How To Potty Train AChild with Autism, PG Diploma In Dietetics & Hospital Food Services
Written by , (शिक्षा- एमए इन जर्नलिज्म मीडिया कम्युनिकेशन)

भारत के लगभग हर घर में आपको होली बेसिल यानी तुलसी का पौधा नजर आ जाएगा। जहां एक तरफ इसकी धार्मिक मान्यता है, वहीं कई बीमारियों के इलाज में भी इसका प्रयोग किया जाता है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार, जिस घर के आंगन में तुलसी का पौधा होता है, वहां बैक्टीरिया और जीवाणु प्रवेश नहीं कर पाते हैं। साथ ही घर का वातावरण भी शुद्ध होता है। इस कारण स्टाइलक्रेज के इस आर्टिकल में हम बात करेंगे कि तुलसी के फायदे क्या होते हैं। साथ ही तुलसी के उपयोग के सही तरीके के बारे में भी आप इस लेख में जानेंगे, ताकि आप तुलसी के नुकसान से बच सकें। तो आइए, अब विस्तार से तुलसी के फायदे और नुकसान के बारे में समझें।

आगे पढ़े विस्तार से

लेख में सबसे पहले तुलसी व तुलसी के बीज के फायदे के बारे में समझते हैं।

तुलसी के फायदे – Basil Leaves Benefits in Hindi

श्री तुलसी के फायदे और नुकसान बताने से पहले हम बता दें कि इस लेख में बताए गए तुलसी के गुण किसी तरह का डॉक्टरी इलाज नहीं है और समस्या को जड़ से खत्म नहीं कर सकते। हां, बेनेफिट्स ऑफ तुलसी में कुछ शारीरिक और मानसिक समस्याओं के लक्षणों को कम करना शामिल हो सकता है। वहीं, समस्या अगर गंभीर है, तो   मेडिकल ट्रीटमेंट करवाना जरूरी है। आइए, अब आपको विस्तार से बताते हैं तुलसी पत्ता खाने के फायदे।

1. तनाव के लिए तुलसी पत्ते के फायदे

आज के समय में तनाव एक बहुत आम समस्या बन गई है और इससे आराम पाने के लिए लोग कई तरह की थेरेपी अपनाते हैं। वैसे क्या आप जानते हैं कि तुलसी पत्ते के फायदे इस समस्या को कम करने में देखे गए हैं। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फोर्मेशन) द्वारा प्रकाशित एक शोध में यह बताया गया है कि इसमें एंटीस्ट्रेस गुण होते हैं, जो स्ट्रेस से आराम दिलवा सकते हैं। तुलसी के पत्ते हमारे शरीर में कॉर्टिसोल हॉर्मोन की मात्रा को नियमित कर सकते हैं, जो एक तरह का स्ट्रेस हार्मोन होता है। विशेषकर तुलसी की चाय का सेवन करने से तनाव कुछ हद तक कम हो सकता है। वहीं, यह अन्य मानसिक फायदे जैसे एंटीडिप्रेसेंट गुण और याददाश्त बेहतर करने में भी सहायक हो सकती है (1)। इस तरह तुलसी के पत्ते खाने के फायदे तनाव से आराम मिलने में मिल सकते हैं।

2. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए तुलसी के गुण

रोगों से लड़ने की क्षमता को बेहतर बनाने में भी तुलसी के पत्ते खाने के फायदे देखे गए हैं। बताया जाता है कि इसमें इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुण होते हैं, जो इम्यून सिस्टम की कार्यप्रणाली को बेहतर करने में मदद कर सकते हैं। वहीं, इन गुणों के कारण तुलसी को अस्थमा जैसी बीमारी का उपचार करने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है (2)। वहीं, तुलसी के लाभ सर्दी, जुखाम, बुखार जैसी समस्याओं से आराम पाने के लिए किया जा सकता है (3)। इसलिए, अगर किसी भी इम्युनिटी कम है, तो उनके लिए तुलसी पत्ता खाने के फायदे कारगर साबित हो सकते हैं। साथ ही तुलसी का काढ़ा भी पिया जा सकता है।

