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जहां एक ओर तुलसी को कई धार्मिक कामों में उपयोग में लाया जाता है। वहीं, दूसरी तरफ इसे इसकी औषधीय गुणों के वजह से भी जाना जाता है। तुलसी के फायदे तो हैं ही इसके साथ ही साथ तुलसी के अर्क के फायदे भी कई सारे हैं। ऐसे में स्टाइलक्रेज के इस लेख में हम तुलसी अर्क के फायदे की जानकारी लेकर आए हैं। यहां हम न सिर्फ श्री तुलसी अर्क के फायदे बताएंगे, बल्कि इसे बनाने का तरीका भी बताएंगे। तो तुलसी अर्क के फायदे और इससे जुड़ी जरूरी जानकारियों के लिए लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।

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लेख में सबसे पहले तुलसी अर्क क्या है इसके बारे में जानेंगे।

तुलसी अर्क क्या है?

तुलसी अर्क तुलसी के रस को कहा जाता है, जो कि तुलसी की पत्तियों व उसके पौधे से प्राप्त होता है। इसमें तमाम तरह के औषधीय गुण मौजूद होते हैं। तुलसी का अर्क रोग प्रतिरोधक शक्ति को बेहतर करने में, खून में शुगर के स्तर को संतुलित रखने में तो सहायक होता ही है। इसके साथ ही इसमें एंटी पायरेटिक (बुखार कम करने वाला), एंटी कैंसर, एंटी फंगल गुण भी मौजूद हैं (1)। इसके कारण आयुर्वेद में इसके तमाम तरह के लाभ बताए गए हैं। आगे हम स्वास्थ्य के लिए तुलसी अर्क के फायदे विस्तार से बताएंगे।

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तुलसी अर्क क्या है जानने के बाद अब लेख में तुलसी अर्क के फायदे क्या-क्या हो सकते हैं, इसके बारे में बताने जा रहे हैं।

तुलसी अर्क के फायदे – Benefits of Tulsi Ark in Hindi

तुलसी अर्क के गुण और इसके फायदे कई सारे हैं, जिसके बारे में हमने लेख में आगे विस्तार से जानकारी दी है। हालांकि, ध्यान रहे तुलसी अर्क के फायदे बीमारी से बचाव या उनके लक्षणों को कम कर सकते हैं। इन्हें किसी गंभीर बीमारी का पूर्ण इलाज समझने की भूल न करें, क्योंकि हो सकता है यह स्वास्थ्य समस्या को जड़ से खत्म न करे। तो आइए, जानते हैं तुलसी का अर्क के फायदे के बारे में, जो कुछ इस प्रकार हैं :

1. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए

रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के लिए तुलसी का अर्क लाभकारी माना जा सकता है। दरअसल, इसमें इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुण मौजूद होते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाने में मददगार हो सकता है (2)। ऐसे में कहा जा सकता है कि जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर होती है, उनके लिए तुलसी या तुलसी अर्क के गुण फायदेमंद हो सकते हैं। तो रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर करने के खाद्य पदार्थों में तुलसी को शामिल करना अच्छा विकल्प हो सकता है (3)।

2. तनाव से बचाव

आज के इस व्यस्त जिंदगी में तनाव की समस्या सामान्य हो चुकी है। ऐसे में तनाव को कुछ हद तक कम करने के लिए तुलसी की चाय को डाइट में शामिल किया जा सकता है। दरअसल, तुलसी में तनाव कम करने वाला गुण है। तुलसी में एंटी स्ट्रेस गुण हैं, जो तनाव से बचाव करने में सहायक हो सकता है (3)। इतना ही नहीं, तुलसी शरीर से विषैले तत्वों को निकालकर मन को शांत रखने में सहायक हो सकती है (4)। तो तुलसी के अर्क से बनी चाय लाभकारी हो सकती है।

