Neelanjana Singh, RD
Written by , (शिक्षा- एमए इन जर्नलिज्म मीडिया कम्युनिकेशन)

आमतौर पर सौंफ का उपयोग माउथ फ्रेशनर के रूप में किया जाता है। इसके अलावा, भारतीय रसोई में सौंफ का उपयोग मसाले के रूप में भी किया जाता है। क्या आप जानते हैं कि आपके किचन की यह छोटी-सी चीज आपको सेहतमंद बनाए रखने में कितनी बड़ी भूमिका निभाती है? कभी सोचा है कि सौंफ खाने के फायदे कितने हैं? अगर नहीं, तो चलिए जानते हैं।  सौंफ का वैज्ञानिक नाम फॉनिक्युल वल्गारे (Foeniculum vulgare) है। यह पाचन संबंधी समस्याओं से लेकर आंखों की रोशनी बढ़ाने, वजन कम करने और अन्य समस्याओं से छुटकारा दिलाने में मददगार साबित होती है। स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम सौंफ के फायदे बताएंगे। साथ ही यह भी बताएंगे कि सौंफ आपकी सेहत को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने में किस प्रकार से सहायता करती है।

सौंफ के फायदे – Benefits of Fennel Seeds in Hindi

सेहत के मामले में सौंफ खाने के फायदे एक नहीं, बल्कि अनेक हैं। चलिए आगे इस लेख में विस्तार से जानते हैं कि क्या कुछ हैं सौंफ के फायदे।

1. पाचन के लिए सौंफ के फायदे

सौंफ का उपयोग सबसे अधिक पाचन संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है। इसके एंटीस्पास्मोडिक (पेट और आंत में ऐंठन दूर करने वाली दवाई) और कार्मिनेटिव (एक तरह की दवा, जो पेट फूलने या गैस बनने से रोकती है) गुण इरिटेबल बाउल सिंड्रोम जैसी पेट की गंभीर समस्याओं से छुटकारा दिलाने में काफी कारगर होते हैं (1)। इसके अतिरिक्त, पेट दर्द, पेट में सूजन और गैस जैसी समस्याओं से छुटकारा दिलाने के साथ ही अल्सर, दस्त और कब्ज आदि से राहत दिलाने में भी सौंफ कारगर साबित हो सकती है।

2. आंखों की रोशनी के लिए सौंंफ के फायदे

आंखों की छोटी-मोटी समस्याओं से छुटकारा दिलाने में भी सौंफ काफी कारगर साबित हो सकती है। अगर किसी की आंखों में जलन या फिर खुजली हो रही है, तो सौंफ की भाप आंखों पर लेने से राहत मिल सकती है (2)। इसके लिए सौंफ को सूती कपड़े में लपेटकर हल्का गर्म करके आंखों को सेंक सकते हैं। ध्यान रहे कि यह अधिक गर्म न हो। आंखों की रोशनी बढ़ाने में विटामिन-ए और विटामिन-सी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं (3)। सौंंफ में विटामिन-ए पाया जाता है। इस प्रकार सौंफ के सेवन से बढ़ती उम्र में भी आपकी आंखों की रोशनी प्रभावित होने से बच सकती है (2)।

3. वजन कम करने में मददगार

फाइबर से भरपूर सौंफ बढ़ते वजन को नियंत्रित करने में भी लाभदायक हो सकती है। यह न सिर्फ वजन कम करने में सहायक होती है, बल्कि शरीर में अतिरिक्त वसा को बनने से भी रोकती है। कोरिया में हुए एक शोध के मुताबिक सौंफ की एक कप चाय पीने से भी बढ़ते वजन को रोका जा सकता है (4)।

4. अस्थमा और अन्य श्वास संबंधी समस्याओं के लिए

एक इजिप्टियन शोध के मुताबितक सौंफ को सदियों से श्वास संबंधी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए उपयोग किया जा रहा है। यह ब्रोनिकल मार्ग को साफ कर श्वास क्रिया को दुरुस्त रखती है। न्यूट्रिशनल ज्योग्राफी की वेबसाइट के अनुसार फेफड़ों की सेहत के लिए सौंफ लाभदायक है (5)। इसके अतिरिक्त, सौंफ में पाए जाने वाले पाइथोन्यूट्रिएंट्स अस्थमा के लिए भी फायदेमंद हो सकते हैं।