3. वजन कम करने में तुलसी के पत्ते के फायदे

अगर कोई वजन कम करने की कोशिश कर रहा है, तो व्यायाम और सही खान-पान के साथ तुलसी के रस के फायदे उठा सकता है। दरअसल, लैब में चूहों पर किए गए रिसर्च में 250 ग्राम तुलसी के रस को आठ हफ्तों तक रोज दो बार पीने से मोटापे से ग्रसित चूहों के वजन में कमी देखी गई है। इंडियन जर्नल ऑफ क्लिनिकल बायोकेमिस्ट्री के द्वारा किए गए इस शोध के आधार पर यह कहा जा सकता है कि तुलसी रस के फायदे पूरे शरीर का वजन, बीएमआई और शरीर में इन्सुलिन को नियंत्रित करने में सहायक हो सकते है (4)। फिलहाल, यह बताना मुश्किल है कि किस प्रभाव के कारण तुलसी के पत्ते का उपयोग करने से वजन कम हो सकता है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि डिटॉक्स वॉटर में तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है, जो टॉक्सिक पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में मदद कर सकता है।

4. मुंह के स्वास्थ्य में तुलसी का रस पीने के फायदे

तुलसी पीने के फायदे मुंह को साफ रखने में भी देखे जा सकते हैं। अपने एंटीबैक्टीरियल गुणों के कारण तुलसी मुंह से आने वाली बदबू, पायरिया और मसूड़ों से जुड़ी अन्य बीमारियों को ठीक करने में मदद कर सकती है (5)। एक अन्य अध्ययन के अनुसार, तुलसी में एंटीमाइक्रोबियल गुण भी होते हैं। यह गुण मुंह को बैक्टीरियल संक्रमण से बचाए रखने में मददगार हो सकता है। साथ ही यह प्राकृतिक माउथ फ्रेशनर भी है (6)। इस प्रकार मुंह के स्वास्थ्य के लिए तुलसी के रस के फायदे देखे जा सकते हैं।

5. आंखों के लिए तुलसी रस के फायदे

कंजंक्टिवाइटिस से पीड़ित आंखों के लिए भी तुलसी के पत्ते का उपयोग किया जा सकता है। जी हां, कई शोधों में इस बात का जिक्र किया गया है कि इसके उपयोग से कंजंक्टिवाइटिस की समस्या से आराम पाया जा सकता है, हालांकि, इसकी कार्यप्रणाली के बारे में साफ तौर पर कुछ उपलब्ध नहीं है। कंजंक्टिवाइटिस आंखों में एक प्रकार का इन्फेक्शन, जिस कारण आंखों में जलन और सूजन होती है (7)।

नोट : बेशक तुलसी के पत्ते का उपयोग आंखों के लिए किया जाता है, लेकिन आंखें बेहद कोमल होती हैं, इसलिए आंखों में कुछ भी डालने से पहले अच्छे नेत्र विशेषज्ञ से राय जरूर लें।

6. सिरदर्द में तुलसी के पत्ते खाने के फायदे

इस बात को तो आप मानते होंगे कि सिरदर्द से आराम पाने में एक कप चाय कमाल कर सकती है, लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि उस चाय में तुलसी के कुछ पत्ते मिला लेने से उसका असर दोगुना हो जाता है? जी हां, एनसीबीआई द्वारा प्रकाशित शोध में यह पाया कि तुलसी के गुण सिर का दर्द कम करने में भी मदद कर सकते हैं (7) । अगली बार जब भी आपके आसपास किसी को सिरदर्द हो, तो जल्द आराम के लिए उन्हें तुलसी के पत्ते वाली चाय पिलाई जा सकती है।

7. हृदय के लिए तुलसी का रस पीने के फायदे

बात जब बेनेफिट्स ऑफ तुलसी की हो, तो यह ह्रदय को स्वस्थ बनाए रखने में भी मदद कर सकती है। बताया जाता है कि तुलसी में कार्डियोप्रोटेक्टिव गुण पाए जाते हैं। इन गुणों के कारण तुलसी दिल को स्वस्थ रख कर, हृदय रोग को दूर रखने में मदद कर सकती हैं। वहीं, स्ट्रेस के कारण होने वाले हृदय रोग से बचाने में भी तुलसी का अर्क उपयोगी हो सकता है (8)। इसलिए, तुलसी का रस पीने के फायदे में हृदय रोग के खतरे को कम करना और दिल को सेहतमंद बनाए रखना भी शामिल किया गया है।

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8. गले की खराश से दिलाए आराम

तुलसी का उपयोग सदियों से गले को स्वस्थ रखने के लिए किया जा रहा है। गले में खराश फ्लू या कॉमन कोल्ड के कारण हो सकती है, जिसके पीछे वायरस या बैक्टीरिया का हाथ होता है (9) (10)। ऐसे में, इन वायरस और बैक्टीरिया को मारने की क्षमता के कारण तुलसी रस के फायदे गले की खराश से आराम पाने में मिल सकते हैं।  आजकल कई तरह के कफ सिरप बनाने में भी इसका उपयोग किया जा रहा है। बताया जाता है कि यह फेफड़ों में जमे कफ को निकालने में भी सहायक हो सकती है, जिससे भी गले की खराश से आराम मिल सकता है (11)।