3. ब्लड शुगर नियंत्रित करे

ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए तुलसी का अर्क लाभकारी हो सकता है। दरअसल, इसमें एंटी डायबिटिक गुण मौजूद होता है, जो बढ़े हुए ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है (1)। ऐसे में कहा जा सकता है कि ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने के लिए तुलसी के अर्क का सेवन प्रभावकारी हो सकता है (4)। हालांकि, अगर कोई डायबिटीज की दवा का सेवन कर रहा हो तो तुलसी के अर्क या तुलसी का सेवन करने से पहले डॉक्टरी सलाह जरूर लें।

4. कैंसर से बचाव

कैंसर एक गंभीर बीमारी है, जिसका एकमात्र उपाय डॉक्टरी इलाज ही है। हालांकि, कैंसर से बचाव कुछ हद तक संभव है। ऐसे में तुलसी को अपने रूटीन में शामिल करके कैंसर के जोखिम को कुछ हद तक कम कर सकते हैं। दरअसल, तुलसी या तुलसी के अर्क में एंटी कैंसर गुण मौजूद होते हैं, जो कैंसर के जोखिम को कुछ हद तक कम कर सकते हैं। इसके साथ ही, यह शरीर को डिटॉक्सीफाई करके कैंसर का कारण बनने वाले तत्वों को निकालने में सहायक हो सकता है (1)। इस आधार पर माना जा सकता है कि तुलसी के अर्क का सेवन कैंसर के जोखिम को कुछ हद तक कम करने में सहायक हो सकता है।

5. सूजन को कम करे

तुलसी का अर्क सूजन की समस्या से बचाव के लिए उपयोगी हो सकता है। इससे जुड़ी जानकारी में इस बात का जिक्र मिलता है कि तुलसी के अर्क में मौजूद अर्सोलिक एसिड एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण प्रदर्शित कर सकता है (5)। इसमें मौजूद एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण सूजन के कारण होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से बचाव या उसपर प्रभावकारी हो सकता है।

6. हृदय स्वास्थ्य को बेहतर रखे

तुलसी के अर्क में कार्डियोप्रोटेक्टिव गुण मौजूद होते हैं (4)। इसमें मौजूद यह गुण दिल को स्वस्थ रखकर हृदय से जुड़ी समस्याओं से बचाव में प्रभावकारी हो सकता है। इसके अलावा, तनाव से होने वाले हृदय रोग से बचाने में भी तुलसी का अर्क फायदेमंद हो सकता है (6)। ऐसे में हृदय को स्वस्थ रखने के लिए तुलसी को अपनी जीवनशैली में जरूर शामिल करें।

7. वजन घटाने के के लिए

तुलसी के अर्क का फायदा वजन कम करने में उठाया जा सकता है। एनसीबीआई की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध में मोटापे से ग्रस्त जानवरों को 8 हफ्तों तक तुलसी युक्त सप्लिमेंट का सेवन कराया, जिसके बाद उनके वजन में बदलाव देखा गया है (7)। हालांकि, तुलसी के अर्क का कौन सा गुण वजन कम करने में प्रभावी है यह बता पाना मुश्किल है। ऐसे में माना जा सकता है कि संतुलित आहार और व्यायाम के साथ तुलसी की चाय को डाइट में शामिल कर वजन कम करने में उपयोगी हो सकता है।

8. पेट के लिए

पेट से जुड़ी कई समस्याओं के लिए तुलसी का अर्क लाभकारी हो सकता है। तुलसी का सेवन पाचन स्वास्थ्य को बेहतर करने और पेट दर्द की समस्या में लाभकारी हो सकता है। साथ ही अपच की समस्या में भी तुलसी या तुलसी के अर्क का सेवन उपयोगी हो सकता है (8)।

