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आपने नाश्ते में कभी न कभी सूजी का हलवा तो खाया होगा। साथ ही सूजी से बनने वाले अन्य पकवान जैसे अप्पे का स्वाद भी चखा होगा। दरअसल, जिस सूजी को आप आमतौर पर नाश्ते और पकवान के रूप में इस्तेमाल करते हैं, उसके स्वास्थ्य से जुड़े कई फायदे भी हैं। जानकारी के लिए बता दें कि सूजी गेहूं के ऊपरी छिल्के को निकालने के बाद महीन पीसकर तैयार की जाती है। इसे रवा के नाम से भी जाना जाता है। सूजी का वैज्ञानिक नाम सेमोलिना ल्यूकोट्रिचा (Semolina leucotricha) होता है। स्टाइलक्रेज के इस लेख में आपको सूजी के फायदे और सूजी के नुकसान के बारे में बताया जा रहा है। साथ ही इस लेख में आपको इस बात की भी जानकारी दी जाएगी कि सूजी आपके स्वास्थ्य के लिए किस प्रकार लाभदायक हो सकती है।
आइए अब सूजी के फायदे के बारे में जानते हैं।
सूजी के फायदे – Benefits of Semolina (Suji) in Hindi
सूजी के स्वास्थ्य से संबंधित कई फायदे आपको नीचे बताए जा रहे हैं।
- वजन घटाने के लिए
- उर्जा के लिए
- डायबिटीज की समस्या में
- विभिन्न शारीरिक क्रिया के लिए
- आयरन की कमी पूरा करने में
- इम्युनिटी क्षमता बढ़ाने में
- कोलेस्ट्रॉल संतुलन के लिए
- एनीमिया से बचने के लिए
- संतुलित आहार के रूप में
- एंटी-ऑक्सीडेंट के रूप में
चलिए अब सूजी के इन फायदों के बारेमें विस्तारित जानते है-
1. वजन घटाने के लिए
सूजी के फायदे वजन घटाने में आपके काम आ सकते हैं। सूजी को फाइबर युक्त आहार की श्रेणी में गिना जाता है (1)। फाइबर एक जरूरी पोषक तत्व है, जो वजन घटाने में मदद कर सकता है। दरअसल, फाइबर युक्त आहार लंबे समय तक पेट को भरा रखने का काम करते हैं, जिससे अतिरिक्त भोजन करने की आदत में सुधार किया जा सकता है (2)।
2. उर्जा के लिए
हमारे शरीर के सारे अंग ठीक तरह से कार्य करते रहें, इसके लिए आवश्यक है कि शरीर को उचित मात्रा में उर्जा की प्राप्ति हो। इसलिए, उर्जा की पूर्ति के एक विकल्प के रूप में सूजी का इस्तेमाल किया जा सकता है। सूजी की 100 मात्रा में 360 किलोकैलोरी पाई जाती है। ऐसा कहा जा सकता है कि उर्जा पूर्ति के स्रोत के लिए सूजी एक बेहतर विकल्प है (1)।
3. डायबिटीज की समस्या में
डायबिटीज के जोखिम को कम करने के लिए भी सूजी के फायदे देखे जा सकते हैं। एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार यह देखा गया कि डाईट्री फाइबर की बढ़ी हुई मात्रा ग्लाइसेमिक कंट्रोल (मधुमेह में रक्त शर्करा से संबंधित) में सुधार का काम कर सकती है, जिससे टाइप 2 डायबिटीज का जोखिम कम हो सकता है (3), (4)।
4. विभिन्न शारीरिक क्रिया के लिए
शारीरिक क्रिया के लिए कई प्रकार के पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, जिसे सूजी के सहारे पूरा किया जा सकता है। सूजी में मौजूद विटामिन-बी6 रेड ब्लड सेल्स बनाने में मदद करता है और मस्तिष्क स्वास्थ्य को भी सुधारने में प्रभावी असर दिखा सकता है। इसके अतिरिक्त सूजी में मौजूद फोलेट डीएनए के निर्माण में भी अहम भुमिका निभा सकता है (1), (5)। इस प्रकार शरीर में होने वाले विभिन्न कार्यों के लिए सूजी के पोषक तत्व लाभदायक हो सकते हैं।
5. आयरन की कमी पूरा करने में
शरीर में आयरन की कमी से एनीमिया (खून की कमी) का कारण बन सकती है। (6)। यहां सूजी आपकी मदद कर सकती है, क्योंकि यह आयरन से समृद्ध होती है, जिसका सेवन कर आप एनीमिया के खतरे से बच सकते हैं (1)।
6. इम्युनिटी क्षमता बढ़ाने में
रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए भी सूजी आपके लिए एक अच्छा आहार साबित हो सकती है। ऐसा इसलिए संभव है क्योंकि सूजी में जिंक, मैग्नेशियम, विटामिन-बी6 आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो माइक्रो न्यूट्रियन्स (Micronutrients) की तरह कार्य करते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं (1), (7)।