5. सांसों की दुर्गंध दूर करे

सौंफ का उपयोग आमतौर पर सांसों की ताजगी बनाए रखने के लिए किया जाता है। सौंफ के कुछ दानों को चबाने मात्र से ही सांसों की दुर्गंध दूर हो जाती है। सौंफ चबाने से मुंह में लार अधिक मात्रा में बनती है, जो बैक्टीरिया को दूर करने में मददगार साबित हो सकती हैं। इसके अतिरिक्त सौंफ के गुण ये भी हैं कि यह मुंह के संक्रमणों से भी बचा सकती है (6)।

6. कॉलेस्ट्रोल

सौंफ में फाइबर भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो कोलेस्ट्रोल को नियंत्रित करने में लाभदायक होता है (2)। फाइबर, कोलेस्ट्रोल को खून में घुलने से रोकता है और इस प्रकार दिल की बीमारियों से भी बचाव कर सकता है।

7. कफ से निजात

सर्दी में कफ की समस्या आम हो जाती है और आमतौर पर छोटे बच्चों को इससे कुछ ज्यादा ही परेशानी होती है। ऐसे में किचन में रखी सौंफ इस समस्या से आसानी से छुटकारा दिला सकती है। सौंफ में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो कफ जैसी छोटी-मोटी समस्याओं से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं (2)।

8. मस्तिष्क के लिए फायदेमंद

सेहतमंद शरीर के लिए मस्तिष्क का चुस्त-दुरुस्त होना भी आवश्यक है और इसमें सौंफ बड़ी भूमिका निभा सकती है। सौंफ में विटामिन-ई और विटामिन-सी पाए जाते हैं (2)। विटामिन-सी ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करता है, जिससे बढ़ती उम्र में मस्तिष्क की समस्याएं काफी हद तक कम हो सकती है (7)। वहीं, विटामिन-ई एंटीऑक्सीडेंट के तौर पर काम करता है और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से कोशिकाओं को क्षति पहुंचने से रोक सकता है (8)।

9. कब्ज से राहत

अनियमित दिनचर्या और खान-पान के कारण कब्ज की समस्या आम बात हो जाती है। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर सौंफ कब्ज को छूमंतर करने में मदद कर सकती है। सौंफ का काढ़ा बनाकर पीने से बहुत हद तक कब्ज से छुटकारा मिल सकता है (2)।

10. स्तनपान के लिए लाभदायक

स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए भी सौंफ लाभकारी हो सकती है। इसमें एथनॉल नामक तत्व पाया जाता है, जो फाइटोएस्ट्रोजन (phytoestrogen) है और महिलाओं में दूध बनने की क्षमता को बढ़ाता है (9)। इसके अतिरिक्त, यह भी कहा जाता है कि स्तन की सूजन कम करने में भी सौंफ सहायक हो सकती है, लेकिन इस बात की अभी तक वैज्ञानिक रूप से कोई पुष्टि नहीं की गई है।

नोट : स्तनपान कराने वाली महिला सौंफ का सेवन करन से पहले अपने चिकित्सक से सलाह अवश्य लें।

11. रक्तचाप नियंत्रित करने में मददगार

रक्तचाप नियंत्रित करने में सौंफ चमत्कारिक रूप से काम कर सकती है। इसमें मौजूद पोटैशियम खून में सोडियम की मात्रा को नियंत्रित करता है और इसके दुष्प्रभाव से बचाता है। इसके अलावा, सौंफ में नाइट्रेट की भी मात्रा होती है, जो बल्ड प्रेशर को कम कर सकता है (2)। साथ ही इसमें मैग्नीशियम भी अधिक मात्रा में पाया जाता है, जो महिलाओं में हाई बल्ड प्रेशर के खतरे को कम कर सकता है।