9. त्वचा को निखारे

त्वचा संबंधी समस्याओं से कुछ हद तक छुटकारा दिलाने के लिए तुलसी के अर्क का इस्तेमाल करना फायदेमंद माना जा सकता है। इसके अर्क में एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव पाया जाता है। इसमें यूजेनॉल और ल्यूटेओलिन नामक तत्व होते हैं, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करने के साथ त्वचा से जुड़ी समस्याओं में राहत प्रदान कर सकता है (9)। इसके अलावा, तुलसी का अर्क त्वचा संबंधी हल्की-फुल्की समस्याओं के लिए भी उपयोगी हो सकता है (3)। ध्यान रहे त्वचा संबंधी गंभीर स्थिति में तुलसी के अर्क के बजाय डॉक्टरी इलाज को प्राथमिकता दें।

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तुलसी के अर्क के फायदे जानने के बाद अब हम इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्वों के बारे में बताने जा रहे हैं।

तुलसी अर्क के पौष्टिक तत्व – Tulsi Ark Nutritional Value in Hindi

जैसे कि हमने बताया कि तुलसी के अर्क में विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं। ऐसे में हम यहां तुलसी में मौजूद पोषक तत्वों की मात्रा के बारे में जानकारी दे रहे हैं, क्योंकि तुलसी का अर्क इसकी पत्तियों से ही निकाला जाता है। इस आधार पर कहा जा सकता है कि तुलसी के पोषक तत्व उसके अर्क में भी पाए जा सकते हैं, जो कुछ इस प्रकार हैं (10):

पोषक तत्वमात्रा प्रति 100 ग्राम
पानी92.1 ग्राम
एनर्जी23 किलो कैलोरी
प्रोटीन3.15 ग्राम
टोटल लिपिड (फैट)0.64 ग्राम
ऐश1.49 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट2.65 ग्राम
फाइबर, टोटल डाइटरी1.6 ग्राम
शुगर0.3 ग्राम
कैल्शियम177 मिलीग्राम
आयरन3.17 मिलीग्राम
मैग्नीशियम64 मिलीग्राम
फास्फोरस56 मिलीग्राम
पोटेशियम295 मिलीग्राम
सोडियम4 मिलीग्राम
जिंक0.81 मिलीग्राम
कॉपर0.835 मिलीग्राम
मैंगनीज1.15 मिलीग्राम
सिलेनियम0.3 माइक्रोग्राम
विटामिन-सी 18 मिलीग्राम
थियामिन0.034 मिलीग्राम
राइबोफ्लेविन0.076 मिलीग्राम
नियासिन0.902 मिलीग्राम
पैंटोथैनिक एसिड0.209 मिलीग्राम
विटामिन बी-60.155 मिलीग्राम
फॉलेट, टोटल68 माइक्रोग्राम
कॉलिन, टोटल11.4 मिलीग्राम
बीटाइन0.4 मिलीग्राम
विटामिन-ए , आरएई264 माइक्रोग्राम
कैरोटीन, बीटा3140 माइक्रोग्राम
क्रिप्टोजैनथिन , बीटा46 माइक्रोग्राम
विटामिन-ए, आईयू5280 आईयू
विटामिन-ई (अल्फा-टोकोफेरौल)0.8 मिलीग्राम
विटामिन-के415 माइक्रोग्राम
फैटी एसिड, टोटल सेचुरेटेड0.041 ग्राम
फैटी एसिड टोटल मोनोअनसैचुरेटेड0.088 ग्राम
फैटी एसिड टोटल पॉलीअनसैचुरेटेड0.389 ग्राम

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पौष्टिक तत्वों के बाद अब तुलसी अर्क लेने का तरीका बताने जा रहे हैं।

तुलसी अर्क का उपयोग – How to Use Tulsi Ark in Hindi

तुलसी के अर्क का उपयोग किस प्रकार से किया जा सकता है। इसके बारे में हम नीचे जानकारी दे रहे हैं। तुलसी अर्क लेने का तरीका कुछ इस प्रकार है:

  • तुलसी के अर्क का उपयोग एक कप सामान्य या गुनगुने पानी में डालकर कर सकते हैं।
  • तुलसी के रस के फायदे के लिए इसका सेवन चाय या दूध में मिलाकर कर सकते हैं।
  • तुलसी का अर्क त्वचा पर सीधे लगा सकते हैं।
  • फेस पैक में मिलाकर भी तुलसी का अर्क लगा सकते हैं।