7. कोलेस्ट्रॉल संतुलन के लिए
कोलेस्ट्रॉल के बेहतर संतुलन के लिए भी सूजी का प्रयोग किया जा सकता है। क्योंकि सूजी में नियासिन ( विटामिन-बी3) की भरपूर मात्रा पाई जाती है (1)। एक वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार, नियासिन की मात्रा का भरपूर सेवन कोलेस्ट्रोल के स्तर को कम कर सकता है (5)।
8. एनीमिया से बचने के लिए
एनीमिया होने का सबसे ज्यादा खतरा गर्भवती महिला को होता है। एनीमिया की स्थिति में लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन में बाधा आ जाती है, जिससे शरीर में ऑक्सीजन ठीक प्रकार नहीं पहुंच पाता है (8)। सूजी खाने के फायदे में एनीमिया से बचाव भी शामिल है, क्योंकि इसमें आयरन की भरपूर मात्रा पाई जाती है (1)। आयरन लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन बढ़ाकर एनीमिया से बचाव करता है (6)।
9. संतुलित आहार के रूप में
संतुलित आहार के लिए भी सूजी का सेवन किया जा सकता है। दरअसल, संतुलित आहार और स्वस्थ शरीर के लिए कार्बोहाइड्रेट आवश्यक माना जाता है। ऐसे आहार मस्तिष्क, तंत्रिका तंत्र और किडनी सहित कई महत्वपूर्ण अंगों के लिए उर्जा स्रोत की तरह कार्य करते हैं। इसके लिए सूजी को एक बेहतर विकल्प के रूप में शामिल किया जा सकता है (9)।
10. एंटी-ऑक्सीडेंट के रूप में
सूजी एंटी-ऑक्सीडेंट की तरह कार्य कर सकती है। दरअसल, सूजी में सेलेनियम नामक पोषक तत्व मौजूद होता है, जो कैंसर को रोक सकता है और साथ ही साथ शरीर को हानिकारक पदार्थों के जहरीले प्रभाव से बचाने का काम भी कर सकता है (10) (11)। इसके अलावा, सेलेनियम आपके शरीर को विशेष प्रोटीन बनाने में मदद करता है, जिसे एंटीऑक्सीडेंट एंजाइम कहा जाता है।
अभी आपने ऊपर सूजी खाने के फायदे के बारे में पढ़ा अब लेख के इस भाग में आपको सूजी के पौष्टिक तत्वों की जानकारी दी जा रही है।
सूजी के पौष्टिक तत्व – Semolina Nutritional Value in Hindi
सूजी के पौष्टिक तत्वों को नीचे दी गई तालिका के माध्यम से दर्शाया जा रहा है (1)।
पोषक तत्व | मात्रा प्रति 100 ग्राम |
---|---|
जल | 12.67g |
ऊर्जा | 360kcal |
प्रोटीन | 12.68g |
कुल लिपिड (वसा) | 1.05g |
कार्बोहाइड्रेट | 72.83g |
फाइबर, कुल डाइटरी | 3.9g |
मिनरल | |
कैल्शियम | 17mg |
आयरन | 1.23mg |
मैग्नीशियम | 47mg |
फास्फोरस | 136mg |
पोटेशियम | 186mg |
सोडियम | 1mg |
जिंक | 1.05mg |
विटामिन | |
विटामिन सी, कुल एस्कॉर्बिक एसिड | 0.0mg |
थियामिन | 0.280mg |
राइबोफ्लेविन | 0.080mg |
नियासिन | 3.310mg |
विटामिन बी-6 | 0.103mg |
फोलेट, डीएफई | 72μg |
विटामिन बी-12 | 0.00μg |
विटामिन ए, आरएई | 0μg |
विटामिन ए, आईयू | 0IU |
विटामिन डी (डी2+डी3) | 0.0μg |
विटामिन डी | 0IU |
लिपिड | |
फैटी एसिड, टोटल सैचुरेटेड | 0.150g |
फैटी एसिड, टोटल मोनोअनसैचुरेटेड | 0.124g |
फैटी एसिड, टोटल पॉलीअनसैचुरेटेड | 0.430g |
कोलेस्ट्रॉल | 0mg |
आइए अब लेख के अगले भाग में जानते हैं कि सूजी का उपयोग किस प्रकार किया जा सकता है।
सूजी का उपयोग – How to Use Semolina (Suji) in hindi
सूजी की तासीर ठंडी होने के कारण आप इसे विभिन्न रूप में खा सकते हैं।
- आप सूजी का हलवा बनाकर खा सकते हैं।
- सूजी का बना उपमा खा सकते हैं।
- सूजी की इडली बनाकर सेवन कर सकते हैं।
- सूजी की खीर भी बनाई जा सकती है।
- आप सूजी का अप्पम (अप्पे) बनाकर खा सकते हैं।
- सूजी की बर्फी बनाई जा सकती है।
- सूजी को गुझिया बनाने में इस्तेमाल किया का सकता है।
- सूजी का लड्डू बनाया जा सकता है।
आइए लेख के अगले भाग में जानते हैं कि सूजी खाने के क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं।