12. अच्छी नींद के लिए

सौंफ के अनेक गुणों में से एक गुण यह भी है कि यह अच्छी नींद लाने में मदद कर सकती है। सौंफ में मैग्नीशियम पाया जाता है, जिसके बारे में कहा जाता है कि यह अच्छी नींद और नींद के समय को बढ़ा सकती है (2)। साथ ही यह भी कहा जाता है कि मैग्नीशियम अनिद्रा दूर भगाने में भी मददगार हो सकती है (10)।

13. मासिक धर्म की समस्याओं से राहत दिलाए

मासिक धर्म की शुरुआत से पहले महिलाओं को तमाम छोटी-मोटी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। मसलन पेट में दर्द और मरोड़ आदि जैसे लक्षण मासिक धर्म के शुरू होने से पहले सामने आते हैं। मासिक धर्म की इन समस्याओं से छुटकारा दिलाने में सौंफ कुछ हद तक लाभकारी साबित हो सकती है (11)। हालांकि, यह आवश्यक नहीं है कि इसका फायदा सभी को मिले, किसी को इससे लाभ हो सकता है और किसी को नहीं भी। यह व्यक्ति के शरीर पर निर्भर करता है।

14. हर्निया के उपचार में सहायक

चीन की पारंपरिक चिकित्सा पद्धति में सौंफ का उपयोग हर्निया के उपचार के लिए किया जाता रहा है और कुछ स्रोत इस बात की पुष्टि भी करते हैं (12)। हालांकि, यह स्पष्ट रूप से नहीं कहा जा सकता कि हर्निया के उपचार में सौंफ कारगर है या नहीं, लेकिन उपचार के तौर पर इसका इस्तेमाल करने से पहले आप किसी डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।

15. मधुमेह से बचाए

एक शोध के अनुसार सौंफ में पाया जाने वाला तेल मधुमेह रोगियों के लिए काफी लाभदायक साबित हो सकता है। यह खून में शर्करा की मात्रा को कम कर मधुमेह के खतरे को भी कम कर सकता है (13)। सौंफ में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट गुण भी कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकते हैं।

16. स्तनों के आकार में वृद्धि

महिलाओं के लिए सौंफ खाने के फायदे कई प्रकार से हैं। ऐसा कहा जाता है कि सौंफ खाने से स्तनों के आकार में वृद्धि हो सकती है, लेकिन इस संबंध में डॉक्टर की सलाह लेना बेहतर होगा। साथ ही इस संबंध में कोई वैज्ञानिक शोध भी उपलब्ध नहीं है।

17. सेहतमंद लीवर के लिए

वैज्ञानिक शोध के अनुसार, सौंफ का उपयोग प्राचीन समय से चिकित्सा के रूप में किया जा रहा है। लिवर की समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए भी सौंफ का इस्तेमाल किया जा सकता है (2)। सौंफ में एंटीऑक्सीडेंट और अन्य मिनरल्स पाए जाते हैं, जो लीवर को सेहतमंद बनाए रखने में मददगार साबित होते हैं। सौंफ में सेलेनियम की मात्रा भी पाई जाती है, जो लीवर की क्षमता को बढ़ाता है और शरीर से हानिकारक तत्वों को निकालने में सहायक हो सकता है (14)।

18. मॉर्निंग सिकनेस

सौंफ से महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली मॉर्निंग सिकनेस से राहत मिल सकती है। उल्टी और जी-मिचलाना मॉर्निंग सिकनेस के लक्षण होते हैं और आमतौर पर ये लक्षण प्रेगनेंसी के चौथे सप्ताह में दिखने लगते हैं (15)। हालांकि, मॉर्निंग सिकनेस सुबह के समय होती है, लेकिन इसका प्रभाव दिन भर रह सकता है। एक कप सौंफ की चाय या इसे चबाने से मॉर्निंग सिकनेस से छुटकारा मिल सकता है। इतना ही नहीं, इससे पेट की गैस और अन्य छोटी-मोटी समस्याओं से भी राहत मिल सकती है।