गले के लिए तुलसी पानी पीने के फायदे उठाने के लिए एक गिलास पानी में सात-आठ तुलसी के पत्ते उबाल कर उस पानी का सेवन किया जा सकता है। इस पानी से गरारे भी किए जा सकते हैं।

9. कैंसर में तुलसी खाने के फायदे

शरीर से जुड़ी सामान्य बीमारियों के साथ-साथ तुलसी के रस के फायदे कैंसर के जोखिम को कम करने में कुछ हद तक मददगार हो सकते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि तुलसी के रस में रेडियोप्रोटेक्टिव गुण होते हैं, जो शरीर में पनपने वाले ट्यूमर सेल्स को खत्म कर सकते हैं। इसके अलावा, तुलसी में यूजेनॉल भी पाया जाता है, जिसमें एंटीकैंसर गुण होते हैं। साथ ही तुलसी में रोसमारिनिक एसिड, एपिगेनिन, ल्यूटोलिन, माय्रटेनल जैसे जरूरी फाइटोकेमिकल्स भी होते हैं। ये भी विभिन्न प्रकार के कैंसर से लड़ने में मदद कर सकते हैं (12)। कैंसर कोई साधारण बीमारी नहीं है और इसके उपचार के लिए सिर्फ घरेलू उपचार पर निर्भर रहना इसे और खतरनाक बना सकता है। इस कारण से कैंसर के लिए डॉक्टर से परामर्श करके सही उपचार लेना जरूरी है।

10. डायबिटीज में तुलसी के पत्ते के फायदे

अगर कोई मधुमेह के घरेलू उपचार के बारे में आपसे पूछता है, तो आप उन्हें तुलसी के उपयोग की सलाह दे सकते हैं। इसमें मौजूद एंटी-डायबिटिक गुणों के कारण रोज सुबह तुलसी का पानी पीने के फायदे मधुमेह को नियंत्रित करने में सहायक हो सकते हैं (1)। इसके अलावा, तुलसी में हाइपोग्लाइसेमिक गुण भी होते हैं। इनके कारण शरीर में ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है (4)।

11. कब्ज में तुलसी खाने के फायदे

पेट से जुड़ी कई समस्याओं से आराम पाने में तुलसी लाभदायक हो सकती है। तुलसी के बीज के फायदे कब्ज से राहत पाने में मिल सकते हैं। इसके लिए एक गिलास गुनगुने पानी के साथ 2 ग्राम तुलसी के बीज का सेवन किया जा सकता है (13)। वहीं, तुलसी के पत्तों का फायदा पेट से जुड़ी अन्य समस्याओं जैसे अपच और अल्सर से आराम पाने में भी मिल सकता है (14)। इन फायदों के लिए इसकी कार्यप्रणाली पर अभी और शोध की आवश्यकता है।

12. लिवर के लिए बेनेफिट्स ऑफ तुलसी

एक वैज्ञानिक रिसर्च के दौरान तुलसी में हेपेटोप्रोटेक्टिव गुण पाए गए थे। हेपेटोप्रोटेक्टिव गुण के चलते लिवर को नुकसान होने से बचाया जा सकता है। इसलिए, खराब लिवर से पीड़ित चूहे को तुलसी का सेवन कराया गया था। इसके बाद चूहे में सकारात्मक बदलाव नजर आए थे। रिसर्च के दौरान पाया गया कि तुलसी के प्रयोग से चूहे के लिवर में आई सूजन कम हो गई है (15)।

13. सूजन को कम करने में सहायक

सूजन को कम करने के लिए तुलसी का उपयोग किया जा सकता है। इसके पीछे तुलसी में मौजूद एक खास तरह का एसिड काम करता है, जिसका नाम अर्सोलिक एसिड है। बताया जाता है कि इस एसिड में एंटीइन्फ्लामेट्री गुण होते हैं, जो सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं। इस गुण के कारण यह कई इन्फ्लामेट्री डिजीज जैसे एलर्जी, अस्थमा, टिश्यू में सूजन आदि से आराम दिलवा सकती है (16)।

14. रक्त वाहिकाओं के लिए तुलसी का उपयोग

रक्त वाहिकाओं की कार्यप्रणाली को बेहतर करने में भी तुलसी पीने के फायदे देखे गए हैं। इसमें वैस्क्युलर प्रोटेक्शन गुण होते हैं, जिनके कारण यह रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ रखने में मदद कर सकती है। वहीं, खून को गाढ़ा होने से बचा कर यह शरीर में खून के प्रवाह को सही बनाए रखने में भी सहायक हो सकती है। यह गाढ़े खून को पतला करके, स्ट्रोक होने के खतरे को कम करने में भी मदद कर सकती है (17)। इसे इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।