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लेख के अगले भाग में घर में तुलसी का अर्क बनाने के तरीके के बारे में बताने जा रहे हैं।

तुलसी अर्क बनाने का आसान तरीका

यदि आपके घर में तुलसी का पौधा है तो इसका अर्क बनाने के लिए कोशिश करें कि ताजी पत्तियों का ही इस्तेमाल करें। वहीं, तुलसी अर्क बेनिफिट्स के लिए नीचे बताए गए तरीके से इसे आसानी से बनाया जा सकता है:

सामग्री:

  • एक कटोरी तुलसी के पत्ते
  • एक गिलास पानी

बनाने का तरीका:

  • सबसे पहले एक छोटी कटोरी तुलसी के पत्ते लें।
  • फिर उन्हें अच्छे से पानी से धो लें।
  • अब एक कड़ाही में एक गिलास पीने का पानी लें और उसे गैस ऑन करके चढ़ा दें।
  • फिर इसमें धुले हुए तुलसी के पत्ते डाल दें।
  • इसके बाद कड़ाही में डाली गई तुलसी की पत्तियों के बीच में थोड़ी जगह बना लें।
  • फिर उस खाली जगह पर एक भारी कटोरी रख दें।
  • उसके बाद कड़ाही को एक उल्टे ढक्कन से ढक दें।
  • उल्टे ढक्कन के ऊपर थोड़ा ठंडा पानी भी डाल दें।
  • अगर आप चाहें तो बर्फ के टुकड़े भी डाल सकते हैं।
  • अब धीमी आंच में भाप में 20-25 मिनट तक पकने दें।
  • समय अवधि तक भाप बनकर कटोरी में पानी एकत्र हो जाएगा।
  • अब इसे किसी खाली बर्तन में निकाल लें और ठंडा होने के लिए रख दें।
  • फिर इसका सेवन कर सकते हैं।
  • आप चाहें तो पानी को गर्म करते वक्त उसमें तुलसी के पत्ते डालकर उसे उबलने दें।
  • जब पत्ते अच्छे से उबल जाएं तो फिर छानकर उसका सेवन कर सकते हैं।

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श्री श्री तुलसी अर्क के फायदे के अलावा इसके नुकसान भी हैं, जिसके बारें में हम नीचे बताने जा रहे हैं।

तुलसी अर्क के नुकसान – Side Effects of Tulsi Ark in Hindi

तुलसी गुणकारी जरूर होती है, लेकिन तुलसी रस के लाभ के साथ ही इसके नुकसान भी है। यदि किसी भी चीज का सेवन सेहत और परिस्थितियों के मुताबिक सीमित मात्रा में ना किया जाए, तो उसके दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं-

  • जिन लोगों को लो ब्लड शुगर की समस्या है उन लोगों को तुलसी के अर्क का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे ब्लड शुगर का स्तर कम होने का जोखिम हो सकता है (11)।
  • तुलसी के अर्क का अधिक सेवन खून को पतला कर सकता है, इससे रक्तस्त्राव की परेशानी हो सकती है (12)।
  • तुलसी में एंटीफर्टिलिटी प्रभाव पाए जाते हैं। इसके कारण इसका अधिक मात्रा में उपयोग पुरुषों में स्पर्म काउंट कम होने का कारण भी बन सकते हैं (11)।
  • इसके अलावा संवेदनशील त्वचा वाले लोग इसका अर्क चेहरे पर इस्तेमाल करने से पहले पैच टेस्ट जरूर कर लें। इससे उन्हें एलर्जी और रैशेज होने की संभावना हो सकती है।

तुलसी रस के फायदे जानकार आप यह तो जान गए होंगे कि ये हमारे लिए कितना गुणकारी है। यदि आपके यहां तुलसी का पौधा नहीं है, तो जल्द से अपने घर इसका छोटा सा पौधा ले आइए, ताकि कभी जरूरत पड़ने पर आपको इधर-उधर इसे ढूंढने ना जाना पड़े। इस लेख में तुलसी के अर्क के फायदे और नुकसान के बारे में विस्तार से बताया गया है। उम्मीद करते हैं आपको ये लेख पसंद आया होगा। इसे अन्य लोगों के साथ साझा करके हर किसी को तुलसी के अर्क के फायदे से अवगत कराएं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल:

तुलसी अर्क कितना लेना चाहिए?