19. कैंडिडा से बचाए

कैंडिडा फंगस का एक प्रकार है, जो मुंह, नाक और कान जैसे शरीर के अन्य भागों में हो सकता है। वैसे तो यह हानिकारक नहीं होता है, लेकिन अगर इस पर ध्यान न दिया जाए, तो यह बढ़ सकता है और समस्या उत्पन्न कर सकता है (16)। सौंफ में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट गुण कैंडिडा से बचा सकते हैं।

20. त्वचा को निखारे

सौंफ के गुण में त्वचा का ध्यान रखना भी शामिल है। इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटीमाइक्रोबियल और एंटीएलर्जिक गुण त्वचा की सुंदरता बनाए रखने में मददगार साबित हो सकते हैं (2)। मसलन, सौंफ की भाप चेहरे के स्किन टैक्सचर को बनाए रख सकती है। इसके लिए एक लीटर उबलते पानी में एक चम्मच सौंफ डालें। उसके बाद तौलिये से अपने सिर को गले तक कवर करके पांच मिनट तक भाप लें। ऐसा सप्ताह में दो बार करने से त्वचा की चमक बढ़ सकती है।

21. बालों का ध्यान रखे

सौंफ में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-माइक्रोबियल जैसे गुण बालों की विभिन्न समस्याओं से छुटकारा दिला सकते है। बालों में डैंड्रफ, सिर में खुजली और बालों का गिरना ये कुछ ऐसी समस्याएं हैं, जिनसे निजात दिलाने में सौंफ कारगर साबित हो सकती है। इसके लिए सौंफ का मिश्रण तैयार करना होगा और उससे अपने बालों को धोना होगा। इससे बालों की उम्र लंबी हो सकती है। नीचे बताई गई विधि के अनुसार इस मिश्रण को तैयार किया जा सकता है।

सामग्री :

  • दो कप पानी
  • तीन चम्मच सौंफ का पाउडर

बनाने की विधि :

  • सौंफ के पाउडर को पानी में डालकर अच्छी तरह से मिला लें।
  • मिश्रण तैयार होने के बाद उसे 15 मिनट के लिए रख दें।

कैसे उपयोग करें?

बालों को अच्छी तरह से शैंपू करने के बाद तैयार किए गए मिश्रण से बालों को धोएं। ऐसा करने से बालों के गिरने की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।

सौंफ के फायदे जानने के बाद चलिए अब जानते हैं कि इसमें कौन-कौन से पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं।

सौंफ के पौष्टिक तत्व – Fennel Seeds Nutritional Value in Hindi

आपके किचन में आसानी से उपलब्ध यह सौंफ अपने आप में पौषक तत्वों का खजाना है। नीचे टेबल में इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों के बारे में बताया गया है।

पोषक तत्व

सर्विंग साइज 87 ग्राम

एमाउण्ट पर सलेक्टेड सर्विंग
कैलोरीज 27कैलोरीज फ्रम फैट 1
 % डेली वैल्यू
कुल वसा0 ग्राम0%
कोलेस्ट्रोल0 मिलीग्राम0%
सोडियम45 मिलीग्राम2%
कुल कार्बोहाइड्रेट6 ग्राम2%
डाइटरी फाइबर3 ग्राम11%
प्रोटीन1 ग्राम
विटामिन्स
एमाउण्ट पर सलेक्टेड सर्विंग%डीवी
विटामिन-ए117 आईयू (IU)2%
विटामिन-सी10.4 मिलीग्राम17%
विटामिन-डी~~
विटामिन-ई (अल्फा टोकोफेरॉल)~~
विटामिन-के~~
थियामिन0.0 मिलीग्राम1%
राइबोफ्लेविन0.0 मिलीग्राम2%
नाइसिन0.6 मिलीग्राम3%
विटामिन-बी60.0 मिलीग्राम2%
फोलेट23.5 एमसीजी6%
विटामिन-बी120.0 एमसीजी0%
पैंटोथेनिक एसिड0.2 मिलीग्राम2%
कोलाइन~
बेटाइन~
मिनरल्स
एमाउण्ट पर सलेक्टेड सर्विंग%डीवी
कैल्शियम42.6 मिलीग्राम4%
आयरन0.6 मिलीग्राम4%
मैग्नीशियम14.8 मिलीग्राम4%
फास्फोरस43.5 मिलीग्राम4%
पोटैशियम360 ग्राम10%
सोडियम45.2 मिलीग्राम2%
जिंक2.5 मिलीग्राम1%
कॉपर0.2 मिलीग्राम3%
मैगनीज0.1 मिलीग्राम8%
सेलेनियम0.6 एमसीजी1%
फ्ल्यूरॉयड~