15. त्वचा के लिए तुलसी ड्राप के फायदे

त्वचा पर हो रहे एक्ने को कम करने में लिए तुलसी का उपयोग किया जा सकता है। इस विषय में नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन में भी इस बात को माना गया है कि तुलसी के एसेंशियल ऑयल की मदद से एक्ने की समस्या को कम करने में मदद मिल सकती है (18)। वहीं, त्वचा से जुड़ी अन्य गंभीर समस्या जैसे एक्जिमा (त्वचा पर लाल और खुजलीदार चकत्ते) से आराम पाने में भी तुलसी फायदेमंद हो सकती है, क्योंकि एक्जिमा का एक बड़ा कारण ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस होता है और तुलसी के एंटीऑक्सीडेंट गुण इसके लक्षणों को कम करने में सहायक हो सकते हैं (19)।

16. झड़ते बालों के लिए तुलसी के पत्ते के फायदे

तुलसी की पत्तियां हेयर फॉलिकल्स को फिर से सक्रिय कर बालों को झड़ने से बचा सकती हैं। साथ ही बालों को जड़ों से मजबूत बना सकती हैं। इसके अलावा, स्कैल्प को ठंडा करती हैं और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर कर सकती हैं। एलोपेशिया के घरेलू उपाय के रूप में भी तुलसी का उपयोग करने से भी फायदा देखा जा सकता  हैं (20)।

अंत तक पढ़े लेख

लेख के अगले भाग में जानिए तुलसी का उपयोग कैसे किया जा सकता है।

तुलसी का उपयोग – How to Use Basil in Hindi

यह कहना गलत नहीं होगा कि घरेलू नुस्खों में तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल सबसे ज्यादा होता है। खासकर, तुलसी की चाय को कई बीमारियों की एक दवा कहा गया है। तुलसी को निम्न प्रकार से रोजाना इस्तेमाल किया जा सकता है –

  • तुलसी खाने के फायदे उठाने के लिए रोज सुबह खाली पेट तुलसी की पत्तियों को चबाया जा सकता है। उससे पहले इसे पानी से जरूर धो लें।
  • तुलसी के पत्तों के साथ अदरक व शहद का इस्तेमाल करके हर्बल चाय बनाई जा सकती है। यह चाय न सिर्फ सेहत के लिए फायदेमंद है, बल्कि स्वाद में भी अच्छी होती है।
  • आप अपनी पसंदीदा डिश जैसे टमाटर की चटनी, फ्लेवर दही, मीट की ग्रेवी में तुलसी के पत्तों को काटकर डाल सकते हैं। इससे डिश का स्वाद भी बढ़ेगा और जरूरी पोषक तत्व भी मिलेंगे।
  • खाना बनाते समय अंत में तुलसी के पत्तों को मिक्स कर देने से इससे खाने में अनोखा स्वाद आएगा और साथ ही खाने से मनमोहक खुशबू भी आएगी।
  • जूस या मॉकटेल में भी तुलसी के पत्तों को डाल सकते हैं। इससे नया फ्लेवर मिलेगा।
  • सलाद में भी तुलसी के ताजे पत्तों को काटकर मिक्स कर सकते हैं।

आगे है रोचक जानकारी

इस लेख के अगले भाग में आप जानेंगे तुलसी को लंबे समय तक सुरक्षित कैसे रखा जा सकता है।

तुलसी को लंबे समय तक सुरक्षित कैसे रखें

अगर आपके घर में तुलसी का पौधा है, तो कोशिश करें कि तुलसी की ताजी पत्तियों का ही उपयोग करें। वहीं, तुलसी का उपयोग नीचे बताई गई प्रक्रिया से सूखा कर भी किया जा सकता है –

  • सबसे पहले तुलसी के पत्तों को डंठल के करीब से तोड़ लें।
  • अब उन्हें अच्छी तरह धो कर, साफ कपड़े से पोंछ लें।
  • इसके बाद एक-एक पत्ते को अलग करके, एक माइक्रोवेव सेफ प्लेट पर रखकर माइक्रोवेव में रख दें।
  • अब माइक्रोवेव को 30 सेकंड के लिए दो बार चलाएं। याद रखें कि एक बार में पूरे एक मिनट का टाइम सेट न करें।
  • इसके बाद पत्तियों को बाहर निकाल कर चूर लें और और छोटी हवाबंद शीशी में इस पाउडर को रख दें।
  • इसका उपयोग आप लगभग एक महीने तक कर सकते हैं।