स्वास्थ्य सलाहकार प्रतिदिन एक छोटा चम्मच तुलसी अर्क का सेवन करने की सलाह दे सकते हैं। हालांकि, इसकी मात्रा व्यक्ति के स्वास्थ्य व उम्र के अनुरूप बदल सकती है। वहीं डॉक्टर की सलाह पर तुलसी अर्क के 250 एमजी कैप्सूल का सेवन भी किया जा सकता है (6)।

क्या खांसी के लिए तुलसी का अर्क अच्छा है?

हां, खांसी के लिए तुलसी का अर्क अच्छा है (4)।

क्या हम रोजाना तुलसी का पानी पी सकते हैं?

किसी भी चीज का जरूरत से अधिक सेवन उसके फायदे के बजाय नुकसान का कारण बन सकता है। ऐसे में बेहतर है तुलसी के पानी का भी सेवन हर रोज करने के बजाय कभी-कभी ही करें।

References

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  1. Therapeutic aspects of Tulsi unraveled: A review
    https://www.jiaomr.in/article.asp?issn=0972-1363;year=2016;volume=28;issue=1;spage=17;epage=23;aulast=Srinivas
  2. Immunomodulatory and anti-inflammatory effects of hydro-ethanolic extract of Ocimum basilicum leaves and its effect on lung pathological changes in an ovalbumin-induced rat model of asthma
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC6894265/
  3. Study of Plant Tulsi and its benefits for human beings
    https://www.allresearchjournal.com/archives/2015/vol1issue3/PartC/4-3-105-403.pdf
  4. Review On Nutritional Medicinal and CNS Activities of Tulsi (Ocimum. Sanctum)
    https://www.jpsr.pharmainfo.in/Documents/Volumes/vol12issue03/jpsr12032013.pdf
  5. Potent anti-inflammatory activity of ursolic acid a triterpenoid antioxidant is mediated through suppression of NF-κB AP-1 and NF-AT
    https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/22363615/
  6. The Clinical Efficacy and Safety of Tulsi in Humans: A Systematic Review of the Literature
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5376420/
  7. Effect of Tulsi (Ocimum sanctum Linn.) Supplementation on Metabolic Parameters and Liver Enzymes in Young Overweight and Obese Subjects
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC5539010/
  8. A Review on Phytoconstituents of Ocimum (Tulsi)
    http://citeseerx.ist.psu.edu/viewdoc/download?doi=10.1.1.927.832&rep=rep1&type=pdf
  9. “EVALUATION OF ANTIOXIDANT ACTIVITY OF TULASI (OCIMUM SANCTUMLINN.) IN VICHARCHIKA (ECZEMA)”
    https://irjims.in/wp-content/uploads/2018/07/4EVALUATION-OF-ANTIOXIDANT-ACTIVITY-OF-TULASI-OCIMUM-SANCTUM-LINN.-IN-VICHARCHIKA-ECZEMA-3.pdf
  10. Basil fresh
    https://fdc.nal.usda.gov/fdc-app.html#/food-details/172232/nutrients
  11. Ocimum sanctum Linn. A reservoir plant for therapeutic applications: An overview
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3249909/
  12. “Tulsi” – the Wonder Herb (Pharmacological Activities of Ocimum Sanctum)
    http://citeseerx.ist.psu.edu/viewdoc/download;jsessionid=15C66FEF34A571EB7B9EE461B149C029?doi=10.1.1.680.2748&rep=rep1&type=pdf
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