खाद्य पदार्थ के जमाव की आशंका कम रहे।
  • संतुलित आहार लें, ताकि प्रतिरोधक क्षमता ठीक से काम करे और मुंह में हानिकारक जीवाणुओं की संख्या नियंत्रित रहे।
  • सिगरेट, शराब और तंबाकू के सेवन से दूर रहें।

सफेद जीभ और उससे जुड़े कारणों को जानने के बाद, मुमकिन है कि अब इस समस्या को लेकर आपके मन में कोई संशय नहीं बचा होगा। वहीं, आपने जाना कि लेख में शामिल सफेद जीभ के घरेलू उपाय किस प्रकार इस समस्या में लाभ पहुंचा सकते हैं। फिर सोचना क्या, एक बार लेख में दिए सभी बिंदुओं को अच्छे से पढ़ें और फिर उन्हें अमल में लाएं। ऐसा कर न केवल इस समस्या से पीड़ित लोग ही लाभ उठा पाएंगे, बल्कि स्वस्थ व्यक्ति भी सफेद जीभ से बचाव की दिशा में एक बेहतर कदम उठा पाएंगे।

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Dr. Zeel Gandhi is an Ayurvedic doctor with 7 years of experience and an expert at providing holistic solutions for health problems encompassing Internal medicine, Panchakarma, Yoga, Ayurvedic Nutrition, and formulations.

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Saral Jain
Saral Jainहेल्थ एंड वेलनेस राइटर
सरल जैन ने श्री रामानन्दाचार्य संस्कृत विश्वविद्यालय, राजस्थान से संस्कृत और जैन दर्शन में बीए और डॉ.

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