पढ़ते रहें यह आर्टिकल

लेख के अगले भाग में विस्तार से जानिए तुलसी के नुकसान के बारे में।

तुलसी के नुकसान – Side Effects of Basil in Hindi

अगर सोच रहे हैं कि इतनी गुणकारी तुलसी के नुकसान क्या हो सकते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है। आयुर्वेद भी कहता है कि हर चीज का सेवन सेहत व परिस्थितियों के अनुसार और सीमित मात्रा में ही करना चाहिए, तभी उसका फायदा होता है। इस लिहाज से तुलसी के फायदे और नुकसान, दोनों जानना जरूरी है –

  • इसमें एंटीफर्टिलिटी प्रभाव होते हैं, जिसके कारण इसका अधिक उपयोग पुरुषों में स्पर्म काउंट कम होने का कारण बन सकता है (21)।
  • इस बात पर अभी कोई पुख्ता शोध उपलब्ध नहीं है, जिससे यह कहा जा सके कि यह गर्भवती और स्तनपान करवाने वाली महिलाओं के लिए सुरक्षित है। इस वजह से, इस दौरान तुलसी के नुकसान से बचने के लिए इसका सेवन करने से बचना चाहिए (22)।
  • जैसा कि हमने ऊपर बताया कि तुलसी रक्त के थक्के बनने से रोक सकती है। इस कारण अधिक सेवन से यह खून को जरूर से ज्यादा पतला कर सकती है, जिससे रक्तस्राव की समस्या हो सकती है (17)।
  • जो लोग मधुमेह की दवा ले रहे हैं, उन्हें भी तुलसी नहीं खानी चाहिए। इससे रक्त शर्करा का स्तर जरूरत से ज्यादा कम हो सकता है (21)।

तुलसी के पत्ते के फायदे जानने के बाद आप समझ ही गए होंगे कि क्यों तुलसी को इतना महत्व दिया गया है। भारतीय संस्कृति में तुलसी को पवित्र पौधा माना गया है। साथ ही गुणकारी औषधि के रूप में भी इसका महत्व है। वैज्ञानिक मापदंडों पर भी तुलसी के लाभ को प्रमाणित किया गया है। अगर आपके घर में तुलसी का पौधा नहीं है, तो जल्द से जल्द से उसे अपने आंगन या फिर बालकॉनी में रखें, ताकि भविष्य में जरूरत पड़ने पर आपको इसके लिए इधर-उधर भागना न पड़े। इस लेख में हमने आपको तुलसी के फायदे और नुकसान के बारे में विस्तार से बताया, जिसकी मदद से इसके उपयोग से जुड़ा निर्णय आप आसानी से ले पाएं।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल

क्या तुलसी की पत्तियों को चबाया जा सकता है?

जी हां, तुलसी पत्ते के फायदे उसे चबाने से भी मिल सकते हैं। इसे चबाने से जुकाम और फ्लू के साथ तनाव से भी आराम मिल सकता है (17) (23)।

पंच तुलसी क्या है?

यह पांच तरह की तुलसी का मिश्रण है, जिसमे राम तुलसी, मुगल तुलसी, वन तुलसी, श्याम तुलसी और बार्बरी तुलसी शामिल हैं।

तुलसी पानी पीने के फायदे क्या हैं?

तुलसी का पानी पीने के फायदे यह हैं कि इससे गले की खराश से आसानी से आराम मिल सकता है (11)।

तुलसी की पत्तियां तोड़ने का सही तरीका क्या है?

तुलसी की पत्ती को कभी भी उसके तने के पास से न तोड़ें। आप उसे डंठल के करीब से तोड़ सकते हैं। इससे उसके बढ़ने पर कोई असर नहीं आएगा।

तुलसी की तासीर कैसी होती है?

तुलसी की तासीर गर्म होती है।

मैं तुलसी की जगह क्या उपयोग कर सकती हूं?

अगर मसालों की बात करें, तो आप तुलसी की जगह ऑरेगैनो या थाइम जैसे हर्ब का उपयोग कर सकती हैं। वहीं, औषधी के रूप में तुलसी के सभी फायदे एक पौधे में मिल पाना मुश्किल है।

References

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  21. Ocimum sanctum Linn. A reservoir plant for therapeutic applications: An overview
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  22. Ocimum sanctum Linn. A reservoir plant for therapeutic applications: An overview
    https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3249909/
  23. Ocimum sanctum (Tulsi), the Queen of Herbs : A Review
    https://www.academia.edu/29773405/Ocimum_sanctum_Tulsi_the_queen_of_herbs_A_Review

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