सौंफ का उपयोग – How to Use Fennel Seeds in Hindi

आइए, अब जानते हैं कि सेहत के लिए सौंफ का उपयोग किस प्रकार किया जा सकता है।

  • सौंफ का उपयोग चाय के रूप में भी किया जा सकता है। सौंफ की चाय पीने से मोटापे को कम किया जा सकता है।
  • आप खाने के बाद भी सौंफ का सेवन पाचन शक्ति को बढ़ाने के लिए कर सकते हैं। सिर्फ पाचन ही नहीं, बल्कि इससे खून भी साफ हो सकता है।
  • माउथ फ्रेशनर के रूप में भी आप सौंफ का उपयोग कर सकते हैं। यह सांसों की दुर्गंध से छुटकारा दिला सकती है।
  • अगर भूनी हुई सौंफ को मिश्री के साथ खाया जाए, तो खांसी से राहत और आवाज की मधुरता बढ़ाई जा सकती है।

सौंफ के नुकसान – Side Effects of Fennel in Hindi

स्वास्थ्य के लिए सौंफ के फायदे तो हैं ही, इसके अतिरिक्त सौंफ के नुकसान भी हैं, जिनके बारे में जानना सभी के लिए आवश्यक है। नीचे हम सौंफ के नुकसान के बारे में बता रहे हैं।

  • स्तनपान करा रही महिलाओं को सौंफ का अधिक उपयोग करने से परहेज करना चाहिए, क्योंकि इससे शिशु की सेहत पर असर पड़ सकता है।
  • अधिक सौंफ खाने से स्किन की संवेदनशीलता बढ़ सकती है और धूप में निकलना काफी मुश्किल हो सकता है।
  • अगर आप किसी प्रकार की दवाइयों का सेवन करते हैं, तो आपको सौंंफ का अधिक सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।
  • सौंफ का अधिक सेवन एलर्जी का कारण बन सकता है।

कहते हैं किसी वस्तु का आकार मायने नहीं रखता, बल्कि उसके गुणों की अहमियत होती है। सौंफ के साथ भी कुछ ऐसा ही है। सौंफ खाने के फायदे बहुत हैं, जिनके बारे में हमने इस लेख में आप सभी को बताया। इस लेख को अपने सगे-संबंधियों के साथ शेयर कर उन्हें भी सौंफ के फायदे अवश्य बताएं।

References

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  2. Foeniculum vulgare Mill: A Review of Its Botany, Phytochemistry, Pharmacology, Contemporary Application, and Toxicology
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  9. Fennel
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  10. The effect of magnesium supplementation on primary insomnia in elderly: A double-blind placebo-controlled clinical trial
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  12. FENNEL
    https://www.hort.purdue.edu/newcrop/med-aro/factsheets/FENNEL.html
  13. Foeniculum vulgare Mill: A Review of Its Botany, Phytochemistry, Pharmacology, Contemporary Application, and Toxicology
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  14. Spices, fennel seed
    https://ndb.nal.usda.gov/fdc-app.html#/food-details/171323/nutrients
  15. Pregnancy – morning sickness
    https://www.betterhealth.vic.gov.au/health/healthyliving/pregnancy-morning-sickness
  16. Oral candidiasis: An overview
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC4211245/

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Neelanjana Singh has over 30 years of experience in the field of nutrition and dietetics. She created and headed the nutrition facility at PSRI Hospital, New Delhi. She has taught Nutrition and Health Education at the University of Delhi for over 7 years.

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