सूजी के नुकसान – Side Effects of Semolina in Hindi
सूजी का सेवन अगर सीमित मात्रा में न किया जाए, तो इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं।
- सूजी का अधिक सेवन करने से इसमें मौजूद फाइबर की मात्रा से पेट फूलने, सूजन और पेट में ऐंठन की समस्या का मुख्य कारण बन सकती है (1),(12)।
- सूजी को खाने से पहले इसे अच्छी तरह साफ कर लें, नहीं तो इसमें कभी-कभी छोटे कंकड़ भी मौजूद होते हैं, जो सूजी खाते समय दांतों में फंस सकते हैं या पेट में जाकर नुकसान पहुंचा सकते हैं।
- सूजी में फास्फोरस की अधिक मात्रा होती है (1)। सूजी का अधिक सेवन करने से शरीर में फास्फोरस की मात्रा बढ़ सकती है, जो किडनी रोग से ग्रसित लोगों के लिए हानिकारक हो सकता है (13)। ऐसे में सूजी के सेवन से पहले डॉक्टरी सलाह ले सकते हैं।
- सूजी में फोलेट की अधिक मात्रा पाई जाती है, जिसके अधिक सेवन से पेट दर्द, सोने में समस्या और डायरिया जैसी अन्य कई समस्याएं हो सकती हैं (1), (14)।
कब करें इस्तेमाल: सूजी को आप सुबह और शाम नाश्ते में अप्पे या हलवा बनाकर खाने में इस्तेमाल कर सकते हैं।
कितना करें इस्तेमाल: सूजी को आवश्यकतानुसार हफ्ते में दो या तीन बार ही प्रयोग करें। एक बार में सूजी का सेवन 50-100 ग्राम तक ही होना चाहिए। इसके सेवन से जुड़ी सही जानकारी के लिए डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
अभी तक आप सूजी को एक पकवान के तौर पर खाते थे, लेकिन इस लेख में बताए गए इसके शारीरिक फायदों को जानने के बाद हम आशा करते हैं कि आप इसका सेवन एक स्वास्थ्यवर्धक आहार के रूप जरूर करेंगे। इसके सेवन के बाद अगर कुछ दुष्प्रभाव सामने आते हैं, तो ऐसी स्थिति में बिलकुल न घबराएं और डॉक्टर से संपर्क करें। उम्मीद है कि यह लेख आपके लिए उपयोगी होगा। ऐसे ही अन्य आर्टिकल पढ़ने के लिए जुड़े रहिए स्टाइलक्रेज से।
References
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- Semolina, enriched
https://fdc.nal.usda.gov/fdc-app.html#/food-details/169715/nutrients - Making one change — getting more fiber — can help with weight loss
https://www.health.harvard.edu/blog/making-one-change-getting-fiber-can-help-weight-loss-201502177721 - Dietary fiber for the treatment of type 2 diabetes mellitus: a meta-analysis
https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/22218620/ - Fiber intake and glycemic control in patients with type 2 diabetes mellitus: a systematic review with meta-analysis of randomized controlled trials
https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/24180564/ - Vitamins
https://medlineplus.gov/ency/article/002399.htm - Iron deficiency anemia
https://medlineplus.gov/ency/article/000584.htm - Micronutrients have major impact on health
https://www.health.harvard.edu/staying-healthy/micronutrients-have-major-impact-on-health - Anemia
https://medlineplus.gov/anemia.html - Weight loss and carbohydrates
https://www.betterhealth.vic.gov.au/health/HealthyLiving/weight-loss-and-carbohydrates - Do ancient types of wheat have health benefits compared with modern bread wheat?
https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5824670/ - Selenium in diet
https://medlineplus.gov/ency/article/002414.htm - Fiber
https://medlineplus.gov/ency/article/002470.htm - Phosphorus in diet
https://medlineplus.gov/ency/article/002424.htm - Folic Acid
https://medlineplus.gov/druginfo/natural/1017.html
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